रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में उमड़ा सैलाब, दर्शन के लिए मंदिर के बाहर जुटी श्रद्धालुओं की भारी भीड़


प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद पहली सुबह अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आज वो पहली सुबह है, जब रामभक्त मंदिर में जाकर अपने आराध्य का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। रामलला की पूजा करने और दर्शन करने के लिए श्री राम मंदिर के मुख्य द्वार पर भक्त सुबह तीन बजे से ही बड़ी संख्या में जुटने शुरू हो गए थे। रामलला आज से आम श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। सभी भक्तों के लिए नव्य राम मंदिर के द्वार खुल गए हैं।

सोमवार, 22 जनवरी को शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होते ही रामभक्तों का बरसों का इंतजार खत्म हो गया और आज से हर आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेगा। रामलला के दर्शन सुबह 8 से रात 10 बजे तक होंगे। नए मंदिर में सुबह 3:30 से 4:00 बजे पुजारी मंत्र से रामलला को जगाएंगे, फिर मंगला आरती होगी। 5:30 बजे शृंगार आरती व 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। दोपहर में मध्याह्न भोग आरती होगी। फिर उत्थापन, संध्या आरती व भगवान को सुलाते वक्त शयन आरती होगी। पहला मौका होगा जब रामलला की भोग-सेवा सभी मानक पद्धतियों से होगी। 40 दिन तक रोज रामलला का शेष अभिषेक होगा। 60 दिन तक कलाकार स्वरांजलि देंगे।

बता दें कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा में 7000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। राम मंदिर करोड़ों रामभक्तों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर में भगवान राम की 51 इंच की मूर्ति स्थापित की गई है, जिसे मैसूर के शिल्पकार अरुण योगीराज में तैयार किया है। मूर्ति में भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों, भगवान हनुमान जैसे हिंदू देवताओं और अन्य प्रमुख हिंदू धार्मिक प्रतीकों की नक्काशी भी शामिल है।

सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विशेषःआज भी बरकरार है नेताजी की मौत का रहस्य, क्या गुमनामी बाबा ही थे नेताजी?


क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस और गुमनामी बाबा एक ही शख्स थे? क्या नेताजी ने ही गुमनामी बाबा बनकर अपनी ज़िंदगी के आखिरी वक्त फैजाबाद में गुमनाम ज़िंदगी के तौर पर गुज़ारी थी? ऐसे कई सवाल है जिनपर अभी भी पर्दा पड़ा है, जिनके जवाब आज दशकों बाद भी तलाशे जा रहे हैं।नेताजी की मौत का रहस्य अब भी बरकरार है।

नेताजी को लेकर दावे

क्या नेताजी की मौत 1945 में प्लेन क्रैश में ही हुई थी? इसको लेकर देश विदेश में लगातार खोज चल रही है। कई लोगों का मानना था कि नेताजी जी की मौत प्लेन क्रैश में नहीं हुई। नेताजी गुमनामी बाबा के नाम से यूपी में 1985 तक रह रहे थे। नेताजी पर रिसर्च करने वाले बड़े-बड़े विद्वानों का मानना है कि गुमनामी बाबा ही नेताजी सुभाषचंद्र बोस थे।

ना तो मृत्यु का प्रमाण, ना ही कोई तस्वीर

दरअसल गुमनामी बाबा की मौत से पहले उनकी ज़िंदगी एक तरह से गुमनाम सी ही थी। गुमनामी बाबा बेहद रहस्यमयी तरीके से रहा करते थे।आम लोग उनका चेहरा तक नहीं देख पाते थे। थोड़े-थोड़े वक्त पर किराए का घर बदलते रहते थे।यहां तक कि उनके निजी सेवक भी हर कुछ महीने में बदल जाते थे। यहां तक तो तब भी ठीक था,लेकिन शक और सवाल उठने लगे गुमनामी बाबा की मौत के दो दिन बाद।

गुमनामी बाबा आखिरकार 1983 में फैजाबाद में राम भवन के एक आउट-हाउस में बस गए, जहां कथित तौर पर 16 सितंबर, 1985 को उनका निधन हो गया और 18 सितंबर को दो दिन बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।अजीब बात है, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि वास्तव में उनका निधन हुआ है। शव यात्रा के दौरान कोई मृत्यु प्रमाण पत्र, शव की तस्वीर या उपस्थित लोगों की कोई तस्वीर नहीं है। कोई श्मशान प्रमाण पत्र भी नहीं है।वास्तव में, गुमनामी बाबा के निधन के बारे में लोगों को पता नहीं था, उनके निधन के 42 दिन बाद लोगों को ये पता चला। उनका जीवन और मृत्यु, दोनों रहस्य में डूबा रहा पर कोई नहीं जानता कि क्यों।

विष्णु सहाय आयोग गुमनामी बाब की पहचान नहीं कर सकी

गुमनामी बाबा के विश्वासियों ने 2010 में अदालत का रुख किया था और उच्च न्यायालय ने उनका पक्ष लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार को गुमनामी बाबा की पहचान स्थापित करने का निर्देश दिया गया था। तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद गुमनामी बाबा की जांच रिपोर्ट के लिए जस्टिस विष्णु सहाय आयोग का गठन 2016 में किया। तीन साल बाद जस्टिस विष्णु सहाय आयोग ने अपनी रिपोर्ट यूपी विधानसभा में पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘गुमनामी बाबा’ नेताजी के अनुयायी थे, लेकिन नेताजी नहीं थे। इस रिपोर्ट को यूपी सरकार ने स्वीकार कर लिया है। 

इस रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करते हुए लिखा है, 'आयोग द्वारा गुमनामी बाबा उर्फ भगवान जी की पहचान नहीं की जा सकी। गुमनामी बाबा के बारे में आयोग ने कुछ अनुमान लगाए हैं। जैसे गुमनामी बाबा बंगाली थे, गुमनामी बाबा बंगाली, अंग्रेजी और हिंदी भाषा के जानकार थे। गुमनामी बाबा के राम भवन से बंगाली, अंग्रेजी और हिन्दी में अनेक विषयों की पुस्तकें प्राप्त हुई हैं। गुमनामी बाबा के स्वर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के स्वर जैसा प्राधिकार का भाव था। गुमनामी बाबा नेताजी सुभाषचंद्र बोस के अनुयायी थे। 

गुमनामी बाबा की मौत के बाद उनके नेताजी होने की बात फैली

कहते हैं जब गुमनामी बाबा की मौत के बाद उनके नेताजी होने की बातें फैलने लगीं तो नेताजी की भतीजी ललिता बोस कोलकाता से फैजाबाद आईं। फरवरी 1986 में, नेताजी की भतीजी ललिता बोस गुमनामी बाबा के कमरे में मिली वस्तुओं की पहचान करने के लिए फैजाबाद आई। पहली नजर में, वह अभिभूत हो गईं और यहां तक कि उन्होंने नेताजी के परिवार की कुछ वस्तुओं की पहचान की।

जो सामान गुमनामी बाबा के पास से मिला था।उसमें कोलकाता में हर साल 23 जनवरी को मनाए जाने वाले नेताजी के जन्मोत्सव की तस्वीरें थी।लीला रॉय की मौत पर हुई शोक सभाओं की तस्वीरें थी। नेताजी की तरह के दर्जनों गोल चश्मे थे। 555 सिगरेट और विदेशी शराब थी। सुभाष चंद्र बोस के माता-पिता और परिवार की निजी तस्वीरें भी थी। एक रोलेक्स की जेब घड़ी थी और आज़ाद हिंद फ़ौज की एक यूनिफॉर्म थी।सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु की जांच के लिए बने शाहनवाज़ और खोसला आयोग की रिपोर्टें,सैकड़ों टेलीग्राम और पत्र आदि जिन्हें भगवनजी के नाम पर संबोधित किया गया था।

मुखर्जी आयोग भी रहा नाकाम

यही नहीं हाथ से बने हुए उस जगह के नक़्शे भी बरामद हुए थे, जहां नेताजी का विमान क्रैश हुआ था। गुमनामी बाबा की मौत के बाद सामान के साथ कुछ ऐसी बातें भी बाहर आईं जिनको लेकर लोगों को यकीन सा होने लगा था कि गुमनामी बाबा ही नेता जी थे। इसके बाद गुमनामी बाबा के ही नेताजी होने की जांच के लिए कई जगह प्रदर्शन हुए।इस मामले की जांच के लिए मुखर्जी आयोग का गठन किया गया। हालांकि ये साबित नहीं हो पाया कि गुमनामी बाबा ही नेता जी थे।

दिल की सेहत का रखना चाहते है ख्याल तो अपने डायट में शामिल करे ये चार चीजे


आज कल के बेतरतीब जीवनशैली में हार्ट की बीमारी आम हो गई है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगो को बस काम की चिंता होती है, काम के प्रेशर के कारण लोग अपनी सेहत को नजर अंदाज कर देते है। अपने खान पान का ठीक से ख्याल नहीं रखते। जिस कारण कम आयु के युवा वर्ग को भी हार्ट अटैक,हार्ट फेल का खतरा बढ़ गया हैं।

दिल को हेल्दी रखने के लिए वर्कआउट के साथ-साथ सही डाइट का भी अहम रोल होता है. हेल्दी डाइट शरीर को मजबूत बनाने के साथ-साथ रोगों से लड़ने की क्षमता देता है।

रिसर्च के मुताबिक जो लोग हेल्दी डाइट फॉलो करते हैं, उनमें दिल की बीमारियों का खतरा 31 फीसदी तक कम होता है.आइए जानते है,दिल की सेहत को स्वस्थ रखने के लिए कौन-कौन से फूड खाने चाहिए।

अखरोट

अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है. ये हमारे शरीर का कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है. रोजाना अखरोट खाने से धमनियों की सूजन को कम किया जा सकता है. अखरोट के हेल्दी फैट्स से दिल भी स्वस्थ रहता है.

संतरा

हाई ब्लड प्रेशर भी दिल की बीमारियों का संकेत हो सकता है. हाई बीपी की शिकायत रहने पर संतरा काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें विटामिन सी के अलावा पेक्टिन फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसे नियमित खाने से हाई बीपी की समस्या भी दूर रहती है.

अलसी

अलसी भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. अलसी को डाइट में शामिल करने ब्लड का फ्लो ठीक रहता है. बॉडी में फाइबर और फाइटोकेमिकल्स की कमी को पूरा करने वाली अलसी को भून कर और दूसरी रेसिपीज में एड करके खा सकते हैं.

हरे रंग की सब्जियां

हरे रंग की सब्जियों में विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके अलावा, इनमें नाइट्रेट भी पाया जाता है. दिल को स्वस्थ रखने के लिए पालक, बीन्स, सरसों का सार और मेथी को डाइट में शामिल करना चाहिए. इन्हें खाने से शरीर में आयरन की कमी भी दूर होती है. हरी सब्जियां खाने से ऑक्सीजन रिच ब्लड आपके हार्ट तक आसानी से पहुंच पाता है।

गिरिडीह में असमाजिक तत्वों ने की पत्थरबाजी,अभी है मामला शांत


गिरिडीह:अयोध्या में आयोजित श्रीराम जन्मभूमि में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर गिरिडीह जिले में सारे इलाके में जुलूस व कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।इसी दौरान गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में असमाजिक तत्व के पत्थरबाजी एक व्यक्ति घायल होने की सूचना है।

बताया जाता है कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के केवट टोला पुरना नगर में मौके पर निकली शोभा यात्रा पर असमाजिक तत्व ने पत्थर फेंका ।

जिससे पत्थरबाजी की इस घटना में में कुछ लोग को चोट लगी जिसके बाद घायलों को इलाज हेतु सदर अस्पताल में गिरिडीह में दाखिल कराया गया।वहीं गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को रेफर कर दिया गया।

इसके साथ ही नगर थाना क्षेत्र आजाद नगर में आरएसएस (संघ)के प्रचारक रोहित कुमार नामक व्यक्ति के ऊपर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया।जिसमें वे घायल हो गए।

गिरिडीह में क्या शहर,क्या गांव;नक्सल प्रभावित इलाकों में भी जय श्रीराम के साथ राममय हुआ पूरा जिला


गिरिडीह:सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विधिवत रूप से अयोध्या के श्रीराम मंदिर में पूजा अर्चना कर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान किया गया। वहीं गिरिडीह जिले के विभिन्न मंदिरों में पूजन व हवन के साथ साथ भंडारे का आयोजन किया गया। 

इस दौरान सनातन प्रेमियों ने अपने अपने घरों में भी विधिवत् रूप से भगवान राम की पूजा अर्चना की। वहीं शाम को दीप प्रज्वलित करने के साथ ही जमकर आतिशबाजी करते हुए लोगों ने उत्सव मनाया।

शहर के बड़ा चौक स्थित श्रीराम जानकी महावीर मंदिर में आयोजित भगवान श्रीराम नव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जारी अनुष्ठान के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित करने के बाद हवन को पूर्णाहुति दी गई। जिसमें मुख्यमुख्य यजमान अजय साहू के साथ ही सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, मुकेश जालान, बिनोद केशरी, दीपक यादव, किशन अग्रवाल, रोहित जालान, टिंकू भदानी, पवन सिंह, अनमोल शर्मा सहित कई लोग शामिल हुए और श्रद्धा भाव से हवन करते हुए पूर्णाहुति दी। हवन के पश्चात मंदिर का पट खुलते ही भगवान श्री राम का दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।

मौके पर राम भक्तों ने श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना करने के साथ ही भगवान को भोग भी लगाया। इस दौरान भक्तों के बीच भंडारे का प्रसाद का वितरण किया गया। प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी।

गिरिडीह शहर के टावर चौक स्थित हनुमान मंदिर,शिव महावीर मंदिर, बरगंडा स्थित श्री विश्वनाथ मंदिर,पचंबा गढ़ मुहल्ला स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडप,अरगाघाट सार्वजनिक काली मंडा, शास्त्रीनगर स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंडा, पूराना जेल परिसर स्थित दुर्गा मंडप,पेसरागढ़ा हनुमान मंदिर,चेताडीह, बरवाडीह स्थित हनुमान मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में पूजन व हवन का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना की। अनुष्ठान के बाद करीब करीब सभी मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें भक्तों ने शामिल होकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।

इधर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर डुमरी प्रखण्ड में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा अपनी प्रसन्नता जाहिर किया।भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे।इधर युवा सामाजिक कार्यकर्ताओ ने मिठाई का वितरण किया।

आज सुबह से ही प्रखंड के सभी मंदिरों में श्रीराम स्तुति व मंगल पाठ किए गए।महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं की मंदिरो में भीड़ उमड़ पड़ी।घरों में सुंदर आकर्षक रंगोली बनाए।भंडारा का भी आयोजन किया।इधर लक्ष्मणटुंडा के तेलियाडीह,गट्टीगढ़ाचैनपुर, रोशनाटुंडा,ससारखो, पोरदाग,निमियाघाट,चरकीटोंगरी आदि स्थानों में स्थित हनुमान मंदिरो में भजन कीर्तन व पूजन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया।

 

गावां प्रखण्ड में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर कई जगह लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा अपनी प्रसन्नता जाहिर किया। गावां में शुभ लाभ इंटरप्राइजेज के संदीप वर्णवाल द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे। 

इधर युवा सामाजिक कार्यकर्ता जीतू सिंह ने गावां बाजार में मिठाई का वितरण किया।इस अवसर पर गावां,बादीडीह,बिरने, सेरुआ,पटना,पिहरा सहित कई पंचायतों में भव्य झांकी निकाली गई।

प्रखंड के सभी मंदिरों में श्री राम स्तुति व मंगल पाठ किए गए।कालीमंडा में भव्य रंगोली बनाया गया। इसके साथ ही भंडारा का भी आयोजन किया।हनुमान मंदिर भजन कीर्तन व पूजन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया।

वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र पीरटांड़ प्रखंड के विभिन्न पंचायतो में भव्य शोभायात्रा निकली गई। प्रखंड के मधुबन,चरकी,पालगंज, खुखरा,हरलाडीह,मंडरो, कुम्हरलालो, नावाडीह, बिसनपुर सहित कई गाँवो में अखण्ड रामायण एवं सुंद्रकांड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो श्रद्धालुओं ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। वहीं पालगंज स्थित श्री बंशीधर मंदिर और राम मंदिर में सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया गया। पालगंज स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में पंचमुखी हनुमान जी एवं गरुड़ जी की प्रतिमा विराजमान किया गया। मधुबन स्थित थाना परिसर में बने हनुमान् मंदिर का भी आज विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर स्थापित किया गया।

जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ उमाकांतानंद सरस्वती ने कहा,ना दुश्मनों की निन्दा और गुनी से बैर ठीक नही


रांची: हरिद्वार धाम से पधारे श्री श्री 1008 जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ उमाकांतानंद सरस्वती जी महाराज के पावन सानिध्य में अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर झारखंड की राजधानी रांची के हरमू मैदान में श्री राम कथा का आयोजन किया गया. 

स्वामी उमाकांतानंद जी महाराज ने देवराज के पुत्र जयंत व नारद जी के वृतांत पर चर्चा कर कथा के मर्मज्ञ को समझाया. उन्होंने कहा कि दुश्मन की निंदा कभी नहीं करें और गुणी व्यक्ति से बैर नहीं करें. प्रवक्ता प्रमोद सारस्वत ने बताया कि 22 जनवरी को हरमू मैदान में हवन व भंडारा का आयोजन किया गया है.

अयोध्या धाम में श्रीरामललाजी की प्राण प्रतिष्ठा की पावन बेला में आज झारखंड के 51 हजार मंदिरों में हो रही है पूजा

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रांची: श्रीरामजन्मभूमि अयोध्या धाम में श्रीरामललाजी की प्राण प्रतिष्ठा की पावन बेला में रांची सहित पूरे प्रदेश में 51000 मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान, महाआरती, महाप्रसाद वितरण एवं दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा. 

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ बिरेन्द्र साहु ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठान के लिए सुबह 11 बजे रांची में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव निवारणपुर तपोवन मंदिर, प्रांत उपाध्यक्ष चंद्रकांत रायपत धुर्वा श्री जगन्नाथ मंदिर, प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह हिनू चौक हनुमान मंदिर, प्रांत उपाध्यक्ष सुनील गुप्ता मेडिकल चौक दुर्गा मंदिर, प्रांत मंत्री डॉ बिरेन्द्र साहु बड़ागांई चौक श्री हनुमान मंदिर, प्रांत सहमंत्री रंगनाथ महतो इटकी रोड शिव मंदिर, प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख मिथिलेश्वर मिश्र हटिया चौक हनुमान मंदिर, प्रचार प्रसार प्रांत सहप्रमुख प्रकाश रंजन चुटिया श्री राम मंदिर, गोरक्षा प्रांत उपाध्यक्ष गिरजा शंकर पांडेय कांके चौक हनुमान मंदिर, रांची विभाग मंत्री किशुन झा साकेत नगर हिनू हनुमान मंदिर, बजरंग दल के पूर्व प्रांत संयोजक राजकिशोर बरियातू स्टॉफ क्वार्टर शिव मंदिर, बजरंग दल रांची विभाग संयोजक प्रिंस आजमनी मेन रोड संकट मोचन मंदिर, रांची विभाग सेवा प्रमुख रवि शंकर राय विहिप कार्यालय दुर्गा मंदिर, रांची महानगर अध्यक्ष कैलाश केसरी चुटिया राम मंदिर,रांची महानगर मंत्री हिनू शिवपुरी महादेव मंदिर, महानगर उपाध्यक्ष गोपाल पारीक चैती दुर्गा पूजा मंदिर भुतहा तालाब, महानगर उपाध्यक्षा डॉ ज्योतिका श्रीवास्तव लालपुर चौक मंदिर, बजरंग दल रांची महानगर संयोजक अंकित सिंह तुपुदाना हनुमान मंदिर, बजरंग दल रांची महानगर सहसंयोजक दीपक साहु बड़ागांई श्री श्री पंचदेव मंदिर सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार के सभी अनुषांगिक संगठनों, धार्मिक संगठनों, सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्र के मंदिरों में उपस्थित रहेंगे. 

बड़गाईं चौक के श्री हनुमान मंदिर में प्रातः 8 बजे पूजन-अर्चन करके सुंदरकांड का पाठ प्रारंभ करेंगे. 11 बड़गाईं श्री पंचदेव मंदिर, 11:45 बजे बड़ा तालाब दुर्गा मंदिर, एवं 12:30 बजे महावीर चौक स्थित हनुमान मंदिर सहित अन्य मंदिरों के कार्यक्रम में शामिल होंगे.

गिरिडीह:श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा को ले उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने किया क्षेत्र भ्रमण,दिए आवश्यक दिशा निर्देश


गिरिडीह: श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा (अयोध्या) को लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री नमन प्रियेश लकड़ा एवं पुलिस अधीक्षक श्री दीपक शर्मा ने जिले के पचंबा, टाउन, मुफ्फसिल, जमुआ, पीरटांड़, मधुबन, डुमरी, निमियाघाट, बगोदर, सरिया एवं बिरनी का आज देर शाम क्षेत्र भ्रमण कर विधि-व्यवस्था का जायजा लिया।

क्षेत्र भ्रमण के दौरान विभिन्न थानों में संबंधित एसडीओ,एसडीपीओ, बीडीओ,सीओ एवं थाना प्रभारी के साथ बैठक कर उनको ब्रीफिंग की गई। साथ ही उन्हें सतर्कतापूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन करने को कहा गया।

इसके साथ ही उनके द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से असामाजिक तत्वों का नाम-पता और मोबाइल नम्बर संकलित करते हुए पर्यवेक्षण/अनुश्रवण करने, किसी भी तरह के भड़काउ गीत, भाषण आदि पर रोक लगाने एवं उन पर कार्रवाई करने, संवेदनशील स्थानों पर दण्डाधिकारी / पुलिस सशस्त्र बल एवं लाठी पार्टी की प्रतिनियुक्ति करने, वाट्सएप फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया पर गलत भ्रामक एवं अफवाहों पर पैनी निगाह रखने,भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने, संवेदनशील स्थानों एवं शोभा यात्रा/झांकी/जुलूसों की निगरानी सी.सी.टी.वी. एवं ड्रोन कैमरा से करने, दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों द्वारा गश्ती कार्य आदि करने का निर्देश दिया गया।

आम लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सभी लोग आपसी भाईचारा के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में श्री राम प्राण प्रतिष्ठा को त्योहार के रूप में मनाए। किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। वहीं अफवाहों को फैलाने वाले लोगों की जानकारी अपने निकटतम थाने को दें। किसी भी क्षेत्र में अगर किसी प्रकार की घटना होती है तो इसकी जानकारी तुरंत संबंधित नियंत्रण कक्ष/पुलिस/प्रशासनिक पदाधिकारी को दें।

गिरिडीह:श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा (अयोध्या) को लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी व एसपी ने जारी किए संयुक्त आदेश

गिरिडीह:श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा (अयोध्या) को लेकर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री नमन प्रियेश लकड़ा एवं पुलिस अधीक्षक श्री दीपक शर्मा ने संयुक्त आदेश जारी किया है। जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि

दिनांक-22.01.2024 को अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में श्री राम मंदिर का भव्य उद्घाटन कार्यक्रम निर्धारित है। इस कार्यक्रम के साथ-साथ गिरिडीह जिलान्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों में दिनांक- 23.01.2024 तक अक्षत वितरण,श्री राम जानकी प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव, कलश यात्रा कार्यक्रम, विभिन्न धार्मिक संगठनों द्वारा नगर भ्रमण कार्यक्रम (जुलूस की शक्ल में), महाआरती, भंडारा एवं विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजन होने की सूचना है।

दिए गए ये निर्देश :-

जिला स्तर एवं अनुमण्डल स्तर पर नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है, जो दिनांक 23.01.2024 के अपराह्न एवं आवश्यकतानुसार कार्यक्रम समाप्ति तक कार्यरत रहेगा। जिला नियंत्रण कक्ष एवं अनुमण्डलीय नियंत्रण कक्ष का स्थान एवं दूरभाष संख्या निम्न प्रकार है - जिला नियंत्रण कक्ष 06532- 228829 ( नियंत्रण कक्ष ), खोरीमहुआ, 9939969111(अनुमंडल कार्यालय ),डुमरी - 7992455575( अनुमंडल कार्यालय ),बगोदर - सरिया -9473435905(अनुमंडल कार्यालय ) ।

जिला नियंत्रण कक्ष में श्री आलोक कुमार, निदेशक, डीआरडी, गिरिडीह तथा पु०नि० एडुवेल गेस्टेन बागे, साईबर थाना, गिरिडीह रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय दण्डाधिकारी द्वारा सभी अनुमण्डलीय नियंत्रण कक्ष से खैरियत प्रतिवेदन प्राप्त कर जिला का समेकित खैरियत प्रतिवेदन उपायुक्त, गिरिडीह एवं पुलिस अधीक्षक, गिरिडीह को प्रतिदिन दो-दो घंटे पर उपलब्ध कराया जायेगा।

सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, गिरिडीह जिला एवं सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/पुलिस उपाधीक्षक, गिरिडीह अपने-अपने क्षेत्र में विधि-व्यवस्था संधारण हेतु वरीय प्रभार में रहेंगे।

सभी अंचल पुलिस निरीक्षक,गिरिडीह अपने संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/पुलिस उपाधीक्षक के निर्देशानुसार विधि-व्यवस्था संधारण में कार्य करेंगे।सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में सभी संवेदनशील स्थानों पर चौकीदार/पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करेंगे।

साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से असामाजिक तत्वों का नाम-पता और मोबाइल नम्बर संकलित करते हुए पर्यवेक्षण/अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे।

डीजे मालिकों के साथ बैठक करते हुए बॉण्ड / शपथ पत्र भरवाते हुए निदेशित किया जाना है कि किसी भी तरह के भड़काउ गीत, भाषण एवं सी.डी. चलाना प्रतिबंध रहेगा। नियम के विरूद्ध जाने पर विधि-सम्मत् कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सभी संवेदनशील स्थानों पर दण्डाधिकारी / पुलिस सशस्त्र बल एवं लाठी पार्टी की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

सभी अनुमण्डल पदाधिकारी के साथ अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, गिरिडीह जिले में विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु उत्तरदायी होंगे।

प्रायः यह भी पाया जाता है कि पर्व-त्यौहार के अवसर पर वाट्सएप, फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया पर गलत भ्रामक एवं अफवाह फैलाये जाते हैं, जो कभी-कभी भयावह रूप ले लेता है। अतः सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेषित समाचारों पर पैनी निगाह रखना जरूरी है। साथ ही सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सोशल मीडिया एडमिन एवं लोकल मीडिया कर्मियों से इस संबंध में ब्रीफिंग कर लेंगे। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी / सभी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी/प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी सोशल मीडिया एवं लोकल मोबाईल मीडिया पर कड़ी नजर रखेंगे। भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।

शोभा यात्रा/झांकी/जुलूसों के मार्ग का सत्यापन कर लिया जाय एवं अग्रतर विधि सम्मत् कार्रवाई की जाय। साथ ही ऐसे जुलूसों में शामिल होने वाले लोगो की संख्या का आकलन कर लिया जाय ताकि विधि-व्यवस्था संधारण में सुगमता हो। इस कार्य हेतु विभिन्न संगठनों के पदधारियों के नाम, पता एवं मोबाईल नं० की सूची संधारण कर लेना श्रेयस्कर होगा।

संवेदनशील स्थानों एवं शोभा यात्रा/झांकी/जुलूसों की निगरानी सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरा से किया जाय।

सिविल सर्जन, गिरिडीह को निदेश दिया गया है कि सभी रेफरल अस्पताल / सभी प्रखण्ड स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्र / स्वास्थ्य उप केन्द्र एवं जिला स्थित सदर अस्पताल में डाक्टर,नर्स एवं अन्य चिकित्सीय कर्मी की उपलब्धत्ता सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही यथोचित मात्रा में दवा भी संबंधित अस्पतालों में उपलब्ध करायेंगे तथा जिला नियंत्रण कक्ष एवं अनुमण्डल स्तरीय नियंत्रण कक्ष में आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बूलेंस की व्यवस्था करेंगे।

जिन दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति गिरिडीह शहर में गश्ती कार्य एवं जिला नियंत्रण कक्ष में सुरक्षित दण्डाधिकारी के रूप में की गयी है, उन्हें निदेश दिया गया है कि वे समय पर जिला नियंत्रण कक्ष में अपना योगदान देंगे। किसी तरह से विधि-व्यवस्था भंग होने की सूचना प्राप्त होने पर स्वयं स्तर से त्वरित कार्रवाई करते हुए तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष एवं वरीय पदाधिकारियों को सूचित करेंगे।

किसी प्रकार के तनाव की स्थिति उत्पन्न होने पर संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी द्वारा धारा 144/107 सीआरपीसी द्वारा निरोधात्मक कार्रवाई की जाय एवं शांति भंग करने वालों पर दण्डात्मक कार्रवाई की जाय। साथ ही पूर्व में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वाले लोगों को चिन्हित किया जाय एवं उसपर कड़ी नजर रखी जाय।

विधि-व्यवस्था के दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्रों में विगत वर्षों के अनुभव के आधार पर यह पाया गया है कि ऐसे जुलूसों में शरारती तत्वों द्वारा विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न कर दिया जाता है। ऐसे में जुलूसों का सतत् पर्यवेक्षण एवं आवश्यकतानुसार विडियोग्राफी कराये।

साम्प्रदायिक तत्वों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने तथा विधि-व्यवस्था कायम रखने हेतु सूक्ष्म पर्यवेक्षण की आवश्यकता है। अतः इस अवसर पर साम्प्रदायिक सद्भावना बनाये रखने के लिए सभी आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रतिबंधित जानवरों का आवागमन पर विशेष निगरानी रखेंगे एवं उसकी सघन जाँच तथा यातायात नियमों का सख्ती से पालन करेंगे।पुलिस पदाधिकारी का कर्तव्य है कि सम्पूर्ण थाना क्षेत्र में निगरानी रखें और यदि किसी स्थान से विधि-व्यवस्था भंग होने की सूचना प्राप्त हो तो तुरंत उस पर नियंत्रण पाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।

सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी / थाना प्रभारी नियमित रूप से संयुक्त खैरियत प्रतिवेदन जिला नियंत्रण कक्ष को भेजेंगे।

अधिष्ठान अग्निशाम पदाधिकारी, गिरिडीह को निर्देश दिया गया है कि सभी स्थाई / अस्थाई नियंत्रण कक्ष के पास अग्निशामक सेवा की वाहन प्रतिनियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे।सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी शहरी अथवा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में प्रवेश करने वाले वाहनों को उपर्युक्त स्थान पर सुव्यवस्थित ढंग से लगवाना सुनिश्चित करायेंगे। ताकि यातायात बाधित न होने पायें। साथ ही सुचारू यातायात व्यवस्था के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

परिचारी प्रवर 10 जवानों को यातायात डियूटी हेतु प्रतिनियुक्ति करेंगे। यातायात प्रभारी गिरिडीह शहर के पदम चौक, बड़ा चौक, कसाई मुहल्ला, पुलिस अधीक्षक निवास मोड़ (तीन मुहान), नटराज चौक, टावर चौक, बस पड़ाव गाँधी चौक, तिरंगा चौक, पुलिस लाईन मोड़ पर एवं अन्य प्रमुख स्थानों पर यातायात पुलिस को प्रतिनियुक्त कर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाये रखेंगे।नगर थानान्तर्गत विधि-व्यवस्था को देखते हुए श्री संदीप सुमन, पुलिस उपाधीक्षक, साईबर, गिरिडीह को उक्त कार्यक्रम के शांतिपूर्ण समापन होने तक के लिए नगर थाना में कैम्प करने हेतू निर्देश दिया गया है।अन्य संवेदनशील स्थानों पर संबधित थाना प्रभारी अपने-अपने थाना से चौकीदार की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।

गिरिडीह:वन विभाग ने ढीबरा लदे एक ट्रक को किया जब्त

गिरिडीह:वन विभाग की टीम ने बीती रात तिसरी से गिरिडीह जा रहे ढीबरा लदे एक ट्रक को जब्त किया।इस दौरान ट्रक के चालक को भी गिरफ्तार किया गया।

जानकारी देते हुए गावां वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि तिसरी वन प्रक्षेत्र से ट्रक में ढिबरा का अवैध परिवहन गिरिडीह के लिए किए जाने की गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना के आधार पर कार्यवाई करते हुए उक्त ट्रक को मंडरो के समीप जब्त किया गया। इस दौरान ट्रक के चालक को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान ट्रक चालक द्वारा ट्रक में तिसरी निवासी सिकंदर का ढीबरा होने की बात सामने आई।

पूरे मामले की जांच की जा रही है। वन विभाग के मुताबिक जो भी लोग इस अवैध उत्खनन एवं परिवहन में संलिप्त होंगे, उन सभी के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कार्यवाई की जायेगी।