मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष धनीराम श्रमिक का हुआ भव्य स्वागत

कानपुर।समाजवादी मजदूर सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता के नेतृत्व में उन्नाव बाईपास पर प्रदेश अध्यक्ष मजदूर सभा धनीराम श्रमिक का भव्य स्वागत किया स्वागत में प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता अपने मजदूर साथियों के साथ फूलों का हार,सर पर पगड़ी, गले में फूलों की माला एवं शाल ओढ़या साथ में डॉक्टर लोहिया की साहित्य भेंट कर उनका सम्मान किया।

सम्मान के उपरांत प्रदेश अध्यक्ष धनीराम श्रमिक ने सम्बोधित करते हुए कहा 2024 के लक्ष्य को देखते हुए समाजवादी मजदूर सभा के कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर से मजबूती करते हुए लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतने का कार्य करें।

ताकि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की केन्द्र में भागीदारी सुनिश्चित हो।साथी सम्मान कर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कानपुर के कार्यक्रम हेतु रवाना हुए। समाजवादी मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष धनीराम श्रमिक के स्वागत में नितिन गुप्ता, अशोक गुप्ता, शुभम् गुप्ता, जितेन्द्र कटियार, हरिओम पांडे, विवेक यादव, इम्तियाज रसूल कुरैशी, मोहम्मद मुर्तजा, राजीव अवस्थी, कार्तिकेय गुप्ता, शिवम् गुप्ता,खिल्लू मिश्रा, सहित सैकड़ों समाजवादी मौजूद थे।

मलिक विजय कपूर बनें नानचाकू एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष

कानपुर। आर्य नगर स्थित गैजेस क्लब में कोपा स्टेट चेयरमैन मलिक अजय कपूर को कानपुर के आर्य नगर स्थित गैजेस क्लब में नानचाकू एसोसिएशन आफ इण्डिया के पदाधिकारियों की उपस्थित में अध्यक्ष पद का कार्यभार प्रदान कर भव्य स्वागत किया गया ।

इस अवसर पर एसोसिएशन के चेयरमैन डा० रोहित सक्सेना ने मलिक विजय कपूर को बुके देकर सम्मानित किया और कहा कि आप के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में नानचाकू खेल भारत वर्ष में नये आयाम स्थापित करेगा एवं वर्ष 2024 में नीदरलैण्ड में आयोजित होने वाली नानचाकू चैम्पियनशिप को

ध्यान में रखते हुए खिलाडियों की हर सम्भव मदद करने का

आश्वासन दिया और कहा कि खिलाडियों को किसी भी प्रकार

का अभाव महसूस नही होने दिया जायेगा।

इस अवसर पर नव निर्वाचित अध्यक्ष मलिक विजय कपूर ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का खेल उसकी घरेलू और आर्थिक परिस्थितियों के अभाव के कारण प्रभावित नही होने दिया जायेगा उनकी हर

प्रकार से मदद कर प्रोत्साहित किया जायेगा।

इस अवसर पर

नानचाकू एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के जनरल सेक्रेटरी

बाबुल वर्मा ने सम्पूर्ण भारत में नानचाकू की बारीकियों के बारेमें निःशुल्क प्रशिक्षण देकर देश के शहरों से ग्रामीण स्तर तक खेल को आगे बढाया जायेगा उन्होने बताया कि नानचाकू एसोसिएशन ऑफ इण्डिया वर्ल्ड नानचाकू एसोसिएशन से भारत में मान्यता प्राप्त एक मात्र एसोसिएशन है।

इस मौके पर अजय वैश्य, सेकेटैरी योगेन्द्र शर्मा, उ०प्र० कोषाध्यक्ष शालिनी गुप्ता, यू०एस० गौतम, रविकान्त उत्तम विधिक सलाहाकार,सिद्वार्थ, जगदीश नारायण, मीडिया कोआडिनेटर विजय कुशवाहा, श्री संजय कुमार, सोनू वर्मा, निवराज कुमार, आशुतोष गुप्ता, श्री कैलाश वर्मा, जगत बाबू शर्मा, पुष्पा जायसवाल, सहित अनेकों नानचाकू के खिलाड़ी एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित रहे एवं मलिक विजय कपूर को अपने बीच अध्यक्ष के रूप में मार्गदर्शक प्राप्त होने पर हर्ष व्यक्त किया।

सपा के प्रथम पूर्व नगर अध्यक्ष स्वर्गीय श्याम लाल गुप्ता की 78वीं जयंती मनाई गई

कानपुर। सपा कानपुर नगर ग्रामीण के तत्वाधान में लोकतंत्र सेनानी समाजवादी चिंतक व सपा के प्रथम पूर्व नगर अध्यक्ष स्वर्गीय श्यामलाल गुप्ता की 78वीं जयंती पर ग्रामीण कार्यालय नवीन मार्केट में जिला अध्यक्ष के निर्देश पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ।

विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने स्वर्गीय श्याम लाल गुप्ता के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, लोकबंधु राज नारायण को अपना आदर्श मानते हुए श्यामलाल ने कानपुर की धरती पर खेतिहर, मजदूर, गरीबों, मजलूमों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते हुए उनके अधिकारों को दिलाने का कार्य किया। वरिष्ठ समाजवादी नेता ने कहा बिहार की धरती पर केंद्र सरकार के खिलाफ छात्रों व जन समस्याओं को लेकर जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन चल रहा था तो कानपुर के नवाबगंज आजाद नगर के एसडी कॉलेज के छात्रों एवं जन समस्याओं के आंदोलन के अगुवाई स्वर्गीय श्यामलाल गुप्ता कर रहे थे।

जिससे केंद्र की सरकार घबरा गई और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को तत्काल प्रभाव से आपातकाल लगा दिया और कानपुर धरती में सबसे पहले गिरफ्तार कर श्याम लाल गुप्ता को जेल में डालकर बड़ी से बड़ी यात्राएं देने का काम किया। लेकिन वह अपने सिद्धांतों से पीछे नहीं हटे और उसी तरह सक्रिय भूमिका निभाते हुए समाजवादी विचारधारा में चलते रहे और 1991 में समाजवादी जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष बने दिनांक 5 अक्टूबर 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना हुई।

राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पुनः श्यामलाल गुप्ता को नगर अध्यक्ष बना कर कानपुर की कमान सौंपने का काम किया। अध्यक्ष बनते ही व्यापार मंडल के दो फाड़ करके ही सपा से जोड़ने का कार्य किया एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथों को मजबूत करते हुए समाजवादी पार्टी का परचम लहराने का काम किया। गोष्ठी का संचालन मजदूर सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने किया। बैठक में मुख्य रूप से इम्तियाज रसूल कुरैशी, सोमेन्द्र शर्मा,डा रमेश कुशवाहा, सुनील मांझी, अरविंद यादव, नितिन गुप्ता, मुहम्मद मुर्तजा,नसीम रजा,अनिल सोनकर, मोहम्मद असलम, राजीव अवस्थी आदि उपस्थित थे।

अवैध खनन की सूचना डीएम व एसडीएम को देना पड़ा भारी

कानपुर। घाटमपुर थाना व तहसील ग्राम गढोलामऊ निवासी हनुमान सिंह के खेत में ग्राम प्रधान शंकर दयाल व ठेकेदार सोनू बिना नम्बर की जेसीबी व डंफर के साथ अवैध खनन कर रहे थे।

जिसकी सूचना पर अपने खेत आराजी न० 757 व 758 - द पर पहुंचे व इसकी सूचना जिलाधिकारी,अपर जिलाधिकारी व प्रभारी अधिकारी खनिज को दी इसके बाद सूचना पर पहुंची दो सिपाहियों ने ग्राम प्रधान से साठ गांठ करके बिना कार्यवाही के छोड़ दिया।

जब किसान ने लेखपाल को सूचित किया तो उसने कहा तुमने डीएम व एसडीएम को सूचना क्यों दी। उसने साक्ष्यों की जांच किये बगैर किसान हनुमान सिंह पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगा दिया।

जिसके विरुद्ध किसान ने एक पंजीकृत डाक से ग्राम प्रधान शंकर दयाल, ठेकेदार सोनू कुमार व प्रशासन को ग़लत रिपोर्ट देने वाले लेखपाल लक्ष्मण प्रसाद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने व अवैध खनन का मुआवजा दिलाने की अपील की है।

सर्दियों में बेमौसम बारिश, कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों हेतु जारी की एडवाइजरी

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान ने बेमौसम हो रही बारिश में किसानो हेतु एडवाइजरी जारी की है।

डॉक्टर खान ने बताया कि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 48 घंटे तक बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। तथा ठंडी हवाएं सिहरन पैदा करती रहेगी, उन्होंने बताया कि हल्की बूंदाबांदी के भी आसार हैं।डॉक्टर खलील खान ने बताया कि गेहूं की फसल जिसका जमाव हो चुका है उसके लिए वर्षा लाभकारी है उन्होंने कहा कि यदि मौसम 2 से 3 दिन तक ऐसे ही रहा तो आलू फसल में झुलसा रोग लगने की प्रबल संभावना है।

डॉक्टर खान ने बताया कि वैसे ये वर्षा खाद्यान्न,तिलहन, दलहन तथा सब्जी फसलों के लिए फायदेमंद है लेकिन तोरिया की फसल में फूल झड़ सकता है।उन्होंने किसान भाइयों को सलाह दी है कि वे जिन खेतों में फसलें हैं उनमें पानी न जमा होने दें,जल निकासी की तुरंत व्यवस्था करें, यदि खेत में पानी जम गया तो फसलों को नुकसान हो सकता है।

डी जी कॉलेज में मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए लगाया गया कैंप

कानपुर। डी जी कॉलेज में इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा कार्यक्रम अधिकारी डॉ संगीता सिरोही के निर्देशन में मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए बी एल ओ के द्वारा एक कैंप लगाया गया। जिसमें 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके 100 से अधिक छात्राओं ने अपना नामांकन करवाया ताकि आगामी चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।

सर्दी ऋतु में पपीते की फसल का प्रबंधन

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के उद्यान वैज्ञानिक डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पपीते की फसल का प्रबंधन नितांत आवश्यक है।उन्होंने बताया कि पपीते के पौधों की रोपाई जुलाई-अगस्त के महीने में संपन्न हो जाती है।

किसान भाइयों को ऐसी फसल की समसामयिक देखभाल करना आवश्यक है। यदि पौधों पर मिट्टी न चढ़ाई गई हो तो तत्काल शेष पोषक तत्व नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश, सूचम पोषक तत्व 40 :50: 50 :10 ग्राम प्रति पौधा गुड़ाई करके दे दें।

उद्यान वैज्ञानिक डॉक्टर सिंह ने बताया कि आने वाले सर्दियों के मौसम में पपीते के खेत में पर्याप्त नमी बनाए रखें क्योंकि पौधों की बड़वार काफी होती है साथ ही पौधों पर लगे हुए फलों की तेजी से वृद्धि भी होती है। उन्होंने बताया कि सर्दियों के मौसम में वैसे तो बीमारियां पौध गलन कम प्रभाव होता है किंतु आवश्यकता से अधिक पानी लग जाने से पपीते के पौधों की जड़ों पर गलने की बीमारी का प्रकोप तेजी से होता है।यदि रोकथाम न की जाए तो यह बीमारी सिंचाई के पानी के साथ और ज्यादा विकराल रूप धारण कर लेती है।

इस गलन की बीमारी से बचाव हेतु कॉपर ऑक्सिक्लोराइड दवा 25 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में घोलकर तने के आसपास अच्छी तरीके से तर कर देना चाहिए। यदि बीमारी दोबारा आए तो इसी दवा को फिर से प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि पपीते की खेती में ड्रिप सिंचाई पद्धति का प्रयोग करने से पानी की काफी बचत होती है।

साथ ही फलों का विकास भी अच्छी तरह से होता है उन्होंने यह भी बताया कि पपीते की फसल को ठंडक से बचाव हेतु उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बाड़ लगाने का कार्य पूर्ण कर लेना चाहिए जिससे पौधों पर विपरीत मौसम का प्रभाव न पड़े।

उन्होंने ने कहा कि फलों की पूर्ण विकास के लगभग 50 से 60 दिनों बाद इनके पकने की प्रक्रिया प्रारंभ होने लगती है दूर के बाजार में फसल बेचने के लिए फलों की रंग की अवस्था पर ही तोड़ लेना चाहिए तथा अच्छी तरह से अखबार या पुआल से लपेट कर भेजना चाहिए।

डॉक्टर सिंह ने बताया कि पपीते के फलों को हानिकारक रसायनों से पकाने की प्रथा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने किसान भाइयों को यह भी सलाह दी कि पपीते के फलों को आधुनिक तकनीक से बनाए गए रैपनिंग चेंबर का प्रयोग करने से फलों की गुणवत्ता अच्छी रहती है।तथा बाजार में मूल्य भी अच्छा मिलता है।

डी जी कॉलेज में लगाया गया मतदाता कार्ड नामांकन हेतु कैंप

कानपुर। डी जी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत महाविद्यालय की एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी तथा मतदाता लिटरेसी क्लब की प्रभारी डॉ संगीता सिरोही के निर्देशन में एक कैंप का आयोजन श्रीमती मीरा त्रिवेदी, नजर अध्यक्ष भाजपा के सहयोग से किया गया।

जिसमे 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाली छात्राओं का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने के लिए फॉर्म भरवाए गए। कुल 135 लोगो का नामांकन इस कैंप में किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, NSS स्वयंसेवकों के साथ- साथ भारी संख्या में अन्य छात्राओं ने भी उत्साह के साथ हिस्सा लिया।

गेम के आयोजन में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो अर्चना वर्मा, सेल्फ फाइनेंस डायरेक्टर प्रो वंदना निगम, ई.एल.सी. क्लब की नोडल प्रभारी डॉ मनीष पांडे तथा डॉ अंजना श्रीवास्तव का विशेष सहयोग रहा।

राष्ट्रीय सेवा योजना, कानपुर नगर के स्वयंसेवक ले रहे हैं पुलिसिंग का प्रशिक्षण

कानपुर।छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविधालय, कानपुर एवं अर्मापुर पीजी कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजन के स्वयंसेवकों के दल ने छात्र पुलिस अनुभवात्मक अधिगम कार्यक्रम के अंतर्गत कल्याणपुर थाने में थाना प्रभारी धनंजय कुमार पांडे जी की अध्यक्षता में तथा पीएन कॉलेज के स्वयंसेवकों ने रेल बाजार थाने में आगंतुक पटल एवं महिला पटल विषय से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त किया।

आगंतुक पटल (Visiter Counter) जहां पर शिकायतकर्ता अपनी व्यक्तिगत जानकारी एवं समस्या रजिस्टर पर लिखता है। सब इंस्पेक्टर श्रीमती किरण जी ने महिला पटल के बारे में एवं हेड कांस्टेबल श्रीमती विजयलक्ष्मी चौहान ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना उत्तर प्रदेश, ग्रामीण आजीविका मिशन, बैंकिंग कॉरस्पॉडिंग सखी, मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय पोषण, मिशन शक्ति, महिला हेल्प डेस्क,महिला साइबर सेल, महिला पुलिस व महिला बीट मिशन शक्ति कक्ष के बारे में बताया।

इसके पश्चात सभी स्वयंसेवक के द्वारा पूछे गए प्रश्न जैसे घरेलू हिंसा केस, भीड़ प्रबंधन, सेल्फ डिफेंस आदि के जवाब प्रभारी श्री धनंजय कुमार पांडे जी ने बड़ी विनम्रता दिये। उन्होंने स्वयंसेवकों को जीवन व्यापन, आत्मरक्षा, मौलिक अधिकार, शिक्षा का अधिकार आदि विषयों पर भी विस्तार पूर्वक जानकारियां प्रदान की। समस्त थाना स्टाफ का सहयोग सराहनीय रहा। इस अवसर पर स्वयंसेवक रवि शंकर शर्मा, आदित्य कुमार श्रीवास्तव, रिया शर्मा, शौर्य मिश्रा,सृष्टि अग्रहरि, कनिष्क तिवारी, तान्या, रिचा, मानस शुक्ला, सुष्मिता भारती, प्रिया गौतम, स्नेहा शुक्ला, अपूर्वा यादव आदि उपस्थित रहे l

केंद्रीय मैदानी भाग में आलू की फसल में पिछेती झुलसा रोग से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी

कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के सब्जी अनुभाग के अध्यक्ष डॉक्टर राम बटुक सिंह ने बताया कि

इस समय मौसम मे अनुकूलता के आधार पर आलू की फसल में पिछेती झुलसा भविष्य में आने की संभावना है आलू विशेषज्ञ डॉ अजय कुमार यादव ने बताया कि जिन किसान भाइयों ने आलू के फसल में अभी तक फफूंद नाशक दवा का छिड़काव नहीं किया गया है ।

या जिनकी आलू की फसल में अभी पिछेती झुलसा ( लेट ब्लाइट ) बीमारी प्रकट नहीं हुई है उन सभी किसान भाइयों हेतु यह सुझाव है कि वे मेंकोजेब या प्रोपिनेब फफूंद नाशक दवा का 2.5 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी की दर से अर्थात 2.5 किलोग्राम दवा 1000 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर में छिड़काव तुरंत करें।

साथ ही साथ जिन आलू के खेतों में बीमारी प्रकट हो चुकी है उन में किसी भी फफूंद नाशक जैसे खाईमोक्सेनिल + मेंकोजेब 3 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (1000 लीटर पानी में) की दर से अथवा फेमनिडों +मेंकोजेब 3.0 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर (1000 लीटर पानी में ) की दर से अथवा 1.0 किलोग्राम प्लस मेकैनिज्म 2.0 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर 1000 लीटर पानी के दर से छिड़काव करें 10 दिन के अंतर अंतराल पर दोहराये लेकिन बीमारी की तीव्रता के आधार पर अवधि अंतराल को कम या अधिक किया जा सकता है।

किसान भाइयों को इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि एक ही फफूंद नाशक का बार-बार प्रयोग न करें।