*शास्त्री पुल पर बिजली के खंभे झुककर राहगीरों को कर रहे सलाम, जिम्मेदारों का क्या*
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज- प्रयागराज जिसे कुंभ नगरी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों में से एक है। यहां हर 12 साल में महाकुंभ और हर 6 साल में अर्धकुंभ व हर वर्ष माघ मेले का आयोजन होता है, जहां लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान करने आते हैं। इस ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बावजूद, प्रयागराज में आधारभूत सुविधाओं की स्थिति काफी चिंताजनक है।
शास्त्री पुल पर लगे बिजली के खंभों की दुर्दशा से जिम्मेदार लोगों की लापरवाही उजागर होती है। शास्त्री पुल, जो कि गंगा नदी के ऊपर बना हुआ है, शहर की महत्वपूर्ण यातायात धारा का एक अहम हिस्सा है। यहाँ से प्रतिदिन लाखो लोग गुजरते हैं, लेकिन, बिजली के खंभों की हालत देखकर ऐसा लगता है कि यहाँ से गुजारने वाले यात्री कभी भी हादसे का शिकार हो सकते है।
शास्त्री पुल पर लगे बिजली के खंभे झुककर राहगीरों को "सलाम" कर रहे हैं। यह नजारा न केवल हास्यास्पद है, बल्कि अत्यंत खतरनाक भी है। खंभों के झुकने से यह साफ पता चलता है कि वे अपने आधार पर मजबूती से खड़े नहीं हैं और किसी भी वक्त गिर सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह हादसा किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। इससे राहगीरों की जान पर बन सकती है और भारी नुकसान भी हो सकता है।
इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए, यह सवाल उठता है कि जिम्मेदार क्या कर रहे है? यह सवाल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है जब हम यह देखते हैं कि प्रयागराज को कुंभ नगरी के रूप में विशेष महत्व प्राप्त है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। अगले वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन होना है जिसको लेकर केंद्र सरकार व राज्य सरकारों ने कई सौ करोड़ रूपये का बजट स्वीकृति किया है।
शास्त्री पुल पर बिजली के खंभों की इस हालत को लेकर स्थानीय निवासियों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन इन शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। स्थानीय प्रशासन की यह लापरवाही न केवल जनता के प्रति उनकी जिम्मेदारी को उजागर करती है, बल्कि उनकी कार्यक्षमता पर भी सवाल उठाती है।
बिजली के खंभों की इस दुर्दशा से कई संभावित खतरे उत्पन्न होते हैं। सबसे पहले, यदि खंभा गिरता है, तो वह किसी भी राहगीर या वाहन पर गिर सकता है, जिससे जान-माल की हानि हो सकती है। इसके अलावा, बिजली की तारें भी टूट सकती हैं, जिससे बिजली का करंट फैल सकता है और यह और भी खतरनाक हो सकता है।
ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि प्रशासन तुरंत इस ओर ध्यान दे और जरूरी कदम उठाए। इन खंभों की मरम्मत या उन्हें बदलने का काम तुरंत शुरू होना चाहिए ताकि इस खतरे को टाला जा सके।
Jun 03 2024, 19:29