अबूझमाड़ की महिलाओं ने कलेक्टर को भेजी राखी, शाला भवन और आंगनबाड़ी के साथ मांगा पीने का पानी…

नारायणपुर- छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ कहे जाने वाले नारायणपुर जिला के ग्राम कुंडोली की महिलाओं ने इस रक्षाबंधन पर कलेक्टर को राखी के साथ पत्र भेजा है. पत्र में लिखा है कि “आप हमारे बड़े भैया से भी बढ़कर हैं.” उन्होंने इसके साथ विश्वास जताया है कि कलेक्टर महोदय उनकी राखी को स्वीकार कर सौगात के तौर पर गांव की बुनियादी समस्याओं का समाधान करेंगे. 

गांव की मां अन्नपूर्णा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर विपिन मांझी को राखी के साथ भेजे पत्र में गांव की बुनियादी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है. आदिवासी महिलाओं ने बताया कि उनका गांव जिला मुख्यालय से काफी दूर स्थित है, और यहां तक पहुंचना बहुत कठिन है.

उन्होंने बताया कि गांव में पिछले 14 वर्षों से शाला भवन की कमी के कारण बच्चों को झोपड़ी में पढ़ाई करनी पड़ रही है. इसके अलावा गांव में पीने के पानी की भी गंभीर समस्या है, जिससे ग्रामीणों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. इसके साथ महिलाओं ने आंगनबाड़ी की सुविधा की भी मांग की है, जो कि बच्चों के पोषण और शिक्षा के लिए अति आवश्यक है.

बता दें कि कुंडोली गांव नक्सल प्रभावित और पहुंचविहीन इलाका है, जहां आज भी लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. रक्षाबंधन पर गांव की महिलाओं ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अपने बेटे-बेटियों, याने कलेक्टर से अपने भांजे-भांजियों के लिए शाला भवन, पीने क पानी और आंगनबाड़ी की सुविधा की मांग की है. आदिवासी महिलाओं की यह अनोखी पहल क्या रंग लाती है, यह भविष्य के गर्भ में छिपा है.

24 को प्रदेशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन : विधायक दल ने बनाई रणनीति, जेल पहुंचकर MLA देवेंद्र यादव से भी की मुलाकात

रायपुर- विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी मामले को लेकर आज राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक हुई, जिसमें विधायक की गिरफ्तारी का बड़ा विरोध करने रणनीति बनाई गई. इस मामले को लेकर कांग्रेस 24 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी. बैठक के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत अन्य विधायक केंद्रीय जेल पहुंचकर देवेंद्र यादव से मुलाकात की.

बैठक में नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने विधायकों से चर्चा की. डॉ. महंत ने कहा, सरकार ने गलत तरीके से विधायक को गिरफ्तार कराया है. गिरफ्तारी का कांग्रेस कड़ा विरोध करेगी. सभी विधायक प्रेसवार्ता कर अपना विरोध जताएंगे. 24 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया जाएगा.
बिना शादी के जन्मे बेटे को जैविक पिता से मिला संपत्ति का अधिकार, 29 साल बाद हाईकोर्ट से मिला न्याय
बिलासपुर-   हाईकोर्ट ने बिन बिहाई मां से जन्म हुए बच्चे को उसके जन्म के 29 साल बाद उसका हक दिलाया है. कोर्ट ने वैध पुत्र मानते हुए जैविक पिता से सभी लाभ प्राप्त करने का हकदार बताया है. हाईकोर्ट ने परिवार न्यायालय के  निर्णय को कानून के अनुरूप न होने के कारण खारिज कर दिया है.


दरअसल, सूरजपुर जिले में रहने वाले युवक ने अपने जैविक पिता से भरण पोषण व उनके सम्पति में हक दिलाने परिवार न्यायालय में परिवाद लगाया था. जहां सुनवाई के बाद मामला खारिज होने पर युवक ने हाई कोर्ट में अपील की. जिसमें कहा गया कि उसके जैविक पिता और मां पड़ोस में रहते थे, दोनों के प्रेम संबंध से उसकी मां गर्भवती हो गई। पिता ने गर्भपात कराने कहा, लेकिन मां ने इनकार करते हुए मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद नवंबर 1995 को लड़के का जन्म हुआ. वह अपनी मां के साथ रहा. मां ने स्वयं और बच्चे के भरण पोषण के लिए परिवार न्यायालय में प्रकरण लगाया. परिवार न्यायालय ने संपत्ति के अधिकारों की घोषणा वैवाहिक पक्ष के दायरे में न होने के कारण इसे बनाए रखने योग्य नहीं माना था. इस निर्णय के खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की.

इधर अप्रैल, 2017 में जब युवक बीमार पड़ गया. वित्तीय संकट के कारण वह जैविक पिता के घर गया और इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगी तो उसने मना कर दिया. इससे  नाराज होकर युवक ने पहले परिवार न्यायालय में सम्पत्ति का दावा पेश किया, जिसे पारिवारिक न्यायालय ने खारिज कर दिया, तो हाईकोर्ट में इसकी अपील की गई. जहां जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस रजनी दुबे की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने परिवार न्यायालय द्वारा दर्ज निष्कर्ष को खारिज कर दिया. हाईकोर्ट ने युवक को दोनों का वैध पुत्र घोषित किया. साथ ही उसे पिता से मिलने वाले सभी लाभों का हकदार घोषित किया है. अपीलकर्ता युवक का जन्म 1995 में हुआ था, वह करीब 29 वर्ष का है. युवक को लंबी लड़ाई के बाद हाईकोर्ट से उसका हक मिला है.
सरगुजा संभाग में आज गरज-चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट, अन्य संभागों में कमजोर हुआ मानसून
रायपुर- सावन खत्म होते ही छत्तीसगढ़ में अब मानसून कमजोर हो चुका है. हालांकि सरगुजा संभाग में मानसून की गतिविधियां अब भी जारी है. मौसम विभाग में आज प्रदेश के सरगुजा संभाग में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इसके साथ ही अगले 5 दिनों के लिए सरगुजा संभाग में बारिश की संभावना है.

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आगामी 5 दिनों में सरगुजा संभाग के अधिकतम जिलों में बारिश होगी. एक-दो स्थान पर गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है. वहीं अन्य संभागों में मानसून कमजोर हो चुका है. रायपुर, बिलासपुर, बस्तर और दुर्ग संभागों के एक दो स्थानों पर  गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है.

सोमवार को ऐसा रहा प्रदेश का मौसम

बीते दिन सोमवार को प्रदेश में मानसून सामान्य रहा. एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षो दर्ज की गई. सरगुजा संभाग के बलरामपुर में भारी बारिश हुई. प्रदेश भर में सबसे अधिक बारिश बलरामपुर के कुसमी में 7 सेंटिमीटर दर्ज की गई.

वहीं प्रदेश का सर्वाधिक तापमान डोंगरगढ़ में 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और प्रदेश का न्यूनतम तापमान सोनहत में 21. 01 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

मंदिर में रखी हनुमान जी की प्रतिमा को किया खंडित, लगातार हो रही घटनाओं से लोगों में आक्रोश…

बलौदाबाजार- जिले में हनुमान जी की मूर्ति खंडित करने का मामला सामने आया है. घटना के बाद लोगों में आक्रोश नजर आ रहा है. फिलहाल, गिधौरी पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है. 

गिधौरी स्थित महानदी के समीप हनुमान मंदिर की मूर्ति को तोड़ा गया है. आमजन पिछले कई वर्षों से पूजा-पाठ करते थे. आज सुबह पूजा करने के लिए गए तो हनुमान जी की खंडित मूर्ति देख दंग रह गए. जिले में लगातार मंदिरों में मूर्तियों की तोड़-फोड़ से धर्मावलंबियों में आक्रोश बढ़ रहा है. इसके पहले सुहेला व हथबंद थाना क्षेत्र में भी मूर्ति तोड़फोड़ की घटना हो चुकी है.

घटना के संबंध में गिधौरी थाना प्रभारी ने कैलाश चंद्र दास ने बताया कि नदी किनारे स्थित हनुमान जी की मूर्ति तोड़ दी गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे. वहीं विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष अभिषेक तिवारी ने कहा कि पुलिस प्रशासन व राज्य शासन को इस तरह की घटनाओं को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए कि कहीं यह जन आक्रोश फैलाने का काम तो नहीं है.

घटना के पीछे कोई साजिश तो नहीं

उन्होंने कहा कि इसके पहले सुहेला व हथबंद थाना क्षेत्र में भी मंदिरों में स्थापित मूर्तियों की तोड़-फोड़ की गई थी. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था, लेकिन इसकी जांच की जानी चाहिए कि कहीं इस घटना के पीछे और कोई बड़ा हाथ तो नहीं जो छत्तीसगढ़ की शांत हिन्दू धर्म के लोगों को आक्रोशित करने का काम कर रही है.

शराब घोटाले के आरोपियों की याचिकाएं हाई कोर्ट ने की खारिज, दर्ज एफआईआर को दी गई थी चुनौती…

बिलासपुर- प्रदेश के बहुचर्चित शराब घोटाले में आरोपियों की याचिकाओं को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है. हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा के बेंच के फैसले से पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, अनवर ढेबर व विधु गुप्ता सहित सभी आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.

बता दें, कि शराब घोटाले को लेकर एसीबी और ईओडब्ल्यू ने अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा, अनवर ढेबर, विधु गुप्ता, निरंजन दास और एपी त्रिपाठी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है. इन सभी आरोपियों ने एसीबी और ईओडब्ल्यू की एफआईआर को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसमें अपने खिलाफ की गई एफआइआर को निरस्त करने की मांग की थी.

आरोपियों ने हाई कोर्ट में अलग-अलग याचिका लगाई थी. इस मामले में बीते 10 जुलाई को सभी पक्षों को सुनने के बाद हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था, जिसे मंगलवार को सार्वजनिक किया है. हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा व जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है.

बहनों के आगमन से गुलजार हुआ मुख्यमंत्री निवास

रायपुर-     छत्तीसगढ़ में रक्षाबंधन का पर्व इस बार खास बन गया, जब राज्य की महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति अपने स्नेह और सम्मान को एक अनूठे तरीके से व्यक्त किया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री के लिए विशेष रूप से राखियां बांधी, जो न केवल भाईचारे का, बल्कि उनकी सुरक्षा और कल्याण के प्रति महिलाओं के गहरे विश्वास का भी प्रतीक हैं। रक्षा बंधन पर्व पर आज प्रदेशभर से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राखी बांधने बड़ी संख्या में आई महिला बहनों से मुख्यमंत्री निवास गुलजार रहा।

महिलाओं की भावनाएं-

मुख्यमंत्री को राखी बांधने आई महिला समूह की सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार काम कर रही हैं। उनके इस समर्पण को देखते हुए हमने सोचा कि इस रक्षाबंधन पर उनके प्रति अपनी भावनाओं को विशेष तरीके से व्यक्त किया जाए। राखी बांधना तो एक परंपरा है, लेकिन हमारे लिए यह एक संदेश देने का भी तरीका है कि हम उनके नेतृत्व पर विश्वास करते हैं और उन्हें अपना भाई मानते हैं। इसलिए महिलाओं ने मुख्यमंत्री का ‘थैंक यू विष्णु भैया‘ वाली राखी बांधकर आभार व्यक्त किया।

इस राखी के निर्माण में शामिल महिलाओं ने राखियां बनाकर यह संदेश दिया कि वे उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करती हैं और उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानती हैं।

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया-

मुख्यमंत्री श्री साय ने महिलाओं की इस अनूठी पहल पर खुशी जताई और कहा कि यह मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। बहनों ने आज जो स्नेह दिया है, उससे अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी बहनों की उम्मीदों पर खरा उतरने लिए निरंतर कार्य करता रहूंगा। उन्होंने आगे कहा कि यह राखी केवल एक धागा ही नहीं, बल्कि उनके प्रति हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की भी याद दिलाती है। मुख्यमंत्री निवास में आज रक्षा बंधन के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बड़ा मुकाम हासिल कर चुकी महिलाएं और बच्चियां पहुंची थी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महिलाओं से कहा कि आप सभी की उपलब्धियां हमें गौरवांन्वित करती है। आप सभी अपनी रूचि के अनुसार क्षेत्र चुने और उसमें आगे बढ़े।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पूरे दिन ट्रेंड करता रहा हमर-विष्णु-भैया
रायपुर-    रक्षाबंधन के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ‘हमर-विष्णु-भैया‘ दिनभर ट्रेंड करता रहा। बहनों ने महतारी वंदन, पीएम आवास योजना की स्वीकृति और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए ‘एक्स‘ पर पोस्ट किए और साय सरकार का आभार जताया।
महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के लिए बनाई विशेष राखी, दिया प्रेम, स्नेह और विश्वास का अनूठा संदेश
रायपुर-  छत्तीसगढ़ में रक्षाबंधन का पर्व इस बार खास बन गया है, जब राज्य की महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति अपने स्नेह और सम्मान को एक अनूठे तरीके से व्यक्त किया। महिलाओं ने मुख्यमंत्री के लिए विशेष रूप से राखियां बनाई हैं, जो भाई और बहन के अटूट बंधन का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री साय, जिन्हें राज्य में महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति समर्पित एक जननेता के रूप में जाना जाता है, उनके प्रति विशेष सम्मान ने रक्षाबंधन के इस पर्व को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
महिलाओं की भावनाएं -
मुख्यमंत्री को राखी बांधने आई महिला समूह ने कहा, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार काम किया है। उनके इस समर्पण को देखते हुए हमने सोचा कि इस रक्षाबंधन पर उनके प्रति अपनी भावनाओं को एक विशेष तरीके से व्यक्त किया जाए। राखी बांधना तो एक परंपरा है, लेकिन हमारे लिए यह एक संदेश देने का भी तरीका है कि हम उनके नेतृत्व पर विश्वास करते हैं और उन्हें अपना भाई मानते हैं।
इस राखी को महिलाओं ने अपने हाथों से बनाया, जिसमें उनके प्यार, विश्वास और आस्था की झलक साफ दिखाई देती है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम की राखियां बनाकर यह संदेश दिया कि वे उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करती हैं और उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानती हैं।
यह मेरे लिए बड़ा सम्मान: मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अनूठी पहल पर खुशी जताई और कहा, यह मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि राज्य की बहनें मुझे अपना भाई मानती हैं। मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा और महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए निरंतर काम करता रहूंगा। उन्होंने आगे कहा कि यह राखी न केवल एक धागा है, बल्कि यह उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की भी याद दिलाती है।
बीजापुर में बहनों ने रक्षाबंधन पर सुरक्षाबलों को बांधी राखी, भावुक हुए जवान

रायपुर-  रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के प्रेम का प्रतीक है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का संकल्प लेते हैं। यह पर्व सभी के लिए खास होता है, लेकिन माओवाद प्रभावित बीजापुर में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों के लिए यह दिन विशेष रूप से भावुकता पूर्ण हो गया। जब बीजापुर के विभिन्न सुरक्षा कैंपों में जहां सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षाबलों के जवान अपने कर्तव्य का पालन करते हुए तैनात हैं, वहां की स्थानीय बहनों ने आकर जवानों की कलाईयों में राखी बांधी। जवानों के लिए यह पल भावनाओं से भरा हुआ था। घर से दूर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए ये जवान अपने परिवार से नहीं मिल पाते हैं लेकिन बीजापुर की इन बहनों ने उनकी कलाईयों में राखी बांधकर उन्हें अपने परिवार की याद दिला दी।

महतारी वंदन योजना की लाभार्थी बहनों ने अपने-अपने घरों के नजदीकी सुरक्षा कैंपों में जाकर जवानों की कलाईयों में रक्षा सूत्र बांधा। सीआरपीएफ कैंप 299 बीजापुर, सीआरपीएफ 85 बटालियन नयापारा, चेरपल्ली, रेड्डी, गुटाई गुडा, भोपालपटनम और गंगालुर पिनकोण्डा जैसे विभिन्न कैंपों में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

धनोरा कैंप में पदस्थ प्लाटून कमांडर रूपेश थामी ने कहा, "आज महिला बाल विकास विभाग की तरफ से बहनें रक्षा सूत्र बांधने आईं, जिससे हमें बहुत अच्छा लगा। हम देश के विभिन्न राज्यों से आकर यहां ड्यूटी करते हैं और घर नहीं जा पाते। इन बहनों ने हमारी परिवार की कमी को पूरा किया। हम बहुत भावुक हो गए और चाहते हैं कि हर साल बहनें इसी तरह आकर हमें राखी बांधें।"

महतारी वंदन योजना की हितग्राही बहन रानी तेलम, दामिन कुडियम और गीता मुचाकी ने जवानों को राखी बांधते हुए कहा, "हमें गर्व है कि हमारे भाई अपनी ड्यूटी पर तैनात होकर बीजापुर में अमन और शांति बनाए रखते हैं, जिससे हम बेफिक्र रहते हैं। हमने भी जवानों को राखी बांधकर अपना दायित्व निभाया और इस रक्षाबंधन का पर्व हमारे लिए बहुत खास रहा।"