एनटीपीसी और बीआरबीसीएल की वादाखिलाफी से ग्रामीण नाराज , सड़कों पर उतर कर की नारेबाज़ी, वोट बहिष्कार पर अड़े

जहरीली राख से हैं लोग परेशान

औरंगाबाद : एनटीपीसी और बीआरबीसीएल की मनमानी के ख़िलाफ़ स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। विद्युत परियोजना की इन दोनों कंपनियों के ख़िलाफ़ पहले नबीनगर विधनसभा के मेह पंचायत की जनता ने विरोध जताई थी लेकीन अब यह विरोध मेह पंचायत के अलावा धमनी एवं आस-पास के पंचायत की जनता विरोध में खड़ी हो गई है। शनिवार को इस संबध में स्थानीय ग्रामीणों ने मेह स्थित विरोध में जमकर नारेबाज़ी की और मांगे पूरी करने की बात कहीं। 

इसके उपरांत अयोजित प्रेस-वार्ता में समाजसेवी राधे प्रसाद यादव, बीडीसी सुनील गुप्ता, पैक्स अध्यक्ष मेह नारायण सिंह ने बताया कि जब तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होता है तक चुनाव में वोट वहिष्कार जारी रहेगा। चाहे वह अगामी लोकसभा, विधनसभा या फिर पंचायत चुनाव हो। 

प्रेस-वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि लोकतंत्र के इस महापर्व में वोट के महत्व को हम अच्छे से समझते हैं, वोट बहिष्कार का निर्णय लेना प्रशासनिक गतिविधियों में बाधा डालना नहीं है बल्कि हमारी मजबूरी है। बीते कई सालों से हमारी मांगे अधूरी है। वोट बहिष्कार तब तक जारी रहेगा तब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमारी ये आठ मांगे कोई नई नहीं है बल्कि बीते कई साल से एनटीपीसी एवं बीआरबीसील सहित आला अधिकारियों से गुहार लगा रहे है। यदि विद्युत परियोजना एवं प्रशासनिक अधिकारियों को लगता है कि चुनाव के मद्देनजर हमलोगों ने यह वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है तो हमारी इन मांगों से संबधित दस्तावेज उनकी फ़ाइलों में कहीं धूल फांक रही होगी जिसे देखने पर मिल जायेगा। 

ग्रामीणों का आरोप है कि उन लोगों ने एनटीपीसी एवं बीआरबीसीई को अपनी जमीन ये सोचकर दी थी कि यहां भी विकास होगा और उनकी समस्याओं का समाधान होगा। उनका दावा है कि एनटीपीसी एवं बीआरबीसील पावर प्लांट लगने के पहले गांव-गांव घूमकर टीवी के माध्यम से यह दिखाया गया था कि अगर यहां इन दोनों विद्युत प्लांट लग जाता है तो सड़क-गली-विद्युत-स्वास्थ्य-कॉलेज जैसी सुविधाएं मुफ्त में दी जाएगी। लेकिन आज तक ये सुविधाएं नसीब नहीं हुई। बल्कि अब उड़ती राख से वे परेशान हैं, आने वाले समय में श्वसन संबा

संबधित बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। इसके लिए कई बार एनटीपीसी एवं बीआरबीसील के प्रबंधक तथा आला अधिकारियों को भी कहा गया लेकीन हमारी मांगे अधूरी है। अतः इस बार काराकाट लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। 

दरअसल ग्रामीणों की आठ मुख्य मांगे हैं जिसमें एनटीपीसी और बीआरबीसीएल परियोजना निर्माण के समय बिशुनपुर कैनाल के नहर को बंद कर दी गई है जिसे तत्काल प्रभाव से चालू किया जाए। परियोजना के द्वारा निकलने वाले जहरीले राख के प्रकोप से स्थानीय जनजीवन खतरे में है जिस पर अविलंब रोक लगाई जाए। विस्थापित किसानों को मुफ्त में बिजली दी जाए। विस्थापित प्रभावित सभी क्षेत्र की मजदूरों को 750 रूपये दिन की दैनिक मजदूरी भत्ता को भुगतान किया जाए। परियोजना के द्वारा सीएसआर स्कीम का निर्देश सार्वजनिक रूप से जारी किया जाना चाहिए। परियोजना के अंतर्गत विस्थापित प्रभावित सभी क्षेत्र में 80 प्रतिशत रोजगार दिया जाना चाहिए और परियोजना के निर्माण के समय किसान मजदूर पर हुए मुकदमा को वापस किया जाना चाहिए। 

प्लांट बनाते किए गए थे कई वादे :

ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी एवं बीआरबीसील ने प्लांट बनाते समय वादा किया था कि यहां लोकल युवाओं को नौकरी में तवज्जो दी जाएगी। फ्री बिजली, बच्चों की पढ़ाई के लिए मेडीकल कॉलेज सहित अन्य सुविधाएं देने का आश्वासन दिया था। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बीते कई सालों में एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। इस लिए वोट बहिष्कार का निर्णय गया है। इस संबध में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस मौके पर विश्वनाथ पटेल, सुमंत पटेल, राजाराम सिंह पटेल, निराला पटेल, रामशीष सिंह यादव, रवि प्रताप सिंह, मेह उपमुखिया  अवधेश चंद्रावंशी, बिकेश्वर सिंह, धर्मेद्र पटेल, करमदेव पासवान, कईल पासवान, सुरेन्द्र सिंह, हरि सिंह, कमलेश पटेल, राजेंद्र सिंह, अवधेश यादव, घुरा राम , रामविलास पाल, ललन यादव सहित कई अन्य मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पवन सिंह के बाद काराकाट से उनकी मां ने भी भरा पर्चा, पवन सिंह के पीछे हटने के लगने लगे कयास*

औरंगाबाद ; काराकाट संसदीय क्षेत्र से नामांकन के अंतिम दिन पावर स्टार पवन सिंह के बाद अब उनकी मां प्रतिमा देवी ने भी नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी के नामांकन के बाद पूरे लोकसभा क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है तथा पवन सिंह के नाम वापसी से लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। बता दें कि एक दिन पूर्व हीं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह बीजेपी नेता प्रेम कुमार ने पवन सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया था तथा कहा कि अगर पवन सिंह अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो भारतीय जनता पार्टी उन्हें पार्टी से निष्कासित कर देगी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पवन सिंह पार्टी के दबाव में आकर अपना नामांकन वापस ले सकते हैं तथा डैमेज कंट्रोल के लिए उन्होंने अपनी मां को काराकाट क्षेत्र से नामांकन कराया है। दरअसल नामांकन के अंतिम दिन पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने बड़े ही गुपचुप तरीके से अपना नामांकन किया। प्रतिमा देवी सिर्फ प्रस्तावको के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची और बिना किसी नारेबाजी एवं शोर-शराबे के चुपचाप रवाना हो गई। अब यह भी माना जा रहा है कि पवन सिंह काराकाट लोकसभा चुनाव से पीछे हटने वाले नहीं है और किसी कारणवश उनका नामांकन रद्द होता है तो उनकी मां चुनाव लड़ेंगी। गौरतलब हो कि पवन सिंह ने बीते 9 मई को अपना नामांकन किया था तथा ठीक 5 दिन बाद यानी नामांकन के अंतिम दिन उनकी मां ने भी नामांकन पर्चा दाखिल कर एक नई बहस को हवा दे दी है। हालांकि 15 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 16 मई तक नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। जिसको लेकर सभी की निगाहें अब नामांकन पत्रों की जांच एवं नाम वापसी पर टिक गई हैं। औरंगाबाद से धीरेन्द्र
नामांकन पत्रों की जांच में छोटे दल एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को लगा झटका, काराकाट से मात्र 14 प्रत्याशी मैदान में, कई प्रत्याशी हुए बाहर

सासाराम। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में काराकाट संसदीय क्षेत्र के लिए होने वाले चुनाव को लेकर नामांकन करने वाले छोटे दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को नामांकन पत्रों की जांच के बाद बड़ा झटका लगा है। जिला समाहरणालय स्थित डीएम सह जिला निर्वाची पदाधिकारी नवीन कुमार के कार्यालय कक्ष में प्रेक्षकों की मौजूदगी में करीब चार घंटे से ज्यादा चली जांच में मात्र 14 नामांकन पत्र हीं वैध पाए गए हैं

और 13 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को रिटर्निंग अधिकारी ने तकनीकी आधार पर रद्द कर दिया है। बता दें कि काराकाट लोकसभा क्षेत्र के लिए अंतिम चरण में आगामी एक जून को मतदान होना है। जिसको लेकर नामांकन के अंतिम दिन तक कुल 27 प्रत्याशियों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया था। प्रेक्षकों की मौजूदगी में बुधवार को सभी नामांकन पत्रों की जांच की गई और तकनीकी आधार व निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सही तरीके से पालन नहीं करने पर 13 नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया गया। जिसमें ज्यादातर छोटे दल एवं निर्दलीय प्रत्याशी शामिल है।

वहीं नाम वापसी की अंतिम तिथि 17 मई निर्धारित की गई है। जिसके बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची के साथ चुनाव चिह्न जारी किए जाएंगे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा, निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह, इंडी गठबंधन प्रत्याशी राजाराम सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी प्रतिमा देवी, प्रदीप कुमार जोशी, विकास विनायक, राजेश्वर पासवान, प्रयाग पासवान, इंद्र राज रोशन, धीरज कुमार सिंह समेत 14 प्रत्याशी मैदान में है। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी किरण प्रभाकर, प्रिंस सिंह राणा, संजय प्रसाद कुशवाहा सहित कुल 13 प्रत्याशीयों के नामांकन निरस्त कर दिए गए हैं।

गौरतलब हो कि नामांकन पत्रों की जांच को लेकर बुधवार को समाहरणालय परिसर में पूरे दिन काफी गहमागहमी रही और नामांकन पत्र निरस्त होने के बाद बाहर आए कई प्रत्याशियों ने फार्म की जांच आदि को लेकर सवाल भी उठाएं।

जीविका दीदी एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं ने मतदाता जागरूकता अभियान के तहत फ्लैग मार्च का किया गया आयोजन

औरंगाबाद : लोकसभा के सातवें चरण के मतदान को लेकर जीविका दीदीयों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देशानुसार आज बुधवार को मतदाता जागरूकता अभियान के तहत फ्लैग मार्च का आयोजन किया।

यह कार्यक्रम गोह प्रखंड कार्यालय परिसर में निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ डॉ राजेश कुमार दिनकर के नेतृत्व में निकाला गया। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए जीविका दीदीयों तथा आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। 

वहीं बीडीओ डॉ. राजेश कुमार दिनकर एवं सीओ सोनम राज ने कार्यालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर फ्लैग मार्च को रवाना किया। 

प्रखंड मुख्यालय का भ्रमण करते हुए लोकतंत्र का महापर्व को शांतिपूर्ण एवं एक जून को होने वाले मतदान को लेकर निर्वाचन अधिकारी एवं अंचल कर्मीयों को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं जाती धर्म से ऊपर उठकर मतदान करने एवं कराने का आह्वान किया है। 

संविधान के नियमों को पालन करते हुए देश के विकास एवं बेहतर सरकार को चयन करने के लिए मतदाताओं को जागरूक कर शपथ दिलाई गई है। 

सीडीपीओ ओनम ने मतदाताओं को जागरूक करते हुए कहा कि सबसे पहले सुबह उठकर अपने मतदान केंद्रों पर जाएं और अपना वोट देकर ही जलपान करें। 

इस अभियान में डीपीआरओ कौशल किशोर,बीपीएम राज कपूर रमन, बीईओ अशोक कुमार,पीओ प्रमोद कुमार, बीओ अजय कुमार सिंह व पुलिस अधिकारी के साथ सभी जीविका दीदीयों एवं आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाएं फ्लैग मार्च में शामिल रहे।

गोह से गौतम कुमार

भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार के साथ हो गया बड़ा खेल : काराकट लोकसभा क्षेत्र से पवन सिंह के खिलाफ मां प्रतिमा देवी ने गुपचुप तरीके से कर दिया

औरंगाबाद : भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार के साथ बड़ा खेल हो गया है। काराकाट लोक सभा से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह की मां ने अपने ही बेटे के खिलाफ चुनावी मैदान में आ गई हैं। उन्होंने काराकट लोकसभा सीट से अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है। बीते मंगलवार को सासाराम के समाहरणालय परिसर में उन्होंने नामांकन पर्चा दाखिल किया है। 

बताते चले कि काराकाट लोकसभा सीट पर सियासी पारा हाई है। यहां एक तरफ एनडीए के प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा, इंडिया गठबंधन के राजा राम कुशवाहा और पवन सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन परिचय दाखिल किया था। जिसके बाद काराकाट लोकसभा में त्रिकोणीय लड़ाई की चर्चा थी। लेकिन अब नामांकन के आखिरी दिन पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने काराकाट लोक सभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। 

प्रतिमा देवी समर्थको और प्रस्तावको के साथ गुपचुप तरीके से समाहरणालय पहुंची और नामांकन करके निकल गए। आखिरी दिन उनके नामांकन किए जाने के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों में चर्चा है कि पवन सिंह को उनकी मां के द्वारा कहा गया था कि बेटा चुनाव लड़ो। लेकिन अब पवन सिंह के मां को किसने कह दिया कि आप चुनाव लडिए? 

विदित हो कि काराकाट लोक लोकसभा से पवन सिंह के नामांकन के उपरांत पत्नी एवं मां के द्वारा पवन सिंह के लिए वोट भी मांगी गई थी तथा काराकाट लोकसभा क्षेत्र में जनसंपर्क भी कर रही थी। लेकिन अचानक काराकाट लोकसभा से पवन सिंह के प्रतिमा देवी के चुनाव लड़ने को लेकर कई तरह के क्यास लगाए जा रहे हैं। अब सवाल यह खड़ा हो रहता है कि भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की मां क्या अपने ही बेटे के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी?

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

स्वीप कार्यक्रम के तहत आशा, जीविका दीदी, टोला सेवक एवं आंगनवाड़ी सेविका द्वारा इन क्षेत्रों में चलाया गया डोर-टू-डोर जागरुकता कार्यक्रम
औरंगाबाद : आगामी लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के आलोक में स्वीप कार्यक्रम के तहत जिला में जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। काराकाट क्षेत्र में मातदान 1जून को होना है और यहां वीटीआर बढ़ाने के लिए प्रशासन काफी गंभीर है। जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसर हर विधान सभा क्षेत्र में बूथवाइज टीमें बना दी गई हैं। टीमों में आशा, जीविका दीदी, टोला सेवक एवं आंगनवाड़ी सेविका शामिल हैं। ये टीमें घर-घर जाकर जागरूकता फैला रही हैं और सभी को अपने मतदान के अधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।

इसी क्रम में हर दिन महिला कर्मी घर-घर जागरूकता हेतु नबीनगर एसी में कार्यक्रम कर रही है। बूथ संख्या 222, 232, 139, 206, 29, 30, 75, 39, 41, 170 आदि में महिलाओं द्वारा द्वार भ्रमण किया गया। बीडीओ नबीनगर एवं बीपीएम जीविका द्वार जीविका दीदियों के साथ तोल पंचायत में कार्यक्रम किया गया।

स्वीप कार्यक्रम के तहत काराकाट क्षेत्र के नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी भी जिला प्रशासन का जागरूकता में साथ दे रहे। चुनाव संबंधी जिंगल्स एवं गीत के साथ मतदाताओं को जागरूक कर रहे हैं। काराकाट क्षेत्र के ब्लॉक में EO के नेतृत्व में ये जागरूकता कार्य किया जा रहा है।"1जून...हम हैं तैयार" का नारा दिया गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र
सर्वोच्च न्यायालय में आयोजित हो रहा है विशेष लोक अदालत, जिलेवासी उठाये लाभ : जिला जज

औरंगाबाद : जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक राज ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा एक विशेष लोक अदालत आयोजन किया जाना है, इसको लेकर माननीय बिहार राज्य विधिक  सेवा प्राधिकार के द्वारा पत्र एवं निर्देश प्राप्त हुआ है|

जिसके आलोक में उन्होंने बताया कि आगामी 29 जुलाई 2024  से 03 अगस्त 2024 तक माननीय सर्वोच्च न्यायालय में लंबित वादों से सम्बन्धित एक विशेष लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा|

जिला जज ने जिलेवासियों से यह अपील किया है कि अगर उनका कोई भी सुलहनीय वाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय में लम्बित है तो इस अवसर का लाभ उठाकर कर अपने वाद को उक्त आयोजित होने वाले विशेष लोक अदालत में निस्तारण करवायें|

उन्होंने मिडिया से भी यह अपील किया है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय में आयोजित होने वाले विशेष  लोक अदालत के विषय में आमजनों को ज्यादा से ज्यादा अवगत करायें ताकि अधिक से अधिक लोग को लाभ प्राप्त हो सके |
जिला जज ने आगे बताया कि जिले में भी आगामी 13 जुलाई को राष्ट्रीय लोक अदालत का भी आयोजन होना है जिसके लिये जिला विधिक सेवा प्राधिकार में युद्ध स्तर पर तैयारिया कि जा रही है जिसमे सभी तरह के सुलहनिये वादों का निस्तारण किया जायेगा | जिलेवासी इस अवसर का आवश्य लाभ उठाये और अपने वाद का निस्तारण कराये।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र
सांसद सुशील सिंह ने पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के निधन पर जताया शोक, बिहार की राजनीतिक जगत के लिए बताया अपूरणीय क्षति

औरंगाबाद : सांसद सुशील कुमार सिंह ने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर नम आँखों से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गहरा शोक व्यक्त करते हुए बिहार की राजनीतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।

सांसद ने इनके कृतज्ञ को याद करते हुए कहा कि इनका राजनीतिक जीवन बहुत लम्बा रहा। छात्र जीवन में विद्यार्थी परिषद से राजनीति का शुरुआत करते हुए भाजपा के विभिन्न दायित्वों के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,राष्ट्रीय मंत्री,बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे एवं लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद चारो सदन के सदस्य रहे। मैं इनके निधन की खबर से स्तब्ध हूँ।

हमने एक बड़ी शख्सियत, राजनेता संगठनकर्मी के साथ- साथ बिहार भाजपा ने जागृत सामाजिक कार्यकर्ता कुशल राजनीतिक व मजबूत स्तम्भ खो दिया। जिसकी भरपाई कभी नही हो सकती।

कहा कि आंखे नम और मन भावुक है। वे सार्वजनिक जीवन में सैद्धान्तिक निष्ठा व पारदर्शिता के आदर्श उदाहरण थे। यह हम सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए अपूरणीय क्षति है।

बीते रात दिल्ली एम्स में इनके निधन की सूचना पाकर सांसद और इनके सुपुत्र सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता आदित्य शेखर ने सुशील कुमार मोदी के सुपुत्र अक्षय अमृतांशु और परिवार के सदस्यों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त किए।इनके निधन पर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र और जिलावासी,भाजपा कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है।

भाजपा वरीय नेता सुनील सिंह,कर्नल सुधीर सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा,मुख्य पार्षद उदय गुप्ता,युवा भाजपा नेता प्रवीर सिंह,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष शुभेंदु शेखर सिंह, लोकसभा संयोजक अनिल शर्मा,सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह,जिला उपाध्यक्ष सतीश सिंह,समाजसेवी अजीत सिंह, जितेन्द्र गुप्ता,जिला महामंत्री मुकेश सिंह,सूर्यपत सिंह,जिला परिषद उपाध्यक्ष रामेश्वर बैठा, संजीव पाठक,भोला सिंह,मितेन्द्र सिंह,नलिनी रंजन,अंकित सिंह, टनटन सिंह,अखिलेश मेहता, राकेश कुमार देवता,भाजपा नेता मुनीन्द्र राम,प्रवीण गुप्ता,प्रफुल्ल सिंह,सुरेन्द्र गुप्ता,भरत सिंह,उदय सिंह,लोकसभा विस्तारक विकास कुमार उर्फ भोजपुरिया बाबा, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विनय सिंह,अनिता सिंह,जुलेखा खातून, अंजली सिंह,सारिका शेखर, गुड़िया सिंह,केदार सिंह,जिला परिषद धनंजय सिंह,प्रदीप चौरसिया,सुबोध सिंह,रवि सिंह, आशु अभिनव,अमिताभ सिंह उर्फ मुन्ना सिंह ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र
औरंगाबाद में दबंगों ने एक महिला के ऊपर डायन का आरोप लगाकर लाठी डंडे से जमकर कर दी पिटाई,महिला गंभीर रूप से घायल

महिला की पहचान धुंधुआ ग्राम निवासी उर्मिला देवी के रूप में किया गया है

आपको बता दूं की आज दुनिया 21वी श्दी में प्रवेश कर गया है चांद पर घर बनाने की बात कर रही है ,वही आज औरंगाबाद जिला के एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के धुंधुआ गांव के लोगो पर अंधविश्वास हावी होते नजर आया , जिसके कारण गांव के ही कुछ दबंगों ने एक महिला पर डायन होने का आरोप लगाकर जमकर पिटाई कर दिया है, जिससे महिला गम्भी रूप से घायल हो गई है. 

 जिसे परिजन ने अचेता अवस्था में प्राथमिकी स्वास्थ केंद्र नवीनगर लाया जहा डॉक्टरों ने इस्थिती को गम्भीर देखते हुए बेहतर इलाज हेतु औरंगाबाद सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया है , जहा महिला की इलाज चल रही है इस्थिती खतरे से बाहर बताई जारही है

 वही घटना की जानकारी देते हुए पीड़िता ने बताया की गांव के ही कुछ लोग हमे डायन होने का आरोप लगाते हुए जबरन एक ओझा के घर ले गए जहा ओझा के द्वारा हमे डायन होने का आरोप लगा दिया गया , फिर क्या था ग्रामीणों ने लाठी डंडा से हमे मार पीट करना सुरु कर दिया,

 पीड़िता ने यह आरोप लगाई है की उसी के गांव की रहने वाले दूधेश्वर पासवान जो वर्तमान में जिला पारषद है उन्हों ने ही पहला लाठी हमको मारा जिसके बाद गांव के कई लोगो ने हमे मरना पिटना सुरु कर दिया जिससे हम अचेत हो के मौके पीआर ही गिर गए लेकिन किसी ने भी बीच बचाव नही कर सका, जब घटना की खबर परिजनों को मिला तो हमे हॉस्पिटल लाया गया जहा मेरी इलाज चल रही है , हालाकी मामले की प्राथमिकी एन टी पीसी थाना खैरा में दर्ज कराई गई है , 

जबकि आरोपी जिला पार्षद दूधेश्वर पासवान ने अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोप को बी बुनियाद बताया है उन्होंने कहा है की हमें फसाने के लिए विपक्षियों के द्वारा यह साजिश रची जा रही है

वही घटना की जानकारी देते हुए एंटीपिसी थाना के छोटा दरोगा दीपक कुमार ने बताया की धुंधुआ गांव में कुछ लोगो के द्वारा पीड़िता उर्मिला देवी के ऊपर डायन होने का आरोप लगा कर मार पीट किया गया है जिसकी प्राथमिकी थाने में दर्ज कर  ली गई है, और आगे की करवाई किया जा रहा है बहुत जल्द ही आरोपी सलाखो के पीछे होंगे 

पोक्सो एक्ट में दोषी करार दिए गए अभियुक्त को कोर्ट ने सुनाया बीस साल कारवास की सज़ा, लगाया पचास हजार जुर्माना

औरंगाबाद ; आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सह स्पेशल पोक्सो कोर्ट जज लक्ष्मीकांत मिश्रा ने ओबरा थाना कांड संख्या -104/18 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए अभियुक्त बिरमल गिरि रामपुर ओबरा को सज़ा सुनाई है। 

स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता ने कहा कि अभियुक्त बिरमल कुमार गिरि को 10/05/24 को भादंवि धारा -376 और 04 पोक्सो एक्ट में दोषी करार दिया गया था आज भादंवि धारा 376 और 04 पोक्सो एक्ट में बीस साल की सजा और पचास हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास होगी। इस वाद में नाबालिग पीड़िता सहित 06 गवाही हुए थे। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक पीड़िता के पिता ने 08/05/18 को थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि 06/05/18 को सुबह बाजार करने नाबालिग लड़की गई थी। शाम तक नहीं लौटी तो काफी खोजबीन के बाद पता चला कि अभियुक्त ने अपने परिवार के मदद से गलत नीयत से अपहरण कर लिया है। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र