मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक दशक बाद हो रही नगर सैनिकों की भर्ती
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर लगभग एक दशक बाद नगर सैनिकों के पदों पर भर्ती की कार्यवाही शुरू हो गई है। बिलासपुर राजस्व संभाग के जिलों के लिए 465 पदों पर भर्ती की जाएगी। भरनी परसदा स्थित अग्निशमन एवं एसडीआरएफ मैदान पर आगामी 16 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक भर्ती की कार्यवाही संपन्न होगी। नगर सैनिकों के 465 पदों के लिए लगभग 21 हजार उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण और पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने आज भरनी परसदा स्थित अग्निशमन एवं एसडीआरएफ मैदान का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के डीआईजी एस.के. ठाकुर ने बताया कि स्वीकृत 465 पदों में से 200 पद नगर सैनिकों के और 265 पद महिला छात्रावासों में महिला नगर सैनिकों के हैं। प्रतिदिन लगभग 1500 उम्मीदवारों की दक्षता परीक्षा मैदान में होगी। दक्षता परीक्षा 100 अंकों की होगी। पुरूष उम्मीदवारों के लिए 100 मीटर दौड़, 800 मीटर दौड़, लम्बी कूद और ऊंची कूद होगी। महिला उम्मीदवारों के लिए 100 मीटर दौड़ को छोड़कर शेष तीनों प्रतियोगिताएं होंगी। नगर सैनिकों के 200 पदों में से बिलासपुर जिले के लिए 75 पद तथा मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले के लिए 25-25 पद शामिल हैं। सभी उम्मीदवारों को तिथिवार कॉल-लेटर जारी कर दिया गया है। दक्षता परीक्षण के दौरान उम्मीदवारों को जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय पंजीयन, एनसीसी-सी सर्टिफिकेट, हैवी वाहन ड्राइविंग लाइसेंस, संभाग स्तरीय या उच्च स्तर की खेलकूद प्रतियोगिता प्रमाण पत्र के साथ पहुंचना होगा।बिलासपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने आज भरनी परसदा स्थित अग्निशमन एवं एसडीआरएफ मैदान का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने भर्ती मैदान के समतलीकरण, मैदान की घेराबंदी एवं बैरिकेडिंग, विभिन्न इवेन्ट्स के लिए जरूरी व्यवस्था, मेडिकल टीम, पेयजल, कूड़ादान, चलित शौचालय, भर्ती मैदान एवं उसके आसपास कानून-व्यवस्था तथा यातायात के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए। डीएफओ सत्यदेव शर्मा और जिला पंचायत के सीईओ रामप्रसाद चौहान भी इस दौरान मौजूद थे।
छात्राओं के आंदोलन का मामला: युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के नेताओं पर एफआईआर दर्ज
बिलासपुर-    पचपेड़ी स्थित कन्या छात्रावास में छात्राओं द्वारा अपनी मांगों को लेकर किए गए आंदोलन में पर राजनीतिक एंगल आ गया है. युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के चार नेताओं के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है. पचपेड़ी थाना में राहुल हंसपाल, मजहर खान, गोलू खान और अश्विनी विश्वकर्मा के खिलाफ आरोप लगाया गया है कि इन नेताओं ने छात्राओं को आंदोलन के लिए भड़काया और अधिकारी-कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया.
 
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मस्तूरी, शिवराम टंडन ने पचपेड़ी थाना प्रभारी को लिखित आवेदन प्रस्तुत किया है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि 9 सितंबर को छात्रावास में NSUI और युवा कांग्रेस के नेताओं ने बिना अनुमति के घुसकर छात्राओं को भड़काया और अधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया. वहीं उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार कर कहने लगे कि आपलोग बच्चों का अच्छे से देखरेख नहीं कर रहे हो अभी तक हास्टल अधीक्षिका को क्यों नहीं हटाए, अधीक्षिका को यहां से भगाओ नहीं तो ठीक नहीं होगा और उग्र आंदोलन करेंगे. कल बिलासपुर से 100 लड़के और लड़कियां लेकर आएंगे जो आप लोगों के लिये अच्छा नहीं होगा कहकर धमकी देने लगे. जिससे शासकीस कार्य बाधित हुआ.
हाईकोर्ट ने किया नगर पंचायत बरेला की विशेष समिति को निरस्त, वर्तमान पंचायत पदाधिकारियों को दिए कार्य के निर्देश
बिलासपुर-  हाईकोर्ट ने ग्राम पंचायत बरेला से नगर पंचायत के रूप में गठन किए जाने के विरुद्ध लगाई गई याचिका को स्वीकार कर लिया है। कोर्ट ने नगर पंचायत बरेला के कार्य संचालन के लिए गठित विशेष समिति को निरस्त कर दिया है। मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने निर्देश दिया है कि वर्तमान पंचायत पदाधिकारी नवीन निर्वाचित नगर पंचायत के गठन होने तक कार्य करते रहेंगे। मामले की सुनवाई जस्टिस पार्थ प्रतीम साहू की सिंगल बेंच में हुई।

छत्तीसगढ़ शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की ओर से धारा 5 नगर पालिका अधिनियम 1961 की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए 2023 को गजट में प्रकाशित अधिसूचना के माध्यम से ग्राम पंचायत बरेला का नगर पंचायत के रूप में गठन किया और नव गठित नगर पंचायत के कार्य संचालन के लिए एक विशेष समिती भी अधिसूचित कर दी। इसमें निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह सत्ताधारी दल के लोगों को शामिल कर लिया गया, जबकि पूर्व से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल फरवरी 2025 तक है ।

इसे लेकर पंचायत प्रतिनिधि कृष्ण कुमार यादव, कृतिका धुरी वासुदेव पटेल व अन्य ने हाईकोर्ट में इसे चुनौती दी। इसमें कहा गया कि धारा 5 नगरपालिका अधिनियम 1961 के अनुसार सीएमओ की नियुक्ति की गई, इसी अधिनियम में यह प्रावधान है कि जब तक नई परिषद का विधिवत गठन न हो जाये तब तक पहले से निर्वाचित प्रतिनिधि ही काम करते रहेंगे। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि 27 जून 2024 को शासन ने अधिनियम के विपरीत जाकर अधिसूचना जारी की है। कोर्ट ने विशेष समिति को निरस्त करते हुए वर्तमान पंचायत पदाधिकारियों को नवीन निर्वाचित नगर पंचायत के गठन होने तक कार्य करते रहने के निर्देश जारी किए।


सीएम हाउस का घेराव, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी के साथ पीसीसी चीफ बैज, पूर्व मुख्यमंत्री बघेल और नेता प्रतिपक्ष महंत हुए शामिल…
रायपुर-      प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर मंगलवार को सीएम हाउस का घेराव करने प्रदेश के विभिन्न ज़िलों से महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता पहुंची. इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद एवं कांग्रेस महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष फूलोदेवी ने कहा बच्चियों से लेकर 50 साल की अधेड़ महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं. बिना कांग्रेस के दबाव के कार्रवाई नहीं होता है.
 

पीसीसी चीफ ने कहा कि तरस आता है इस सरकार पर, लेकिन एक भी ऐसा काम नहीं किया. आज सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. सरकार को लाठी, जेल और एफआईआर करने का बहुत शौक़ है. लाठियां तैयार रख लो, लाठियां मारते रहे, एफआईआर करते और जेल भरते पांच साल बीत जाएंगे. हमारी लड़ाई माता-बहनों की सुरक्षा की है. रायगढ़, रायपुर, यहां तक गृह मंत्री के अपने गृह ज़िले कवर्धा की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं, तो प्रदेश की सुरक्षा क्या करेंगे. इस सरकार से ये पूछना चाहते है, सरकार कौन चला रहा है.

इसके साथ बैज ने सवाल किया कि क्या प्रदेश में दो क़ानून है?, एक क़ानून जहां बिना जाँच के एफआईआर हो रहा है, और दूसरा जहां जांच के बाद धरना देने पर एफआईआर करते हैं. पुलिस गृह मंत्री से पूछकर FIR करती है, और धाराएं लगाती है. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि इन लोगों ने जगह-जगह शराब बेचने की अनुमति दी है. 80% गांव के दुकानों में भी नशे की गोलियां, दवाएँ मिल रही है. जिसे खाने से लोग अपराध को अंजाम दे रहे हैं.

महिला कांग्रेस की बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सीएम हाउस घेराव करने निकलीं, जिनके साथ राज्यसभा सांसद महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं. मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले महिला कांग्रेसियों को पुलिस ने रोक दिया.

छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अभिषेक शर्मा का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ाया, आदेश जारी …

नई दिल्ली-   केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक शर्मा (IAS Abhishek Sharma) का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ा दिया है. इस निर्णय के तहत अभिषेक शर्मा का डेपुटेशन अब 8 जुलाई 2025 तक होगा.

जारी आदेश के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा (कैडर) नियम, 1954 के नियम 6(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार ने अभिषेक शर्मा की एजीएमयूटी कैडर (केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर) में प्रतिनियुक्ति को 08 जुलाई 2024 से एक वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है.

देखिये आदेश की कॉपी-

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने फिल्म ‘‘मानव मार्केट‘‘ के पोस्टर का किया विमोचन

रायपुर-     सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को फिल्म ‘‘मानव मार्केट‘‘ के पोस्टर का विमोचन किया। भिलाई टाकीज पिक्चर्स, निम्स फिल्म प्रोडक्शन और वान्या फिल्म्स प्रोडक्शन के संयुक्त बैनर तले बनी इस फिल्म में समाज में स्वास्थ्य सेवा के नाम पर हो रहे व्यापार को जनता के सामने पेश करने की कोशिश की गई है।

इस फिल्म में दिखाने की कोशिश की गई है कि, स्वास्थ्य सेवा के नाम पर मरीजों को ठगा जा रहा है। ज्यादा पैसा कमाने के लिए अस्पतालों में मुर्दों को भी जिंदा दिखा कर ICU में इलाज किया जाता है। और संगठित गिरोह मिलीभगत से ख़ून , किडनी के साथ बच्चों को भी बेंच देते है, और ज़िम्मेदार संस्थाएं और तंत्र पूरी ख़ामोशी से सारा तमाशा देखता रहता है।

फिल्म के निर्मता के. सी. अग्रवाल, निम्मी सवाने और गुलाम हैदर मंसूरी हैं। कथा, पटकथा, संवाद एवं निर्देशन गुलाम हैदर मंसूरी का है।पोस्टर के विमोचन के अवसर पर ओम त्रिपाठी, नेहा शुक्ला, बाली कुर्रे, योगेश अग्रवाल, विनायक अग्रवाल, सुमित्रा साहू, सुरेश गोंडाले, धर्मेंद्र अहिरवार, प्रिया शर्मा, देवेंद्र मोयल, डाली साहू, अनुप राय, हनी शर्मा, मनोज शर्मा, मुस्कान, शहाना परवीन, हर्षा सहारे, आरूशी पॉल, स्वपनिल गुजलवार, अंजली साहू और गुलाम हैदर मंसूरी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से कंवर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने की सौजन्य मुलाकात, करमा महोत्सव का आमंत्रण दिया

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के यहां उनके निवास कार्यालय में कंवर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कंवर समाज के अध्यक्ष हरवंश सिँह मिरी के नेतृत्व में सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को युवा कंवर समाज द्वारा आयोजित होने वाले करमा महोत्सव के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए प्रतिनिधि मंडल को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर कंवर समाज के महासचिव नकुल चंद्रवंशी, टूकेश कंवर भी उपस्थित थे। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के साथ उत्तर बस्तर कांकेर जिले के चारामा विकासखंड के जेपरा सहित विभिन्न गांवों में विकास कार्यों से संबंधित विषयों पर विचार विमर्श किया।

शिक्षक सुसाइड मामला : एफआईआर पर मो. अकबर, दीपक बैज और विजय शर्मा का बयान

रायपुर-   बालोद जिले में शिक्षक देवेंद्र कुमार कुमेटी आत्महत्या मामले ने सियासी रंग ले लिया है, क्योंकि आत्महत्या मामले में पूर्व मंत्री पर एफआईआर दर्ज हुई है. अकबर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है. इस मामले में पूर्व मंत्री अकबर ने कहा है कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है. मृतक ने जो सुसाइड नोट लिखा है वह फर्जी है. सुसाइड नोट का पहले परीक्षण करा लिया जाना चाहिए था. वहीं इस मामले में डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि मुझे पता चला है कि एक शिक्षक के सुसाइड नोट में पैसे के लेन-देन के मामले पर बालोद जिले के डौंडी थाने में मामला दर्ज किया गया है. अब इस पर जांच होगा तो और बातें सामने आएगी.

पूर्व मंत्री का कहना है कि जिस सुसाइड नोट के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई उसमें और मरने से पूर्व थाने में जो आवेदन है उसकी लिखावट में बड़ा अंतर है. यहीं नहीं 14 अगस्त को दिए गए आवदेन में उनके नाम का कहीं कोई उल्लेख भी नहीं है. यह पूरी तरह कूटरचित लग रहा है. आरोपियों के साथ उनके जो संबंध जोड़े जा रहे हैं वह भी झूठे हैं. उनका किसी मदार उर्फ सलीम खान से कोई संबंध नहीं है. न तो उनकी कोई बहन है और न ही भांजा है. कुमेटी के द्वारा दिए गए आवेदन को सरकार छिपा रही है. सरकार ने इस मामले में जल्दबाजी की है. मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है.

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि हम ऐसे किसी एफआईआर से नहीं डरने वाले हैं. सरकार बदले की भावना से कार्रवाई करने में लगी है.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव अध्ययन दौरे पर अमेरिका रवाना

रायपुर-    उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री अरुण साव एशियन डेवलपमेंट बैंक के आमंत्रण पर नौ दिवसीय अध्ययन दौरे पर सोमवार की देर रात अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी उनके साथ जा रहे हैं। दोनों सोमवार रात साढ़े 11 बजे की नई दिल्ली-न्यूयॉर्क फ्लाइट से अमेरिका के लिए रवाना हुए। वे अमेरिकी समय के अनुसार मंगलवार सवेरे 06:20 बजे न्यूयॉर्क पहुंचेंगे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव अपने अमेरिका अध्ययन प्रवास के दौरान न्यूयॉर्क, वाशिंगटन, केलिफोर्निया और सेन फ्रांसिस्को में सड़क परियोजनाओं का भ्रमण करेंगे और सड़क निर्माण तकनीकों की जानकारी लेंगे। वे इस दौरान एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा आयोजित कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण में भी हिस्सा लेंगे। वे वहां उन्नत सड़क परियोजनाओं के साथ ही अच्छी गुणवत्ता के सड़क निर्माण और छत्तीसगढ़ में इन्हें लागू करने के संबंध में चर्चा करेंगे। श्री साव 18 सितम्बर को भारत लौटेंगे।

सीएम साय की संवेदनशीलता और तत्परता ने बाढ़ से बचाई राधेलाल नाग की जान, सकुशल बचने पर मुख्यमंत्री और रेस्क्यू टीम का जताया आभार

रायपुर-    छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशीलता एवं त्वरित पहल से कांकेर जिले के अंतागढ़ ब्लॉक के नगर पंचायत अध्यक्ष राधेलाल नाग की बाढ़ में फंस जाने के बाद जान बची. मुख्यमंत्री साय को  राधेलाल नाग के वाहन सहित क्षेत्र के महला नाले में सहसा आई बाढ़ में बह जाने की खबर मिली. मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय की तत्परता से उन्हें त्वरित मदद मिली. उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया. राधेलाल ने मुख्यमंत्री  साय को उनकी तत्परता के साथ मदद हेतु रेस्क्यू टीम भेजने के लिए आभार माना. मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान मौके पर पहुंचे अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेण्डी से फोन पर राधेलाल का हालचाल जाना.

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भारी बारिश में प्रतापपुर थाना क्षेत्र के महला गांव के पास नदी में अचानक बाढ़ आ गई थी. नदी के तेज बहाव में अंतागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष  राधेलाल नाग की कार बह गई थी. उन्होंने और उनके साथियों ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई पर सुरक्षित बाढ़ से बाहर नहीं निकल पा रहे थे. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक विक्रमसिंह उसेंडी, पुलिस और बीएसएफ के जवान भी मौके पर पहुंचे और जवानों ने रेस्क्यू कर सभी की जान बचाई.