रांची के बिरसा जैविक उद्यान में बाघिन गौरी के चार नवजात शावकों की हुई मौत, बच्चों का बाघिन के नीचे दब जाना बताया गया वजह
रांची : राजधानी रांची के बिरसा जैविक उद्यान से एक दुखद खबर सामने आई है। 10 मई को ही उद्यान में बाघिन गौरी ने चार नवजात शावकों की जन्म दिया था।
रांची के इस जू में 12 मई की अहले सुबह एक बाघिन के चार बच्चों की मौत हो गई। बाघ के बच्चों की मौत से कई सवाल उठने लगे।
बिरसा जू के चिकित्सक ने बताया कि गौरी नाम की बाघिन ने जन्म देने के बाद अपने बच्चों की केयरिंग नहीं की। उसके बाद बाघिन अपने तीनों जिंदा बच्चों के ऊपर ही सो गई। उद्यान प्रबंधन सीसीटीवी कैमरे की मदद से लगातार बाघिन पर नजर रख रहा था। जब लगा कि शावकों की जान को खतरा है तो उद्यान के कर्मचारी बाघिन के केज में पहुंचे। तब तक तीन शावकों की बाघिन के नीचे दबने से मौत हो चुकी थी। किसी प्रकार एक शावक को बाहर निकाला गया। लेकिन, बाद में उसकी भी मौत हो गई।
रांची के जैविक उद्यान में बाघ की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से उद्यान प्रशासन द्वारा लगातार पहल की जा रही थी। बाघिन गौरी को 105 दिन के गर्भावस्था में पूरी देखभाल की जा रही थी। जन्म देने की प्रक्रिया ठीक रही। जैविक उद्यान प्रबंधन के अनुसार बाघिन गौरी का पहला प्रसव था। उसे प्रसव का अनुभव नहीं था।
May 15 2024, 20:15