रणजी ट्रॉफी के नए सीजन में क्या होंगे बदलाव? बीसीसीआई ने किए ये बड़े फैसले

भारत में क्रिकेट के नए घरेलू सीजन की शुरुआत होने जा रही है. शुक्रवार 11 अक्टूबर से रणजी ट्रॉफी के पहले राउंड का खेल शुरू होगा. पहले दिन अलग-अलग मैदान पर 19 मुकाबले खेले जाएंगे, जिसमें 38 टीमें हिस्सा लेंगी. इन मैचों के शुरू होने से एक दिन पहले बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू क्रिकेट के कुछ नियमों में बदलाव किए हैं. सीजन शुरू होने से एक दिन पहले यानि गुरुवार 10 अक्टूबर की शाम सभी टीमों इन बदलावों के बारे में बता दिया गया है. इसमें बल्लेबाजी और गेंदबाजी से लेकर पॉइंट बांटवारे तक के नियम शामिल हैं. आइये जानते हैं, बोर्ड ने कौन से बड़े बदलाव किए हैं.

बल्लेबाजी की नहीं चलेगी चालाकी

बीसीसीआई ने इस बार सबसे बड़ा और बदलाव बैटिंग के नियमों को लेकर किया है. अब से घरेलू क्रिकेट में बल्लेबाजों की चालाकी नहीं चलेगी. पहले कई बल्लेबाज इंजरी नहीं होने पर भी खुद को आराम देने के लिए अपनी पारी बीच में छोड़कर रिटायर होकर मैदान के बाहर चले जाते थे और फ्रेश होकर दोबारा बैटिंग के लिए आते थे. लेकिन अब ये काम उन्हें महंगा पड़ सकता है. नए सीजन में अगर उन्होंने ऐसा किया इसे तुरंत प्रभाव से आउट माना जाएगा.

रिटायर होकर मैदान से बाहर गए बल्लेबाज फिर से बल्लेबाजी नहीं कर सकेंगे. विरोधी टीम के कप्तान को इस पर ऐतराज नहीं होने के बावजूद बल्लेबाज को आउट माना जाएगा. ये नियम सिर्फ रणजी ट्रॉफी ही नहीं बल्कि सभी मल्टी डे और लिमिटेड ओवर के घरेलू मुकाबलों में लागू होंगे. सबसे दिलचस्प बात ये है कि बीसीसीआई ने कहा है कि अब से घरेलू मुकाबलों में सुपर ओवर भी लागू किया जा सकता है

गेंदबाजी में बदला ये नियम

बीसीसीआई ने गेंदबाजी के नियमों में भी कुछ बदलाव किए हैं और सलाइवा को लेकर सख्ती बरती है. बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई भी टीम गेंद पर सलाइवा का इस्तेमाल करती है तो उसे तुरंत बदला जाएगा. इसके अलावा उस टीम पर तुरंत प्रभाव से पेनल्टी भी लगाई जाएगी.

बीसीसीआई ने रन रोकने के नियम में भी बदलाव किए हैं. नए नियम के मुताबिक, अगर बल्लेबाज एक रन दौड़ने के बाद रुक जाता है और ओवरथ्रो के बाद दोबारा एक-दूसरे को क्रॉस करने से पहले से बाउंड्री हो जाती है तो स्कोर में सिर्फ बाउंड्री यानि 4 रन जुड़ेंगे. बोर्ड का कहना है कि इस नियम को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान हुए समझौते के तहत बदला गया है. बता दें पहले बल्लेबाजों के दौड़े हुए रन और ओवरथ्रो के रन दोनों को स्कोर में जोड़े जाते थे.

पॉइंट बंटवारे में क्या बदलाव हुआ?

भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सीके नायडू प्रतियोगिता और पॉइंट बंटवारे को लेकर कुछ बदलाव किए हैं. बोर्ड ने इसके लिए दो परिस्थिति को सामने रखते हुए पॉइंट बंटवारे के नियम को समझाया है. पहली परिस्थिति में मान लीजिए कि टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 98 ओवरों में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे. वहीं फील्डिंग करने के दौरान अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिलते हैं तो उसका स्कोर अब 98 ओवरों में 403 हो जाएगा और उसे 5 बैटिंग पॉइंट्स मिलेंगे.

दूसरी परिस्थिति यह है कि अगर टीम ‘ए’ पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 100.1 ओवर में 398 रन पर ऑल आउट हो जाती है तो उसे 4 बैटिंग पॉइंट्स दिए जाएंगे. वहीं फील्डिंग में करते समय अगर उसे 5 पेनल्टी रन मिले, तो उसका स्कोर 100.1 ओवर में 403 रन तो हो जाएंगे लेकिन उस 5वां बैटिंग पॉइंट नहीं मिलेगा.

रतन टाटा के निधन पर खेल जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ियों ने जताया दुख

भारत के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार की देर रात निधन हो गया. उन्होंने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. रतन टाटा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके कारण उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके निधन से देश भर में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत खेल जगत के कई खिलाड़ियों ने इस पर दुख जताया. भारत के टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपना दुख जाहिर करते हुए कहा कि ‘एक युग का अंत हो गया.’ उनके अलावा वीरेंद्र सहवाग, शिखर धवन और हरभजन सिंह समेत कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी.

इन खिलाड़ियों ने जताया दुख

पेरिस ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता नीरज चोपड़ा रतन टाटा के निधन पर अपना दुख व्यक्त किया. वह काफी इमोशनल दिखे और कहा कि रतन टाटा एक दूरदर्शी व्यक्ति थे और वह उनके साथ हुई बातचीत को कभी नहीं भूल पाएंगे. वहीं भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें सच्चा भारत रत्न बताया और कहा कि उनका जीवन सभी के लिए काफी प्रेरणादायी है. हाल ही में रिटायर हुए शिखर धवन ने रतन टाटा की आत्मा की शांति के लिए कामना की.

खेल में रहा अहम योगदान

टाटा ग्रुप ने औद्योगिक विकास के साथ-साथ भारत में खेलों को बढ़ावा देने में भी अहम योगदान दिया है. आजादी के पहले से ही टाटा समूह एथलीट्स को स्पॉन्सर करता रहा है. जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार करना हो या उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करानी हो टाटा ने हर तरह से खेल को बढ़ावा देने का काम किया है. जमशेदपुर में मौजूद टाटा स्टील एथलेटिक्स एकेडमी ने कई प्रतिभाशाली एथलीट तैयार किए हैं. इतना ही नहीं टाटा कई तरह खेलों के टूर्नामेंट को भी आयोजित करता है.

रतन टाटा का क्रिकेट में योगदान: टाटा टीम के लिए खेलने वाले 4 भारतीय खिलाड़ियों ने जीता वर्ल्ड कप

रतन टाटा ने बुधवार की देर रात 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन से पूरा देश शोक में है. पूरा खेल जगत उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना कर रहा है और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है. साथ उनके महान कामों के लिए उन्हें याद कर रहा है. आमतौर पर रतन टाटा को भारत में उद्योग के विकास के लिए जाना जाता है. लेकिन उन्हें क्रिकेट से भी काफी प्यार था. उन्होंने भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में बहुत अहम योगदान दिया है. रतन टाटा ने क्रिकेटर्स को तैयार करने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से मजूबत किया और हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई. इसका नतीजा रहा कि युवराज सिंह जैसे कई क्रिकेटर्स देश को मिले, जिन्होंने भारत को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी दिलाई.

इन दिग्गजों ने जिताया वर्ल्ड कप

भारत जैसे देश में कई क्रिकेटर्स को आगे बढ़ने में पैसा और इंफ्रास्टक्चर एक बड़ा समस्या बनता है. इसलिए रतन टाटा के रहते हुए टाटा ग्रुप की कई कंपनियों ने भारतीय क्रिकेटर्स को आर्थिक रूप से मजबूत किया. उन्हें सपोर्ट करने के लिए नौकर दी और उनके करियर आगे बढ़ाने का माध्यम बनीं. इस वजह से देश को कई ऐसे क्रिकेटर्स मिले, जिन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर अपने टैलेंट का परिचय दिया और साथ ही भारत का नाम रोशन किया. इसके अलावा उन्होंने देश को वर्ल्ड कप जीतने में भी मदद की.

इसका सबसे पहला और बड़ा उदाहरण मोहिंदर अमरनाथ हैं, जो 1983 की वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे. साथ ही वह इस टीम के उप कप्तान भी थे. टाटा ग्रुप की एयर इंडिया उन्हें सपोर्ट करती थी. वहीं फारुख इंजीनियर टाटा मोटर्स और रूसी सुरती इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के लिए खेलते थे.

इन्हें भी था टाटा का सपोर्ट, जिताया वर्ल्ड कप

संजय मांजरेकर, रॉबिन उथप्पा और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स भी जैसे क्रिकेटर भी टाटा इकोसिस्टम का हिस्सा थे. वह एयर इंडिया में के लिए खेल चुके हैं. वहीं इंडियन एयरलाइंस ने जवागल श्रीनाथ, युवराज सिंह, हरभजन सिंह और मोहम्मद कैफ को सपोर्ट करके उन्हें आगे बढ़ने में मदद की, जबकि अजीत अगरकर को टाटा स्टील ने मदद की.

बाद में अगरकर, युवराज और हरभजन ने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में अहम भूमिका निभाई. वहीं 2011 के वनडे वर्ल्ड कप युवराज और हरभजन ने शानदार प्रदर्शन किया था. मौजूदा समय में टीम इंडिया के लिए टेस्ट खेल चुके शार्दुल ठाकुर को टाटा पावर और जयंत यादव को एयर इंडिया का सपोर्ट है.

गौतम गंभीर के एक फैसले पर सभी की नजर,KKR को हो सकता है करोड़ों का नुकसान

भारत और बांग्लादेश के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज का दूसरा मैच 9 अक्टूबर को दिल्ली में खेला जाएगा. दोनों टीमें दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आमने-सामने होंगी. सीरीज का पहला मैच टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीता था. ऐसे में उसकी नजर सीरीज पर कब्जा करने पर रहने वाली है. वहीं, बांग्लादेश की टीम सीरीज में बराबरी करने के लिए खेलेगी. वहीं, आईपीएल की टीम कोलकाता नाईट राइडर्स की नजर टीम इंडिया की प्लेइंग 11 पर रहने वाली है.

गौतम गंभीर के एक फैसले पर सभी की नजर

ग्वालियर में खेले गए टी20 मैच के दौरान मयंक यादव और नीतीश कुमार रेड्डी ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था. वहीं, अब दिल्ली में मुकाबला होगा, ऐसे में माना जा रहा है कि लोकल बॉय हर्षित राणा को भी भारत के लिए डेब्यू करने का मौका मिल सकता है. तेज गेंदबाज हर्षित राणा पिछली कुछ सीरीज से टीम इंडिया में चुने जा रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक डेब्यू का मौका नहीं मिला है. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि गौतम गंभीर इस मुकाबले में हर्षित को मौका देते हैं या नहीं. हालांकि हर्षित राणा को अगर इस सीरीज के किसी भी मैच में डेब्यू का मौका मिलता है तो कोलकाता नाईट राइडर्स को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.

KKR को हो सकता है करोड़ों का नुकसान

दरअसल, हर्षित राणा ने टीम इंडिया के लिए अभी तक कोई भी मैच नहीं खेला है. ऐसे में वह फिलहाल आईपीएल में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर खेलते हैं. आईपीएल रिटेंशन के नियमों के मुताबिक, सभी टीमें कुल 6 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं, जिसमें एक अनकैप्ड खिलाड़ी भी शामिल करना होगा. अनकैप्ड खिलाड़ी को रिटेन करने के लिए टीम को 4 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे. वहीं, हर्षित राणा ने पिछले सीजन में काफी शानदार प्रदर्शन किया था. ऐसे में उम्मीद है कि केकेआर की टीम उन्हें रिटेन कर सकती है.

लेकिन अगर कोई भी खिलाड़ी 31 अक्टूबर से पहले इंटरनेशनल डेब्यू करता है तो वह कैप्ड खिलाड़ी माना जाएगा. यानी हर्षित राणा अगर इस सीरीज के दौरान टीम इंडिया के लिए कोई भी मैच खेलते हैं तो वह कैप्ड खिलाड़ी हो जाएंगे. ऐसे में कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम उन्हें 4 करोड़ रुपए में रिटेन नहीं कर पाएंगी. हर्षित राणा कैप्ड खिलाड़ी बन जाते हैं तो केकेआर को उन्हें अपनी टीम के साथ बनाए रखने के लिए कम से कम 11 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे.

केन विलियमसन के बिना भारत के लिए उड़ान भरेगी न्यूजीलैंड टीम: टॉम लैथम होंगे कप्तान

न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम का ऐलान कर दिया है. 17 सदस्यीय टीम में न्यूजीलैंड ने केन विलियमसन को जगह तो दी है पर उनका खेलना टेस्ट सीरीज में मुश्किल लग रहा है. सबसे बड़ी बात ये कि केन टीम के साथ भारत दौरे पर भी नहीं आ रहे. भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड टीम की कमान टॉम लैथम के हाथों में होगी. श्रीलंका में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद टिम साउदी की जगह लैथम कप्तान बने थे. भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी, जिसकी शुरुआत 16 अक्टूबर से हो रही है

केन विलियमसन के बिना ही भारत के लिए उड़ान भरेगी न्यूजीलैंड टीम

न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ अपनी टेस्ट टीम का ऐलान करते हुए केन विलियमसन और टीम के शेड्यूल पर बड़ी अपडेट दी है. उसने बताया कि कीवी टीम शुक्रवार यानी 11 अक्टूबर को भारत दौरे के लिए उड़ान भरेगी. लेकिन, इस दौरे पर केन विलियमसन के उड़ान में देरी हो सकती है. न्यूजीलैंड क्रिकेट की ओर से इसके पीछे की वजह विलियमसन की ग्रोइन इंजरी को बताया गया.

भारत के खिलाफ टेस्ट में केन विलियमसन का खेलना लग रहा मुश्किल

केन विलियमसन को ग्रोइन इंजरी श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले दूसरे टेस्ट में हुई थी. न्यूजीलैंड क्रिकेट की मानें तो वो फिलहाल रिहैब में हैं, जिसके चलते वो टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ रवाना नहीं होंगे. मतलब ये कि केन विलियमसन बेंगलुरु में खेले जाने वाले सीरीज के पहले टेस्ट में खेलते दिखने की उम्मीद कम है. लेकिन, टेस्ट सीरीज में उनके आगे खेलने को लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. क्योंकि, ग्रोइन इंजरी से वो कब तक उबर पाएंगे, इसे लेकर कोई अपडेट नहीं है. न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने आगे के मैचों के लिए उनके ठीक होने की बस उम्मीद जताई है.

केन विलियमसन का बैक अप, ब्रेसवेल भी सिर्फ पहले टेस्ट तक

केन विलियमसन की इंजरी पर छाए सस्पेंस का ही नतीजा है कि भारत दौरे के लिए न्यूजीलैंड की टीम में मार्क चैपमैन को बैक अप के तौर पर रखा गया है. इसके अलावा माइकल ब्रेसवेल भी बस एक टेस्ट के लिए टीम का हिस्सा होंगे. सीरीज के पहले टेस्ट के बाद बच्चे के जन्म को लेकर वो वापस घर लौट जाएंगे. दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए ईश सोढ़ी को चुना गया है.

भारत दौरे की न्यूजीलैंड टीम में ज्यादातर फिर वही चेहरे हैं जिन्होंने हाल ही में श्रीलंका में टेस्ट सीरीज खेली थी. भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट 16 अक्टूबर से बेंगलुरु में, दूसरा टेस्ट 24 अक्टूबर से पुणे में, जबकि तीसरा टेस्ट 1 नवंबर से मुंबई में खेला जाएगा.

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान के बाहर हो सकता है फाइनल मैच, भारतीय टीम के हिस्सा लेने की संभावना कम

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तैयारियों में जुटा है. आईसीसी का ये टूर्नामेंट अगले साल की शुरुआत में खेला जाएगा. हालांकि, टीम इंडिया के हिस्सा लेने को लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं है. भारतीय टीम ने 2008 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है. ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने की संभावना ना के बराबर हैं. इसी बीच चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच पाकिस्तान के बाहर हो सकता है.

बदलेगा चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल का वेन्यू

भारत और पाकिस्तान के बीच पीछले कई समय से रिश्ते अच्छे नहीं हैं, जिसके चलते भारतीय टीम इस देश का दौरा नहीं करती है. इसी के चलते दोनों टीमों के बीच कोई सीरीज भी नहीं खेली जाती है, भारत और पाकिस्तान के बीच सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप के दौरान ही मैच खेले जाते हैं. टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर खेला जा सकता है. इस टूर्नामेंट का फाइनल मैंच लाहौर में खेला जाना है. लेकिन टीम इंडिया फाइनल में पहुंचती है तो फाइनल मैच भी पाकिस्तान के बाहर होगा, इसकी पूरी संभावना है कि ये मैच दुबई में कराया जा सकता है.

ऐसे में माना जा रहा है कि टीम इंडिया ग्रुप स्टेज के अपने सभी मैच पाकिस्तान के बाहर ही खेलेगी और उसके सेमीफाइनल में पहुंचने पर भी वेन्यू में बदलाव किए जाएंगे. फिलहाल दोनों सेमीफाइनल भी पाकिस्तान में ही खेले जाने हैं. एशिया कप 2023 की मेजबानी भी पाकिस्तान को मिली थी. लेकिन तब भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था. टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में होस्ट किया गया था. टीम इंडिया ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे और फाइनल भी यहीं हुआ था. यानी एक बार फिर इसी फॉर्मूले को आजमाया जा सकता है.

29 साल बाद पाकिस्तान में ICC इवेंट

करीब 8 साल के इंतजार के बाद चैंपियंस ट्रॉफी की फिर से वापसी हो रही है. वहीं, ये टूर्नामेंट पिछले 29 साल में पाकिस्तानी जमीन पर आईसीसी का पहला भी इवेंट है. ड्राफ्ट शेड्यूल के मुताबिक टीम इंडिया को अपने सभी मैच लाहौर में खेलने हैं. टीम इंडिया अपना पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश से खेलेगी. इसके बाद दूसरा मुकाबला वो 23 फरवरी को न्यूजीलैंड से खेलेगी. वहीं, ग्रुप स्टेज का तीसरा और आखिरी मैच भारत टूर्नामेंट के मेजबान और अपने चिर-प्रतिद्वन्दी पाकिस्तान से 1 मार्च को खेलेगी. लेकिन टीम इंडिया पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जाती है तो इन सब मुकाबलों के वेन्यू में बदलाव देखने को मिल सकते हैं.

T20 लीग की नई क्रांति: ग्लोबल सुपर लीग में 5 देशों की टीमें होंगी शामिल, 8 करोड़ से ज्यादा रुपये दांव पर

T20 लीग के नाम पर पहले सिर्फ IPL था. लेकिन, अब IPL की देखा-देखी कई सारी T20 लीग हो गई हैं. करीब-करीब हर देश की क्रिकेट लीग की अपनी लीग है. उसी कड़ी में अब एक और T20 लीग का नाम जुड़ने जा रहा है. क्रिकेट वेस्टइंडीज की पहल पर शुरू होने जा रही ग्लोबल सुपर लीग का आगाज 26 नवंबर से होगा. 11 दिन तक चलने वाली इस T20 लीग में 8 करोड़ से ज्यादा रुपये दांव पर होंगे और जिसे जीतने के लिए 5 देशों की क्रिकेट टीमें मैदान में होंगी.

26 नवंबर से 7 दिसंबर तक ग्लोबल सुपर लीग

5 देशों की टीमों के बीच खेले जाने वाले ग्लोबल सुपर लीग का आयोजन गयाना में होगा. 26 नवंबर से शुरू होकर ये लीग 7 दिसंबर तक चलेगी. इन 11 दिनों में 11 मुकाबले होंगे, जिससे विजेता का फैसला होगा. इस नई T20 लीग को क्रिकेट वेस्ट इंडीज से मान्यता और गयाना सरकार का पूरा समर्थन प्राप्त है.

5 टीमों में से दो के नाम आए सामने

ग्लोबल सुपर लीग में कैरेबियन प्रीमियर लीग की टीम गयाना अमेजन वॉरियर्स भी खेलती दिखेगी. इसके अलावा 4 और टीमें दुनिया के दूसरे देशों की लीग से जुड़ी होंगी. ESPNcricinfo की मानें तो ग्लोबल सुपर लीग में खेलने वाली एक और टीम हैम्पशर हो सकती है, जिसने 3 बार इंग्लैंड के T20 ब्लास्ट का खिताब जीता है.

ग्रुप स्टेज पर 4-4 मैच, फिर टॉप-2 के बीच फाइनल

ग्लोबल सुपर लीग में 11 मुकाबले होंगे, जिसमें सभी टीमें ग्रुप स्टेज पर 4-4 मैच खेलेंगी. जो टीमें पॉइंट्स टेबल में टॉप टू स्थान पर होंगी, वो फाइनल में जाएंगी. लीग के सभी मुकाबले प्रोविडेंस में गयाना नेशनल स्टेडियम में खेले जाएंगे. मीडिया रिलीज के मुताबिक ग्लोबल सुपर लीग का आयोजन हर साल किया जाएगा. हालांकि, हर बार इसमें अलग-अलग देशों से खेलने वाली 5 टीमें अलग-अलग होंगी.

ग्लोबल सुपर लीग की दो अड़चन

ग्लोबल सुपर लीग के आयोजन में हालांकि एक बड़ी अड़चन अबू धाबी T10 लीग से इसका टकराव है. दरअसल, जिस वक्त ये खेला जाएगा, उसी वक्त अबू धाबी T10 लीग भी चल रहा होगा. अबू धाबी T10 लीग 21 नवंबर से 2 दिसंबर तक खेली जाएगी. इसके अलावा बांग्लादेश का वेस्टइंडीज दौरा भी ग्लोबल सुपर लीग का रोड़ा बन सकता है. बांग्लादेश को 22 नवंबर से 4 दिसंबर के बीच वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज खेलनी है. इसके बाद 8 से 12 दिसंबर के बीच 3 वनडे की सीरीज होगी. वहीं 3 T20 मुकाबले 16 से 20 दिसंबर के बीच खेले जाएंगे.

टीम इंडिया की जीत में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली अरुंधति रेड्डी पर आईसीसी का एक्शन, जानें क्या है मामला

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया ने अपना दूसरा मैच पाकिस्तान की टीम के खिलाफ खेला था. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने 6 विकेट से बाजी मारी और टूर्नामेंट में अपनी जीत का खाता खोला. लेकिन इस सब के बीच भारतीय टीम की एक खिलाड़ी को बड़ा झटका लगा है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने इस खिलाड़ी के खिलाफ एक्शन लेते हुए सजा सुनाई है. बता दें, पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम की जीत में अहम योगदान दिया था.

टीम इंडिया की इस खिलाड़ी पर एक्शन

भारत की तेज गेंदबाज अरुंधति रेड्डी को महिला टी20 वर्ल्ड कप मैच के दौरान पाकिस्तान की निदा डार को आउट करने के बाद आक्रामक अंदाज में जश्न मनाने के चलते आईसीसी की ओर से फटकार लगाई गई. पाकिस्तान की पारी के 20वें ओवर में निदा डार को आउट करने के बाद वह भावनाओं पर काबू नहीं रख सकी और उन्होंने पवेलियन की ओर जाने का इशारा किया. ऐसे में उन्होंने आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट से जुड़े नियम का उल्लंघन किया.

आईसीसी ने सुनाई ये सजा

आईसीसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, ‘अरुंधति रेड्डी को खिलाड़ियों और सहयोगी सदस्यों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है. यह किसी इंटरनेशनल मैच के दौरान ऐसी भाषा, कार्यों या इशारों का उपयोग करने से संबंधित है जो अपमानजनक हैं और आउट होने वाले बल्लेबाज की आक्रामक प्रतिक्रिया को भड़का सकते हैं.’

आईसीसी ने आगे कहा, ‘रेड्डी के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमैरिट प्वॉइंट जोड़ा गया है. यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध है.’ बता दें, लेवल एक के उल्लंघनों में न्यूनतम जुर्माना आधिकारिक फटकार, अधिकतम जुर्माना खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत रकम और एक या दो डिमैरिट प्वॉइंट शामिल हैं.जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या अधिक डिमैरिट प्वॉइंट्स तक पहुंचता है, तो उसे बैन का भी सामना करना पड़ सकता है. हालांकि अरुंधति ने अपराध और सजा स्वीकार कर ली, जो मैदानी अंपायर एलोइस शेरिडन और लॉरेन एजेनबैग के साथ तीसरे अंपायर जैकलीन विलियम्स और चौथे अंपायर क्लेयर पोलोसाक ने लगाया था.

अरुंधति रेड्डी ने किया कमाल का प्रदर्शन

अरुंधति रेड्डी पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भारत की सबसे सफल गेंदबाज रहीं. उन्होंने 4 ओवर में सिर्फ 19 रन ही दिए और 3 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. अरुंधति रेड्डी ने टूर्नामेंट के पहले मैच में भी न्यूजीलैंड के खिलाफ एक विकेट हासिल किया था.

भारत ने बांग्लादेश को टी20 सीरीज के पहले मैच में 7 विकेट से हराया, हार्दिक पंड्या की विस्फोटक पारी ने टीम को जीत दिलाई

टेस्ट सीरीज के बाद टी20 सीरीज के पहले मैच में भी बांग्लादेश को भारतीय जमीन पर बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है. ग्वालियर में खेले गए मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 7 विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही 3 मैच की सीरीज में भारत ने 1-0 की बढ़त ले ली. टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने एक विस्फोटक पारी खेली और शानदार छक्का जमाकर टीम को जीत दिलाई. मयंक यादव और नीतीश कुमार रेड्डी ने जहां अपने डेब्यू मैच में प्रभावित किया तो वहीं 3 साल बाद टीम में लौटे स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने भी कहर बरपाया और 49 गेंद पहले ही भारत ने ये मैच अपने नाम कर लिया.

टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद रोहित शर्मा-विराट कोहली, रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गजों के रिटायरमेंट और शुभमन गिल-यशस्वी जायसवाल जैसे कई खिलाड़ियों को दिए गए रेस्ट के कारण काफी नई-नई सी लग रही भारतीय टीम का अंदाज भी वैसा ही रहा, जिसने उसे वर्ल्ड कप जिताने में मदद की. आक्रामक क्रिकेट खेलने का वादा कर मैदान पर उतर रही कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार यादव की टीम ने निराश नहीं किया और सिर्फ 11.5 ओवर में 129 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया.

बर्थडे पर बॉलिंग कोच को गेंदबाजों का गिफ्ट

टीम इंडिया ने इस मैच में पहले बॉलिंग की और अपने गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्कल के जन्मदिन पर भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें बेहतरीन प्रदर्शन का गिफ्ट दिया. बाएं हाथ के पेसर अर्शदीप सिंह ने पारी की शुरुआत में अपने 2 ओवर में 2 विकेट लेकर बांग्लादेश को परेशानी में डाल दिया था. फिर वो मौका आया, जो हर कोई देखना चाहता था. आईपीएल के पेस सनसनी मयंक यादव ने अपने करियर का पहला ओवर ही मेडन निकाला और फिर अगले ओवर में महमुदुल्लाह जैसे बड़े बल्लेबाज का विकेट हासिल कर लिया. वहीं 3 साल बाद टीम में लौटे मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने अपनी फिरकी में बांग्लादेशी बल्लेबाजों को ऐसा फंसाया कि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आया. बांग्लादेश के लिए मेहदी हसन मिराज ने सबसे ज्यादा 35 रन (नाबाद) जड़े, जिसके दम पर टीम 128 रन तक पहुंच पाई.

पहले ओवर से ही बरस पड़े बल्लेबाज

गेंदबाजों के बाद बल्लेबाजों की बारी थी और एकदम नई ओपनिंग जोड़ी ने आते ही तहलका मचा दिया. संजू सैमसन ने पहले ही ओवर में 2 बेहतरीन चौके जमाए, जबकि अगले ओवर की पहली गेंद पर अभिषेक शर्मा (16) ने छक्का जमा दिया.

सिर्फ 2 ओवर में 25 रन की शुरुआत के साथ अभिषेक रन आउट हो गए लेकिन फिर कप्तान सूर्या ने हमला बोल दिया. सूर्या ने सिर्फ 14 गेंदों में 3 छक्के-2 चौके जमाते हुए 29 रन कूट दिए. दूसरी ओर से सैमसन (29 रन, 19 गेंद) भी तेजी से रन बटोर रहे थे. हालांकि वो भी अपनी पारी को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए लेकिन इसके बाद आएग हार्दिक और युवा बल्लेबाज नीतीश (16 नाबाद) ने टीम को जीत तक पहुंचाया. इस दौरान हार्दिक को खास जल्दबाजी में दिखे और उन्होंने सिर्फ 16 गेंदों में 5 चौके, 2 छक्कों की मदद से नाबाद 39 रन कूटते हुए टीम को 12वें ओवर में जीत दिला दी.

टीम इंडिया की फील्डिंग में बड़ी कमियां, आशा शोभना के दो कैच ड्रॉप ने बढ़ाई मुश्किल

यूएई में चल रहे महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही है. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय टीम को अपने पहले ही मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. उस हार में बल्लेबाजों का तो खराब प्रदर्शन अहम वजह रहा लेकिन सबसे बड़ी समस्या टीम इंडिया के लिए बनी थी उसकी फील्डिंग, जहां कई आसान मौके गंवाए गए थे. ऐसा लगता है कि उस मैच के बाद भी टीम इंडिया ने सबक नहीं सीखा और पाकिस्तान के खिलाफ करो या मरो के मैच में भी कुछ-कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला. टीम इंडिया ने इस मैच में 2 कैच छोड़े और दोनों कैच ड्रॉप किए आशा शोभना ने, संयोग से दोनों बार गेंदबाज भी एक ही थी.

रविवार 6 अक्टूबर को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में टूर्नामेंट के 7वें मैच में टीम इंडिया जीत की उम्मीद के साथ मैदान पर उतरी थी. उसके लिए हर हाल में जीत दर्ज करना जरूरी था क्योंकि पहले मैच में भारत को हार मिली थी. वहीं पाकिस्तान ने अपने पहले मैच में श्रीलंका को शिकस्त दी थी. पहले मैच की तरह इस बार भी टीम इंडिया को पहले फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरना पड़ा. न्यूजीलैंड के खिलाफ जहां गेंदबाज भी अपनी लाइन को बरकरार नहीं रख पाए थे, वहीं इस मैच में ऐसा नहीं हुआ और इस बार तेज गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत दिलाई.

आशा की बेहद खराब फील्डिंग

इसके बावजूद खराब फील्डिंग की झलक इस बार भी देखने को मिली और गुनहगार दोनों बार एक ही फील्डर रही. लेग स्पिनर के तौर पर खेलने वाली अनुभवी गेंदबाज आशा शोभना ने दो बार विकेट के पीछे बेहद आसान से कैच ड्रॉप कर दिए और दोनों बार बदकिस्मत गेंदबाज थीं अरुणधति रेड्डी. सातवें ओवर में भारतीय पेसर की दूसरी गेंद पर मुनीबा अली ने स्कूप शॉट खेला लेकिन शॉर्ट फाइनल लेग पर आया सीधा कैच भी आशा नहीं लपक सकीं. अरुणधति ने हालांकि इसी ओवर में हिसाब बराबर करते हुए मुनीबा को शेफाली के हाथों कैच आउट करा दिया.

फैंस को आया आशा पर गुस्सा

अब आशा शोभना का इतने आसान कैच छोड़ना तो किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो सकता. जाहिर तौर पर ऐसी फील्डिंग देखकर सोशल मीडिया पर सबका गुस्सा फूट पड़ा. एक यूजर ने तो ‘एक्स’ पर ये तक लिख दिया कि इतनी खराब फील्डिंग के लिए जेल हो जानी चाहिए, जबकि एक ने लिखा कि फील्डिंग के दम पर मैच और टूर्नामेंट जीते जाते हैं.

ऋचा ने लपका हैरतअंगेज कैच

एक गलती के बाद भी आशा की फील्डिंग में कोई सुधार नहीं दिखा और 13वें ओवर में फिर अरुणधति के ओवर में उन्होंने निराश किया. इस बार पाकिस्तान की धाकड़ कप्तान फातिमा सना ने बाहर जाती गेंद को कट करना चाहा लेकिन शॉर्ट थर्ड मैन पर तैनात आशा बिल्कुल उसी तरह का आसान सा कैच फिर नहीं पकड़ पाईं. इसका खामियाजा फिर टीम इंडिया को भुगतना पड़ा और अगले ओवर में आशा की गेंदों पर सना ने लगातार 2 चौके जमा दिए. हालांकि आशा ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर उनका विकेट हासिल कर खुद को और टीम को राहत दिलाई. अब ये विडंबना ही है कि आसान कैच छोड़ने वाली आशा की गेंद पर विकेटकीपर ऋचा घोष ने एक हाथ से हैरतअंगेज कैच लपका.