रक्षाबंधन स्पेशल: नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों की सजी कलाइयां, गांव की बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर लिया सुरक्षा का वचन

सुकमा- दशकों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे सुकमा जिले की फिजाएं अब बदल रही है. जहां सुकमा जिले में घटी नक्सल वारदातों के चलते नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बल के जवानों और स्थानीय लोगों के बीच भय और अविश्वास का माहौल देखा जाता रहा है. लेकिन अब इसी क्षेत्र की महिलाएं और बहनें सुरक्षा बल के जवानों की सलामती की दुआएं मांग रही हैं और जवानों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध रही हैं.

जवानों की कलाई सूनी न रहे, इसलिए गांव की बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र

आज एक ऐसी ही तस्वीर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से निकल कर सामने आई है. जहां आज पूरा देश रक्षाबंधन का पावन पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा. वहीं अंदरूनी क्षेत्र में तैनात जवानों को इस त्योहार पर परिवार की कमी महसूस न हो और इनकी कलाई सुनी न रहे इसलिए गांव की बहनों ने भाई बहन के प्रेम के इस अटूट बंधन के पावन त्योहार पर जवानों को रक्षा सूत्र बांधने सैकड़ों की संख्या में कैंप पहुंची. इन बहनों को आज के दिन अपने समक्ष पा कर जवानों ने भी काफी खुशी जताई है और भावुक हो गए. वहीं कई जवानों के आंखें नम हो गई.

इन बहनों के कारण आज रक्षा बंधन के दिन हमारी कलाई सूनी नहीं होगी – सुरक्षा बल

जवानों ने बताया की नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हम तैनात हैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं इस वजह से हर त्यौहार अपने परिवार के साथ मना पाना असम्भव नहीं होता है. ऐसे में जब हम त्योहारों में अपने परिवार के बीच मौजूद नहीं होते हैं हमे भी अपने परिवार की बहुत याद आती है इन बहनों ने रक्षा सूत्र बांध कर यहां तैनात हम जवानों को घर से दूर होने के साथ बहन की कमी महसूस नही होने दी. जिसके लिए हम सभी जवान बहुत ही खुश है आज हमारी भी कलाई सूनी नहीं रहेगी हम सभी जवान इन बहन बेटीयों की रक्षा करने और इनके साथ हर परिस्थितियों में साथ देने का वचन देते हैं.

जवानों को परिवार की कमी न हो इस लिए हमने कैंप पहुंच कर बांधी राखी – गांव की महिलाएं

गांव से आई महिलाओं से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया की नक्सलवाद को खत्म करने, क्षेत्र में शांति कायम करने और इन इलाकों के विकास के लिए यहां तैनात सुरक्षा बल के जवान त्योहारों में अपने परिवार वालों से दूर रहते है उनके साथ समय नहीं बिता पाते हैं. जिसके चलते उन्हें परिवार की कमी महसूस होती है और आज राखी का पावन त्योहार है ऐसे इन जवान भाइयों को उनके परिवार की कमी महसूस न हो इसलिए हम कैंप पहुंच कर इन सभी भाइयों को राखी बांध रहे हैं. ताकि इन्हें भी ये महसूस हो की उनके परिवार यहां भी मौजूद हैं.

मिशन अस्पताल पर जिला प्रशासन का जल्द कब्जा, प्रबंधन को खाली करने का आदेश, जानिए क्या है मामला

बिलासपुर- बिलासपुर के मिशन अस्पताल पर अब जल्द ही जिला प्रशासन का कब्जा करेगा. जिला प्रशासन ने मिशन अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है और कब्जा सौंपने का समय दिया है. छुट्टियों और त्योहार के कारण  जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. रक्षाबंधन पर्व के बाद सात दिन मियाद पूरी हो जाएगी. कलेक्टर अवनीश शरण, निगम कमिश्नर अमित कुमार ने मिशन अस्पताल परिसर का जायजा लिया है. बताया जा रहा है कि निगम प्रशासन की टीम मियाद खत्म होते ही अस्पताल पर कब्जा कर लेगी.

बता दें, कि बिलासपुर में मिशन अस्पताल की स्थापना साल 1885 में हुई. आजादी के समय मिशन अस्पताल को लंबे समय के लिए लीज पर दिया गया. लीज साल 2014 में खत्म हो गई. लेकिन लीज का नवीनीकरण नहीं किया गया. नवीनीकरण के लिए पेश किए गए आवेदन को नजूल न्यायालय ने साल 2024 में खारिज कर दिया. नजूल न्यायालय के खिलाफ मिशन प्रबंधन ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई, लेकिन उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश जारी करने से इनकार कर दिया.

15 अगस्त के पहले जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर मिशन अस्पताल परिसर को सात दिनों के भीतर खाली करने को कहा है. प्रशासन ने अस्पताल समेत परिसर को प्रशासन के हवाले किए जाने को कहा है. मियाद को खत्म होने में सिर्फ तीन-चार दिन रह गए हैं. कयास लगाया जा रहा है कि रक्षाबंधन पर्व के बाद जिला प्रशासन मिशन अस्पताल और परिसर को अपने कब्जे में ले लेगा. कार्रवाई से पहले कलेक्टर अवनीश शरण और निगम आयुक्त अमित कुमार वस्तुस्थिति का जायजा भी लिया है.

रक्षाबंधन पर भाजपा नेत्री सरोज पांडे ने पूर्व मुख्यमंत्री को भेजी राखी, भूपेश बघेल ने जताया आभार
रायपुर- रक्षाबंधन के पावन अवसर पर भाजपा नेत्री सरोज पांडेय ने हर साल की तरह इस साल भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राखी भेजी. राखी मिलने के बाद भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर इसकी तस्वीर शेयर कर आभार जताया है. भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “हर वर्ष की तरह, मेरी बहन सरोज पांडेय ने रक्षाबंधन पर राखी के साथ अपना स्नेह भेजा है. बहन सरोज का आभार. उन्हें जीवन की हर खुशी मिलती रहे.”
वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की बधाई एवं शुभकामनाएं दी
रायपुर-    वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। श्री कश्यप ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आएं और इस पावन पर्व पर वृक्षारोपण कर प्रकृति के साथ अपनी बंधुत्व भावना को प्रकट करें। उन्होंने सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है।
राज्य स्तरीय अधिकारियों की टीम ने बिलासपुर जिले की 18 मदिरा दुकानों में दबिश देकर की जांच-पड़ताल

रायपुर-   छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्याम धावड़े के नेतृत्व में आबकारी विभाग के राज्य मुख्यालय, सीएसएमसीएल एवं सीएसबीसीएल के अधिकारियों की टीम ने बिलासपुर जिले में 18 मदिरा दुकानों में बीते 17 अगस्त को आकस्मिक रूप से दबिश देकर वहां की व्यवस्था का निरीक्षण किया। आबकारी सचिव सह-आयुक्त आर. शंगीता के निर्देशन में जांच पड़ताल की यह कार्रवाई बिलासपुर जिले में मदिरा की दुकानों के संचालन को लेकर शासन स्तर पर विभिन्न माध्यमों से लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर की गई है।

मदिरा दुकानों की जांच-पड़ताड़ के बाद छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड प्रबंध संचालक श्याम लाल धावड़े ने आबकारी नियंत्रण कक्ष बिलासपुर में जिले के आबकारी अधिकारियों तथा संभागीय उड़नदस्ता बिलासपुर में पदस्थ अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बिलासपुर जिले में मदिरा दुकानों के आकस्मिक जांच-पड़ताल में पायी गई कमियों को दूर करने के संबंध में विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी। बैठक में अधिकारियों को राजस्व लक्ष्य प्राप्ति उपलंभन एवं गुणवत्तापूर्ण आपराधिक प्रकरणों की कायमी को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

गौरतलब है कि सचिव सह-आबकारी आयुक्त आर. शंगीता ने बीते 7 अगस्त को राज्य के सभी जिलों के आबकारी अधिकारियों की बैठक ली थी। बैठक में जिला एवं संभाग के प्रभारी अधिकारियों को जिलों की मदिरा दुकानों के नियमानुसार संचालन एवं विभाग द्वारा निर्धारित राजस्व लक्ष्य की पूर्ति के निर्देश दिए गए थे। उक्त निर्देशों के क्रियान्वयन की समीक्षा में बिलासपुर जिले की प्रगति संतोषजनक नहीं पायी गई। इसके साथ ही बिलासपुर जिले में संचालित मदिरा दुकानों की व्यवस्था को लेकर भी विभिन्न माध्यमों एवं टोल-फ्री नंबर से शासन को लगातार मिल रही थी। इसके चलते आबकारी आयुक्त आर. शंगीता ने छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पाेरेशन लिमिटेड एवं छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कार्पाेरेशन लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्यामलाल धावड़े के नेतृत्व में राज्य मुख्यालय में पदस्थ वरिष्ठ आबकारी अधिकारियों, सी.एस.एम.सी.एल. एवं सी.एस.बी.सी.एल. में पदस्थ अधिकारियों की टीम गठित की और बिलासपुर जिले में संचालित मदिरा दुकानों की आकस्मिक जांच के निर्देश दिए थे।

आबकारी आयुक्त आर. शंगीता के निर्देश के परिपालन में आबकारी अधिकारियों की टीम ने बिलासपुर जिले की कंपोजिट मदिरा दुकान मोपका, छोटीकोनी, देशी-विदेशी मदिरा दुकान लिंगियाडीह, बिल्हा, सकरी, सिरगिट्टी, चुचुहियापारा, व्यापार विहार एवं यदुनंदन नगर, विदेशी मदिरा दुकान सरकंडा तथा प्रीमियम मदिरा दुकान लिंक रोड तारबहार की आकस्मिक जांच-पड़ताल की। मदिरा दुकानों के निरीक्षण के दौरान प्रभारी अधिकारियों द्वारा दुकानों का नियमित रूप से निरीक्षण न किया जाना, पॉपुलर ब्राण्ड की मदिरा की अनुपलब्धता, प्रतिदिन मदिरा विक्रय की राशि बैंक में जमा किए जाने की रसीद तथा सुरक्षा गार्ड का दुकान में मौजूद न होना, अधिकांश मदिरा दुकानों में अहातों का व्यवस्थापन-संचालन न होना तथा मदिरा दुकान परिसर में साफ-सफाई का अभाव सहित अन्य कमियां पायी गई हैं।

प्रबंध संचालक श्यामलाल धावड़े के नेतृत्व में गठित टीम में अपर आयुक्त आबकारी राकेश मंडावी एवं आशीष श्रीवास्तव उपायुक्त आबकारी पी.एल. साहू एवं नीतू नोतानी, सहायक आयुक्त आबकारी नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजुश्री कसेर एवं आशीष कोसम के अतिरिक्त राज्य स्तरीय उड़नदस्ता संभागीय उड़नदस्ता रायपुर एवं दुर्ग, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पाेरेशन लिमिटेड, छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कार्पाेरेशन लिमिटेड, रायपुर में पदस्थ आबकारी अधिकारी, आबकारी उप निरीक्षक एवं आरक्षक शामिल थे।

प्रयास आवासीय विद्यालय पहुंचे सोनमणि बोरा, शाला संचालन की तैयारियों का लिया जायजा, विभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक…
रायगढ़- रायगढ़ में शुरू होने वाले प्रयास आवासीय विद्यालय का प्रमुख सचिव, आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग सोनमणि बोरा ने दौरा कर जायजा लिया है. लाइवलीहुड कॉलेज में शुरू होने जा रहे प्रयास आवासीय विद्यालय का निरीक्षण कर शाला संचालन की तैयारियों के बारे में जानकारी प्रमुख सचिव ने ली. इसके अलावा रायगढ़ के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में रायगढ़, सक्ती और सारंगढ़–बिलाईगढ़ जिले के विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक भी ली. दौरे में पहुंचे प्रमुख सचिव को प्रभारी सहायक आयुक्त महेश शर्मा ने बताया कि रायगढ़ के लाइवलीहुड कॉलेज में स्कूल शुरू करने की तैयारी की गई है. यहां क्लासेज और हॉस्टल शुरू करने की व्यवस्था की गई है. शिक्षकों और हॉस्टल वार्डन की नियुक्ति की जा चुकी है. बच्चों के रहने के लिए पलंग, गद्दे इत्यादि की व्यवस्था कर ली गई है. हॉस्टल कैम्पस को अंतिम रूप दिया जा रहा है. यहां खिड़कियों में मच्छर जाली लगाने के साथ रंगाई-पोताई का काम किया गया है. साथ ही भवन में मेस संचालन सहित अन्य व्यवस्थाओं की तैयारी भी की गई है.

प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने कहा कि प्रयास विद्यालय में बच्चों को सभी जरूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए. यह पहला बैच है, अत: इनका विशेष रूप से ख्याल रखा जाए. अच्छे शैक्षणिक माहौल के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर भी पूरा ध्यान दिया जाए. प्रयास विद्यालयों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी अहम हिस्सा है. इसके लिए टीचिंग स्टॉफ की भी पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए.

उन्होंने परिसर में छात्रों के लिए खेल-कूद की गतिविधियां भी विकसित करने की बात कही. साथ ही खाली पड़े स्थानों पर वृक्षारोपण व गार्डनिंग कर वहां बेंच लगाने के निर्देश दिए, जिससे छात्रों को एक अच्छा माहौल मिले. इसके साथ ही प्रयास आवासीय विद्यालय के लिए स्थल चयन कर आधुनिक सुविधाओं से युक्त कैम्पस निर्माण की दिशा में काम करने के निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि प्रयास विद्यालय का परिसर एजुकेशन सिटी की तर्ज पर हो. स्मार्ट क्लास रूम, लाईब्रेरी, लेबोरेट्री, खेल गतिविधियों जैसी तमाम सुविधाएं विकसित करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने परिसर में आम का पौधा भी लगाया. रायगढ़ कलेक्ट्रेट में ली समीक्षा बैठक

दौरे के अलावा आदिम जाति, अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने रायगढ़ जिले के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़– बिलाईगढ़ जिले के विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान उन्होंने जिले की विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने पीएम जनमन योजनान्तर्गत रायगढ़ जिले में अब तक हुए कार्यों की सराहना की और कहा कि रायगढ़ जिले में योजना का क्रियान्वयन अच्छे से हो रहा है.

प्रमुख सचिव बोरा ने एकलव्य विद्यालय संचालन की समीक्षा करते हुए कहा कि अभी नए शैक्षणिक स्टॉफ की नियुक्ति की गई है. स्कूलों में छात्रों को उच्च गुणवत्ता का शैक्षणिक माहौल मिलना चाहिए. नियमित रूप से सभी कक्षाएं संचालित हो. बच्चों को रिजल्ट बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करें, इसके लिए सबको सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे. बच्चों को न केवल स्कूली परीक्षाओं में अच्छे रिजल्ट के लिए तैयार किया जाए, बल्कि उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी अवश्य करवायें.
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर राधिका खेड़ा का तीखा कटाक्ष, कहा-
रायपुर- बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तार भिलाई विधायक देवेंद्र यादव 3 दिनों की न्यायिक रिमांड पर है. इस बीच कांग्रेस को छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाली नेत्री राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर विधायक देवेंद्र यादव पर उनकी गिरफ्तारी को लेकर कटाक्ष किया है, सिर्फ यही नहीं उन्होंने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस पार्टी पर आरोपों की बौछार कर दी.


बता दें कि राधिका खेड़ा ने यह वीडियो आज शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया है. राधिका ने कहा कांग्रेस को लेकर एक पुरानी कहावत सच होती दिख रही है कि हाथी के दो दांत होते हैं, एक दिखाने के लिए और दूसरा खाने के लिए. राहुल गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है. नाम भले ही मोहब्बत का हो, लेकिन असली मकसद अराजकता, हिंसा और नफरत फैलाना है. इस ‘दुकान’ का एक खास मोती, देवेंद्र यादव, अब रायपुर की सेंट्रल जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुका है.

राधिका खेड़ा ने कहा कि भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव 10 जून को बलौदा बाजार में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी हैं. ये वही देवेंद्र हैं, जो राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं और भारतीय राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बनने की चर्चाएं भी हो रही थीं. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वह राहुल के साथ-साथ घूमते नजर आए थे. वैसे तो देवेंद्र यादव हर फन में माहिर हैं—चाहे कोयला घोटाले में पैसा कमाने की बात हो, महादेव ऐप में कट मनी की कमाई, या फिर हिंदू त्योहारों के दौरान हिंसा भड़काने की साजिश. उनकी यही चतुराई कांग्रेस में उन्हें सुपरहिट बनाती है.

राधिका ने देवेंद्र यादव को बताया बघेल का ये गुंडा

राधिका ने देवेंद्र यादव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की करीबी पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भी वो बेहद करीबी माने जाते हैं और उन्हें बघेल का दाहिना हाथ कहा जाता है. 10 जून को सतनामी समाज के खिलाफ हुई हिंसा में देवेंद्र को पुलिस ने कई बार नोटिस भेजा, लेकिन बघेल का ये गुंडा कानून से ऊपर समझता है खुद को, इसलिए कभी हाजिर नहीं हुआ. जब आखिरकार उसे गिरफ्तार किया गया, तो उसके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस से भिड़ गए. सच तो ये है कि जहां कांग्रेस हारती है, वहां अराजकता और हिंसा फैलाने में देर नहीं लगाती. देवेंद्र यादव के जरिए राहुल गांधी और भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में ऐसा ही खेल खेलना चाहते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. कांग्रेस की यह कोशिश थी कि हिंसा और भय का माहौल बनाकर छत्तीसगढ़ को अस्थिरता की राह पर ले जाए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर इस साजिश को कामयाब नहीं होने देगी.
वाणिज्य कर मंत्री ओ पी चौधरी ने पंजीयन विभाग के कार्यों की समीक्षा की, मोबाइल बेस्ड एप्लीकेशन ’सुगम’ का किया लोकार्पण
रायपुर-     वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने आज मोबाईल बेस्ड एप्लीकेशन सुगम का लोकार्पण किया। इस एप्लीकेशन में कोई भी व्यक्ति अपनी रजिस्ट्रीकृत दस्तावेज के संपत्ति स्थल पर जाकर स्थल का 03 साईड से फोटो तथा अक्षांश एवं देशांतर भौगोलिक स्थिति को रजिस्ट्री सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट कर सकेगा। इससे संपत्ति संबंधी धोखाधड़ी एवं कर अपवंचन को रोकने में सार्थक मदद मिलेगी।
साथ ही श्री चौधरी ने पंजीयन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक मंत्रालय महानदी भवन, अटल नगर नवा रायपुर में आयोजित किया गया था। मंत्री श्री चौधरी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंजीयन विभाग जनता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ विभाग है। ऐसा कार्य संस्कृति बनाए कि जनता को किसी प्रकार का कोई असुविधा न हो। पंजीयन के इच्छुक पक्षकारों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। पंजीयन विभाग में बिचौलियों के प्रवेश को रोकें तथा जनता बिना बिचौलियों के किसी भी दस्तावेज की रजिस्ट्री करा सके, यह सुनिश्चित करें। समीक्षा के दौरान स्टाम्प प्रकरण तथा पंजीयन में अनावश्यक विलंब के तथ्य प्रकाश में आने पर उन्होंने संबंधित जिला पंजीयक एवं उप पंजीयक को समयबद्ध निराकरण के निर्देश दिये।
मंत्री श्री चौधरी ने उपस्थित अधिकारियों को कहा कि लोक सेवक के रूप में उन्हें जनता की सेवा का मौका मिला है। देश अभी विकासशील से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हो रहा है तथा इस यात्रा में अधिकारी और कर्मचारी का योगदान महत्वपूर्ण होता है। अतः सभी अधिकारी और कर्मचारी सकारात्मक सोंच के साथ काम करें, ईमानदारी बरतें तथा पारदर्शिता दिखायें, जिससे वे विकसित भारत के निर्माण के भागीदार बन सकें।
मंत्री श्री चौधरी ने समीक्षा के दौरान राजस्व प्राप्तियों, दस्तावेजों, आर.आर.सी. प्रकरण, स्टाम्प प्रकरण आदि के तुलनात्मक आंकड़ों की गहन समीक्षा की। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पुराने दस्तावेजों के स्कैनिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा कुछ ही दिनों में पंजीयन विभाग के सर्च एवं नकल मॉड्यूल को पूरी तरह से ऑनलाईन कर दिया जायेगा। इससे कोई भी व्यक्ति ऑफिस में आए बिना निर्धारित शुल्क ऑनलाईन जमा कर पूराने दस्तावेजों की सर्च कर सकेगा तथा नकल ऑनलाईन डाउनलोड कर सकेगा।
अधिकारियों ने समीक्षा के दौरान बताया कि पंजीयन विभाग के कार्यों को कैशलेस, पेपर लेस एवं फेस लेस बनाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। पंजीयन शुल्क भुगतान के लिए नेट बैंकिंग तथा पी.ओ.एस. से भुगतान चालू कर दिया गया है। मॉडल डीड जनरेशन का काम सॉफ्टवेयर के माध्यम से तेजी से जारी है। इससे कोई भी व्यक्ति वांछित इनपुट भरकर मॉडल रजिस्ट्री के कागजात स्वतः तैयार कर सकता है, जिससे रजिस्ट्री प्रक्रिया को पेपर लेस किया जा सकेगा। पेन कार्ड का इंटीग्रेशन किया जा चुका है। इसके अगले चरण में आधार के इंटिग्रेशन का कार्य भी जारी है। आधार इंटीग्रेशन होने के बाद गवाहों के रजिस्ट्री ऑफिस में आने की प्रथा समाप्त हो जायेगी एवं छद्म एवं फर्जी व्यक्ति के द्वारा रजिस्ट्री जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा। विभाग का लक्ष्य है कि अगले 01 महीने में फेस लेस के प्रथम चरण में हाउसिंग बोर्ड, आर.डी.ए. तथा कॉलोनाइजर्स को यह सुविधा प्राप्त हो जाये। इसके लिए ट्रायल जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा। इससे पक्षकारों को रजिस्ट्री ऑफिस में आये बिना रजिस्ट्री कराने की सुविधा प्राप्त होगी।
मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि विभाग से बिचौलियों को पूरी तरह समाप्त करें। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला पंजीयक 10 प्रतिशत की निर्धारित सीमा तक सभी बड़े दस्तावेजों को अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि पंजीयन अधिकारियों के मदद से कर अपवंचन को किसी भी तरीके से बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मंत्री श्री चौधरी ने निर्देश दिया कि छत्तीसगढ़ में वैसे भी गाईड लाइन दर अन्य राज्यों की तुलना में कम है। ऐसी स्थिति में जिला पंजीयक और उप पंजीयक सुनिश्चित करेंगे कि गाईड लाईन से कम दर पर बाजार मूल्य निर्धारण किसी भी प्रकार से न करें। 01 महीने के भीतर दर्ज स्टाम्प प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करेंगे। 01 सप्ताह के भीतर स्टाम्प रिफंड की कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। अभियान चलाकर बकाया राजस्व की वसूली करेंगे। सभी बड़े दस्तावेजों का अनिवार्य रूप से स्थल निरीक्षण करेंगे लेकिन स्थल निरीक्षण के लिए कोई दस्तावेज मनमाने समय तक पेंडिंग नहीं रखेंगे।
मंत्री श्री चौधरी ने निर्देश दिया कि जनता का कार्य शीघ्रता और परिशुध्दता के साथ संपन्न हो इसके लिए पंजीयन विभाग के सेटअप को रिवाईज्ड किया जाये। रायपुर, दुर्ग तथा बिलासपुर जिले जहां राज्य के कुल राजस्व का 60 प्रतिशत हिस्सा आता है वहां पंजीयन अधिकारियों की संख्या को 04 गुना तक बढ़ाया जाये। विभाग में 505 स्वीकृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के पद के विरूद्ध 260 पद रिक्त हैं। उन्होंने रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने के निर्देश दिये। उन्होंने भवन विहीन उप पंजीयक कार्यालयों में भवन निर्माण का प्रस्ताव तत्काल भेजने का निर्देश दिया। मंत्री श्री चौधरी ने सभी कार्यालयों में सी.सी.टी.वी. कैमरा एवं बायोमैट्रिक लगाने का भी निर्देश दिया।
प्रकृति-संस्कृति के साथ देश की रक्षा में भी आदिवासी समाज का योगदान अतुलनीय – संदीप साहू

कसडोल-  कसडोल नगर में रविवार को सर्व आदिवासी समाज द्वारा विश्व आदिवासी मूल निवासी परब तिहार कार्यक्रम का अयोजन रखा गया था जिसमें अतिथि के रूप में कसडोल विधायक संदीप साहू शामिल हुए इस दौरान उन्होंने पूजा अर्चना कर सर्व आदिवासी समाज को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रकृति और संस्कृति की रक्षा के साथ-साथ देश की रक्षा में भी आदिवासी समाज का योगदान अतुलनीय है.

हमारे जल जंगल और जमीन की सुरक्षा एवं पर्यावरण के प्रति आदिवासी समाज के अटूट प्रेम की वजह से ही आज हमारे प्राकृतिक धरोहरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है प्रकृति के साथ-साथ हमारी धार्मिक परम्पराओं आस्था के केन्द्रों पौराणिक सभ्यताओं और आने वाली पीढ़ियों को भारत की गौरवशाली धरोहरों से अवगत कराने के लिए आदिवासी समाज के अथक परिश्रम तथा योगदान को हम सभी नमन करते हैं उन्होंने आगे कहा कि आज छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज का हमारे सांस्कृतिक व पारंपरिक संस्कृति को सहेजने में बहुमूल्य योगदान है वे देश की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के साथ ही प्राकृतिक धरोहर जल, जंगल और जमीन का संरक्षण करने का भी काम कर रहें हैं।

यहां की परम्पराएं, रीति-रिवाज और संस्कृति अपने आप में खास है आज देश का ऐसा कोई भी कोना नहीं होगा जो छत्तीसगढ़ के हमारे आदिवासी भाइयों-बहनों के वैभव सम्पदा को नहीं जानता होगा हमारे आदिवासी समाज की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता उनकी सामूहिक जीवन सामूहिक उत्तर दायित्व और भावात्मक संबंध जो निःस्वार्थ भाव से एक दूसरे की सहायता करने और एकजुट होकर रहने की है हमें गर्व है कि पुरे विश्व में भारत में सबसे आदिवासी समाज के लोग निवासरत हैं जो पौराणिक काल से ही हमारी सांस्कृतिक व प्राकृतिक धरोहर को सहेजने का अतुलनीय कार्य कर रहें हैं आप सभी को इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कसडोल के कार्यकारी अध्यक्ष दयाराम वर्मा नगर पंचायत कसडोल के अध्यक्ष नीलू चंदन साहू, जनपद सदस्य योगेश बंजारे , पूर्व पार्षद राजेश कन्नौजे, पंकज जयसवाल सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहे।

पैराटैक्सोनॉमी एवं बायोडायवर्सिटी संरक्षण ट्रेनिंग कोर्स का सफलतापूर्वक समापन, बच्चों ने जाना जैव विविधता संरक्षण का महत्व

रायपुर-   जैवविविधता से समृद्ध छत्तीसगढ़ राज्य में पाए जाने वाले जीव-जंतु एवं पौध, वनस्पति की प्रजातियों की पहचान करना, उनके औषधीय उपयोग एवं आर्थिक महत्व को जानने के उद्देश्य से पैराटैक्सोनामी एवं जैवविविधता संरक्षण के लिए आयोजित 30 दिवसीय कोर्स का समापन गत दिवस 17 अगस्त को हुआ। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप के दिशा निर्देशन में छत्तीसगढ राज्य जैवविविधता बोर्ड एवं राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (BSI) कोलकाता के सहयोग से संपन्न कराया गया।

प्रशिक्षण में बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के द्वारा राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के कैम्पस में दिया गया। यह प्रशिक्षण कांकेर, कोंडागांव, केशकाल, पूर्व भानुप्रतापपुर, पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं नारायणपुर वनमंडलों के अंतर्गत गठित बी.एम.सी. के तहत आने वाले जीवविज्ञान में स्नातक/ 12वी. पास छात्र/छात्राओं को चयनित कर दिया गया। प्रशिक्षण में उक्त वनमंडलों से 40 तथा बी.एस.आई. से आए 13 प्रशिक्षणार्थियों कुल 53 प्रशिक्षणार्थी के द्वारा कोर्स में सहभागिता की गई। प्रशिक्षण का मुख्य बिंदु उनके क्षेत्र में पाए जाने वाले जीव जंतु एवं पौध, वनस्पति प्रजातियों की पहचान करना, उनके औषधीय उपयोग को जानना, उनके उत्पादन की मात्रा को जानना था। प्रशिक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं को जंगल सफारी, मोहरेंगा, सिरपुर, अर्जुनी, बारनवापारा आदि स्थलों का भ्रमण कराते हुए समृद्ध पौध प्रजातियों के पहचान, उनकी उपयोगिता एवं आर्थिक महत्व की जानकारी दी गई। इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के कैम्पस एवं अन्य स्थानों पर 93 फंगस की प्रजातियां, फ्लोरा की 153 प्रजातियां, औषधीय पौधों की 47 प्रजातियां एवं बीज की 187 प्रजातियों को चिन्हित कर सूचीबद्ध किया गया।

प्रशिक्षण में छात्र-छात्राओं के द्वारा पौधों की पहचान करना, उनकी औषधीय उपयोगिता को जानना, हरबेरियम तैयार करने के तरीके तथा संरक्षण के तौर तरीकों से अवगत हुए। इस प्रशिक्षण से छात्र/छात्राओं के पौध प्रजातियों के देखने के नजरिए में परिवर्तन हुआ तथा वे इनके संरक्षण की दिशा में कार्य करने को तत्पर हुए हैं। इन युवाओं के द्वारा अपने ग्राम पंचायत एवं आस-पास के ग्राम पंचायतों में इस जानकारी एवं ज्ञान का प्रचार-प्रसार करने की सहमति व इच्छा जाहिर की गई। बी.एस.आई. से आए प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के लगभग 1500 औषधीय पौधों की जानकारी प्राप्त की गई।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही.श्रीनिवास राव, वैज्ञानिक, बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया डॉ. एस.एस. दास उपस्थित थे।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राव ने कहा कि वन विभाग एवं छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड द्वारा पहली बार इस कोर्स का आयोजन किया गया है तथा पौधों की उपयोगिता एवं आर्थिक महत्व को जानने से ही इन पौधों के महत्व का पता चलता है। इस पैराटैक्सोनामी कोर्स के प्रशिक्षण उपरांत छात्र/छात्राओं को इसे पर्यटन (होमस्टे, नेचर ट्रेल, जंगल गाईड) से जोड़ने तथा इन युवाओं का उपयोग बी.एम.सी. ट्रेनिंग, पी.बी.आर. के अपग्रेडेशन कार्य में उपयोग किए जाने का सुझाव भी दिया गया। श्री राव द्वारा प्रशिक्षण उपरांत 4-5 ग्रामों के बीच एक प्रशिक्षित युवा को रखकर विभागीय कार्यों के साथ समन्वय किये जाने का भी सुझाव दिया गया। साथ ही भविष्य में पुनः इस पैराटैक्सोनामी कोर्स का आयोजन बस्तर वृत्त एवं सरगुजा वृत्त के छात्र/छात्राओं को प्रदान किए जाने हेतु योजना तैयार करने के निर्देश छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड को दिए।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य जैवविविधता बोर्ड के अध्यक्ष राकेश चतुर्वेदी के कुशल मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।