सरफराज खान का ईरानी कप में शानदार शतक: टीम इंडिया में वापसी की दावेदारी पेश की

टीम इंडिया ने सरफराज खान को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज की टीम में चुना तो जरूर था. लेकिन, उन्हें खेलने का मौका एक भी मैच में नहीं दिया. अब ईरानी कप में सरफराज खान ने शानदार शतक जड़ा है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मुंबई के लिए एक और बेहतरीन पारी खेली है. उन्होंने सैंकड़ा लगाते हुए एक बार फिर से टीम इंडिया में जगह बनाने को लेकर अपनी दावेदारी पेश की है.

सरफराज खान का ईरानी कप में शतक

सरफराज खान ने मुकाबले के दूसरे दिन लंच से पहले ही अपनी सेंचुरी पूरी कर ली थी. उन्होंने लंच तक 155 गेंदों का सामना करते हुए 103 रन बना लिए हैं, जिसमें 14 चौके शामिल रहे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सरफराज खान का ये 15वां शतक है. सरफराज की शतकीय पारी की बदौलत शुरुआती झटकों के साथ आगाज करने वाली मुंबई की टीम अपनी पहली पारी में अब बड़े स्कोर की ओर बढ़ती दिख रही है.

सरफराज का शतक पूछ रहा सवाल

कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खत्म होने से पहले ही सरफराज को रिलीज कर ईरानी कप खेलने के लिए भेजा गया था. सरफराज ने ईरानी कप में उतरते ही शतक जड़ दिया. सरफराज का ये शतक भारतीय टीम मैनेजमेंट से एक सवाल भी कर रहा है कि आखिर क्यों वो प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बना सकते?

रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ ईरानी कप की पिच पर खेली सॉलिड इनिंग के बाद उम्मीद अब इसी बात की जताई जा रही है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 3 टेस्ट की घरेलू सीरीज में ना सिर्फ टीम में उनका चयन होगा बल्कि प्लेइंग इलेेवन में भी मौका मिल सकता है.

रहाणे और अय्यर ने जड़ा अर्धशतक

सरफराज खान के शतक के अलावा रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर का अर्धशतक भी देखने को मिला. अजिंक्य रहाणे तो 3 रन से अपना शतक चूक गए यानी 97 रन बनाकर आउट हुए. वहीं अय्यर ने मुंबई के लिए 57 रन बनाए.

पाकिस्तान क्रिकेट में बड़ा बदलाव: बाबर आजम ने कप्तानी छोड़ने का किया ऐलान,जाने वजह

बाबर आजम अब वनडे और T20I में पाकिस्तान के कप्तान नहीं होंगे. उन्होंने कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया है. ये दूसरी बार है जब बाबर आजम ने पाकिस्तान की कप्तानी से इस्तीफा दिया है. पाकिस्तान की कप्तानी छोड़ने की जानकारी बाबर आजम ने आधी रात सोशल मीडिया के जरिए शेयर की. बाबर ने कप्तानी छोड़ने का फैसला इसलिए लिया है ताकि वो अपनी बल्लेबाजी और खेल पर फोकस कर सकें. उन्होंने कहा की बतौर खिलाड़ी वो टीम के लिए अपना योगदान देते रहेंगे.

दूसरी बार छोड़ी पाकिस्तान की कप्तानी

बाबर आजम ने वैसे पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद ही पाकिस्तान की कप्तानी छोड़ दी थी. लेकिन, फिर PCB ने इस साल अप्रैल में उन्हें व्हाइट बॉल क्रिकेट में कप्तान बनाए रखने का फैसला किया था. बाबर की कप्तानी में ही पाकिस्तान ने इस साल का T20 वर्ल्ड कप भी खेला था. अब बाबर आजम ने पूरी तरह से पाकिस्तान की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है.

सोशल मीडिया के जरिए किया फैसले का ऐलान

बाबर आजम ने कप्तानी छोड़ने के फैसले का ऐलान सोशल मीडिया पर किया, जिसमें उन्होंने ये भी बताया कि वो ये फैसला क्यों ले रहे हैं. बाबर आजम ने फैंस के नाम अपने संदेश में लिखा कि मैंने तत्काल प्रभाव से कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है. मेरे लिए पाकिस्तान क्रिकेट टीम को लीड करना सम्मान की बात रही है. कप्तानी से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला. लेकिन, अब मुझे लगता है कि मेरे लिए कप्तानी छोड़ने का सही वक्त है.

इस वजह से कप्तानी छोड़ने का किया फैसला

बाबर आजम ने आगे कप्तानी छोड़ने की वजहों के बारे में भी बताया. उन्होंने लिखा कि वो अब अपनी बल्लेबाजी और खेल पर फोकस करना चाहते हैं. और, इसके लिए उन्होंने कप्तानी से हटने का मन बनाया है. उन्होंने फैंस से कहा कि अब वो कप्तान नहीं बल्कि एक खिलाड़ी के तौर पर टीम के लिए अपना योगदान देना चाहते हैं.

बाबर ने आधी रात में किया ऐलान

बाबर आजम ने पाकिस्तान की कप्तानी छोड़ने का ऐलान आधी रात में किया. जिस वक्त उन्होंने ये जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की, उस वक्त भारत में रात के 12 से ज्यादा बज चुके थे. फिलहाल तो पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसमें कप्तानी शान मसूद करेंगे. लेकिन, बाबर आजम के इस्तीफे के बाद अब PCB के सामने बड़ा सवाल ये पैदा हो गया है कि व्हाइट बॉल क्रिकेट में अगला कप्तान कौन होगा?

कानपुर टेस्ट में मोमिनुल हक का शानदार शतक: बांग्लादेशी बल्लेबाज ने भारत की मजबूत गेंदबाजी को किया ध्वस्त !

कानपुर टेस्ट में पहले तीन दिन तो बारिश का खलल रहा लेकिन चौथे दिन बांग्लादेश के बाएं हाथ के बल्लेबाज मोमिनुल हक ने अपनी बैटिंग से बांग्लादेशी फैंस का दिल जीत लिया. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में शानदार सेंचुरी लगाई. मोमिनुल ने भारत की मजबूत गेंदबाजी का डटकर सामना करते हुए शतक लगाया. मोमिनुल ने टेस्ट करियर में 13वीं बार सैकड़ा लगाने का कारनामा किया. बता दें कानपुर टेस्ट में ऋषभ पंत इस खिलाड़ी के कद का मजाक उड़ा रहे थे लेकिन इस खिलाड़ी ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया.

पंत ने उड़ाया था कद का मजाक

मोमिनुल हक का कद सिर्फ 5 फीट 2 इंच है. कानपुर टेस्ट के पहले दिन अश्विन की गेंद पर स्वीप करते हुए गेंद मोमिनुल के हेलमेट पर लगी थी. इसके बाद पंत ने विकेट के पीछे से कहा कि हेलमेट पर गेंद मारकर भी LBW लिया जा सकता है. वैसे पंत ने ये बात मोमिनुल का ध्यान भंग करने के लिए कही थी लेकिन बाएं हाथ का ये बल्लेबाज विकेट पर जमा रहा और इस खिलाड़ी ने भारत के खिलाफ पहली बार टेस्ट शतक जड़ा.

मोमिनुल हक ने कैसे लगाया शतक

मोमिनुल हक उस वक्त क्रीज पर आए थे जब बांग्लादेश ने अपने ओपनर जाकिर हसन को 26 के स्कोर पर खो दिया था. इसके बाद नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए मोमिनुल ने गजब का संयम दिखाया. उन्होंने खासतौर पर अश्विन का बेहतरीन अंदाज में सामना किया. चेन्नई टेस्ट में मोमिनुल को अश्विन से काफी दिक्कत हो रही थी लेकिन कानपुर में हालात जुदा नजर आए. मोमिनुल ने अपने अर्धशतक के लिए 110 गेंद ली और अगली 62 गेंदों में वो शतक तक पहुंच गए. अपनी पारी में मोमिनुल ने एक छक्का और 16 चौके लगाए. लंच तक मोमिनुल 102 रनों पर नाबाद रहे.

मोमिनुल हक को मिला किस्मत का साथ

मोमिनुल हक ने शतक तो लगाया लेकिन इस दौरान उन्हें किस्मत का साथ भी मिला. मोमिनुल हक का एक कैच अश्विन की गेंद पर ऋषभ पंत ने छोड़ा उस वक्त मोमिनुल 93 रन पर खेल रहे थे. इसके बाद जब मोमिनुल 95 रन पर थे तो सिराज की गेंद पर विराट कोहली ने उनका कैच छोड़ दिया. हालांकि स्लिप पर आया ये कैच बेहद मुश्किल था.

मोमिनुल हक का ये शतक है खास

मोमिनुल हक का ये शतक इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले 20 सालों में पहली बार किसी विदेशी बल्लेबाज ने कानपुर में शतक लगाया है. इससे पहले साल 2004 में कानपुर में एंड्रयू हॉल ने टेस्ट सेंचुरी जड़ी थी. और पिछले 40 सालों में सिर्फ दो ही बल्लेबाजों ने कानपुर में टेस्ट सेंचुरी लगाई है, जिसमें मोमिनुल हक का नाम भी शामिल है.

इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की जोरदार वापसी, सीरीज का आखिरी मैच 49 रन से जीता!

ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैच की वनडे सीरीज 3-2 से अपने नाम कर ली. सीरीज के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया ने ट्रेविस हेड के ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड को 49 रन (डकवर्थ-लुइस नियम) से हरा दिया. टेस्ट क्रिकेट में कोच ब्रैंडन मैक्कलम के ‘बैजबॉल’ अंदाज की वनडे टीम में भी एंट्री होने से पहले इंग्लैंड की ये आखिरी सीरीज थी लेकिन उसे यहां हार मिली. ब्रिस्टल में खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड के लिए ओपनर बेन डकेट ने एक बेहतरीन शतक जमाया लेकिन ऑस्ट्रेलिया के स्पिनरों ने मुकाबले में जोरदार वापसी की, जिसके बाद मैथ्यू शॉर्ट की विस्फोटक पारी ने टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया.

सीरीज के शुरुआती 2 मैच बुरी तरह हारने के बाद इंग्लैंड ने अगले 2 मुकाबलों में जोरदार वापसी करते हुए सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया था. नियमित कप्तान जॉस बटलर की गैरहाजिरी में टीम की कमान संभाल रहे हैरी ब्रूक ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा और लगातार तीसरे मैच में बेहतरीन पारी खेली. ब्रूक ने सिर्फ 52 गेंदों में 7 छक्के और 3 चौकों की मदद से 72 रन कूट दिए. वहीं ओपनर फिल सॉल्ट ने भी तेजी से सिर्फ 27 गेंदों में 45 रन जड़े.

लेकिन इंग्लैंड की टीम के असली स्टार साबित हुए बाएं हाथ के ओपनर बेन डकेट, जिन्होंने ठीक एक साल बाद अपने वनडे करियर का दूसरा शतक जमाया. संयोग से पिछले साल सितंबर में ब्रिस्टल में ही उन्होंने पहला शतक जड़ा था. डकेट ने 91 गेंदों में 13 चौके और 2 छक्कों की मदद से 107 रन बनाए. इन तीनों ने मिलकर इंग्लैंड को 25 ओवर में ही 202 रन तक पहुंचा दिया था. बस यहीं पर पारी का रुख बदल गया और ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स ने नकेल कस ली. ब्रूक के हाथों 6 छक्के खाने वाले एडम जैम्पा ने ही उन्हें आउट किया और इसके बाद ट्रेविस हेड ने 4 विकेट झटककर इंग्लैंड के 350 से ज्यादा रनों की उम्मीद को ध्वस्त कर दिया. इंग्लैंड ने 49.2 ओवर में 309 रन बनाए.

ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरू होने के साथ ही बारिश के आने की आशंका बढ़ गई थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने आते ही आक्रामक बल्लेबाजी करनी शुरू की, ताकि डकवर्थ-लुइस नियम से फैसले की स्थिति में टीम तय समीकरण से आगे रहे. आखिर में यही हुआ और इसके स्टार रहे मैथ्यू शॉर्ट. कप्तान मिचेल मार्श के बीमार होने के कारण टीम में लौटे ओपनर शॉर्ट ने सिर्फ 23 गेंदों में अर्धशतक जमाकर टीम को विस्फोटक शुरुआत दिलाई. शॉर्ट और हेड ने मिलकर सिर्फ 7.1 ओवर में 78 रन कूट डाले. हेड 31 और शॉर्ट 58 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद स्टीव स्मिथ और जॉश इंग्लिस ने कोई और विकेट नहीं गिरने दिया और 21वें ओवर तक टीम को 165 रन तक पहुंचा दिया. 21वें ओवर में आई बारिश के कारण मैच रुक गया और फिर शुरू नहीं हो सका.

बीसीसीआई का बड़ा कदम: बेंगलुरु में नई नेशनल क्रिकेट एकेडमी का उद्घाटन, जानें इसकी विशेषताएं!

बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी के साथ मिलकर बेंगलुरु में नई नेशनल क्रिकेट एकेडमी का उद्घाटन कर दिया है. बीसीसीआई ने इसका नाम भी बदल दिया है. अब ये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के नाम से जाना जाएगा. नई एनसीए वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगी. इससे पहले एनसीए को चिन्नास्वामी स्टेडियम से ऑपरेट किया जाता था, जिसे साल 2000 में बनाया गया था. अब इसे केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल स्टेडियम के पास शिफ्ट कर दिया गया है. उद्घाटन के दौरान बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, एनसीएस के डाइरेक्टर वीवीएस लक्ष्मण, टीम इंडिया के खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और मोहम्मद शमी भी मौजूद रहे.

एनसीए में खिलाड़ियों की प्रैक्टिस के लिए भी हर तरह की सुविधाओं का ध्यान रखा गया है. यह 40 एकड़ में फैला हुआ, जहां 3 मैदान और कुल 86 पिच तैयार किए गए हैं. तीनों ग्राउंड्स को इंग्लिश काउंटी ग्राउंड्स के तर्ज पर डिजाइन किया गया है. इनमें से 45 पिच आउटडोर प्रैक्टिस के लिए होंगी. यहां एक ही वक्त पर कई खिलाड़ी अभ्यास कर सकते हैं.

इन पिचों को बनाने में भारतीय कंडिशन के साथ ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों का भी ध्यान रखा गया है. इससे भारतीय खिलाड़ी विदेशी दौरे पर जाने से पहले भारत में ही तैयारी कर सकेंगे. नई वाली एनसीए में इन्डोर प्रैक्टिस की सुविधा की व्यवस्था की गई है, ताकि बारिश होने पर प्रैक्टिस करने में कोई बाधा नहीं आए.

रिहैब की मॉडर्न सुविधा

प्रैक्टिस के साथ खिलाड़ियों के रिफ्रेशमेंट, रिहैब और ट्रेनिंग के लिए भी कई सुविधाएं तैयार की गई हैं. दरअसल, बीसीसीआई ने एक ओलंपिक साइज का स्विमिंग पूल बनाया है, जिसमें खिलाड़ी खुद को रिफ्रेश कर सकें. इसके अलावा खिलाड़ियों की रिहैबिलिटेशन के लिए स्पोर्ट्स साइंस फेसिलिटी और मॉडर्न ट्रेनिंग की सुविधाएं हैं, जिससे इंजरी मैनेजमेंट में मदद मिलेगी. NCA में खिलाड़ियों के रहने के लिए अच्छी सुविधाओं वाले 70 कमरे भी तैयार किए गए हैं. यहां क्रिकेट के अलावा दूसरे खेलों की ट्रेनिंग के भी सुविधा है. यानि ओलंपिक और एशियन गेम्स जैसे बड़े इवेंट की भी तैयारी हो सकेगी.

आईपीएल 2025: राइट टू मैच कार्ड आया वापस,जानें कैसे होगा इसका इस्तेमाल और क्या हैं नए नियम!

आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने आईपीएल 2025 से पहले होने वाले मेगा ऑक्शन के लिए रिटेंशन पॉलिसी का ऐलान कर दिया है. इस बार आईपीएल में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे. शनिवार 28 सितंबर को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए गए. राइट टू मैच कार्ड की भी ऑक्शन भी में वापसी हो गई है. लेकिन राइट टू मैच कार्ड को इस्तेमाल करने के नियम में बदलाव किया गया है, जिससे खिलाड़ियों को बड़ा फायदा होने वाला है.

राइट टू मैच कार्ड का कैसे होगा इस्तेमाल

आईपीएल 2025 से पहले सभी टीमें ज्यादा से ज्यादा 6 प्लेयर्स को रिटेन कर सकती हैं, जिसमें राइट टू मैच कार्ड में शामिल रहेगा. फ्रैंचाइजी ज्यादा से ज्यादा पांच कैप्ड खिलाड़ियों (भारतीय/विदेशी) और ज्यादा से ज्यादा दो अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं. अगर टीमें ऑक्शन से पहले ही 6 खिलाड़ियों को रिटेन करती हैं तो उसके पास ऑक्शन में RTM कार्ड नहीं होगा.

वहीं, फ्रैंचाइजी अगर पांच खिलाड़ियों रिटेन करती है तो उससके पास एक राइट टू मैच कार्ड होगा. जिससे वह ऑक्शन में आने पर अपने मौजूदा खिलाड़ियों में से किसी एक को वापस अपना हिस्सा बने सकती है. यानी फ्रैंचाइजी जितने कम खिलाड़ी रिटेन करेंगी, उसके पास उतने ही राइट टू मैच कार्ड बढ़ जाएंगे, जिसका वह ऑक्शन में इस्तेमाल कर सकती है.

राइट टू मैच कार्ड को इस्तेमाल करने के नियम में बदलाव

आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की ओर से राइट टू मैच कार्ड को इस्तेमाल करने के नियम में भी बदलाव किया गया है, जिससे खिलाड़ियों को सीधा फायदा होने वाला है. पहले टीमें ऑक्शन में खिलाड़ी पर लगी सबसे बड़ी बोली से मेल खाने पर सहमत होकर राइट टू मैच कार्ड को इस्तेमाल करती थीं और खिलाड़ी को वापस अपनी टीम में शामिल करती थीं. लेकिन अब राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल पर सबसे बड़ी बोली लगाने वाली टीम को भी एक मौका दिया जाएगा, वो टीम एक बार और बोली बढ़ा सकती है, अगर उसके बाद भी सामने वाली टीम राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करती है तो खिलाड़ी उनका हो जाएगा.

उदाहरण के तौर पर अगर ईशान किशन का ऑक्शन हो रहा है और CSK की टीम ने उनके लिए 6 करोड़ रुपए की सबसे ऊंची बोली लगाई है, तो मुंबई इंडियंस (ईशान की मौजूदा फ्रैंचाइज़) से सबसे पहले पूछा जाएगा कि क्या वे अपना RTM इस्तेमाल करना चाहते हैं. अगर मुंबई इंडिया सहमत हो जाती है, तो CSK को बोली बढ़ाने और आखिरी बोली लगाने का एक और मौका दिया जाएगा. अगर CSK अब इसे बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए कर देती है, तो MI अपने RTM का इस्तेमाल कर सकती है और ईशान को 10 करोड़ रुपए में फिर से साइन कर सकती है.

धोनी के फैंस के लिए खुशखबरी! आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स में उनकी वापसी की उम्मीद

आईपीएल 2025 सीजन से पहले हर कोई यही जानने को बेकरार है कि क्या 5 बार के चैंपियन कप्तान एमएस धोनी फिर से मैदान पर उतरेंगे या नहीं. पिछले सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई करने और इस तरह खिताब से चूकने के कारण लाखों फैंस के दिल में यही टीस थी कि क्या धोनी अपने करियर का अंत खिताब से नहीं कर पाएंगे. धोनी के वो चाहने वाले अब इस मामले में थोड़ी राहत की सांस ले सकते हैं क्योंकि उनके प्यारे ‘थाला’ के अगले सीजन में खेलने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. बीसीसीआई ने आईपीएल में ‘अनकैप्ड प्लेयर’ नियम को फिर से लागू करने का फैसला किया है, जिसकी मांग चेन्नई सुपर किंग्स कर रही थी, ताकि एमएस धोनी को रिटेन किया जा सके.

लौट आया अनकैप्ड प्लेयर्स रूल

शनिवार 28 सितंबर को बेंगलुरु में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग हुई, जिसमें इस साल होने वाली मेगा ऑक्शन के लिए प्लेयर्स रिटेंशन, ऑक्शन पर्स समेत कई नियमों पर फैसला हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने इस बार रिटेंशन सीमा को बढ़ाते हुए 6 खिलाड़ियों तक कर दिया है, जिसमें डाइरेक्ट रिटेंशन या फिर राइट टू मैच (RTM) कार्ड के जरिए रिटेन करने का विकल्प है. यानि चाहे तो फ्रेंचाइजी सभी 6 खिलाड़ियों को पहले ही रिटेन कर सकती है या फिर उन्हें मेगा ऑक्शन में RTM से रिटेन कर सकती है या फिर दोनों को मिलाकर कर सकती है.

हालांकि बोर्ड ने कम से कम 1 और ज्यादा से ज्यादा 2 अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन करने का नियम भी रखा है. जहां इसका फायदा आम तौर पर युवा खिलाड़ियों को मिलता है या उन खिलाड़ियों को मिलता है, जिन्होंने अभी तक टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल डेब्यू नहीं किया, वहीं इस बार इसका फायदा एमएस धोनी और चेन्नई सुपर किंग्स को मिल सकता है. असल में ईएसपीएन-क्रिकइंफो ने रिपोर्ट में खुलासा किया है कि बीसीसीआई ने उस नियम को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जिसे 2021 ऑक्शन से पहले खत्म कर दिया गया था. ये नियम है 5 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेलने वाले खिलाड़ियों को अनकैप्ड प्लयेर मानना.

धोनी और CSK को फायदा

धोनी ने अगस्त 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था लेकिन वो जुलाई 2019 के बाद से ही इंटरनेशनल क्रिकेट से बाहर थे. ऐसे में मेगा ऑक्शन से पहले उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट से अलग हुए 5 साल हो चुके होंगे. इस तरह उन्हें अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर रिटेन किया जा सकता है. अनकैप्ड प्लेयर के लिए अभी भी रिटेंशन फीस 4 करोड़ रुपये है. ऐसे में CSK धोनी को सिर्फ 4 करोड़ रुपये देकर रिटेन कर सकती है, जिसके चलते एक तो वो उन्हें टीम में बरकरार भी रख पाएगी और साथ ही उन पर ज्यादा रकम खर्च करने की भी जरूरत नहीं होगी.

असल में ये नियम आईपीएल की शुरुआत से ही लीग का हिस्सा था लेकिन कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया गया था. इसलिए 2021 में इसे खत्म कर दिया गया था. अब फिर से इसे शुरू करने का फैसला किया गया है और इसकी एक बड़ी वजह धोनी को बताया जा रहा है. असल में जुलाई में बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी मालिकों के बीच रिटेंशन नियमों को लेकर बैठक हुई थी. तब रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सीएसके ने इस मीटिंग में बीसीसीआई से फिर से अनकैप्ड प्लेयर वाले इस नियम को शामिल करने की मांग की थी, ताकि धोनी को अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर रिटेन कर सके. हालांकि फ्रेंचाइजी ने ऐसे दावों को खारिज किया था.

कानपुर टेस्ट: बारिश के कारण दूसरे दिन खेल रद्द, खिलाड़ी वार्म अप के लिए भी मैदान पर नहीं उतरे!

भारत और बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले दिन से ही इस मैच पर बारिश का साया है. इस वजह से मुकाबले के पहले दिन सिर्फ 35 ओवर का खेल हो सका था. लंच के बाद मौसम खराब हुआ, फिर बारिश शुरू हो गई. इसलिए बचे हुए खेल को रद्द करना पड़ा था. दूसरे दिन उससे से भी बुरे हालात थे. बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेकी जा सकी और खेल रद्द करना पड़ा. पिछले 9 साल में सिर्फ दूसरी बार है जब भारत के घरेलू टेस्ट सीरीज में दूसरा दिन बिना कोई गेंद फेंके ही रद्द हो गया.

9 साल बाद अजीब संयोग

बारिश ने भारत-बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के रंग में भंग डाल दिया है. कानपुर टेस्ट के दूसरे दिन दोनों टीमों के खिलाड़ी वार्म अप के लिए भी मैदान पर नहीं उतर सके. दोनों टीमें अपने-अपने ड्रेसिंग रूम में ही दिखाईं दीं. बारिश के कारण दूसरे दिन खिलाड़ी बिना खेले ही मैदान से लौट गए. इससे पहले 2015 में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच हुए बेंगलुरु टेस्ट में ऐसा वाकया हुआ था.

इस वाकये के 9 साल बाद अब एक अजीब संयोग ये बना है. दरअसल, उस वक्त भी भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी. वहीं कानपुर में रोहित शर्मा ने घने बादल देखकर टॉस जीतकर पहले बॉलिंग का फैसला किया था. यानि पिछले 9 साल में टीम इंडिया ने घरेलू टेस्ट मैच में टॉस जीतकर सिर्फ दो बार गेंदबाजी चुनी. दोनों ही बार मुकाबले के दूसरे दिन कोई गेंद नहीं फेंका जा सका.

तीसरे दिन भी बारिश का खतरा

बेंगलुरु में पहले दिन के बाद बारिश के कारण किसी भी दिन खेल नहीं हो सका था. अब कानपुर में भी कुछ वैसी ही स्थिति बन रही है. तीसरे दिन भी बारिश की संभावना जताई गई है. मैदान पहले से काफी गिला है, अगर और बारिश हुई तो तीसरा दिन भी रद्द हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रीन पार्क स्टेडियम में मैदान को सुखाने की सुविधाएं ठीक नहीं है. इसके अलावा भारतीय टीम भी यहां की दूसरी सुविधाओं से भी खुश नहीं है.

मुकाबले के पहले दिन कुल 35 ओवर फेंके गए थे. इस दौरान बांग्लादेश की टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 107 रन बनाए. मोमिनुल हक 40 रन और मुशफिकुर रहीम 6 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद रहे. दूसरी ओर आकाश दीप भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 10 ओवर में सिर्फ 34 रन दिए और 2 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. इसके बाद तीसरी सफलता रविचंद्रन अश्विन ने दिलाई.

मुशीर खान की कार दुर्घटनाग्रस्त: गर्दन में गंभीर चोट, मेदांता अस्पताल में भर्ती!

भारत के युवा बल्लेबाज मुशीर खान से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मुशीर खान सड़क दुर्घटना में घायल हो गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना के बाद उनको फ्रैक्चर हुआ. मुशीर अपने पिता नौशाद खान के साथ कानपुर से लखनऊ ईरानी कप मुकाबले के लिए जा रहे थे, तभी वह इस हादसे का शिकार हुए हैं. मुशीर खान टीम इंडिया के खिलाड़ी सरफराज खान के छोटे भाई हैं. उन्हें ईरानी कप 2024 के लिए मुंबई की टीम में चुना गया है. ये मैच 1-5 अक्टूबर तक लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है.

मुंबई की टीम के अहम खिलाड़ियों में से एक

19 साल के खिलाड़ी मुशीर खान मुंबई के एक उभरते हुए सितारे हैं. वह भारत की अंडर 19 टीम का भी हिस्सा रहे चुके हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुशीर खान ईरानी कप के लिए मुंबई टीम के साथ लखनऊ नहीं गए थे. वह अपने पिता नौशाद खान के साथ अपने गृहनगर आजमगढ़ थे और वहीं से लखनऊ जा रहे थे. तब वह इस दुर्घटना में चोटिल हुए. बताया जा रहा है कि उनकी कार एक्सीडेंट के बार 4-5 बार पलटी, जिसके चलते उनकी गर्दन में भी चोट आई है. इस चोट के बाद वह ईरानी कप से बाहर हो गए हैं. वहीं, माना जा रहा है कि मुशीर 11 अक्टूबर से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी के शुरुआती दौर से भी बाहर हो सकते हैं.

मुशीर खान के एक्सीडेंट पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है. वहीं, उनकी चोट पर भी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है. मुशीर खान का ईरानी कप से बाहर होने मुंबई की टीम के एक बड़ा झटका है. वह ईरानी कप में सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलने थे.

छोटे से करियर में बड़ा धमाका

मुशीर खान पिछले सीजन से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. वह अभी तक 9 फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं. इन मैचों में मुशीर खान ने 51.14 की औसत से 716 रन बनाए हैं. इस दौरान मुशीर खान के बल्ले से एक अर्धशतक और 3 शतक देखने को मिले हैं. वह बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी करते हैं. उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अभी तक 8 विकेट चटकाए हैं. हाल ही में उन्होंने दलीप ट्रॉफी में डेब्यू किया था. इस दौरान बेंगलुरु में इंडिया बी के लिए खेलते हुए इंडिया ए के खिलाफ उन्होंने 181 रन की पारी खेली थी. इससे पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपने दमदार प्रदर्शन के चलते सुर्खियों में आए थे.

ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़ा झटका: कैमरून ग्रीन की चोट ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ पर बढ़ाया संकट!

एक तरफ भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही है तो दूसरी ओर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया इन दिनों वनडे सीरीज में व्यस्त हैं. इन दोनों सीरीज के बीच भी हर किसी को इंतजार नवंबर का है, जब टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू होगा और दोनों टीमों के बीच 5 टेस्ट मैच की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली जाएगी. भारत के खिलाफ अपने ही घर में लगातार दो बार सीरीज हारने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम वापसी के लिए बेकरार है लेकिन उसके इस अरमान पर संकट के बादल छाने लगे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि टीम के स्टार ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन चोटिल हो गए हैं और उनके टेस्ट सीरीज तक फिट होने को लेकर ऑस्ट्रेलियाई ज्यादा आश्वस्त नजर नहीं आ रहा है. ग्रीन को ये चोट इंग्लैंड दौरे पर वनडे सीरीज के दौरान ही लगी, जिससे वो बाहर हो गए हैं.

इंग्लैंड सीरीज से बाहर, जल्द ऑस्ट्रेलिया वापसी

25 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज और तेज गेंदबाज कैमरन ग्रीन का स्कॉटलैंड और इंग्लैंड दौरे पर टी20 और वनडे सीरीज में प्रदर्शन अच्छा रहा है. हालांकि तीसरे वनडे मैच के बाद उन्हें चोट लग गई. डरहम में खेले गए इस मुकाबले में ग्रीन ने 42 रन बनाए थे और साथ ही 2 विकेट भी हासिल किए थे. ऑस्ट्रेलिया को उस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था. इस मैच के दौरान ही ग्रीन के पीठ में चोट लग गई थी, जिसके चलते वो चौथे वनडे में भी नहीं खेल सके और सीरीज से ही बाहर हो गए. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें देश वापस लौटने को बोल दिया और वो अपनी टीम से पहले ही ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाएंगे.

क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्रवक्ता ने साफ किया है कि ग्रीन की चोट की गंभीरता का पता उनके देश लौटने के बाद ही चलेगा. ग्रीन जल्द ही अपने घर पर्थ लौटेंगे और फिर उनकी पीठ के स्कैन किए जाएंगे, जिससे पता चलेगा कि चोट कितनी गंभीर है और वापसी में कितना वक्त लग सकता है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया फिलहाल इस ऑलराउंडर के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने को लेकर फिलहाल कुछ भी नहीं बोल रहा है.

भारत के खिलाफ ही किया था डेब्यू

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैच की सीरीज 22 नवंबर से ग्रीन के होम ग्राउंड पर्थ से ही होगी और जनवरी 2025 के पहले हफ्ते में सिडनी टेस्ट के साथ खत्म होगी.ऑस्ट्रेलिया में 4 साल पहले खेली गई पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ही अपना टेस्ट डेब्यू किया था. तब उन्होंने सिडनी टेस्ट में एक दमदार अर्धशतक जमाया था, जबकि मेलबर्न और ब्रिसबेन टेस्ट में छोटी लेकिन अहम पारियां खेली थीं.

ग्रीन ने पिछले साल ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत दौरे पर अहमदाबाद में एक शानदार शतक लगाया था. वहीं इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में भी उन्होंने 174 रन की पारी खेली थी. ग्रीन अभी तक 28 टेस्ट में 36 की औसत से 1377 रन बना चुके हैं, जबकि 35 की औसत से 35 विकेट भी ले चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया की पिछली सीरीज में ग्रीन ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी.