कांग्रेस सांसद के ठिकानों से करोड़ों रूपये मिलने से भड़के भाजपाई, कहा-राहुल गांधी के मोहब्बत की दुकान से भ्रष्टाचार का माल बरामद

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- कांग्रेस सांसद के ठिकानों पर आयकर की छापेमारी में मिले करोड़ों रुपए के मामले में बीजेपी ने जमकर निशाना साधा है। भदोही में भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह रुपया कांग्रेस के द्वारा चुनाव में प्रयोग होना था। कांग्रेसी और राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान का नारा देते हैं, उसी दुकान से भ्रष्टाचार का माल बरामद हुआ है।

भदोही में जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इस मौके पर सांसद और विधायक भी मौजूद रहे। हाथों में कांग्रेस विरोधी बैनर पोस्टर लेकर यह प्रदर्शन किया गया। भाजपा नेताओं का कहना है कि अभी 220 करोड रुपए से ज्यादा का कैश जब्त किया जा चुका है। आगे भी कार्रवाई जारी है, ऐसे में उम्मीद है कि 500 करोड़ से ज्यादा का कैश बरामद हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह पैसा राहुल गांधी के इशारे पर चुनाव में प्रयोग होना था। ऐसे में इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की जा रही है। इतनी बड़ी रिकवरी होने से यह साफ है कि कांग्रेस से जुड़े लोगों ने किस तरीके से भ्रष्टाचार किया है।

सीतामढ़ी धाम में नहीं है धर्मशाला यात्रा परेशान

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। काशी - प्रयाग के मध्य प्रमुख धार्मिक स्थल सीतामढ़ी धाम में धर्मशाला न होने से दर्शनार्थियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दर्शन को बाहरी आस्थावानों को ठहराव के लिए दुकान का सहारा लेना पड़ रहा है। सीतामढ़ी जिले का प्रमुख धार्मिक स्थल है ।

लेकिन यहां दूर-दराज आए आस्थावानों के ठहराव को कोई इंतजाम नहीं किया गया है। दो - चार घंटा आस्थावानों को रुकना पड़ा तो वह बस से उतर कर वृक्ष की छाया का सहारा लेते हैं। पानी भी पानी है तो दर्शनार्थियों को पैसा खर्च कर बोतल का खरीदना पड़ता है। वहीं वाहन स्टैंड के नाम पर यात्रियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।

प्रसाद व नाश्ता भी पर्यटकों में महंगें दाम पर बेचा जा हैं। शांति कालीन में गौर प्रांत से बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों का आगमन होता है। धर्मशाला न होना उनके लिए परेशानी का बनता है।

खुले में रखा ट्रांसफार्मर हादसे का बना सबब

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शहर व गांवों में खुले स्थान पर रखे बिजली के ट्रांसफार्मर हादसे का कारण बन रहे हैं। सर्वाधिक दिक्कतें मानसून के समय में होती है। शिकायत पर अधिकारों की ओर से संज्ञान न लेने लोगों में रोष है। बता दें कि ट्रांसफार्मर रखने के लिए विभाग की ओर से चबूतरा के साथ ही लोहे की जाली लगाई जाती है।

ताकि किसी प्रकार का हादसा न हो सके। लेकिन नगर में ऐसा देखने को कदापि नहीं मिल रहा है। ज्ञानपुर - भदोही मार्ग स्थित एसबीआई बैंक के सामने खुले में ही ट्रांसफार्मर पटरी पर रखा गया है। गत वर्ष एक जानवर की करंट से जान गई थी। उसके बाद भी संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। आला अधिकारियों से लोगों ने समस्या समाधान की मांग की।

बोर्ड परीक्षा की तिथि घोषित , केंद्रों के सत्यापन को लेकर उलझा महकमा,बनाए गए 93 केंद्र ,22 फरवरी से नौ मार्च तक लगातार चलेगी परीक्षाएं

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2024 को संपन्न कराने की तिथियां घोषित कर दी गई है। हालांकि अभी जिले में परिषद की ओर से निर्धारित किए गए 93 केंद्रों की सूची जाए कर मांगे गए आपत्तियों के प्रत्यावेदन पर न‌ए व पूर्व में बने पुराने केंद्रों के विद्यालयों के सत्यापन कार्य में महकमा उलझा हुआ है।उधर परीक्षा तिथि घोषित होती ही प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं की धड़कन बढ़ गई है।

हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 22 फरवरी से नौ मार्च तक संपन्न कराई जाएगी। 22 फरवरी को पहले दिन हाईस्कूल में हिंदी व इंटरमीडिएट सैन्य विज्ञान विज्ञान से परीक्षा शुरू होगी।माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए 93 केंद्र घोषित किए हैं। केंद्रों पर संबंध में मांगी गई आपत्तियों पर कुल 126 शिकायतें के क्रम में 41 विद्यालयों की ओर से दाखिल प्रत्यावेदन पर न‌ए व पुराने केंद्रों के भौतिक सुविधाओं का सत्यापन कराया जाएगा। इसके पश्चात केंद्रों की फाइनल सूची जारी की जाएगी।

33 राजकीय स्कूलों में बनेगी कंप्यूटर लैब ,स्कूलों में उपकरण न होने से शोपीस बने हैं कंम्पयूटर कक्ष

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में उच्चीकृत 33 राजकीय विद्यालयों में कम्प्यूटर लैब की स्थापना की जाएगी। इससे छात्र - छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा दक्ष किया जा सकेगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने एक - एक स्कूल के लिए 10-10 कंप्यूटर का प्रस्ताव शासन को भेजा है। स्वीकृति मिलने पर विद्यालयों में भेजा जाएगा। घर के नजदीक ही हाईस्कूल तक शिक्षा ग्रहण करने के लिए 2008-09 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री रंगनाथ मिश्रा ने जिले के 33 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को उच्चीकृत किया है।

50-55 लाख की लागत से विद्यालयों के न‌ए भवन बनाए गए। उसी में एक - एक कंप्यूटर कक्ष भी बनाया गया, लेकिन कंम्यूटर संग अन्य उपकरण की सुविधा नहीं मिल सकी। इससे छात्र-छात्राओं को हिंद , गणित विज्ञान अन्य विषयों की ही शिक्षा मिल रही है। अब माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कंम्यूटर लैब की स्थापना के लिए परियोजना कार्यालय को पत्र भेजा है। इसमें एक-एक स्कूल के लिए 10-10 कंप्यूटर की मांग की गई है।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने कहा कि प्रस्ताव भेजा जा चुका है। ‌न‌‌ए वित्तीय वर्ष से पूर्व मिलने की उम्मीद है। इससे राजकीय विद्यालय के छात्र-छात्राएं भी कंम्यूटर की पढ़ाई कर सकेंगी। राजकीय विद्यालयों में कुल 1888 छात्र और 2033 छात्राएं पंजीकृत हैं जबकि माॅडल एवं इंटर के विद्यालयों को शामिल कर लिया जाए तो छात्रों की संख्या 4076 और छात्राओं की संख्या 3470 पहुंच जाएगी।

वीएनजीआई में कंम्यूटर कक्ष के मिला बजट

समग्र शिक्षा अभियान के तहत विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में कंम्यूटर कक्ष का निर्माण होगा। इसके लिए 12.50 लाख स्वीकृत हो गया है। निर्माण के लिए विभागीय स्तर से निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि कक्ष पूर्ण होने पर उपकरण की मांग की जाएगी।

खत्म नहीं हो रहा इंतजार 13 हजार को आवास की दरकार,कोरोना काल के बाद न‌ए आवास को शासन से नहीं मिली स्वीकृति

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शहरी गरीबों को आशियाना मुहैया कराने की मुहिम 32 महीनों से फाइलों में दब हुई है। सात नगर निकायों के 13836 हजार आवेदकों का इंतजार दिन व रात बढ़ता जा रहा है। 2020 के बाद से जिले में आवास स्वीकृति नहीं हो सका , हालांकि चार साल में 27 हजार को पक्का छत मिल चुका है। केंद्र सरकार की ओर से सभी को पक्का छत मुहैया कराने के लिए जून 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की गई थी। सूबे में मह योजना म‌ई 2017 में शुरू हुई।

शुरुआत के तीन साल में जिले के गोपीगंज, ज्ञानपुर, भदोही, खमरिया, सुरियावां, घोसिया, न‌ई बाजार में 31 हजार 607 लाभार्थी आवास के लिए आवेदन किए हैं। जिसमें से 27 हजार का आवास स्वीकृति हुआ। अब तक करीब 26 हजार आवास पूर्ण हो चुके हैं। लेकिन साल 2020 के बाद करीब 32 महीने से आवास के लिए आवेदन करने वाले लाभार्थियों की उम्मीदें धूमिल होती जा रही है।

ढाई साल से अधिक समय से डूडा कार्यालय में फाइल अब धूल फांकने लगी है। डूडा विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे अधिक भदोही नगर पालिका से करीब छह हजार , गोपीगंज से तीन हजार ज्ञानपुर से 800, खमरिया से 950 घोसिया ,न‌ई बाजार व सुरियावां से 850-850 के करीब आवेदन आए है। परियोजना अधिकारी डूडा दीपक कुमार ने बताया कि सातों नगर निकाय से आए करीब 14 हजार आवेदनों को स्वीकृति नहीं मिली है। आगामी चुनाव से पूर्व स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। जिससे लोगों को लाभ मिल सके।

अर्थशास्त्र परिषद का गठन 11 को

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। काशी नरेश राजकीय महाविद्यालय में 2023-24 सत्र के लिए अर्थशास्त्र परिषद का गठन होगा। इसके लिए स्नातक और परास्नातक छात्र-छात्राओं की बैठक 11 दिसंबर को दोपहर एक बजे विभाग कक्ष में बुलाई गई है। विभाग प्रभारी डॉक्टर महेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि छात्र-छात्राएं परिषद के अध्यक्ष , उपाध्यक्ष, सचिव आदि के साथ ही अपने कक्षा प्रतिनिधियों का भी चुनाव करेंगे। बैठक में सभी विद्यार्थियों को अपने परिचित पत्र के साथ समय पर उपस्थित हो, अन्यथा वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।

ठंड में भी नहीं थमा डेंगू,रोज मिल रहे चार मरीज

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। चिकित्सकों का दावा था कि ठंड बढ़ने पर मच्छरों की तादाद घटेगी और डेंगू थम जाएगा। मगर ठंड बढ़ने के बाद भी डेंगू नियंत्रण नहीं हो रहा है। अक्टूबर माह में 125 मरीज मिले थे जबकि नवंबर माह में भी हर दिन चार लोग संक्रमित हो रहे हैं। अब तक 279 मरीज मिल चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर नियंत्रण के तापमान उपाय करने का दावा करता रहा। इसके बावजूद बीमारी पर रोक नहीं लग रही थी तो चिकित्सकों ने कहा कि ठंड बढ़ने पर डेंगू मच्छर के लार्वा नष्ट हो जाएंगे और संक्रमण रुक जाएगा। मगर ऐसा हुआ नहीं इस साल रिकाॅर्ड डेंगू मरीज मिले रहे हैं।

ठंड बढ़ने के बाद भी रोजाना डेंगू के मरीजों का मिलना जारी है। अक्टूबर व नवंबर माह में औसतन हर दिन चार डेंगू के संक्रमित मिले हैं जो विभाग के लिए चिंता का सबब बना हुआ है ‌ विभाग का दावा था इस इस साल डेंगू के संक्रमण रोकने के लिए भरपूर प्रयास किए गए। मगर ये दावे बेमानी साबित हुए हैं। सितंबर माह में जिले में केवल 24 डेंगू के मरीज मिले थे। अक्टूबर में 125 और नवंबर में उससे भी ज्यादा मरीज मिले। जुलाई और अगस्त माह की बात करें तो एक -एक मरीज पाए गए थे।

फिलहाल जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 279 पहुंच गई है।संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए संचालित योजनाओं पर लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा खर्च प्रचार- प्रसार होता है। पिछले साल डेंगू के 101 मामले सामने आए थे। इस साल इससे दुगने से ज्यादा लोग बीमार पड़े हैं। रोगियों के मिलने के बाद विभाग इलाके में सफाई और मच्छरमार दवाओं का छिड़काव कराता लेकिन डेंगू के लार्वा को नष्ट कराने की मुहिम नहीं चलाई गई। निगरानी के लिए रैपिड रेस्पांस टीम को लगाया गया है। लेकिन ज्ञानपुर,भदोही, ब्लॉक में लगातार रोगी मिल रहे हैं।

2018 में मलेरिया 596 , डेंगू 29

2019 में मलेरिया,400 डेंगू 11

2020 में मलेरिया 73 , डेंगू 00

2021 में मलेरिया 58 , डेंगू 39

2022 में मलेरिया 22 डेंगू 101

2023 में मलेरिया 18, डेंगू 279 मिल चुके हैं।

16.5 करोड़ खाते में, 546 ग्राम पंचायतों में विकास का रोना

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गांव में प्रधान विकास के लिए धन के अभाव का रोना रोते रहते हैं जबकि केंद्रीय वित्त के अनटाइड फंड में मिले 16.5 करोड़ रुपये ग्राम पंचायतों के खाते में डंप हैं। इस साल की किस्त में मिले आठ करोड़ 12 लाख खर्च नहीं होने पर डीएम ने नाराजगी जताई है। खर्च नहीं होने पर दूसरी किस्त रोक दी जाएगी।जिले में 546 ग्राम पंचायतें है। इसमें केंद्रीय और राज्य वित्त के अलावा मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन आदि मद से हर साल करोड़ों रुपये ग्राम पंचायतों को जारी होते हैं। इससे गांव में नाली, खड़ंजा, स्ट्रीटलाइट आदि के काम कराए जाते हैं।

मगर ग्राम पंचायतें विकास के मद की धनराशि का उपयोग करने में तत्पर नहीं हैं। ज्यादातर गांव में केंद्रीय वित्त से मिली रकम भी नहीं खर्च हो पा रही है।अनटाइड फंड में साल 2022-23 में मिले 22 करोड़ 94 लाख रूपये अवमुक्त हुए। जिसमें 14 करोड़ 54 लाख खर्च हो सके जबकि आठ करोड़ 39 लाख अब तक पंचायतों के खाते में पड़ा है। 2023-24 की पहली किस्त के रूप में आठ करोड़ 12 लाख रूपये भी जारी हुए लेकिन वह भी अभी तक डंप है। जिससे गांव में विकास कार्य की रफ्तार तेज नहीं हो पा रही है। पिछले दिनों डीएम गौरांग राठी ने बैठक में फंड में मिली रकम को खर्च करने का निर्देश भी दिया, लेकिन अब तक पंचायतों की तरफ से न तो कार्ययोजना आई और न ही अन्य कदम उठाए गए। इसको लेकर पंचायत राज विभाग ने साल की दूसरी किस्त रोकने की तैयारी में जुट गया है।

15वें वित्त से दो साल में 30 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें से 14 करोड़ ही खर्च हो पाए हैं। पुरानी और नई किस्त मिलाकर 16.50 करोड़ ग्राम पंचायतों के खाते में हैं। इसको खर्च में ग्राम पंचायतें रूचि नहीं दिखा रही है। ऐसे में दूसरी किस्त रुकने की आशंका पैदा हो गई है। - राकेश कुमार यादव, डीपीअरओ

अनटाइड फंड से क्या-क्या होंगे काम

ज्ञानपुर। ग्राम पंचायतों के अनटाइड फंड में मिली धनराशि को प्रधानों के मानदेय, बैठक भत्ता, सफाई व्यवस्था, बिजली के बिलों का भुगतान, पेयजल योजना, पंचायतों में फर्नीचर, राजकीय एवं सार्वजनिक संपतियों के रख्रखाव और अतिक्रमण से बचाने पर खर्च की जा सकती है।

ब्लॉकवार मिली धनराशि

ब्लॉक 2023- 24 के लिए मिला फंड 2022-23 में मिला फंड खर्च अवशेष

अभोली 83.87 213.75 79.72 79.72

औराई 197.35 616.29 377.87 238.41

भदोही 150.76 510.22 308.76 201.45

डीघ 155.48 393.21 251.97 141.23

ज्ञानपुर 148.30 357.92 223.74 134.18

अभोली 76.80 202. 74 157.721 45.02

कुल योग 812.56 2294.11 1454. 11 839.99

नोट- सभी धनराशि लाख में दर्ज है।

*14 लाख लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में इस साल 14 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा पिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारियों में जुट गया है। जिले में आगामी फरवरी माह से फाइलेरिया अभियान चलेगा।

जिसे सफल बनाने के लिए 1346 आशाकर्मी व अन्य स्वास्थ्यकर्मी तैनात होंगे। जनवरी ने सभी लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा। डीएमओ राम आसरे पाल ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी घर-घर पहुंच कर फाइलेरिया की दवा लोगों को अपने सामने खिलाएंगे।

बताया कि फाइलेरिया एक जटिल बीमारी है। इसके शुरुआती लक्षण पता नहीं चलते हैं। बताया कि फाइलेरिया की दवा खाने के बाद इसका कोई साइड इंफेक्ट नहीं होता। साल में एक बार फरवरी में अभियान चलाकर दवा खिलाई जाती है। इसके लिए जनवरी में स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेंनिग दी जाती है।

इस दरिम्यान 14 लाख व्यक्तियों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य है। बताया कि लक्ष्य के सापेक्ष में शत-प्रतिशत दवा खिलाई जाती है।