एनसीपी में शामिल हुए कांग्रेस विधायक हीरामन खोसकर, अजित पवार ने किया स्वागत

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज है. राज्य में चुनाव के कुछ ही समय बचा है, सही राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारी में जोरशोर से लगी हुई हैं. नेताओं का एक पार्टी को छोड़कर दूसरी पार्टी में आना-जाना भी लगा हुआ है. इसी कड़ी में कांग्रेस के इगतपुरी से विधायक हीरामन भीका खोसकर ने पार्टी का साथ छोड़कर उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पार्टी एनसीपी का दामन थाम लिया

एनसीपी में उनका स्वागत खुद अजित पवार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील तटकरे ने किया. पार्टी में उनके शामिल होने पर तटकरे ने कहा कि श्री खोसकर के शामिल होने से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले नासिक और आसपास के इलाकों में पार्टी मजबूत होगी. खोसकर जो कि आदिवासी समुदाय से आते हैं, नासिक के आसपास क्षेत्र में इनका प्रभाव माना जाता है.

कई सदस्यों के साथ थामा पार्टी का साथ

कांग्रेस विधायक का स्वागत करते हुए एनसीपी ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पार्टी में शामिल होने वाले सभी सदस्यों का स्वागत है।. पोस्ट में बताया गया है कि शामिल होने वाले नए सदस्यों में कई जिला परिषद के सदस्य हैं और कई लोग विभिन्न जिलों में पूर्व अधिकारी भी रहे हैं.

पार्टी में शामिल होने वालों में संदीप गोपाल गुलवे, सम्पतन साकाले, पूर्व जिला परिषद सदस्य जर्नादन मामा माली, पूर्व जिला परिषद सदस्य उदय जाधव, विनायक मालेकर, जयराम धांडे, प्रशांत कडू, पांडुमामा शिंदे, ज्ञानेश्वर कडू, सरपंच जगन कदम, फिरोज शेख, दिलीप चौधरी, तुकाराम सहाने, रमेश जाधव, दशरथ भागड़े, सुदाम भोर, अरुण गायकर और शिवाजी सिरसत शामिल हैं.

प्रतिष्ठा का सवाल है चुनाव

एनसीपी ने बताया कि खोसकर दूसरे बड़े नेता हैं जिन्होंने हाल में पार्टी का दामन थामा है, इससे पहले दिग्गज अभिनेता सयाजी शिंदे ने हाल ही में पार्टी जॉइन की थी.

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 288 सीटों पर होंगे. निर्वाचन आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं. यह चुनाव अजित पवार के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया है, क्योंकि चाचा शरद पवार से विद्रोह के बाद लोकसभा में वह कुछ खास नहीं कर पाए थे. यदि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तो यह उनके राजनीतिक करियर के लिए सही नहीं होगा.

आगामी महाराष्ट्र चुनाव में महा विकास अघाड़ी गठबंधन, जिसमें शिवसेना यूबीटी, एनसीपी शरद पवार गुट और कांग्रेस शामिल है का मुकाबला महायुति गठबंधन से होगा, जिसमें भाजपा, शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट शामिल हैं.

इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024: प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन, 6G टेक्नोलॉजी और AI पर फोकस"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित India Mobile Congress 2024 का उद्घाटन किया. इंडिया मोबाइल कांग्रेस के इस 8वें संस्करण में भारत और दुनियाभर की कई टेक कंपनियां अपनी नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी को लोगों के सामने शोकेस करेंगी. आज यानी 15 अक्टूबर से India Mobile Congress का आगाज़ हुआ है और 18 अक्टूबर तक ये इवेंट चलेगा, गौर करने वाली बात यह है कि इस टेक इवेंट में 190 से भी ज्यादा देश हिस्सा लेने वाले हैं.

India Mobile Congress 2024 की इस बार थीम का नाम ही है The Future is Now. थीम के नाम से काफी कुछ क्लियर होता नजर आ रहा है जैसे कि इवेंट के दौरान फ्यूचर में नजर आने वाली इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के बारे में काफी कुछ नया देखने को मिलेगा.

क्या होगा खास?

इस टेक इवेंट में एक नहीं बल्कि बहुत सी चीजों पर फोकस रहेगा जैसे कि 5G के बाद अब भारत में तैयार हो रही 6G Technology पर नए अपडेट्स मिलने की उम्मीद है. 6जी टेक्नोलॉजी के अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उर्फ AI टेक्नोलॉजी, क्लाउड एंड एज कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर्स, शाओमी कंपनी का नया स्नैपड्रैगन 4एस जेनरेशन 2 प्रोसेसर पर काम करने वाले फोन की झलक, 900 से ज्यादा स्टार्टअप कंपनियों की लेटेस्ट इनोवेशन भी देखने को मिलेंगी.

इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 के अलावा PM Narendra Modi आज WTSA 2024 यानी वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली का भी उद्घाटन करेंगे. वर्ल्ड टेलीकम्युनिकेशन स्टैंडर्डाइजेशन असेंबली को पहली बार इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन द्वारा भारत में आयोजित किया जा रहा है.

जेनरेटिव एआई का दायरा भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए टेक सेक्टर की कई दिग्गज हस्तियां AI पर विचार रख सकती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल इंडिया मोबाइल कांग्रेस में भारत और दुनियाभर से 50 से ज्यादा स्पीकर्स शामिल होने वाले हैं जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अपने विचार को लोगों के साथ शेयर कर सकते हैं.

यूपी में स्वास्थ्य कार्यकर्ता भर्ती: 28 अक्टूबर से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया, जानें योग्यता और उम्र सीमा"

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) पदों पर भर्तियों का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. आवेदन की प्रक्रिया 28 अक्टूबर से शुरू होगी. कैंडिडेट UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाकर 27 नवंबर 2024 तक आवेदन कर सकते हैं. अभ्यर्थी इस बात का ध्यान रखें कि इन पदों के लिए केवल पीईटी 2023 परीक्षा पास करने वाले ही आवेदन कर सकते हैं.

जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार इन पदों के लिए केवल महिला कैंडिडेट ही आवेदन कर सकती हैं. अप्लाई करने के लिए पीईटी 2023 परीक्षा पास होना अनिवार्य हैं. वहीं आवेदन करने के बाद कैंडिडेट 4 दिसंबर 2024 तक अपने फाॅर्म में करेक्शन भी कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि किस उम्र तक की महिला अभ्यर्थी आवेदन कर सकती हैं और चयन कैसे किया जाएगा.

आवेदन की योग्यता

महिला स्वास्थ कार्यकर्ता पदों के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं परीक्षा पास होना अनिवार्य हैं. वहीं अभ्यर्थी के पास एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) का सर्टिफिकेट भी होना चाहिए. साथ ही यूपी नर्सिंग काउंसिल में रजिस्ट्रेशन भी होना चाहिए.

कितनी होनी चाहिए उम्र?

आवेदक की उम्र 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए. वहीं आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट को सरकार के नियमानुसार अधिकतम उम्र सीमा में छूट भी दी जाएगी. उम्र की गणना 1 जुलाई 2024 से की जाएगी.

कितनी है एप्लीकेशन फीस?

इस वैकेंसी के लिए सभी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 25 रुपए आवेदन फीस देना होगा. फीस आनलाइन मोड में जमा कर सकते हैं. इस भर्ती का नोटिफिकेशन आयोग ने 14 अक्टूबर को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया है.

कैसे होगा सिलेक्शन?

महिला स्वास्थ कार्यकर्ता पदों पर आवेदकों चयन मुख्य परीक्षा और डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के जरिए किया जाएगा. आयोग ने अभी एग्जाम डेट नहीं घोषित की है. परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी सफल आवेदकों को एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा.

चेन्नई में भारी बारिश, देर रात सड़कों पर उतरे डिप्टी CM उदयनिधि

तमिलनाडु में इस समय भारी बारिश हो रही है. इसी बीच देर रात तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन चेन्नई में सड़कों पर उतरे और पल्लीकरनई – कोविलंबक्कम के बीच नारायणपुरम झील क्षेत्र का निरीक्षण किया. बारिश के चलते सरकार अलर्ट हो गई है. साथ ही स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है. इसी के चलते राज्य के सीएम सतर्क हो गए हैं. वेदर रिपोर्ट के मुताबिक अगले चार दिन तक राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है. तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने सोमवार को भारी बारिश से पैदा होने वाले हालात से निपटने के लिए अधिकारियों ने जो तैयारियां की और कदम उठाए उनका जायजा लिया.

सीएम स्टालिन ने अधिकारियों को चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू जिलों में स्कूलों और कॉलेजों के लिए 15 अक्तूबर से छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया है. साथ ही आईटी कंपनियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है कि वो अपने कर्मचारियों को 15 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक घर से काम करने (WORK FROM HOME) की इजाजत दें

सीएम ने जारी किए निर्देश

सीएम स्टालिन ने भारी बारिश को लेकर निर्देश दिया कि तमिलनाडु के जो इलाके बारिश से प्रभावित हो सकते हैं वहां पर एडवांस में ही एनडीआरएफ और तमिलनाडु आपदा बल को तैनात किया जाए. सीएम ने कहा, रेस्कयू बोट उन जगहों पर तैनात की जाएंगी जहां बाढ़ आने की संभावना है. साथ ही पहले से ही राहत शिविर तैयार किए गए हैं.

बारिश से निपटने के लिए कैसी तैयारियां?

सीएम स्टालिन ने कहा कि भारी बारिश के चलते राज्य में जरूरी चीजों की कमी न हो. तमिलनाडु में बारिश के कहर से निपटने के लिए एक मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग में डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन, राज्य के मंत्री, मुख्य सचिव एन मुरुगानंदम, डीजीपी शंकर जीवाल और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.

इस मीटिंग के दौरान, ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए 57 ट्रैक्टर और 36 बोट तैयार की हैं. साथ ही अगर बाढ़ जैसे आसार बनते हैं तो 169 राहत केंद्र पहले से ही तैयार कर लिए गए हैं. चार जिलों के कलेक्टरों ने कहा कि वे बाढ़ के चलते जो हालात पैदा होंगे उन से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

तमिलनाडु के साथ -साथ इसके पड़ोसी शहर आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी में भी भारी बारिश का अनुमान है. इसी के चलते अराकोणम (तमिलनाडु) से राष्ट्रीय आपदा बचाव बल की तीन टीमें र बचाव अभियान के लिए पहले ही पुडुचेरी पहुंची हैं.

शिवपुरी का चायवाला बना सुर्खियों का हीरो, 90 हजार की लूना पर कर दिए 60 हजार खर्च

मध्य प्रदेश के शिवपुरी से अजब-गजब खबर सामने आई है. यहां चायवाले ने 90 हजार रुपये की लूना खरीदी. उसे लूना (बाइक) खरीदने की इतनी खुशी थी कि चायवाले ने जश्न में ही 60 हजार रुपये खर्च कर डाले. चाय वाला जब शोरूम से लूना की डिलीवरी लेने पहुंचा तो सभी उसे देखकर दंग रह गए.

चायवाला अकेला नहीं बल्कि अपने बहुत से साथियों के साथ शोरूम आया था. इन सबके साथ बैंड, क्रेन और बग्गी भी थी. चायवाले ने इसके लिए पूरे 60 हजार रुपए खर्च किए थे. हैरानी की बात ये थी कि जिन लूना (बाइक) को खरीदने वो आया था, उसकी कीमत महज 90 हजार रुपये थे. जबकि, चाय वाले ने उसे खरीदने के जश्न में 60 हजार रुपये खर्च कर डाले.

लूना के पूजन के बाद अपने साथियों संग ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर डांस किया. फिर ढोल बजाते हुए बग्गी पर बैठकर लूना को क्रेन से टंगवाकर अपने घर की तरफ चला गया. मुरारी नामक ये शख्स पुरानी शिवपुरी क्षेत्र के नीलगर चौराहा का रहने वाला है. यहां मुरारी कुशवाह एक चाय की दुकान चलाता है. मुरारी कुशवाह अपने बच्चों और दोस्तों संग 90 हजार की लूना लेने के लिए दुर्गादास राठौड़ चौराहा स्थित बाइक शोरूम पर पहुंचा. शोरूम के लोग मुरारी के साथ आए साजो-सामान को देखकर दंग रह गए. उसके साथ क्रेन, बग्गी और डीजे था.

गाजे-बाजे में खर्च किए 60 हजार

जानकारी के मुताबिक, मुरारी कुशवाह ने 20 हजार रुपयों की डाउन पेमेंट कर 90 हजार की लूना बाइक फाइनेंस करवाई. बाकी पैसों के लिए मुरारी को हर महीना तीन हजार की किस्त भरनी होगी. लोगों को जानकर हैरत हुई कि मुरारी ने 90 हजार की लूना बाइक खरीदने के लिए 60 हजार रूपये क्रेन, बग्गी, डीजे पर खर्च कर दिए. कुछ लोग इस पर उन्हें नासमझ और व्यंग्य कसते नजर आए, लेकिन मुरारी कुशवाह का कहना था कि उसके दो बेटे और एक बेटी है. वह अपने बच्चों की खुशी के लिए यह सब करते हैं.

फोन खरीदने पर खर्चे थे 25 हजार

मुरारी ने बताया- कुछ माह पहले मैंने बेटी के लिए एक नया मोबाइल फोन खरीदा था. इसकी कीमत 12 हजार 500 रुपए थी. मैंने मोबाइल भी फाइनेंस कराया था. उसे भी घर तक ले जाने के लिए डोल ताशे, डीजे व बग्गी में उसने 25 हजार रुपए खर्च कर दिए थे. आज 90 हजार की लूना बाइक के लिए मुरारी चाय बाले ने 60 हजार खर्च कर सुर्खी बटोरी हैं.

5G के बाद 6G की बारी: भारत में जल्द लॉन्च होगा 6G नेटवर्क, सरकार ने की तैयारी

देशभर में 5G की सर्विस चालू हो गई है, भारत दुनिया का पहला देश है जिसने इतनी तेजी के साथ 5G नेटवर्क रोल आउट किया है. अब सरकार 6G नेटवर्क लॉन्च करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए सरकार ने कई विदेशी संस्था और कंपनियों के साथ टाइअप किया है जो 6G नेटवर्क विकसित करने में मदद करेगी.

सरकार का मानना है कि 6G नेटवर्क विकसित राष्ट्र के लिए जरूरी है, क्योंकि ये तकनीकी मामलों में एक ब्रिज का काम करता है. वहीं दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने कहा कि 6G नेटवर्क भारत को वह विकास प्रदान करेगा जो उसे विकसित राष्ट्र बनने के लिए जरूरी है.

6G नेटवर्क के लिए बनाई ये प्लानिंग

दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि देश में 5G तकनीक पहले ही शुरू हो गई है. अब हम 6G नेटवर्क की प्लानिंग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 6G नेटवर्क विकसित राष्ट्र का दर्जा हासिल करने में विकास को बढ़ावा देगा, जिसकी हम चाहत रखते हैं.

150 साल पुराना टेलीग्राफ एक्ट बदला

सरकार ने 6G नेटवर्क को बढ़ावा देने के लिए 150 साल पुराने टेलीग्राफ अधिनियम को नए दूरसंचार एक्ट में बदला है. इसमें सरकार ने कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनसे दूरसंचार ऑपरेटर को अपना नेटवर्क बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी. साथ ही 6G टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए नए इनोवेशन को मदद मिलेगी.

देश के ज्यादातर शहरों में 5G नेटवर्क रोल आउट हो गया है. गांव देहात में इसके पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. ऐसे में 6G नेटवर्क के इनोवेशन के लिए सरकार ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. सरकार का मानना है कि जो देश दूरसंचार क्षेत्र में आगे होगा वहीं आने वाले सालों में विकसित राष्ट्र बन सकेगा.

जम्मू-कश्मीर में नई सरकार का गठन: उमर अब्दुल्ला 16 अक्टूबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला 16 अक्टूबर की सुबह 11:30 बजे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. एलजी मनोज सिन्हा ने शपथ ग्रहण समारोह के लिए उमर अब्दुल्ला और उनकी मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले विधायकों को आमंत्रित किया है. एलजी की ओर से जारी लेटर में कहा गया है, आपको जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित करते हुए मुझे खुशी हो रही है. जैसा कि तय हुआ है कि आपको और आपके मंत्रियों को 16 अक्टूबर की सुबह 11:30 बजे एसकेआईसीसी, श्रीनगर में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाऊंगा.

एलजी मनोज सिन्हा की ओर से इसी पत्र में आगे कहा गया है, जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों में आपके प्रयासों और सफलता की कामना करता हूं. मुझे जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से 11 अक्टूबर को एक पत्र मिला है. इसमें कहा गया है कि आपको सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है.

एलजी की ओर से कहा गया है कि मुझे जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा, सीपीआई (एम) के सचिव जी.एन. मलिक, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार गुप्ता और निर्दलीय विधायकों (प्यारे लाल शर्मा, सतीश शर्मा, मोहम्मद अकरम, रामेश्वर सिंह और मुजफ्फर इकबाल खान) का भी एक पत्र मिला है. इसमें आपके नेतृत्व वाली सरकार के गठन में समर्थन की पेशकश की गई है.

एलजी के इस लेटर से पहले उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को एलजी मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी. उन्होंने समर्थन पत्र सौंपा था और जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन का दावा पेश किया था. इससे पहले रविवार को जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटाया गया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की थी. हाल में हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन ने जीत हासिल की है. उमर अब्दुल्ला को गठबंधन का नेता चुना गया है. वो जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे.

महाराष्ट्र बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक: 100 सीटों पर उम्मीदवारों के चयन पर हुई चर्चा, 16 अक्टूबर को चुनाव समिति की होगी बैठक

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक खत्म हो गई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में हुई इस बैठक में महाराष्ट्र चुनाव को लेकर मंथन किया गया. करीब 4 घंटे चली इस बैठक में तय किया गया है कि 16 अक्टूबर को बीजेपी चुनाव समिति की बैठक होगी. इस बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगेगी.

दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में हुई इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए थे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में सीट के साथ-साथ चुनाव से जुड़े मुद्दों पर और गठबंधन के सहयोगियों के साथ सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर भी चर्चा हुई.

बैठक की अहम बातें-

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में बीजेपी के लगभग 100 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की गई.

इनमें से ज्यादातर सीटों पर सिंगल नाम तय कर लिया गया है.

बीजेपी के अपने उम्मीदवारों के अलावा महायुति के घटक दलों के भी संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई.

सीटिंग विधायकों पर एंटी इनकंबेंसी को काउंटर करने के लिए कई सीटों पर अदला बदली (स्वैपिंग) भी किया जाएगा

मीटिंग में ज्यादातर उन सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई जहां पर सीटिंग विधायक को टिकट देना है.

कुछ उन सीटों पर भी चर्चा हुई जो भले ही सीटिंग एमएलए ना हों, लेकिन जिनको कन्फर्म टिकट देना ही है.

कुछ अपवादों को छोड़कर लोकसभा चुनाव हार चुके बीजेपी सांसदों को टिकट नहीं दिया जाएगा.

बैठक में सामाजिक और जातिगत गणित, क्षेत्रवार उम्मीदवार और जातिगत समीकरण को लेकर चर्चा की गई.

सूत्रों के मुताबिक बीजेपी विदर्भ, कोंकण, उत्तर महाराष्ट्र और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन की सीटों पर ज्यादातर उम्मीदवार देगी.

अजित पवार मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र की अधिकतर सीटों पर उम्मीदवार उतरेंगे. वहीं, शिवसेना शिंदे ग्रुप मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन, मराठवाड़ा और कोंकण क्षेत्र की सीटों पर ज्यादा उम्मीदवार उतरेंगे.

नवंबर में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव

महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य में शिवसेना, एनसीपी और बीजेपी की महायुति गठबंधन है जो कि सरकार में हैं. वहीं, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना, शरद पवार गुट की एनसीपी और कांग्रेस का महाविकास अघाड़ी है. महायुति हर हाल में जीत हासिल करना चाहती है. इसके लिए चुनाव से पहले ही बड़े-बड़े फैसले लिए जा रहे हैं.

महायुति के नेताओं का कहना है कि गठबंधन में करीब 90 फीसदी सीटों पर बातचीत पूरी हो गई है. बची हुई 10 फीसदी सीटों पर आने वाले एक दो दिन में स्थिति साफ हो जाएगी. बताया जा रहा है कि इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी चुनाव समिति की बैठक 16 अक्टूबर को रखी गई है.

कल शाम को झारखंड कोर कमेटी की बैठक

महाराष्ट्र के साथ-साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में झारखंड को लेकर भी बीजेपी एक्टिव मोड में आ गई है. बीजेपी ने कल शाम यानी 15 अक्टूबर को झारखंड कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा और झारखंड बीजेपी चीफ बाबूलाल मरांडी भी शामिल होंगे. बैठक में उम्मीदवारों के नाम की स्क्रूटनी की जाएगी.

रतन टाटा के निधन के 4 दिनों में इंस्टाग्राम फॉलोअर्स में भारी वृद्धि

रतन टाटा को कौन पसंद नहीं करता है उनके देहांत का दुख हर किसी के दिल में घर कर गया है. लगभग सभी के चेहरे पर टाटा को खोने का दुख देखा जा सकता है. उनके देहांत के 4 दिनों में उनके एक मिलियन से भी ज्यादा फॉलोअर्स बढ़ गए हैं.

सोशल मीडिया पर रतन टाटा को लेकर उनकी कई सारी यादें शेयर की जा रही हैं. जो लोग रतन टाटा को फॉलो नहीं करते थे वो भी अब उन्हें फॉलो कर रहे हैं उनकी पोस्ट्स के नीचे कमेंट कर रहे हैं और अपना दुख जता रहे हैं.

4 दिन में 1 मिलियन बढ़ गए फॉलोअर्स

रतन टाटा का जिस दिन देहांत हुआ उस दिन तक उन्हें इंस्टाग्राम पर करीब 10 मिलियन लोगों ने फॉलो कर रखा था. लेकिन उनके जाने के 4 दिन में उनके 1 मिलियन फॉलोअर्स बढ़ गए हैं. करोड़ों फॉलोअर्स होने के बावजूद उन्होंने इंस्टाग्राम पर मात्र 67 पोस्ट शेयर की हुई हैं, जिन्हें लोगों ने काफी पसंद किया और प्यार दिया है.

आपको जनकर हैरानी होगी कि रतन टाटा इतने फॉलोर्स में से केवल 2 अकाउंट्स को फॉलोबैक करते थे, इनकी फॉलोइंग लिस्ट में केवल 2 नाम शामिल हैं- जिसमें पहला नाम स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल का है जो कि मुंबई में है, दूसरा टाटा ट्रस्ट है.

रतन टाटा की सोशल मीडिया पर फैन फॉलोइंग

अगर हम इनकी पॉपुलैरिटी की बात करें तो रतन टाटा के एक्स प्लेटफॉर्म पर भी करोड़ों फॉलोअर्स हैं. एक्स प्लेटफॉर्म पर उन्हें 13.2 मिलियन लोगो द्वारा फॉलो किया गया है, ये आंकड़ा तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है. वहीं रतन टाटा ने केवल 7 लोगों को ही फॉलोबैक किया हुआ है.

रतन टाटा की इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट

रतन टाटा ने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट 9 अक्टूबर को शेयर की थी, जिसमें उन्होंने अपनी तबीयत का हाल बताया था और लोगों को उनके लिए कंसर्न रखने के लिए थैंक्यू भी कहा था. रतन टाटा की इस पोस्ट को करीब 2,664,124 लोगों ने लाइक किया है और हजारों लोगों ने कमेंट किया है.

ओवरटेक को लेकर विवाद ने ली जान: भीड़ ने युवक को पीट-पीटकर की हत्या, बेटे के ऊपर लेटी मां,फिर भी पीटते रहे लोग

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई इस समय सुर्खियों में है. दो दिन पहले जहां एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी के दिंडोशी में सोमवार को एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. हत्या का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि भीड़ किस तरह युवक को पीट रही है. इस दौरान जहां युवक का बुजुर्ग पिता लोगों से रहम की भीख मांग रहा तो वहीं मां बेटे के ऊपर लेटकर उसे बचाने का प्रयास कर रही है.

इस घटना को लेकर वायरल हो रहा वीडियो दिल को झकझोर देने वाला है. दिंडोशी पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताय कि मृतक का नाम आकाश है. आकाश का रास्ते में गाड़ी ओवरटेक करने को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था. इसी बीच लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया. मारपीट होते देख मौके पर काफी संख्या में भीड़ जमा हो गई. भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने भी मृतक पर हाथ साफ किया.

बेटे के ऊपर लेटी मां, फिर भी पीटते रहे लोग

आकाश की जब लोगों द्वारा पिटाई की जा रही थी, तब उसकी मां और उसके पिता बचाने के लिए आए. पिता जहां हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रहा था तो वहीं बेटे को बचाने के लिए मां उसके ऊपर लेट गई, ताकि उसके बेटे को मार न लगे, लेकिन इस दौरान उग्र भीड़ ने फिर भी उसे मारना नहीं छोड़ा.

बुजुर्ग पिता को भी लोगों ने पीटा

वीडियो में ये भी देखा जा सकता है कि हाथ-पैर जोड़ रहे बुजुर्ग पिता पर भी लोगों ने हाथ साफ किया. वह लोगों से काफी मिन्नत कर रहा था, लेकिन लोग उसके बेटे को पीटे जा रहे थे और अंत में आकाश की मौत हो गई. फिलहाल दिंडोशी पुलिस ने इस घटना के बाद हत्या का मामला दर्ज कर नौ आरोपियों को किया गिरफ्तार किया है. वहीं मामले की जांच जारी है.

भीड़ युवक को पीटती रही, फिर भी नहीं दिखी पुलिस

वहीं इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई तरह के सवाल खेड़ हो रहे हैं. अगर इतनी देर तक भीड़ युवक को पीटती रही तो पुलिस कहां पर थी, क्या दिंडोशी इलाके में उस समय एक भी गश्त की टीम नहीं घूम रही थी. अगर पुलिस समय से पहुंचती तो शायद युवक को जान बच जाती. भीड़ ने जिस तरह से युवक की पीट-पीटकर हत्या की, उससे राजधानी मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. युवक का मां का रो-रोकर बुरा हाल है.