रोजगार के साधन सृजन करने के दृष्टिगत युवा कौशल विकास योजना में नामांकन कर करे प्रशिक्षण -जिलाधिकारी

मीरजापुर । जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने आज नरायनपुर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कोलना में आयोजित चैपाल में पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याओं को सुना तथा सम्बन्धित अधिकारियों को ससमय निस्तारण के निर्देश दिए। चैपाल में प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण की मांग से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र, आपूर्ति विभाग, राजस्व विभाग, सड़क, विद्युत, पेयजल, पेंशन आदि से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया। 2011 की जनगणना के अनुसार 3410 आबादी वाले गांव की मुख्य अर्थ व्यवस्था स्रोत कृषि बताई गई। कृषि सिंचाई का संशाधन नहर हैं।

जिलाधिकारी को बताया गया कि कोलना गांव सर्म्पक मार्ग से जुड़ा है जिसके मरम्मत की आवश्यकता हैं, गांव विद्युतीकरण से संतृप्त हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत फेज-1 व 2 के अन्तर्गत कुल 549 नग व्यक्तिगत शौचालय निर्मित किए गए हैं। पंचम/15वां वित्त आयोग के अन्तर्गत 2023-24 में कुल 11 कार्य एवं 2024-25 में 08 कार्य कराए जा रहे हैं। गांव कुल 25 हैण्डपम्पों की अवस्थापना की गयी है जिसमें सभी क्रियाशील बताया गया। गांव में प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास ग्रामीण से भी लाभार्थियों को आच्छादित किया गया हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन, मनरेगा के तहत कराए गए कार्यो के बारे में भी जिलाधिकारी को जानकारी दी गयी। गांव में 04 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित होने के साथ ही 116 लोगो को वृद्धा पेंशन, 45निराश्रित महिला पेंशन, 23 दिव्यांग पेंशन एवं 663 किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अन्तर्गत लाभान्वित किया जा रहा हैं। चैपाल में बताया गया कि 556 पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारक 33 अन्त्योदय राशन कार्ड धारको को नियमानुसार राशन व अन्य सामाग्री उपलब्ध करायी जा रही हैं।

सरदार पटेल इण्टर कालेज कोलना के सभागार में आयोजित चैपाल में ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने पश्चात जिलाधिकारी उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुये कहा कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिये सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के द्वारा बताया गया हैं। उन्होेंने कहा कि प्रत्येक योजना की जानकारी रखे ताकि उसका लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होने रोजगार के साधन सृजन करने के दृष्टिगत 18 वर्ष से 35 वर्ष की आयु के युवाओं का आह्वान किया कि नजदीकी आई0टी0आई0 कालेज से सर्म्पक कर विभिन्न ट्रेडो में कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि स्वारोजगार को अपने समाज की मुख्य धारा से जोड़ सकें।

उन्होंने प्रबन्धक लीड बैंक व उप निदेशक कृषि को निर्देशित करते हुये कहा कि गांव में किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु अलग-अलग से कैम्प लगाया जाए तथा उसी समय सम्बन्धित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगो का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईयां उपलब्ध कराए। चैपाल कार्यक्रम के तहत जिला कार्यक्रम अधिकारी (आंगनबाड़ी) की तरफ से आगनबांड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा गोदभराई कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं को पोषाहार तथा अन्न प्रासन कार्यक्रम नवनिहाल बच्चों को खीर खिलाकर छोटे-छोटे बच्चों को आशीर्वाद प्रदान किया।

चैपाल के पश्चात जिलाधिकारी द्वारा गांव में स्थित स्वास्थ्य सब सेंटर/आयुष्मान भवन का भी निरीक्षण किया, जहां पर ताला लगा रहने से मुख्य चिकित्साधिकारी को दूरभाष पर निर्देशित करते हुये कहा कि ए0एन0एम0 व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को यहां बैठाना सुनिश्चित कराएं। गांव में जर्जर जूनियर हाई स्कूल भवन का भी निरीक्षण कर बेसिक शिक्षा अधिकारी को मरम्मत आदि के लिये जांच कर नियमानुसार कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसके पूर्व जिलाधिकारी द्वारा सरदार पटेल इण्टर कालेज में स्थापित लौह पुरूष सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर परिसर में वृक्षारोपण भी कियां इस अवसर पर उप जिलाधिकारी चुनार राजेश वर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 दिलीप सोनकर, जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाटी, जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश सिंह, खण्ड विकास अधिकारी नरायनपुर के अलावा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

ग्राम पंचायत बगही के लाइब्रेरी का निरीक्षण कर किया वृक्षारोपण

तत्पश्चात जिलाधिकारी ने नरायनपुर विकास खण्ड के ही ग्राम पंचायत बगही में पहुंचकर लाइब्रेरी का निरीक्षण किया। ग्रामीणों के सहयोग से बनाये गए इस लाइब्रेरी के रखरखाव, सफाई व सौन्दर्यीकरण की प्रशंसा करते हुये कहा कि किसी भी ग्राम का यदि ग्राम प्रधान चाह ले तो गांव को मॉडल गांव स्थापित कर सकता हैं। ग्राम बगही में संचालित इस लाइब्रेरी व अन्य कराए गए कार्यो से एक मॉडल गांव की संकल्पना बगही साकार कर रही हैं। बनाये गये लाइब्रेरी में डिजिटल लाइबे्ररी सहित बच्चों के शिक्षा आदि के लिये अनेक पुस्तके रखी गयी है जिससे खाली समय में बच्चें व अन्य ग्रामीण आकर अध्ययन करते हैं। लाइब्रेरी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा टेलीमेडसिन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस अवसर पर गांव की सड़क खराब होने से जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को स्टीमेट बनाकर बनवाने हेतु निर्देशित किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी तीन नये स्वीकृत व्यक्तिगत शौचालय के लाभार्थियो को प्रमाण पत्र भी वितरित किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा गांव के खेल मैदान में पहुंचकर वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी चुनार राजेश वर्मा, ब्लाक प्रमुख व ग्राम प्रधान, जिला क्वार्डिनेटर स्वच्छ भारत मिशन विनोद श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी संतोष श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

Mirzapur : पूर्व छात्र नेता अधिवक्ता दीपू तिवारी ने थामा बसपा का साथ, मझवां विधानसभा उपचुनाव में ठोकेंगे ताल

संतोष देव गिरि ,मीरजापुर। नगर के सुविख्यात बीनानी कालेज छात्र के पूर्व अध्यक्ष एवं अधिवक्ता दीपू तिवारी ने बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के समक्ष बसपा मुख्यालय लखनऊ में बसपा का दामन थाम लिया है। इसी के साथ ही जिले के मझवां विधानसभा सीट से उपचुनाव में इनके चुनाव लड़ने की भी प्रबल संभावना मजबूत हो चली है।

बताते चलें कि दीपू तिवारी की पहचान छात्र नेता से लगाय एक मजबूत युवा नेता के तौर पर रही है। वह मीरजापुर समाजवादी पार्टी में जिलाध्यक्ष आशीष यादव की टीम में मजबूत पदाधिकारी के तौर पर बने रहे लेकिन बाद में सपा का साथ छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लिया था, लेकिन यहां भी वह ज्यादा दिन नहीं रहें। लोग जहां सरकार में बने रहने वाली पार्टी के करीब पहुंचना चाहते हैं वहीं दीपू तिवारी ने भाजपा सरकार की नीतियां रास न आने पर भाजपा से भी दूरी बना ली थी।

हाल-फिलहाल वह सोशल मीडिया पर सक्रिय होकर जनहित के मुद्दों को उठाते रहे हैं। लखनऊ में बसपा सुप्रीमो के समक्ष बसपा का दामन थामने के बाद दीपू तिवारी ने "स्ट्रीट बज्ज" को बताया कि वह जिले के उपेक्षित दबे-कुचले ग़रीब जनों की लड़ाई लड़ने के साथ शोषित पीड़ित वंचित समाज के हक अधिकार के लिए भी खड़े होंगे।

मझवां विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ें जाने के सवाल पर उन्होंने बताया कि मझवां विधानसभा को सदैव उपेक्षित रखा गया है। पिछले दो-ढाई दशकों में यहां से चुने गए जनप्रतिनिधियों ने सिर्फ अपनी छोली ही भरने का काम किया है। मझवां विधानसभा क्षेत्र की जनता उनको भली भांति जानती है जिन्होंने उनको सिर्फ अपना वोट बैंक समझा और उनको उनके हालात पर छोड़कर अपने विकास को बढ़ावा दिया है।

यही नहीं सत्ता बदलने पर सत्ता के करीब पहुंचते रहे हैं वह भी सिर्फ अपनी जीत के लिए ऐसे लोगों को जनता भी बखूबी जानती एवं पहचानतीं है। उन्होंने कहा कि बहन जी की स्वीकृति होगी तो वह मझवां विधानसभा उप चुनाव में बसपा के महारथी के तौर पर मैदान में पूरी दमदारी के साथ उतरते हुए म़झवां की आवाज बनेगें।

रमाशंकर सिंह यादव की पुस्तकों का विमोचन,कवि सम्मेलन हुआ आयोजित, तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कवियों ने सुनायीं रचनायें

मिर्जापुर।राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान द्वारा बालकृष्ण भट्ट पुरस्कार से सम्मानित कलना गहरवार (गैपुरा) निवासी रमाशंकर सिंह यादव के जन्म दिन के अवसर पर एक अगस्त को उनकी दो पुस्तकों 'मैं और मेर जीवन'(आत्मकथा) एवं 'तुम्हारे जाने पर' (कविता संग्रह) का विमोचन मुख्य अतिथि नगर के ज्ञानंदा कालेज की प्रबंध निदेशक डा. शीला सिंह द्वारा किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ शीला सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर एवम मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया। नगर के वरिष्ठ साहित्यकारगण भोला नाथ कुशवाहा,गणेश गंभीर,डॉ कमलेश राय, लल्लू तिवारी, बिहारी लाल अंबर, श्याम अचल, नंदिनी वर्मा, शिव प्रकाश साहित्य, आनन्द अमित, मंचासीन रहे और अपने काव्यरस से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार गणेश गंभीर ने किया। संचालन लोकप्रिय कवि लल्लू तिवारी जी ने बड़ी कुशलता से किया।किया।

इस दौरान अनेक साहित्यकारों, काव्य प्रेमियों सहित ग्राम विकास अधिकारी राकेश तिवारी,प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र कुमार यादव, केदार नाथ सविता,सुरेंद्र कुमार यादव, बालकृष्ण यादव, हर्षू प्रसाद, नौसाद , शेषधर सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। सभी आए हुए साहित्यकारों आदि को कार्यक्रम संयोजिका पूजा यादव ने पुष्प गुच्छ व सम्मान चिन्ह भेंट कर सम्मानित कर सभी का आभार व्यक्त किया और आशीर्वाद लिया।लोकार्पित पुस्तकों का प्रकाशन हिंदी श्री पब्लिकेशन किया है। इस अवसर पर हिंदी श्री पब्लिकेशन की प्रोपराइटर सीवित्री कुमारी की ओर से आनन्द अमित ने लेखक डॉ रमाशंकर सिंह यादव को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।कार्यक्रम का आयोजन अचल जागृति मंच एवं कलना गहरवार ग्राम सभा के संयुक्त तत्वावधान में कलना गहरवार ग्रामसभा भवन में किया गया था।

मीरजापुर-विंध्याचल विकास प्राधिकरण महायोजना में शामिल हुए 376 गांव

मीरजापुर। अटल मिशन फॉर रिजूवेनेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन के तहत मीरजापुर-विंध्याचल विकास प्राधिकरण महायोजना-2031 को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस महायोजना में अब आसपास के 376 गांव शामिल हो जाएंगे। पहले 68 गांवों को महायोजना में शामिल करने का प्रस्ताव था।

प्राधिकरण के सचिव नगर मजिस्ट्रेट लालबहादुर सिंह ने बताया कि शासन स्तर से पुनरीक्षित मीरजापुर-विंध्याचल विकास प्राधिकरण महायोजना-2031 को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। अब इसमें 306 गांव और जोड़ दिए गए हैं। इससे आसपास के गांवों में आधारभूत सुविधाओं के विकास को गति मिल सकेगी। महायोजना में प्रयागराज मार्ग पर गैपुरा तक, चुनार में कोटवां और मड़िहान में विंध्य विश्वविद्यालय के देवरी तक के क्षेत्र शामिल किए गए हैं। दक्षिण में लालगंज तथा पूरब में कछवां तक के गांव महायोजना में शामिल हो जाएंगे। इसमें गंगा के किनारे से लेकर शहर की सीमाओं तक के गांव शामिल हैं।

महायोजना में आवासीय और व्यवसायिक भवनों के साथ ही स्कूल, कार्यालय, पार्क और खुली जगह का भी चिह्नांकन किया गया है। नदी तट, पार्क, खेल मैदान, स्टेडियम, पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थल और बगीचे के लिए जगह निर्धारित हैं। मॉल, पार्क, अस्पताल, स्कूल, चौड़ी-चौड़ी सड़कों के अलावा नगर के बाहर औद्योगिक और हरित क्षेत्र भी बनाने का प्रस्ताव है।
उप निरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मी निलंबित, विभागीय जांच के आदेश


मीरजापुर। गत दिनों कछवां थाना क्षेत्र में हुई मारपीट के मामले में कार्रवाई नहीं करने, वसूली तथा अन्य गंभीर शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने एक उप निरीक्षक, चार मुख्य आरक्षी और दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए।

हाल ही में कछवां थाना क्षेत्र में जमीन संबंधी विवाद में हुई हवाई फायरिंग के मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं किए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने बीट दरोगा संजय कुमार तथा मुख्य आरक्षी दुर्गेश कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया।

इसके अलावा थानों में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा वसूली करने एवं काम में लापरवाही बरते जाने की शिकायत मिलने पर शहर कोतवाली में तैनात मुख्य आरक्षी जियाउद्दीन, आरक्षी सुनील यादव, आरक्षी अनुराग यादव, पुलिस लाइन में तैनात मुख्य आरक्षी इंद्रजीत सिंह, पुलिस लाइन में तैनात मुख्य आरक्षी पीयूष कुमार मिश्र को भी निलंबित कर दिया है। सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री की मंशा पर अपने ही फेर रहें पानी, नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जबरियां भूमि कब्जे के बढ़ रहें मामले

मिर्ज़ापुर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त हिदायत है कि भू-माफिया पनपने न पाएं तथा भूमि विवाद के मामलों को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए समाधान कराएं, गरीब प्रताड़ित न होने पाएं, लेकिन मिर्ज़ापुर जिले में उच्चाधिकारियों के ठीक नाक नीचे इसका उल्टा हो रहा है। और तो खुद अपने ही सरकार की मंशा पर सवालियां निशाना लगाते हुए दबंगो-कब्जेदारों से लेकर भू-माफियाओं को प्रश्रय देते हुए लिखाई दे रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला देहात कोतवाली के भरुहना गांव से जुड़ा हुआ है। जहां एक विवादित भूमि पर दबंग व जुआरी जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे है। पीड़ित वीरेंद्र यादव ने बताया कि दबंग एक जनप्रतिनिधि के भाई व शहर के एक बड़े जुआरी के साथ मिलकर भूमि पर कब्जा कर रहे है। जबकि उसका मामला आयुक्त न्यायालय व सिविल न्यायालय में चल रहा है। बावजूद इसके शासन-सत्ता का धौंस दिखाकर जमीन कब्जा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।

बताया गया कि प्रशासनिक अधिकारियों के इशारे पर यह कब्जा हो रहा है।

बिना सूचना दिए रात के अंधेरे में हो गई भूमि नापी

पीड़ित वीरेंद्र यादव का आरोप है कि तहसील सदर के अधिकारियों ने बिना उनको सूचना दिए रात के अंधेरे में भूमि की नापी करके फरार हो गए और सत्ता पक्ष के कुछ लोगों के दबाव में आकर भूमि पर कब्जा करा रहे है। इस मामले में कुछ निलचे कर्मियों ने बताया कि प्रशासन के उच्चाधिकारियों का दबाव के चलते यह हो रहा है। शिकायत कर्ता ने बताया कि वह इनकी शासन में शिकायत करेंगे। जिनके इशारे पर यह सब हो रहा है।

वहीं जनमानस में सुशासन वाली सरकार और जनप्रतिनिधि के भाई के सह पर जमीन कब्जा किए जाने को लेकर जहां लोग सरकार की कार्यशैली पर उंगलियां उठा रहे हैं, वहीं दबी जुबान यह भी चर्चा है कि इस मामले में कोई मंत्री महोदय भी जनप्रतिनिधि की भक्ति से प्रभावित होकर अपनी ही सरकार की छवि को धूल धूसरित करते हुए प्रशासन को अदब में लेते हुए बेजा दबाव बनाने में लगे हुए हैं।

इंटरनेशनल जुआरी को मिल रहा है प्रश्रय

चर्चा है कि भूमि कब्जा कराने में जुटा व्यक्ति जो इंटरनेशनल जुआरी है व कटरा कोतवाली में पकड़ा जा चुका है। बताया जा रहा है कि एक विधायक के रिश्तेदार लगातार अधिकारियों पर जमीन कब्जा कराने का दबाव बना रहे है। इससे अधिकारी भी दबाव में है। यह भी बताया जा रहा है इस विधायक के रिश्तेदार सिर्फ कुछ वर्षों से जमीन कब्जा कराने व ब्याज पर रुपये बांटकर उनको मारपीट कर छिनवाने का काम करा रहे है। अधिकारी भी मामले में कार्रवाई करने की बजाय सुलह कराने में जुट जाते है।

हलिया में बीजेपी महासचिव के भाई पर जमीन कब्जा करने का आरोप

मीरजापुर जिले में इन दिनों भूमि कब्जा किए जाने के मामलों की मानों बाढ़ सी आ गई है। नगर के भरूहना गांव में भूमि कब्जा किए जाने का मामला अभी सुलझ भी नहीं पाया था कि गुरुवार को हलिया थाना क्षेत्र के बैधा गांव निवासी रामविलास पाल पुत्र किन्नु पाल पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से मिलकर भूमी कब्जा किए जाने की शिकायत करते हुए हलिया थाना प्रभारी व गांव निवासी सुरेश पाल पुत्र रामानन्द पाल, रामानन्द पाल पुत्र केवला, राजुपाल पुत्र नन्दलाल, फुलचन्द पाल पुत्र रामनरेश एवं

नरेश सिंह पुत्र विजयनारायन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पट्टे की जमीन कब्जा किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि

जिस जमीन का उसे जो पट्टा हुआ है। जिसका आराजी नं0-1685मी. है। इसी आराजी नम्बर को लेकर विपक्षीगण कब्जा कर रहे है तथा मना करने पर मारपीट करने पर अमादा होकर जान से मारने की धमकी दे रहे है। पीड़ित ने बताया कि 27 जुलाई 2024 को सभी विपक्षीगण एक राह होकर हाथ में लाठी डण्डा से लैश होकर उसकी जमीन को खन खोद कर कब्जा करने के फिराक में थे। जब उसने इसका विरोध किया तो सभी उसे अपशब्दों से नवाजते हुए मारपीट पर उतारू हो गये। जिनकी संख्या बहुत होने के वह जान बचाने की गरज से पीछे हट गया तथा इसकी सूचना तत्काल थाना हलिया पर दिया था। जहां से उसे कार्यवाही करने का आश्वासन देकर लौटा दिया गया, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। ऐसी परिस्थति में वह और उसका परिवार असहाय और डरा सहमा हुआ है। पीड़ित रामविलास पाल ने आरोप लगाया है कि विपक्षियों में नरेश सिंह गांव निवासी बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव और राज्य सभा सांसद के भाई हैं जिनके अदब में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही हैं। हलिया पुलिस उन्हीं के इशारे पर काम कर रही है।

रास्ता बंद करने को लेकर ग्रामीण नाराज फरियाद लेकर पहुंचे पुलिस अधीक्षक कार्यालय

मीरजापुर। शासन प्रशासन के तमाम निदेर्शों के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में रास्ते से जुड़े हुए मामलों का हल निकल नहीं पा रहा है। दबंगो, मनबढ़ लोग रास्ते आदि कि मार्ग बाधित कर कानून व्यवस्था के साथ-साथ शांति सौहार्द में बाधक बन रहें हैं। ताजा मामला जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के शाहपुर चौसा गांव से जुड़ा हुआ होना बताया जा रहा है।

जहां बीजेपी जिलाध्यक्ष सहित पुलिस से गुहार लगाए जाने के बाद भी समस्या का समाधान होना तो दूर रहा है। दबंगो ने रास्ते को पत्थर के बोल्डर से रोक दिया है। जिससे गांव में तनाव भी देखने को मिल रहा है। रास्ता बंद करने को लेकर नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचें थे। ग्रामीणों का आरोप रहा है कि विपक्षियों द्वारा लाखों रुपए लेने के बावजूद भी रास्ता बंद कर दिया गया है जबकि पैसा लेकर रास्ता छोड़े जाने की सहमति बनी हुई थी। पुस्तैनी रास्ते की कीमत चुकाने के बावजूद भी दबंगों द्वारा अब रास्ता नही दिया जा रहा है। बीजेपी जिलाध्यक्ष के पास फरियाद लेकर गए ग्रामीणों की कोई सुनवाई न होने से उन्हें निराशा हाथ लगी है। आरोप है कि पुलिस भी दबंगों को संरक्षण दे रही है।

पीड़ितों का आरोप है कि जब वह नजदीकी पुलिस चौकी पर फरियाद लेकर गए तो बरकछा चौकी प्रभारी ने उन्हें गाली देकर भगा दिया। आरोप लगाया है कि पुलिस के सह पर विपक्षी अवैध गांजा हेरोइन का व्यापार करते है। यह मामला देहात कोतवाली के शाहपुर चौसा गांव का बताया गया है जहां के निवासी बीजेपी के जिलाध्यक्ष हैं, बावजूद इसके ग्रामीणों की समस्या का समाधान तो होना दूर है मुख्यमंत्री के दिशा निदेर्शों की भी इस गांव में धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रही है।

Mirzapur: पुलिस लाइन ग्राउंड में खेल प्रैक्टिस को लेकर छात्राएं मिली पुलिस कप्तान से, सुनाई परेशानी

संतोष देव गिरि ,मीरजापुर। बैडमिंटन प्रतियोगिता के जरिए नेशनल लेबल पर मुकाम हासिल करने की हसरतें संजोए हुई खिलाड़ियों को उपयुक्त मैदान न होने से उनकी हसरतें, उमंगें उड़ान नहीं भर पा रही हैं। गुरुवार को बैडमिंटन खिलाड़ी छात्राओं ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पुलिस लाइन मैदान में अभ्यास के लिए उन्हें खेलें जाने की अनुमति प्रदान किए जाने की मांग की है।

नगर के पुलिस लाइन मैदान के समीप की रहने वाली खिलाड़ी श्रद्धा सिंह, प्रगति सिंह ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए अपने ज्ञापन पत्र में बताया है कि वह बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और नेशनल स्तर पर खेलने की चाहत रखती हैं। इसके लिए निरंतर उन्हें अभ्यास की आवश्यकता होती है, लेकिन उपयुक्त फील्ड (मैदान) न होने की वजह से उनकी हसरतें परवान चढ़ने से दूर हैं।

छात्राओं ने बताया कि उनके घर के समीप में पुलिस लाइन का विशाल ग्राउंड है जो उनके खेल के लिए उपयुक्त और सुरक्षा के लिहाज से भी सर्वोत्तम उपयुक्त है, लेकिन वहां महिलाओं, छात्रों के लिए प्रवेश न होने की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी है। बताया कि कई बार उन लोगों ने खेलने का आग्रह किया, लेकिन उन्हें यह कहकर टरका दिया गया कि यहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। ऐसे में श्रद्धा और प्रगति सिंह ने अन्य छात्राओं के साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी पूरी व्यथा कह सुनाईं है।

पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बैडमिंटन खिलाड़ी छात्राओं की पूरी व्यथा सुनने के बाद उन्हें पुलिस लाइन ग्राउंड में खेलने की अनुमति प्रदान करते हुए उनका हौसला अफजाई किया है। पुलिस अधीक्षक के इस निर्णय का स्वागत करते हुए दोनों छात्रों ने पुलिस अधीक्षक के प्रति थैंक्स कहते हुए बताया है कि वह बैडमिंटन खेल के जरिए नेशनल लेबल पर खेलते हुए अपने जनपद व प्रदेश का नाम रोशन करना चाहती हैं। बताते चलें कि नगर क्षेत्र में खेलने के लिए तो वैसे कई पार्क और फील्ड मैदान हैं लेकिन देखा जाए तो छात्राएं और महिलाएं यहां महफूज नहीं हैं। नशेड़ियों जुआड़ियों से लेकर मनचले लोगों का जमावड़ा महिला खिलाड़ियों के न केवल बढ़ते कदम को रोक देता है, बल्कि उन्हें शर्मसार भी किये देता है। ऐसे में इन खिलाड़ियों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी परेशान देखा जाता है। कहने को नगर के लाल डिग्गी में नगर पालिका का पार्क है। महुअरियां में राजकीय इंटर कॉलेज का खेल मैदान, जीआईसी मैदान के ठीक सामने बीएलजे का ग्राउंड मैदान, घोड़े शहीद पार्क, मोर्चा घर मैदान इत्यादि हैं जहां साफ सफाई के साथ-साथ सुरक्षा का भी घोर अभाव दिखता है। खासकरके महिला खिलाड़ियों एवं छात्राओं के लिए। ऐसी सूरत में पुलिस लाइन का ग्राउंड ही महिलाओं, छात्रों के लिए सुरक्षा के साथ-साथ सर्वोत्तम और सुविधाजनक आंका जाता है।

Mirzapur : जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का किया आकस्मिक निरीक्षण

मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने गुरुवार को लगभग 10ः45 बजे मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बिना परिचय पत्र के कर्मचारियों को देखकर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि सभी कर्मचारियों का ड्रेस कोड बनाते हुये कर्मचारियों का परिचय पत्र बनाए ताकि लोगों को जानकारी हो सकें।

उन्होंने कहा कि कार्यालय में जितने भी कर्मचारी है उन सभी का नाम व पदनाम सहित बोर्ड बनवाकर कार्यालय में चस्पा कराया जाए। जिलाधिकारी द्वारा पटलवार निरीक्षण के दौरान पटल सहायकों को नाम व पदनाम न लिखे जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि पटल सहायको का नाम व पदनाम अवश्य लिखा होना चाहिए तथा अलमारियों में रखी गयी फाइलों से सम्बन्धित एक सूची चस्पा किया जाए कि उसमें कौन सी फाइल हैं।

उन्होेंने अलमारियों के ऊपर रखे रिकार्डो को भी सुव्यवस्थित ढंग रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान कमरों में बिजली तारों को खुला देख जिलाधिकारी ने सुव्यवस्थित कराने का निर्देश दिया। वाटर कूलर के पास गंदगी देख जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी तथा साफ सफाई कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने ई-वैक्सीन कोल्ड चेन स्टोर का भी निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी फ्रीजर में रखे दवाईयों के स्टाक के बारे में जानकारी प्राप्त तथा स्टाक मंगाकर उसका मिलान भी किया गया तथा वहीं पर रखे कम्प्यूटर, सीपीयू खराब हालत में देख कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये मरम्मत कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी द्वारा आईस पैक स्टाक के बारे में भी जानकारी ली बताया गया कि पर्याप्त मात्रा स्टाक उपलब्ध हैं। उन्होंने फ्रीजर में रखे दवाईयों के रखरखाव के बारे में भी जानकारी ली एवं किन दवाईयों के लिये कितने तापमान की आवश्यकता हैं उसके बारे भी जानकारी करने पर पाया गया कि कुछ फ्रीजरों में तापमान डिस्प्ले खराब होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काज ठीक कराने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। उन्होंने कार्यालय में गंदगी देख साफ सफाई कराने का निर्देश दिया।

उन्होंने एआरओ कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होने इधर उधर पड़ी फाइलों को देख कहा कि रैंक मगवाते हुये फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखा जाए। निरीक्षण के दौरान पेंशन पटल सहायक एसीपी रजिस्टर, जीपीएफ पासबुक, सेवा पुस्तिका, जीआईएस रजिस्टर, 11सी रजिस्टर आदि के बारे में पूछे जाने पर पटल सहायक द्वारा संतोषजनक उत्तर न देने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी एवं कितने सीएचसी व पीएचसी है इसके बारे में भी पूछे जाने पर पटल सहायक द्वारा कोई उत्तर नहीं दिया। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि पिछले 5 वर्षो के कर्मचारियों का 30 दिन का माइक्रो प्लान बनाते हुये रिकार्ड उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी द्वारा टोकन रजिस्टर का रिकार्ड रखने का भी निर्देश पटल सहायक को दिया।

जिलाधिकारी द्वारा धूम्रपान नियंत्रण कक्ष में तैनात डाॅ राजेश व माण्डवी को विन्ध्याचल में शिफ्टवार तीन-तीन घण्टे ड्यूटी लगाने का निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया। जिलाधिकारी द्वारा एनएचएम कक्ष, डाक्टर स्थापना कक्ष, चतुर्थ श्रेणी स्थापना कक्षो का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान फाइलों के रखरखाव व गंदगी देख नाराजगी व्यक्त की गयी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि साफ सफाई कराते हुये हुये फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखवाए।

जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि 15 दिवस बाद पुनः निरीक्षण किया जायेगा बतायी गयी कमियां यदि पुनः पायी गयी तो कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।

Mirzapur : जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन विन्ध्य कारीडोर प्रगति कार्य का किया निरीक्षण

मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन आज दोपहर मां विन्ध्यवासिनी देवी के धाम विन्ध्याचल पहुंचकर निर्माणाधीन विन्ध्य कारीडोर प्रगति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल, नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मीरजापुर गोवा लाल सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा सेफ हाउस निर्माण कार्य के बारे जानकारी प्राप्त की तथा नक्शा को भी देखा गया। उन्होंने मलबे के ढेर को देख अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर को तत्काल हटवाये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पौधों के लिये स्थलों पर ग्रीन, फूल वाले वृक्षो का पौधरोपण किया जाए।

निरीक्षण के दौरान हवन कुण्ड कक्ष का निरीक्षण किया तथा निर्देशित किया गया दीवारों पर टाइल्स लगवायें व दीप जलाने वाले स्थल पर टाइल्स वाली अलमारी लगवायें। जिलाधिकारी द्वारा कोतवाली गली का निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान गंदगी देख जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गयी एवं दुकानदारों से कहा गया कि कूड़े को डस्टबिन में ही फेंका जाए। जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर को निर्देशित करते हुये कहा कि कारीडोर परिसर में डोर टू डोर गाड़ी के माध्यम से कूड़ा उठवाए।

उन्होंने कहा कि जिन दुकानदारों के द्वारा कूड़े को डस्टबिन में न फेंककर इधर उधर फेंका जा रहा है उन पर नियमानुसार जुर्माना भी लगाया जाए। जिलाधिकारी द्वारा कारीडोर के प्रथम तल का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कार्यालयों के चिहिन्त कक्षों का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि कमरों की फिनिशिंग कराते हुये सचांलन योग्य बनाया जाए।