एशियन डेवलपमेंट बैंक के आमंत्रण पर अमेरिका जा रहे डिप्टी CM अरूण साव, पीडब्ल्यूडी सचिव भी होंगे साथ…

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के आमंत्रण पर अमेरिका जा रहे है, जहां वे एशियन डेवलपमेंट बैंक की कार्यशाला में शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान डिप्टी सीएम के साथ पीडब्ल्यूडी सचिव कमलप्रीत होंगे। साव के प्रवास के लिए अमेरिकी एम्बेसी द्वारा वीजा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

बता दें कि डिप्टी सीएम साव कल यानी सोमवार 9 सितंबर को एक हफ्ते के अमेरिका प्रवास पर रवाना होंगे। प्रवास के दौरान वह एशियन डेवलपमेंट बैंक की कार्यशाला में शामिल होंगे, जहां वह सड़क निर्माण की नवीनतम तकनीक की भी जानकारी लेंगे। ताकि छत्तीसगढ़ में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को सुधारा जा सके।

वीजा न मिलने पर लौटना पड़ा था वापस

गौरतलब है कि डिप्टी सीएम साव और उनके विभागीय सचिव पहले 26 अगस्त को अमेरिका के लिए रवाना होने वाले थे, अधिकारियों को उम्मीद थी कि उप मुख्यमंत्री के साथ उनके सचिव को अमेरिका वीजा जारी कर देगा। लेकिन 4 दिन की कोशिश के बाद भी वे लोग खाली हाथ रहे। इसके बाद उन्हें वापस छत्तीसगढ़ लौटना पड़ा था। हालांकि अब अमेरिकी एम्बेसी द्वारा वीजा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

मुख्यमंत्री ने महान साहित्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की जयंती पर उन्हें किया याद
रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक माने जाने वाले महान साहित्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की 9 सितंबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने देश हित और हिंदी साहित्य में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा कि भारतेन्दु जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। वे हिन्दी साहित्य के आधुनिक काल के एक उत्कृष्ट कवि, सशक्त व्यंग्यकार, सफल नाटककार, जागरूक पत्रकार तथा ओजस्वी गद्यकार थे। इसके अलावा वे सम्पादक और कुशल वक्ता भी थे। भारतीय नवजागरण के अग्रदूत के रूप में प्रसिद्ध भारतेन्दु जी ने अपने साहित्य के माध्यम से देश की गरीबी, रूढ़िवाद, पराधीनता, शासकों के अमानवीय शोषण के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद की। इसके साथ ही हिन्दी को राष्ट्र-भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने में उनका बड़ा योगदान रहा। उन्होंने खड़ी बोली के सरल रूप को गद्य में स्थापित किया। उनके साहित्य ने लोगों में अपनी भाषा और संस्कृति के प्रति प्रेम जगाया। श्री साय ने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में भारतेंदु जी का योगदान चिरस्मरणीय है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने “उल्लास साक्षरता अभियान” का किया शुभारंभ’

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय उल्लास मेले में एक लाख उल्लास साक्षरता केन्द्र का वर्चुअल शुभारंभ किया। इन साक्षरता केन्द्रों को संचालित करने के लिए शिक्षा विभाग के राज्य साक्षरता मिशन द्वारा एक लाख स्वयं सेवी शिक्षक चयनित किए गए हैं। स्वयं सेवी शिक्षकों का दायित्व अपने-अपने साक्षरता केन्द्र में फिलहाल 10 असाक्षरों को अक्षर ज्ञान से परिचित कराकर साक्षर बनाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर प्रदेशव्यापी उल्लास साक्षरता अभियान का शुभारंभ मां सरस्वती की मूर्ति में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने इस अवसर पर अभियान से संबंधित उल्लास पोस्टर, उल्लास गीत, न्यूज़ लेटर और ब्रोसर का भी विमोचन किया। इस दौरान उल्लास कार्यक्रम पर आधारित वृत्त चित्र का प्रदर्शन भी किया गया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेश में राज्य स्तरीय उल्लास मेला में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लिए नवाचारी गतिविधियों पर केंद्रित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का शुभारंभ कर इसका अवलोकन किया। यहां 5 संभागों सहित एससीईआरटी द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि शिक्षा विकास का मूल मंत्र है। मनुष्य को किसी भी क्षेत्र में विकास करना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा प्राप्त करके डिग्री हासिल करना और सरकारी नौकरी प्राप्त करने का माध्यम नहीं है, बल्कि मनुष्य को किसी भी क्षेत्र में चाहे वह व्यापार, समाज सेवा है या राजनीति का क्षेत्र हो सभी के लिए शिक्षा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा यह देश शिक्षा के क्षेत्र में बहुत अग्रणी रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन का काम अच्छा हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने अनुभव को साझा करते हुए दो-तीन उदाहरण बताए, जिसमें उन्होंने असाक्षर लोगों के साथ होने वाली घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यदि वे साक्षर होते तो ऐसे धोखाधड़ी से बच सकते थे। इसलिए सभी असाक्षर लोगों को साक्षर होना अति आवश्यक है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि दुनिया में शिक्षा एक ऐसी चीज है जो बांटने से बढ़ती है। हमारे आसपास जितने भी असाक्षर लोग है उनको साक्षर करना है। हम लोगों ने 10 लाख लोगों को साक्षर करने का बीड़ा उठाया है। इस लक्ष्य से अधिक लोगों को कर पाएंगे तो और अच्छा होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि महासमुंद जिले के बागबाहरा निवासी नव साक्षर हमारी बहन श्रीमती शांति देवी ठाकुर जिनके हाथ नहीं है। वह साक्षर होकर पांव से लिखती है। उनकी लिखावट भी बड़ी अच्छी है। यह देखकर हमें बड़ी प्रसन्नता हो रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की शिक्षा के नवाचारी सोच के तहत पूरे देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू किया है। प्रधानमंत्री के मंशानुसार हमारी सरकार ने भी छत्तीसगढ़ में नई शिक्षा नीति को लागू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के 211 स्कूल पीएम श्री योजना के तहत संचालित है। उन्होंने इस मौके पर लोगों को उल्लास साक्षरता शपथ दिलाने के साथ ही सभी स्वयं सेवी शिक्षकों और प्रेरकों का आह्वान किया कि वे असाक्षरों को अंक ज्ञान और अक्षर ज्ञान कराकर उन्हें सक्षम बनाए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में लगातार उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य साक्षरता मिशन बिना बजट के अच्छा काम करने वाली एक संस्था है, जो शिक्षा का प्रचार-प्रसार अंतिम व्यक्ति तक कर रहे है। उन्होंने कहा कि एससीईआरटी द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रमुख बोलियों में प्राथमिक शिक्षा देने के कार्य योजना बनाई गई है, जिससे अलग-अलग बोली भाषा समझने वाले असाक्षरों को भी साक्षर बनाया जा सके।

कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों से साक्षरता मिशन को बंद कर दिया गया था जिसे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में फिर से शुरुआत की गई है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी शिक्षा के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में गरीब भाई बहनों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं बना रहे हैं उन सभी योजनाओं में फॉर्म भरने के लिए अपना हस्ताक्षर करना पड़ेगा उन्हे पता होना चाहिए की किस कागज पर वह हस्ताक्षर कर रहे है। उन्होंने कहा कि उल्लास कार्यक्रम के तहत असाक्षरों को साक्षर बनाया जाएगा उन्हें पढ़ना लिखना सिखाया जाएगा।

स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए 1 से 8 सितम्बर तक देश एवं प्रदेश में साक्षरता सप्ताह का भव्य आयोजन हुआ। इस दौरान छत्तीसगढ़ के सभी जिलों, ब्लॉकों, नगरीय क्षेत्रों और ग्राम पंचायतों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा और साक्षरता पर केन्द्रित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम में दुर्ग जिले की नवसाक्षर मोहनी पटेल, महासमुंद जिले की शांति बाई ठाकुर, कांकेर की मीना नरेटी, बिलासपुर जिले की शीतल धीवर, बलरामपुर जिले की सुमिता सिंह को सम्मानित किया गया। इसी प्रकार स्वयंसेवी शिक्षकों में राजनांदगांव की करिश्मा पटेल, सुकमा की कुमारी शांति नाग, सरगुजा की श्रुति तिवारी, बिलासपुर के हर्ष साहू, रायपुर की निर्जला धीवर को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विधायक पुंरदर मिश्रा, अनुज शर्मा, इंद्र कुमार साहू, राजेश मूणत, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब सहित अन्य जनप्रतिनिधि, राज्य साक्षरता मिशन के संचालक राजेन्द्र कटारा, समग्र शिक्षा प्रबंध संचालक संजीव झा, रायपुर जिला कलेक्टर गौरव सिंह, वरिष्ट पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने उल्लास मेला का किया शुभारंभ

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में उल्लास साक्षरता अभियान के लगाई गई नवाचारी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और असाक्षरों को अक्षर और अंक ज्ञान कराने के लिए यहां प्रदर्शित नवाचारी प्रयोगों की सराहना की। राज्य के पांचों संभागों एवं एससीईआरटी द्वारा शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न तरह के नवीन प्रयोगों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई थी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बस्तर संभाग की प्रदर्शनी अवलोकन के दौरान अंकों की बनी खुमरी पहनाई गई और उन्हें लकड़ी से बनी गणेश जी की प्रतिमा भेंट की गई। बिलासपुर संभाग के प्रदर्शनी में उन्हें शब्दों की बनी खुमरी भेंट की गई। प्रदर्शनी अवलोकन के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शासकीय शिक्षक शिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षार्थियों द्वारा निर्मित सबके लिए शिक्षा डिजिटल साक्षरता की थीम पर बनी रंगोली की सराहना की।

रायपुर जिले के स्टाल में कठपुतली, गीत, रंगोली, चावल के माध्यम से वर्ण और अंकों का बुनियादी ज्ञान और कौशल के साथ साक्षर बनाने का कार्यक्रम का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी के माध्यम से खेल-खेल में वर्ण ज्ञान असाक्षरों को दिए गए। इसके अलावा दुर्ग, बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर के भी स्टॉल लगाए गए। प्रदर्शनी में छतरी के माध्यम से वर्ण ज्ञान का नवाचार प्रदर्शित किया गया। उंगलियों के माध्यम से जोड़ने और घटाने की विधि, का प्रदर्शन किया गया।

इस दौरान वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक पुंरदर मिश्रा, अनुज शर्मा, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब, स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेश, साक्षरता मिशन संचालक राजेंद्र कटारा, समग्र शिक्षा प्रबंध संचालक संजीव झा, रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह उपस्थित थे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कुशवाहा समाज के भवन के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज भिलाई के खुर्सीपार में मौर्य कुशवाहा समाज द्वारा आयोजित कुश जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस मौके पर सम्राट अशोक चौक के सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया। श्री साव ने कार्यक्रम में वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन की मांग पर कुशवाहा समाज के भवन के लिए पांच लाख रुपए देने की घोषणा की।

श्री साव ने कुश जयंती समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि अशोक चक्र से भारत का सम्मान बढ़ता है। उन्होंने बताया कि रायपुर से दुर्ग तक सिटी बस का संचालन किया जाएगा। इससे दुर्ग-भिलाई को राजधानी से जोड़ने में मदद मिलेगी। दुर्ग-भिलाई को राजधानी से सीधे जोड़ने के लिए तीनों शहरों को मिलाकर स्टेट केपिटल रीजन (SCR) के रूप में विकसित किया जाएगा।

दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने कार्यक्रम में कहा कि सामाजिक प्रेम में बहुत ताकत होती है। हम बराबरी पर विश्वास करते हैं। हमारी नजर में कोई छोटा या बड़ा नहीं है। हम हर समाज के साथ हमेशा से खड़े रहे हैं। विधायक रिकेश सेन ने अपने संबोधन में कहा कि कुशवाहा समाज का प्रदेश के विकास में योगदान रहा है। यह समाज शिक्षा के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। दुर्ग-ग्रामीण के विधायक ललित चन्द्राकर और भिलाई नगर निगम के महापौर नीरज पाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में मौजूद थे।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भूतपूर्व छात्रों और शिक्षकों को किया सम्मानित

रायपुर-      शिक्षा समाज के विकास और प्रगति का आधार है, और इसमें शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। शिक्षक न केवल ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि छात्रों के व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं और उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हैं। शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही विद्यार्थी अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। यह बात रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षक दिवस के अवसर पर रविवार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खो खो पारा, पुरानी बस्ती में आयोजित शिक्षक एवं भूतपूर्व छात्र सम्मान समारोह में कही।

उन्होंने कहा कि, हमारे धर्म और संस्कृति में शिक्षा को बहुत उच्च स्थान दिया गया है, और इसे मंदिर की तरह पवित्र माना जाता है। शिक्षा को ज्ञान का स्रोत माना गया है, जो व्यक्ति के जीवन को सही दिशा देने के साथ-साथ उसके चरित्र निर्माण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होती है। इसलिए, शिक्षक और शिक्षा को हमारे धर्म में विशेष सम्मान और आदर दिया गया है, और शिक्षण स्थल को ज्ञान का मंदिर कहा जाता है। जिसके बेहतर बनाने के लिए हम सभी को अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए। शिक्षकों को विद्यार्थियों की शिक्षा के साथ ही उनके चरित्र निर्माण पर भी जोर देना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा की 100 साल से भी पुराने इस स्कूल अनेकों परिवारों की कई पीढ़ियों ने शिक्षा ग्रहण किया और एक ऊंची मंजिल हासिल की है। जो यहां के विद्यार्थियों के लिए भी गर्व की बात है। मुख्य अतिथि बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षकों और भूतपूर्व छात्रों को सम्मानित करते हुए उन्हें भी स्कूल के उन्नयनिकरण में सहयोग देने की अपील की।

बृजमोहन अग्रवाल ने स्कूल में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की साथ ही 30 लाख रुपए से बनने वाले स्मार्टक्लास, लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब के निर्माण को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। कार्यक्रम में आनंद मोहन ठाकुर, आशुतोष नारायण, ज्ञानेश झा, पवन कुमार श्रीवास्तव, डॉ सुखनंदन सोनकर, लक्ष्मी गुलवानी, चूड़ामणि निर्मलकर, अनुरंग ठाकुर, मनोज ठाकुर, अम्बर अग्रवाल, शिक्षक, और गणमान्यजन उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रिसाली में 14.26 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन

रायपुर-   उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने आज दुर्ग जिले के रिसाली नगर निगम में 14 करोड़ 26 लाख 18 हजार रुपए की लागत से किए जाने वाले 171 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। उन्होंने रिसाली के इस्पात नगर में भक्त माता कर्मा चौक के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया। रिसाली नगर निगम द्वारा 15 लाख रुपए की लागत से इस चौक का सौंदर्यीकरण किया गया है। श्री साव ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में रिसाली के कर्मा भवन में मंच और अन्य कार्यों के लिए 20 लाख रुपए देने की घोषणा की।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रिसाली नगर निगम में 14 करोड़ रुपए से अधिक के ये विकास कार्य हमारी सरकार के महज आठ माह के कार्यकाल का परिणाम है। छत्तीसगढ़ की सरकार जन आकांक्षाओं के अनुरूप काम कर रही है। सरकार बनने के मात्र 12 दिनों के बाद ही किसानों के खातों में दो वर्षों के बोनस की बकाया राशि डाल दी गई थी। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास स्वीकृति का कार्य लगातार चल रहा है।

दुर्ग के सांसद विजय बघेल और दुर्ग-ग्रामीण के विधायक ललित चन्द्राकर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। रिसाली नगर निगम की महापौर शशि सिन्हा, सभापति केशव बंछोर और नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

माननीय उच्चतम न्यायालय के तीन न्यायाधिपतियों की उपस्थिति में छत्तीसगढ उच्च न्यायालय में राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस का आयोजन

रायपुर-     छत्तीसगढ उच्च न्यायालय बिलासपुर में रविवार को जिला न्यायपालिका के सशक्तीकरण व सिविल व आपराधिक विधि पर राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस आयोजित किया गया। इस एतिहासिक कान्फ्रेंस के मुख्य अतिथि सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति सूर्यकान्त और कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा एवं माननीय न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा रहे। इस कान्फ्रेंस में माननीय उच्चतम न्यायालय के तीन न्यायमूर्तिगणों द्वारा एक साथ भागीदारी किया जाना कान्फ्रेंस की गंभीरता व महत्व तथा भारत की न्यायपालिका के आधारशिला जिला न्यायपालिका की न्यायदान में महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।

राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस का उदघाटन भारत के सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति सूर्यकान्त द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। मुख्य अतिथि माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति सूर्यकान्त द्वारा अपने उद्बोधन में व्यक्त किया कि पक्षकारों के सम्पर्क में सर्वप्रथम जिला न्यायपालिका आती है, ऐसी दशा में जिला न्यायपालिका की जिम्मेदारी व भूमिका महत्वपूर्ण है और यदि न्यायाधीश निर्णय लेने के लिए प्रतिबद्ध है तो कोई प्रक्रियात्मक व तकनीकी अड़चन न्यायाधीश को एक तार्किक निर्णय लेने में बाधा नहीं बन सकती है। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने इस बात पर जोर दिया कि न्यायदान में आने वाली तकनीकी व प्रक्रियात्मक बाधाओं के प्रति व्यक्तिगत दृष्टिकोण अपनाने के बजाय ऐसी बाधाओं के प्रभावी निवारण के लिए संस्थागत दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने तुच्छ व तुक्के वाली मुकदमेबाजी की बढ़ती प्रवृत्ति को हतोत्साहित करने के संबंध में जोर दिया कि न्यायपालिका में झूठ व बेबुनियाद मामलों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए एक मजबूत व साहसी जिला न्यायपालिका तुच्छ व तुक्के वाली मुकदमेबाजी को निपटने में सक्षम हो सकती है। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने जिला न्यायपालिका के सदस्यों को साहस व ईमानदारी के साथ निर्णय लेने का आह्वान किया। माननीय न्यायाधिपति ने न्यायाधीश के गुणों के संबंध में बताया कि एक न्यायाधीश को बहादुर, साहसी व अपने अंतरात्मा के प्रति ईमानदार होना चाहिए। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने जिला न्यायपालिका के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला न्यायपालिका की अधीक्षण की शक्ति माननीय उच्च न्यायालय को प्राप्त है अतः जिला न्यायपालिका माननीय उच्च न्यायालय के प्रति अपनी अन्तरात्मा के प्रति और सबसे महत्वपर्ण न्याय के आकांक्षी के रूप में आम जनता के प्रति जवाबदेह है। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने आम जनता के प्रति जिला न्यायपालिका की जिम्मेदारी के संबंध में व्यवत्त किया कि एक पक्षकार किसी न्यायाधीश को नहीं जानता है और वह इस आस्था व विश्वास के साथ आता है कि उसके साथ न्याय होगा अत हमारा दायित्व है कि हम उनकी आस्था और विश्वास को बनाए रखें।

माननीय न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा ने अपने मुख्य भाषण में जिला न्यायपालिका के भूमिका व महत्व पर जोर देते हुए व्यक्त किया कि भारत में जिला न्यायपालिका केवल वैधानिक न्यायालय ही नहीं है बल्कि इसकी जड़ें भारत के संविधान में अवस्थित है। उन्होनें जिला न्यायपालिका के महत्व पर बल देते हुए कहा कि जिला न्यायपालिका भौगोलिक व भाषायी पहुंच में पक्षकारों के निकट होती है। जिला न्यायपालिका स्थानीय स्तर पर लोगों की प्रथा रीति-रिवाज बोली को ज्यादा अच्छे तरीके से समझती है। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने जिला न्यायपालिका की सिविल व व्यक्तिगत स्वतंत्रता की भूमिका को रेखांकित करते हुए जिला न्यायपालिका को सिविल व आपराधिक दोनों क्षेत्रों में व्यक्तिगत स्वतंत्रता का संरक्षक बताया। माननीय न्यायाधिपति महोदय ने जिला न्यायपालिका को आवश्यक संसाधन व तकनीकी ज्ञान से सुसज्जित करने पर जोर देते हुए आगाह किया कि न्यायिक निर्णय लेने की प्रक्रिया में पूरी तरह से प्रौद्योगिक या आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस पर निर्भर नहीं होना है क्योंकि यह साक्ष्य व तर्कों के आधार पर निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है।

माननीय न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने उदबोधन में जिला न्यायपालिका के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जिला न्यायपालिका का दृष्टिकोण व कानूनी प्रावधानों का निर्वचन बहुत महत्वपूर्ण है और यह उच्च न्यायालय व उच्चतम न्यायालय द्वारा किए जाने वाले निर्वचन के लिए आधार प्रदान करता है। माननीय न्यायाधिपति ने व्यक्त किया कि नए प्रावधानों के लागू होने से कानूनों के प्रति जिला न्यायपालिका का दृष्टिकोण व निर्वचन अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है इसलिए जिला न्यायपालिका को कानूनों को लागू करने में व निर्वचन करने में अत्यंत सतर्क रहना होगा।

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति माननीय न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि सभी के सामूहिक प्रयासों से हम एक सशक्त व प्रभावी जिला न्यायपालिका को सुनिश्चित करने में सक्षम होंगे और आज की यह कान्फ्रेंस जिला न्यायपालिका को सशक्त करने के हमारे प्रतिबद्धता को दर्शाता है। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय द्वारा विश्वास व्यवत किया गया कि आज की यह कान्फ्रेंस अपने उददेश्यों को प्राप्त करेगी और हम लोग जिला न्यायपालिका के समक्ष चुनौतियों को और बेहतर ढंग से निपटने में सक्षम होंगे तथा और अधिक सशक्त व प्रभावी जिला न्यायपालिका बनाने की दिशा में अग्रसर होंगे। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने यह भी व्यक्त किया कि इस कान्फ्रेंस के तकनीकी सत्र निश्चित तौर पर न्यायिक अधिकारियों की सिविल व आपराधिक विधि के संबंध में समझ को और विस्तृत व वर्धित करने वाला होगा।

इस कान्फ्रेंस के दौरान छत्तीसगढ जिला न्यायपालिका पर एक पुस्तक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट्स आफ छत्तीसगढ़ का अनावरण माननीय न्यायमूर्तिगण द्वारा किया गया। इस पुस्तक में राज्य के समस्त जिला न्यायालयों के बारे में जानकारी के साथ साथ जिले के इतिहास, संस्कृति व विविधता के बारे में सारगर्भित जानकारी के साथ साथ न्यायिक अधिकारियों के विद्धतापूर्ण लेख भी समाविष्ट हैं ।इस राज्य स्तरीय कान्फ्रेंस के उदघाटन सत्र के समापन पर माननीय न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।

सिम्स व जिला अस्पताल में बहुत जल्द मिलेगी व्हाट्सएप से पैथोलॉजी जांच रिपोर्ट, कलेक्टर ने जिले के दोनों बड़े अस्पतालों का किया निरीक्षण

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए लगातार कार्य हो रहे हैं। इसी कड़ी में अब बिलासपुर में स्थित सिम्स और जिला अस्पताल में पैथोलॉजी जांच की रिपोर्ट बहुत जल्द व्हाट्सएप मैसेज के जरिए मिलेगी। रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए मरीजों को भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने सिम्स और जिला अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद दोनों संस्थानों के प्रबंधन को इस आशय के निर्देश दिए हैं। पहले यह व्यवस्था जिला अस्पताल में शुरू होगी। उसके कुछ दिनों बाद सिम्स अस्पताल में।

इस दौरान कलेक्टर ने सिम्स अस्पताल का जायज़ा लिया। उन्होंने अस्पताल की सुविधाओं में वृद्धि के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों को देखा। विभिन्न वार्डों में पहुंचकर मरीजों से मुलाकात की। अस्पताल से मिल रहे भोजन, इलाज और दवाइयों की जानकारी ली। मरीजों के लिए 6 लिफ्ट हैं। इनमें से एक बंद पड़े लिफ्ट को 2 दिन में सुधारने के निर्देश दिए एवं दो अन्य लिफ्ट के सिविल वर्क को 1 माह में पूर्ण करने के लिए कहा है। कलेक्टर ने अधीक्षक कक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की। डॉक्टरों से मौसमी बीमारियों के संक्रमण की जानकारी लेकर तत्परता से इलाज करने के सख्त निर्देश दिए।

सिम्स अस्पताल के बाद कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने हमर लैब और बर्न यूनिट को जल्द शुरू करने बाकी काम जल्द पूर्ण करने को कहा है। आपातकालीन वार्ड एक में मरीजों के लिए एक ए.सी. की स्वीकृति दी। उन्होंने जिला अस्पताल में पैथोलॉजी रिपोर्ट व्हाट्सएप में देने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को अनावश्यक बार बार आने जाने की परेशानी न हों। सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि फिलहाल पैथोलॉजी विभाग में 96 प्रकार की जांच सुविधा उपलब्ध है। लगभग 150 मरीजों की 500 प्रकार की जांच हर रोज की जाती है। जिला अस्पताल की ओपीडी में हर दिन 300 मरीज इलाज कराने आते हैं।

बंजारी धाम परिसर में ब्रम्हलीन विभूतियों के प्रतिमा अनावरण में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ प्रवास के दूसरे दिन तराईमाल धाम स्थित श्री बंजारी माई की पूजा अर्चना एवं दर्शन लाभ लेकर प्रदेश वासियों के सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। उन्होंने परिसर में ही स्थापित पुजारी ब्रह्मलीन श्री रामगोपाल महाराज जी, ब्रह्मलीन अंकुर मालाकार जी, पुजारिन सोनागिरी माता जी के प्रतिमा का भी अनावरण किया। साथ ही उन्होंने श्री बंजारी माई धाम तराईमाल में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से नव निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया, जिसमें 8 कार्यों के लिए कुल 2 करोड़ 51 लाख रूपये के कार्य शामिल है। इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की। इस मौके पर जिले के प्रभारी एवं कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आभार जताते हुए कहा कि मैं जब सांसद के रूप में चुना गया तब से मां बंजारी के पूजा-अर्चना के साथ दर्शन लाभ मिल रहा है। मां बंजारी के आशीर्वाद से ही मैं आज प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंचा हूं। उनके आशीर्वाद से प्रदेश के जनता को सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करता हूं। अंकुर गौटिया के भागीरथ प्रयास से इस धाम का विकास हुआ है। वह मोपेड चलाते हुए बगिया तक भी पहुंच जाते थे कभी कोई बात करनी होती थी ऐसे जुझारू कार्य के बदौलत यह धाम आज अपने स्वरूप में है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ प्रदेश का गठन हुआ जिसे संवारने का काम हमारी सरकार कर रही है। महतारी वंदन, राम लला दर्शन योजना के माध्यम से हर महीने 8 हजार से अधिक दर्शन लोगों को आयोध्या, काशी ले जा रहे है। दो दिन पहले ही 8 लाख से अधिक गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास को स्वीकृति प्रदान की है। हम लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत है।

कृषि एवं प्रभारी मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि मां बंजारी के आशीर्वाद से ही दोनों बेटे आज प्रदेश के मुखिया और वित्त मंत्री बने है। दोनों के पास ही विकास की चाबी है। जिससे रायगढ़ सहित प्रदेश को विकास की एक नई धारा में ले जा रहे है। मां बंजारी धाम के विकास के लिए जो आप सब लोगों ने मिलकर जो कार्य किए है वह काबिले तारीफ है। सरकार अपना काम करती ही है पर स्थानीय जनता, गरीबों को और अधिक सुविधा मुहैया के उद्देश्य से निजी संस्था भी सामुदायिक सहभागिता के नाते अपना सहयोग प्रदान करते है जो कि सराहनीय है।

वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि बंजारी धाम में जीवन समर्पित करने वाली विभूतियों के प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला यह सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय यहां से लंबे समय से जुड़े रहे हैं। यह रायगढ़ तथा आस पास के लोगों के बीच आस्था का बड़ा केंद्र है। रायगढ़-घरघोड़ा सड़क निर्माण का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। अधिकांश हिस्से के काम पूरा कर लिया गया है। जो काम बचा है उसे बारिश के तत्काल बाद पूर्ण कर लिया जाएगा। तमनार से पूंजीपथरा सड़क का निर्माण किया जा रहा है वो भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हम इस क्षेत्र के विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रहे है। कार्यक्रम को सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया ने भी संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताते हुए कहा कि इस अंचल के प्रमुख आस्था के केन्द्र में यहां के प्रमुख विभूतियों के प्रतिमा अनावरण में शामिल होने के लिए आप पहुंचे है। उन्होंने कहा कि यहां सड़कों का काम भी तेजी से हो रहा है। अंधोसंरचनात्मक विकास कार्यों को लेकर भी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने की बड़ी घोषणाएं, तमनार को मिलेगा नगर पंचायत का दर्जा

इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बड़ी घोषणा करते हुए तमनार को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की। इसके साथ ही छर्राटांगर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए की घोषणा, पूंजीपथरा थाना में 5 स्टाफ क्वार्टर निर्माण की घोषणा, घरघोड़ा कॉलेज में एम.ए. की कक्षाएं प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने छर्राटांगर से पाकादरहा के बीच कुक्कुट नदी में पुलिया निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार कर कलेक्टर को शीघ्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बंजारी धाम स्मारिका का विमोचन किया। साथ ही उन्होंने श्री बांछा निधि भोय व श्री आई.पी.शर्मा को सम्मानित किया।