झारखण्ड के बिगड़े कानून व्यवस्था की हालात को लेकर राज्यपाल ने सीएम हेमंत को लिखा पत्र, कहा जिम्मेवारी तय करें

झा. डेस्क 

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने

झारखंड में बिगड़ती विधि-व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कहा इसके लिए जिम्मेबारी तय करें.

साथ ही इस पत्र का प्रतिलिपि केंद्रीय गृह मंत्रालय, भारत सरकार को भी भेजकर हालात से अवगत कराया है। 

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्यपाल ने स्पष्ट कहा है कि कानून व्यवस्था की स्थिति सुधारने और अपराधियों के मन में डर पैदा करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। राज्य में विकास और किसी प्रकार के निवेश के लिए कानून-व्यवस्था का सुदृढ़ होना सबसे पहली जरूरत है।

अपने पत्र में राज्यपाल ने कुछ प्रमुख आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है आप इस बिगड़ती स्थिति की तत्काल समीक्षा करें और जिम्मेदारी तय करें, ताकि, कानून और व्यवस्था तंत्र सतर्क रहे और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उक्त उल्लेखित केवल प्रमुख घटनाएं हैं।

कार्रवाई नहीं होने पर जताया खेद

राज्यपाल ने गत 28 मई को भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर रांची के बार में डीजे की हत्या किए जाने का उल्लेख करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली और अपराध स्थिति की समीक्षा का अनुरोध किया था। राज्यपाल ने कहा है कि यह खेदजनक है कि, इस गंभीर मामले पर कोई महत्वपूर्ण कार्रवाई नहीं हुई और गंभीर अपराध की घटनाएं बेरोकटोक जारी हैं।

राज्यपाल ने पत्र में इन घटनाओं का किया उल्लेख

● 19 जून को आदित्यपुर में विवेक सिंह की गोली मारकर हत्या।

● धनबाद में 21 जून को एक इंजीनियरिंग छात्र की गोली मारकर हत्या।

● 23 जून को रांची के रातू में दो अपराधियों ने रात में हवाई फायरिंग की।

● 25 जून को गढ़वा सदर में 25 वर्षीय युवक की गोली मार हत्या।

● 02 जुलाई को कमलेश कुमार के बंदूकधारी ने कांके में की फायरिंग।

● रेलवे ठेकेदार राजीव गुप्ता को पतरातू में गोली मार दी।

● 02 जुलाई को पलामू में एक महिला और उसके दामाद को गोली मार दी।

● 07 जुलाई को रांची के धुर्वा में अपराधियों ने एक पूर्व वार्ड काउंसलर को गोली मार दी।

मॉनसून टर्फ और साइक्लोन से रांची समेत कई जिलों में अगले दो दिनों में होगी बारिश*

झा. डेस्क रांचीः मॉनसून टर्फ और साइक्लोन से रांची समेत कई जिलों में अगले दो दिनों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में सुस्त पड़े मॉनसून के एक बार फिर से सक्रिय होने की संभावना है, जिसके कारण रांची से लेकर कोल्हान-पलामू और संताल परगना प्रमंडल के विभिन्न हिस्सों में बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश को लेकर भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य हिस्सों में गर्जन के साथ जोरदार बारिश के आसार है। वहीं कुछ स्थानों पर वज्रपात की भी आशंका जताई गई है। गुमला में सबसे अधिक 70.8 मिलीमीटर बारिश राज्य में पिछले 24 घंटे में कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई, जबकि राज्य में कहीं-कहीं पर भारी वर्षापात भी हुई। राज्य में सबसे अधिक बारिश 70.8 मिलीमीटर बारिश गुमला जिले के डुमरी में हुई। सबसे अधिक उच्चतम तापमान 39.1 डिग्री सरायकेला में, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री रांची में हुई। गोपीकार में 54.0, तिलैया में 45.8, राजमहल में 36.2, चैनपुर में 35.5, चांडिल में 34.4, लातेहार बालूमाथ में 31.5, धुरकी में 17.5, मझगांव में 15.6, मोहनपुर में 12.7, दुमका में 11 और बोरियो में 9.6 मिलीमीटर बारिश हुई। 48 घंटे के दौरान भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट राज्य में पिछले 48 घंटे के दौरान भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार बारिश के कारण राज्य में अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होगी। 12 और 13 जुलाई को कई स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। 14 से 17 जुलाई तक भी राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना है। राज्य में अब तक सामान्य से 53 प्रतिशत कम बारिश राज्य में 1 जून से लेकर 11 जुलाई तक सामान्य से 53 प्रतिशत कम बारिश हुई। इस दौरान सामान्य वर्षापात 296.4 मिलीमीटर की जगह वास्तविक रूप से 138.9 मिलीमीटर बारिश ही हो गई है। रांची में 308.3 की जगह 134.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। बोकारो में सामान्य से 48 प्रतिशत कम, चतरा में 71, देवघर में 46, धनबाद-दुमका में 42, पूर्वी सिंहभूम में 65, गढ़वा में 58, गिरिडीह में 55, गोड्डा में 26, गुमला में 44, हजारीबाग में 59, जामताड़ा में 54, खूंटी में 36, कोडरमा में 52, लातेहार में 52, लोहरदगा में 68, पाकुड़ में 67, पलामू में 48, रामगढ़ में 67, रांची में 57, साहेबगंज में 29, सरायकेला में 67, सिमडेगा में 33 और पश्चिमी सिंहभूम में 65 प्रतिशत कम बारिश हुई।
बिहार के छपरा से एक रिटायर्ड फौजी के खाते से बैंक अधिकारी बनकर साइबर अपराधी ने 35 लाख रुपये उड़ाए,चिरकुंडा और आसनसोल से अपराधी गिरफ्तार*

झा.डेस्क धनबाद: बिहार के छपरा जिला के साइबर पुलिस ने झारखंड के धनबाद जिला स्थित चिरकुंडा थाना क्षेत्र में छापा मारी कर चिरकुंडा के सुभाष नगर से मुकेश मोदक को उठाया.उस पर छपरा के एक रिटायर्ड सैनिक के खाते से 35 लाख रुपये उड़ाने का आरोप है।गिरफ्तार मुकेश के निशानदेही पर आसनसोल से भी एक व्यक्ति को उठाया और उसे छपरा लेकर पुलिस गयी है। बताया जाता है पेंशन से जुड़ी बात करके उस सैनिक से उसके मोबाइल पर गए ओटीपी मंगाया और पैसे निकाल लिये. इस छापेमारी में चिरकुंडा पुलिस भी शामिल थी. रिटायर्ड फौजी के पास कुछ दिन पूर्व बैंक अधिकारी बन कर साइबर ठग ने फोन किया और पेंशन से जुड़ी कुछ बातें कीं. इसी क्रम में साइबर ठग ने फौजी से ओटीपी ले लिया और चार किस्त में लगभग 35 लाख रुपये की निकासी कर ली. कुछ दिनों बाद जब फौजी बैंक गया तो पता चला कि उनका अकाउंट खाली है. जांच में पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है. उन्होंने छपरा थाना में मामला दर्ज कराया. साइबर सेल के इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी छानबीन में मिले लोकेशन के आधार पर चिरकुंडा थाना पहुंचे. पुलिस ने सुभाष नगर के बिहारी यादव के घर में भाड़े पर रहे मुकेश कुमार मोदक को हिरासत में लिया. बिहार पुलिस ने रात में ही आसनसोल में छापेमारी कर वहां से भी एक युवक को पकड़ा. साइबर इंस्पेक्टर श्री तिवारी ने फिलहाल ज्यादा कुछ बताने से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है. दो को हिरासत में लिया गया है.
झामुमो का आरोप,भाजपा सरकार सीबीआई और ईडी के बाद अब चुनाव आयोग के ज़रिये राज्य को डिस्टर्ब का प्रयास कर रही है*

झा.डेस्क झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ईडी और सीबीआई के बाद अब इलेक्शन कमीशन द्वारा राज्य को डिस्टर्ब करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा कि जिस प्रकार से इलेक्शन कमीशन की टीम झारखंड आयी और बैठकें कर रही है, इससे पदाधिकारियों में भ्रम और भय पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है. अगर झारखंड में जबरन समय से पहले चुनाव थोपने का प्रयास हुआ, तो झामुमो उसका मुंहतोड़ जवाब देगा. उन्होंने कहा कि झारखंड में धार्मिक, सांस्कृतिक व भौगोलिक दृष्टिकोण से छठ तक चुनाव संभव नहीं है. आखिरकार भाजपा को किस बात का डर है. पूरे देश में हर स्टेट का विधानसभा चुनाव का शिड्यूल बना हुआ है. इसमें केंद्र सरकार क्यों छेड़छाड़ करना चाह रही है. इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए. भाजपा नहीं चाहती है कि राज्य की सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे. दरअसल यह पूरी साजिश झारखंड सरकार की घोषित योजनाएं और सरकारी नौकरी देने के शिड्यूल को देखते हुए किया जा रहा है, ताकि इसका लाभ जनता तक नहीं पहुंच पाये. इलेक्शन कमीशन झारखंड में 10 नवंबर से 20 दिसंबर तक कभी भी चुनाव करा ले श्री भट्टाचार्य ने कहा कि जुलाई से अगस्त के बीच श्रावण मास रहेगा. भादो में कृष्ण जन्माष्टमी, करमा सहित कई तरह के पर्व-त्योहार होते हैं. आश्विन में भी नवरात्र, दीपावली, काली पूजा, छठ है. यानी सात नवंबर तक त्योहार है. जुलाई से सितंबर तक खेती-बाड़ी का समय रहेगा. अब ऐसी स्थिति में चुनाव कराना पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक होगा. उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन झारखंड में 10 नवंबर से 20 दिसंबर तक कभी भी चुनाव करा ले स्वागत है.
कटाक्ष : 'अमित शाह या पूरा गुजरात आ जाए, झारखंड में बीजेपी की दाल नहीं गलेगी:इरफान अंसारी

रांची : झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अमित शाह क्या, अगर पूरा गुजरात भी झारखंड आ जाएगा तो इसका बीजेपी को कोई फायदा नहीं मिलेगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का झारखंड द्वारा प्रस्तावित है. वहीं बीजेपी के बड़े नेताओं के झारखंड आने का सिलसिला लगातार जारी भी है. बीजेपी की तैयारी पर महागठबंधन के नेताओं ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के नेताओं का झारखंड में स्वागत है. लेकिन उनकी कोशिश वोट में तब्दील नहीं होगी और महागठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में काबिज होगा. सत्ताधारी दल के इस बयान के बाद झारखंड में सियासत गर्म है. झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने भारतीय जनता पार्टी की विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अमित शाह क्या, अगर पूरा गुजरात भी झारखंड आ जाएगा तो इसका बीजेपी को कोई फायदा नहीं मिलेगा. इरफान अंसारी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मंत्री इरफान अंसारी पिछले 10 वर्षों से मंत्री बनने का दिन रात सपना देखते रहते थे. आज उनका सपना पूरा हो गया है. भले ही चार दिन के लिए हुआ हो और वह अपना होश खो बैठे हैं. मैं उनको सलाह दूंगा कि मित्र इरफान अंसारी जी थोड़ा जोश में होश ना खोए. इतने व्याकुल न हो जाए. इतने एक्साइटेड ना हो जाए कि रांची के आसपास के अस्पताल में आपको इलाज करने की जरूरत पड़े. भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ वापस आ रही है और आप इसी कन्फ्यूजन में रह जाए. हां एक बार जरूर है कि जब आप हटेंगे तो आपके साथ पूर्व मंत्री अपने नाम के साथ लिख सकते हैं. वहीं मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि झारखंड में बीजेपी का कोई भी नेता आ जाए, गुरुजी और हेमंत छोड़ कोई नहीं चलेगा. हल चाहे कोई भी तैयार कर ले. खेत तो सिर्फ हमारा है. हम ही जोतेंगे. मजबूती के साथ हम चुनांव लड़ेंगे, किसी के आने से फर्क नहीं पड़ता.
झारखण्ड का एक ऐसा गांव जो एक दिन में हो गये वीरान, आज यहां मनुष्य का नहीं हथियों का है कब्ज़ा

झारखण्ड में कई बड़ी समस्याओं में एक समस्या है जंगली जानवर जिसके कारण लोगों को अपना घर-वार छोड़ कर भी भगाना पड़ता है.

झारखंड के सरायकेला के एक गांव के लोगों के साथ ऐसा ही कुछ हादसा हुआ. यहां एक-दो नहीं बल्कि पूरे 15 परिवार एक झटके में ही उजड़ गए. घर छोड़कर या तो किसी स्कूल में शरण लिए नहीं तो अपने रिश्तेदारों के यहां.

सरायकेला जिला मुख्यालय से करीबन 80 किलोमीटर दूर स्थित बनगोड़ा गांव है . यह कुमारी गांव का टोला है. यहां पर कभी 15 परिवार रहते थे. लेकिन आज यह गांव वीरान पड़ा हुआ है.

अब यहां इनसान नहीं बल्कि हाथियों का ‌कब्जा है. यहां 14 से अधिक हाथियों ने आतंक मचा रखा है. हाथियों ने घरों और फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. हैंडपंप, घर में रखा सामान सभी तहस-नहस हो गए हैं.

हालत यह है कि गांव के लोग अब अपने घरों को छोड़कर या तो सरकारी स्कूल या फिर किसी और के घर पर शरण ले रखी है.
इस समस्या के निपटने का वन विभाग के पास कोई समाधान नहीं है.

*जंगल स आई आफत और सब तबाह हो गये*

रातोंरात क्यों खाली हो गया एक भरापूरा गांव, जंगल से आई आफत और सब तबाह हो गया!
सरायकेला के जंगलों में बड़ी संख्या में हाथी हैं. ये हाथी जंगल के होते हुए अक्सर बस्तियों तक पहुंच जाते हैं. हालांकि इस दौरान हाथियों के साथ भी कई बार दुर्घटना हो जाती है. कभी कोई ट्रेन की चपेट में आ जाता है तो कभी गहरे गड्ढे में गिर जाता है.

झारखंड के कई गांव हाथियों के उत्पात के चलते वीरान पड़े हैं.


25 जून को सरायकेला जिले के कुकुडु और नीमड़ीह प्रखंड में जंगली हाथियों ने खूब उत्पात मचाया. 10-12 हाथियों का झुंड प्रखंड के गांवों में घुस गए. कुकुडु प्रखंड के कुमारी गांव में हाथियों के झुंड ने धावा बोल दिया. हाथियों ने गांव के बिजली के खंभे को गिरा दिया. खंभा गिरने से कई घरों में शॉर्ट सर्किट हो गया और आग लग गई. हाथियों ने दो कच्चे मकान को भी धवस्त कर दिया.

6 ने खूब उत्पात मचाया. 10-12 हाथियों का झुंड प्रखंड के गांवों में घुस गए. कुकुडु प्रखंड के कुमारी गांव में हाथियों के झुंड ने धावा बोल दिया. हाथियों ने गांव के बिजली के खंभे को गिरा दिया. खंभा गिरने से कई घरों में शॉर्ट सर्किट हो गया और आग लग गई. हाथियों ने दो कच्चे मकान को भी धवस्त कर दिया.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुस्लिम तालाकसुदा महिलाओं को गुजारा भत्ता के हकदार बताने वाली फैसले का सिटीजन फोरम जमशेदपुर ने स्वागत योग्य बताया

झारखण्ड डेस्क
जमशेदपुर। गुरूवार को सिटीजन फोरम जमशेदपुर के अध्यक्ष डा. हरिबल्लभ सिंह ‘आरसी की अध्यक्षता में एक गोष्ठी हुई। जिसमें सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले पर कि चर्चा हुई, जिसमें कहा गया है कि तलाकशुदा मुस्लिम महिलाएं भी गुजारा भत्ता की हकदार हैं।

कहा गया कि यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला राष्ट्रहित तथा असहाय बेसहारा महिलाओं के हित में है । जो सराहनीय एवं प्रशंसनीय है । यह निर्णय मुस्लिम तलाकशुदा महिलाओं के हित के साथ सभी वर्गो की महिलाओं एवं विश्व महिला कल्याण के पक्ष में है।

इसकी प्रशंसा की जाती है। सुप्रीम कोर्ट का यह कहना कि महिलाओं का गुजारा भत्ता खैरात नहीं बल्कि महिलाओं का अधिकार है। सीआरपीसी की धारा 125 (गुजारा भत्ता प्राप्त करने का प्रावधान) सभी विवाहित महिलाओं पर लागू होता है।

नारी सुरक्षा नारी सशक्तीकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट यह कदम का बधाई के योग्य है ।इस गोष्ठी में संस्थान के कोषाध्यक्ष डीएन सिंह, आरका. जैन विश्वविद्यालय के निदेशक एवं संस्थान के सचिव डा. अंगद तिवारी, डा. श्यामलाल पाण्डेय, हिमांशु, प्राचार्या पूर्णिमा त्रिपाठी, चन्द्रकांत एवं विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थी ।
रियल फील एंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रहे पारिवारिक भोजपुरी फ़िल्म “दीदी के सिंदूरवा” का शुटिंग बोकारो में संपन्न
बोकारो : रियल फील एंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रहे एक सम्पूर्ण पारिवारिक भोजपुरी फ़िल्म “दीदी के सिंदूरवा” का शुटिंग संपन्न हुआ। फिल्म की पूरी शुटिंग बोकारो की धरती पर हुई है। फिल्म के निर्माता ललित शर्मा एवं राकेश पटेल हैं। वहीं निर्देशक सुमित सागर (बोकारो) एवं डी. ओ. पी पप्पू हैं। 11 जून 2024 से प्रारंभ हुई इस फिल्म की शूटिंग बोकारो के अलग-अलग जगहों पर की गई।

फिल्म के कलाकार एवं तकनीकी सहायक कुछ बोकारो से हैं। इसके अलावे मुंबई, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे जगहों से भी कलाकारों को लिया गया है। फिल्म के निर्देशक सुमित सागर पहले मुंबई में अलग-अलग निर्माताओं के लिए काम कर चुके हैं लेकिन उनका यह कहना है कि वो हमेशा से बोकारो में एक अच्छी कहानी पर काम चाहते थे और इस बार उन्हें एक सशक्त विषय पर काम करने का अवसर मिला है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रोजेक्ट के बाद अगले नए प्रोजेक्ट (वेब सीरीज) की भी शूटिंग आने वाले नवंबर से शुरू करने जा रहे हैं।
इस फिल्म के मुख्य कलाकार के रूप में कुलदीप कुमार, पूजा गांगुली, रूपा सिंह, संचिता राय, शाहीन परवीन हैं। संगीतकार राकेश पांडेय, गीतकार संजय स्नेही, संवाद एवी मोहन के हैं।
गौरतलब हो की फिल्म के निमार्ता फिल्म को लेकर दावा कर रहे है यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एक नया कृतिमान स्थापित कर सकती है।
अभिवाभक द्वारा वाल विवाह कराये जाने की शिकायत लेकर पहुंची एक किशोरी अधिकारी के पास,अधिकारियो ने हस्तक्षेप कर शादी रुकवाई*

झा. डेस्क झारखण्ड में आज भी बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति है। इसी सामाजिक कुरीति से त्रस्त एक बच्ची प्रखंड के छोटका रेगरे सरना टोली में मिली. जहां बच्ची पढ़ना चाहती है वहीं उसके परिजन विवाह कराने में जोर दे रहे हैं.जिसकी शिकायत अधिकारीयों से की गयी. सीडीपीओ, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, थाना प्रभारी ‌‌ए‌व ग्रामीण साथ बुधवार को बैठक कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर वाल विवाह रुकवाई सीडीपीओ ने बताया कि एक ओर माता-पिता बेटी के हर सफलता पर गर्व करते हैं, तो दूसरी ओर जल्द विदा कर अपने कर्तव्यों से मुक्त होना चाहते हैं। इस घटना की शिकायत मिलने पर सीडीपीओ, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, थाना प्रभारी ‌‌ए‌व ग्रामीण साथ बुधवार को बैठक की गई. साथ ही सीडीडब्ल्यूसी में जाकर लड़की को बॉन्ड के लिए अंडरटेकिंग ली गई. शिकायत के अनुसार बच्ची की शादी रांची जिला अंतर्गत अनिगड़ा क्षेत्र के युवक से होनी थी. इस संबंध में डीसीपीओ द्वारा बताया गया कि शादी के लिए लड़का का उम्र 21 एंव लड़की की उम्र 18 साल होनी चाहिए. कहा कि यदि इससे कम उम्र में लड़के और लड़की की शादी कराई जाती है तो इसके लिए कानून में सजा का प्रावधान किया गया है.उन्होंने कहा कि बेटियों के विवाह के लिए उम्र के साथ शरीर के विकास को भी ध्यान दें. कम उम्र में गर्भवती होने से मां व बच्चे दोनों की जान खतरे में आ जाती है। इसलिए कम उम्र के बेटियों के विवाह कराने से पहले उनके आने वाले भविष्य के बारे में सोचें. जिससे ससुराल या मायका पक्ष का संबंध और मजबूत हो. वहीं सीडीपीओ द्वारा बताया गया कि बाल विवाह में दोषी पाए जाने पर 2 साल की सजा एंव 1 लाख तक जुर्माना का प्रावधान है. मौके पर महिला थाना प्रभारी द्वारा लोगों को बताया गया की कम उम्र में शादी करने से मां व बच्चा दोनों एनीमिया, कुपोषण के शिकार हो सकते हैं. इसके साथ ही गर्भावस्था के दौरान कई तरह की समस्या व भ्रूण के विकास की गति में बाधा बनती है। उन्होंने कहा कि बेटियों की भविष्य के लिए इस तरह का फैसला का ना लेना ही उचित कदम है.
झारखण्ड विधानसभा चुनाव पर आज केंद्रीय चुनाव आयोग की अधिकारी करेंगे राज्य के अधिकारी के साथ मंथन*

झा. डेस्क झारखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी परिपेक्षय में भारत निर्वाचन आयोग की टीम बुधवार की शाम रांची पहुंच गयी है । चुनाव की तैयारी को लेकर समीक्षा करेगी. इस टीम में आयोग के वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा, वरीय उप निर्वाचन आयुक्त नितेश कुमार व्यास और प्रधान सचिव अरविंद आनंद हैं जिनका झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार और अन्य पदाधिकारियों ने स्वागत किया. यह टीम रांची से पतरातू चली गई है. पतरातू पर्यटन विहार स्थित सभागार में गुरुवार को झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ आज मंथन होगा. *आज पतरातू में होगा चुनाव की तैयारी को लेकर मंथन* पतरातू में आयोजित बैठक राज्य में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2024 के तहत चल रहे कार्यों को लेकर समीक्षा की जाएगी. विधानसभा चुनाव की तैयारियों की जिलावार समीक्षा होगी. आयोग देखना चाहेगा कि लोकसभा चुनाव के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए विभिन्न जिलों की तैयारियां कैसी है. झारखंड में कितने चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं, जिससे परेशानी नहीं हो. इसके बाद झारखंड से इसके लिए सुझाव मांगे जाएंगे.बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर स्वागत करने वालों में एसपीएनओ अमोल वी. होमकर, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नेहा अरोड़ा के साथ रांची जिला के वरीय पदाधिकारी शामिल थे. *अक्टूबर में झारखंड में विस चुनाव होने की संभावना* झारखंड में विधानसभा चुनाव समय से पहले अक्टूबर में हो सकता है.झारखंड सरकार का कार्यकाल पांच जनवरी 2025 तक है. इससे पहले चुनाव की प्रक्रिया खत्म कर सरकार का गठन कर लिया जाना है. 2024 में तीन अन्य राज्यों हरियाणा, महाराष्ट्र व जम्मू कश्मीर में चुनाव होने हैं। ऐसे में चारों राज्यों का चुनाव एक साथ कराने की तैयारी की जा रही है. *तीन चरणों में होगी चुनाव* झारखंड में 2014 और 2019 में हुए विधानसभा चुनाव पांच-पांच चरण में हुए थे. 2024 में भारत निर्वाचन आयोग झारखंड में दो से तीन चरणों में चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग की टीम शांतिर्पू्ण हुए लोकसभा चुनाव को आधार मानकर कार्यवाही कर सकती है.