तृणमूल कांग्रेस सांसद बिप्लब कुमार देब का बड़ा बयान: बलात्कारियों और हत्यारों को देखते ही गोली मार देना चाहिए

पश्चिम बंगाल के परगना जिले के कुलतली में शुक्रवार को एक 9 साल की बच्ची के साथ रेप-मर्डर केस का मामला सामने आया. इससे पहले अगस्त महीने में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के रेप-मर्डर को लेकर देशभर में प्रदर्शन देखने को मिला. इसी बीच पश्चिम बंगाल के घाटाल से सांसद और एक्टर बिप्लब कुमार देब ने कहा कि बलात्कारियों और हत्यारों को देखते ही गोली मार दी जानी चाहिए

तृणमूल कांग्रेस के सांसद देब ने शनिवार को कहा कि अगर अपराधियों की पहचान हो जाती है और वह दोषी साबित हो जाते हैं तो उन पर करदाताओं का पैसा बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए. उन्हें देखते ही गोली मार दी जानी चाहिए. देब ने देश के कानून को मजबूत बताते हुए कहा कि इसके बावजूद भी हम अपनी माताओं और बेटियों को बचाने में असमर्थ हैं

कोई सोच भी न सके’

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे अपराधों के लिए दोषी पाए जाने वालों को इतनी सख्त सजा मिलनी चाहिए कि वह भविष्य में ऐसा कोई भी अपराध करने के बारे में सोच भी न सके. अगर अपराधियों में डर नहीं होगा तो ऐसे अपराधों को रोका नहीं जा सकता. देव ने यह बयान देश में लगातार आ रहे रेप-मर्डर केस के बीच दिया है. उन्होंने ऐसे अपराधियों को देखते ही सीधे गोली मारने की बात कही है.

जूनियर डॉक्टर रेप-मर्डर केस

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए रेप-मर्डर केस को लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसमें पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए डॉक्टर्स ने हड़ताल की थी और सड़कों पर उतर आए. इस मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय को इस केस के सामने आने के 3-4 दिन के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया था और साथ ही पूर्व प्रिंसिपल को भी निष्कासित कर दिया था. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव: उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल को खारिज किया, कहा - 8 अक्टूबर को मतगणना के नतीजे ही मायने रखेंगे

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज कर दिया और कहा कि 8 अक्टूबर को मतगणना के अंत में आने वाले नंबर ही मायने रखेंगे

. बता दें कि जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान हुए हैं और शनिवार को हरियाणा विधासनभा चुनाव के बाद एग्जिट पोल के रिजल्ट आए हैं.

अधिकांश एग्जिट पोल में नेशनल कॉन्फ्रेंस को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखाया गया है, जिसके बाद भाजपा दूसरे नंबर पर है. लेकिन कुछ एग्जिट पोल में महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को किंगमेकर करार दिया गया है.

एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 90 सदस्यीय सदन में आधे से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई गई हैं. दैनिक भास्कर ने जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी)-कांग्रेस गठबंधन को 35-40 और भाजपा को 20-25 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में हुए थे. मतगणना 8 अक्टूबर को होगा

8 अक्टूबर का इंतजार, बाकी सब टाइम पास

उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर ट्वीट किया कि मुझे आश्चर्य है कि चैनल एग्जिट पोल को लेकर परेशान हैं, खासकर हाल के आम चुनावों की विफलता के बाद. मैं चैनलों, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि पर होने वाले सभी शोर को नजरअंदाज कर रहा हूं, क्योंकि केवल 8 अक्टूबर को ही नंबर सामने आएंगे. बाकी सब सिर्फ टाइम पास है.

वहीं,जम्मू-कश्मीर में,

सी-वोटर-इंडिया टुडे के सर्वेक्षण में केंद्र शासित प्रदेश की 90 सदस्यीय विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को 40-48 सीटें और भाजपा को 27-32 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.

जानें एग्जिट पोल के दावे

पीपुल्स पल्स ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 46-50 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को 23-27 सीटें मिल सकती हैं, जबकि रिपब्लिक-गुलिस्तान ने एनसी-कांग्रेस गठबंधन को 31-36 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है, जबकि भाजपा को 28-30 सीटें मिल सकती हैं।. अलग-अलग सर्वेक्षणों में पीडीपी को 5 से 12 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि अन्य को भी 4-16 सीटें मिलती दिख रही हैं.

*मध्य प्रदेश में नारी सशक्तिकरण का संदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना के हितग्राहियों को दिया तोहफा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को वीरांगना रानी दुर्गावती के 500वें जन्म जयंती वर्ष के अवसर पर दमोह के सिंग्रामपुर में कैबिनेट की अहम बैठक की. इस बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें राष्ट्र का गौरव बताया. इस मौके पर सीएम मोहन यादव ने लाड़ली बहना योजना के साथ-साथ कई और योजनाओं के हितग्राहियों को सिंगल क्लिक के माध्यम से सहयोग राशि का ट्रांसफर किया.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश सरकार राज्य के समग्र विकास और हर वर्ग के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रही है. इस कार्यक्रम के दौरान कई विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन कर शासकीय योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किया गया है.

नारी सशक्तिकरण के लिए एक विशेष सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है…

इन योजनाओं में राशि की गई ट्रांसफर

शनिवार को कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ प्रदेश में चहुंमुखी विकास को दर्शाते हुए मुख्यमंत्री ने 1.29 करोड़ बहनों को लाड़ली बहना योजना के तहत ₹1574 करोड़ की राशि, 55 लाख से अधिक हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत ₹332.71 करोड़ की राशि और 24 लाख से अधिक बहनों को ₹450 में गैस रीफिल योजना के तहत ₹28 करोड़ की राशि का ट्रांसफर किया गया है

संकट के साथी’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण

कार्यक्रम में संस्कृति विभाग की ओर से शुरू किया गया ‘संकट के साथी’ मोबाइल ऐप का लोकार्पण भी किया गया. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि महान वीरांगना रानी दुर्गावती के त्याग, तप एवं बलिदान की शौर्य गाथा के साक्षी रहे सिंगौरगढ़ किले का भ्रमण किया और प्राचीन भद्र काली माता मंदिर में दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों के सुख एवं कल्याण की कामना की.

कोंकण रेलवे भर्ती 2024: ग्रेजुएट अप्रेंटिस और टेक्नीशियन अप्रेंटिस के पदों पर आवेदन शुरू, अंतिम तिथि 2 नवंबर

अगर आपने इंजीनियरिंग की है और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है. रेलवे ने इंजीनियर्स के लिए कई पदों पर भर्तियां निकाली हैं, जिसके लिए आवेदन मांगे गए हैं. ये भर्तियां कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (KRCL) में अप्रेंटिस के पदों पर निकली हैं. योग्य और इच्छुक उम्मीदवार केआरसीएल की ऑफिशियल वेबसाइट konkanrailway.com पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कोंकण रेलवे में 190 पदों को भरा जाएगा.

ग्रेजुएट अप्रेंटिस/टेक्नीशियन अप्रेंटिस के लिए आवेदन करने की लास्ट डेट 2 नवंबर 2024 है.

कितने पदों पर कितनी भर्तियां?

सिविल इंजीनियरिंग- 30 पद

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग- 20 पद

इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग- 10 पद

मैकेनिकल इंजीनियरिंग- 20 पद

डिप्लोमा (सिविल)- 30 पद

डिप्लोमा (इलेक्ट्रिकल)- 20 पद

डिप्लोमा (इलेक्ट्रॉनिक्स)- 10 पद

डिप्लोमा (मैकेनिकल)- 20 पद

सामान्य स्ट्रीम स्नातक- 30 पद

पात्रता मानदंड क्या हैं?

इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की उम्र सीमा 01.09.2024 को 18 से 25 साल के बीच होनी चाहिए (जन्मतिथि 01.09.1999 से 01.09.2006 के बीच). हालांकि नियमों के मुताबिक, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए ऊपरी उम्र सीमा में 5 साल और ओबीसी-एनसीएल उम्मीदवारों के लिए 3 साल की छूट होगी.

चयन प्रक्रिया क्या है?

सभी ईयर/सेमेस्टर में मिले कुल अंकों को जोड़कर कुल प्रतिशत निकाला जाएगा और उसके मुताबिक मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी. अंकों को पूर्णांकित नहीं किया जाएगा और किसी विशेष सेमेस्टर/ईयर को कोई महत्व नहीं दिया जाएगा. अगर अभ्यर्थी वैरिफिकेशन के लिए मूल प्रमाण-पत्र जमा करने में असफल रहता है या किसी भी स्तर पर कोई अन्य गलती पाई जाती है तो उसका चयन रद्द कर दिया जाएगा.

आवेदन शुल्क कितना है?

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला/अल्पसंख्यक/आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क में छूट दी गई है. शुल्क का भुगतान ऑनलाइन मोड से किया जाना चाहिए.

अधिक जानकारी के लिए आप कोंकण रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट konkanrailway.com देख सकते हैं.

बस मार्शलों के मुद्दे पर दिल्ली में राजनीतिक तापमान बढ़ा, सौरभ भारद्वाज ने विजेंद्र गुप्ता के पकड़े पैर

दिल्ली में डीटीसी बस मार्शलों की नियुक्ति का विवाद अब सियासी रूप ले चुका है. आतिशी सरकार हर हाल में बस मार्शलों की नियुक्ति की मांग पर अड़ी है. शनिवार को यह मुद्दा उस समय तूल पकड़ लिया जब बीजेपी विधायक और नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता मुख्यमंत्री आतिशी से मिलने के लिए उनके आवास पहुंच गए.

आवास पर मौजूद आम आदमी पार्टी नेताओं और मंत्रियों ने विजेंद्र गुप्ता से उपराज्यपाल के पास चलने के लिए कहा. दूसरी ओर बस मार्शलों की नियुक्ति का अनुरोध करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज विजेंद्र गुप्ता के पैरों पर लेट गए.

बस मार्शलों की नियुक्ति को लेकर मंत्री सौरभ भारद्वाज का नेता विपक्ष के पैरों पर गिरने की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है. इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता एलजी हाउस भी पहुंचे हुए थे, लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई. वहां मौजूद पुलिस ने लोगों को तितर-बितर कर दिया.

AAP का दावा- बस मार्शलों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं

आम आदमी पार्टी कहना है कि बस मर्शलों को नौकरी पर से हटाए जाने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. वो परिवार का खर्चा भी नहीं चला पर रहे हैं. ऐसे में उपराज्यपाल को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी बस मार्शलों की नियुक्ति को मंजूरी देनी चाहिए.

अब पूरे मामले पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी भी सामने आई. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि अपने मंत्रियों पर जो लोगों के काम करवाने के लिए किसी के पैरों में भी लेट जाते हैं. मेरी उपराज्यपाल साहब और बीजेपी वालों से विनती है कि इस मुद्दे पर राजनीति न करें और तुरंत बस मार्शलों को नौकरी पर रखा जाए.

बीजेपी नेता की गाड़ी में बैठ एलजी ऑफिस पहुंची सीएम आतिशी

मामला यही ठंडा ही नहीं हुआ, जैसे ही सीएम आवास से नेता विपक्ष अपनी गाड़ी की तरफ बढ़ें उनसे पहले मुख्यमंत्री आतिशी उनकी गाड़ी में सवार हो गईं. मुख्यमंत्री नेता विपक्ष की गाड़ी में ही बैठकर उपराज्यपाल के दफ्तर पहुंचीं हुई थीं. राजभवन से निकलने के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि बीजेपी राजनीति कर रही है और मार्श ल को बरगलाने का काम कर रही है. हमने कैबिनेट में पास कर दिया है अब बीजेपी के पाले में गेंद है, वो उपराज्यपाल से पास करवाए.

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बस मार्शल की बहाली के मुद्दे पर बीजेपी विधायक उपराज्यपाल के यहां जाने से बच रहे थे. इसलिए आप सरकार के मंत्री और विधायक उनके पैरों पर लेट गए. काफी संघर्ष के बाद बीजेपी विधायकों को एलजी दफ्तर ले जा सके

नवरात्रि 2024: क्या आप जानते है क्यों होती है मां दुर्गा की सवारी शेर? जानें पौराणिक मान्यताएं

नवरात्रि 2024 चल रही है. शनिवार को नवरात्रि का तीसरा दिन है. इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. 9 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में भक्तों का खूब बढ़-चढ़कर उत्साह देखने को मिलता है.

एक बात आपने जरूर गौर की होगी. जितने भी मां दुर्गा के मंदिर हैं या प्रतिमा है उसमें मां हमेशा शेर पर ही सवार नजर आती हैं. मां दुर्गा की सवारी शेर है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा की सवारी शेर कैसे पड़ी. नवरात्रि 2024 के मौके पर बता रहे हैं कि आखिर मां दुर्गा शेर पर ही क्यों सवार रहती हैं और शेर उनकी सवारी कैसे बनी.

क्या है पौराणिक मान्यता

ऐसा माना जाता है कि मां की सबसे पसंदीदा सवारी शेर है. वैसे तो मां देवी के 9 रूपों की नौ अलग-अलग सवारियां हैं. लेकिन मां दुर्गा की मूल सवारी तो शेर ही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां दुर्गा की सवारी शेर क्यों है. इसके पीछे की पौराणिक मान्यताएं हैं जब मां पार्वती का वाहन शेर बना. दरअसल मां पार्वती ने भागवान शिव को पाने के लिए कड़ी मेहनत की थी. उनकी तपस्या से मां पार्वती का रंग काला पड़ गया था. एक दफा हंसी-मजाक में शिव जी ने पार्वती को चिढ़ा दिया और काली कहकर बुला लिया. इससे मां पार्वती काफी ज्यादा क्रोधित हो गईं और गुस्से में कैलाश पर्वत छोड़ कर चली गईं.

शेर कैसे बना मां की सवारी

जब शिव से गुस्सा कर और कैलाश छोड़कर माता पार्वती तपस्या कर रही थीं उस दौरान वहां पर एक भूखा शेर आया. मां पार्वती को तपस्या करता देख शेर वहीं पर बैठ गया. मां पार्वती की तपस्या से भगवान शिव बहुत खुश हुए और उन्होंने मां पार्वती को गोरी होने का वरदान दिया. जब मां पार्वती तालाब में स्नान करने गईं तो उनका रंग फिर से गोरा हो गया और उस तालाब से सांवले रंग की एक देवी प्रकट हुईं. उन्हें मां कौशकी का नाम दिया गया और माता पार्वती को इस दौरान से ही मां गौरी के नाम से जाना जाने लगा. जब मां तालाब में नहाने के बाद फिर से आईं तो उस दौरान उन्हें वो शेर वहीं पर बैठा मिला. मां भी शेर से काफी पसंद हुईं और उन्होंने उस शेर को अपनी सवारी बना लिया.

पश्चिम बंगाल में एक और दर्दनाक घटना: 10 साल की लड़की का शव मिलने से बवाल, पुलिस चौकी में लगाई आग,परिजनों ने दुष्कर्म और हत्या का लगाया आरोप

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लेडी डॉक्टर की रेप और हत्या का मामला अभी शांत नहीं पड़ा था. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक 10 साल की लड़की का शव मिलने से बवाल मच गया है.

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार शाम से लापता लड़की के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर शव को फेंक दिया गया. कथित रूप से रेप और हत्या के खिलाफ स्थानीय लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और पथराव किया.

बाद में फायर ब्रिगेड की गाड़ी आग बुझाने के लिए इलाके में आई. इलाके में भारी तनाव है. स्थिति से निपटने के लिए आरएएफएफ को उतारा गया है. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और आंसू गैस के गोले छोड़े.

शुक्रवार की रात महिषमारी इलाके में एक तालाब से एक बच्ची का शव बरामद किया गया. परिजनों ने बताया कि बच्ची दोपहर में कोचिंग सेंटर में पढ़ने गई थी.. वह चौथी कक्षा की छात्रा है. लेकिन वह कोचिंग से घर नहीं लौटी. बच्ची को न पाकर परिजन महिषामारी थाने में शिकायत दर्ज कराने गये.

कथित तौर पर पहले तो उनकी बातों को महत्व नहीं दिया गया. उनसे जयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा गया. परिवार का दावा है कि अगर पुलिस शिकायत सुनकर कार्रवाई करती तो बच्चे को बचाया जा सकता था.

शनिवार सुबह से ही हो रहा है प्रदर्शन

शनिवार की सुबह आक्रोशित भीड़ ने पुलिस को घेर कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. लोगों ने झाड़ू, लाठी और बांस के साथ महिषमारी पुलिस चौकी पर धावा बोल दिया. थाने के अंदर तोड़फोड़ की गई. पुलिस कैंप में आग लगा दी गयी. महत्वपूर्ण दस्तावेज जला दिये गये. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. साथ ही इलाके के लोगों को शांत कराने की कोशिश की जा रही है.

एडिशनल एसपी पंवार गोस्वामी ने कहा कि हमने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. अभी तक केवल एक व्यक्ति को अरेस्ट किया गया है.यह देखा जाना बाकी है कि जांच में कोई और भी शामिल है या नहीं. फिलहाल इलाके में हालात सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं. यही हमारी प्राथमिकता है.

एक आरोपी को पुलिस ने किया अरेस्ट

पुलिस अधीक्षक पलाशचंद्र ढाली ने कहा कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. हमारी पूरी पुलिस टीम यहां है. यहां महेशमारी पुलिस कैंप है. हमें रात करीब 9 बजे खबर मिली. मैंने तुरंत जांच शुरू कर दी. बच्ची कहां से गायब हुई. आखिरी बार उसे किसने देखा, यह जानकारी जुटाई गई है. आरोपी की पहचान भी हो गई. तीन से चार घंटे के अंदर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने अपराध कबूल कर लिया है.

एसपी ने यह भी कहा कि पुलिस कैंप में आग लगाने की घटना में आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जायेगी. हत्या से पहले बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही जांचकर्ता इस बारे में आश्वस्त होंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिम में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए,कांग्रेस और महाअघाड़ी पर जमकर बोला हमला, जानें क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के वाशिम में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और महाअघाड़ी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और महाअघाड़ी दलितों और पिछड़ों का अपमान करती है. कांग्रेस सिर्फ गरीबों को लूटना चाहती है. कांग्रेस शहरी नक्सलियों का गिरोह चला रही है. ये लोग देश को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस देश बांटने के अपने एजेंडे में विफल होने के डर से हमें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर रही है. जो लोग भारत को आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, वे कांग्रेस के खतरनाक एजेंडे का समर्थन कर रहे हैं.

ये लोग ड्रग्स के पैसे से चुनाव जीतना चाहते हैं. दिल्ली में हजारों करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया. उसमें कांग्रेस का नेता शामिल हैं. कांग्रेस से सावधान रहने की जरूरत है.

कांग्रेस की सोच शुरू से ही विदेशी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच शुरू से ही विदेशी रही है. अंग्रेजी हुकूमत की तरह ही ये कांग्रेसी परिवार भी दलित, पिछड़ा और आदिवासियों को अपने बराबर नहीं मानते. इन्हें लगता है कि भारत पर सिर्फ एक परिवार की ही हुकूमत रहनी चाहिए इसलिए उनलोगों ने बंजारा समाज के प्रति हमेशा अपमानजनक रवैया बनाए रखा.

महाराष्ट्र के किसानों ने दशकों से संकट झेला

पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र के किसानों ने कई दशकों से बहुत बड़ा संकट झेला है. कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकार ने किसानों को गरीब और बदहाल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जब तक महाअघाड़ी सरकार थी, उनके पास सिर्फ दो एजेंडे थे. पहला, किसानों से जुड़ी परियोजनाओं को रोकना और दूसरा, इन परियोजनाओं के पैसे से भ्रष्टाचार करना.

हम केंद्र से परियोजनाओं के लिए पैसा भेजते थे, लेकिन वो उसे खा जाते हैं. हर चुनाव से पहले झूठे वादे करना कांग्रेस का एजेंडा है. महाराष्ट्र में भी कांग्रेस और महाअघाड़ी सरकार ने कई योजनाओं को बंद कर दिया था.

पीएम मोदी ने वाशिम के जगदम्बा मंदिर में दर्शन कर किए पूजा अर्चना, बजाएं ढोल भी ,देखे वीडियो
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बरेली में चौंकाने वाला मामला: 31 वर्षीय युवती 16 साल से खा रही थी अपने ही सिर के बाल, जाने पूरी मामला

आमतौर पर लोगों को नाखून खाते हुए देखा गया है, लेकिन अगर बाल खाने की बात सामने आए तो ये जरा अटपटा लग सकता है. उत्तर प्रदेश के बरेली से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक युवती सालों से अपने ही सिर के बाल खा रही थी.

डॉक्टरों ने जब जांच किया तो उसके पेट में बालों का गुच्छा दिखाई दिया. युवती के पेट से ऑपरेशन के जरिए बालों के गुच्छे को बाहर निकाला गया.

युवती के इस मुश्किल ऑपरेशन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बारे में जानकर हर कोई दंग रह गया. सभी के मन में एक ही सवाल उठ रहे थे भला अपने ही बाल कोई कैसे खा सकता है? दरअसल, युवती मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से पीड़ित है, जिस कारण वो अपने सिर के बाल खुद ही खा जा रही थी. युवती की उम्र करीब 31 साल है. बाल खाने के कारण उसके पेट में पांच साल से दर्द हो रहा था. युवती का ऑपरेशन जिला अस्पताल में कराया गया.

16 साल से खा रही थी बाल

सुभाषनगर कैरगना की रहने वाली युवती 16 साल से अपने सिर के बाल खा रही थी. अब इतने लंबे समय से बाल खाने के कारण युवती के पेट में एक-एक करके बाल इकट्ठे होते गए. 5 सालों से युवती के पेट में दर्द हो रहा था. घरवालों ने काफी समय से अलग-अलग प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर दिखाया, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली.

अंत में थक हारकर वो जिला अस्पताल पहुंचे, जहां पर एक फीजिशियन ने युवती का सिटी स्कैन कराने का सुझाव दिया. डॉक्टरों को युवती के अमाशय में गुच्छे जैसा कुछ दिखाई दिया, तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन का सुझाव दिया. ऑपरेशन में युवती के पेट से बालों का गुच्छा निकाला गया. डॉक्टर अलका शर्मा के मुताबिक, जिला अस्पताल में 25 सालों में ऐसा पहला सामने आया है.