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Aug 24 2024, 15:12

सुप्रीम कोर्ट में जूनियर कोर्ट अटेंडेंट पदों पर भर्ती का एलान, आवेदन शुरू



नई दिल्ली:- सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। सुप्रीम कोर्ट में जूनियर कोर्ट अटेंडेंट (Cooking Knowing) पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 23 अगस्त से शुरू हो जाएगी जो निर्धारित अंतिम तिथि 12 सितंबर 2024 तक जारी रहेगी।

भर्ती के लिए पात्रता रखने वाले अभ्यर्थी तय तिथियों में ऑनलाइन माध्यम से SCI की ऑफिशियल वेबसाइट sci.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। फॉर्म भरने से पहले उम्मीदवार योग्यता की जांच अवश्य कर लें।

क्या है पात्रता

इस भर्ती में आवेदन के के लिए अभ्यर्थी ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/ संस्थान से 10th/ मैट्रिक उत्तीर्ण किया हो और साथ ही पाक कला (Cooking/ Culinary Arts) में 1 वर्षीय डिप्लोमा एवं तीन वर्ष का कुकिंग का अनुभव होना चाहिए।

उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से कम और 27 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट दी जाएगी। उम्र की गणना 1 अगस्त 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी।

आवेदन शुल्क

इस भर्ती में ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने के साथ ही उम्मीदवारों को निर्धारित शुल्क जमा करना अनिवार्य है। जनरल, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए एप्लीकेशन फीस 400 रुपये निर्धारित है वहीं एससी, एसटी एवं पीएच वर्ग के लिए शुल्क 200 रुपये तय किया गया है। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकेगा।

सेलेक्शन प्रॉसेस

इस भर्ती में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को सबसे पहले लिखित परीक्षा में भाग लेना होगा। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थी प्रैक्टिकल ट्रेड स्किल टेस्ट के लिए आमंत्रित किया जाएंगे। अंत में उम्मीदवारों को इंटरव्यू प्रक्रिया में शामिल होना होगा। रिटेन टेस्ट 100 अंकों के लिए, प्रैक्टिकल स्किल टेस्ट 70 अंकों के लिए एवं इंटरव्यू 30 अंकों के लिए होगा।

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Aug 24 2024, 15:12

UPSC में सचिव,उप सचिव और निदेशक पदों पर भर्ती के लिए वेकेंसी जारी 17 सितंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भरने का मौका


नई दिल्ली:- यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने सचिव, उप सचिव और निदेशक के पदों पर भर्ती निकाली है जिसके लिए आवेदन प्रक्रिया 17 अगस्त से शुरू हो गई है। इच्छुक एवं योग्य अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही आप इस पेज पर दिए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके भी फॉर्म भर सकते हैं। एप्लीकेशन फॉर्म भरने की लास्ट डेट 17 सितंबर 2024 (रात्रि 11 बजकर 59 मिनट) निर्धारित की गई है।

कैसे करें आवेदन

इस भर्ती में आवेदन के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट upsconline.nic.in पर जाना होगा।

वेबसाइट के होम पेज पर आपको भर्ती से संबंधित लिंक पर क्लिक करना होगा।

इसके बाद आपको जिस पद के लिए आवेदन करना है उसके सामने अप्लाई लिंक पर क्लिक करना है।

अब आपको पहले रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करके पंजीकरण करना है।

रजिस्ट्रेशन होने के बाद अभ्यर्थी लॉग इन के माध्यम से अन्य डिटेल भरकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें।

अंत में उम्मीदवार पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म का एक प्रिंटआउट अवश्य निकाल लें।

पात्रता एवं मापदंड

इस भर्ती में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी का राज्य सरकार में कार्यरत अधिकारी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू), स्वायत्त निकायों, वैधानिक संगठनों, विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों में कार्यरत समकक्ष अधिकारी, निजी क्षेत्र की कंपनियों, कंसल्टेंसी ऑर्गेनाइजेशन और अंतर्राष्ट्रीय या बहुराष्ट्रीय संगठनों में समकक्ष पदों पर कार्यरत लोग इस भर्ती में आवेदन कर सकते हैं। 

अभ्यर्थी को इन जगहों में पर निर्धारित वर्ष कार्य करने का अनुभव होना आवश्यक है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु पदानुसार 32 से 55 साल के बीच होनी चाहिए। 

पदानुसार पात्रता के लिए अभ्यर्थी एक बार ऑफिशियल नोटिफिकेशन का अवलोकन अवश्य कर लें।

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Aug 24 2024, 15:11

CISF में कॉन्स्टेबल फायरमैन भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी, 1130 पदों के लिए आवेदन,जाने कौन- कौन कर सकता है आवेदन इस


नई दिल्ली:- CISF कॉन्स्टेबल भर्ती के मौकों का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) द्वारा पे स्केल-3 (रु.21,700-69,100 + लागू भत्ते) पर कॉन्स्टेबल/फायर के पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई है। CISF द्वारा बुधवार, 21 अगस्त को जारी अधिसूचना के मुताबिक देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 1130 कॉन्स्टेबल/फायर की भर्ती (CISF Constable Fireman Recruitment 2024) अस्थायी आधार पर की जानी है।

CISF Constable Fireman Recruitment 2024: आवेदन इस तारीख से

ऐसे में CISF द्वारा विज्ञापित कॉन्स्टेबल/फायर के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक भर्ती पोर्टल, cisfrectt.cisf.gov.in पर उपलब्ध कराए जाने वाले ऑनलाइन अप्लीकेशन फॉर्म के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। आवेदन प्रक्रिया 31 अगस्त से शुरू होनी है और उम्मीदवार निर्धारित आखिरी तारीख 30 सितंबर (रात 11 बजे) तक अपना अप्लीकेशन सबमिट कर सकेंगे। आवेदन के दौरान उम्मीदवारों को निर्धारित शुल्क 100 रुपये का भुगतान ऑनलाइन माध्यमों से करना होगा। हालांकि SC, ST और ESM वर्गों के उम्मीदवारों को इस भर्ती (CISF Constable Fireman Recruitment 2024) के लिए शुल्क नहीं भरना है।

12वीं पास के लिए मौका

हालांकि, आवेदन से पहले उम्मीदवारों को निर्धारित योग्यता मानदंडों को जान लेना चाहिए। CISF द्वारा जारी कॉन्स्टेबल/फायर की भर्ती (CISF Constable Fireman Recruitment 2024) अधिसूचना के मुताबिक आवेदन के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही, उम्मीदवारों की आयु 30 सितंबर 2024 को 18 वर्ष से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा छूट केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार दी जाएगी, अधिक जानकारी व अन्य विवरणों के लिए भर्ती अधिसूचना (CISF Constable Fireman Notification 2024) देखें।

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Aug 24 2024, 15:10

किताबें पढ़ने से सिर्फ ज्ञान ही नहीं मिलता बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है पढ़ना,आइए जानते है रीडिंग से होने वाले फायदे के बार मे


आपने यह अनुभव जरूर किया होगा कि जब आप तनाव में रहती हैं, तो किताबों के कुछ शब्द पढ़ते ही आप तनाव मुक्त हो जाती हैं। यह सच है कि रीडिंग हैबिट आपको रिलैक्स करते हैं। कई बार कुछ लोग रीडिंग करते हुए रोने और हंसने भी लगते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी कहानी को पढ़ते समय हम अपने जीवन को वहां इमेजिन करने लग जाते हैं। यदि कहानी का नायक कुछ अच्छा करता है, तो हम खुद के अच्छा करने की कल्पना करने लग जाते हैं। यह एहसास हमें तनाव मुक्त कर जाता है। इससे हमारा मेंटल हेल्थ मजबूत होता है। जानते हैं कि रीडिंग हैबिट कैसे हमारे मेंटल हेल्थ को इम्प्रूव करता है।

रीडिंग करने पर दिमाग पर क्या प्रभाव पड़ता है

किताब पढ़ना दिमाग के लिए सुपरफूड खाने जैसा है। स्टडी बताती है कि पढ़ना मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों से जुड़ा एक जटिल कार्य है। इससे ब्रेन के ब्लड फ्लो में भी परिवर्तन देखा जा सकता है। पढ़ना मस्तिष्क के नर्व वेज को उत्तेजित कर सकता है। यह उत्तेजना मस्तिष्क की गतिविधि, स्मृति और संज्ञानात्मक कार्य (Cognitive Function) को बढ़ाती है। इससे आगे आपकी रचनात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है। यह सीखने की क्षमता का भी विस्तार करती है।

फिजिकल हेल्थ पर क्या पड़ता है प्रभाव

पढ़ने से मेंटल स्टेटस एक्टिव होने के साथ-साथ शारीरिक लाभ भी मिलते हैं। मेंटल हेल्थ जर्नल की स्टडी बताती है कि नियमित पढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। तनाव कम हो सकता है। नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। स्टडी के अनुसार, किताबें पढ़ने और लंबी आयु पाने के बीच भी संबंध देखा जा सकता है। पढ़ना मस्तिष्क को सक्रिय रखता है। मानसिक और भावनात्मक फिटनेस को बढ़ा सकता है।

मेंटल हेल्थ को रीडिंग हैबिट से मिल सकते हैं कई लाभ

1. कोगनिटिव हेल्थ 

पढ़ना आलोचनात्मक सोच स्किल और रचनात्मकता को बढ़ाता है। यह शब्दावली को भी विस्तृत करता है। यह ज्ञान को बढ़ाता है। इमेजिनेशन को उत्तेजित करता है

2.नींद को बढ़ाता है (Help in Sound Sleep)

पढ़ने से चेतना को दूसरे स्तर पर लाने में मदद मिलती है, जिससे अच्छी नींद (reading for mental health) आ सकती है। यह काल्पनिक दुनिया में ले जाने में व्यक्ति की मदद करता है। तनाव को कम करता है। यह आराम का एहसास करने में मदद करता है। पढ़ने से मन शांत होता है। तनावमुक्त मन सोने में मदद करता है।

3.भावनात्मक स्वास्थ्य (Emotional Health)

किताबें ख़ुशी और आश्चर्य से लेकर दुख, भय और क्रोध तक सभी भावनाओं का एहसास करा सकती हैं। अलग-अलग प्रकार की भावनाओं का अनुभव लचीलेपन और कठिन परिस्थितियों से निपटने की क्षमता बनाने में मदद कर सकता है। यह कहानी कहने के माध्यम से अन्य संस्कृतियों और अनुभवों के बारे में सीखकर दूसरों के प्रति अच्छी भावना विकसित करने और लोगों से जुड़ने में भी मदद (reading for mental health) कर सकता है।

4. तनाव से राहत (Stress Buster)

तनाव से राहत की बात करें, तो किताबों की सुंदर दुनिया में भागने से हृदय गति को कम करने और मसल्स को आराम देने में मदद मिल (reading for mental health) सकती है। जब आप किसी तनावपूर्ण घटना की बजाय किसी सुखद कहानी पर ध्यान केंद्रित करती हैं, तो किताबें तनाव से आपका मन हटाने में मदद कर सकती है।

5. किताबें हमें हंसा और रुला सकती हैं। उत्साह पैदा कर सकती हैं।रीडिंग से आपका मनोरंजन भी हो सकता है। इससे मस्तिष्क में एंडोर्फिन जारी होने सहित सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। ये फील-गुड हार्मोन आराम करने, दर्द को प्रबंधित करने और तनाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

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Aug 24 2024, 15:07

फरीदाबाद में मानसून का मज़ा: 6 जगहें जहाँ आप अपने पार्टनर के साथ यादगार पल बिता सकते हैं,आइए जानते हैं।


फरीदाबाद, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का एक प्रमुख शहर है जो अपने ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। अगर आप मानसून के मौसम में अपने पार्टनर के साथ कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो फरीदाबाद में कुछ बेहतरीन जगहें हैं जहाँ आप एक यादगार समय बिता सकते हैं। यहाँ कुछ टॉप जगहें दी जा रही हैं जो आपके यात्रा अनुभव को खास बना देंगी।

1. बड़खल झील

बड़खल झील मानसून के मौसम में खास तौर पर खूबसूरत नजर आती है। चारों तरफ हरी-भरी पहाड़ियां और पानी का दृश्य मन को सुकून देता है। यहाँ आप अपने पार्टनर के साथ बोटिंग का आनंद ले सकते हैं और प्रकृति के साथ समय बिता सकते हैं।

2. सूरजकुंड

सूरजकुंड एक ऐतिहासिक स्थान है जो अपने सूर्य मंदिर और वार्षिक मेला के लिए मशहूर है। मानसून में इस जगह का वातावरण और भी मनमोहक हो जाता है। यहाँ आप अपने पार्टनर के साथ वॉक कर सकते हैं और आसपास के सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

3. राजहंस एडवेंचर फार्म

अगर आप कुछ रोमांचक करना चाहते हैं, तो राजहंस एडवेंचर फार्म एक बेहतरीन जगह है। यहाँ आप विभिन्न एडवेंचर एक्टिविटीज़ में हिस्सा ले सकते हैं, जैसे कि ज़िपलाइनिंग, रोप क्लाइम्बिंग, और ट्रेकिंग। साथ ही, फार्म की हरियाली और ताजगी भरा माहौल आपको तरोताजा कर देगा।

4. तोमर रॉक

तोमर रॉक फरीदाबाद में स्थित एक प्राकृतिक स्थल है जो पहाड़ियों और चट्टानों से घिरा हुआ है। मानसून के दौरान यहाँ की हरियाली और भी निखर जाती है। ये स्थान ट्रेकिंग के लिए भी मशहूर है, और यहाँ से आप पूरे शहर का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं।

5. नेचर पार्क

फरीदाबाद का नेचर पार्क एक हरा-भरा स्थान है जो खासकर मानसून में जीवंत हो उठता है। यहाँ की हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य आपके और आपके पार्टनर के लिए शांति और सुकून का माहौल प्रदान करता है। पार्क में आप पक्षियों की चहचहाहट का आनंद ले सकते हैं और लंबी वॉक पर जा सकते हैं।

6. ISKCON मंदिर

यदि आप धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल की खोज में हैं, तो ISKCON मंदिर एक आदर्श स्थान है। यहाँ का शांत और दिव्य वातावरण मानसून के दौरान और भी मनमोहक हो जाता है। अपने पार्टनर के साथ इस पवित्र स्थल पर समय बिताना एक अद्भुत अनुभव हो सकता है।

निष्कर्ष:

फरीदाबाद में मानसून के दौरान घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं जहाँ आप अपने पार्टनर के साथ यादगार पल बिता सकते हैं। चाहे आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना चाहें, या कुछ एडवेंचर एक्टिविटीज़ में शामिल होना चाहें, फरीदाबाद में हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास है।

तो इस मानसून, अपने पार्टनर के साथ फरीदाबाद की इन अद्भुत जगहों का दौरा जरूर करें और अपने रिश्ते में कुछ रोमांचक यादें जोड़ें।

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Aug 23 2024, 14:26

आज का इतिहास:1947 में आज ही के दिन वल्लभभाई पटेल भारत के उप प्रधानमंत्री बने थे

नयी दिल्ली : 23 अगस्त का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 2008 में 23 अगस्त के दिन ही उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश महिला आयोग में 16 सदस्यों को नामित किया था।

2008 में आज ही के दिन झारखंड के मुख्यमंत्री मधुकोड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 

2007 में 23 अगस्त के दिन ही यूनेस्को के विश्व स्मृति रजिस्टर में ऋग्वेद की 30 पांडुलिपियां शामिल हुईं थीं।

1990 में आज ही के दिन आर्मेनिया ने स्वतंत्रता की घोषणा की थी।

1979 में 23 अगस्त के दिन ही ईरान की सेना ने कुर्दों के खिलाफ मोर्चा खोला था।

1947 में आज ही के दिन वल्लभभाई पटेल भारत के उप प्रधानमंत्री बने थे।

1947 में 23 अगस्त के दिन ही युनान के राष्ट्रपति दिमित्रियो मैक्सिमोज ने त्यागपत्र दे दिया था।

1939 में आज ही के दिन तत्कालीन सोवियत संघ और जर्मनी के के बीच गैर-आक्रामकता संधि पर साइन किए गए थे।

1922 में 23 अगस्त के दिन ही तुर्की ने एफ्योन में ग्रीक ताकतों के खिलाफ बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए थे।

1922 में आज ही के दिन स्पेन के खिलाफ मोरक्को में विद्रोह हुआ था।

1914 में 23 अगस्त के दिन ही जापान द्वारा जर्मनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा की थी।

1839 में आज ही के दिन ब्रिटेन ने चीन के साथ युद्ध में हांगकांग पर कब्जा किया था।

1821 में 23 अगस्त के दिन मेक्सिको ने आजादी की घोषणा की थी।

23 अगस्तको जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1955 में आज ही के दिन 9वीं लोकसभा के सदस्य सुखदेव नंदाजी काले का जन्म हुआ था

1923 में 23 अगस्त के दिन ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ का जन्म हुआ था।

1922 में आज ही के दिन बेसबॉल खिलाड़ी जॉर्ज केल का जन्म हुआ था।

1918 में 23 अगस्त के दिन ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मराठी कवि गोविंद विनायक करंदीकर (विंदा करंदीकर) का जन्म हुआ था।

1875 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी और चंपारण सत्याग्रह के प्रमुख लोगों में से एक राजकुमार शुक्ल का जन्म हुआ था।

1872 में 23 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और आंध्रा राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री टी. प्रकाशम का जन्म हुआ था।

23 अगस्त को हुए निधन

1975 में आज ही के दिन प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक विनायकराव पटवर्धन का निधन हुआ था।

1994 में 23 अगस्त के दिन ही भारत की प्रसिद्ध महिला तैराक आरती साहा का निधन हुआ था।

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Aug 23 2024, 14:26

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान के भिवाड़ी में आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े ठिकानों पर की छापेमारी,6 संदिग्ध गिरफ्तार


दिल्ली :- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान के भिवाड़ी में आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई करते हुए आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है. साथ ही भिवाड़ी से छह संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही बताया गया कि राजस्थान के भिवाड़ी में संदिग्ध आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।वहीं, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान के अलावा झारखंड और उत्तर प्रदेश में भी छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।

आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ : दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि दिल्ली, झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अलकायदा से प्रभावित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. इन तीन राज्यों से 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. 

वहीं, राजस्थान के भिवाड़ी में हथियार चलाने का प्रश‍िक्षण ले रहे छह संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया है.

बड़े स्तर पर दी जा रही थी हथियार चलाने की ट्रेनिंग : उन्होंने बताया कि देश में खौफ का माहौल बनाने के लिए बड़े स्तर पर हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही थी. दिल्ली पुलिस ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश और झारखंड में एटीएस के साथ मिलकर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. 

इस दौरान अलकायदा से प्रेरित एक मॉड्यूल का खुलासा हुआ. इन तीनों राज्यों में करीब 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. आतंकी मॉड्यूल का संचालन झारखंड की राजधानी रांची में किया जा रहा था. रांची निवासी डॉ. इश्तियाक टीम को लीड कर रहा था.

देश दहलाने की थी योजना : देश भर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की तैयारी थी. आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आतंकी मॉड्यूल के सदस्यों को अलग-अलग स्थानों पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई. ज्वाइंट ऑपरेशन में हथियार, गोला-बारूद समेत कई विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है.

राजस्थान से छह संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार : दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि दिल्ली पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि राजस्थान के भिवाड़ी में आतंकी गतिविधियां चल रही हैं. उसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर भिवाड़ी के चौपासनी इंडस्ट्रियल एरिया में दबिश दी, जहां से छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, मौके से भारी मात्रा में गोला बारूद भी बरामद हुए हैं. हालांकि, अभी तक आरोपियों की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।

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Aug 23 2024, 14:25

भारत में शरण चाहते हैं बांग्लादेशी अल्पसंख्यक,पीएम मोदी से लगाई गुहार


दिल्ली:- जब से बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ है, वहां पर अल्पसंख्यक हिन्दुओं से मारपीट और अत्याचार की खबरें आ रहीं है. ऐसे में बिहार के किशनगंज जिले की सीमा से महज 20 किमी की दूर पर भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों की पेशानी पर चिंता की लकीरें खिंची हुई हैं. यहां के अल्पसंख्यक हिन्दू पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं. वो चाहते हैं कि उन्हें भारत में शरण मिले.

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार : बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के बाद भारत में बॉर्डर पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती है. भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा 4096 किलोमीटर तक फैली हुई है. जिसमें से 936.415 किलोमीटर बीएसएफ के उत्तरी बंगाल फ्रंटियर के अधिकार क्षेत्र में है, जो दक्षिण दिनाजपुर जिले से किशनगंज से सटे उत्तर दिनाजपुर जिले होते हुए कूचबिहार जिले तक, पश्चिम बंगाल के 05 जिलों तक फैली हुई है.

बीएसएफ ने सीमा पर बढ़ाई निगरानी : उत्तर बंगाल फ्रंटियर ने 04 बीएसएफ सेक्टरों के तहत कुल 18 बीएसएफ बटालियन तैनात की हैं, जिसमें किशनगंज बीएसएफ सेक्टर भी शामिल है. वहीं सभी अब हाई अलर्ट पर हैं. पूरी सीमा के अलावा सभी लैंड कस्टम स्टेशनों (एलसीएस) पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है. बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है. बावजूद इसके अलग-अलग इलाकों में हिंसा थम नहीं रही है.

बॉर्डर के उस पार अल्पसंख्यकों में दहशत : बांग्लादेश की हालत को देखते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर BSF द्वारा जवानों की संख्या में बढ़ोतरी कर दी गई है. बीएसएफ के वरीय अधिकारी लगातार सीमा पर नजर बनाए हुए है. अधिकारियों द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है. किशनगंज जिले से सटे बंगाल के ग्वाल पोखर थाना क्षेत्र अंतर्गत अलग-अलग बीओपी तीनगांव, नागोर भीटा, घोष पाड़ा पर जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई है.

भारत में शरण चाहते हैं बांग्लादेशी अल्पसंख्यक : मिली जानकारी के मुताबिक बीते 5 अगस्त के बाद नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के अधीन आने वाले कई बीओपी पर बांग्लादेशी नागरिकों का अचानक ही जमावड़ा हो गया था, जो की हिंसा के डर से भारत में शरण लेना चाहते थे. जिन्हे समझा बुझा कर वापस जवानों द्वारा बांग्लादेश भेजा गया है. इधर सीमावर्ती इलाके के ग्रामीणों में बांग्लादेश की स्थिति को देखते हुए पेशानी पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही हैं.

क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण : सीमा क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों ने बताया की उनकी जमीन सीमा क्षेत्र में है और जब वो अपनी जमीन पर खेती करने जाते हैं तो बांग्लादेशी नागरिकों से भी बात होती है. ग्वालपोखर थाना क्षेत्र स्थित चकला गढ़ गांव के ग्रामीण श्यामल कुमार पाल, नीम लाल पाल ने बताया की बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग काफी डरे सहमे हुए हैं, जिसकी वजह से वो भारत में शरण लेना चाहते हैं, लेकिन तारबंदी और बीएसएफ की मौजूदगी के कारण भारत में प्रवेश नहीं कर पाते.

कारोबार पर भी पड़ा असर : ग्रामीण नोनी गोपाल ने बताया की बांग्लादेश की स्थिति भयावह है और इसके कारण व्यापार पर भी असर पड़ा है. भारत बांग्लादेश के बीच कपड़ा, मछली, अनाज, सब्जी सहित अन्य सामानों का आयात निर्यात होता है. ग्रामीणों ने बताया की दोनों देशों के बीच करोड़ों रुपए का कारोबार होता है. भारत के द्वारा सभी फल आदि भेजें जाते हैं, लेकिन इस उथल पुथल के कारण कारोबार ठप हो चुका है.

पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग : ग्रामीणों ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत हस्तक्षेप करते हुए बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को सुनिश्चित करवाना चाहिए साथ ही शांति बहाली और व्यापार को लेकर ठोस कदम उठाना चाहिए।

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Aug 21 2024, 21:16

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग वाली याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट ने दूसरी बेंच में ट्रांसफर करने का दिया आदेश


नई दिल्ली:- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग वाली याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट ने दूसरी बेंच में ट्रांसफर करने का आदेश दिया है. जस्टिस संजीव नरुला की बेंच ने कहा कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी (याचिकाकर्ता) ये बताने में नाकाम रहे कि इसमें उनका कोई संवैधानिक अधिकार है? उनका कहना है कि इसमें जनहित का मामला जुड़ा है. बेंच ने कहा कि जनहित याचिका पर सुनवाई करने वाली बेंच इसे देखेगी.

मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद दलीलें रखीं. उन्होंने कहा कि 2019 में गृह मंत्रालय को लिखा था कि बैकओप्स लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन ब्रिटेन में 2003 में हुआ था. राहुल गांधी उस कंपनी के निदेशकों में से एक थे. कंपनी की ओर से 10 अक्टूबर 2005 और 31 अक्टूबर 2006 को भरे गए सालाना आयकर रिटर्न में कहा गया है कि राहुल गांधी की नागरिकता ब्रिटेन की है

याचिका में कहा गया है कि कंपनी ने खुद को भंग करने के लिए 17 फरवरी 2009 को जो अर्जी दाखिल की थी, उसमें भी राहुल गांधी की नागरिकता ब्रिटेन की बताई गई है. ऐसा करना संविधान के अनुच्छेद 9 और भारतीय नागरिकता कानून का उल्लंघन है.

अनुच्छेद 9 में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अगर स्वेच्छा से किसी दूसरे देश की नागरिकता लेता है तो वह भारत का नागरिक नहीं रह सकता है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 अप्रैल 2019 को राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि इस संबंध में दो हफ्ते के अंदर स्पष्टीकरण दें, लेकिन पांच वर्ष से ज्यादा का समय बीतने के बावजूद कोई स्पष्टता नहीं है. ऐसे में कोर्ट गृह मंत्रालय को इस संबंध में फैसला लेने का दिशा-निर्देश जारी करे.

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Aug 21 2024, 16:29

अमेरिका में स्थापित की गई भगवान हनुमान की 90 फुट ऊंची प्रतिमा


नयी दिल्ली : अमेरिका के ह्यूस्टन में हनुमान जी की 90 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण किया गया। साथ ही इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई। हनुमान जी की यह मूर्ति अमेरिका में तीसरी सबसे बड़ी मूर्ति है। भगवान राम और माता सीता को मिलाने में भगवान हनुमान की भूमिका को यद् करते हुए उनके सम्मान में इस प्रतिमा को ‘स्टैच्यू ऑफ यूनियन’ का नाम दिया गया है।

बता दें कि हनुमान जी की इस विशालकाय प्रतिमा को टेक्सास के शुगर लैंड इलाके के मंदिर श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर के परिसर में स्थापित किया है। प्रतिमा को बनवाने और इसे मंदिर में विराजमान कराने के पीछे चिन्नाजीयार स्वामी जी की दूरदृष्टि रही। स्टैच्यू ऑफ यूनियन की वेबसाइट के अनुसार, यह प्रतिमा अमेरिका की तीसरी सबसे ऊंची मूर्ति है। 

वहीं दुनियाभर में मौजूद हनुमानजी की शीर्ष 10 सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से भी टेक्सास की प्रतिमा को एक बताया जा रहा है। वेबसाइट पर कहा गया है, “यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम एक समुदाय के रूप में भविष्य की पीढ़ियों के लिए भगवान हनुमान का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करें।”

हनुमान जी की मूर्ति पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा

हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हेलीकॉप्टर से मूर्ति पर पुष्पवर्षा की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग मौजूद रहे। वेबसाइट के अनुसार, स्टैच्यू ऑफ यूनियन को आध्यात्म का केंद्र बनाने की कोशिश है, जहां मन को शांति और आत्माओं को निर्वाण की राह पर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले। 

अमेरिका की हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि ‘भगवान हनुमानजी, भगवान श्रीराम की सेवा के दौरान कई अतुल्यनीय क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं, जिनमें गति, शक्ति, साहस और बुद्धिमानी आदि शामिल हैं। दोनों के बीच की दोस्ती बहुत गहरी है और भगवान हनुमान, भगवान राम के प्रति गहरा समर्पण रखते हैं।’