बरेली से आठ बार सांसद रहे संतोष गंगवार झारखंड के नए राज्यपाल नियुक्त

लखनऊ । बरेली से आठ बार सांसद रहे संतोष गंगवार का नया ठिकाना अब झारखंड का राजभवन होगा। राष्ट्रपति ने राज्यपाल नियुक्त कर उन्हें यह अहम जिम्मेदारी सौंपी है। शहर से राज्यपाल नियुक्त होने वाले वह पहले राजनेता होंगे। वह वर्ष 1989 से वर्ष 2004 तक लगातार सांसद रहे। सिर्फ वर्ष 2009 में कांग्रेस ने उनका विजय रथ रोका था। उसके बाद वर्ष 2014 व 2019 में वह फिर लगातार सांसद चुने गए। वह केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी व मोदी सरकार में मंत्री भी रहे।

इस बार लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया था। उनकी आयु 75 वर्ष होने के नाते टिकट कटने की बात कही गई। पार्टी ने उनकी जगह छत्रपाल गंगवार को यहां से चुनाव लड़ाया। साथ ही उसी समय से संतोष गंगवार को भविष्य में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के कयास भी लगाए जा रहे थे।पीलीभीत की पहली जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे मिलने के अंदाज से जता दिया था कि संतोष गंगवार का टिकट भले ही काटा गया है, लेकिन उनका प्रभाव कम नहीं हुआ। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी अलग-अलग कार्यक्रमों में उन्हें पूरा सम्मान दिया।

राष्ट्रपति भवन से विज्ञप्ति जारी होने के बाद जब रात करीब 12 बजे संतोष गंगवार को राज्यपाल बनाए जाने की खबर सार्वजनिक हुई तब वह अपने घर में रात्रि विश्राम करने चले गए थे। लोगों ने उनके घर पर व शुभ चिंतकों को फोन किया तो बताया गया कि वह सो गए हैं, लेकिन बधाइयों का सिलसिला तेज हुआ तो रात डेढ़ बजे के बाद वह जाग गए। लोगों की बधाई स्वीकार की और आभार जताया। यही नहीं घर में पहुंचे समर्थकों ने मिठाई भी खाई। इसके बाद देर रात तक उन्हें बधाई देने का सिलसिला चलता रहा।
सांसदों, विधायकों और एमएलसी से मिले योगी, तैयार होगी क्षेत्रीय विकास की कार्ययोजना


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 18 मंडलों के जनप्रतिनिधियों संग लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों को लेकर विस्तार से समीक्षा बैठक पूरी कर ली है। तकरीबन 20 दिन तक चली मंडलवार बैठकों में सांसद, विधायक और एमएलसी सीएम के समक्ष अपने क्षेत्र की समस्याओं और जन अपेक्षाओं को लेकर उपस्थित हुए। वहीं मुख्यमंत्री ने भी सभी जनप्रतिनिधियों को धैयपूर्वक सुनते हुए तथा उनकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय विकास की नई रणनीति तैयार की जाए। 7 जुलाई को देवीपाटन और अयोध्या मंडल से शुरू हुई मंडलवार समीक्षा बैठक शुक्रवार को लखनऊ मंडल के साथ समाप्त हो गई है।

मंडलवार बैठक में पहुंचने वाले जनप्रतिनिधिगणों ने खुलकर अपनी बात कही है। वहीं मुख्यमंत्री ने भी विस्तार से भी की बातों को सुनने के बाद आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर जीत का मंत्र भी दिया। सीएम योगी ने संवाद, सक्रियता और सोशल मीडिया पर सर्वाधिक फोकस करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि सभी जनप्रतिनिधिगण अपने अपने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों को जनता तक जरूर पहुंचाएं। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क लगातार बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि विपक्ष की ओर से सोशल मीडिया के जरिए फैलाए जा रहे अफवाहों और सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने के प्रयास का मुखर होकर विरोध करें। सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए विपक्ष के हर झूठ को बेनकाब करें और जनता के बीच सच लेकर जाएं।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि सभी जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में युवाओं और महिला संगठनों से संपर्क और संवाद स्थापित करें। युवाओं को बताएं कि बिना किसी रिश्वत और जाति, मत, मजहब के भेद के निष्पक्ष तरीके से सरकारी नौकरियां प्रदान की जा रही है। ऐसे युवाओं से संपर्क स्थापित करें जिन्हें बिना भेदभाव और रिश्वत के नौकरियां मिली हैं। इसके साथ ही अपने अपने क्षेत्र के खिलाड़ियों से भी लगातार संपर्क बनाए रखें।

मुख्यमंत्री ने इसके अलावा सभी जनप्रतिनिधियों को आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से जुटने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा है इस लोकसभा चुनाव में आपके क्षेत्र में हुए मतदान का बारीकी से एनालिसिस करें और इसी के आधार पर अपनी कार्ययोजना तैयार करें। सीएम योगी ने सभी जनप्रतिनिधियों को यह भी कहा कि शासन के लोककल्याणकारी कार्यों को धरातल पर उतारने में कोई भी अधिकारी हीलाहवाली करे तो उसकी लिखित शिकायत करें, कार्रवाई निश्चित की जाएगी।
बलिया में पुलिस की वसूली उप्र में जीरो टॉलरेंस नीति पर सरकार की नाकामी : अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित संविधान-मान स्तंभ की स्थापना के कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में आए सभी पदाधिकारियों, नेताओं और कार्यकतार्ओं का धन्यवाद दिया। उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा।

अखिलेश यादव ने कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए उप्र की सरकार पर जीरो टॉलरेंस नीति को लेकर तीखा हमला बोला। बलिया में पुलिस वाली वसूली मामले को लेकर कहा कि, जब हम विपक्ष में रहकर सवाल उठाते थे तो प्रदेश सरकार हमको कहती थी कि करप्शन को लेकर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है। इनके द्वारा आंकड़े लाए जाते थे, तमाम दावा किया जाता था,लेकिन जिस तरह हम सुन रहे हैं कि उनके अपने नेता, विधायक ही कह रहे हैं कि उन्होंने अपने जीवन काल में ऐसा भ्रष्टाचार नहीं देखा। एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री ने खुद स्वीकार किया था कि भ्रष्टाचार हो रहा है।

बलिया के मामले को सपा विधायक संग्राम सिंह ने इसे विधानसभा में मामला उठाया था, जबकि ऐसा कई जगह हो रहा है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि आज 'पुलिस ही डाकू' की हेडलाइन अखबार अगर लिख रहे हैं तो समझ जाइये, क्योंकि वे खुलकर लिखने को मजबूर हुए, ये स्थिति है।

अखिलेश यादव ने कहा कि 'प्रधान सांसद' के क्षेत्र में पुलिस वसूली करते पकड़ी गई। हमने तो यह भी देखा कि पुलिस खुद रेट तय कर रही है कि टांग पर गोली मारने पर कितना रुपया मिलेगा, जबकि नोएडा में जब पहला फर्जी एनकाउंटर एक जिम ट्रेनर का हुआ था, तो हमने उसे उठाया था। झांसी में इन्होंने फर्जी एनकाउंटर किया। कोर्ट से उसकी एफआईआर लिखी गई। उस परिवार को सरकार न्याय नहीं दिला पाई। उसकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। सरकार में बैठे लोग जिनके पास सम्पर्क और पैसा है, वो लोग लखनऊ सरोजिनी नगर के मामले में खुलासा नहीं होने दे रहे हैं। इसी सरकार में एक आईपीएस कितने दिन फरार रहा, आप सब जानते हैं। ऐसे मामलों से फाइलें भरी पड़ी हैं।

?अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार ड्रोन से मरीज देख रही है। अस्पताल में ड्रोन की जरूरत है क्या मरीजों की भीड़ देखने के लिए। ये लोग 13 मेडिकल कॉलेज बना रहे थे, उनको मान्यता नहीं मिली। ऐसा इसलिए है कि कुछ लोग मोहरा बन गए हैं दिल्ली के वाईफाई के पासवर्ड बन गए हैं। सुन रहे है मौर्या दिल्ली के वाईफाई के पासवर्ड बन गए हैं।

अखिलेश ने राजनीति के मंझे खिलाड़ी की तरह पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एक राज्यपाल थे यहां जो सरकार को चिट्ठी लिखते थे। अखबार की कटिंग लगाकर जातिवादी होने का आरोप लगाते थे। आज बताइये मुख्य सचिव कौन हैं और अधिकारी कौन हैं। आप बस खेल देखिये दिल्ली के वाईफाई पासवर्ड का।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार में 10 साल रह कर इन्होंने हर व्यवस्था को खराब किया। कहीं इलाज नहीं मिल रहा गरीब को, एक जिला अस्पताल नहीं बनाया। कितना भ्रष्टाचार होगा, यह तो पता ही नहीं और यह तो कुछ खुल रहे हैं क्योंकि कुछ लोग मोहरा बन गए हैं।

उन्होंने कहा कि बताओ मुख्यमंत्री कौन हैं, मुख्य सचिव कौन है, प्रमुख सचिव कौन है और विभाग में कौन-कौन कहां बैठा है? आप भी सवाल उठाते थे जातिवाद का, विचार करिए गंभीर सवाल है। यूपी की जनता को इन्होंने धोखा दिया है।
यूपी में अग्निवीरों को पुलिस व पीएसी भर्ती में मिलेगा आरक्षण : योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि अग्निवीर जब अपनी सेवा के बाद वापस आएंगे तो उत्तर प्रदेश सरकार पुलिस और पीएसी भर्ती में इन नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर समायोजित करेगी। उनके लिए एक निश्चित आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि किसी भी देश और समाज के लिए प्रगति एवं समृद्धि के नित नए प्रतिमान स्थापित करने के लिए समय-समय पर होने वाला रिफार्म अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। लगातार हर फील्ड में पिछले 10 वर्षों में बेहतरीन रिफार्म करके देश की अर्थव्यवस्था को एक सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने और दुनिया में पांचवी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में काफी कदम उठाए गए। इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा को भी उतना ही महत्व देना होगा।

योगी ने कहा कि अग्निपथ योजना इसी दृष्टि से आगे बढ़ाई गई है। युवाओं के मन में उत्साह है। विपक्ष पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों के लिए उनकी राजनीति देश से बड़ी हो गयी है। वे देश की कीमत पर राजनीति करना चाह रहे हैं। उनका काम ही है कि रिफार्म वाले, समृद्धि वाले हर कार्य में टांग अड़ाना है। अनावश्यक व्यवधान पैदा करना, गुमराह करना, बयानबाजी करना उनकी नीयत बन गयी है। अग्निवीर को लेकर भी विपक्ष ने लगातार गुमराह करने का प्रयास किया है।

आज अग्निवीर में जहां ट्रेंड युवा भर्ती हो रहे हैं, वहीं अग्निवीर की सेवा पूरा करने के बाद उन्हें सेना में भी अच्छा अवसर प्राप्त होने वाला है। पैरा मिलिट्री, सिविल पुलिस और विभिन्न सेक्टर में भी उनके समायोजन की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अग्निवीर जब अपनी सेवा पूरा करके वापस आएंगे तो हम उप्र पुलिस सेवा, पीएसी में इन जवानों को प्राथमिकता देंगे। उनके लिए हम निश्चित आरक्षण की व्यवस्था करेंगे।
एक बार फिर अपने चिर परिचित अंदाज में नजर आए राहुल गांधी, अचानक पहुंचे मोची की दुकान पर और सीखा जूता बनाने का तरीका

लखनऊ । सुल्तानपुर पहुंचे राहुल गांधी एक बार फिर अपने चिर परिचित अंदाज में नजर आए। सुल्तानपुर से लौटते समय वे कई दुकानों पर रुके और हालचाल लिया। वहीं मोची की दुकान पर राहुल ने रुकने के साथ साथ जूते और चप्पलों में टांके भी लगाए और बेहद आत्मीयता से बात भी की।

दरअसल कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और रायबरेली सांसद राहुल गांधी आज सुल्तानपुर में मानहानि के मामले अपना बयान दर्ज करवाने पहुंचे हुए थे।  कोर्ट की कार्यवाही पूरी करने के बाद राहुल पुनः पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जरिए लखनऊ के लिए रवाना हुए जहां से उन्हें दिल्ली जाना था, लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से पहले अयोध्या प्रयागराज हाइवे पर कूरेभार थानाक्षेत्र के विधायक नगर चौराहे के पास अचानक से उनका काफिला रुका और वे गाड़ी से उतरकर रामचेत नाम के एक मोची की गुमटी की ओर चल पड़े। गुमटी पर रामचेत के बगल बैठे और हालचाल लिया। रोजगार और घर की बात की, किन चीजों को गरीबों को सबसे ज्यादा आवश्यकता हैं उसपर भी चर्चा की।

साथ ही जूते और चप्पलों की मरम्मत कैसे की जाती है ये भी रामचेत से सीखा। अपने बीच राहुल गांधी को देखकर राम चेत भाव विभोर हो गया। उसे तो पहले विश्वास ही नहीं हो रहा था कि राहुल गांधी उसकी छोटी से गुमटी पर बैठे हुए हैं और चप्पलों को सिल रहे हैं। इसके बाद राम चेत ने राहुल गांधी के लिए कोल्ड ड्रिंक मंगाई और दोनों लोगों ने कोल्ड ड्रिंक भी पी।वहीं मोची की दुकान पर राहुल गांधी को बैठा देख लोग स्तब्ध रह गए। देखते ही देखते राहुल की एक झलक पाने के लिए  सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए और राहुल की इस दरियादिली पर खुशी जाहिर की।

पाकिस्तान ने कारगिल युद्ध शुरू किया लेकिन समाप्त भारत ने किया : योगी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सेंट्रल कमांड, कैंट, लखनऊ में कारगिल विजय दिवस 'रजत जयंती समारोह' के अवसर पर शहीदों को नमन किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 1999 में भारत के ऊपर युद्ध थोपा गया। भारत किसी से युद्ध नहीं चाहता है लेकिन जब हमारे बहादुर जवानों ने विपरीत परिस्थिति में भी दुश्मन को जवाब देना शुरू किया तो युद्ध खत्म हमारे जवानों ने किया। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने इस दिन को विजय दिवस के रूप में घोषित किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत दुनिया में ऐसे जाना जाता है कि कभी भी भारत में किसी पर जबरन एकाधिकार करने का प्रयास नहीं किया। बल, बुद्धि और विद्या में जब भारत सिरमौर था, तब भी कोई ऐसा एक भी उदाहरण नहीं मिलेगा लेकिन जब कभी किसी आक्रांत ने हमारी शांति और सद्भावना का दुरुपयोग करने का प्रयास किया तो सदैव भारत माता के महान सपूतों ने देश की रक्षा करने के लिए अपना सर्वत्र न्याेछावर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। सीएम योगी ने कहा कि शास्त्र वाले देश में ही शास्त्र की रक्षा हो सकती है।

भ्रष्टाचार पर प्रहार:  बलिया के एसपी-एएसपी हटे, सीओ निलंबित, एसओ समेत 23 पर रिपोर्ट


लखनऊ। भ्रष्टाचार मामलों को लेकर योगी सरकारी काफी गंभीर हो चली है। इसीलिए जहां पर भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं कर रहे है उनके ऊपर अब गाज गिरनी शुरू हो गई हैद्ध इसी के तहत चर्चित नरही थाना अवैध वसूली कांड की गाज बलिया जिले के एसपी से लेकर चौकी प्रभारी तक पर गिरी है। इस मामले में सख्त शासन ने जहां एसपी व एएसपी को हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया है। वहीं, सम्बंधित सीओ को निलंबित कर दिया गया है। जबकि निलंबित एसओ, चौकी प्रभारी व पांच अन्य पुलिसकर्मियों समेत 23 पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।

थाना नरही के भरौली में यूपी-बिहार बार्डर पर चल रही अवैध वसूली पर एक्शन

जिले का चर्चित थाना नरही के भरौली में यूपी-बिहार बार्डर पर चल रही अवैध वसूली पर एक्शन लेते हुए एडीजी जोन वाराणसी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ रेंज वैभव कृष्ण ने गुरुवार से दोपहर तक संयुक्त छापेमारी की थी। जिसमें यूपी-बिहार की सीमा पर स्थित भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध रूप से वसूली करते हुए दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कर्मियों के साथ अवैध रूप से वसूली में लिप्त 16 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था। इस कार्रवाई में नरही थाना प्रभारी और पूरी कोरण्टाडीह पुलिस चौकी निलम्बित कर दी गई थी।

निलंबित सीओ व एसओ समेत उन सभी की संपत्ति की जांच विजिलेंस करेगा

अब इस मामले में नरही थाने के निलंबित इंस्पेक्टर पन्नेलाल, कोरण्टाडीह पुलिस चौकी के निलंबित प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर व पांच आरक्षियों समेत कुल 23 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। जबकि एसपी से लेकर चौकी तक के जिम्मेदार नप गए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी डीपी तिवारी को हटा कर प्रतीक्षारत कर दिया गया है। वहीं, सीओ सदर को निलम्बित कर दिया गया है। शासन ने निर्देश दिया है कि पूरे मामले की जांच एसपी आजमगढ़ द्वारा की जा रही है। वहीं, निलंबित सीओ व एसओ समेत उन सभी की संपत्ति की जांच विजिलेंस करेगा, जिन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस कार्रवाई से प्रदेश भर के पुलिस महकमे में हड़कंप है।
भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत बलिया में पुलिस कर्मियों पर भ्रष्टाचार व वसूली के विरूद्ध की गयी बड़ी कार्रवाई, जानिये पूरा मामल
लखनऊ  । यूपी शासन की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति एवं  पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशान्त कुमार पुलिस महानिदेशक द्वारा दिये गये निदेर्शों के क्रम में विगत 24/25 जुलाई की रात्रि में जनपद बलिया में  पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं वैभव कृष्ण, पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ की संयुक्त टीम द्वारा पुलिस कर्मियों के भ्रष्टाचार व वसूली के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की गयी है।

काफी दिनों से ट्रकों से की जा रही थी अवैध वसूली

विगत कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि यूपी-बिहार सीमा पर बक्सर, बिहार से जनपद बलिया यूपी में आने वाली ट्रकों से थाना नरही के भरौली तिराहा पर पुलिस कर्मियों द्वारा कुछ दलालों के माध्यम से अवैध वसूली करायी  जा रही है। इस सूचना पर पुलिस महानिदेशक, यूपी द्वारा अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ को निर्देश दिये गये कि इस सूचना को सत्यापित करें एवं यदि सत्यता पायी जाय तो सख्त से सख्त  कार्रवाई की जाय।

डीजीपी के निर्देश पर एडीजी व डीआईजी ने मारा छापा

पुलिस महानिदेशक यूपी के उक्त निर्देश के क्रम में विगत रात्रि  24/25 जुलाई को अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ की संयुक्त टीमें रात्रि करीब 1.30 बजे पर वाराणसी एवं आजमगढ़ से कुल पांच टीमें भरौली तिराहे पर पहुंची एवं क्षेत्र से गुजरने वाले ट्रकों के सम्बन्ध में बक्सर से यूपी सीमा में प्रवेश करके पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही वसूली को सत्य पाया गया एवं भरौली तिराहा क्षेत्र में अवैध वसूली के इस संगठित गिरोह की ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां की गयी। मौके से  एक आरक्षी हरदयाल सिंह गिरफ्तार हुआ एवं  एक मुख्य आरक्षी विष्णु यादव एवं दो आरक्षी दीपक मिश्रा एवं बलराम सिंह कुल तीन पुलिस कर्मी भाग गये। पुलिस कर्मियों द्वारा प्राइवेट व्यक्तियों को दलाल के रूप में प्रयुक्त कर वसूली की जा रही थी।

16 दलाल व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार

इस मौके पर 16 दलाल व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम रविशंकर यादव पुत्र कमला प्रसाद यादव, विवेक शर्मा पुत्र स्व. शिवशंकर शर्मा, जितेश चौधरी पुत्र श्रीराम चौधरी, वीरेन्द्र राय पुत्र दयाशंकर राय, सोनू सिंह पुत्र परशुराम सिंह, अजय कुमार पाण्डेय पुत्र राजेन्द्र पाण्डेय, वीरेन्द्र सिंह यादव पुत्र स्व. रामनगीना यादव, अरविन्द्र यादव पुत्र श्रीराम यादव, उमाशंकर चौधरी पुत्र स्व. दीनानाथ चौधरी, जवाहिर यादव पुत्र त्रिवेणी यादव,धर्मेन्द्र यादव पुत्र मुंशी यादव,विकास राय पुत्र संतोष राय,हरेन्द्र यादव पुत्र पारस यादव,सलाम अंसारी पुत्र वकील अंसारी,आनन्द कुमार ठाकुर पुत्र शिवबहादुर ठाकुर, दिलीप कुमार यादव पुत्र स्व0 दीपचन्द यादव है। इसमें एक बिहार से बाकी सभी गाजीपुर के रहने वाले है।

प्रत्येक ट्रक से करीब 500 रुपये वसूला जाता था

उपरोक्त दलालों का अपराध करने का तरीका यह था कि बक्सर से आने वाले ट्रकों से पूर्व से सुनियोजित ढंग से बात तय कर लेते थे कि कितने-कितने बजे से कितने-कितने बजे तक यह ट्रक उ0प्र0 के थाना नरही क्षेत्र में से गुजरेंगे एवं बलिया में इन ट्रकों के प्रवेश करते ही प्रत्येक ट्रक से करीब 500 रुपये वसूला जाता था एवं  एक रात्रि में ही अनुमानित 1000 ट्रक बक्सर से बलिया में प्रवेश करते थे। इस प्रकार एक रात्रि में ही इन संगठित गैंग के द्वारा अनुमानित पांच लाख रुपए का अवैध धनोपार्जन किया जाता था, जिसे स्थानीय पुलिस एवं दलालों में बांटा जाता था।  उपरोक्त दलालों से  37360 रुपये, 14 मोटरसाइकिल, 25 मोबाइल एवं दो नोट बुक बरामद हुए हैं। इन दो नोट बुक में विगत रात्रि एवं उससे पूर्व के कई दिन एवं रात्रियों में पास कराये गये ट्रकों का विवरण अंकित है। इस विवरण से सूचना विकसित कर इस संगठित गिरोह द्वारा किये जा रहे इस अवैध वसूली के नेटवर्क का पदार्फाश किया जायेगा। दलाल गाड़ियों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से पैसा थानाध्यक्ष नरही को देते थे, यह भी तथ्य संज्ञान में आया है।

दलालों के माध्यम से संगठित रुप से अवैध वसूली की जाती थी

जनपद बलिया के नरही थाना क्षेत्र के भरौली तिराहे से कुछ ट्रक थाना नरही के ही कोरण्टाडीह चौकी होते हुए जनपद गाजीपुर में प्रवेश कर जाते हैं, कुछ ट्रक रसड़ा थाना क्षेत्र की तरफ चले जाते है एवं कुछ ट्रक नरही से फेफना होते हुए बलिया चले जाते हैं। गिरफ्तार आरक्षी हरिदयाल सिंह तैनाती नरही थाना जनपद बलिया की मौके पर की गयी पूछ-ताछ में यह बात भी प्रकाश में आयी कि जो ट्रक भरौली तिराहे से थाना नरही के कोरण्टाडीह चौकी होते हुए गाजीपुर जाते हैं, उनसे चौकी कोरण्टाडीह के सामने भी उन्हें स्थानीय पुलिस द्वारा कुछ दलालों के माध्यम से संगठित रुप से अवैध वसूली की जाती थी। इस सूचना की पुष्टि करने हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी एवं पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र द्वारा भरौली तिराहा से एक ट्रक में बैठकर चौकी कोरण्टाडीह जाया गया तो चौकी कोरण्टाडीह के सामने ही स्थानीय पुलिस द्वारा अवैध वसूली करते स्थानीय पुलिस के एक सिपाही सतीश गुप्ता को गिरफ्तार किया गया एवं एक प्राईवेट व्यक्ति अशोक मौके से फरार हो गया। यह प्राइवेट व्यक्ति चौकी इन्चार्ज कोरंटाडीह का निजी कार्यकर्ता था।

प्रकरण में कुल कार्रवाई

थानाध्यक्ष नरही उ.नि. पन्नेलाल, चौकी प्रभारी कोरण्टाडीह उ.नि. राजेश कुमार प्रभाकर सहित कुल-7 पुलिसकर्मी यथा-मुख्य आरक्षी हरिदयाल सिंह, मुख्य आरक्षी विष्णु यादव, आरक्षी सतीश गुप्ता, आरक्षी दीपक मिश्रा, आरक्षी बलराम सिंह एवं 16 दलालों पर  भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 थाना नरही पर पंजीकृत किया गया है, जिसकी विवेचना पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ द्वारा सहायक पुलिस अधीक्षक, जनपद आजमगढ़ को दी गयी है। यह मुकदमा पुलिस उपमहानरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र के पीआरओ निरीक्षक सुशील कुमार यादव की तरफ से लिखा गया है।

प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षण में दोषी पाये जाने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल को निलम्बित

उपरोक्त मुकदमें में दो पुलिसकर्मी आरक्षी हरिदयाल सिंह थाना नरही, आरक्षी सतीश गुप्ता चौकी कोरण्टाडीह एवं 16 दलाल गिरफ्तार किये गये।प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षण में दोषी पाये जाने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल को निलम्बित किया गया है। प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर चौकी प्रभारी कोरंटाडीह उ.नि. राजेश कुमार प्रभाकर को निलम्बित किया गया है एवं सम्पूर्ण कोरंटाडीह पुलिस चौकी के आठ पुलिस कर्मी, जिनमें चौकी प्रभारी के अतिरिक्त दो मुख्य आरक्षी-चन्द्रजीत यादव व औरंगजेब खां एवं पांच आरक्षी-परविन्द यादव, सतीश चन्द्र गुप्ता, पंकज कुमार यादव, ज्ञानचन्द्र व धर्मवीर पटेल सम्मिलित है, को भी निलम्बित किया गया है।

थाना नरही के थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक उपनिरीक्षक (रात्रि दिवसाधिकारी उ.नि. मंगला प्रसाद) एक मुख्य आरक्षी विष्णु यादव, पांच आरक्षी-हरिदयाल सिंह, दीपक मिश्रा, बलराम सिंह, उदयवीर व प्रशान्त सिंह एवं एक आरक्षी चालक ओम प्रकाश को निलम्बित किया गया है। इस प्रकार थानाध्यक्ष नरही एवं चौकी प्रभारी कोरंटाडीह सहित 03 उपनिरीक्षक, 03 मुख्य आरक्षी, 10 आरक्षी एवं 01 आरक्षी चालक को निलम्बित किया गया है। थाना प्रभारी नरही, चौकी प्रभारी कोरण्टाडीह एवं संलिप्त आरक्षियों के आवासों को सील कर दिया गया है, ताकि विवेचना के क्रम में अहम सर्च एवं सीजर में वसूली के धन से सम्बन्धित कैश की भी जांच की जा सके।

कार्रवाई करने वाली टीम में ये रहे शामिल

पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस महानिदेशक, वाराणसी जोन, वाराणसी, वैभव कृष्ण, पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़,उपनिरीक्षक भैरवनाथ यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, उपनिरीक्षक स0पु0 रविन्द्र नाथ कुशवाहा, जोनल कार्यालय, वाराणसी, उपनिरीक्षक स0पु0 रमाशंकर यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, मुख्य आरक्षी अभिषेक पाण्डेय, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी चालक रमाशंकर यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी चालक लालता यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी दीपक यादव, जोनल कार्यालय, वाराणसी, आरक्षी राजेश कुमार, जोनल कार्यालय, वाराणसी, निरीक्षक सुशील कुमार, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, निरीक्षक अब्दुल वाहीद, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, निरीक्षक शिवमिलन परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़, उपनिरीक्षक अम्बिका प्रसाद, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी अनिल सिंह परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी रविकान्त साहू परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी राजेश यादव, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी राव वीरेन्द्र यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी रजनीकान्त परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,मुख्य आरक्षी चालक गोरखनाथ परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी रामसेवक यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी मनीष यादव परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी शरद मिश्रा, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़ ,आरक्षी विवेक रंजन, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़,आरक्षी अभिषेक कुमार यादव, परिक्षेत्रीय कार्यालय, आजमगढ़ शामिल रहे।
भाजपा में थमती नजर नहीं आ रही सियासी रार, सीएम की बैठक में फिर नहीं पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ । प्रदेश भाजपा में सियासी रार फिलहाल थमती नजर नहीं आ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बृहस्पतिवार को बुलाई गई बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या फिर नहीं पहुंचे। जबकि वह सीएम आवास के बगल में ही स्थित अपने सरकारी आवास पर रहे और कई पूर्व व वर्तमान मंत्रियों से मुलाकात की । केशव के बैठक में नहीं पहुंचने को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है।

दरअसल मुख्यमंत्री मंडलवार भाजपा और सहयोगी दलों के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव के हार की समीक्षा कर रहे हैं। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री ने मेरठ और प्रयागराज मंडल की बैठक बुलाई थी। प्रयागराज मंडल की बैठक में भाजपा के साथ अपना दल (एस) के विधायक भी पहुंचे थे, लेकिन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या नहीं पहुंचे, जबकि वह लखनऊ में ही थे। बैठक में पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता उर्फ नंदी समेत सभी विधायक पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से विधानसभावार लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर चर्चा की और हार के कारणों की जानकारी ली।

सीएम योगी से मिली पल्लवी पटेल

इसी बीच बुधवार को अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल ने भी सीएम से मुलाकात कर प्रदेश के सियासी माहौल को गरमा दिया है। सूत्रों के मुताबिक पल्लवी मुख्यमंत्री आवास पर करीब 25-30 मिनट रही। पल्लवी की सीएम से क्या बात हुई इस पर पल्लवी कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। जबकि उनके करीबी सूत्रो का कहना है कि वह अपने क्षेत्र के विकास के मुद्दे पर मुख्यमंत्री से मिलने गई थीं। बता दें कि भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने मुख्यमंत्री को ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर पत्र लिखा था, जिसे लेकर सियासी तुफान उठा था। ऐसे में अब पल्लवी की मुख्यमंत्री से मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं।
व्यापारियों की समस्याओं को त्वरित हो निस्तारण : डीजीपी


लखनऊ । व्यापारियों  की सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग गंभीर हो चला है। इसी के तहत डीजीपी प्रशांत कुमार  द्वारा विभागीय अधिकारियों को व्यापारियों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण कराये जाने के लिए समय- समय पर निर्गत निर्देशों के क्रम में प्रदेश के सभी जनपदों में गठित व्यापारी सुक्षा प्रकोष्ठ कोअत्यधिक प्रभावी बनाये जाने का निर्देश जारी किया है।  प्रदेश में व्यापारियों, उद्यमियों, निर्यातकों की समस्याओं को त्वरित गति से निस्तारण के लिए मण्डल मुख्यालय पर मण्डलायुक्त ,जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित करते हुए समिति की प्रतिमाह बैठक करने, व्यापारियों ,उद्यमियों, निर्यातकों के उत्पादन, निर्माण,  विनिर्माण ईकाइयों एवं आर्थिक व राजस्व तथा कर, करेतर सम्बन्धी इकाइयों, विभागों इत्यादि की समस्याओं व उनकी सुरक्षा सम्बन्धी विषयों पर चर्चा करें।

निर्यातकों को भयमुक्त एवं सुरक्षित वातावरण उपलब्ध  हो

इसके बाद उनका समय से निस्तारण कराये जाने के लिए शासन के निर्देश पर समस्त कमिश्नरेट व जनपद में अपर पुलिस आयुक्त , अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में व्यापारियों , उद्यमियों, निर्यातकों को भयमुक्त एवं सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराये जाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस पूर्णत: प्रतिबद्ध है। जिससे प्रदेश में इज आफ डुइंग बिजनेस को बढ़ावा मिले। उन्होंने निर्देश दिया कि व्यापारियों एवं उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण तथा आपराधिक घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस कमिश्नरेट  व जनपद स्तर पर व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की अनिवार्य रूप से प्रत्येक माह नियमित बैठके आयोजित कराकर व्यापारियों व उद्यमियों की समस्याओं एवं शिकायतों को पूर्णत: गम्भीरता से लेकर निस्तारण कराया जाना सुनिश्चित किया जाए ।

समस्याओं का पार दर्शिता पूर्वक त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए

प्रति माह आयोजित होने वाली बैठको में व्यापारियों व  उद्यमियों की पुलिस विभाग से सम्बन्धित विभिन्न शिकायतों व समस्याओं का पार दर्शिता पूर्वक त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए। पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा व्यापारियों एवं उद्यमियों के साथ सम्मानजनक, शिष्टतापूर्ण एवं सहयोगात्मक व्यवहार किया जाए। सर्राफा व्यापारियों, अन्य व्यापारियों ,उद्यमियों के आवागमन के दौरान  उनके संगठन द्वारा निर्गत किये गये गोल्डन कार्ड व परिचय- पत्र एवं सम्बन्धित कागजात दिखाये जाने के लिए उनके साथ परिमार्जित ढंग से सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाय। उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाय।

प्रमुख बाजारों में पर्याप्त पुलिस बल की लगाई जाए ड्यूटी

परिचय- पत्र एवं सम्बन्धित कागजात सही पाये जाने पर उन्हें कदापि प्रताड़ित न किया जाए। सराफा व्यापारियों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था की जाय तथा मुख्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, व्यस्त बाजारों तथा सरार्फा मार्केट आदि स्थलों पर समुचित एवं पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगायी जाए तथा पुलिस पेट्रोलिंग भी करायी जाये। समय- समय पर थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ऐसे स्थानों पर लगाये गये पुलिस बल की चेकिंग कर उन्हेंअपनी ड्यूटी पर सदैव सतर्क रहने के लिए ब्रीफ किया जाए।