Chhattisgarh

Mar 11 2024, 17:52

राज्य स्तरीय महापंचायत में शामिल हुए केंद्रीय राज्यमंत्री, कहा छत्तीसगढ़ सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों को मुख्यधारा में शामिल कर किया प्रोत्साहित

रायपुर-  सरपंच गांव के विकास की चाबी हैं। ग्रामीणों ने बड़ी उम्मीद से भरोसा कर गांव के विकास की चाबी सरपंचों को सौंपी है। छत्तीसगढ़ सरकार पंचायत प्रतिनिधियों को मुख्यधारा में शामिल कर प्रोत्साहित कर रही है। यह बात राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय महापंचायत कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री पंचायतीराज कपिल मोरेश्वर पाटिल ने कही। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक अनुज शर्मा ने भी राज्य स्तरीय महापंचायत को संबोधित किया। राज्य स्तरीय महापंचायत कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के हितग्राहियों, ज्ञानोदय वाचनालय एवं अनुसूचित क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों में कम्प्यूटर प्रदाय हेतु राशि अंतरण किया गया। सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के विशिष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को 9 थीम पर, नियद नेल्लानार के परिकल्पना को साकार करने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंचों, लखपति दीदी तथा ड्रोन दीदी को सम्मानित किया गया।

केन्द्रीय पंचायतीराज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में गांवों का विकास पीछे नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री का पूरा ध्यान और जोर गांवों के विकास पर है। विकसित भारत यात्रा के दौरान सरकार की योजनाओं को गांव-गांव पहुंचाकर लोगों को लाभान्वित किया गया है।

केन्द्रीय पंचायतीराज राज्य मंत्री श्री पाटिल ने राज्य के कोने-कोने से आए पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वित्त आयोग के माध्यम से स्थानीय सरकारों को दिए जाने वाली राशि में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2014 तक 13वें वित्त आयोग के कार्यकाल में देशभर की पंचायतों और नगरीय निकायों के लिए 60 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान था। प्रधानमंत्री की पहल पर 15वें वित्त आयोग आते-आते अब यह राशि दो लाख 36 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी है। श्री पाटिल ने पंचायत प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत आयोजित होने वाले प्रशिक्षणों का पूरा लाभ लेने को कहा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ग्राम पंचायतों के डिजिटलीकरण पर जोर दे रही है। कई पंचायतें अपना बहुत सा काम ऑनलाइन कर रही हैं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को मेरी पंचायत एप डाउनलोड कर इसका उपयोग करने को कहा।

राज्य स्तरीय महापंचायत कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मोदी जी की गारंटी के अंतर्गत राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है। लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की अवधारणा के अंतर्गत सत्ता की सबसे मूल इकाई पंचायत राज संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए आवश्यक सुझाव और सहयोग प्राप्त करने के आकांक्षा के साथ इस महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने विस्तार से सरकार द्वारा पंचायत विभाग में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार गठन के तुरंत बाद पहली केबिनेट बैठक में 18 लाख ग्रामीण परिवारों को पक्के आवास दिये जाने का निर्णय लिया गया। योजना अंतर्गत कुल 65,615 आवास पूर्ण किये गये हैं एवं 457 करोड़ रूपये की राशि जारी की गयी है। निर्माणाधीन आवासों को पूर्ण किये जाने के लिये 711 करोड़ रुपए की राशि शासन द्वारा जारी की गई है। प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान अंतर्गत 26,357 विशेष पिछड़ी जनजाति समूह परिवारों का पंजीयन, 15,154 परिवारों को स्वीकृति एवं 13,254 परिवारों को राशि रूपये 55 करोड़ 41 लाख रुपए जारी किया गया है। शासन द्वारा पीएम जनमन योजना में 81.73 करोड़ रूपए की राशि उपलब्ध करायी गयी हैं।

पीएम जनमन योजना के तहत 467 विशेष पिछड़ी जनजाति समूह बसाहटों को जोड़ने हेतु भारत सरकार के लक्ष्य के अनुरूप वर्ष 2023-24 में राशि 847 करोड़ रुपए की लागत की 1180 किमी. लंबाई की 333 सड़कों की स्वीकृति प्रदान की गयी, इन सड़कों से 366 विशेष पिछड़ी जनजाति समूह बसाहटें लाभान्वित होगी। शेष 82 विशेष पिछड़ी जनजाति समूह बसाहटों के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 256 सड़कें घोर नक्सली क्षेत्र में आने के कारण 4-5 वर्षों से अपूर्ण थी, इन अपूर्ण सड़कों को पूर्ण करने कार्य-योजना तैयार की गयी। जिनमें वर्तमान में पुलिस प्रशासन के सहयोग से 23 सड़कों में निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सुदृढ़ीकरण कार्य हेतु 1419 किमी लंबाई की 346 सड़कों हेतु राशि 349 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जब हम गांव जाते थे तब माताएं बताती थीं कि गांव में हमारे बैठने के लिए कार्य करने के लिये जगह नहीं होती। हम सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाएंगे। फिलहाल उनकी मांगों के अनुरूप हमने 3000 से अधिक जनसंख्या वाले लगभग 700 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2024-25 में महतारी सदन का निर्माण किया जायेगा, महतारी सदन की लागत राशि 20.00 लाख होगी जिसे महतारी सदन योजना, महात्मा गांधी नरेगा एवं स्वच्छ भारत मिशन के अभिसरण से बनाया जायेगा। ई-गवर्नेस के तहत पंचायतों को शत-प्रतिशत डिजिटल करने के उद्देश्य से राज्य के 1000 ग्राम पंचायतों को वाईफाई सुविधा युक्त बनाया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा में 33 प्रतिशत का आरक्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिलाया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांव गांव से आये सरपंचगणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्य से प्रभावित होकर आभार व्यक्त करके पंचायत प्रस्ताव पास करके पोस्ट के माध्यम से माननीय नरेन्द्र मोदी को आभार पत्र प्रेषित किया गया। पंचायत प्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त करने, आने वाले दिनों में पंचायतों में क्या क्या कार्य हो इसके लिए हमने सुझाव पेटी रखी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत विभाग पंचायत प्रतिनिधियों के सुझाव से चलेगा।

कार्यक्रम में लोकसभा सांसद सुनील सोनी, राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायकगण मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, और गुरू खुशवंत साहेब के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के विशिष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को 9 थीम पर किया गया सम्मानित

सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के विशिष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को 9 थीम पर सम्मानित किया गया। पंचायती राज मंत्रालय ने व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीयकरण करते हुए 9 संकल्पों के रूप में अपनाया, जिससे सभी समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित हो और ग्राम पंचायतों का समग्र रूप से विकास हो।

थीम-1 के अंतर्गत गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत नागम को सम्मानित किया गया

थीम-1 अंतर्गत गरीबी मुक्त और आजीविका उन्नत ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत नागम, जनपद पंचायत लुण्ड्रा, जिला-सरगुजा को सम्मानित किया गया। ग्राम पंचायत नागम ने मनरेगा के अंतर्गत रोजगार, स्व-सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण जैसे अथक प्रयासों से सभी के लिए आजीविका तथा स्थायी रोजगार के अवसर सुनिश्चित किये और गरीबी मिटाने में अच्छा काम किया।

थीम-2 के अंतर्गत स्वस्थ ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत सांकरा को किया गया सम्मानित

थीम-2 के अंतर्गत स्वस्थ ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत सांकरा जनपद पंचायत नगरी, जिला-धमतरी द्वारा गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाते हुए सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य और कल्याण सुनिश्चित किया।

थीम-3 के अंतर्गत बाल हितैषी ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत निलजा को किया गया सम्मानित

ग्राम पंचायत निलजा, जनपद पंचायत-धरसींवा, जिला-रायपुर को अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में बच्चों से जुड़े सभी प्रमुख मुद्दों को स्पष्टता के साथ समझने और इनका निवारण करते हुए एक बाल हितैषी ग्राम पंचायत बनाने में अग्रसर रही है। अतः ग्राम पंचायत को थीम-03 बाल हितैषी ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है।

थीम-4 के अंतर्गत जल की प्रचुरता ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत बाघनदी को किया गया सम्मानित

ग्राम पंचायत बाघनदी, जनपद पंचायत डोंगरगढ़, जिला राजनांदगांव द्वारा जल आपूर्ति और संरक्षण में विशिष्ट कार्य करते हुए अपने पंचायत को जल युक्त ग्राम पंचायत बनाया है। अतः ग्राम पंचायत को थीम-04 जल की प्रचुरता ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है।

थीम-5 के अंतर्गत स्वच्छ एवं हरित ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत जोंकबाला को किया गया सम्मानित

कचरा, और गन्दगी न हो, गलियों में साफ सफाई रहे, जहाँ हमारे बच्चे खुशहाली से खेले - कूदे, ऐसा ही एक ग्राम पंचायत है जोंकबाला, जनपद पंचायत-कुनकुरी, जिला - जशपुर, इसने अपने अथक प्रयासों से ग्राम पंचायत को स्वच्छ एवं हरित गाँव बनाया है। अतः ग्राम पंचायत को थीम -05 स्वच्छ एवं हरित ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है।

थीम-6 के अंतर्गत आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत आड़ावाल को किया गया सम्मानित

ग्राम पंचायत आड़ावाल, जनपद पंचायत- जगदलपुर, जिला-बस्तर, ने बुनियादी ढांचे को शहर जैसा विकसित करने का प्रयास किया है अतः ग्राम पंचायत को थीम-06 आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है।

थीम-7 के अंतर्गत सामाजिक रूप से सुरक्षित ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत पिकरीपारा को किया गया सम्मानित

बेरोजगार, सामाजिक बहिष्कार, बीमारी, विकलांगता और वृद्धावस्था जैसे आर्थिक एवं सामाजिक समस्याओं को प्रबंधित करते हुए लोगों का क्षमतावर्धन कर गरीबी और असमानता से बाहर आने हेतु सहयोग प्रदान करता है। ग्राम पंचायत पिकरीपारा, जनपद पंचायत- गुरुर, जिला बालोद, समाज के सभी वर्गों को साथ लेते हुए आगे बढ़ रही है। अतः ग्राम पंचायत को थीम-07 सामाजिक रूप से सुरक्षित ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है।

थीम-8 के अंतर्गत सुशासन ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत खडगवांकला को किया गया सम्मानित

सुशासन में ग्राम पंचायत के समस्त नागरिकों को विभिन्न शासकीय योजनाओं एवं सेवाओं का लाभ सुनिश्चित करना एवं पारदर्शिता, जवाबदेही, सहानुभूतिपूर्ण उत्तरदायित्व एवं नागरिकों का अधिकतम सहयोग, भागीदारी सम्मिलित है।

ग्राम पंचायत खडगवांकला, जनपद पंचायत-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन के दृष्टिकोण को चरितार्थ करते हुए अपने ग्राम पंचायतों को समस्त उत्तरदायित्व के निर्वहन में सक्षम बनाने हेतु सुशासन का उदहारण प्रस्तुत किया है, अतः ग्राम पंचायत को थीम-08 सुशासन ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया जाता है। थीम-9 के अंतर्गत महिला हितैसी ग्राम पंचायत हेतु ग्राम पंचायत कुथरेल को किया गया सम्मानित

लैंगिक समानता बढ़ाने के लिए सूत्रधार बनना भी ग्रामीण अंचल में पंचायतों को जिम्मेदारी है ताकि महिलाएं व बालिकाएं विकास की प्रक्रिया से वंचित न रह जाएं। सभी रूपों में महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध प्रचलित लैंगिक भेदभाव, ग्राम पंचायत क्षेत्र में खत्म हो। इसके साथ ही राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक जीवन में महिलाओं व बालिकाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी पंचायतों की है। ग्राम पंचायत कुथरेल, जनपद पंचायत-दुर्ग, जिला- दुर्ग ने महिलाओं के हित में अग्रणी काम करते हुए नारी शक्ति को सशक्त बनाया है। अतः ग्राम पंचायत को थीम-09 महिला हितैषी ग्राम पंचायत हेतु सम्मानित किया गया।

नियद नेल्लानार की परिकल्पना को साकार करने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंचों का किया गया सम्मान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा नक्सल आतंकवाद से प्रभावित गाँवों तक बुनियादी सुविधाएँ और कल्याणकारी परियोजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिये नियद नेल्लानार योजना प्रारंभ की गई है। नियद नेल्लानार, अर्थात आपका अच्छा गाँव के अंतर्गत माओवादी आतंक प्रभावित क्षेत्रों में प्रारंभ किए गए 14 नये कैंपों की 5 किलोमीटर की परिधि के गांवों में 25 से अधिक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही इन गांवों के ग्रामीणों को शासन की 32 व्यक्तिमूलक योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।

नियद नेल्लानार, की परिसंकल्पना को साकार करने हेतु सुकमा जिले के कोंटा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित किया गया। ग्राम पंचायत बगड़ेगुड़ा, कैम्प परिया, ग्राम पंचायत दुलेड़, कैम्प - दुलेड़, ग्राम पंचायत एलमागुण्डा, कैम्प मुकराजकोण्टा, ग्राम पंचायत चिमलीपेटा, कैम्प टेकलगुड़ेम एवं पूवर्ती, ग्राम पंचायत पोटकपल्ली, कैम्प - शालातोंग, एवं ग्राम पंचायत सिलगेर, कैम्प - सिलगेर के सरपंचों को सम्मानित किया गया।

लखपति दीदी नीलम साहू को किया गया सम्मानित

राज्य स्तरीय महापंचायत में आज ग्राम पंचायत डोमा, विकासखण्ड अभनपुर जिला रायपुर की नीलम साहू को सम्मानित किया गया । श्रीमती साहू बिहान योजना से जुड़ी हुई हैं और 2021 से बैंक सखी के रूप में बैंक ऑफ बड़ौदा के ब्रांच-तोरला में कार्यरत हैं । श्रीमती साहू लोक सेवा केन्द्र संचालित कर रही है जहाँ वो पेन कार्ड, आधार कार्ड, लाइसेंस का निर्माण कराने का कार्य,बीमा संबंधी कार्य, श्रमिक कार्ड रेलवे टिकट फंड ट्रान्सफर इत्यादि एवं कृषिगत कार्य भी कर रही है जिससे इनकी वार्षिक आय लगभग 3 लाख रुपए होती है।

निरूपा साहू गृहणी से बनी ड्रोन दीदी को किया गया सम्मानित

आज राज्य स्तरीय महापंचायत कार्यक्रम में बलौदाबाजार के लाहोर ग्राम की निवासी निरूपा साहू का सम्मान किया गया। श्रीमती साहू ने गृहणी होकर भी कुछ कर दिखाने के जज़्बा को जगाए रखा। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने गृहणी से ड्रोन दीदी तक का सफर तय किया है अपनी नई पहचान बनाई है। उन्होंने इफको संस्था के सहयोग से ड्रोन दीदी हेतु ग्वालियर में 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त की है। श्रीमती साहू बिहान योजना से जुड़ी हुई हैं और कृषिगत कार्यों से 2 लाख 50 हजार रुपए वार्षिक आय भी प्राप्त कर रही है।

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Mar 11 2024, 17:05

धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मां दंतेश्वरी देवी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की

रायपुर- प्रदेश के स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने एक दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास पर सोमवार को बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

इस मौके पर विधायक चैतराम अटामी, नगर पालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुनीता भास्कर, नगर पालिका उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह तथा अन्य जनप्रतिनिधियों सहित कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी,

पुलिस अधीक्षक गौरव राय, जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।

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Mar 11 2024, 16:36

किसानों के लिए खुशखबरी, कल का दिन होगा ऐतिहासिक

रायपुर- सीएम विष्णु देव सायने झारखंड दौरे पर रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए सीएम साय ने कहा कि कल छत्तीसगढ़ के लिए खास दिन था, विशेषकर 70 लाख विवाहित महिलाओं के लिए। एक महीने का एक हज़ार रुपए उनके खाते में ट्रांसफ़र किया गया है और अब हर महीने उनके खाते में एक हजार ट्रांसफर किया जाएगा।

उन्होंने झारखंड प्रवास को लेकर कहा कि लोकसभा चुनाव का शंखनाद कभी भी हो सकता है, अब पूरा चुनावी दौरा रहेगा। धान की अंतर राशि पर सीएम साय ने कहा कि कल किसानों के लिए भी ऐतिहासिक दिन रहेगा। 24 लाख 72 हजार किसानों को धान की अंतर राशि दी जाएगी। 13 हजार करोड़ से अधिक राशि किसानों के खाते में डाला जाएगा।

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Mar 11 2024, 16:00

काश सबक ले पाती कांग्रेस… संदेशखाली में अपराधियों के बचाव में आकर भी कांग्रेस के ‘हाथ’ खाली, CM साय का हमला

रायपुर- संदेशखाली में हुई घटना को लेकर हाल ही में सीएम विष्णुदेव साय ने पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखा था. अब इस मामले में सीएम साय ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कांग्रेस पर अपराधियों के बचाव का आरोप लगाया है.

सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर सीएम साय ने लिखा, जब हमने संदेशखाली में आदिवासी महिलाओं से टीएमसी के नेताओं द्वारा किए गये जघन्य दुष्कर्म के विरुद्ध पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था, तो टीएमसी के बचाव में सबसे पहले कांग्रेस ही आ गई थी. केवल इसलिए कांग्रेस ने इस नृशंस अपराध का भी बचाव किया था, ताकि उसे पश्चिम बंगाल में दो-चार भी सीट लड़ने के लिये वहां ममता बनर्जी से मिल जाए. अपराधियों के बचाव में आ कर भी कांग्रेस के ‘हाथ’ खाली ही रहे संदेशखाली वाले राज्य में. काश सबक ले पाती कांग्रेस.

बता दें कि संदेशखाली में महिलाओं से दुष्कर्म और आदिवासियों की जमीन छिने जाने की घटना को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीते दिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा था. मुख्यमंत्री साय ने मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ममता बनर्जी को लिखे पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर शेयर करते हुए लिखा था कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 50 से अधिक जनजाति समुदाय की महिलाओं से नृशंस दुष्कर्म, आदिवासियों की जमीन छीनने जैसी घटनायें शर्मनाक है. वारदात में लिप्त दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र प्रेषित कर रहा हूं. आशा है ममता जी इस पत्र पर संज्ञान लेकर पश्चिम बंगाल के पीड़ितों के प्रति न्याय करेंगी.

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Mar 11 2024, 15:30

'जय श्री राम' के उद्घोष के साथ वित्त मंत्री ने अयोध्या धाम दर्शन को जा रहे रायगढ़ के श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से किया

रायपुर-  श्री राम लला दर्शन योजना के तहत अयोध्या धाम के दर्शन के लिए रायगढ़ जिले से श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज सुबह रवाना हुआ। वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन में पहुंचकर प्रभु श्रीराम का जयकारा लगाते हुए रायगढ़ के श्रद्धालुओं के जत्थे को अयोध्या धाम के लिए रवाना किया। उन्होंने सभी यात्रियों को सुखद सफर की शुभकामनाएं दी। 

रायगढ़ जिले से अयोध्या धाम दर्शन के लिए पहले जत्थे में जिले से कुल 112 यात्री शामिल हो रहे हैं। इनमें 84 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं और 28 शहरी क्षेत्र के श्रद्धालु शामिल हैं। सड़क मार्ग से श्रद्धालुओं का यह दल बिलासपुर पहुंचा। वहां से स्पेशल आस्था ट्रेन से आगे के सफर के लिए रवाना हुआ। श्रद्धालुओं का दल 14 मार्च को वापस लौटेगा। तीन दिवसीय यात्रा के दौरान यात्री अयोध्या धाम के साथ वाराणसी में काशी विश्वनाथ के भी दर्शन करेंगे। यात्रियों के सहयोग के लिए 3 अधिकारियों की टीम भी जत्थे के साथ रवाना हुई है।

उत्साह में सराबोर दिखे श्रद्धालु

अयोध्या धाम जाने वाले जिले के पहले जत्थे में शामिल श्रद्धालु भक्ति भाव और उत्साह में सराबोर दिखे। अलसुबह प्रभु श्री राम के जयकारे के साथ सफर की शुरुआत कर रहे जिले वासियों ने इसे सौभाग्य का पल बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शासन की इस नेक पहल से हमें अयोध्या धाम के नि:शुल्क यात्रा का सुअवसर मिल रहा है।

किरोड़ीमल नगर के भगतराम चौहान ने कहा हमारा सौभाग्य है कि आज हम प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या धाम के लिए रवाना हो रहे है। अयोध्या में जब से राममंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तब से वहां जाने की लालसा थी, आज वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर पूरी होने जा रही है। खाना-पीना, आना-जाना सभी सुविधाएं नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। घरघोड़ा विकासखण्ड के चारभांठा निवासी सपत्नीक राम प्रसाद पैंकरा एवं बालमती पैंकरा ने जय-जय श्रीराम के नारे लगाते हुए कहा कि आज हमारे लिए खुशी का अवसर है कि हम प्रभु श्रीराम के दर्शन हेतु अयोध्या धाम के लिए रवाना हो रहे है। हमने कभी सोचा नहीं था कि वहां तक कभी जाकर प्रभु श्रीमान के राम दर्शन कर पायेंगे, लेकिन हमारा यह सपना आज पूरा होने जा रहा है। पंजरी प्लांट रायगढ़ की देवकी सिंह राजपूत ने कहा कि आज बहुत ही खुशी का दिन है कि हम सब एक साथ शासन की नेक पहल से प्रभु श्रीराम के दर्शन हेतु अयोध्या धाम के लिए रवाना हो रहे है और हमें किसी प्रकार की चिंता की करने की जरूरत नहीं है। सफर के दौरान सभी प्रकार की सुविधाएं शासन की तरफ से नि:शुल्क है।

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Mar 11 2024, 15:16

मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी ने अपने जन्मदिन पर आयोजित न्योता भोज में अपने हाथों से बनी खीर बच्चों को परोसी

रायपुर- अपने जन्मदिन के अवसर पर आयोजित न्योता भोज में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने अपने हाथों से बनी खीर और केक बच्चों को खिलाई और उन्हें ढेर सारा स्नेह दिया। न्योता भोज का आयोजन सरदार प्रीतम सिंह सैनी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला श्यामनगर में और शासकीय बालिका गृह खम्हारडीह में किया गया। उन्होंने अपने परिवार जनों और बच्चों के साथ न्योता भोज भी किया।

इस मौके पर श्रीमती साय ने बच्चों से पूछा कि खीर कैसी बनी है। बच्चों ने बताया कि खीर बहुत अच्छी बनी है। उन्होंने बच्चों को बताया कि अपने जन्मदिन पर हम लोग हमेशा खीर बनाते हैं। मेरे बच्चों को भी खीर बहुत प्रिय है। आप सब बहुत प्यारे बच्चे हैं इसलिए आपके लिए भी अपने जन्मदिन पर आज खीर बनाकर लाई हूं।

कौशल्या साय ने बच्चों से पढ़ाई लिखाई और बच्चों की छोटी-छोटी शरारतों के बारे में ढेर सारी बातें की। उन्होंने स्कूल के शिक्षकों से भी बच्चों की पढ़ाई लिखाई के बारे में चर्चा की। कौशल्या साय ने चर्चा में बताया कि उन्हें साय जी ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण अभियान संचालित कर रहे हैं। यह बहुत सुंदर अभियान है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने सबसे आग्रह किया है कि अपना जन्मदिन और जीवन के खास अवसरों को स्कूली बच्चों के साथ मनाएं। वे बच्चों को भोजन कराएं और स्वयं बच्चों के साथ भोजन करें।

जब साय जी यह बता रहे थे, उसी समय मैंने निश्चय किया था कि मैं अपना जन्मदिन स्कूली बच्चों के साथ मनाऊंगी। जिस तरह से मैं हर साल अपने बच्चों के जन्मदिन पर खीर बनती हूं। उसी तरह से इस बार भी मैं अपने हाथों से खीर तैयार करूंगी और स्कूली बच्चों को खिलाऊंगी। आज बच्चों ने बहुत रुचि से खीर खाई। यह मेरा सौभाग्य है कि उन्हें मेरे हाथों की बनाई हुई खीर पसंद आई है। आज मेरा जन्मदिन सफल हुआ।

उन्होंने कहा कि न्योता भोज बहुत सुंदर आयोजन है। इस आयोजन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे छोटे छोटे प्यारे से बच्चों के साथ बातचीत करने का मौका मिलता है। बच्चे बहुत रुचि से पकवान खाते हैं। उन्हें बहुत रुचि से खाना खाते देखकर बहुत अच्छा लगता है।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के पश्चात छत्तीसगढ़ में लगातार जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक न्योता भोज कर रहे हैं। आज कौशल्या साय का जन्मदिन है और उन्होंने भी इसे न्योता भोज के रूप में मनाया।

शुभ मौके पर खीर खिलाने की परंपरा वेदों से जुड़ी

भारतीय और छत्तीसगढ़ की परंपरा में जन्मदिन के अवसर पर खीर बनाई जाती है। लोग जन्मदिन में खीर खिलाकर मुंह मीठा कराते हैं। यह हमारी सनातन परंपरा है। जब भी कोई शुभ मौका होता है तो मुंह मीठा कराया जाता है। वैदिक काल से ही इस परंपरा की शुरुआत हुई। वेदों में खीर को क्षीरपाकमोदनम भी कहा गया है। खीर का इतना महत्व है कि अनुश्रुति है कि माता गंगा धरती पर सप्तऋषियों के आशीर्वाद युक्त मंगल खीर लेकर उतरी हैं।

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Mar 11 2024, 14:34

आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने की छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के कार्यों की समीक्षा

रायपुर-      छत्तीसगढ़ के आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के कार्यों की समीक्षा की है। ओपी चौधरी ने वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में मंडल के पूर्व निर्मित, प्रगतिरत एवं आगामी परियोजनाओं के संबंध में जानकारी ली। ओपी चौधरी ने समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों को प्रगतिरत परियोजनाओं को उच्च गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण करने तथा रहवासियों को उच्च स्तर की आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

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Mar 11 2024, 14:11

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया कला केंद्र रायपुर का लोकार्पण

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल कला केन्द्र का लोकार्पण करते हुए कहा कि इससे कलाकारों को एक नया मंच मिलेगा। उन्हें अपनी प्रतिभा को और निखारने का अवसर मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए इस कला केन्द्र में बच्चों से लेकर युवाओं को कला की 12 विधाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपना संदेश भी रिकॉर्ड कराया, जिसमें उन्होंने कहा कि जीर्ण-शीर्ण भवन को एक सुन्दर कला केन्द्र भवन के रूप में विकसित किया गया है इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन रायपुर के प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने की। वित्त मंत्री ओ पी चौधरी, शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल विशिष्ठ अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मौजूद विधायक अनुज शर्मा ने इस मौके पर गीत की कुछ लाईनें भी गाकर रिकॉर्ड कराईं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कला की विभिन्न विधाओं के लिए निर्मित कक्ष का अवलोकन किया और कलाकारों एवं प्रशिक्षकों से मुलाकात कर उनके साथ सामूहिक फोटो भी खिचाया। मुख्यमंत्री ने क्ले-आर्ट के बाल कलाकार मास्टर आदित्य वर्मा से भी मुलाकात की। आदित्य के द्वारा क्ले से तैयार की गई बैगन की कलाकृति की सराहना की और इस आर्ट के बारे में जानकारी ली। राजधानी रायपुर के इंटरनेशनल लायब्रेरी के पीछे बनाए गए इस कला केंद्र में छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। परिसर में अलग-अलग प्रशिक्षण कक्ष तैयार किए गए है, जहां ड्राइंग, मूर्तिकला, गायन, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट, तबला, हारमोनियम, ड्रम, की-बोर्ड इत्यादि वाद्य यंत्र का तथा अन्य कलाओं का प्रशिक्षण मिलेगा। उल्लेखनीय है कि कला केंद्र में परिसर में खुला मंच भी तैयार किया गया है जहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समय-समय पर प्रस्तुति की सुविधा भी रहेगी। लोकार्पण अवसर पर खुले मंच से विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह एवं निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को प्रतीक चिन्ह भेंट किया।

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Mar 11 2024, 13:39

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया जगार-2024 ’हस्तशिल्प एवं हाथकरघा’ प्रदर्शनी का शुभारंभ
रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर में कल जगार-2024 ’हस्तशिल्प एवं हाथकरघा’ प्रदर्शनी का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर में आयोजित किए जा रहे है इस प्रदर्शनी में देश भर के 13 राज्यों के 130 हुनरमंद हस्तशिल्पियों ने स्टॉल लगाए है। 10 दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में विभिन्न कलात्मक वस्तुओं, हथकरघा वस्त्र सहित घरेलू उपयोग की वस्तुओं की स्टॉल लगाए गए है। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। अतिथियों ने स्टॉलों का अवलोकन कर शिल्पियों को प्रोत्साहित भी किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने जगार-2024 के शुभारंभ समारोह में राज्य के पांच सिद्धहस्त शिल्पियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार वर्ष 2021-22 से सम्मानित किया। इनमें बेलमेटल शिल्पी सुंदरलाल झारा ग्राम एकताल पोस्ट नेतनगर, विकासखण्ड पुसौर जिला रायगढ़, समीप विश्वकर्मा लौह शिल्पी ग्राम किड़ईछेपड़ा (ड़ोगरीगुड़ा) पोस्ट पलारी जिला कोण्डागांव-बस्तर, मन्धर कश्यप काष्ठ शिल्पी ग्राम भोण्ड (पाण्डूपारा) पोस्ट लामकेर जिला बस्तर, बृहस्पति जायसवाल गोदना शिल्पी ग्राम मुनगाडीह पोस्ट पाली जिला कोरबा और बाबी सोनवानी भित्तीचित्र शिल्पी ग्राम सिरकोतंगा पोस्ट लहपटरा विकासखण्ड लखनपुर जिला सरगुजा को साल, श्रीफल, प्रमाण-पत्र, स्मृति चिन्ह और 25-25 हजार रूपए का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सिद्धहस्त शिल्पियों को प्रदान किए गए राज्य स्तरीय पुरस्कार की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जगार-2024 शुभारंभ समारोह में शामिल होने वाले सभी शिल्पकारों और राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त शिल्पियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जगार मेले का शिल्पकारों को इंतजार रहता है। शिल्पियों के उत्पादों को यहां बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वें रायगढ़ के ग्राम एकताल कई बार गए है, इस ग्राम के शिल्पकारों की जीविका का साधन बेलमेटल शिल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में बेलमेटल, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, गोदना शिल्प, भित्ति चित्र के हुनरमंद शिल्पकार हैं और यही इनकी आजीविका का साधन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हस्तशिल्पों का विकास हो और इनके उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध हो इसके लिए हमारी सरकार प्रयास करेगी। शिल्पकारों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश में स्थान चिन्हित कर बाजार की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस हस्तशिल्प एवं हाथकरघा प्रदर्शनी में शिल्पकारों को अपने उत्पादों को दिखाने का और बिक्री करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री आमजनों से आग्रह किया है कि मेलें में आकर शिल्पकारों की कला को देखे और इनके उत्पादों की खरीदी भी करें। उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि प्राचीन समय से ही छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति गौरवशाली और समृद्धशाली रही है। छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति विश्व स्तर पर पहुंचे इसके लिए हमारी सरकार काम करेगी। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वे वर्ष 2002 से जगार मेले में आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के सुदूर क्षेत्रों में हस्तशिल्प वहां के शिल्पकारों की आजीविका का साधन है। इन शिल्पकारों के उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराना है। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य और राज्य के बाहर के शो-रूम और एंजेसियों से यह तय किया जाए कि उत्पाद के साथ शिल्पी का नाम और कोड नंबर का भी उल्लेख हो। श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में वनवासियों की आजीविका का साधन बांस शिल्प भी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश का बेलमेटल शिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, गोदना शिल्प की पहचान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है इसे हमें और आगे बढ़ाना है। इस अवसर पर प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड यशवंत कुमार, कलेक्टर रायपुर गौरव कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी और विभिन्न राज्यों से आए शिल्पकार भी उपस्थित थे। *प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी-* यह प्रदर्शनी 19 मार्च तक छत्तीसगढ़ हाट परिसर पंडरी, रायपुर में प्रतिदिन संध्या 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक आम लोगों के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के सुप्रसिद्ध हस्तशिल्प बेलमेटल शिल्प (ढोकरा), लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, कालीन शिल्प, शिशल शिल्प, गोदना शिल्प, तुमा शिल्प, टेराकोटा शिल्प, छींद-कांसा शिल्प एवं हाथकरघा वस्त्रों में कोसा साड़ियां, दुपट्टा, सलवार सूट, ड्रेस मटेरियल एवं कॉटन बेडशीट, चादरें, ड्रेस मटेरियल, सर्टिंग एवं विभिन्न प्रकार की खादी रेडीमेड वस्त्रों आदि प्रमुख है, इसके अतिरिक्त अन्य राज्यों से उत्तरप्रदेश लखनऊ की चिकनकारी, बनारसी साड़ी, ड्रेस मटेरियल, मध्यप्रदेश की चंदेरी, महेश्वरी साड़ियां एवं बाघ प्रिंट की ड्रेस मटेरियल एवं टीकमगढ़ की पीतल की मूर्तियाँ, पश्चिम बंगाल का जूटवर्क, कांथा वर्क तथा बंगाली साड़ियां सहित, पंजाब की फुलकारी एवं पंजाबी जूतियां, राजस्थान की चर्मशिल्प की मोजरी एवं एम्ब्राईडरी के सलवार सूट, दिल्ली की ज्वेलरी, हरियाणा पानीपत के बेडशीट, महाराष्ट्र के कोल्हापुरी चप्पल, बिहार के भागलपुरी ड्रेस मटेरियल, जम्मू कश्मीर के शॉल एवं साड़ियाँ इस प्रकार कुल 13 राज्यों के विभिन्न शिल्पकलाओं एवं हाथकरघा सामग्री का विशाल संग्रह उपलब्ध रहेगा,जिसमें स्वयं शिल्पकार अपनी उन्नत शिल्पकला के हुनर का प्रदर्शन-सह-विक्रय करेंगे।

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Mar 11 2024, 12:38

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया तक्षशिला रीडिंग जोन सह लाइब्रेरी का लोकार्पण

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल रायपुर शहर में मोतीबाग में बनी नवनिर्मित स्मार्ट रीडिंग जोन सह लाइब्रेरी तक्षशिला का लोकार्पण किया। नालंदा परिसर की तर्ज पर स्थापित इस नई लाईब्रेरी से प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को फायदा होगा। साथ ही नालंदा लाईब्रेरी पर सदस्यता और पठन-पाठन का दबाव भी कम होगा। मुख्यमंत्री श्री साय युवाओं के साथ परिचर्चा की और उन्हें स्थायी सदस्यता कार्ड भी दिए। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरूण साव, शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, वित मंत्री ओ.पी. चौधरी, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, रायपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक मोतीलाल साहू, धरसींवा विधानसभा के विधायक अनुज शर्मा, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढ़ेबर तथा नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे भी मौजूद रहे। कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि शहर के मध्य में शैक्षणिक केंद्र विकसित करने के उद्देश्य से प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है। इससे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले युवाओं को अच्छी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए 550 युवाओं ने निर्धारित शुल्क जमा कर सदस्यता सुनिश्चित की गई है। इस 750 सीटर लाइब्रेरी का आठ करोड़ रूपए की लागत से निर्माण किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि अत्याधुनिक लाइब्रेरी में बायोमेट्रिक सिस्टम के जरिए ही अधिकृत सदस्यों को प्रवेश दिया जाएगा। दो मंजिला बिल्डिंग में 750 पाठकों को एक साथ बैठकर पढ़ने की सुविधा मिलेगी और वर्तमान में 10 हज़ार किताब उपलब्ध है। लाइब्रेरी में डिजिटल रीडिंग जोन भी बनाया गया है। सदस्यों को लिफ्ट के साथ निःशुल्क वाई-फाई की सुविधा भी मिलेगी। डॉ सिंह ने बताया कि तक्षशिला परिसर में 800 वाहनों की पार्किंग की सुविधा मिलेगी और पार्किंग एरिया में फूड जोन भी बनाया गया है। इस लाइब्रेरी में छात्र-छात्राओं के अलावा दिव्यांगों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। कल 11 मार्च से सदस्य रीडिंग जोन सह लाइब्रेरी का लाभ ले सकेंगे। *रूफटॉप पर भी मिलेगा पढ़ाई का अवसर* तक्षशिला लाइब्रेरी के रूफटॉप पर भी बेहतर वातावरण के बीच पढ़ाई करने की व्यवस्था होगी। लाइब्रेरी की छत पर सदस्यों के बैठने के लिए टेबल और कुर्सी लगाए गए हैं। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा है कि लाईब्रेरी में आने वाले दिनों में सदस्यों की मांग के आधार पर विभिन्न विषयों की किताबों की खरीदी भी की जाएगी।