*100 करोड़ की परियोजना, सालभर में 10 फीसदी भी कम नहीं,रिवैंप योजना की रफ्तार धीमी, बिजली के जर्जर तार बने मुसीबत*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। रिवैंप योजना के तहत 100 करोड़ की लागत विद्युत वितरण व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। जर्जर तार और पोल गिरने के अक्सर परेशानी होती है। योजना शुरू होने से लेकर अब तक रफ्तार ही नहीं पकड़ सकी। पहले अधिकारी बारिश का हवाला देकर काम रोके हुए थे लेकिन बारिश बीतने के बाद भी गति नहीं बढ़ी।
आए दिन पुराने ट्रांसफार्मर जलने और तार टूटते रहते रहते जिससे आपूर्ति प्रभावित होते हैं। डीघ, सुरियावां, अभोली, दुर्गागंज, चौरी और भदोही के इलाकों में अक्सर जर्जर तार और पोल टूटने की घटनाएं सामने आ रही है। कई बार जर्जर तार लोगों की जान के दुश्मन भी बने जाते हैं। जिले में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है। 19 अक्टूबर को औराई कोतवाली के बाबूसराय के पास खेत में काम कर रही एक महिला पर जर्जर तार गिर गया।
उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। सितंबर में गोपीगंज के पास स्थित एक गांव में वृद्धि पर तार टूटकर गिर गया और उसकी मौत हो गई। एक सप्ताह पहले महाराजगंज में विद्युत पोल गिर गया। 24 घंटे तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। ये कुछ ऐसे उदाहरण है जो रिवैंप योजना की धीमी गति पर सवाल उठा रहे हैं। बताया कि रिवैंप योजना की प्रगति काफी धीमी है। जिस पर कार्यदायी संस्था से स्पष्टीकरण मांगा है।
ये होने हैं कार्य
जर्जर व तारों को बदलना,पूराने पोलों को बदलना,नए ट्रांसफार्मर लगाना,तीन नए कृषि फीडर बनाना,दो पोल की दूरी कम करना।
Dec 13 2023, 13:43