भगवान बलराम जयंती के उपलक्ष्य में कल प्रदेश में मनाया जाएगा किसान दिवस

रायपुर-     कृषि के देवता माने जाने वाले भगवान श्री बलराम जी की जंयती के उपलक्ष्य में 9 सितम्बर को प्रदेश में किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम करेंगे। किसान दिवस का आयोजन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग तथा भारतीय किसान संघ छत्तीसगढ़ प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम कृषि महाविद्यालय, रायपुर के कृषि मण्डपम में दोपहर 12ः00 बजे प्रारंभ होगी।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी होंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, मोतीलाल साहू, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल एवं भारतीय किसान संघ, छत्तीसगढ़ प्रान्त के अध्यक्ष सुरेश चन्द्रवंशी भी उपस्थित रहेंगे।

किसान दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में ‘‘प्राकृतिक एवं गौ आधारित कृषि’’ विषय पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी, प्राकृतिक एवं गौ आधारित कृषि पर विषय विशेषज्ञों द्वारा किसानों को ‘‘प्राकृतिक एवं गौ आधारित कृषि’’ की संकल्पना, इसकी प्रविधि एवं इससे प्राप्त लाभों से अवगत कराया जाएगा। इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से 2 हजार से अधिक किसान शामिल होंगे। इसी दिन छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में संचालित 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों में भी श्री बलराम जयंती-किसान दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि भारतीय संस्कृति में आदिकाल से ही कृषि में गौ उत्पादों जैसे गोबर और गौमूत्र का प्रयोग होता रहा है। गौ आधारित खेती रसायन एवं कीटनाशक मुक्त कृषि की वह पद्धति है जिसमें परम्परागत तरीके से प्रकृति के नियमों का अनुसरण करते हुए देशी पद्धति खेती के सिद्धांत को अपनाकर खेती की जाती है। प्राकृतिक खेती से मिट्टी में पोषक तत्वों की वृद्धि के साथ-साथ जैविक गतिविधियों का विस्तार होता है, जिससे मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और खेती की लागत कम हो जाती है।

बलौदाबाजार हिंसा मामला: जेल में बंद कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचा कांग्रेस का जांच दल, घटना के संबंध में ली जानकारी

बलौदाबाजार-     कांग्रेस का पांच सदस्यीय जांच दल आज बलौदाबाजार उप जेल पहुंचा और आगजनी हिंसा कांड में बंद आरोपियों सहित कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर घटना के संबंध में जानकारी ली। इसमें जो तथ्य सामने आये है उसे वह एक रिपोर्ट बनाकर पीसीसी को सौपेंगे।

कांग्रेस की जांच समिति में शामिल पूर्व विधायक धनेंद्र साहू और पूर्व मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने ने कहा कि शासन प्रशासन अपनी नाकामी को छुपाने निरपराध सतनामी समाज व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाकर जेल भेज रही है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में शामिल होने सतनाम और क्रांति सेना के लोग अन्य राज्यों से आए थे। जांच दल के सदस्यों ने कहा कि पुलिस प्रशासन जैतखाम की घटना में मजदूरों को आरोपी बनाकर मामले को दबा रहा था, सतनामी समाज सीबीआई जांच की मांग कर रही थी। धनेंद्र साहू और शिव डहरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस पूरी घटना के पर्दाफाश होने तक संघर्ष जारी रखेगी और न्याय लेकर रहेगी।

बता दें कि इसके पूर्व भी महकोनी के अमर गुफा में 15 व 16 मई की दरम्यान रात अमर गुफा में हुई घटना की जांच कांग्रेस दल ने की थी और उसकी रिपोर्ट पीसीसी को सौंपी थी। उसके बाद आगजनी की घटना और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की लगातार गिरफ्तारी के बाद पुनः जांच दल बनाया गया, जो प्रदेश के विभिन्न जेलों में बंद आरोपियों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ले रहा है।

कांग्रेस जांच दल में ये हैं शामिल

कांग्रेस जांच दल में पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू, डॉ. शिवकुमार डहरिया, छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमचंद जायसी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, कांग्रेस विधि विभाग के प्रदेश अध्यक्ष देवा देवांगन, जिला अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर शामिल है।

विदित हो कि सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान बलौदा बाजार शहर, तहसील कार्यालय के साथ ही संयुक्त जिला कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के साथ हिंसा हुई थी। इस घटना में 240 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे, इसमें 99 मोटर साइकिल, कार, फायर ब्रिगेड सहित अन्य वाहन जल कर खाक हो गए थे। इस घटना पर पुलिस 13 एफआईआर दर्ज की है। इसमें अब तक 184 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं इन 13 एफआईआर में से 12 एफआईआर में पुलिस ने 7000 हजार से अधिक पेज के चालान न्यायालय में पेश कर चुकी है।

स्वच्छ वायु सर्वे में अब 12 वें स्थान पर पहुंचा अपना रायपुर
रायपुर-   राष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस पर केंद्र शासन ने देश के 130 शहरों के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण की घोषणा 7 सितंबर को राजस्थान के जयपुर में हुए कार्यक्रम में की. इनमें 10 लाख से अधिक आबादी वाले 47 शहरों में रायपुर 12वें नंबर पर आ गया. पिछले साल इसी सर्वेक्षण में रायपुर 16वें नंबर पर था. इस बार अपनी रैंकिंग सुधारकर रायपुर ने 177.5 अंक हासिल कर लिया. बता दें कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की लगातार बढ़ रही मांग ने भी प्रदूषण घटा है.
फैक्ट्रियां की वजह से बढ़ा प्रदूषण का स्तर 

नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक राजधानी में प्रदूषण उरला-सिलतरा की फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुओं के कारण अधिक हो रहा है, अगर इस पर नियंत्रण हो जाए तो शहर की रैंकिंग सुधर जाएगी. इसके लिए नागरिकों को भी जागरूक होना पड़ेगा.

पैरामीटर इस प्रकार तय किये गये 

अप्रैल 2023 से मार्च 2024 को एक साल सर्वे का आधार बनाया गया है. इस स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024 में केन्द्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जो पैरामीटर सर्वे हेतु रखा गया, उसमें बायोमास एंड म्युनिसिपल वेस्ट बर्निंग, रोड डस्ट, सीएंडडी वेस्ट की डस्ट, वाहन प्रदूषण, औद्योगिक प्रदूषण, अन्य प्रदूषण, आईईसी गतिविधियां, जनजागरूकता, इम्प्रूवमेंट इन पीएम 10 कंसन्ट्रेशन शामिल थे.

दिल्ली के बाद है रायपुर का नंबर 

स्वच्छ वायु सर्वे में दिल्ली के 185 अंक के बाद 12वें स्थान पर रायपुर के अंक 177.5 अंक हैं. पहले नंबर पर सूरत के 194, जबलपुर के 193, आगरा के 190, लखनऊ के 189, कानपुर के 183.8, वडोदरा के 182, इंदौर के 182, भोपाल के 182, विजयवाड़ा के 182 तथा दसवें नंबर पर अहमदाबाद के 181 अंक हैं.
 
 
चक्रधर समारोह: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मांदर की थाप पर जमकर थिरके, मंत्रियों ने भी किया नृत्य
रायगढ़-    गणेश चतुर्थी के अवसर पर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के रामलीला मैदान में 39वें चक्रधर समारोह का भव्य शुभारंभ हुआ. इस समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया. वहीं प्रसिद्ध अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी और उनकी टीम ने भरतनाट्यम पर रासबिहारी नृत्य नाटिका की शानदार प्रस्तुति दी. नृत्य नाटिका रासबिहारी की मनमोहक प्रस्तुति से कलाप्रेमी और दर्शक मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं समारोह में अपने गृह ग्राम बगिया के कर्मा नर्तकों को मांदर की थाप पर कर्मा नृत्य करते देख मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं को नहीं रोक सके और मुख्य मंच पर हाथ में मांदर थामे हुए जमकर थिरके. इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और ओपी चौधरी ने भी कर्मा नृत्य किया.

बता दें कि इस साल के समारोह को और भी खास बनाने के लिए विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. पहले दिन पद्मश्री हेमा मालिनी ‘राधा रास बिहारी’ नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दीं. अगले 10 दिनों तक रायगढ़ कला और संस्कृति से सराबोर रहेगा, जिसमें कुल 62 इवेंट्स होंगे. इस आयोजन में देश के प्रसिद्ध कलाकारों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे. पद्मश्री से सम्मानित कलाकार भी इस समारोह का हिस्सा बनेंगी. हर साल इस आयोजन के लिए रायगढ़ में बड़े पैमाने पर तैयारियां की जाती हैं, इस दौरान यहां देशभर के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करने आते हैं.

हाईकोर्ट ने लगाई राज्य शासन के आदेश पर रोक, कहा- नक्सल प्रभावित इलाकों में न करें 55 वर्ष से अधिक आयु वालों का तबादला

बिलासपुर-  हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि 55 वर्ष की उम्र पार करने वाले कर्मचारी-अधिकारियों का तबादला अनुसूचित व नक्सल प्रभावित इलाकों में नहीं किया जाएगा। याचिका की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने राज्य शासन के आदेश पर रोक लगाते हुए याचिकाकर्ता को उनके पूर्व के जिले में पदस्थ करने का आदेश जारी किया है। मामले की सुनवाई जस्टिस सचिन सिंह राजपूत की सिंगल बेंच में हुई।

दरअसल, महासमुंद की कविता चिंचोलकर वित्त विभाग में लेखाधिकारी के पद पर पदस्थ थीं। 16 अगस्त 2024 को उनका स्थानांतरण महासमुंद से जिला कांकेर कर दिया गया। कविता चिंचोलकर ने राज्य शासन के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि याचिकाकर्ता की उम्र वर्तमान में 61 वर्ष और 7 महीने है और 31 जनवरी 2025 को वे 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो जाएंगी। यदि याचिकाकर्ता का स्थानांतरण जिला कांकेर में होता है, और वह वहां ज्वाइनिंग देती है तो उन्हें अपनी उम्र में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, यदि वह वहां ड्यूटी करती है तो रिटायरमेंट के बाद उन्हें पेंशन, ग्रेच्यूटी, अवकाश नगदीकरण और अन्य राशि प्राप्त करने में देरी होगी।

सामान्य प्रशासन विभाग रायपुर की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिला शासकीय कर्मचारियों को अनुसूचित व नक्सल प्रभावित जिलों में पदस्थ नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद, याचिकाकर्ता कविता चिंचोलकर का कांकेर में पदस्थ करने के लिए विभागीय अफसरों ने शासन के निर्देशों का उल्लंघन किया। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद तबादला आदेश निरस्त कर याचिकाकर्ता को महासमुंद में पदस्थ करने का आदेश जारी किया है।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी बधाई

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 8 सितंबर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री साय ने अपने संदेश में कहा है कि साक्षरता का विकास से सीधा संबंध है। साक्षरता समाज में समानता, शांति और विकास का मूल आधार है। अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अक्षर ज्ञान की महत्ता बताने का दिन है। यह ज्ञान के प्रकाश से समाज में सुख और समृद्धि फैलाने के संकल्प लेने का दिन है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि साक्षरता के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। व्यापक जनभागीदारी से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि सभी लोग कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाएं और छत्तीसगढ़ को शत-प्रतिशत साक्षर बनाते हुए डिजिटल साक्षरता, जागरूकता सहित जीवन पर्यन्त शिक्षा की ओर अग्रसर हों। उन्होंने शालाओं और महाविद्यालयों में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि साक्षरता के पुनीत कार्य में भागीदार बनें। साक्षरता की नई उपलब्धियों से प्रदेश में विकास के नए आयाम सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने रायगढ़ में चक्रधर समारोह का किया शुभारंभ
रायपुर-    संगीत एवं कलाधानी नगरी रायगढ़ में आज 39वें चक्रधर समारोह का भव्य एवं रंगारंग आगाज हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 10 दिन तक चलने वाले इस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि संगीत सम्राट महाराज चक्रधर ने शास्त्रीय कला संगीत को विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गारंटी को सायं-सायं पूरा कर रही है। उन्होंने प्रदेश के किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों का आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य के प्रगति के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने स्थानीय कला संस्कृति के साथ-साथ पारंपरिक विरासत को सहेजने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने इस मौके पर रायगढ़ में संगीत महाविद्यालय प्रांरभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने संगीत और कला के क्षेत्र में योगदान देने वाले संगीत के मर्मज्ञ विद्वतजनों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रायगढ़ के शैल चित्रों पर आधारित अभिलेखीकरण पुस्तिका एवं चक्रधर समारोह की परिचय पुस्तिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विगत पांच सालों में चक्रधर समारोह का आयोजन फीका पड़ गया था, अब रायगढ़ के विधायक और हमारे सरकार में वित्त मंत्री ओपी चौधरी की पहल से चक्रधर समारोह के आयोजन को और बेहतर तथा भव्य स्वरूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को प्रकृति ने भरपूर खनिज संपदा से नवाजा है। यहां हीरा, कोयला, लोहा का भरपूर भंडार है, यहां की धरती में भरपूर उर्वरा शक्ति है। मेहनतकश किसान और हम सब मिलकर छत्तीगसढ़ को कृषि प्रदेश बनाने की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किए गए वायदे के अनुरूप प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3100 रूपए के भाव से खरीदने का वायदा पूरा किया। तेन्दूपत्ता का पारिश्रमिक दर प्रति मानक बोरा 4000 रूपए से बढ़ाकर 5500 रूपए किया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को उनके खाते में राशि अंतरित करने का काम कर रही है। श्रीरामलला दर्शन योजना से यहां के लोगों को प्रभु श्रीराम का दर्शन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी दो दिन पहले ही छत्तीसगढ़ को साढ़े आठ लाख से अधिक परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की है, हम इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने चक्रधर समारोह को नये स्वरूप में भव्य और आकर्षक रूप में आयोजित करने के लिए संस्कृति एवं पर्यटन विभाग को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विनय पाण्डेय द्वारा ब्राम्हीलिपि एवं खरोष्ठी लिपि में अनुसंधान पर आधारित कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। श्री पाण्डेय द्वारा इस मौके पर मुख्यमंत्री को ब्राम्ही लिपि में लिखी नाम पट्टिका भेंट की गई।
कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि महाराज चक्रधर ने रायगढ़ घराना के कला संगीत को संजोकर रखा है। उन्होंने कला संगीत को देश और दुनिया में एक नई ऊचाई देने का काम किया है। उनके इस योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सम्राट चक्रधर शास्त्रीय कला संगीत के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान कर कला संस्कृति को एक नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश की कला संस्कृति, यहां की विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए तत्परता से काम कर रही है।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने चक्रधर समारोह के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा चक्रधर समारोह को एक भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा और आज उसे जिला प्रशासन, संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग के सहयोग से आज भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश के प्रतिष्ठित आठ पद्मश्री कलाकार भाग लेने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चक्रधर समारोह की महत्ता अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के विभिन्न प्रांतों के नामी-गिनामी कलाकार यहां अपनी प्रस्तुति देने की अभिलाषा रखते हैं। उन्होंने इस भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन सहित आयोजकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर राज्यसभा सांसद कुंवर देवेन्द्र प्रताप सिंह, रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, राजपरिवार के उर्वशी सिंह, बिजया सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रायगढ़ में प्रयास आवासीय विद्यालय का किया उद्घाटन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ जिले के गढ़उमरिया में शासकीय प्रयास आवासीय विद्यालय का विधिवत शुभारंभ करते हुए विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वह जीवन में सफलता के लिए बड़े सपने देखे और उसको साकार करने के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाएं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले का यह प्रयास आवासीय विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल कायम करेगा। इस मौके पर कृषि मंत्री एवं रायगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री राम विचार नेताम,वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया, अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। छत्तीसगढ़ में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिले और वह आगे बढ़े, इसको लेकर हमारी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। शिक्षा के नित नए संस्थान प्रारंभ किए जा रहे है। रायगढ़ में प्रयास आवासीय विद्यालय का शुभारंभ भी हमारे इन्हीं प्रयासों की एक कड़ी है। हमने राज्य में नई शिक्षा नीति 2020 को लागू किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए प्रयासरत है। पीएम श्री स्कूल योजना के माध्यम से शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर बनाया जा रहा है। राज्य में 263 स्कूलों को पीएमश्री योजना में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रयास आवासीय विद्यालय के प्रवेशित विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री का भी वितरण किया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि राज्य के नौनिहाल पीढ़ी के भविष्य निर्माण हेतु छत्तीसगढ़ सरकार बेहतर व्यवस्था कर रही है। गणेश चतुर्थी के दिन प्रयास विद्यालय का उद्घाटन हमारे लिए मिसाल है। इसका लाभ इस जिले के विद्यार्थियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड की परीक्षा में प्रयास विद्यालय के 7 बच्चें टॉप किए हैं। जीवन लक्ष्य को हासिल करने के लिए उन्होंने विद्यार्थियों से निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया।

वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार एवं केन्द्र सरकार के समन्वित प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हम सब के लिए यह गर्व का विषय है कि छत्तीसगढ़ का रायपुर देश का इकलौता शहर है जहां एनआईटी, एम्स, आईआईटी, ट्रिपलआईटी, एचएनएलयू, मेडिकल कॉलेज, आईआईएम, जैसे महत्वपूर्ण संस्थान है।

गौरतलब है कि शिक्षा के क्षेत्र में उच्च स्तरीय गुणवत्ता तथा उत्कृष्टता का प्रतीक माने जाने वाले प्रयास आवासीय विद्यालय की स्थापना शिक्षा सत्र 2024-25 अंतर्गत रायगढ़ जिले में की गई है। यह विद्यालय गढ़उमरिया स्थित लाइवलीहुड कॉलेज के भवन में संचालित होने जा रहा है। विद्यालय में प्रवेश हेतु राज्य स्तर पर की गई काउंसलिंग पश्चात कुल 96 विद्यार्थियों में 49 बालक एवं 47 बालिकाओं को प्रवेश दिया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 8 सितंबर को करेंगे अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर “उल्लास साक्षरता अभियान” का शुभारंभ

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रदेश में राज्य स्तरीय उल्लास मेले में उल्लास साक्षरता अभियान का शुभारंभ करेंगे। राज्य स्तरीय उल्लास मेले का आयोजन रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में 8 सितम्बर को किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय होंगे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी मंत्री केदार कश्यप करेंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों में सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्व पुंरदर मिश्रा, अनुज शर्मा, इंद्र कुमार साहू, राजेश मुणत, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब और महापौर एजाज ढेबर सहित जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रति जागरूकता फैलाने और समाज के सभी वर्गों में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से 1 से 8 सितम्बर 2024 तक पूरे देश में साक्षरता सप्ताह का भव्य आयोजन हुआ। इस दौरान सभी जिलों, ब्लॉकों, नगरीय क्षेत्रों और ग्राम पंचायतों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा और साक्षरता पर केन्द्रित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

साक्षरता सप्ताह का समापन 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में होगा। इस दौरान बुनियादी साक्षरता, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, और सतत् शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। इस कार्यक्रम के तहत 1 सितम्बर को उल्लास रथ की रवानगी और शैक्षणिक संस्थाओं में सेमिनार व सम्मेलन का आयोजन हुआ। 2 सितम्बर को समस्त शैक्षणिक संस्थानों में सबके लिए शिक्षा पर केन्द्रित गीत, नृत्य, पेंटिंग, और रंगोली प्रतियोगिताएं हुईं। 3 सितम्बर को पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों में उल्लास कार्यक्रम पर चर्चा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। 4 सितम्बर को महिला साक्षरता पर कार्यक्रम और व्यावसायिक कौशल पर आधारित प्रदर्शनियाँ, 5 सितम्बर को नवभारत साक्षरता पर केन्द्रित भाषण और निबंध प्रतियोगिताएं हुईं। 6 सितम्बर को नवाचारी गतिविधियों और सतत शिक्षा पर केन्द्रित कार्यक्रम आयोजित किए गए। 7 सितम्बर को साक्षरता रैली का आयोजन किया गया। आखिरी दिन, 8 सितम्बर को राज्य स्तरीय उल्लास मेला और अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का भव्य आयोजन होगा।

छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय अच्छा काम कर रहे हैं – हेमामालिनी

रायगढ़-    स्वप्न सुंदरी पद्मश्री हेमा मालिनी आज चक्रधर समारोह में प्रस्तुति देने रायगढ़ पहुंची है. अपने प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी डबल इंजन की सरकार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विष्णुदेव साय अच्छे कार्य कर रहे हैं. 

स्वप्न सुंदरी हेमामालिनी ने जिंदल गेस्ट हाउस में वित्त मंत्री ओपी चौधरी के साथ पत्रकारों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय योजनाओं के साथ-साथ उनके द्वारा प्रदेश के लिए किए गए वायदों के अनुरूप छत्तीसगढ़ में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान वह कई बार रायगढ़ और छत्तीसगढ़ दौरा कर चुकी है.

चक्रधर समारोह में दूसरी बार प्रस्तुति देने के संबंध में हेमामालिनी ने कहा कि फिल्मी पर्दे में काम करने वाले आम जनता से जुड़ नहीं सकते, मैं तो स्टेज शो भी करती हूं इसलिए आम जनता से जुड़ाव ज्यादा है. अगर अच्छा रोल मिले तो अभी भी फिल्म में काम करने को तैयार हूं.