यह कैसे रिश्ते? : दो बेटो के बाद भी तन्हाई में रह रहे पिता की मौत

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज। ऐसा परिवार होने के क्या फायदा कि, अपनों की सुध ना ली जा सके। तीन दिनों तक घर में अकेले रह रहे पिता का शव घर के अंदर सड़ता रहा और बेटे अपनी नौकरी करते रहे, वहीं पत्नी भी घटना से बेखबर रही।

कन्नौज शहर के ग्वाल मैदान में निवास करने वाले अरुण मिश्रा कानपुर की एक खाद कंपनी से रिटायर थे।

घर में अकेले ही रहते थे। अरुण के दो बेटे जिनमे प्रदुम्न और अक्षय साफ्टवेयर इंजीनियर हैं, प्रदुम्न अमेरिका तो अक्षय बैंगलोर में किसी कंपनी में काम करते हैं। अरुण की पत्नी बड़े बेटे प्रदुम्न के साथ अमेरिका में रहती हैं। कुछ समय पहले अरुण कानपुर की एक खाद फैक्ट्री में काम करने के दौरान कानपुर की एल्डिगो सोसाइटी के पीछे फ्लैट में रहते थे। अरुण से आय दिन झगड़े के कारण पत्नी बेटे के साथ अमेरिका चली गईं थीं। वही रिटायरमेंट के बाद अरुण बीते 3 सालों से अपने कन्नौज स्थित पुस्तैनी मकान में रह रहे थे।

कन्नौज स्थित मकान से जब बदबू आना शुरू हुआ तो आसपास के लोग परेशान हो गये। अनहोनी घटना की संभावना पर पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद सीओ सदर कमलेश कुमार कोतवाली कन्नौज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मकान के अंदर पहुंचकर देखा तो पता चला कि केबल तौलिया के सहारे एक शव जमीन पर पड़ा था। शव सी बदबू आ रही थी। घर का दरवाजा भी अंदर से बंद था। घर का सारा सामान भी ब्यबस्थित रखा हुआ था।

इसलिये चोटी लूटपाट की भी संभावना नहीं थी।संभावना जताई गई कि 75 वर्षीय अरुण पानी की बाल्टी उठाने के दौरान करीब 72 घंटे पहले (शव को देखकर) गिर गए होंगे और उनकी मौत हो गई होगी। घटना की जानकारी से जहां मोहल्ले में हड़कंप मच गया वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिए है। घटना की सूचना से मृतक के बेटों को भी अवगत करवा दिया गया है। पुलिस ने अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है।

उधर मृतक का छोटा बेटा अक्षय अपने पिता का अंतिम संस्कार करने गुरुवार को कन्नौज पहुंचा। और प्रक्रिया पूरी की गई।

सवाल यह है कि कैसे रिश्ते हो गये हैं आज कल के। कोई किसी से मतलब नहीं रखना चाहता, कोई किसी का हाल चाल नहीं लेना चाहता। भाग दौड़ भरी जिंदगी में टेंशन और काम का लोड अपनों को अपनों से अलग कर रहा है।

शायद इसी जिंदगी की भाग दौड़ में दो बेटे और पत्नी होने के बाद भी एक पिता और पति की तीन दिनों तक सुध नहीं ली गई और घर में तन्हा रह रहे पिता/पति का शव खराब होता गया। यह वही पिता हैं, जिन्होंने अपने विदेश रह रहे बच्चों को उंगली पकड़कर चलना सिखाया था, और पत्नी को अपने सुख दुख का साथी बनाया था।बदलते हुये परिवेश में आखिर हमको अपने खून के रिश्तों के बारे में क्या सोचना नहीं चाहिए। सवाल तो है, पर जवाब शायद आप के पास?

निर्दयता और बेरहमी से हत्या करने वाली पत्नी और छोटी बेटी को भेजा पुलिस ने जेल

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले के एक गांव में अपनी जमीन बेंचने के बाद विहार में रहकर काम धंधा करने वाला ग्रामीण घर आया, तो शराब के नशे में मारपीट करना उसको महंगा पड़ गया। तंग आ चुकी पत्नी और छोटी बेटी ने मिलकर निर्दयता और बेरहमी से अपने पिता/पति को मौत की सजा दे डाली।

मामला तिर्वा के अहेर गांव का है। यहां वहीद शराब की लत लगने के कारण अपनी जमीन तक बेंच चुका था। पत्नी अजीतन और छोटी बेटी फरीन से शराब के नशे में मारपीट करना जब दोनों मां बेटी को रस नहीं आया तो दोनों ने वहीद को रास्ते से ही हटा दिया। घर में मौजूद बडी बेटी जीनत जो बोल और सुन नहीं सकती, अब देखती रही, लेकिन कुछ ना कर सकी।पुलिस ने जब दोनों मां बेटी को गिरफ्तार किया और सख्ती से पूंछतांछ की, तो दोनो ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मृतक पर पहला हमला अजीतन ने लिया था। सूजे से आंख, सीने, और हांथ की कलाई पर वार किये थे। पेट में करंट लगाते समय चीखने पर मृतक के मुंह में कपड़ा भी ठूंस दिया था।

घटना को अंजाम देने के बाद अगली सुबह अजीतन ने हंगामा काटते हुये हत्या में अपने जेठ को फंसाने की चाल भी चली। आखिर इतनी बेरहमी से वहीद की हत्या करने वाली पत्नी अजीतन और छोटी बेटी फरीन के चेहरों पर तनिक भी शिकन नहीं थी।पुलिस ने जुर्म कबूल कराया तो भेद खुल गया। दोनों मां बेटी को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया।

सीआरपीएफ जवान की हादसे में मौत के बाद मचा कोहराम, आज राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज। बिहार के गया से सीआरपीएफ जवानों की एक यूनिट श्रीनगर से अमरनाथ यात्रा के लिये रवाना होने के दौरान ट्रेन हादसे में कन्नौज के एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई। आज उनके पैत्रक गांव मे जवान के शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

बताते चलें कि जिले के गांव कुंअरपुर बनवारी गांव निवासी 48 वर्षीय शिवपाल सिंह वर्ष 1990 में लखनऊ में सीआरपीएफ में तैनात हुये थे।

वर्तमान में इनकी तैनाती गया विहार में थी।बीती सायं सीआरपीएफ जवानों की एक यूनिट जब गया बिहार स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से श्रीनगर अमरनाथ के लिये रवाना होने वाली थी, और जवान ट्रैन में चढ़ रहे थे, इसी दौरान ट्रेन पर चढ़ते समय शिवपाल सिंह को चक्कर आ गया और वह गिर गये। आनन फानन में सीआरपीएफ के अन्य जवान अपने साथी शिवपाल को उपचार के लिये स्थानीय अस्पताल आनंद पड़न भी ले गये।

यहां उपचार के दौरान शिवपाल की मौत हो गई।घटना की सूचना बटालियन के अधिकारियों को भी दी गई। जिसके बाद मृतक जवान को बटालियन की ओर से सलामी देते हुये राजकीय सम्मान भी दिया गया। इसके बाद जवान के परिजनों को सूचना दिये जाने के बाद शव को कन्नौज स्थित गांव के लिये रवाना किया गया।

उधर जवान की मौत की सूचना पर गांव और परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के लोगों का रोने चिल्लाने का सिलसिला शुरू हो गया। बड़ी संख्या में गांव और आसपास के ग्रामीण मृतक जवान के घर पहुंचने लगे।

बताते चलें कि जवान के परिवार में जवान की पत्नी संतोषी देवी के अलावा शिवराज सिंह 24 वर्ष, शक्ति सिंह 22 वर्ष, संजय सिंह 20 वर्ष, और सूर्य प्रताप सिंह 17 वर्ष पुत्र हैं।

मृतक का शव गांव में सीआरपीएफ के जवानों द्वारा लाये जाते ही परिजनों का हाल बेहाल हो उठा, वहीं बडी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी मौके पर डटी रही। हर कोई मृतक जवान के शव को कंधा देने की कोशिश सा करता हुआ नजर आ रहा था। परिजन बेहोशी और बदहवास हालत में नजर आ रहे थे।गुरुवार को मृतक जवान का अंतिम संस्कार फर्रुखाबाद जिले के पांचाल घाट पर किया गया। यहां बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद रही और मृतक जवान को श्रद्धांजलि दी।

पानी और बिजली की समस्या पर सपाइयों का प्रदर्शन

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज। गुरुवार को जिले के सपाई सड़को पर उतर आये। मुख्यालय पर सिंचाई विभाग और बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया।सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर नारेबाजी बिजली पानी दे ना सके वो सरकार बदलनी है के नारों के साथ सपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब सिंह यादव के नेतृत्व में सपाई और ग्रामीणों का हुजूम नजर आया।

सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचे सपाइयों का कहना था कि, ईशन बड़ी और बंबों में पानी नहीं आ रहा है। फैसले सूख रही हैं, बडी संख्या में जानवर पशु पक्षी मर गये और मर रहे हैं। सिंचाई विभाग हांथ पर हांथ धरे बैठा है। पर्यावरण नष्ट हो रहा है, पर्यावरण के संतुलन बिगड़ने से आज गर्मी का सितम मौत बन गया है। बन विभाग, सिंचाई विभाग इसके लिये जिम्मेदार है।

पेड़ पौधे काटे जा रहे हैं, जीव जंतुओं का शिकार हो रहा है, पानी के अभाव में सब कुछ तहस नहस हो रहा है,शिकायत पर विभाग में कोई मिलता नहीं, क्षेत्र में हैं कहकर जिम्मेदार कहकर टाल दिया जाता है। बिजली की समस्या में जिले में अव्यवस्थित हो चुकी है। करोड़ों का बजट आने के बाद भी जिले के लोगों को बिजली नसीब नहीं हो पा रही है। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के कहना था कि तीन दिनों में समस्या हल नहीं होती है तो विभाग कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन वृहद स्तर पर किया जाएगा। सपाईयों ने विभाग पर भ्रष्ट और लापरवाह होने का आरोप भी लगाया।

सपाईयों का कहना था कि,दुर्व्यवहार किया जा रहा है, काली नदी में पानी है लेकिन ईशन नदी में नहीं अधिकारी कहते हैं कि जहां पानी है वहां से राजस्व मिलता है। इसका मतलब जहां पैसा नहीं मिलेगा वहां के लोग और जानवर मर जाएंगे क्या।क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर भी आरोप लगाते हुये नबाब सिंह ने कहा कि केबल बड़ी बडी बातें करते हैं, समस्या के लिये आवाज उठाने और लड़ने वाला कोई नहीं है।बोट नहीं मिला जनता का, तो जनप्रतिनिधि जनता का हाल लेना भी भूल गये। किसान सूख रहा है, जीव जन्तु सूख रहे हैं, पर जनप्रतिनिधि अपने कामों में मस्त हैं। कन्नौज की जनता किसान आने वाले समय में इन गैर जिम्मेदारों को सबक जरूर सिखाएंगे।

सपाईयों का कहना था, कि किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, कम से कम जीव जंतुओं को तो बचाया जाना चाहिये।लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा। सपाईयों की चेतावनी थी, कि जिला प्रशासन समस्याओं का त्वरित निदान कराये। अन्यथा बड़ा प्रदर्शन जिला मुख्यालय पर किया जाएगा।प्रदर्शन में मकरंद सिंह, रानू सक्सेना, रोहित कुमार, उदयवीर, मनोज कठेरिया, रामचंद्र कश्यप, आदि रहे।

युवक का शव मिलने से फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस
पंकज कुमार श्रीवास्तव,यूपी के कन्नौज जिले में एक गांव के निकट स्थित शमशान के पास एक 40 वर्षीय युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लोगों से पूछताछ करने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांचझ्रपड़ताल करने में लगी हुई है।

जानकारी के मुताबिक जिले की कोतवाली छिबरामऊ के गाँव बहबलपुर गांव का निवासी 40 वर्षीय संतोष कुमार पुत्र राजाराम सुबह किसी काम से घर से निकला था। देर सायं तक घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई तो युवक की खोजबीन शुरू की गई थी। इसके बाद भी परिजनों को सफलता नहीं मिली। इस बात से परेशान परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद बुधवार को गांव के बाहर स्थित शमशान के निकट से कुछ लोग गुजरे, तो यहां एक ग्रामीण का शव पड़ा देख हड़कंप मच गया। लापता ग्रामीण के परिजनों तक भी जब घटना के सूचना पहुंची तो परिजन घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मृतक की पहचान जब संतोष के रूप में हुई तो परिजनों के चीखने चिल्लाने का सिलसिला शुरू हो गया। वही घटना की सूचना से गांवों में सनसनी फैल गई। बडी संख्या में ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंचे। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी। मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। वहीं मृतक के शव पर परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला जारी था।

परिजनों ने बताया कि युवक सुबह किसी काम से घर पर बिना बताये ही निकल गया था जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा । इस घटना की जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके पर जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम के आधार पर  अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

कन्नौज के सीआरपीएफ जवान की हादसे में हुई मौत

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले के एक गांव के रहने वाले सीआरपीएफ जवान की एक हादसे में मौत की खबर है। घटना की सूचना जवान के गांव पहुंची तो परिजनों में कोहराम मच गया।

देर रात जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंच सकता है।कन्नौज जिले के छिबरामऊ तहसील क्षेत्र के गांव कुंअरपुर बनवारी गांव निवासी शिवपाल सिंह सीआरपीएफ में तैनात थे।

जानकारी मिली है कि, सीआरपीएफ जवानों की एक यूनिट गया (बिहार) से श्रीनगर के लिये रवाना हुई थी। गया बिहार रेलवे स्टेशन पर जब यूनिट के जवान ट्रेन पर चढ़ने के लिये रवाना हो रहे थे, इसी दौरान ट्रेन पर चढ़ते समय सीआरपीएफ जवान शिवपाल सिंह की एक हादसे में मौत की खबर है।घटना की विस्तृत जानकारी में जवान की मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

मृतक जवान शिवपाल की गया बिहार में पोस्टिंग होने की भी जानकारी मिली है।घटना की सूचना जब जवान के गांव पहुंची तो कोहराम मच गया। परिजनों का हाल बेहाल था। वहीं घटना की सूचना पर गांव के सैकड़ों लोग घटना के वारे में जानने को लेकर मृतक जवान के घर भी पहुंचने लगे थे।बताया गया है कि मृतक जवान का शव लेकर सीआरपीएफ की एक टुकड़ी गांव के लिए रवाना हो चुकी है। देर रात जवान का शव गांव पहुंचने की उम्मीद है।

*सीआरपीएफ जवान का शव पहुंचा उसके पैतृक गांव‚ परिजनों में मचा कोहराम*

गया बिहार में एक हादसे में सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई। सीआरपीएफ बटालियन के अधिकारियों सहित बटालियन के जवानों द्वारा मृतक जवान को श्रद्धांजलि दिये जाने के बाद बटालियन के सैनिक मृतक जवान के पार्थिव शरीर को लेकर गांव पहुंचे तो सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं परिजनों का हाल जवान के शव को देख बेहाल हो उठा। चारो ओर रोने चिल्लाने की आहट से हर कोई स्तब्ध नजर आ रहा था। जिसको देखो वो जवान की अर्थी को कंधा देने का प्रयास करता हुआ नजर आ रहा था। मौके पर थाना पुलिस के अलावा अन्य अधिकारी भी पहुंचे। शोक संवेदना जताते हुये परिवार को हर कोई धैर्य बंधाता हुआ नजर आ रहा था।सुबह मृतक जवान के अंतिम संस्कार किया जायेगा।

युवक का शव मिलने से फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

पंकज कुमार श्रीवास्तव,यूपी के कन्नौज जिले में एक गांव के निकट स्थित शमशान के पास एक 40 वर्षीय युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लोगों से पूछताछ करने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांचझ्रपड़ताल करने में लगी हुई है।

जानकारी के मुताबिक जिले की कोतवाली छिबरामऊ के गाँव बहबलपुर गांव का निवासी 40 वर्षीय संतोष कुमार पुत्र राजाराम सुबह किसी काम से घर से निकला था। देर सायं तक घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों को चिंता हुई तो युवक की खोजबीन शुरू की गई थी। इसके बाद भी परिजनों को सफलता नहीं मिली। इस बात से परेशान परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद बुधवार को गांव के बाहर स्थित शमशान के निकट से कुछ लोग गुजरे, तो यहां एक ग्रामीण का शव पड़ा देख हड़कंप मच गया। लापता ग्रामीण के परिजनों तक भी जब घटना के सूचना पहुंची तो परिजन घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मृतक की पहचान जब संतोष के रूप में हुई तो परिजनों के चीखने चिल्लाने का सिलसिला शुरू हो गया। वही घटना की सूचना से गांवों में सनसनी फैल गई। बडी संख्या में ग्रामीण भी घटनास्थल पर पहुंचे। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची और घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी। मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। वहीं मृतक के शव पर परिजनों के करुण क्रंदन का सिलसिला जारी था।

परिजनों ने बताया कि युवक सुबह किसी काम से घर पर बिना बताये ही निकल गया था जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा । इस घटना की जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके पर जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।

नेशनल हाइवे पर गरजा बुलडोजर,अतिक्रमणकारियों की दुकानें हुई जमींदोज

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज। जिले में एक बार अतिक्रमणकारियों पर बुलडोजर गरजा है। जिससे घंटों तक हड़कंप का माहौल रहा। भारी पुलिस और पीएसी बल की मौजूदगी में अतिक्रमणकारियों की दुकानों को गिरवा दिया गया।

जानकारी के मुताबिक कन्नौज के छिबरामऊ के नेशनल हाइवे पूर्वी बाई पास पर नेशनल हाइवे की अधिग्रहीत जमीन पर कुछ दुकानें पिछले काफी समय से स्थित हैं। यहां दुकानदार अपना कारोबार करते हैं। बीते समय में नेशनल हाइवे द्वारा यहां कार्य कराया जाना था, जिसके बाद यहां गोल चक्का बनाया जाना था। हाइवे पर पिछले काफी समय से दुकाने रखे दुकानदारों से नेशनल हाइवे सुरक्षा कर्मियों द्वारा बात करके दुकानें हटा लेने और उसके एवज में मुआवजा दिये जाने की बात भी कही गई थी।

लेकिन इसके बाद भी दुकानदार अपना स्वामित्व बताते हुये दुकानें खाली करने को राजी नहीं हुये।आखिर एक लंबे समय तक (करीब 6 साल) सिविल कोर्ट और उच्च न्यायालय में मुकदमा भी चला। कोर्ट का फैसला नेशनल हाइवे सुरक्षा के पक्ष में आया तो जिलाधिकारी कन्नौज शुभ्रांत कुमार शुक्ल के आदेश के बाद छिबरामऊ तहसील प्रशासन ने कार्यवाही शुरू की।

एसडीएम उमाकांत तिवारी के नेतृत्व में तहसीलदार, राजस्व टीम, छिबरामऊ और सकरावा का पुलिस और पीएसी बल मौके पर पहुंचा। जिसके बाद यहां शुरू हुआ बुलडोजर के गरजने का सिलसिला।

देखते ही देखते नेशनल हाइवे की जमीन पर स्थित 12 दुकानदारों की दुकानें मलबे के ढेर में तब्दील हो गईं। इस दौरान इन दुकानों के दुकानदार लगातार हंगामा काटते रहे, वहां भारी भीड़ डटी रही।किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित ना हो, इसको लेकर प्रशासन ने ड्रोन कैमरों से निगरानी भी कराई। जीव दुकानदारों की दुकानें जमींदोज हुई हैं उनको कानपुर स्थित भूमि अधिग्रहण कार्यालय से अपना पक्ष और स्वामित्व साबित करने के बाद मुआवजा भी मिलेगा की बात भी कही गई है।मौके पर भारी पुलिस बल के अलावा नेशनल हाइवे एनएच 34 के साइड इंजीनियर शिवम कुमार भी मौजूद रहे।

चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज।जिले में लूट और चोरी की वारदातें घटने का सिलसिला जारी है, वहीं पुलिस भी चोरों की धरपकड़ करने में सफलता पाते हुये घटनाओं का खुलासा करती जा रही है।ऐसे ही एक चोरी की घटना का खुलासा कन्नौज जिले की पुलिस ने घटना के चंद घंटों बाद ही किया है।

पुलिस ने चोरी की वारदात में एक नाबालिक सहित तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने चोरी गया माल भी बरामद कर लिया है।

बताते चलें कि बीती 16/17 जून की रात जिले के थाना इंदरगढ़ के रामपुर मझिला गांव निवासी 40 वर्षीय दीपक चतुर्वेदी पुत्र प्रभुदयाल अपने परिवार के साथ लखनऊ गये हुये थे। मौका पाकर इनके घर के ताले तोड़कर शातिर चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।

घर वापस लौटने पर जब परिजनों को घर में चोरी की जानकारी हुई तो घटना की लिखित शिकायत थाना पुलिस से की गई थी। परिजनों के मुताबिक शातिर चोरों ने घर से बक्से से चार जोड़ी कंगन, कान के एक जोड़ी झाले, एक जोडी झुमके, एक जोड़ी सुई धागा, एक कान की बाली, पार कर दी थी। परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने घटना का मुकदमा दर्ज करके घटना के खुलासे को लेकर प्रयास शुरू कर दिया था।

एसपी अमित कुमार आनंद के निर्देशन में शातिर चोरों की तलाश में लगी थाना पुलिस की टीम को आखिर चंद घंटों बाद ही सफलता हांथ लगी। पुलिस ने गांव मझिला की पानी की टंकी के पास से मंगलवार की सुबह तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। पूंछतांछ में पकड़े गये अपराधियों ने चोरी की वारदात को भी कबूल किया।

पुलिस ने बताया कि उपरोक्त पकड़े गये आरोपी 20 वर्षीय राघव ठाकुर पुत्र तेजेंद्र सिंह के अलावा 19 वर्षीय अजीत सिंह पुत्र अरुण कुमार सहित एक नाबालिक पकड़े जाने के दौरान चोरी का माल बेंचने की तैयारी में कहीं निकलने की तैयारी में थे। लेकिन इससे पहले ही तीनों को माल सहित दबोच लिया गया। कन्नौज मुख्यालय पर घटना के खुलासे के दौरान एसपी अमित कुमार आनंद के अलावा इंदरगढ़ थाना प्रभारी आनंद कुमार मिश्रा सहित पुलिस बल मौजूद रहा। घटना के वांछित आरोपी का नाम अनुज पुत्र तेजेंद्र सिंह निवासी गांव मझिला इंदरगढ़ बताया गया है, जिसको भी शीघ्र गिरफ्तार करने की बात पुलिस कह रही है।

गिरफ्तार किये गये आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

वारदात: बेटी के निकाह के लिये रखे दहेज के समान सहित लाखों की नकदी पार , मामला कन्नौज जिले के तिर्वा कोतवाली के अहेर गांव का






पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले मे चोरी की वारदातें घटित होने की बाढ़ सी आई हुई है। हर दूसरे चौथे दिन कन्नौज जिले का गांव हो या शहर नगर हो या कोई मोहल्ला, शातिर चोर किसी ना किसी वारदात को अंजाम दे ही देते हैं। जिले की पुलिस के लिये ये शातिर बबालेजान बन चुके हैं।बीती रात भी कन्नौज वाया तिर्वा बेला मार्ग पर स्थित अहेर गांव शातिर चोरों के निशाने पर रहा। यहां एक मकान में पीछे के हिस्से से प्रवेश होने के बाद चोरों ने घर पर ताले काटने के बाद रखी लाखों की नकदी और ज्वैलरी पार कर दी। घटना की सूचना सोकर उठे परिजनों ने सुबह पुलिस को दी है।




गर्मी के कारण घर की छत और घर के बाहर सोये हुये थे परिजन




जानकारी के मुताबिक उपरोक्त गांव में अहमद अली के तीन पुत्र हसरत अली, मोहब्बत अली, उवैश अली के अलावा पत्नी और बेटियां हैं।उबैश अली अलग रहते हैं, जबकि शेष दो भाइयों के परिवार व अन्य सदस्य एक ही मकान में रहते हैं।बीती रात परिजन जब गर्मी और बिजली ना आने के कारण घर की छत और कुछ परिवार के सदस्य घर के बाहर सोये हुये थे, तभी देर रात शातिर चोरों ने उपरोक्त मकान को अपना निशाना बनाया। घर के पीछे की हिस्से से मकान में प्रवेश करने के बाद घर का पिछला गेट खोला गया, और इसके बाद अलमारी, बक्से आदि के ताले काटने के बाद लाखों रुपए की नकदी और ज्वैलरी को पार कर दिया।सुबह सोकर उठे परिजनों ने जब घर के ताले टूटे देखे तो हड़कंप मच गया।परिजनों ने बताया कि कुछ समय बाद ही घर की एक बेटी तरन्नुम की शादी होनी थी। जिसकी शादी के लिये बनवाया गया दहेज का सामान भी चोरी कर लिया गया। इसके अलावा घर में रखी अन्य लाखों की ज्वैलरी के अलावा समूह का पैसा भी शातिर चोरों ने पार कर दिया।




शातिर चोरों ने लाखों की नकदी सहित घर में रखी ज्वैलरी कर दी पार




परिजनों ने बताया कि, चोरी गए समान में सोने के तीन जोड़ी टीका, तीन जोड़ी झूमर, तीन जोडी नथनी, टीन जोड़ी झुमकी, दो जोडी कुंदा, दे जोड़ी झाले, चार सोने की हाय, तीन मंजली, दो हार, एक अंगूठी, तीन जोड़ी हथफूल, तीन जोडी छन्नी चूड़ी चांदी की, तीन जोड़ी तोड़ा,6 जोड़ी तोड़ियां, आधा किलो का खडुआ, चांद के अलावा ढाई लाख रुपए की नकदी पार कर दी गई। चोरी ने समूह के लिये रखा रुपया और करीब 6 माह बाद होने वाली बेटी के शादी का दहेज का सामान भी पार कर दिया।परिजनों ने पड़ोस के ही रहने वाले वीरभान पुत्र रामबाबू, लाला पुत्र रामबाबू, रामवीर पुत्र प्रमोद, श्यामबीर पुत्र प्रमोद, पर घटना को अंजाम दिये जाने का संदेह जताते हुये नामदर्ज तहरीर पुलिस को दिये जाने पर जान से मार देने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। फिलहाल मामले की लिखित शिकायत मिलने के बाद कोतवाली प्रभारी जयंती प्रसाद ने चोरी की वारदात में संदेह जताते हुये जांच शुरू करवा दी है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जायेगा।