*खुले आसमान के नीचे जीवन बसर कर रहा परिवार, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की अब तक क्यों नहीं पड़ी नजर?*
रमेश दूबे
संत कबीर नगर- यूं तो केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार का फरमान है कि हर किसी के सिर पर उनका निजी छत होना चाहिए लेकिन इसी में कुछ ऐसे भी गरीब परिवार हैं जो अधिकारियों जनप्रतिनिधियों के उदासीनता और उपेक्षा का शिकार है। एक ऐसा ही परिवार संत कबीर नगर जनपद के नगर पंचायत हैसर के धनघटा में रहता है।
यहां अपनी पत्नी के साथ सरकारी ट्यूबवेल के छोटे से छत के नीचे जीवन बसर कर रहा है एक परिवार। भूमिहीन गरीब परिवार मजदूरी कर जीवन यापन करता है। आखिर इस गरीब परिवार को अभी तक एक अदद पक्का आवास क्यों नहीं मिला? क्या इस पर किसी की नजर नहीं पड़ी या यह गरीब परिवार कथित रूप से सुविधा शुल्क समायोजन में असफल था? इसलिए इसको आवास नहीं मिला। जो भी हो वर्तमान में गरीब परिवार पत्नी के साथ खुले आसमान के नीचे जीवन बसर कर रहा है।
इस मुद्दे पर जब नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि नीलमणि से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नगर पंचायत स्वयं जरूरतमंदों को चिन्हित कर उनको सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कर रहा है। अगर इनको आवास नहीं मिला है तो जांच कर सत्य पाए जाने पर आवास के साथ अन्य उपलब्ध सुविधाएं भी दी जाएगी।
Jul 27 2024, 16:34