सोनभद्र:कमीशन के होड में बिलो रेट पर ठेकेदारों द्वारा डाले जा रहे टेंडर बार-बार निरस्त करने का जिम्मेदार कौन?
विकास कुमार अग्रहरी ।सोनभद्र। कमीशन की होड़ विकास में बाधक की कहानी चरितार्थ होने लगी, वही नगर पंचायत में कमीशन का चक्कर विकास में बाधक बन गया। लगातार वार्ड 2,4,10 में मुख्यमंत्री नंगर सृजन योजना के तहत हुए टेंडर प्रक्रिया में बदलाव से नंगर वासी सुविधाओ की राह देख रहे है। लगभग 6 माह से ज्यादा समय बीतने को चले फिर भी नगर पंचायत डाला बाजार में टेंडर प्रक्रिया का निष्कर्ष नही निकल सका।
जिन कार्यों को टेंडर में समय दिया जाता रहा है कि कार्यों की गुडवक्ता की देख रेख 3 से 5 साल तक यदि कार्यों में दिक्कत आयी तो देख रेख सम्बन्धित फर्म द्वारा कराया जाएगा। लेकिन कमीशन के होड़ में इसकी कोई अवश्यकता नजर नही आयी। जानकारी के अनुसार नगर पंचायत डाला बाजार में जिन फर्म के ठेकेदारों द्वारा विकास कार्यों के टेंडर यदि 18% से 20% बिलो रेट पर डाला गया हो तो, जिम्मेदार टेंडर ही निरस्त कर दे रहे। ऐसे में नगर पंचायत चर्चाओ और सुर्खियों का बाजार गर्म किये हुए है। नगर पंचायत के वार्ड 2,4,10 में 18/6/2024 को हुई टेंडर जो बार-बार निरस्त कर दिया गया। जिसका कारण स्पस्ट नही किया जा रहा।
वही स्थानीयों ने बताया कि जब तक कमीशन का रास्ता साफ नही हो जाता किसी प्रकार का टेंडर स्वीकार नही किया जाएगा। ऐसे में वगैर टेंडर के ही विज्ञप्ति अखबारों में निकाल अपने शुभचिंतकों द्वारा कुछ चिन्हित कार्यों को कराने का प्रयाश जारी हैं। जिस पर स्थानीयों ने जम कर विरोध किया। स्थानीय नगरवासियों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराना चाहा है कि नगर पंचायत डाला बाजार में बाहरी टीम गठित कर जांच कराने व विधिक कार्यवाही करने की कृपा करें।
Aug 22 2024, 11:39