नैनी पुलिस द्वारा ऑनलाइन गेमिंग करने वाले गिरोह के 12 सदस्य गिरफ्तार
विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। नैनी पुलिस व एसओजी यमुनानगर कमीश्नट्रेट पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। ठगी करने वाला गैंग ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर करोड़ों रुपये का खेल किया था। इस धर पकड़ में कुल 12 ठगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से भारी मात्रा में इलेक्ट्रानिक उपकरण और करोड़ों रुपये बरामद किये गये है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गयी है। यह बड़ी कार्रवाई
डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय की स्पेशल टीम ने किया है।
डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि कुछ दिनों से इस गिरोह की गतिविधियों को सर्च किया जा रहा था। गैंग चलाने वाले पहले ऑनलाइन गेमिंग में लड़कों को जीतने का मौका देते थे। बाद में उनकी लत बढ़ने पर उन्हे हराने लगते थे। इसकी लगातार सुराग कशी की जा रही थी।सटीक जानकारी मिलने के बाद गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इन शातिरों के पास से 42 मोबाइल, 12 लैपटॉप, 52 सिम कार्ड बरामद किये गये है। इनके पास से दो करोड़ 53 लाख रुपये बरामद किया गया है। अभी इस मामले में आगे भी जांच की जा रही है।
डीसीपी ने बताया कि तीन वेबसाइट लेजर, 99 एक्सचेंज और 11 एक्स प्ले के माध्यम से यह शातिर क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, लूडो, चेस, कार रेस, बॉक्सिंग सहित खेलों के जरिये से लोगों से पैसे लगवाते थे। ज्यादा पैसे लगाने के बाद उन्हे हरा देते थे। इनके पास गेम का पूरा सिस्टम था। यह जिताने के साथ हरा भी सकते थे। उन्होंने बताया कि इन सभी का कनेक्शन बिहार के गोपालगंज से जुड़ा हुआ हैं। गिरफ्तारी के बाद प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क करके जानकारी हांसिल किया। इसके बाद 12 आरोपी पकड़े गये है।
डीसीपी यमुना नगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के लिए इन लोगों ने तीन साइट बनाया था। सोशल मीडिया साइट पर बड़ी गेमिंग कंपनियों की तरह यह भी विज्ञापन जारी करते थे और लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, वाट्सएप ग्रुप समेत अन्य प्लेटफार्म पर अपनी तीनों साइट का प्रचार करने के साथ 100 रुपये की ज्वाइनिंग फीस भी लेटे थे। शुरूआती दौर में यह पहले खिलाडियों को अपने जाल में फंसाने के लिए उन्हे 30 से 35 हजार रुपये जितने का मौका देते थे। इनके पास कुल 11 बैंको का कनेक्शन है। जहां से रुपयों का लेन देन करते थे। इस गिरोह के सदस्यों ने नैनी इलाके में एक अपार्टमेंट किराए पर लिया था। किसी को शक न हो इसलिए हर दो महीने पर यह अपनी जगह बदल देते थे।
इसके पास छापेमारी में अपार्टमेंट से भारी मात्रा में आधार कार्ड भी पाए गये है। गिरफ्तार करने वालो में करने वालो में इंस्पेक्टर साजिद अली, एसओजी के रणजीत सिंह, विवेक कुमार, रामानंद शर्मा आदि शामिल हैं। पकड़े गये ठग सूरज चौरसिया पुत्र यमुना प्रसाद (21) निवासी पुरारामपुर बेला थाना पट्टी प्रतापगढ़, पीयूष यादव उर्फ प्रिंस पुत्र स्व. रविकुमार यादव (23) निवासी रायगंज थाना कोतवाली गाजीपुर, घनश्याम वर्मा पुत्र भाऊराम वर्मा (34) निवासी दयालबंध थाना कोतवाली जनपद बिलासपुर छत्तीसगढ़, हिमांशु यादव पुत्र जितेंद्र यादव (22) निवासी रायगंज थाना कोतवाली गाजीपुर, मनीष निषाद पुत्र वेदराम निषाद (22) निवासी ग्राम मरारटोला थाना दांडी जिला बालोद छत्तीसगढ़, अजीम फरीद पुत्र शहनवाज (23) निवासी कपूरपुर रायगंज थाना कोतवाली गाजीपुर, शादाब पुत्र स्व. आफताब (21) निवासी टाउनहाल निगाही बेग थाना कोतवाली गाजीपुर, प्रवीण वर्मा पत्र जलेश्वर वर्मा(21) निवासी दयालपुर मधुबन रोड बिलासपुर छत्तीसगढ़, विजय निषाद पुत्र स्व. शेखर निषाद (30) निवासी मनोरा थाना गुंडरदेही बालोद छत्तीसगढ़, राहुल कामले पुत्र रामेश्वर कामले (30) निवासी गांधी चौक सिटी कोतवाली बिलासपुर छत्तीसगढ़, मो. समीर पुत्र गुलाम मुर्तजा (20) निवासी गोपीगंज बस स्टैंड थाना गोसाईगंज भदोही, आशुतोष यादव पुत्र रामवृक्ष यादव (24) निवासी रायगंज कोतवाली गाजीपुर है। इसन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।
Jun 12 2024, 14:13