हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं का प्रमाण देता विकलांग ई रिक्शा चालक
दिलीप उपाध्याय
हौसले बुलंद हों तो मंजिलें कदम चूमती हैं को यथार्थ में बदलते हुए संत कबीर नगर खलीलाबाद शहर में आठवीं पास 49 वर्षीय मुन्ना अंसारी पुत्र मोहम्मद हसन ग्राम मोती नगर वार्ड नंबर 23 को उदाहरण के रूप में देखा गया उन्होंने बताया कि अपने बच्चों की परवरिश के लिए पिछले 15 - 20 वर्ष से ई रिक्शा चलाते हैं जिनका 13 अगस्त 2018 में रैना पेपर मिल खलीलाबाद के पास ई रिक्शा से सवारी छोड़कर वापस आते समय मारुति कार ने पीछे से टक्कर मार दिया गाड़ी पलट गई। फिर उसी तरफ से आ रही ट्रक ने हाथ पर चढ़ा दिया। इसके बाद इलाज के दौरान हाथ को काटना पड़ा लेकिन हिम्मत नहीं हारा ,परिवार में 4 बेटी और एक बेटा है
21 वर्षिय नाजनीन खातून
18 वर्ष महजबीन खातून 12 में पढ़ती है इस साल डिग्री कॉलेज में गई है
15 वर्ष सबरीना खातून राजकीय में पढ़ती है इस बार 12 मे गई है
12 वर्ष अफ़सरीन खातून मदरसे में पढ़ती है,8 वर्षिय बच्चा अख्तर की भरण पोषण के लिए के एक हाथ से रिक्शा चलाने का काम करते हैं उन्होंने विकलांगों का आह्वान करते हुए कहा कि परिस्थितिया जो भी हों हिम्मत नहीं हारना चाहिए !
Apr 23 2024, 09:07