भगेसर गांव के यस्सी बस्ती में महीनो से जला पड़ा है ट्रांसफार्मर विभाग मौन

विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोरांव प्रयागराज। कोरांव तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भगेसर के यस्सी बस्ती में 10 केवी का ट्रांसफार्मर महीनो से जला पड़ा है जबकि बस्ती के लोगो द्वारा बताया गया कि इसकी कंप्लेन भी की गई हैं और जेई को कई बार इसकी सूचना भी दी गई लेकिन जेई द्वारा ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया जहा एक तरफ समूचा प्रदेश भयंकर गर्मी से जल रहा है और गर्मी सितम ढा रही है वही दूसरी तरफ विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते यस्सी बस्ती के लोगो को भीषण गर्मी व पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है साथ ही साथ ग्रामीण अधेरे में रहने को मजबूर हैं।

जहा सरकार द्वारा शक्त आदेश भी जारी किया गया है कि बिजली कटौती नहीं की जाएगी और जले हुए ट्रांसफार्मर 24 घंटे मे बदले जाने को कहा गया है लेकिन भगेसर गांव के यस्सी बस्ती में अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

सिर्फ कागजों में ही होता है पौधारोपण

विश्वनाथ प्रताप सिंह, कोरांव,प्रयागराज। पर्यावरण संरक्षण के नाम पर हर साल पौधारोपण होता है छायादार, फलदार और औषधि के पौधे रोपे जाते हैं। लेकिन अधिकतर पौधे जमीन के बजाय कागजों में लगते हैं जो पौधे जमीन पर लगते भी हैं उनकी ठीक से देखभाल नहीं की जाती जिसके कारण लगने के कुछ दिन बाद ही सूख जाते हैं।

पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौध लगाने के लिए आम जनमानस को प्रेरित किया जाता रहा है और इसके लिए

सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन यहां कागजी बाजीगरी में माहिर अफसर कागजों में हरियाली पूरी तरह से फैला रहे हैं पर्यावरण को पौध रोपण के जरिए ही बचाया जा सकता है इसके लिए हर साल अधिक से अधिक पेड़ लगाने की जरूरत है पौधा लगाना किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि हर व्यक्ति को इस बारे में गंभीर होना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है ।

आबादी के साथ लकड़ी का इस्तेमाल भी बढता जा रहा है इसके लिए लोगों की नजर पेड़ों पर ही रहा करती है। पौधारोपण के लिए हर साल शासन द्वारा बन विभाग समेत और भी कई विभागों को लक्ष्य दिया जाता है। लेकिन पौधारोपण करने के बाद उसकी देखभाल ढंग से नहीं की जाती है जिसके कारण अधिकतर पौधे कुछ दिन बाद ही सूखने लगते हैं। वन विभाग के द्वारा पहाड़ों में हजारों की संख्या में देवघाट वन विभाग द्वारा पौध रोपण किया गया था लेकिन आज अगर देखा जाए तो सारे पौधे सूख गए हैं और सड़क किनारे लगाए गए सैकड़ों पौधों का कुछ ता पता नहीं है।

वही हर ग्राम पंचायतो में ग्राम प्रधान द्वारा अमृत सरोवर तालाबों के चारो तरफ हर ग्राम पंचायतो मे हजारों पौध रोपण कराया गया था जो देखभाल के अभाव में अधिकतर पौधे सूख कर और गायब हो गए।

तेज धूप व भयानक गर्मी को देखते हुए पशु पंछियों का ख्याल जरूर करें

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज वासियों आप लोग तेज धूप भयानक गर्मी और बढ़ते तापमान को देखते हुए पशु पंछियों का भी ख्याल रखें यह पशु पक्षी आपको दुआएं देंगे उनकी दुआएं कभी खाली नहीं जाएगी गर्मियों में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है।

लोगों का थोड़ा सा प्रयास घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों की प्यास बुझाकर उनकी जिंदगी बचा सकता है। सुबह आंखें खुलने के साथ ही घरों के आस-पास गौरेया, मैना व अन्य पक्षियों की चहक सभी के मन को मोह लेती है। घरों के बाहर फुदकती गौरेया बच्चों सहित बड़ों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है। गर्मियों में घरों के आसपास इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें।

जिले में गर्मी बढऩे लगी है। यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। आने वाले सप्ताह दिनों में और बढ़ने की संभावना है। गर्मी में मनुष्य के साथ-साथ सभी प्राणियों को पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्य तो पानी का संग्रहण कर रख लेता है, लेकिन परिंदे व पशुओं को तपती गर्मी में यहां-वहां पानी के लिए भटकना पड़ता है। पानी न मिले तो पक्षी बेहोश होकर गिर पड़ते हैं। इसलिए आपसे विनम्र पूर्वक निवेदन है कि आप लोग अपने-अपने घरों की छत पर पार्क व सड़क के किनारे दाना व पानी अवश्य रखें।

थाना हण्डिया व SOG गंगानगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा 01 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से विभिन्न बैंको के 5 ATM कार्ड तथा चोरी की 1 मोटरसाइकिल बराम

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।

थाना हण्डिया व SOG गंगानगर की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त विकाश शुक्ला उर्फ डी0एम0 शुक्ला पुत्र राजेश कुमार शुक्ला निवासी ग्राम बिगहिया थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज को आज दिनांक-30.05.2024 को थाना हण्डिया क्षेत्रान्तर्गत ग्राम ढ़ोकरी मोड़ के पास से विभिन्न बैंको के 05 ATM कार्ड तथा चोरी की 01 मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया ।

उक्त गिरफ्तारी/बरामदगी के आधार पर थाना हण्डिया पर मु0अ0सं0-282/2024 धारा-414/419/420/467/468/379/511/427 भा0द0सं0 पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी । उल्लेखनीय है कि अभियुक्त उपरोक्त द्वारा दिनांक-25.05.2024 की रात्रि थाना हण्डिया क्षेत्रान्तर्गत कस्बा सैदाबाद स्थित HDFC बैंक के ATM को क्षतिग्रस्त कर रुपये चोरी किये जाने का प्रयास किया गया था । पूछताछ पर अभियुक्त उपरोक्त द्वारा बताया गया कि लोगों द्वारा ATM से पैसे निकालते समय उन्हें बातों में उलझाकर ATM कार्ड में हेरफेर कर अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर ठगी करते थे तथा प्राप्त रुपयों को आपस मे बांट लेते थे ।

गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण

विकाश शुक्ला उर्फ डी0एम0 शुक्ला पुत्र राजेश कुमार शुक्ला निवासी ग्राम बिगहिया थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज, उम्र करीब 26 वर्ष ।

पंजीकृत अभियोग का विवरण

मु0अ0सं0-282/2024 धारा-414/419/420/467/468/379/511/427 भा0द0सं0 थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

अभियुक्त विकाश शुक्ला उर्फ डी0एम0 शुक्ला उपरोक्त का आपराधिक इतिहास

1. मु0अ0सं0-730/19 धारा-379/411/419/420 भा0द0सं0 थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

2. मु0अ0सं0-521/21 धारा-452/323/506/354(ख)/376 भा0द0सं0 व 3/4 पॉक्सो एक्ट थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

3. मु0अ0सं0-282/2024 धारा-414/419/420/467/468/379/511/427 भा0द0सं0 थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम-

1. प्र0नि0 बृजकिशोर गौतम, थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज।

2. उ0नि0 हेमन्त प्रताप सिंह, प्रभारी SOG गंगानगर कमिश्नरेट प्रयागराज ।

3. उ0नि0 जितेन्द्र कुमार राजपूत, थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

4. हे0का0 देवन्द्र प्रताप सिंह, SOG गंगानगर कमिश्नरेट प्रयागराज ।

5. हे0का0 अनुगृह कुमार वर्मा, SOG गंगानगर कमिश्नरेट प्रयागराज ।

6. का0 समीर प्रताप सिंह, SOG गंगानगर कमिश्नरेट प्रयागराज ।

7. का0 पियूष पंकज चौहान, SOG गंगानगर कमिश्नरेट प्रयागराज ।

8. का0 अभिजीत शुक्ला, थाना हण्डिया कमिश्नरेट प्रयागराज ।

चिलचिलाती गर्मी में मुस्लिम भाइयों ने रेलवे स्टेशन गेट नंबर 3 पर ठंडा पानी के साथ गुड़ व बिस्किट बांटे

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज आज चिलचिलाती गर्मी में मुस्लिम भाइयों ने रेलवे स्टेशन गेट नंबर 3 पर बाहर से आए मुसाफिर व राहगीरों को ठंडा पानी गुड़ व बिस्किट देकर कुछ राहत पहुंचाने का कार्य किया।

समाज के हित के लिए सागर वाटर आबिद अली मोहम्मद समीम बबलू नौशाद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सामाजिक कार्यकर्ता इरशाद उल्ला ने कहा समाज के हर वर्ग को अपने क्षेत्र में इस प्रचंड गर्मी में 48 49 के करीब चल रहा तापमान में मुसाफिरों व रागिरो और मजदूरों को पानी की बड़ी दिक्कतें हो रही है ऐसे में तमाम लोग अपने घरों के बाहर प्याऊ लगाकर पुण्य का कार्य करने के लिए आगे आए

मुसाफिरों की थोड़ी गर्मी कम करने की कोशिश की गई सारे काम सरकार के ऊपर नहीं छोड़े जाते कुछ काम हमारा भी है हम सबको भी करना चाहिए यही संदेश प्रयागराज की जनता को सागर वाटर और उनकी टीम देना चाहती है।

खुझवा में हुआ शार्ट सर्किट, 20 बकरियों सहित गृहस्ती का सामान हुआ जलकर खाक

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। जिले के बारा तहसील अंतर्गत ग्राम खुझवा पोस्ट नारी बारी में मोतीलाल आदिवासी पुत्र बाबूलाल आदिवासी के घर में बिजली के शार्ट सर्किट होने से आग लग गई जिसमे घर गृहस्ती में रखा सारा सामान जल कर खाक हो गया है।

आपको बता दें कि ग्रामीणों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया लेकिन तब तक मोतीलाल आदिवासी के घर में रखा गेहूं ,चावल, और 20 नग बकरियों सहित पूरा सामान जलकर खाक हो गया था ।

पेड़ लगायें और अपने भावी पीढ़ी का भविष्य स्वस्थ बनाऐं:सरदार पतविंदर सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह,नैनी प्रयागराज/ भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने "शीतल जल" पर मौजूद लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि आज लोगों को लग रहा है कि गर्मी बहुत लग रही है।पर कब तक AC का सहारा लेंगे,आज हिन्दुस्तान में 150 करोड़ पेड़ की जरूरत है।अभी तो यह शुरुआत हैं। 45 से 50 डिग्री को 55 से 60 होने में देर नहीं लगेगी। अभी से समझ जाए और पौधे लगाने की शुरुआत कर दें। क्योंकि एक पौधे को बड़ा होने मे 5 से 7 साल लग जाएगे।

अरिजीत सिंह ने आगे कहा कि सब कुछ सरकार पर मत छोडिये,कुछ तो खुद किया करे।

आज से नियम बना ले किसी भी शुभ/ दुख अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं और उसे अपनी पसंद का नाम दे एवं उनका ख्याल रखना।एक पेड़ दिन में इतनी ऑक्सीजन देता है कि 4 आदमी जिंदा रह सकें.एक पेड़ इतनी ठंड पैदा करता है जितनी 1 A.C 10 कमरों में 20 घंटो तक चलने पर करता है. जो इलाका पेड़ो से घिरा होता है वह दूसरे इलाकों की तुलना में 9 डिग्री ठंडा रहता हैं।

सुरेंद्र सिंह ने अंत में कहा कि छुट्टियों में यह भी कर ले कि जहां भी घूमने फिरने आप जाते हैं बस साथ में निम्बोली (नीम का फल)आम,जामुन या ऐसे ही बीज ले जाएं और रास्ते में जो जगह आप की यादगार या पसंद की जगह हो वहां इन्हें छिड़कते चलें बारिश आएगी तब इन्हीं बीजों से वृक्ष और फिर वृक्ष से वन जंगल समृद्ध होते जाएंगे लेकिन पीपल,नीम और बरगद दूसरों के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन पैदा करते हैं.पेड़ लगायें और अपने भावी पीढ़ी का भविष्य स्वस्थ बनाऐं।"शीतल जल" पर मौजूद चर्चा पर कई लोगों ने विचार रखेंl

प्रयागराज: कचहरी में गश खाकर गिरे दरोगा अचानक मौत, हीट स्ट्रोक से मौत की आशंका

विश्वनाथ प्रताप सिंह,कचहरी में ड्यूटी पर आए दरोगा रणकेंद्र सिंह (56) की मौत हो गई। वह धूमनगंज थाने में तैनात थे। बुधवार को वह ड्यूटी पर कचहरी आए थे। यहां अचानक गश खाकर गिर गए। आनन फानन उन्हें बेली अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

मूलरूप से झांसी के उल्दन थाना क्षेत्र के उल्दन गांव के रहने वाले रणकेंद्र सिंह 1987 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। कुछ समय पहले उनका प्रमोशन उप निरीक्षक पद पर हो गया था। वह 19 जनवरी 2023 से धूमनगंज थाने में तैनात थे। इन दिनों उनकी ड्यूटी न्यायालय सुरक्षा में चल रही थी। बुधवार को थाने से कचहरी में ड्यूटी पर पहुंचे दरोगा सुबह करीब नौ बजे अचानक गश खाकर गिर गए।

आनन-फानन उन्हें बेली अस्पताल ले जाया गया।

जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वह झूंसी में परिवार के साथ रहते थे। घटना की सूचना पाकर परिवार के लोग पहुंच गए। हीट स्ट्रोक से उनकी मौत होने की आशंका जाहिर की जा रही है। फिलहाल मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही चल सकेगा।

महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा की

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।

बैठक में भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित समस्याओं का निराकरण करने के अतिरिक्त सभी परियोजनाओं की पर्ट चार्ट के सापेक्ष प्रगति की भी समीक्षा की गई।

समीक्षा के दौरान नगर निगम, प्रयागराज विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम, पर्यटन विभाग, मेडिकल कालेज, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागीय परियोजनाओं पर बिंदुवार चर्चा की गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

सभी विभागों को प्रगतिशील कार्यों में अपेक्षित गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए गुणवत्ता में लापरवाही कर रहे ठेकेदारों का चिन्हांकन कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया।

इसी क्रम में जिन भी कार्यों कि टेंडर प्रक्रिया शेष है उसे शीघ्र पूर्ण करते हुये सभी कार्यों को स समय प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए। शहर के चिह्नित सभी मार्गों एवं ट्रैफिक जंक्शनों पर जहाँ भी सौंदर्यीकरण का कार्य होना है उसे शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए गए।

जनपद में वायु प्रदूषण को रोकने के दृष्टिगत मण्डलायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को किसी भी दशा में अपना मलबा रोड पर न छोड़ने के निर्देश दिए तथा सभी विभागों को सीएनडी वेस्ट से नगर निगम द्वारा बनाई जा रही टाइल्स का यथासंभव प्रयोग करने हेतु भी प्रेरित किया गया।

हीटवेव से बचाव हेतु उपाय

प्रयागराज।वर्तमान समय मे पारा 44 डिग्री सेल्यिस से अधिक होने के कारण भीषण गर्मी, गर्म हवा व लू के प्रकोप से बचाव हेतु संबंधित विभागों को जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिये गये है कि इस भीषण गर्मी, गर्म हवा व लूू से अपना बचाव कैसे करें तथा सुरक्षित कैसे रहें।

गर्म हवाओं से बचने के लिए खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखें, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएं आतीं हैं, काले परदे लगाकर रखना चाहिए। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सजग रहें।

आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण ले। बच्चों तथा पालतू जानवरों को कभी भी बन्द वाहन में अकेला न छोड़ें। जहां तक सम्भव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के ताप से बचें। सूर्य के ताप से बचने के लिए जहां तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहें। संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें और बासी खाने का प्रयोग कदापि न करे और मादक पेय पदार्थों का सेवन न करें। घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढककर रखें।

घर में पेय पदार्थ जैसे लस्सी, छांछ, मट्ठा, बेल का शर्बत, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें।

मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार मार्च से जून के मध्य/अधिक तापमान रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को हीटवेब से बचाव के लिए आवश्यक तैयारियां कर लेनी चाहिए। हीटवेब से बचाव को लेकर जनसामान्य के बीच जागरूता अभियान स्वास्थ्य विभाग द्वाराचलाया जा रहा है।

जब वातावरण का तापमाप 37 डिग्री सेल्सियस से 3-4 डिग्री अधिक पहुंच जाता है तो उसे हीटवेब या लू कहते हैं। अभी आगे गर्मी का प्रकोप और बढ़ेगा इसलिए गर्मी से बचाव के लिए विभिन्न उपायों को अपनाना चाहिए।

कब लगती है लू

गर्मी में शरीर के द्रव्य बॉडी फ्ल्यूड सूखने लगते हैं। शरीर में पानी, नमक की कमी होने पर लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है। शराब की लत, हृदय रोग, पुरानी बीमारी, मोटापा, पार्किंसस रोग, अधिक उम्र, अनियंत्रित मधुमेह वाले व्यक्तियों को लू से विशेष बचाव करने की जरूरत है। इसके अलावा डॉययूरेटिक, एंटीस्टिमिनक, मानसिक रोग की औषधि का उपयोग करने वाले व्यक्ति भी लू से सवाधान रहें।

Sb न्यूज से ब्यूरो चीफ- विश्वनाथ प्रताप सिंह

लू के लक्षण

गर्म, लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना, तेज पल्स होना, उल्टे श्वास गति में तेजी,व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, मिचली, थकान और कमजोरी का होना या चक्कर आना, मूत्र न होना अथवा इसमें कमी आदि मुख्य लक्षण हैं। इन लक्षणों के चलते मनुष्यों के शरीर के उच्च तापमान से आंतरिक अंगों, विशेष रूप से मस्तिष्क को नुकसान पहंुचता है। इससे शरीर में उच्च रक्तचाप उत्पन्न हो जाता है।

जनपद में हीटवेव (लू) के प्रति जोखिम (कमजोर वर्ग एवं क्षेत्र की पहचान)

 05 वर्ष से कम आयु के बच्चे व 65 वर्ष से ज्यादा के व्यक्ति।

 गर्भवती महिलायें।

 ऐसे व्यक्ति जोकी सैन्य, कृषि, निर्माण और औद्योगिक व्यवसाय में श्रमिक, मजदूर, खिलाड़ी आदि हों।

 शारीरिक तौर पर कमजोर व्यक्ति एवं मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति।

 त्वचा संबन्धित रोग जैसेः-सोरायसिस, पायोडर्मा आदि से प्रभावित व्यक्ति।

 पर्यावरण बदलने के कारण गर्मी के अनुकूलनता का आभाव।

 सोने का आभाव।

आपदा संबंधी सहायता के लिए निम्न नम्बरो पर सम्पर्क कर सकते है।

 एम्बुलेंस 108

 पुलिस -112

 राहत आयुक्त कार्यालय 1070 टोलफ्री

 जिला इमरजेंसी आॅपरेशन सेन्टर प्रयागराज कंट्रोल रूम. 0532- 2641577, 0532-2641578

गर्म हवाएं/लू की स्थिति में क्या करें और क्या न करें

सभी के लिए चाहिए

 रेडियो सुनिए, टीवी देखिए, स्थानीय मौसम समाचार के लिए समाचार पत्र पढ़ें।

 पर्याप्त पानी पियें - भले ही प्यास न लगे।

 खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन), लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू का पानी, छाछ आदि जैसे घरेलू पेय का इस्तेमाल करें।

 हल्के वजन, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनें।

 अपना सिर ढंकेंः कपड़े, टोपी या छतरी का उपयोग करें।

 हांथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं।

 अनावश्यक घर से बाहर प्रात-11.00 से सांयकाल-4.00 बजे तक न निकले बहुत ही आवश्यक होने पर चेहरे व सिर को ढककर ही निकले।

नियोक्ता और श्रमिक

 कार्य स्थल के पास ठंडा पेयजल उपलब्ध कराएं।

 कार्यकर्ताओं को सीधे धूप से बचने को कहे।

 अति पारिश्रमिक वाले कार्र्योंे को दिन के ठन्डे समय मे निर्धारित करें।

 बाहरी गतिविधियों के लिए ब्रेक की आवृत्ति में वृद्धि करें।

 गर्भवती श्रमिकों और श्रमिकों जिन्हें चिकित्सा देख-भाल की अचानक जरुरत हो सकते हो उनका अतिरिक्त ध्यान दिया जाना चाहिए।

वृद्ध एवं कमजोर व्यक्तियों के लिये

 तेज गर्मी, खासतौर से जब वे अकेले हों, तो कम से कम दिन में दो बार उनकी जांच करें।

 ध्यान रहे कि उनके पास फोन हो।

 यदि वे गर्मी से बैचेनी महसूस कर रहे हों तो उन्हें ठंडक देने का प्रयास करें।

 उनके शरीर को गीला रखें, उन्हें नहलाएं अथवा उनकी गर्दन तथा बगलों में गीला तौलिया रखें।

 उन्हें अपने पास हमेशा पानी की बोतल रखने के लिए कहें।

शिशुओं के लिये

 उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं।

 शिशुओं में गर्मी की वजह से होने वाली बीमारियों का पता लगाना सीखें।

 यदि बच्चों के पेशाब का रंग गहरा है तो इसका मतलब है कि वह डिहाईड्रेशन (पानी की कमी) का शिकार हैं।

 बच्चों को बिना देखरेख खड़ी गाड़ी में छोड़ कर न जाएं, वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते हैं।

पशुआंे के लिए

 जहां तक संभव हो, तेज गर्मी के दौरान उन्हें घर के भीतर रखें।

 यदि उन्हें घर के भीतर रखा जाना संभव न हो तो उन्हें किसी छायादार स्थान में रखें, जहां वे आराम कर सकें। ध्यान रखें कि जहां उन्हें रखा गया हो वहां दिनभर छाया रहें।

 जानवरों को किसी बंद में न रखें, क्योंकि गर्म मौसम में इन्हें जल्दी गर्मी लगने लगती है।

 ध्यान रखें कि आपके जानवर पूरी तरह साफ हों, उन्हें ताजा पीने का पानी दें, पानी को धूप में न रखें। दिन के समय उनके पानी में बर्फ के टुकड़े डालें।

 पीने के पानी के दो बाउल रखें ताकि एक में पानी खत्म होने पर दूसरे से वे पानी पी सकें।

 अपने पालतू जानवर का खाना धूप में न रखें।

 किसी भी स्थिति में जानवर को वाहन में न छोडे़।

अन्य सावधानियाँ

 जितना हो सके घर के अंदर रहें।

 अपने घर को ठंडा रखें। पर्दे, शटर या धूप का उपयोग करें और खिड़कियां खुली रखें।

 निचली मंजिलों पर रहने का प्रयास करें।

 पंखे का प्रयोग करें, कपड़ों को नम करें और ठंडे पानी में स्नान करें।

 यदि आप बेहोश या कमजोरी महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए।

 जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।