जमीन बेचने के विवाद में पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या

 कानपुर । गुजैनी थाना क्षेत्र के पिपौरी गांव में जमीन बेचने के विवाद में महिला को उसके पति ने बुधवार को कुल्हाड़ी से प्रहार करके मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद आरोपित ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि लोगों ने उसे बचा लिया और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिण मनोज कुमार पाण्डेय ने बताया कि बुधवार को पीआरवी को सूचना मिली कि गुजैनी थाना क्षेत्र के पिपौरी गांव निवासी कैलाश सैनी ने अपनी 60 वर्षीय पत्नी शशि सैनी को कुल्हाड़ी से प्रहार करके मौत के घाट उतार दिया। 

वारदात को अंजाम देने के बाद वह खुद आत्महत्या करने के लिए घर से कुछ दूर स्थित रेलवे ट्रैक पर ट्रेन के आगे कूद गया। हालांकि वह घायल होकर ट्रैक के किनारे गिर गया। यह देखते ही उसे ग्रामीणों ने तत्काल उपचार के लिए हैलट अस्पताल ले गए। जहां कैलाश का उपचार जारी है। इस सूचना पर सक्रिय हुई गुजैनी थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। घटना के वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची है। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि एक प्लाट बेचने को लेकर कैलाश का उसकी पत्नी से विवाद हुआ था, जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया। इस संबंध में मृतका शशि सैनी के बेटे अत्यन्त सैनी से तहरीर लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई की जा रही है। सिर में चोट लगने की वजह से आरोपित कैलाश का उपचार हैलट अस्पताल में चल रहा है।

नशे में पैसे फूंकने की जगह बचाइए बेटियों का जीवन : राज्यपाल

कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के 39वें दीक्षांत समारोह के दौरान हेल्थ साइंस विभाग में कुलाधिपति, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा और कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के मार्गदर्शन में 153 किशोरियों को एचपीवी के टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान की शुरुआत के मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हम मां, बहन और बेटी के रुप में महिलाओं का आदर करते हैं लेकिन जब बात उनके जीवन को जानलेवा सर्वाइकल कैंसर से बचाने की आती है तो उसकी जगह हम पैसों को बचाने को प्राथमिकता देते हैं। यह समाज और देश के साथ साथ अपने परिवार के साथ धोखा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि हमारे देश में बेटियों के इलाज को लेकर उदासीनता है। भारत में सर्वाइकल कैंसर से हर सात मिनट में एक महिला मरती है। इनमें से ज्यादातर मौतों को जागरुकता, एचपीवी टीकाकरण और शुरुआती पहचान से रोका जा सकता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लोगों के पास शराब के लिए तो पैसे हैं पर महज 25 रुपये में लगने वाले टीके को लेकर लोग उदासीन है। सीएसजेएमयू में 39वें दीक्षांत समारोह के दौरान सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण की शुरुआत की गई है। राज्यपाल की मौजूदगी में विश्वविद्यालय में पांच गांव की 153 बेटियों को सर्वाइकल कैंसर का मुफ्त टीका भी लगवया गया। इन पांच गांवों-ईश्वरी गंज, होरा कछार, बरहट बांगर, गबडहा और सुनौड़ा को विश्वविद्यालय ने गोद लिया है। जिन किशोरियों को टीका लगाया गया उन्हे छह माह बाद विश्वविद्यालय दूसरी डोज भी लगवाए। टीकाकरण समारोह में महापौर प्रमिला पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, आयुर्वेदाचार्य डॉ वंदना पाठक, नीतू सिंह, इंदिरा दुबे, डॉ दिग्विजय शर्मा, डॉ मुनीश रस्तोगी सहित विभाग के सभी शिक्षक और छात्र मौजूद रहे।
जीवन को सफल और खुशहाल बनाने के लिए अनुशासन जरूरी: आनंदीबेन पटेल

कानपुर। जीवन को और अधिक सफल और खुशहाल बनाने के लिए अनुशासन में जोर दिया। यह बात शुक्रवार को हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय, कानपुर के षष्टम् दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं एचबीटीयू कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटरों के शुभारंभ के बारे में भी बताया, जो पुणे, दिल्ली और कोलकाता में स्थित है। इन सुपर कंप्यूटरों का उपयोग लोगों के सशक्तीकरण के लिए उपयोग किए जाने वाले तकनीकी उन्नयन के विकास के लिए किया जाएगा। उन्होंने बहु-विषयक शोध के बारे में भी बताया और विद्यार्थियों को बहुत अच्छे कॉरपोरेट घरानों द्वारा इंटर्नशिप की सुविधा प्रदान करने संबंधी सरकारी योजना के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर विद्यार्थियों को इन कंपनियों द्वारा नियोजित किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल थे। षष्टम् दीक्षांत समारोह का विषय ह्लपर्यावरण संरक्षणह्व था और समारोह की शुरूआत कुलाधिपति ने पौधरोपण करके की गई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समशेर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उपस्थित जनसमूह को विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया।

दीक्षांत समारोह के दौरान स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट (बी.टेक, एम.टेक, एम.बी.ए,एम.एससी. और पीएचडी) पाठ्यक्रमों के 899 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह के दौरान मेधावी छात्र-छात्राओ को 48 पदक प्रदान किए गए, जिनमें 04 कुलाधिपति पदक और 44 कुलपति पदक थे।

बी.टेक पेंट टेक्नोलॉजी की सौम्या खंडेलवाल, बी.टेक केमिकल इंजीनियरिंग के शिवांशु कुशवाहा, बी.टेक प्लास्टिक टेक्नोलॉजी की मुस्कान सिंह और बी.टेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के अमर्त्य यादव को कुलाधिपति स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किए गए। कुलपति पदक में 15 स्वर्ण, 14 रजत और 15 कांस्य शामिल थे।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्वी परिसर में केमिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभागो के नव निमिर्त भवनों के साथ-साथ पश्चिमी परिसर में नवनिर्मित स्कॉलर रोड का उद्घाटन कुलाधिपति ने किया।

बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने के लिए कुलाधिपति ने आंगनवाड़ी कायकत्रियों को आंगनवाड़ी के बच्चो के लिए विभिन्न उपयोगी वस्तुओ से युक्त किट

वितरित की। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने गोद लिए गए पांच अलग-अलग गांवों (बरहट बांगर, बरहट कछार, टिक्कनपुरवा, तातियागंज और महाराजपुर, कानपुर) के पांच अलग-अलग प्राथमिक विद्यालयों के 30 छात्रों को प्रेरणादायी पुस्तकें भी वितरित की गईं।

इन गोद लिए गए गांवों के प्राथमिक विद्यालयों में खेल, निबंध लेखन, कला और शिल्प आदि से संबंधित विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धी गतिविधियों का आयोजन किया गया है और विजेताओं को कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह में पुरस्कृत भी किया।

मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने सभी डिग्री प्राप्त कतार्ओं को बधाई दी और खुद को एक सफल पेशेवर के रूप में विकसित करने और भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में सक्रिय योगदान देने के लिए आधुनिक उपकरणों के उपयोग पर जोर दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ शोधकतार्ओं और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा शीर्ष 2: वैज्ञानिकों के रूप में चुने गए विश्वविद्यालय के 06 संकाय सदस्यों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया ।

कानपुर में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश, ट्रैक पर रखा सिलेंडर

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश नाकाम हो गयी है। जिले के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास लूप लाइन पर रविवार को एक गैस सिलेंडर रखा मिला। यह देखकर लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया जिससे हादसा टल गया। इसके बाद रेलवे ट्रैक पर रखे गए सिलेंडर को हटवाया गया। सूचना पर सक्रिय हुई रेलवे सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल जांच शुरू कर दी।

उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि आज (22 सितंबर) जेटीटीएन गुड्स ट्रेन कानपुर से प्रयागराज को जा रही थी। प्रेमपुर स्टेशन के पास लूपलाइन पर लोको पायलट देव आनंद गुप्ता और सहायक लोको पायलट सीबी सिंह ने सिग्नल से कुछ दूर पहले एक सिलेंडर रखा हुआ देखा। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक लिया। इसके बाद उन्होंने सभी संबंधित विभागों को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही रेलवे आईओडब्ल्यू, सुरक्षाबल सहित अन्य टीमों ने सिलेंडर की जांच की और उसे ट्रैक से हटाया।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह एक पांच लीटर का खाली सिलेंडर है, जो ट्रैक पर सिग्नल के थोड़ा पहले रखा हुआ था। जीआरपी एवं आरपीएफ ने इस पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले कानपुर-कासगंज के बीच रेल ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन पलटाने की साजिश हुई थी। दोनों ही मामलों में जांच चल रही है।विगत करीब 40 दिनों में इस तरह की यह तीसरी घटना है।

कानपुर देहात अग्निकांड में छह मजदूरों की मौत, दो अभियुक्त गिफ्तार

कानपुर। जनपद के रनिया औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार सुबह एक गत्ता फैक्टरी में भीषण आग लग गई। इस घटना में छह मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार गंभीर रूप से झुलस गए हैं। मामले में पुलिस ने फैक्टरी के मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और दो अभियुक्तों को गिफ्तार भी कर लिया गया है।

कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शनिवार को रनिया के खानपुर खड़ंजा रोड पर आरपी पॉली प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इस दौरान यहां रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया और फैक्टरी की छत ढह गई। जब शेड को हटाया गया तो तीन लोगों की मौत हो गई थी, वहीं गंभीर घायलों को कानपुर और लखनऊ में अस्पताल भेजा गया। इनमें अमित (19) नाम के एक मजदूर ने लाला लाजपत राय (एलएलआर) अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि अजीत (16) और विशाल (20) की लखनऊ के एसजीपीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई है।

उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से झुलसे लोगों को लाला लाजपत राय (एलएलआर) अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से मजदूरों को उनकी गंभीर स्थिति के बाद लखनऊ के एसजीपीजीआई में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने फैक्टरी के तीनों निदेशकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। इसके बाद शनिवार देर रात को तीन में से दो नामजद अभियुक्तों को गिफ्तार भी कर लिया गया है।

लखनऊ समेत 52 जनपदों में तेज हवाओं के साथ आज बारिश की चेतावनी
कानपुर। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत 52 जनपदों में बुधवार को चौबीस घंटे के दौरान मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली एवं तेज हवाओं के साथ वर्षा की संभावना जाहिर करते हुए चेतावनी जारी किया है। कानपुर में 120.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह जानकारी बुधवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी है।

डॉ. पांडेय ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी मुताबिक मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली एवं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे के गति से चलने वाली हवाओं के साथ बुधवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, हमीरपुर, उन्नाव, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद में मध्यम वर्षा की संभावना है।

प्रतापगढ़, चित्रकूट, महोबा, बांदा, कौशाम्बी, हमीरपुर, फतेहपुर, जालौन, रायबरेली, अमेठी, ललितपुर, झांसी, इटावा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, हाथरस, कासगंज, सुल्तानपुर, अयोध्या, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, कन्नौज, हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत, रामपुर, अलीगढ़, बदायू, बुलंदशहर, संभल, अमरोहा, मुरादाबाद, बिजनौर में मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली, तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना बताते हुए चेतावनी जारी किया है।
यूपी में अभी पांच दिन दिख रहे बारिश के आसार

कानपुर। उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता से लगातार बारिश हो रही है। तापमान में गिरावट देखी जा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि वेधशाला में जिस प्रकार का मौसमी सिस्टम दिख रहा है उसके अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी पांच दिन बारिश के आसार बने हुए हैं। इसके साथ ही 20 के बाद भी मानसून वापसी के संकेत नहीं दिख रहे हैं।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि बांग्लादेश के ऊपर बना डिप्रेशन पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है। मानसून की द्रोणिका अब गंगानगर, हिसार, दिल्ली, बरेली, बहराइच, पटना, बांकुरा, गहरे दबाव के केंद्र से होकर दक्षिण-पूर्व दिशा में पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उससे सटे उत्तराखंड पर बना निम्न दबाव क्षेत्र कम चिह्नित हो गया है। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में अभी 20 सितम्बर तक बारिश का दौर देखा जा रहा है। यह बारिश किसी दिन किसी जनपद में मध्यम तो कभी भारी बारिश हो गई, खासकर 18 सितम्बर को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 32.6 और न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 86 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 65 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 4.3 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहेंगे। इस दौरान तेज हवाओं एवं गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। इसके साथ ही 17 और 18 सितंबर को कानपुर मंडल में 20 से 30 मिमी बारिश की संभावना है।

विजिलेंस टीम ने 15 हजार घूस लेते हेड कांस्टेबल शाहनवाज को पकड़ा,लखनऊ से तबादला होकर आया था कानपुर

कानपुर। भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी अधिकारी व कर्मचारी घूस लेने से बाज नहीं आ रही है। इसी का परिणाम है कि एक बार फिर यूपी के कानपुर में बाबूपुरवा एसीपी कार्यालय में तैनात पेशकार हेड कांस्टेबल शाहनवाज खान को विजिलेंस की टीम ने 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोप है कि पेशकार ने एक एससी एसटी के मामले में प्रगति रिपोर्ट तैयार करने को लेकर 20 हजार रुपये की घूस मांगी थी।

सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय (एसीपी) में हेड कांस्टेबल शाहनवाज खान पेशकार के पद पर तैनात है। कुछ दिन पूर्व भी वह लखनऊ से तबादला कर कानपुर कमिश्नरेट आया था। आरोप है कि एक एससी-एसटी गाली गलौज मामले में प्रगति करने के नाम पर पेशकार ने पीड़ित से 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इतना रुपया देने में असमर्थता जताई और अंततः 15 हजार रुपये में बात हो गई। इस पर पीड़ित ने विजिलेंस टीम से सम्पर्क किया और हेड कांस्टेबल शाहनवाज की पूरी बात बताई।

हेड कांस्टेबल के खिलाफ की जा रही निलम्बन की कार्रवाई

विजिलेंस की टीम ने पीड़ित द्वारा दिए जा रहे रिश्वत के रुपयों में केमिकल लगा दिया और जैसे ही पीड़ित ने हेड कांस्टेबल शाहनवाज को रिश्वत के रुपए दिया तो विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

विजिलेंस की टीम ने जैसे ही हेड कांस्टेबल को पकड़ा तो वह विरोध पर उतर आया और विजिलेंस की टीम ने जबरदस्ती उसके हाथों का केमिकल धुलवाया और साक्ष्य एकत्र कर उसे गिरफ्तार कर लखनऊ ले गई। एसीपी अमरनाथ यादव ने मंगलवार को बताया कि विजिलेंस की टीम ने हेड कांस्टेबल शाहनवाज खान को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है और उसके खिलाफ निलम्बन के साथ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।

कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस पलटाने की साजिश में 6 संदिग्ध हिरासत में, आतंकी घटना की आशंका

कानपुर। कानपुर फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर शिवराजपुर स्टेशन के नजदीक एलपीजी गैस सिलेंडर और पेट्रोलियम बम आदि ज्वलनशील पदार्थ रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की रविवार की रात साजिश की गई थी। इससे रेलवे और पुलिस महकमे में हड़कंप मच हुआ है। सोमवार को एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। रेलवे ट्रैक पर जिस प्रकार ज्वलनशील पदार्थ रखा गया, उससे पुलिस को आशंका है कि यह आतंकी घटना हो सकती है।

कालिंदी एक्सप्रेस को डिरेल कराने की साजिश की जांच करेगी एनआईए

कालिन्दी एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश की गई। रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर और ज्वलनशील पदार्थ पाया गया। इसको लेकर सोमवार को दिनभर एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) के आईजी नीलाब्जा चौधरी कमिश्नरेट पुलिस के साथ जांच करते रहे और फॉरेंसिक व डॉग स्क्वॉयड की टीमें साक्ष्य एकत्र करती रहीं। मामले में जिस प्रकार विस्फोटक पदार्थ मिला उससे आतंकी साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता। इसको देखते हुए एनआईए (राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी) भी सक्रिय हो गई है और पांच सदस्यीय टीम कानपुर के लिए रवाना हो गई है।

प्रयागराज से चलकर कानपुर सेंट्रल और अनवरगंज स्टेशन होते हुए रविवार रात कालिन्दी एक्सप्रेस भिवानी की ओर जा रही थी। शिवराजपुर रेलवे स्टेशन के पास चालक को रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस सिलेंडर रखा हुआ दिखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाया, जिससे ट्रेन धीमी तो हुई लेकिन तब तक इंजन का अगला हिस्सा गैस सिलेंडर से टकरा गया और दूर जा गिरा। इस पर चालक ने रेलवे अधिकारियों को सूचना दी और रेलवे अधिकारियों के साथ कमिश्नरेट पुलिस के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरीश चन्दर मौके पर पहुंचे। रेलवे ट्रैक पर एक झोला में बारुद, पेट्रोलियम बम और कई संदिग्ध वस्तुएं मिली।

दिनभर फॉरेंसिक की टीम, डॉग स्क्वॉयड व अन्य सुरक्षा की एजेंसियां साक्ष्य एकत्र करती रहीं

इस पर सोमवार को सुबह से ही एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने कानपुर में डेरा डाल दिया और कमिश्नरेट पुलिस के साथ हर बिन्दुओं पर जांच कर रहे हैं। दिनभर फॉरेंसिक की टीम, डॉग स्क्वॉयड व अन्य सुरक्षा की एजेंसियां साक्ष्य एकत्र करती रहीं। कमिश्नरेट पुलिस घटनास्थल से सटे बिल्‍हौर के मकनपुर में हजरत बदीउद्दीन जिंदा शाह की मजार में आने वाले जमातियों पर नजर रख रही है। इसके साथ ही घटनास्थल के आसपास रहने वालों पर नजर है। घटनास्थल के आसपास उस समय सक्रिय मोबाइल नंबरों को भी ट्रैस किया जा रहा है। मकनपुर में पूरे देश से जमाती आते रहते हैं।

कानपुर के डीसीपी वेस्‍ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इसकी वजह से जमातियों की गतिविधियों की जांच की जा रही है। वहीं यूपी एटीएस को भी शक है कि इसकी पीछे जमातियों का हाथ हो सकता है। इस मामले में राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी सक्रिय हो गया है। एनआईए के अफसरों ने यूपी एटीएस से बातचीत कर पूरी जानकारी ली है। जल्‍द एनआईए की एक टीम कानपुर आकर मामले की जांच शुरू करेगी।

बताया जा रहा है कि एनआईए की पांच सदस्यीय टीम कानपुर के लिए रवाना हो गई है। एटीएस के आईजी कानपुर पुलिस के अफसरों के साथ मीटिंग ले रहे हैं। पुलिस ने कुछ संदिग्‍ध लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया है। डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कई सुरक्षा एजेंसी अपने-अपने स्तर पर जांच कर रही हैं और कमिश्नरेट पुलिस उनका सहयोग कर रही है।

कानपुर: बेगुनाहों को जेल भेजने के मामले में आठ पुलिसकर्मी सस्पेंड

कानपुर। घाटमपुर थाने में तैनात चार दरोगा समेत आठ पुलिस कर्मचारियों को पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने गुरुवार देर रात सस्पेंड कर दिया। मामले को लेकर पीड़ित परिवार के लोगों ने शिकायत किया था कि 50 हजार रुपए घूस लेकर जमीन विवाद में एक पक्षीय कार्रवाई की थी। शिकायत के बाद जांच में सभी आरोप सही पाए गए। जिसके बाद यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर द्वारा की गई है।

पुलिस उपायुक्त दक्षिण रविन्द्र कुमार सिंह बताया कि घाटमपुर के पतारा गांव में जमीन को लेकर दो पक्षों में हुए विवाद मामले में पुलिस जिस पक्ष के पास जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं थे, उनकी ही तहरीर पर रंगदारी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके आठ बेगुनाह जमीन के मालिक ओमप्रकाश, उनके बेटे अजीत, सतीश, राहुल, पवन कुमार, निखिल कुशवाहा, परशुराम और संजीव कुशवाहा को जेल भेज दिया था।

जेल जाने के बाद मामले की शिकायत की गई और बताया कि पीड़ित परिवार के खिलाफ पुलिस ने गलत कार्रवाई की है। मामले की जांच के बाद इस मामले में उप निरीक्षक जयवीर सिंह, संकित तौगड, आशीष चौधरी, शिव शरण शर्मा के साथ सिपाही जितेन्द्र, कुबेर सिंह, पंकज सिंह और मुख्य आरक्षी प्रथम सिंह दोषी पाए गए। जिसे गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त सभी पुलिस कर्मचारियों को पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार रात सस्पेंड कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिया है।