पुलिस प्रशासन की नाकामी से लोग चिलचिलाती धूप में घंटों जाम में फसें : उज्जवल

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज । नवनिर्वाचित सांसद उज्जवल रमण सिंह ने पुलिस प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि गंगा दशहरा के पावन पर्व पर उमड़ी भीड़ का पूवानुर्मान लगाने में नाकाम रहने के कारण दूरदराज से आये स्नानार्थियों के साथ जमुनापार व शहर के नागरिकों को 4-4 घंटे इस चिलचिलाती धूप में जाम में फसें रहना पड़ा।

उन्होंने कहा कि यह सिर्फ और सिर्फ प्रशासन का फेलियर था उसने जाम समस्या से निपटने का कोई उपाय नहीं किया था या तो भीड़ का पूवानुर्मान लगाने में नाकाम रहे जिसकी वजह से कोई तैयारी नहीं किया जिसका खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ा इस भीषण गर्मी में बच्चे बूड़े बीमार सब परेशान और प्रशासन मूकदर्शक बना रहा।

सपा प्रदेश सचिव विनय कुशवाहा ने बताया कि गंगा दशहरा पर्व पर प्रयागवाल सभा के विमल पाण्डेय की ओर से लेटे हनुमानजी मंदिर के आगे एक भण्डारे का आयोजन किया गया था। जिसमें सांसद उज्जवल रमण सिंह को उपस्थित होना था लेकिन घंटों प्रयास के बाद कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पायें उसकी सिर्फ एक वजह थी गंगा जी कि ओर जाने वाले सभी मार्ग पर जाम ही जाम रहा ।दोनों पुल पर भी जबरदस्त जाम जनता परेशान।

भारत विकास परिषद प्रयाग प्रांत प्रांतीय कार्यशाला

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज भारत विकास परिषद प्रयाग प्रांत के प्रांतीय महासचिव अमित श्याम आज भारत विकास परिषद प्रयाग प्रांत की प्रांतीय कार्यशाला का आयोजन होटल पार्क व्यू में किया गया कार्यशाला की अध्यक्षता प्रांतीय उपाध्यक्ष निखिलेश कुमार ने की परिषद के उपस्थित पदाधिकारियों एवं सदस्यों को मार्गदर्शन महासचिव सी ए भारत भूषण जुनेका क्षेत्रीय वित्त सचिव सी ए पवन अग्रवाल राष्ट्रीय उप चेयरमैन नवीन सुनील सिंहा डॉक्टर कविता शाह एवं निशा जायसवाल ने दिया कार्यशाला को संपादित करने के लिए विशेष सहयोग प्रांतीय सचिव रमा शंकर सिंह एबं प्रांतीय संगठन सचिव श्रीमती अल्का श्रीवास्तव ने दिया ।

प्रांतीय कार्यशाला में प्रज्ञा प्रांत के संरक्षक प्रमोद बंसल राजीव रतन भागव प्रांतीय संयोजक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा तथा पूर्व सदस्य उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग डॉक्टर सविता अग्रवाल पूर्ण प्रांतीय सचिव सुनील धवन उपाध्यक्ष उदय भान सिंह मधुबाला श्रीवास्तव संस्कृत सप्ताह के संयोजक जोहरी राधेश्याम कुरैल एवं अन्य शाखों के दायित्व अधिकारियों की विशेष सहभागिता रही भारत विकास परिषद समाज के प्रबुद्ध एवं संपन्न वर्ग का संगठन है जो वंचित वर्ग को निस्वार्थ सेवा एवं देश की भाबी पीढ़ी को संस्कारित करने का कार्य करती है ऐसे ही विषयों पर विशेष जानकारी हेतु भारत विकास परिषद ने कार्यशाला का आयोजन किया था कार्यक्रम का संचालन प्रांतीय सचिव अमित श्याम ने किया अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रांतीय वित्त सचिव रमाशंकर सिंह जी ने किया।

बकरीद कल, शहर भर की मस्जिदों में तय समय पर पढ़ी जाएगी विशेष नमाज़

प्रयागराज। इस्लामिक माह ज़िलहिज्जा की दस यानि सोमवार को ईद ए क़ुरबॉ (ईद उज़ ज़ुहा )देश भर में एक साथ अक़ीदत व ऐहतेराम के साथ मनाया जाएगा।हज़रत इब्राहीम की सुन्नत पर अमल करते हुए दुम्बों व बकरों की क़ुरबानी दी जाएगी। उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सैय्यद मोहम्मद अस्करी के मुताबिक़ चौक जामा मस्जिद ,शिया जामा मस्जिद चक ज़ीरो रोड ,ईदगाह ,मस्जिद शाह वसीउल्ला रौशन बाग़ ,मस्जिद ए खदीजा करैली ,मस्जिद क़ाज़ी साहब बख्शी बाज़ार ,मस्जिद खानकाह दायरा शाह अजमल सहित शहर की सभी छोटी बड़ी मस्जिदों में तय समय पर ईद उज़ ज़ुहा की विशेष नमाज़ इमामों की क़यादत में अदा की जाएगी। मस्जिद अय्यूब अंसारी करैली 60 फिट रोड में सबसे पहले सुबहा 6:00 बजे तो आखरी नमाज़ 10 बजे दायरा शाह अजमल की खानकाह मस्जिद व 10:30 बजे चक ज़ीरो रोड शिया जामा मस्जिद में होगी।

विभिन्न सुन्नत जमात मस्जिदों में नमाज़ का समय

ईदगाह सुबहा 8:00

एक मिनारा मस्जिद सुबहा 9:30

मस्जिद ए उमर सुबहा 7:00

मस्जिद वसीआबाद 8:30

मस्जिद तारीक़ सुबहा 7:15

मस्जिद ए ज़मीर सुबहा 8:00

मस्जिद ए बिलाल सुबहा 7:30

मस्जिद गुलशने मुजाहिद मिल्लत सुबहा 8:30

मुस्तफा कॉम्प्लेक्स सुबहा 8:30

मस्जिद ग़ौस सुबहा 9:30

मस्जिद अटाला चौराहा सुबहा 6:40

मदरसा अफज़लुल मदारिस सुबहा 6:45 व 7:45 पर दो जमात होगी।

मस्जिद ए ताहा सुबहा 8:30

मस्जिद अबु बकर 6:15

जामा मस्जिद चौक सुबहा 8:30

मस्जिद अब्दुल्ला सुबहा 8:00

मस्जिद अबु हुरैरा सुबहा 8:30

मस्जिद उमर फारुक सुबहा 8:00

मस्जिद करामत की चौकी सुबहा 6:30

मुन्ना मस्जिद सुबहा 9:00

बड़ी मस्जिद अटाला सुबहा 7:30

मस्जिद ए तलहा 7:30

बड़ी मस्जिद रसूलपुर सुबहा 8:00

मस्जिद अय्यूब अंसारी सुबहा 6:00

मस्जिद दारुल माआरिफ सुबहा 8:00

मस्जिद ए हबीब सुबहा 7:00 बजे

मस्जिद बैतुल माआरिफ सुबहा 8:30

मस्जिद दारुल एहसान सुबहा 6:30

मस्जिद दायरा शाह अजमल सुबहा 10:00

शाही मस्जिद मीरापुर सुबहा 7:00 बजे

शिया जमात की मस्जिदों में नमाज़ का समय

मस्जिद अल फातिमा बैजुपूर करैली सुबहा 7:30

मस्जिद वज़ीर हसन जे के आशियाना सुबहा 8:30

मस्जिद गदा हुसैन सुबहा 9:00

मस्जिद इमाम रज़ा दरियाबाद सुबहा 8:00

मस्जिद ए मोहम्मदी करैली सुबहा 8:00

मस्जिद ए इमाम ए सज्जाद (चिराग़ अली) दरियाबाद सुबहा 8:30

इबादतखाना अल खिज़रा रहमत नगर करैली सुबहा 8:30

शिया जामा मस्जिद चक सुबहा 10:00

मुसल्ला ए ज़ीशान करैलाबाग़ सुबहा 9:00

मस्जिद विलायत बेगम क़दम रसूल चकिया सुबहा 9:00

बैतुस्सलात करैली सुबहा 9:00

बैतुस्सलात मिर्ज़ा नक़ी बेग रानी मण्डी सुबहा 9:00

इमामबारगाह रसूलपुर सुबहा 9:00

मस्जिद हम्माम गली सुबहा 9:00

दरगाह मौला अली दरियाबाद सुबहा 9:00

मस्जिद तहसीलदार दरियाबाद सुबहा 9:00

मस्जिद ए नूर दायरा शाह अजमल सुबहा 9:00

मस्जिद क़ाज़ी जी बख्शी बाज़ार सुबहा 9:00

मस्जिद ए इमाम हसन अस्करी दरियाबाद सुबहा 9:30

मस्जिद ए आलिया सब्ज़ी मण्डी सुबहा 9:30

मदरसा जमीयतुल अब्बास वीआईपी कालोनी करैली सुबहा 9:30

मस्जिद बीबी खदीजा सुबहा 9:45

दरगाह इमाम हुसैन दरियाबाद सुबहा 10:30

इमामबाड़ा अरब अली खां दरियाबाद सुबहा 10:00

मस्जिद क़दम रसूल दरियाबाद सुबहा 10:30

मस्जिद ए अमजदीया चक सुबहा 10:30

इस बात का रखें ख्याल

सड़क पर किसी प्रकार के धार्मिक आयोजन और अवरोध उत्पन्न करने पर प्रतिबंध है ऐसे में मस्जिदों ख़ानक़ाहों व इबादतगाहों में ही नमाज़ अदा करें।प्रतिबंधित पशू को ज़िबहा करना क़ानून अपराध है।ऐसे में सिर्फ सुन्नत पर अमल करते हुए उन्हीं जानवरों को राहें हक़ में क़ुर्बान करें जो खुदा की खिदमत में मंज़ूर हो।

सड़क पर या खुले स्थान पर जानवर न तो काटें और न ही खून को बहाएं।जानवर के अवशेष को गड्ढा खोद कर दफ्न करें ताकि कुर्बानी के जानवर को ज़िब्हा करते वक़्त पढ़ी जाने वाली क़ुरआन की आयतों की बेहुरमती भी न हो और न ही किसी दूसरे धर्म या व्यक्ति को आघात लगे।वहीं सड़क पर जानवर के अवशेष फेंकने से दुर्गंध भी फैलती है ऐसे में वातावरण के प्रदूषित होने से भी बचा जा सकता है।

गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने को मुक्त विवि ने लगाया जोर,विश्वविद्यालय लगातार दिला रहा योग की शपथ

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने योग शपथ को गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। कुलपति प्रो.सत्यकाम ने विश्वविद्यालय परिसर क्षेत्र केंद्रों एवं सम्बद्ध अध्ययन केंद्रों से आग्रह किया है कि वह 17 लाख आॅनलाइन शपथ अभियान में शामिल होकर शत प्रतिशत लक्ष्य में अपना योगदान करें, जिसे गिनीज वर्ल्ड आॅफ रिकॉर्ड में शामिल किया जा सके।

कुलपति ने बताया कि राजभवन ने लगभग 17 लाख आॅनलाइन शपथ एक सप्ताह के अंतर्गत 12 से 18 जून तक रिकॉर्ड बनाने हेतु आॅनलाइन शपथ का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में इस बनने वाले रिकॉर्ड को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, पुरातन छात्रों, विद्यार्थियों से अनुरोध किया है कि वह ह्य१ं्नुँं६ंल्ल८ङ्मँस्रह्णीॅिी.्रल्लह्ण पर जाकर योग सम्बंधी आॅनलाइन शपथ में उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि का नाम दर्ज कर रिकॉर्ड बनाने में अपना सहयोग करें।

कुलपति ने मुझे चांद चाहिए उपन्यास का जिक्र करते हुए कहा कि सभी सदस्य एस्ट्रोनॉट हैं। आप जितने अच्छे एस्ट्रोनॉट होंगे, चांद उतना ही करीब होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के 25 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। सभी लोगों ने इसे सींच कर बहुत आगे बढ़ाया है। भारतीय परम्परा में मां की सेवा का पुण्य लाभ ज्यादा से ज्यादा मिलता है। हमारा विश्वविद्यालय इन कार्यों के माध्यम से आगे बढ़ेगा। उन्होंने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए गोद लिए गांव में भी टोलियां बनाकर लोगों को योग के प्रति अभिप्रेरित करने का निर्देश दिया। अंत में कुलपति ने कहा कि गिनीज बुक में उत्तर प्रदेश का नाम दर्ज होना है। इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से हम सभी अपने लक्ष्य को भेदने में अपनी सकारात्मक ऊर्जा एवं सामाजिक प्रतिबद्धता का उपयोग करें और इस अभियान को सफल बनाएं।

बारा में पिता-पुत्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग, बेटे की मौत

प्रयागराज। बारा थाना क्षेत्र के भेलाव गांव में शुक्रवार की सुबह खेत की जुताई करने गए पिता-पुत्र पर गांव के ही कुछ लोगों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। जिसमें गोली लगने से पुत्र की मौत हो गई। गोली चलाने वाले आरोपी फरार हो गये।

शुक्रवार को बारा थाना क्षेत्र के भेलाव गांव में पुरानी रंजिश को लेकर गांव के ही कुछ लोगों ने खेत में काम कर रहे बाप-बेटे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। जिसमें गोली लगने से मनीष मिश्र (27) पुत्र संतोष मिश्रा की मौत हो गई। सूचना पाकर तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरोपियों की खोजबीन में पुलिस जुट गई है।

संतोष मिश्र ने बताया कि होली पर शराब के नशे में आरोपी राजेश उर्फ साकेत बिहारी पांडे से विवाद हुआ था। जिससे खुन्नस खाए राजेश ने अपने पिता व चचेरे भाई के साथ असलहा लेकर सुबह खेत पर पहुंच गया। बिना कुछ बताए ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। तीन गोली मनीष को लगी। उसे अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी सांसें थम गईं। घटना की सूचना पाकर डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय, एसीपी बारा व कौंधियारा के साथ मौके पहुंचकर छानबीन की और अधिकारियों को शीघ्र गिरफ्तारी का निर्देश दिया।

असामाजिक गतिविधियों वाले पत्रकारों के लाइसेंस करें रद्द: हाईकोर्ट
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि सरकार द्वारा ऐसे पत्रकारों का लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए जो ब्लैकमेलिंग और असमाजिक गतिविधियों में लिप्त हैं। मामला पत्रकार पुनीत मिश्रा और एक समाचार पत्र विक्रेता पर आम लोगों की मर्जी के बिना उनकी तस्वीरें लेकर उनसे जबरन वसूली करने और निर्दोष आम लोगों के खिलाफ उक्त सामग्री प्रकाशित करने को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है।

आरोपियों के वकील ने कोर्ट को बताया कि मामले में आरोपितों को जानबूझकर फंसाया गया है और पुलिस द्वारा आरोप-पत्र भी बिना किसी पर्याप्त जांच के दाखिल कर दिया गया। वहीं, राज्य की तरफ से महाधिवक्ता और अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कोर्ट से कहा कि पूरे प्रदेश में एक गिरोह चल रहा है जिसमें बहुत से पत्रकार शामिल हैं। ये गिरोह आम लोगों के खिलाफ अखबार में खबरें छापकर समाज में उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने का डर दिखाकर उनसे जबरन वसूली जैसी कई असमाजिक गतिविधियों में लिप्त हैं।

जिस पर कोर्ट ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और अगर पत्रकार अपने लाइसेंस की आड़ में इस तरह की असमाजिक गतिविधियों में संलिप्त पाए जाते हैं तो राज्य मशीनरी को इसका संज्ञान लेना चाहिए. साथ ही ऐसे पत्रकारों का लाइसेंस रद्द करना चाहिए।
शादीशुदा महिला ने यादव बता गैर मर्द से पांच साल तक बनाए शारीरिक संबंध, फिर रेप का किया केस, हाईकोर्ट ने कहा, पुरुष हमेशा गलत नहीं

प्रयागराज। यौन उत्पीड़न जैसे मामलों में कानून महिलाओं की पक्ष लेता है,लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमेशा पुरुष ही गलत हो। यह बात इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक केस की सुनवाई करते हुए कही। जिसमें महिला ने एक व्यक्ति पर शादी का झांसा देकर सालों तक रेप करने का आरोप लगाया था। हाईकोर्ट ने कहा कि परिस्थितियों का आंकलन करना हमेशा बेहद महत्वपूर्ण होता है।

हाईकोर्ट के जस्टिस राहुल चतुर्वेदी और जस्टिस नंद प्रभा शुक्ला की बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि सबूत पेश करने की जिम्मेदारी सिर्फ आरोपित का ही नहीं है,बल्कि शिकायतकर्ता का भी है। हाईकोर्ट ने रेप के आरोपित को बरी करने के सेशन कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए ये टिप्पणी की।

हाईकोर्ट ने कहा,'इसमें कोई शक नहीं है कि अध्याय—XVI के तहत यौन अपराधों में एक महिला-लड़की की गरिमा और सम्मान की रक्षा को प्रमुखता देते हुए कानून महिला केंद्रित है। ये जरूरी भी है,लेकिन परिस्थितियों का आंकलन भी जरूरी है। हर बार ये जरूरी नहीं कि पुरुष ही गलत हो।' इस मामले में महिला ने आरोपित के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में भी मामला दर्ज कराया था।

महिला ने 2019 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपित ने उससे शादी का वादा करके शारीरिक सम्बंध बनाए,लेकिन बाद में वो अपने वादे से मुकर गया। यही नहीं,उसने पीड़ित महिला की जाति को लेकर भी अपमान जनक बातें कही। इस मामले में आरोपित के खिलाफ 2020 में चार्जशीट दाखिल की गई थी। हालांकि ट्रायल कोर्ट ने आरोपित को रेप के आरोपों से बरी कर दिया था और सिर्फ आईपीसी की धारा 323 के तहत दोषी ठहराया था। इसके बाद महिला हाईकोर्ट पहुंची थी।

इस मामले में आरोपित व्यक्ति ने हाईकोर्ट से बताया कि महिला के साथ उसके संबंध सहमति से थे। महिला ने उससे खुद को 'यादव' जाति का बताया था, लेकिन उसकी जाति कुछ और थी, जिसके बाद उसने शादी से मना किया। कोर्ट ने रिकॉर्ड के आधार पर पाया कि महिला ने साल 2010 में शादी की थी, लेकिन 2 साल बाद ही वो अपने पति से अलग हो गई थी। हालांकि दोनों का तलाक नहीं हुआ था।

ऐसे में कोर्ट ने अहम टिप्पणी की और कहा,'परिस्थितियों के मुताबिक, इस बात की संभावना कम है कि आरोपित ने महिला को शादी के झूठे वादे में फंसाया हो। दूसरी बात ये है कि महिला पहले से ही विवाहित थी और उसका विवाह अब भी कानून की नजर में मौजूद है। ऐसे में शादी का वादा करने का आरोप अपने आप खत्म हो जाता है। हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। यही नहीं, कोर्ट ने कहा था कि समाज में किसी भी रिश्ते को स्थायित्व देने में दोनों पक्षों के जाति की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जबकि ये साफ है कि महिला ने अपनी जाति छिपाई थी।

कोर्ट ने कहा, 'महिला पहले से शादीशुदा थी और पिछली शादी को खत्म किए बिना और बिना किसी आपत्ति के वो पांच साल तक आरोपित से संबंध बनाए रखती है। दोनों ने इलाहाबाद, लखनऊ के कई होटलों और लॉज में एक-दूसरे के साथ का आनंद लिया। ऐसे में ये तय करना मुश्किल है कि कौन किसे बेवकूफ बना रहा था। ऐसे में यौन उत्पीड़न या रेप का मामला सही नहीं लगता।' हाईकोर्ट ने कहा कि निचली अदालत का फैसला सही था। इसके साथ ही कोर्ट ने आरोपित के खिलाफ ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा।

मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में लाइब्रेरी समिति की बैठक सम्पन्न हुई

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। मण्डलायुक्त  विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में लाइब्रेरी समिति की बैठक कार्यालय स्थित गांधी सभागार में सम्पन्न हुई जिसमें सभी सम्बन्धित अधिकारियों की उपस्थिति में कुछ विशेष बिंदुओं पर चर्चा की गई। सर्व प्रथम प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा लाइब्रेरी के जीर्णोद्धार हेतु कराए जा रहे विभिन्न कार्यो को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये। इसी क्रम में लाइब्रेरी के रिक्त पदों को भरने के लिए अध्याचन संबंधित चयन आयोग में भेजने पर भी सहमति बनी। महाकुंभ से संबंधित सभी अखबारों एवं पुस्तकों के संरक्षण एवं डिजिटाइजेशन हेतु एक प्रस्ताव बनाकर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने पर भी चर्चा की गई।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में व्यवस्थाओं के सम्बंध में जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। जिलाधिकारी ने गोवंशों में होने वाले खुरपका, मुंहपका, गलाघोटू सहित अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए शत-प्रतिशत टीकाकरण का कार्य समय से पूर्ण कराये जाने के दिए निर्देश। जिलाधिकारी ने निराश्रित गोआश्रय स्थलों पर सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने के दिए निर्देश।

जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल संगम सभागार में जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक करते हुए निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन गौशालाओं में बरसात के समय में जल-जमाव की समस्या की सम्भावना हो, उनको तत्काल ठीक करा लिया जाये, जिससे कि बरसात के समय में वहां पर जल-जमाव की स्थिति न होने पाये। जिलाधिकारी ने निराश्रित गोआश्रय स्थलों पर पीने के पानी, हरे चारे, प्रकाश, टीन शेड, साफ-सफाई सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनाये रखने के निर्देश दिए है।

उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को उनके क्षेत्र में स्थित निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की जांच कर उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने बरसात के समय में गोवंशों में होने वाले खुरपका, मुंहपका, गलाघोटू सहित अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए शत-प्रतिशत टीकाकरण समय से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने पशुचिकत्साधिकारियों को नियमित अंतराल पर निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों का भ्रमण कर संरक्षित गोवंशों का स्वाथ्य परीक्षण करते रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने गोवंशों का शत-प्रतिशत टैगिंग का कार्य पूर्ण कराने के लिए कहा है। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी श्रीभोलानाथ कनौजिया, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी श्रीनिल सिंह, उप पशुचिकित्साधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों के अलावा अन्य सम्बंधित विभागोें के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
साहब को नहीं मालूम की कितने हैं सफाई कर्मी और कहां है तैनाती


विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।विकासखंड शंकरगढ़ के गांव में तैनात सफाई कर्मचारी अपने मूल दायित्वों से अलग हटकर अधिकारियों की खिदमत में जुटे रहते हैं। ब्लॉक कार्यालय के अलावा अधिकारियों के पास भी सफाई कर्मचारी काम कर रहे हैं। विकासखंड में कई ऐसे सफाई कर्मी तैनात है जिन्हें सालों से ग्रामीणों ने देखा तक नहीं है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों ने सफाई कर्मियों पर कार्यवाही नहीं की सफाई कर्मी ब्लॉक में बैठकर बाबू गीरी कर रहे हैं।

मजे की बात तो या है कि ब्लॉक कार्यालय पर बाकायदा बाबूओं की खिदमतगारी में चाय पानी नाश्ता करवाना और करने तक सीमित रहकर अपनी ड्यूटी मान रहे हैं।जबकि गांव में कूड़ों का ढेर लगा हुआ है,नालियां चोक हैं, सड़कों पर पानी बह रहा है जिससे क्षेत्र के कई गांव के लोग डेंगू और वायरल बुखार का शिकार हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के तहत लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर मुहिम चलाई जा रही है इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भारी भरकम बजट भी खर्च किया गया है। लेकिन मूल रूप से सफाई का कार्य करने वाले ही अधिकारियों की सेवा में लगे हुए दिखाई दे रहे हैं। यह विडंबना ही है की सफाई कर्मी तो करीब करीब हर गांव में तैनात हैं।

इसके बाद भी ग्रामीण कई महीने तक सफाई कर्मी को गांव में नहीं देख पाते हैं। ऐसा भी नहीं है की सफाई कर्मचारियों की ब्लॉक में संख्या कम है लेकिन बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों को निजी और विभागीय कार्यों के लिए कार्यालय में तैनात किया गया है। सूत्रों की माने तो कुछ सफाई कर्मचारी तो बाबुओं का काम भी देख रहे हैं वहीं कुछ अधिकारियों के पास अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विकास क्षेत्र की लगभग सभी ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मियों की तैनाती है फिर भी गांवों में गंदगी कायम है। ग्रामीणों की माने तो सफाई कर्मी ना आने की शिकायत ब्लॉक में दर्ज करायी जाती है फिर भी उनके कार्यों का पर्यवेक्षण नहीं किया जाता।

इस बाबत एडीओ पंचायत शंकरगढ़ से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि इस विषय में उच्च अधिकारियों से जानकारी लीजिए की सफाई कर्मियों की ड्यूटी कहां और क्यों लगाई गई है मेरे संज्ञान में नहीं है। जब उनसे सफाई कर्मियों की तैनाती की सूची मांगी गई तो टालमटोल कर एक दूसरे की बगली झांकते हुए अपना पल्लू झड़ते नजर आए। ऐसे में सवालिया निशान खड़ा होता है कि अहम पद पर बैठे हुए एडीओ पंचायत शंकरगढ़ सफाई कर्मियों पर क्यों मेहरबान हैं यह अपने आप में एक बड़ा और अहम सवाल है।