प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने रची खौफनाक साजिश, पति का सड़क पर करवाई थी दिन- दहाड़े हत्या
नाबालिक लड़की से दुष्कर्म के आरोप में हत्यारोपी पहले भी जा चुका है जेल
औरंगाबाद। शहर के कामा बिगहा स्थित एनएच - 19 पर दिन- दहाड़े हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है जिसमें फिल्मी कहानी की तरह महिला ने अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए आशिक के साथ साजिश रची थी। हत्याकांड का मुख्य आरोपी को नगर थाना की पुलिस एवं डीआईयू की टीम के संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपित की पहचान देव थाना क्षेत्र के पचोखर गांव निवासी जय प्रकाश पासवान के रूप में की गई है। जानकारी के अनुसार घटना बीते सात मई की हैं , जिसमें शहर के कामा बिगहा मोड़ स्थित दिन- दहाड़े बाइक सवार युवक सिमरा थाना क्षेत्र के लेदीदोहर गांव निवासी अनुज कुमार सिंह को दो बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कांड की गंभीरता के आधार पर पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम के निर्देश पर सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडे के नेतृत्व में एक विशेष टिम का गठन किया गया जिसमें गठित टीम द्वारा मृतक एवं उसकी पत्नी के मोबाइल फोन का वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण करते हुऐ तकनीकी एवं मानवीय साक्ष्यों के आधार पर घटना कारित करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस-वार्ता कर जानकारी देते हुऐ सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडे ने बताया कि पूछ-ताछ में हत्यारोपी ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की हैं। उसने बताया कि मृतक की पत्नी ममता सिंह के साथ शादी के पहले से ही उसका प्रेम संबध था और वह शादी करना चाहता था। एक शादी समारोह में दोनों की मुलाकात नबीनगर के शिवगंज में हुई थीं। ममता उसकी बहन के गोतनी की दोस्त है। इस दौरान दोनों का प्यार परवान चढ़ रहा था तभी वह एक नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में पकड़ा गया और जेल चला गया। इस दौरान वह कई महीने जेल में रहा और इधर ममता की शादी मृतक अनुज सिंह से हो गई। जब वह पुनः जेल से बाहर आया तो सोशल मीडिया के सहारे किसी तरह कुछ वर्षों के बाद ममता के संपर्क में पुनः आया और प्रेम करने लगा। इसी क्रम में ममता ने पति को प्रेम-प्रसंग में बाधा बनाता देख अपने प्रेमी जय प्रकाश के साथ मिलकर साजिश रची और हत्याकांड को अंजाम दिया। अभियुक्त जय प्रकाश ने यह भी बताया कि बीते दिनों जेल में रहने के दौरान उसका दोस्ती एक अन्य कैदी से हो गई थी जिसके साथ मिलकर उसने योजनाबद्ध तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया।
उन्होंने बताया कि घटना में प्रयुक्त एक अपाची बाइक, हेलमेट, फेंका हुआ नंबर प्लेट एवं दो मोबाइल फोन तथा तीन सीम कार्ड को भी विधिवत जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि घटना में संलिप्त एक अन्य अपराध कर्मी की भी पहचान कर ली गई है, जिन्हे शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा। इस काण्ड में ममता की संलिप्तता के बिंदू पर गहराई से छान-बीन की जा रही है। इस छापेमारी दल में जिला आसूचना इकाई प्रभारी इंस्पेक्टर शम्भू कुमार , नगर थानाध्यक्ष उपेन्द्र कुमार, एसआई राम इकबाल यादव , पीएसआई संतोष कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी शमिल थे जिन्हें इस कार्य के लिए पुरुस्कृत किया जाएगा।
May 18 2024, 10:38