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Aug 28 2024, 15:20

बहन बेटियों के साथ गलत बर्ताव करने वाले के लिए यमराज का दरवाजा खुला है: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ/अलीगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ में एक बार फिर से स्पष्ट किया कि उनकी अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई रुकने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि जैसे हमने प्रयागराज में माफिया के जमीन पर गरीबों के आवास बनाये, ऐसे ही आगे भी चलेगा। जिनके पास काम नहीं वो विरोध कर रहे हैं, जिन्होंने कार्य नहीं, कारनामे किये,वो लोग बोल रहे हैं, उनके समय में कहा जाता था लड़के हैं गलती कर जाते हैं।योगी ने कड़े शब्दों में कहा कि हम किसी को गुण्डागर्दी करने की छूट नहीं देंगे। बहन बेटियों के साथ गलत बर्ताव करने वाले के लिए यमराज का दरवाजा खुला है। जाति के नाम पर इन लोगों ने हमे लड़ाया है।

सीएम ने अलीगढ़ में पांच हजार से अधिक युवाओं को बांटे नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अलीगढ़ में जनपद स्तरीय वृहद रोजगार एवं ऋण मेला के अंतर्गत पांच हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे। उद्यमियों को 35 करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया। 1,500 से अधिक छात्र-छात्राओं को टैबलेट दिए और 705 करोड़ की 305 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता। इसके लिए सुरक्षा जरुरी है। आजादी के बाद के भारत को आप सबने देखा है। खिसक खिसक कर किसी तरह से चल रहा था। जातिवाद, क्षेत्रवाद के आधार पर बांटा जा रहा था। हमने साढ़े छह लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी। पानी, बिजली, उज्ज्वला योजना के तहत सबको लाभ मिला लेकिन भेदभाव किसी के साथ नहीं हुई। क्योंकि मोदी जी का मंत्र है कि सबका साथ सबका विकास।

कांग्रेस को केवल एक ही परिवार दिखाई देता था

सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महापुरुषों का अपमान किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में महाराजा सुहेलदेव, महेंद्र सिंह के नाम पर हो या माता शाकुम्भरी देवी के नाम पर मेडिकल काॅलेज खोला जा रहा है। कांग्रेस को केवल एक ही परिवार दिखाई देता था। अयोध्या में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी द्वारा बेटी के साथ दुराचार किया। इन लोगों के अंदर जिन्ना की आत्मा घुस गई है। वे समाज को बांट रहे हैं। इस अवसर पर सीएम योगी ने बच्चों का अन्नप्रासन भी कराया। बच्चों को उपहार भेंट किया।

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Aug 28 2024, 14:02

डिजिटल मीडिया पॉलिसी से नये रोजगार का सृजन होगा : राकेश त्रिपाठी
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने योगी सरकार की डिजिटल मीडिया पॉलिसी की सराहना करते हुए कहा कि इससे नये रोजगार का सृजन होगा।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बुधवार को कहा कि डिजिटल मीडिया पॉलिसी से नये रोजगार का सृजन होगा। योगी सरकार नवाचारों के साथ चलती है। भाजपा सरकार समाज में हो रहे बदलावों पर ध्यान रखती है।

राकेश त्रिपाठी ने योगी सरकार की सोशल मीडिया पॉलिसी पर कहा कि यूपी की सोशल मीडिया पॉलिसी देश भर में नजीर बनेगी। वहीं सोशल मीडिया परअफवाह फैलाकर कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कठोरता से शिकंजा कसा जाएगा।

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Aug 28 2024, 14:02

मुख्यमंत्री योगी से मिले विहिप के संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे
लखनऊ। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर बुधवार को मुलाकात की। मिलिंद परांडे ने मुख्यमंत्री से मतांतरण, लव जिहाद, कानून व्यवस्था एवं गोरक्षा के विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्व हिंदू परिषद के 60 वर्ष पूर्ण होने पर संगठन की ओर से चलाये जा रहे कार्यक्रमों की भी विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे।

विहिप के महामंत्री तीन दिवसीय प्रवास पर लखनऊ आये थे। इस दौरान उन्होंने समाज के प्रबुद्ध वर्ग, अधिवक्ताओं व सेवानिवृत्व अधिकारियों के साथ अलग—अलग बैठक की। इसके अलावा विहिप के स्थापना दिवस समरोह में भी मुख्य वक्ता के रूप में वह शामिल हुए

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Aug 28 2024, 11:01

उत्तर प्रदेश डिजिटल मीडिया नीति-2024 को मंजूरी,राष्ट्र विरोधी कंटेट पोस्ट करने पर होगी कार्रवाई

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश डिजिटल मीडिया नीति-2024 को मंजूरी दे दी गई है। इसमें जहां सोशल मीडिया पर काम करने वाली एजेंसी व फर्म को विज्ञापन की व्यवस्था की गई है, वहीं अभद्र या राष्ट्र विरोधी पोस्ट डालने पर कानूनी कार्रवाई के प्रावधान भी किए गए हैं।

प्रदेश सरकार की जन कल्याणकारी, लाभकारी योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी और उसके लाभ को लोगों तक डिजिटल व सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाने के लिए यह नीति लाई गई है। इसके तहत एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब पर प्रदेश सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित कंटेंट, वीडियो, ट्वीट, पोस्ट और रील को प्रदर्शित किए जाने के लिए इनसे संबंधित एजेंसी व फर्म को विज्ञापन देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे  बड़ी संख्या में रोजगार मिल सकेगा।

इस नीति के तहत सूचीबद्ध होने के लिए एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब में से प्रत्येक को सब्सक्राइबर व फॉलोअर्स के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया है। एक्स, फेसबुक व इंस्टाग्राम के एकाउंट होल्डर, संचालक, इन्फ्लूएंसर (प्रभाव रखने वाले) को भुगतान के लिए श्रेणीवार अधिकतम सीमा क्रमशः 5 लाख, 4 लाख, 3 लाख और 3 लाख रुपये प्रतिमाह निर्धारित की गई है। यू-ट्यूब पर वीडियो, शार्ट्स, पॉडकास्ट भुगतान के लिए श्रेणीवार अधिकतम सीमा क्रमशः 8 लाख, 7 लाख, 6 लाख और 4 लाख प्रतिमाह निर्धारित की गई है।

इस संबंध में नीति लाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत निदेशक सूचना शिशिर सिंह ने बताया कि पोस्ट किया गया कंटेंट अभद्र, अश्लील और राष्ट्र विरोधी नहीं होना चाहिए।अभी सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर पुलिस द्वारा आईटी एक्ट की धारा 66 (ई) और 66 (एफ) के तहत कार्रवाई की जाती है। अब प्रदेश सरकार पहली बार ऐसे मामलों पर नियंत्रण के लिए नीति ला रही है। इसके तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल से लेकर उम्र कैद (राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में) तक की सजा का प्रावधान है।

इसके अलावा अभद्र एवं अश्लील सामग्री पोस्ट करने पर आपराधिक मानहानि के मुकदमे का सामना भी करना पड़ सकता है। केंद्र  सरकार ने ऐसी हरकतों पर अंकुश लगाने के लिए तीन वर्ष पूर्व इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड जारी किए थे।

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Aug 28 2024, 10:29

यूपी कैबिनेट : प्रदेश में निवेश करने वाले अल्ट्रा मेगा इकाईयों को खोला गया प्रोत्साहन का पिटारा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभवन में सम्पन्न हुई कैबिनेट बैठक उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी भी सम्मिलित हुए।कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री नन्दी ने बताया कि बैठक में उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाले अल्ट्रा मेगा इकाईयों के लिए प्रोत्साहन का पिटारा खोले जाने का निर्णय लिया गया था।

कस्टमाइज पैकेज की सुविधाएं दी जाएंगी

कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि कोई कम्पनी प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर 3000 करोड़ से अधिक का निवेश करती है और कम्पनी प्रोत्साहन के लिए आवेदन करती है तो कम्पनी के निवेश को एकीकृत मानते हुए ऐसी कम्पनी को कस्टमाइज पैकेज की सुविधाएं दी जाएंगी। जिसके तहत मेसर्स आवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड को कस्टमाइज पैकेज का लाभ दिया जाएगा।

11,399 करोड़ के निवेश की पेशकश की

मंत्री नन्दी ने बताया कि मेसर्स अवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश में पांच गीगा वाट एकीकृत सौर विनिर्माण इकाई में सौर इनगॉट-वेफर, सोलर सेल एवं सौर मॉड्यूल का उत्पादन किया जाएगा। मेसर्स अवाडा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड को प्रस्तावित परियोजना में कुल 11,399 करोड़ के निवेश की पेशकश की गई है। परियोजना हेतु 150 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। जिसमें 50 एकड़ ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर एवं गाजियाबाद क्षेत्र) तथा 100 एकड़ हाथरस (पश्चिमांचल) में उपलब्ध है।

11,399 करोड़ से अधिक का निवेश सोलर क्षेत्र में प्रस्तावित

मंत्री नन्दी ने बताया कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 के प्रस्तर केस टू केस आधार पर प्रोत्साहन का प्राविधान किया गया है। यह प्रोत्साहन विशेष महत्व की अल्टा मेगा श्रेणी परियोजनाओं (3000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं) को यथाशक्ति केस टू केस के आधार पर कस्टमाइज पैकेज के रूप में प्रदान किया जाएगा। इसी क्रम में मेसर्स अवार्डा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ग्रेटर नोएडा एवं हाथरस में 11,399 करोड़ से अधिक का निवेश सोलर क्षेत्र में प्रस्तावित किया गया है।

दो चरणों की इस परियोजना में 4500 रोजगार सृजित होंगे

इस निवेश में पांच गीगा वाट एकीक्रृत सौर विनिर्माण इकाई स्थापित किया जाएगा। जिसमें सौर इन गॉट वेफर, सोलर सेल एवं सोलर मॉड्यूल का उत्पादन किया जाएगा। इसके लिए 50 एकड़ भूमि ग्रेटर नोएडा एवं 100 एकड़ भूमि हाथरस में उपलब्ध कराया जाएगा। दो चरणों की इस परियोजना में 4500 रोजगार सृजित होंगे। कम्पनी द्वारा बुन्देलख्ण्ड में सोलर पॉवर उत्पादन इकाई स्थापित की जाएगी।आवेदक इकाई द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में सौर ऊर्जा इकाई हेतु 3054 करोड़, उत्कृष्टता केंद्र हेतु 20 करोड़, इन हाउस अनुसंधान के लिए 40 करोड़ का अतिरिक्त निवेश किया गया है। चूंकि इकाई द्वारा भिन्न भिन्न स्थानों पर निवेश किया जा रहा है, इसलिए केस टू केस आधार पर इन परियोजनाओं को एक परियोजना मान कर ही मंत्री परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया है।

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Aug 28 2024, 10:06

सपा का नया दांव,सबला सुरक्षा वाहिनी के बहाने महिला वोटर्स को लुभाएगी सपा

लखनऊ। यूपी के 10 विधानसभा उपचुनाव में सफलता को लेकर उत्साहित समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव खास तैयारियों में रत हैं। सपा ने पीडीए फार्मूले की लोकसभा चुनाव में सफलता के बाद अब उपचुनाव और 2027 के उप्र विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए रक्षाबंधन के बहाने महिला वोटर्स को लुभाने के लिए समाजवादी सबला-सुरक्षा वाहिनी की शुरुआत की है।

कांग्रेस को मिली 37 सीटों ने सपा को बूस्टर डोज दिया

समाजवादी ने सबला-सुरक्षा वाहिनी की शुरुआत करके बड़ा सियासी दांव खेला है। कहने को सपा मुखिया योजना का उद्देश्य महिला सुरक्षा को बढ़ावा व महिलाओं के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाना कहते हैं पर विशुद्ध रूप से यह महिलाओं को इंडिया गठबंधन व सपा के पाले में करने का प्रयास समझा जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 में सपा और इंडिया गठबंधन के बहाने कांग्रेस को मिली 37 सीटों ने सपा को बूस्टर डोज दिया है जिसके सहारे अब सपा उपचुनाव की 10 में से 5-7 सीटें जीतकर भाजपा और योगी आदित्यनाथ को एक और तगड़ा झटका देना चाहती है। इतना ही नहीं, सपा लोकसभा चुनाव के बाद उपचुनाव के बहाने पीडीए फार्मूले को एक बार फिर कसौटी पर कस लेना चाहती है ताकि 2027 के लिए पार्टी की तैयारियों को परखा जा सके।

नई अवधारणा सामाजिक सोच में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी

सबला सुरक्षा वाहिनी इसी कड़ी में पार्टी का नया कदम है। यह कार्यक्रम महिलाओं के लिए व्यापक सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे वे जीवन के सभी क्षेत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले सकें। अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि यह नई अवधारणा सामाजिक सोच में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। समानता और सद्भावना प्रयासों के विचारों को बढ़ावा देकर इसका उद्देश्य महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को सकारात्मक रूप से बदलना है। इस बदलाव से महिलाओं को समावेशी विकास का अभिन्न अंग बनाने की उम्मीद है।समाजवादी सबला-सुरक्षा वाहिनी महिलाओं को समावेशी विकास का एक अनिवार्य हिस्सा बनाने की दिशा में काम करेगी।

संगठन व सत्ता में समन्वय बनाने के लिए प्रयासरत

दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद 2027 में उप्र में तीसरे कार्यकाल के लिए सोच रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सोच और कार्यशैली में परिवर्तन किया है। अब योगी न केवल मीडिया फ्रेंडली व्यवहार कर रहे हैं बल्कि संगठन व सत्ता में समन्वय बनाने के लिए प्रयासरत हैं। यही कारण है कि कुछ समय पहले तक जिन केशव मौर्य से उनका 36का आंकड़ा चल रहा था, वही मौर्य अब मुख्यमंत्री की शान में कसीदे पढ़ने में पीछे नहीं हैं। भाजपा में संगठन व सत्ता में मची इस खींचतान के चलते सपा को 2027 का सफ़र आसान लग रहा था। लेकिन भाजपा में हुए इस डैमेज कंट्रोल से अखिलेश भी सकते में हैं। इसीलिए अब पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यकों को पीडीए का चारा फेंकने के बाद अब उन्होंने महिलाओं के सामने सबला सुरक्षा वाहिनी का दाना डाला है।

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Aug 28 2024, 10:05

उत्तर रेलवे के आठ स्टशेनों के बदले नाम, नए नाम शहीद व धार्मिक स्थलों के नाम पर रखे गए
लखनऊ । उत्तर रेलवे का फुर्सतगंज रेलवे स्टेशन अब तापेश्वरनाथ धाम स्टेशन के नाम से जाना जाएगा। उत्तर रेलवे मुख्यालय ने लखनऊ मंडल में आने आठ स्टेशनों के नाम बदल दिए हैं।जिनकी सूची भी जारी कर दी गई है। नए नाम शहीद और धार्मिक स्थलों के नाम पर रखे गए हैं। फुर्सतगंज के अलावा जिन और स्टेशनों के नाम बदले गए हैं उनमें कासिमपुर हाल्ट का नाम जायस सिटी, जायस का नाम गुरु गोरखनाथ धाम, मिश्ररौली का मां कालिकान धाम, बनी का स्वामी परमहंस, निहालगढ़ का महाराजा बिजली पासी, अकबरगंज का मां आहोरवा भवानी धाम और वारिसगंज हाल्ट अमर शहीद भाले किया गया है।

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Aug 27 2024, 15:26

मायावती को फिर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया ,नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद का कद बढ़ा


लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई बैठक में मायावती को फिर पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। उनका कार्यकाल पांच साल होगा। उनके नाम का प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने किया, जो सर्वसम्मति से मंजूर हो गया। वहीं, नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद का कद बढ़ाते हुए उन्हें महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया गया है।

बसपा सुप्रीमो ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित बैठक मे देश भर से आए पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि दलितों एवं बहुजनों को अपनी शक्ति पर भरोसा करना सीखना ही होगा वरना धोखा खाते रहेंगे और लाचारी व गुलामी का जीवन जीने को मजबूर बने रहना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बहुमत से दूर भाजपा के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार का रवैया सुधारवादी नहीं लगता है जिससे इसको स्थाई व मजबूत सरकार नहीं कहा जा सकता है। वहीं यूपी के राजनीतिक हालात का संज्ञान लेते हुए कहा कि लोकसभा का चुनाव परिणाम कई कारणों से नई संभावनाएं पैदा करता है।


उन्होंने बसपा समर्थकों से अपील की है कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मूवमेंट तथा आरक्षण को निष्प्रभावी बनाने एवं खत्म करने के षड्यंत्र को कांग्रेस, भाजपा और उनके गठबंधन से बचाना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण व क्रीमीलेयर का नया नियम लागू करने के फैसले पर कहा कि पुरानी व्यवस्था को बहाल रखने के लिए केंद्र द्वारा अभी तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बसपा को मूवमेंट के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए वह हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। पार्टी व मूवमेंट के हित में न तो वह कभी रुकने वाली हैं और न ही झुकने वाली हैं। टूटने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।

मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा व इनके गठबंधन दलितों, आदिवासियों, ओबीसी, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के सच्चे हितैषी नहीं हैं। बहुजनों के प्रति इनकी सोच हमेशा ही संकीर्ण, जातिवादी, सांप्रदायिक, द्वेषपूर्ण व तिरस्कारी रही है। इनके शासनकाल में बहुजनों की हालत में सुधार अभी तक नहीं हो पाया है। समाज में गैर-बराबरी बढ़ रही है। केंद्र में भाजपा व कांग्रेस की जातिवादी एवं अहंकारी सरकार बनाने से रोकने में बहुजन समाज काफी हद तक पिछड़ गया।

यूपी के राजनीतिक हालात का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा का यह चुनाव परिणाम किसी पार्टी विशेष के पक्ष में एकतरफा नहीं होने के कारण भी नई संभावनाएं पैदा करता है। ऐसे में कैडर के आधार पर जनाधार को बढ़ाने का प्रयास करके आगे बेहतर परिणाम हासिल करने की अपनी कोशिश जारी रखनी है। इसमें कोई कोताही व स्वार्थ आड़े नहीं आना चाहिए जिसकी पार्टी लगातार समीक्षा करेगी। पार्टी हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखण्ड, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली विधानसभा का चुनाव मजबूती से लड़ेगी।


मायावती ने कहा कि यूपी सहित पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा राष्ट्रीय समस्या बनकर उभर रही है। इसको लेकर अब केवल बयानबाजी व जुमलेबाजीसे काम चलने वाला नहीं है बल्कि केंद्र व राज्य सरकारों को सही नीयत व नीति के साथ काम करने की जरूरत है। किताब का विमोचन किया: इस दौरान मायावती ने 'बहुजन समाज पार्टी द्वारा अपील-देश के बहुजनों के असली ग्रन्थ संविधान एवं बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के हितकारी मूवमेन्ट तथा आरक्षण को निष्प्रभावी बनाने व खत्म करने के षड्यंत्र को कांग्रेस के इण्डिया एलायन्स और बीजेपी के एनडीए गठबन्धन एवं स्वार्थियों से भी बचाना जरूरी' के नाम से लिखित अपनी पुस्तक का विमोचन भी किया।

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Aug 27 2024, 11:46

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर रिजर्व पुलिस लाइंस में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम योगी, बोले- उत्तर प्रदेश पुलिस ने हानि-लाभ की चिंता के बिना क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने हानि-लाभ की चिंता के बिना कर्म को प्रधान माना। जिस पुलिस व प्रदेश को सबसे फिसड्डी मान लिया गया था। आज वह देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है। कानून व्यवस्था का मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। अब प्रदेश में हर ओर सुख, शांति व सद्भावना है। प्रदेश के सभी 1585 थानों, 75 पुलिस लाइंस, 90 से अधिक जेलों में भव्यता से यह आयोजन हो रहा है, लेकिन 10 साल पहले यह संभव नहीं था। सरकारें डरती थीं कि आयोजन करेंगे तो क्या लाभ होगा।

ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिजर्व पुलिस लाइंस में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित कार्यक्रम में कही। सर्वप्रथम मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन व भगवान श्रीकृष्ण के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद भी लिया। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री को श्री कृष्ण प्रतिमा और अंगवस्त्र भेट किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद्भगवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण भी अर्जुन से यही कहते हैं कि कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन... हे अर्जुन, तुम कर्म करो, फल की चिंता न करो। उन्होंने कहा कि हम अक्सर कर्म से पहले लाभ-हानि की चिंता करते हैं। ऐसा करने से हम उसके पुण्य से वंचित हो जाते हैं। अच्छा करेंगे तो अच्छा होगा, बुरा करेंगे तो पाप से कोई मुक्त नहीं कर सकता। लोककल्याण का कार्य किया है तो उसके पुण्य से कोई ताकत वंचित नहीं कर सकती। कर्म की प्रेरणा महत्वपूर्ण है।

योगी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण श्री हरि विष्णु के पूर्व अवतार के रूप में मान्य हैं। यह वर्ष भारत के शास्त्रों की मान्यता के अनुसार लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण के 5251वें जन्मोत्सव का है। उनकी लीलाओं का क्रम जन्म से ही प्रारंभ हुआ। इस धराधाम पर 125 वर्ष 8 महीने व्यतीत करने के बाद अपनी लीला को उन्होंने विश्राम दिया। अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से लंबे समय तक उनकी लीलाओं को हम लोग प्रमाण के रूप में प्रयोग करते हैं।

उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवत गीता दुनिया का एकमात्र ऐसा पावन ग्रंथ है, जिसका अमर ज्ञान उन्होंने युद्ध भूमि में अर्जुन को दिया। घर-घर में ग्रंथ के रूप में श्रीमद्भगवत गीता की हम लोग पूजा करते हैं तो भारत की न्यायपालिका भी उस ग्रंथ के प्रति उतनी ही श्रद्धा का भाव रखती है, जितना सनातन धर्मावलंबी रखता है। श्रीमद्भगवतगीता को मोक्ष ग्रंथ भी माना गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मनुष्य के जीवन में चार महत्वपूर्ण पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) हैं। आधारशिला धर्म से प्रारंभ होती है। वह कर्मों के माध्यम से अर्थ का उपार्जन करता है। जब कामनाओं की सिद्धि में उसका उपभोग करता है तो मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। यह सामान्य मान्यता है, लेकिन श्रीमद्भगवतगीता के महत्वपूर्ण उपदेश आज भी हर भारतवासी को नई प्रेरणा प्रदान करते हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हमें अगले 25 वर्ष की कार्ययोजना के मुताबिक कार्य करना है यानी 2047 की जो पीढी़ होगी, उसे हम विकसित भारत देंगे। जहां हर चेहरे पर खुशहाली होगी। कहीं दुख, दरिद्रता, अराजकता, गुंडागर्दी नहीं होगी। हर हाथ को काम और हर खेत को पानी होगा। इस संकल्प के साथ हम आगे बढ़ेंगे। 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पीएम मोदी ने पंच प्रण की बात कही। पंचप्रण में सबसे महत्वपूर्ण प्रण नागरिक कर्तव्य है।

योगी ने कहा कि हर नागरिक के अपने कर्तव्य भी होंगे। हर कोई अधिकार की बात करता है,लेकिन कर्तव्यों की चर्चा नहीं करता। जीवन में सफलता के लिए समाधान का मार्ग अपनाइए। जब लक्ष्य समाधान होगा तो सफलता प्राप्त होगी। जब समस्या पर चिंतन करेंगे तो दस बहाने मिल जाएंगे। टालमटोल से समस्या का समाधान नहीं हो सकता। समाधान के लिए बहाना नहीं, बल्कि परिश्रम, कर्म और पुरुषार्थ चाहिए। श्रीमद्भगवतगीता जैसा ग्रंथ कर्म की प्रेरणा देता है। प्रभु ने कुरुक्षेत्र में आमने-सामने खडी़ लाखों सेनाओं के बीच यही संदेश दिया। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसने धर्म व कर्म की प्रेरणा दी। उसका उपदेश रणभूमि में दिया गया है। यह उपदेश कर्म का है। कर्म के बिना धर्म, अर्थ व कामनाओं का साधन पूर्ण नहीं हो सकता है। न ही मुक्ति प्राप्त हो सकती है। भारतीय मनीषा ने हमेशा कर्म को प्रधानता दी है।

उन्होंने कहा कि हमारे मन में विरासत के प्रति गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। विरासत का सम्मान करते हुए विकास को बढ़ाएंगे। उन्होंने आह्वान किया कि हर कोई अपने क्षेत्र में नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन करे। हमारे सामने लक्ष्य होना चाहिए कि मेरा हर कर्म देश के नाम होगा। देश के लिए सब कुछ समर्पित करुंगा, इस भाव के साथ कार्य करेंगे तो प्रभु की कृपा बनी रहेगी।

इस दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्यसभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा, संजय सेठ, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, ओपी श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, मुख्य सचिव मनोज सिंह, अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार आदि मौजूद रहे।

सीएम ने लिया सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया

सीएमएस गोमती नगर के बच्चों ने भावपूर्ण नृत्य कर भगवान गणेश के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भगवान के बाल लीलाओं से लेकर सभी लीलाओं के दिग्दर्शन पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। मुख्यमंत्री ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।

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Aug 27 2024, 11:00

साबरमती एक्सप्रेस 26 साल पुराने रेल पटरी के टुकड़े से टकराई थी, रेलवे की जांच में यह नया तथ्य आया सामने

लखनऊ । यूपी के वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस 26 साल पुराने रेल पटरी के टुकड़े से टकराई थी। रेलवे की जांच में यह नया तथ्य सामने आया है। इंजन से टकराकर लोहे की पटरी के तिरछा होने की आशंका है, जिसकी वजह से इंजन के पीछे जेनरेटर यान और पीछे की बोगियों के नीचे रगड़ने के निशान बनते गए। इसी की वजह से इंजन के आगे और पीछे लगा कैटल गार्ड टूट गया। इस तरह की पटरी का इस्तेमाल करीब 26 साल पहले ट्रैक में किया जाता था। इसे 90 आर रेल कहते हैं। यह पटरी 1998 तक इस्तेमाल की जाती थी।

वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस 16 अगस्त देर रात करीब ढाई बजे गोविंदपुरी से भीमसेन स्टेशन के बीच बोल्डर से टकराकर पटरी से उतर गई थी। मामले में पनकी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। घटना के पीछे साजिश की आशंका पर एटीएस, क्राइम ब्रांच, आईबी, एनआईए भी पड़ताल कर रहीं हैं। रेलवे की ओर से एसएजी की पांच सदस्यीय टीम का गठन हुआ है। सदस्यों ने कानपुर में तीन दिन रुक कर लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, गार्ड समेत कई लोगों के बयान लिए। घटनास्थल की जांच की और इंजन के स्पीडोमीटर आदि को देखा। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि एसएजी की रिपोर्ट तैयार हो रही है। इसमें जांच के साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्लान भी रहेगा। यह अध्ययन पूरी तरह से तकनीकी होगा।वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (19168) 16 अगस्त की देर रात करीब 2:30 बजे बोल्डर से टकराकर पटरी से उतर गई। यह घटना गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच पनकी क्षेत्र में हुई। राहत की बात यह रही कि सभी 22 बोगियों के डिरेल होने के बाद भी कोई हताहत नहीं हुआ।