*अमेठी गोलीकांड:पंचतत्व में विलीन हुए मृतक, खाकी के साए में हुआ अंतिम संस्कार*
रायबरेली- सुदामापुर गांव से एक साथ चार आर्थी उठने से गांव का गमगीन रहा क्या आम हो क्या खास सभी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे तो वही परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था।गोली कांड के मृतकों का अंतिम संस्कार गोलाघाट पर खाकी के साए में कराया गया।
बीते 3 अक्टूबर को अमेठी में को गोली कांड का शिकार हुई दलित शिक्षक उसकी पत्नी व बच्चों का अंतिम संस्कार हुआ अंतिम संस्कार में सभी की आंखें नाम दिखाई दी। वही सुदामापुर पैतृक गांव से खाकी के साए में शवों को गोलाघाट गंगा किनारे ले जाया गया।जहां पर हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार की रस्म निभाई गई। मृतक के भाई सोनू ने चिता को मुखाग्नि दी। वहीं अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय लोगों के साथ कई राजनीतिक लोग भी मौजूद रहे।
सोनू ने बताया कि जब से उसने गोली कांड की खबर सुनी है तब से उसे विश्वास नहीं हो रहा कि उसका भाई इतनी जल्दी चला जाएगा। पूरे परिवार समाप्त हो गया अब क्या बचा।
मुझे भी मारना चाहता था आरोपी
अंतिम संस्कार में मृतक के साले ने बताया कि आरोपी चंदन वर्मा ने जो स्टेटस लगाया था उसमें पांचवा मैं था क्योंकि मेरे पास उसके खिलाफ बहुत सारे साक्षी मौजूद हैं। मेरी बहन से आरोपी का कोई संबंध नहीं था जबरदस्ती ही फोटो खींचना था जो अब वायरल हो रहे हैं।
अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हो पाए मृतक के माता-पिता
अंतिम संस्कार के दिन मृतकों के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ऊंचाहार विधायक मनोज पांडे के साथ मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने दूसरे बेटे को नौकरी वहां अन्य सरकारी मदद देने का आश्वासन दिया।
नेताओं का लगा रहा जमावड़ा
अंतिम संस्कार के दिन भी राजनीति के प्रतिनिधियों का जमावड़ा लगा रहा बीजेपी ,कांग्रेस बसपा सहित कई दलों कि जनप्रतिनिधि अंतिम संस्कार में मौजूद रहे।
स्वामी प्रसाद मौर्य भी पहुंचे अंतिम संस्कार में
राष्ट्रीय शोषित पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य भी अंतिम संस्कार में पहुंचे और यूपी में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
शिक्षक परिवार की हत्या करने वाला पुलिस मुठभेड़ में घायल
पुलिस अभिरक्षा से भागने के प्रयास में शिक्षक हत्याकांड के आरोपी के पैर में पुलिस की गोली लगने से जख्मी हो गया। गंभीर हालत में आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस से मुठभेड़ किए जाने के आरोप में मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया।
अमेठी जिले के शिव रतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार व उनकी पत्नी पूनम भारती के साथ दो बच्चों की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी चंदन वर्मा को एसटीएफ टीम ने जेवर पास से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी को एसटीएफ टीम अमेठी के जिला मुख्यालय गौरीगंज लेकर आई। शुक्रवार की रात करीब 11 बजे अमेठी जिले के पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए हुए शिक्षक हत्याकांड का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में आरोपी की निशानदेही पर पिस्टल बरामद करने के लिए पुलिस उसे लेकर जा रही थी कि रास्ते में मोहनगंज थाना क्षेत्र के पूरे विंध्या दीवान नहर पटरी की जंगल के पास आरोपी ने साथ में मौजूद दरोगा मदन कुमार सिंह की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी चंदन के दाहिने पैर में गोली लग गई इससे वह घायल होकर मौके पर ही पड़ा। पुलिस टीम ने घायल आरोपी चंदन को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई पहुंचा। पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए आरोपी के खिलाफ अमेठी जिले के मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। एसपी अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में शिक्षा हत्याकांड का आरोपी घायल हो गया है। आरोपी पुलिस टीम आरोपी को लेकर घटना में प्रयुक्त की गई पिस्तौल को बरामद करने के लिए लेकर जा रही थी कि रास्ते में उसने दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर ही फायर कर दिया। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगने से घायल हुआ है जिसका इलाज सीएससी में चल रहा है।
शिक्षक को तीन और पत्नी को मारी गई थी दो गोलियां
जिले के मोहनगंज थाने में मृतक शिक्षक परिवार की ओर से हत्या का मुकदमा दर्ज,हत्यारे चंदन को पुलिस ने मुठभेड के दौरान घायल अवस्था में पैर में गोली लगी होने पर गिरफ्तार किया।सीएमओ डॉक्टर अंशुमान सिंह की देखरेख में गठित आर चौधरी व डॉक्टर अभय गोयल की टीम ने सभी चारों शवों का पोस्टमार्टम बीते गुरुवार की देर रात किया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक को तीन और पत्नी को दो गोलियां मारी गईं थीं वहीं दोनों बेटियों को एक-एक गोली मारी गई थी।चिकित्सक के मुताबिक शिक्षक की रीढ़ में एक तो पत्नी के शरीर में दो गोली फंसी होने के चलते पहली बार के पोस्टमार्टम में शिक्षक के सीने में गोली नहीं दिखाई दी इसी के चलते दोबारा पोस्टमार्टम करना पड़ा और रीढ़ में फंसी गोली तब जाकर निकाली गई।शिक्षक के सिर पर भी दो गंभीर चोटें रिपोर्ट में दिखाई गईं हैं।पुलिस की मानें तो सभी को 32 बोर के असलहे से गोली मारी गई थी।घटनास्थल से खाली खोखा भी पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी है।
क्या बोले जिम्मेदार?
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि फोरेंसिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।
Oct 10 2024, 20:16