स्वीकृत हुए 10 हजार एकल शौचालय, बने 3000, नोटिस भेजेंगे सात हजार लाभार्थियों को

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के छह ब्लॉकों की 546 ग्राम पंचायतों में करोड़ों की लागत से दो लाख 35 हजार व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण हुआ है। ओडीएफ-2 के तहत गांव में सामुदायिक शौचालय का भी निर्माण किया गया। जिस पर अच्छी खासी रकम खर्च की गई। 2021-22 से पूर्व में छूटे गरीब, दिव्यांगों को एकल शौचालय देने के लिए आवेदन मांगा गया। दो साल में आवेदनों की संख्या 50 हजार से अधिक पहुंच गई। 2021 में डेढ़ हजार, 2022 में करीब 5200 और 2023 में 10 हजार 447 एकल शौचालय स्वीकृत हुए। वित्तीय वर्ष में स्वीकृत 10 हजार 449 में 10 हजार 241 लाभार्थियों को छह-छह हजार की पहली किश्त के हिसाब से चार करोड़ 32 लाख रूपये खाते में भेज दिया गया, लेकिन अब तक मात्र तीन हजार के करीब का जियोटैग हो सका है। इससे स्पष्ट है कि अभी तक सात हजार आवास का निर्माण ही शुरू नहीं हो सका है। जिस पर विभागीय स्तर से नाराजगी जताते सचिव एवं प्रधान को निर्माण पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।

एकल शौचालय निर्माण की हालत ठीक नहीं है। 10 हजार से अधिक शौचालय में अब तक मात्र तीन हजार ही शुरू हो सके हैं। सात हजार आवास का निर्माण शुरू न होने से जियो टैग नहीं हो पाया। इसको लेकर एडीओ और सचिवों को निर्देश दिया गया है। जियो टैग की प्रगति ठीक न होने पर नोटिस भेजी जाएगी। - राकेश कुमार यादव, डीपीआरओ

पूर्व के बने शौचालयों में 50 फीसदी बेकार

ज्ञानपुर। स्वच्छ भारत मिशन के तहत साल 2014 से 2017 तक जिले में बने करीब दो लाख 35 हजार एकल शौचालयों में ज्यादातर की हालत ठीक नहीं है। आधा अधूरा निर्माण होने से कहीं उपली तो कहीं भूसा आदि रखा जा रहा है। मरम्मत के नाम पर भी सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जिससे धरातल पर मिशन सफल होता नहीं दिख रहा।

एकल शौचालय की ब्लॉकवार प्रगति रिपोर्ट

ब्लॉक लक्ष्य प्रथम किश्त जियो टैग अवशेष

अभोली 1016 1001 346 670

औराई 1841 1809 811 1030

भदोही 1708 1701 585 1123

डीघ 3011 2923 473 2538

ज्ञानपुर 1684 1641 405 1279

सुरियावां 1189 1166 344 845

कुल 10449 10241 2964 7485

सामूहिक विवाह 15 को, 106 जोड़े होंगे एक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 100 से अधिक जोड़ों की शादी कराई जाएगी। 15 दिसंबर को सभी छह ब्लॉकों में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटी की शादी इसमें होगा। इसके लिए विभागीय वेबसाइट पर आवेदन किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि अभी तक ब्लॉक एवं निकायों से कुल 106 जोड़ों ने पंजीकरण करा लिया है। 15 दिसंबर से पूर्व यह संख्या बढ़ जाएगी। योजना में प्रति जोड़े पर 51 हजार रूपये खर्च होगा। जिसमें 35 हजार वधू के खाते में भेजी जाएगी, 10 हजार का उपहार एवं छह हजार विवाह के आयोजन पर खर्च होगा।

एंटीरोमियों टीम ने महिलाओं औओर युवतियों को किया जागरूक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- मिशन शक्ति के तहत पुलिस व एंटीरोमियों टीम द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर विशेष अभियान चलाकर महिलाओं व युवतियों को कानून की जानकारी दी गई है। महिलाएं जारी हेल्प लाइन नंबर का प्रयोग कैसे करें यह बताया।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर, केएनपीजी कॉलेज समेत ग्रामीण अंचलों में शनिवार को महिलाओं को कानून के प्रति प्रेरित किया गया। इस दौरान एंटी रोमियों टीम के सदस्यों ने कहा कि छात्राओं को दिक्कत हो तो हेल्प लाइन नंबर पर फोन करें। आरोपी पर सख्त कार्रवाई होना तय है।

राजकीय स्कूलों में शिक्षकों के 45 फीसदी पद खाली

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- राजकीय माध्यमिक एवं इंटर कॉलेजों में शैक्षिक व्यवस्था में सुधार की कवायद धरातल पर फेल हो गई है। शिक्षकों और प्रवक्ताओं की कमी के कारण छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। तीन से चार शिक्षकों के भरोसे आठ से नौ विषयों की जिम्मेदारी है। जिससे साल दर साल छात्र-छात्राओं की संख्या कम होती जा रही है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित स्कूलों की दिशा और दशा बदलने के लिए वर्ष 2009-10 में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की शुरुआत की गई थी। जिसमें 33 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को उच्चीकृत कर राजकीय हाईस्कूल का दर्जा दिया गया। स्कूल में कक्षाएं तो शुरू हो गई, लेकिन 13 साल बाद भी शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो पाई। इससे विद्यालयों में पठन-पाठन लगातार प्रभावित हो रहा है। स्थिति यह है कि किसी स्कूल में तीन तो किसी में चार के भरोसे ही स्कूल की कक्षाएं चलाई जा रही है। जिसका असर पढ़ाई पर भी दिख रहा है। स्कूलों में प्रवेश के लिए उत्साहित होने वाले छात्र-छात्राएं अब दूसरे विद्यालयों की तरफ रूख 

कर रही हैं।

कितने शिक्षकों की होनी थी तैनाती

राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान शुरू होने के बाद शिक्षकों की तैनाती के गाइडलाइन भी जारी कर दिए गए थे। गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक स्कूलों में प्रधानाध्यापक सहित आठ शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की तैनाती किए जाने की योजना थी, हालांकि कहीं भी इसे पूरा नहीं किया जा सका।

शिक्षकों की स्थिति

विद्यालय का नाम स्वीकृत पद तैनाती

33 राजकीय हाईस्कूल 264 142

राजकीय इंका महराजगंज 18 09

राजकीय इंका जगन्नाथपुर 17 05

राजकीय इंका ज्ञानपुर 85 28

राजकीय हाईस्कूल में वर्षवार छात्र संख्या

वर्ष  छात्र संख्या

2023  3950

2022  4122

2021  4426

राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी कई साल से चली आ रही है। पूर्व की अपेक्षा सहायक अध्यापकों की संख्या बढ़ी है। शिक्षकों की कमी के बारे में हर साल लिखकर भेजा जाता है।

स्कूलों के सत्यापन के लिए अफसरों की टीम गठित, 41 विद्यालयों के भैतिक संसाधनों की होगी जांच

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- माध्यमिक शिक्षा परिषद की प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों पर आई आपत्तियों के निस्तारण के लिए 12 जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम गठित की गई है। 41 विद्यालयों की तरफ से 126 आपत्ति दी गई है। जिसमें भौतिक संसाधन से लेकर अन्य बिंदुओं की जांच कर टीम को तीन दिन में रिपोर्ट देनी है। जिसके बाद परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी की जाएगी।

12 अधिकारियों की टीम करेगी सत्यापन का काम

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से फरवरी में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए 93 केंद्रों की अनंतिम सूची जारी की है। जिसको लेकर 41 विद्यालयों की तरफ से 126 आपत्तियां माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास आईं। जिसमें छात्र-छात्राओं के केंद्रों की दूरी एवं आवंटन का मामला, पूर्व में कई साल तक केंद्र रहे विद्यालय के न बनने जैसी शिकायतें शामिल रहीं। प्रस्तावित केन्द्रों के सापेक्ष प्राप्त आपत्तियों के निस्तारण के लिए करीब चार दिनों से चल रही गहमागहमी शुक्रवार को समाप्त हो गई। जिलाधिकारी गौरांग राठी के निर्देश पर 12 जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम स्कूलों के सत्यापन के लिए लगाया गया। अधिकारी विद्यालयों में संसाधनों का भौतिक सत्यापन करेंगे। जिसके आधार पर ही केंद्रों में बदलाव कर अंतिम सूची जारी की जाएगी। बताते चलें कि जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 56 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। डीआईओएस विकायल भारती ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के प्रस्तावित केन्द्रों की आपत्तियों के निस्तारण के लिए 12 अधिकारियों की टीम गठित की गई है। तीन दिन के अंदर जांच कर आख्या मांगी गई है। उसी के आधार पर केंद्रों में बदलाव होगा।

इन-इन बिंदुओं का होगा सत्यापन

परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए आई आपत्तियों के निस्तारण के लिए टीम गठित कर दी गई है। नए केंद्र बनाने के लिए 41 स्कूलों में 14 बिंदुओं की जांच होगी। जिसमें सीसीटीवी कैमरा, इंटरनेट, बाउंड्रीवाल, अग्निशमन यंत्र, पेयजल, शौचालय, संपर्क मार्ग, विद्युत कनेक्शन, कंप्यूटर की उपलब्धता, परीक्षा केंद्र की खिड़की, दरवाजे, वायस रिकार्डर, प्रधानाचार्य, प्रबंधक कक्ष, निरीक्षक के समय विद्यालय का फोटोग्राफ आदि रहेगा।

जीआईसी में जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी 11 को

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- विभुति नारायण राजकीय इंटर कालेज में 11 दिसंबर को सुबह नौ जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इससे जिले के माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राएं अपने मॉडल प्रस्तुत करेंगे। प्रदर्शनी में पर्यावरण,जैव विविधता सूचना एवं परिवहन आदि बिंदुओं पर तैयार मॉडलों पर विशेष नजर रखी जाएगी। इसमें छह सर्वश्रेष्ठ तीन जूनियर और तीन सीनियर वर्ग के छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि प्रथम को चार हजार, द्वितीय को तीन हजार और तृतीय विजेता को दो हजार रुपए पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अलावा दोनों वर्ग में पांच - पांच को सांत्वना पुरस्कार भी मिलेगा।

केएनपीजी गेट के बगल लगा कूड़े का अंबार, नहीं हो रही कोई कार्रवाई

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मुख्य गेट के बगल में सड़क की पटरी पर कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है। जिससे जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं। हर दिन आसपास के दुकानदार कूड़ा-करकट करते हैं। इसके बाद भी नगर पंचायत प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई नहीं की जाती है।

केएनपीजी में हर दिन तकरीबन हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। मजे की बात है कि परीक्षा के दौरान मुख्य गेट पर ही परीक्षार्थियों की चेकिंग की जाती है। इन्हीं गंदगी के बीच कॉलेज के अध्यापक भी खड़े रहते हैं। लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ। कचरे से उठने वाली दुर्गंध तमाम बीमारियों को आमंत्रण दे रही है।

ज्ञानपुर के ईओ राजेन्द्र कुमार ने बताया कि हर दिन सफाई कर्मचारी कचरा उठाते हैं। डोर टू डोर कचरा गाड़ी भी पहुंचती है। ऐसा नहीं होना चाहिए यदि कचरा का उठान नहीं हुआ तो हम सफाई कर्मचारी से इस संबंध में जानकारी लेंगे।

गलियों में नहीं भरेगा पानी, पाइप की कराएंगे मरम्मत, दो हजार से अधिक आबादी को मिलेगी राहत

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- नगर पंचायत के वार्ड नंबर छह में छह लाख की लागत से टूटी-फूटी पाइप लाइनों की मरम्मत की जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से 15 वें वित्त से होने वाले निर्माण कार्य के लिए स्वीकृति दी गई है। इससे वार्ड में जलभराव की समस्या का समाधान हो सकेगा।

नगर के वार्ड संख्या सात में अधिकांश पाइप लाइन टूटने से जलजमाव की समस्या बनी रहती है। जिसको लेकर बोर्ड की बैठक में सभासद सोहित रावत की ओर से मुद्दा उठाया गया था। पाइप लाइन को दुरस्त करने के लिए छह लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया, जिसे जिलाधिकारी के समक्ष स्वीकृति के लिए भेजा गया। 15 वें वित्त के मद से निर्माण कार्य के लिए जिला प्रशासन की ओर से संस्तुति दी गई। इससे वार्ड में तकरीबन दो से अधिक आबादी को जलजमाव की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि वार्ड संख्या सात में 15 वें वित्त आयोग से छह लाख रुपए की लागत से पाइप लाइन का मरम्मत कार्य कराया जाएगा और जर्जर हो चुकी पाइप लाइन को भी बदल जाएगा।

ठंड में लकड़ी-कोयले की बढ़ गई है मांग

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- गुलाबी ठंड धीरे-धीरे अपना रंग दिखाने लगी है। सर्द हवाएं अब बढ़नमे लगी है, जिससे सर्दी का एहसास बी बढ़ने लगा है। ठंड में इजाफा होते ही लकड़ी व कोयले की मांग बढ़ गई है।

दरअसल, जैसे-जैसे सर्दी बढ़ने लगी है, वृद्धों व बच्चों को शीत से बचाव के लिए में अंगेठी जलाने के लिए कोयला व लकड़ी का उपयोग होने लगा है। सुबह-शाम अंगेठी के पास बैठकर ठंड से राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं लकड़ी जलाकर पानी भी गर्म किया जा रहा है।ऐसे में लकड़ी और कोयले की मांग बढ़ गई है।

दो महीने में 19 बच्चे मिले अतिकुपोषि, पोषण पुनर्वास केंद्र में किया जा रहा इलाज

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- कुपोषण की त्रासदी से जूझ रहे तीन मासूम बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में रखकर इलाज चल रहा है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के ऊपर चल रहे केंद्र में तीनों बच्चे मां के साथ भर्ती हैं। कुपोषित बच्चों का नियमित वजन चेक कर दूध व पौष्टिक आहार संग जरूरी दवांइया दी जा रही है।

सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि दो माह में कुल 19 अतिकुपोषित बच्चे मिले हैं। पांच कुपोषित बच्चों को मां के साथ भर्ती किया गया है। केंद्र में कुपोषित बच्चा व उनकी मां को 14 दिन रखा जाता है। उन्होंने बताया कि आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां कुपोषित बच्चों की पहचान कर केंद्र पर लाने का काम कर रही है। नगर समेत ग्रामीण अंचलों में कुपोषितों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा रही है। बच्चं में पेट निकलना, चेहरे पर सुस्ती व उम्र से ज्यादा, कमजोर दिखे तो कुपोषित हो सकते हैं।