शमी की चोट ने बढ़ाई टीम इंडिया की चिंता, रोहित शर्मा ने कहा - ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना मुश्किल

हाल ही में टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को दोबारा चोट लगने की खबर सामने आई थी जिसे इस खिलाड़ी ने सिरे से नकार दिया था लेकिन अब टीम इंडिया के कप्तान ने ही शमी को गलत बता दिया है. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि रोहित शर्मा ने बेंगलुरू में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मोहम्मद शमी का घुटना पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है और उनकी चोट इतनी ज्यादा है कि इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ले जाना बेहद मुश्किल है.

रोहित शर्मा ने खोली शमी की पोल

रोहित शर्मा ने शमी की पोल खोलते हुए कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शमी पर फैसला लेना बेहद मुश्किल है. उन्हें एक और झटका लगा है और उनके घुटने में सूझन है. अब उन्हें दोबारा से शुरुआत करनी पड़ रही है. शमी एनसीए में डॉक्टर और फीजियो के साथ हैं. हम चोटिल शमी को ऑस्ट्रेलिया नहीं ले जाना चाहते.’ रोहित शर्मा का ये बयान साबित करता है कि मोहम्मद शमी ने हाल ही में जिस रिपोर्ट का खंडन किया था वो कहीं ना कहीं सच है.

शमी ने क्या कहा था?

सोशल मीडिया पर जब शमी को दोबारा चोट लगने की खबर फैली थी तो इस गेंदबाज ने लिखा था कि इस तरह की बेबुनियाद अफवाहें क्यों फैलाई जा रही हैं.वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं और ठीक होने के लिए बेस्ट कोशिश कर रहे हैं. शमी ने कहा कि बीसीसीआई और मैंने नहीं कहा है कि मैं बॉर्डर-गावस्कर सीरीज से बाहर हूं. शमी ने फैंस से अपील की थी कि वो इस तरह की खबरों पर ध्यान ना दें. लेकिन सवाल ये है कि अगर वो खबर गलत थी तो रोहित शर्मा का ये बयान भी गलत है? क्या कप्तान अपने खिलाड़ी के बारे में झूठ बोल रहा है? अब इस खबर का जवाब शमी क्या देते हैं ये देखने वाली बात होगी.

शमी को कब लगी थी चोट

मोहम्मद शमी को वर्ल्ड कप 2023 के दौरान चोट लगी थी. वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से शमी ने कोई मैच नहीं खेला है. उनकी सर्जरी भी हुई और अब जब उनके मैदान में वापस लौटने का समय आया तो ऐसी खबरें हैं कि वो दोबारा चोटिल हो गए हैं. शमी अगर ठीक हो जाते हैं तो टीम इंडिया के लिए इससे अच्छी बात नहीं है लेकिन अगर ये खिलाड़ी बाहर होता है तो भारतीय टीम के लिए ये निश्चित तौर पर चिंता का विषय है.

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024: न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को हराया, भारत सेमीफाइनल की रेस से बाहर

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 का 19वां मैच न्यूजीलैंड और पाकिस्तान की टीमों के बीच खेला गया. ये मैच ग्रुप ए की टीमों के लिए सेमीफाइनल की रेस को देखते हुए काफी अहम था, जिसमें टीम इंडिया भी शामिल थी. लेकिन इस मैच में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा, जिसके चलते पाकिस्तान के साथ-साथ भारतीय टीम भी सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई. इसी के साथ ग्रुप ए से ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है.

न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को हराया

दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मैच पर टीम इंडिया की भी नजर थी. दरअसल, इस मुकाबले में पाकिस्तान की जीत टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचा सकती थी. वहीं, पाकिस्तान अगर बड़े अंतर से जीतती तो वह खुद भी सेमीफाइनल में अपनी जगह बना सकती थी. लेकिन पाकिस्तान की टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा, जिसके चलते 4 मैचों में 3 जीत के साथ न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया. दूसरी ओर टीम इंडिया ने प्वॉइंट्स टेबल में तीसरे और पाकिस्तान चौथे स्थान पर रहीं.

टीम इंडिया इस बार टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ग्रुप स्टेज के दौरान 4 मैचों से दो मैच ही जीत सकी. उसे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. वहीं, पाकिस्तान की टीम 4 मैचों में से सिर्फ 1 मैच में ही बाजी मार सकी. उसने श्रीलंका को हराया, इसके अलावा उसे बाकी सभी टीमों के खिलाफ हार झेलनी पड़ी. इसी के साथ टीम इंडिया का एक बार भी आईसीसी ट्ऱॉफी जीतने का सपना टूट गया.

111 रन का टारगेट चेज नहीं कर सकी पाकिस्तान

न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. लेकिन पाकिस्तान ने इस मुकाबले में काफी अच्छी गेंदबाजी की. बाएं हाथ की स्पिनर नासरा संधू की अगुआई में फिरकी गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन किया और न्यूजीलैंड को छह विकेट पर 110 रन के स्कोर पर रोक दिया. संधू ने 18 रन पर तीन विकेट हासिल किए. वहीं, ओमाइमा सोहेल को 1 सफलता मिली. हालांकि बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहीं. पाकिस्तान ने अपने शुरुआती 5 विकेट 28 रन ही गंवा दिए, जिसके चलते वह इस टारगेट को चेज नहीं कर सकी. पाकिस्तान की टीम 11.4 ओवर में ही 56 रन बनाकर ऑल आउट हो गई.

बीसीसीआई का बड़ा फैसला: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से हटाया गया इम्पैक्ट प्लेयर नियम

आईपीएल के पिछले सीजन के दौरान इम्पैक्ट प्लेयर का रूल काफी विवादों में रहा था. कई बड़े खिलाड़ियों ने इस नियम के खिलाफ बयान दिए थे. हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन में ये नियम जारी रहेगा. इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लिया है. बीसीसीआई ने एक घरेलू टूर्नामेंट से इम्पैक्ट प्लेयर का रूल हटाने का फैसला लिया है. बता दें, ये वही टूर्नामेंट है जहां से बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर के रूल की शुरुआत की थी.

BCCI ने हटाया इम्पैक्ट प्लेयर का रूल

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटा दिया है. सैयद मुश्ताक अली की शुरुआत 23 नवंबर से होने जा रही है, जो 15 दिसंबर तक खेली जाएगी. बीसीसीआई ने राज्य संघ को एक संदेश के जरिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम के फैसले की पुष्टि की है. बीसीसीआई ने कहा, ‘कृपया ध्यान दें कि बीसीसीआई ने मौजूदा सीजन के लिए इम्पैक्ट प्लेयर के प्रावधान को हटाने का फैसला किया है.’ वहीं, हाल ही में बीसीसीआई ने आईपीएल फ्रेंचाइजियों को सूचित किया कि आईपीएल के आगामी सीजन के लिए इस नियम को बरकरार रखा जाएगा.

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से ही हुई थी नियम की शुरुआत

इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल सबसे पहले मुश्ताक अली ट्रॉफी में किया गया था. इसके बाद आईपीएल 2023 में इसकी एंट्री हुई थी. इस नियम के तहत मैच के दौरान प्लेइंग-11 में से किसी एक प्लेयर को बाहर कर, उसकी जगह नया खिलाड़ी शामिल किया जा सकता है. यानी एक टीम 12 खिलाड़ियों का इस्तेमाल कर सकती है. इम्पैक्ट प्लेयर नियम के मुताबिक, टॉस के बाद दोनों टीमों को अपने प्लेइंग इलेवन के अलावा इम्पैक्ट खिलाड़ियों का नाम देना होता है, जिनमें से एक का वह बतौर इम्पैक्ट प्लेयर इस्तेमाल करना चाहते हैं. यह खिलाड़ी मैच में किसी भी समय प्लेइंग 11 में किसी किसी भी खिलाड़ी की जगह शामिल हो सकता है.

तिलक वर्मा की कप्तानी में उतरेगी इंडिया ए: एमर्जिंग एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ होगा पहला मैच,जाने कब है मैच

क्रिकेट के मैदान पर भारत-पाकिस्तान का एक और घमासान देखने के लिए तैयार हो जाएं. बिसात बिछ चुकी है और महामुकाबले की तारीख भी तय हो चुकी है. दोनों चिर प्रतिद्वन्दियों में ये भिड़ंत महिला T20 वर्ल्ड कप के बीच ओमान की सरजमीं पर होगी. ये मुकाबला ना तो महिला टीमों का होगा और ना ही भारत-पाकिस्तान की सीनियर टीमों के बीच. बल्कि एमर्जिंग एशिया कप में ये मुकाबला इंडिया ए और पाकिस्तान ए के बीच खेला जाएगा.

19 अक्टूबर को एमर्जिंग एशिया कप में मैच

एमर्जिंग एशिया कप 2024 का आयोजन T20 फॉर्मेट में होगा, जिसमें भारत और पाकिस्तान की टीमों की टक्कर 19 अक्टूबर को होगी. ये महामुकाबला मस्कट के ओमान क्रिकेट एकेडमी ग्राउंड पर खेला जाएगा. एमर्जिंग एशिया कप की शुरुआत 18 अक्टूबर से हो रही है. लेकिन, भारतीय टीम इसमें अपने अभियान का आगाज 19 अक्टूबर को पाकिस्तान के खिलाफ ही करती दिखेगी. पाकिस्तान का भी ये टूर्नामेंट में पहला मैच होगा.

तिलक वर्मा की कप्तानी में उतरेगी इंडिया ए

एमर्जिंग एशिया कप के लिए इंडिया ए की कप्तानी तिलक वर्मा करते दिखेंगे, जिनके पास इंटरनेशनल क्रिकेट में 4 वनडे और 16 T20I का अनुभव है. वहीं तिलक वर्मा के डिप्टी यानी उप कप्तान का रोल अभिषेक शर्मा निभाते दिखेंगे. इसके अलावा राहुल चाहर एक ऐसे खिलाड़ी होंगे, जिनके पास इंटरनेशनल अनुभव होगा.

इन तीनों भारतीय खिलाड़ी के अलावा बाकी खिलाड़ियों के पास IPL खेलने का अनुभव है, जिनमें आयुष बडोनी, रमनदीप सिंह, प्रभसिमरन सिंह, नेहाल वडेरा, अनुज रावत, ऋतिक शौकीन, साईं किशोर, रासिक सलाम, वैभव अरोड़ा और आकिब खान जैसे नाम शामिल हैं.

पहली बार T20 फॉर्मेट में टूर्नामेंट

भारत और पाकिस्तान को टूर्नामेंट के ग्रुप ए में रखा गया है. इन दोनों के अलावा UAE और ओमान की टीम भी इसी ग्रुप का हिस्सा है. ये पहली बार है जब एमर्जिंग एशिया कप T20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है. इससे पहले खेले 5 एडिशन 50 ओवर फॉर्मेट में खेले गए.

भारत ने 2013 में एमर्जिंग एशिया कप का पहला एडिशन जीता था. वहीं, पाकिस्तान पिछले दो बार से इस टूर्नामेंट का विजेता है. पाकिस्तान ए ने पिछली बार फाइनल में इंडिया ए को हराकर खिताब जीता था. इस बार इंडिया ए के पास बदले का मौका है, जिसकी शुरुआत वो पाकिस्तान ए का आगाज खराब करके कर सकता है.

टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ीं, स्मृति मंधाना, ऋचा घोष और हरमनप्रीत कौर के प्रदर्शन पर दबाव

महिला T20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया अब पाकिस्तान भरोसे है. उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ पाकिस्तान की जीत चाहिए, मगर ज्यादा बड़ी नहीं. क्योंकि, वैसा होने पर भी भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ेंगी. वैसे इस मुश्किल में टीम इंडिया को डाला किसने? जवाब है SRH. आप कहेंगे कि काव्या मारन की IPL टीम का भला इसमें क्या रोल? दरअसल, हम IPL फ्रेंचाइजी SRH की बात नहीं बल्कि उन 3 भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र कर रहे हैं, जिनके नाम अंग्रेजी के इन तीन लेटर से शुरू होते हैं.

SRH बनी टीम इंडिया के लिए मुसीबत

SRH यानी स्मृति, ऋचा और हरमनप्रीत. देखा जाए तो ये तीनों खिलाड़ी अपने आप में मैच विनर हैं. लेकिन, फिलहाल ये तीनों ही महिला T20 वर्ल्ड कप में उपजे संकट की बड़ी वजह हैं. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं आइए वो भी आपको बता दें. मुश्किलों से भरे मौजूदा हालात के पीछे है इन तीनों खिलाड़ियों का परफॉर्मेन्स. एक मैच छोड़ दें तो स्मृति मंधाना बाकी मैचों में गुम सी दिखती हैं. ऋचा घोष भी विकेट के पीछे और आगे अपनी पूरी छाप छोड़ने में नाकाम रही हैं. वहीं कप्तान हरमनप्रीत के एफर्ट में भी भारी कमी देखने को मिली है.

S फॉर स्मृति के बल्ले को लगा जंग!

स्मृति मंधाना का बल्ला महिला T20 वर्ल्ड कप 2024 में सिर्फ श्रीलंका के खिलाफ चला. उस मैच में उन्होंने 38 गेंदों पर 50 रन बनाए, जिसमें 5 बाउंड्री शामिल रही. लेकिन, उसके अलावा बाकी 3 मैचों में उनके बल्ले से एक भी बड़ी पारी देखने को नहीं मिली. ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में उन्होंने इतने कम रन बनाए कि सबके मिलाकर भी श्रीलंका के खिलाफ बनाए 50 रनों के आधे यानी 25 रन ही रहते हैं. इतना ही नहीं इन तीनों मैचों में उन्होंने सिर्फ 2 बाउंड्री लगाई. जो कि श्रीलंका के खिलाफ उनके बल्ले से निकली कुल बाउंड्री से 3 कम हैं.

R फॉर ऋचा का अंदाज दिखा गुम

विकेटकीपर ऋचा घोष की इमेज विस्फोटक बल्लेबाज की है. लेकिन, महिला T20 वर्ल्ड कप में उनका यही इमेज नहीं दिखा, बाकी सब देखने को मिला. ऋचा घोष से अब तक खेले 4 मैचों में 20 रन भी नहीं बने हैं. इन 4 में से 3 मैचों में वो दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सकीं. वहीं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में विकेट के पीछे उनसे हुई बार-बार चूक ने भी टीम इंडिया को संकट की ओर धकेलने में अपना पूरा रोल निभाया है.

H फॉर हरमन का अर्धशतक अपशकुन!

ये बात एक बार फिर से साफ हो गई कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20 में जमाया हरमनप्रीत का अर्धशतक टीम इंडिया को कभी रास नहीं आता. हरमनप्रीत अब तक 5 बार T20 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्धशतक लगा चुकी हैं और सभी में भारतीय टीम को हार मिली है. शारजाह का मैच इसका लेटेस्ट उदाहरण बना, जिसके चलते टीम इंडिया को अब पाकिस्तान का सहारा है.

आईपीएल मेगा ऑक्शन 2025 का नवंबर से दिसंबर तक होगा आयोजन, जानें संभावित तारीखें और वेन्यू

आईपीएल 2025 का मेगा ऑक्शन का आयोजन नवंबर के आखिरी हफ्ते या दिसंबर के पहले हफ्ते में हो सकता है. बीसीसीआई ने हाल ही में रिटेंशन के नियमों का ऐलान किया था, लेकिन ऑक्शन कब और कहां होगा इसको लेकर अभी तक कोई अपडेट सामने नहीं आया है. खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई ने पहले लंदन और सऊदी अरब को आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन के वेन्यू के तौर पर देखा था, लेकिन अब एक और खूबसूरत देश का नाम सामने आया है, जहां ऑक्शन करवाया जा सकता है.

कहां होगा आईपीएल 2025 का मेगा ऑक्शन?

पिछली बार की तरह माना जा रहा है कि इस बार भी आईपीएल का ऑक्शन भारत के बाहर ही होगा. आईपीएल 2024 के ऑक्शन का आयोजन दुबई में किया गया था. वहीं, हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि आगामी सीजन के लिए ऑक्शन का आयोजन सऊदी अरब में हो सकता है, अब इसमें एक और अपडेट सामने आया है. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के अलावा सिंगापुर में ऑक्शन कराने पर विचार किया जा रहा है.

माना जा रहा है कि बीसीसीआई और आईपीएल अधिकारी फिलहाल अपने विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. वहीं, फ्रेंचाइजियों को अभी तक आयोजन स्थल के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें जल्दी सूचित किया जाएगा ताकि वे नीलामी में भाग लेने वाले अपने प्रतिनिधियों के लिए वीजा और यात्रा व्यवस्था पर काम करना शुरू कर सकें.

जल्द होगा रिटेंशन लिस्ट का ऐलान

इस बार सभी फ्रेंचाइजी अपने मौजूदा स्क्वॉड से अब कुल 6 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं. इसमें से 5 खिलाड़ी (भारतीय और विदेशी) कैप्ड हो सकते हैं, जबकि ज्यादा से ज्यादा 2 खिलाड़ी ही अनकैप्ड हो सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ऑक्शन से पहले रिटेन किए गए खिलाड़ियों की लिस्ट को आखिरी रूप देने और जमा करने के लिए फ्रैंचाइजी के पास 31 अक्टूबर, 2024 को शाम 5 बजे तक का समय है. इसके अलावा अगर कोई भी खिलाड़ी 31 अक्टूबर से पहले इंटरनेशनल डेब्यू करता है तो वह कैप्ड खिलाड़ी माना जाएगा.

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर युवराज सिंह ने जताया दुख, कहा- वह एक सच्चे नेता थे

मुंबई में शनिवार 12 अक्टूबर की देर रात एनसीपी अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मार दी गई थी. इस घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई. घटना के वक्त वह अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर दशहरा सेलिब्रेट कर रहे थे. बाबा सिद्दीक का नाम महाराष्ट्र के बड़े नेताओं में शामिल है और राजनेताओं के साथ सेलिब्रिटीज के साथ भी उनके संबंध अच्छे रहे हैं. इसलिए उन पर हुई फायरिंग के बारे में पता चलते ही कई बॉलीवुड एक्टर्स लीलावती अस्पताल पहु्ंच गए. वहीं भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने उनकी हत्या से हैरान हैं. उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और उनके आत्मा की शांति के लिए कामना की है

क्या बोले युवराज सिंह?

बाबा सिद्दीकी की मौत को लेकर युवराज सिंह को जैसे ही पता चला, उन्होंने देर रात 2 बजे अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. युवराज ने उन्हें एक सच्चा नेता बताया और कहा कि बाबा सिद्दीकी आम लोगों के लिए काम करते थे और उनकी दरियादिली के लिए उन्हें याद किया जाएगा. बता दें बाबा सिद्दीकी पर दो से तीन राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें एक गोली उनके सीने में लगी थी. वहीं एक गोली उनके पेट में भी लगी थी.

कौन थे बाबा सिद्दीकी?

बाबा सिद्दीकी हर साल ईद पर इफ्तार पार्टी देते थे. उनकी ये पार्टी खूब चर्चा में रहती थी, क्योंकि इसमें कई बड़े सितारे हिस्सा लेते थे. वह सियासत में सक्रिय होने के साथ-साथ बिल्डर के तौर पर भी काम करते थे. उनका परिवार मूल रूप से बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है. उनके पिता करीब पचास साल पहले गोपालगंज से मुंबई आए थे और घड़ी बनाने का काम किया करते थे.

बाबा सिद्दीकी ने मुंबई में अपनी शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की. इसके बाद वह दो बार म्युनिसिपल कॉरपोरेटर रहे. फिर वह कांग्रेस में शामिल हुए और 1999, 2004 और 2009 में 3 बार विधायक चुने गए. वह मुंबई कांग्रेस में अल्पसंख्यक समुदाय का बड़ा चेहरा थे. लगभग 48 साल कांग्रेस में रहने के बाद उन्होंने एनसीपी जॉइन कर लिया था.

रणजी ट्रॉफी के नए सीजन में क्या होंगे बदलाव? बीसीसीआई ने किए ये बड़े फैसले

भारत में क्रिकेट के नए घरेलू सीजन की शुरुआत होने जा रही है. शुक्रवार 11 अक्टूबर से रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड का खेल शुरू होगा. पहले दिन अलग-अलग मैदान पर 19 मुकाबले खेले जाएंगे, जिसमें 38 टीमें हिस्सा लेंगी. इन मैचों के शुरू होने से एक दिन पहले बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट के कुछ नियमों में बदलाव किए हैं. सीजन शुरू होने से एक दिन पहले यानि गुरुवार 10 अक्टूबर की शाम सभी टीमों इन बदलावों के बारे में बता दिया गया है. इसमें बल्लेबाजी और गेंदबाजी से लेकर पॉइंट बांटवारे तक के नियम शामिल हैं. आइये जानते हैं, बोर्ड ने कौन से बड़े बदलाव किए हैं.

बल्लेबाजी की नहीं चलेगी चालाकी

बीसीसीआई ने इस बार सबसे बड़ा और बदलाव बैटिंग के नियमों को लेकर किया है. अब से घरेलू क्रिकेट में बल्लेबाजों की चालाकी नहीं चलेगी. पहले कई बल्लेबाज इंजरी नहीं होने पर भी खुद को आराम देने के लिए अपनी पारी बीच में छोड़कर रिटायर होकर मैदान के बाहर चले जाते थे और फ्रेश होकर दोबारा बैटिंग के लिए आते थे. लेकिन अब ये काम उन्हें महंगा पड़ सकता है. नए सीजन में अगर उन्होंने ऐसा किया इसे तुरंत प्रभाव से आउट माना जाएगा.

रिटायर होकर मैदान से बाहर गए बल्लेबाज फिर से बल्लेबाजी नहीं कर सकेंगे. विरोधी टीम के कप्तान को इस पर ऐतराज नहीं होने के बावजूद बल्लेबाज को आउट माना जाएगा. ये नियम सिर्फ रणजी ट्रॉफी ही नहीं बल्कि सभी मल्टी डे और लिमिटेड ओवर के घरेलू मुकाबलों में लागू होंगे. सबसे दिलचस्प बात ये है कि बीसीसीआई ने कहा है कि अब से घरेलू मुकाबलों में सुपर ओवर भी लागू किया जा सकता है

गेंदबाजी में बदला ये नियम

बीसीसीआई ने गेंदबाजी के नियमों में भी कुछ बदलाव किए हैं और सलाइवा को लेकर सख्ती बरती है. बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई भी टीम गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल करती है तो उसे तुरंत बदला जाएगा. इसके अलावा उस टीम पर तुरंत प्रभाव से पेनल्टी भी लगाई जाएगी.

बीसीसीआई ने रन रोकने के नियम में भी बदलाव किए हैं. नए नियम के मुताबिक, अगर बल्लेबाज एक रन दौड़ने के बाद रुक जाता है और ओवरथ्रो के बाद दोबारा एक-दूसरे को क्रॉस करने से पहले से बाउंड्री हो जाती है तो स्कोर में सिर्फ बाउंड्री यानि 4 रन जुड़ेंगे. बोर्ड का कहना है कि इस नियम को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान हुए समझौते के तहत बदला गया है. बता दें पहले बल्लेबाजों के दौड़े हुए रन और ओवरथ्रो के रन दोनों को स्कोर में जोड़े जाते थे.

पॉइंट बंटवारे में क्या बदलाव हुआ?

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सीके नायडू प्रतियोगिता और पॉइंट बंटवारे को लेकर कुछ बदलाव किए हैं. बोर्ड ने इसके लिए दो परिस्थिति को सामने रखते हुए पॉइंट बंटवारे के नियम को समझाया है. पहली परिस्थिति में मान लीजिए कि टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 98 ओवरों में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे. वहीं फील्डिंग करने के दौरान अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिलते हैं तो उसका स्कोर अब 98 ओवरों में 403 हो जाएगा और उसे 5 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे.

दूसरी परिस्थिति यह है कि अगर टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 100.1 ओवर में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स दिए जाएंगे. वहीं फील्डिंग में करते समय अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिले, तो उसका स्कोर 100.1 ओवर में 403 रन तो हो जाएंगे लेकिन उस 5वां बैटिंग पॉइंट नहीं मिलेगा.

रतन टाटा के निधन पर खेल जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ियों ने जताया दुख

भारत के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार की देर रात निधन हो गया. उन्होंने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. रतन टाटा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके कारण उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके निधन से देश भर में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत खेल जगत के कई खिलाड़ियों ने इस पर दुख जताया. भारत के टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि ‘एक युग का अंत हो गया.’ उनके अलावा वीरेंद्र सहवाग, शिखर धवन और हरभजन सिंह समेत कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी.

इन खिलाड़ियों ने जताया दुख

पेरिस ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता नीरज चोपड़ा रतन टाटा के निधन पर अपना दुख व्यक्त किया. वह काफी इमोशनल दिखे और कहा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे और वह उनके साथ हुई बातचीत को कभी नहीं भूल पाएंगे. वहीं भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें सच्चा भारत रत्न बताया और कहा कि उनका जीवन सभी के लिए काफी प्रेरणादायी है. हाल ही में रिटायर हुए शिखर धवन ने रतन टाटा की आत्मा की शांति के लिए कामना की.

खेल में रहा अहम योगदान

टाटा ग्रुप ने औद्योगिक विकास के साथ-साथ भारत में खेलों को बढ़ावा देने में भी अहम योगदान दिया है. आजादी के पहले से ही टाटा समूह एथलीट्स को स्पॉन्सर करता रहा है. जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार करना हो या उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करानी हो टाटा ने हर तरह से खेल को बढ़ावा देने का काम किया है. जमशेदपुर में मौजूद टाटा स्टील एथलेटिक्स एकेडमी ने कई प्रतिभाशाली एथलीट तैयार किए हैं. इतना ही नहीं टाटा कई तरह खेलों के टूर्नामेंट को भी आयोजित करता है.

रतन टाटा का क्रिकेट में योगदान: टाटा टीम के लिए खेलने वाले 4 भारतीय खिलाड़ियों ने जीता वर्ल्ड कप

रतन टाटा ने बुधवार की देर रात 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन से पूरा देश शोक में है. पूरा खेल जगत उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना कर रहा है और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है. साथ उनके महान कामों के लिए उन्हें याद कर रहा है. आमतौर पर रतन टाटा को भारत में उद्योग के विकास के लिए जाना जाता है. लेकिन उन्हें क्रिकेट से भी काफी प्यार था. उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में बहुत अहम योगदान दिया है. रतन टाटा ने क्रिकेटर्स को तैयार करने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से मजूबत किया और हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई. इसका नतीजा रहा कि युवराज सिंह जैसे कई क्रिकेटर्स देश को मिले, जिन्होंने भारत को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलाई.

इन दिग्गजों ने जिताया वर्ल्ड कप

भारत जैसे देश में कई क्रिकेटर्स को आगे बढ़ने में पैसा और इंफ्रास्टक्चर एक बड़ा समस्या बनता है. इसलिए रतन टाटा के रहते हुए टाटा ग्रुप की कई कंपनियों ने भारतीय क्रिकेटर्स को आर्थिक रूप से मजबूत किया. उन्हें सपोर्ट करने के लिए नौकर दी और उनके करियर आगे बढ़ाने का माध्यम बनीं. इस वजह से देश को कई ऐसे क्रिकेटर्स मिले, जिन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर अपने टैलेंट का परिचय दिया और साथ ही भारत का नाम रोशन किया. इसके अलावा उन्होंने देश को वर्ल्ड कप जीतने में भी मदद की.

इसका सबसे पहला और बड़ा उदाहरण मोहिंदर अमरनाथ हैं, जो 1983 की वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे. साथ ही वह इस टीम के उप कप्तान भी थे. टाटा ग्रुप की एयर इंडिया उन्हें सपोर्ट करती थी. वहीं फारुख इंजीनियर टाटा मोटर्स और रूसी सुरती इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के लिए खेलते थे.

इन्हें भी था टाटा का सपोर्ट, जिताया वर्ल्ड कप

संजय मांजरेकर, रॉबिन उथप्पा और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स भी जैसे क्रिकेटर भी टाटा इकोसिस्टम का हिस्सा थे. वह एयर इंडिया में के लिए खेल चुके हैं. वहीं इंडियन एयरलाइंस ने जवागल श्रीनाथ, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और मोहम्मद कैफ को सपोर्ट करके उन्हें आगे बढ़ने में मदद की, जबकि अजीत अगरकर को टाटा स्टील ने मदद की.

बाद में अगरकर, युवराज और हरभजन ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में अहम भूमिका निभाई. वहीं 2011 के वनडे वर्ल्ड कप युवराज और हरभजन ने शानदार प्रदर्शन किया था. मौजूदा समय में टीम इंडिया के लिए टेस्ट खेल चुके शार्दुल ठाकुर को टाटा पावर और जयंत यादव को एयर इंडिया का सपोर्ट है.