राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह की हत्या को करणी सेना ने जताया दुख, बुधवार को आक्रोश सभा में राजपूतों के महाजुटान का आह्वान

जयपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से धनबाद के राजपूतों में भी आक्रोश है। श्री राजपूत करणी सेना ने बयान जारी कर इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। श्री राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह गुड्डू एवं जिलाध्यक्ष नीरज सिंह भदौरिया ने कहा कि राजपूत समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में घुसकर हत्या करना पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। यह राजपूत समाज कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगा। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कई वर्षों से सुरक्षा की मांग कर रहे थे।

उनकी जान को खतरा है, इसका इनपुट भी पुलिस के पास था। हिंदुओं की जान की कोई कीमत नहीं। इसलिए कोई सुरक्षा नहीं दी गई। अगर समय रहते उन्हें सुरक्षा दी जाती तो आज हमारे भाई हमारे साथ होते, लेकिन हत्यारे बच नहीं पाएंगे यह भी अटल सत्य है। नीरज सिंह भदौरिया ने धनबाद जिले के सभी राजपूत संगठनों एवं राजपूतों से आह्वान किया है कि बुधवार को शाम चार बजे रणधीर वर्मा चौक पर आयोजित आक्रोश सभा में शामिल होकर एकजुटता दिखाएं।

चाहे किसी भी राजपूत संगठन के ही क्यों न हों, प्रदर्शन में जरूर पहुंचे। श्री राजपूत करणी सेना के संजीव सिंह, नीरज सिंह, नीरज सिंह सिकरवार, रवि सिंह, राहुल सिंह, कमलेश सिंह, हर्षवर्धन सिंह और कृष्णा सिंह ने शोक जताया।

संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी की पुण्य तिथि पर उनके प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित कर दी गयी श्रद्धांजलि

धनबाद:भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी की पुण्य तिथि पर नेशनल फाउंडेशन ऑफ अंबेडकर मिशन के लोगों ने बुधवार को धनबाद डीआरएम चौक के समीप स्थापित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित कर श्रद्धा सुमन व्यक्त किया और डॉ भीमराव अंबेडकर जी अमर रहे किनारे लगाए।

नेशनल फाउंडेशन ऑफ अंबेडकर मिशन के अध्यक्ष शशि भूषण कुमार ने मीडिया को बताया कि भारत में हमारा संविधान ही हमें मौलिक अधिकार देता है यहां विविधता में समानता है साथ ही उन्होंने बताया कि संविधान और शिक्षा के बदौलत भारत में छुया छूत जैसे विकारल विमारी को को भारत जैसे देश से समाप्त किया।

 इसलिए शिक्षा ही सर्बो परी है आज भी दलित और पिछड़ा वर्ग अपने बच्चो को शिक्षित करने में असमर्थ है बाबा साहेब ने उस समय अपने संघर्ष से शिक्षा को ग्रहण किया और शिक्षा के बदौलत इतना बड़ा मुकाम पर पहुंचे, यह गर्भ की बात है , बाबा साहेब की जितनी भी बड़ाई करे काम है।

जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह की हत्याकांड पर झारखंड हाईकोर्ट के स्वत संज्ञान पर आज हुई सुनवाई

धनबाद जेल में बंद गैंगस्टर अमन सिंह के हुए हत्याकांड पर झारखंड उच्च न्यायालय के द्वारा स्वत संज्ञान पर आज सुनवाई की गई। वर्चुअल रूप से उपस्थित जेल आईजी से मुख्य न्यायमूर्ति की अध्यक्षता वाले खंडपीठ ने यह जानना चाहा कि किस प्रकार की प्रशासनिक चूक हुई की जेल के भीतर हथियार पहुंचा और अमन सिंह की हत्या की गई। 

मौखिक रूप से खंडपीठ ने कहा कि यह हत्या एक बड़े साजिश की ओर इशारा करती है। इसकी जांच एसआईटी से कराई जानी चाहिए। 

जेल में बंद अमन सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद अब इस मामले में सवाल कई उठ रहे है। वही हत्या में इस्तेमाल हथियार का बरामद नही होना यह भी अपने आप में बड़ा सवाल है।

 हालांकि इस पर जेल आईजी के द्वारा बताया गया कि इस मामले में जो भी दोषी पाए गए हैं उन पर कार्रवाई की गई है और जांच जारी है, जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

अमन हत्याकांड की जांच को लेकर जेल एआईजी हमीद अख्तर पहुंचे धनबाद मंडल कारा

Dhanbad :- जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमन सिंह की रविवार को गोली मारकर हत्या करने की घटना के बाद एक तरफ जहां उपायुक्त ने सिटी एसपी, एडीएम विधि व्यवस्था और अपर समाहर्ता के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर दी है वहीं दूसरी तरफ सोमवार को हत्याकांड की जांच को लेकर जेल एआईजी हमीद अख्तर, डीसी, एसएसपी, डीडीसी समेत कई अधिकारी पुलिस बल के साथ धनबाद मंडल कारा पहुंचे और घटना की जांच में जुट गए हैं.

 साथ ही घटना में प्रयुक्त हथियार की तलाश कर रहे हैं.

धनबाद मण्डल कारा में बंद शार्प शूटर अमन सिंह की हत्या की जिम्मेदारी उसके पुराने गुर्गे आशीष रंजन ने ली है. आशीष रंजन एक समय अमन सिंह के लिए काम किया करता था. पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक अमन के बड़े भाई ने बताया कि आशीष रंजन ने ही उनके भाई की हत्या की है. सभी मामलों की वो सीबीआई जांच की मांग करते हैं. 

मण्डल कारा में बंद शूटर अमन सिंह की गोली मार कर हत्या के बाद कई सवाल अब भी उलझे हुए हैं. जेल में असलहा पहुंचना तो पहुंचा कैसे. हत्या में प्रयुक्त हथियार का बरामद नहीं होना. और हत्या का कारण.हालांकि रांची से आई टीम सभी मामलों पर जांच पड़ताल करने मे जुट गई है.

अमन सिंह हत्याकांड की जांच के लिए ,जेल आईजी उमाशंकर सिंह ने जेल एआईजी हामिद अख्तर, तुषार रंजन सहित तीन कारा अधिकारियों भेजा धनबाद

रांची : अमन सिंह हत्याकांड की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जेल एआईजी हामिद अख्तर समेत कई अधिकारियों को जांच के लिए धनबाद भेजा गया है. जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों पर प्राथमिकी दर्ज हो सकती है। 

झारखंड में पहली बार किसी जेल में गोलीबारी की वारदात सामने आई है. धनबाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमन सिंह की हत्या जेल के अंदर कर दी गई.

 रविवार को जेल के अंदर ही अमन सिंह को गोलियों से भून डाला गया. जेल के अंदर हुई इस गोलीबारी को लेकर जेल आईजी ने जांच के आदेश दिए हैं.

तीन अधिकारी जांच के लिए भेजे गए धनबाद:झारखंड के धनबाद जेल में कुख्यात अपराधी अमन सिंह की गोली मारकर हत्या किए जाने को जेल प्रशासन ने बेहद गंभीरता से लिया है.

 जेल आईजी उमाशंकर सिंह के आदेश पर जेल एआईजी हामिद अख्तर, तुषार रंजन सहित तीन कारा अधिकारियों को जांच के लिए धनबाद जेल भेजा गया है. जांच के बाद जेल अधिकारियों पर एफआईआर भी दर्ज करायी जाएगी. जेल की कड़ी सुरक्षा के बीच हथियार जेल तक कैसे पहुंची, इसकी जांच कारा विभाग के द्वारा करायी जाएगी, साथ ही दोषी जेल कर्मियों पर एफआईआर कराया जाएगा.

गोली मारने की पहली घटना:झारखंड में कोर्ट के आस पास हत्या की कई बड़ी वारदातें हो चुकी हैं. लेकिन जेल में गोली मार कर हत्या किए जाने की पहली घटना है. इससे पूर्व साल 2011 में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में डेविड नाम के अपराधी के पास से पिस्टल बरामद किया गया था. माओवादी से अपराधी बने डेविड ने जेल में बंद एक अपराधी की हत्या की साजिश रची थी, लेकिन तब हथियार पकड़ लिया गया था. इससे पहले रांची के ही पुराने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में अनिल शर्मा गिरेाह के सदस्यों ने उम्रकैद की सजा काट रहे भोमा सिंह की उस्तरा से गर्दन काट कर हत्या कर दी थी.

अपडेट: गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या पर बोले परिजन, कहा साजिश

धनबाद। जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या को परिजनों ने बड़ी साजिश बताया है.परिजनों का कहना है कि जेल के अंदर पिस्टल जाना कोई छोटी बात नहीं है. परिजनों ने कहा कि अमन सिंह की हत्या एक बड़ी साजिश के तहत की गई है. 

उसकी हत्या के पहले पूरी प्लानिंग की गई. उन्होंने बताया कि अमन ने कई बार अपनी जान का खतरा बताया था, इसके लिए उसने आवेदन भी दिया था. 

जेल के अंदर पिस्टल जाना कोई छोटी बात नहीं है. यह अपने आप में एक बड़ी बात है. प्रशासन और जेल की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल है. उन्होंने कहा कि मामला जेल के अंदर का है, इसलिए इस मामले में कुछ कहना ठीक नहीं है. लेकिन उसकी हत्या के पीछे एक बहुत बड़ी साजिश है. गेट पर सुरक्षा के लिए स्कैनर लगा हुआ है. इसके बाद भी चेकिंग की जाती है. 

पिता अंदर से भावुक थे. उनका कहना है कि यह अपराधी नहीं था, अपराधी बनाकर जेल के अंदर किया गया. गैंगस्टर अमन सिंह के पिता उदय भान सिंह स्कूल के प्रिंसिपल से रिटायर है. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर अमन पर 25 से 30 मुकदमा दर्ज किया गया, कहा की जेल के अंदर जाकर कोई एक भी अपराध कर के दिखा दे.

शूटर अमन सिंह को 10 गोली मारे जाने की बात सामने आ रही है सामने। शव की मुआयना के बाद इस बात की हो रही है चर्चा

धनबाद, (डेस्क): कुख्यात शूटर

अमन सिंह को 10 गोलियां मारे जाने की बात सामने आ रही है। एसएनएमएमसीएच के सेंट्रल इमरजेंसी में शव का मुआयना करने के बाद यह दावा किया जा रहा है। 

अस्पताल सूत्रों के अनुसार जिस तरह नीरज सिंह की निर्मम हत्या की गई थी, उसी तरह कांड के आरोपी शूटर की भी हत्या हुई। अमन के पेट, सिर, आंख और कंधे में पास से गोली मारी गई। बताया जा रहा है कि जेल में ही उसकी मौत हो गई थी।

जेल में गोली मारे जाने के बाद पुलिस अमन सिंह को लेकर दोपहर 3.18 बजे एसएनएमएमसीएच के सेंट्रल इमरजेंसी पहुंची। यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अस्पताल के कई वरीय चिकित्कों से भी जांच कराई। सभी ने उसकी मौत की पुष्टी की। 

अमन की पेट में सबसे ज्यादा पांच गोली मारी गई है। पांचों गोलियां एक ही जगह अलग-बलग में लगी है। सिर में तीन गोली लगी है। दो गोली सिर के बाईं तरफ और एक बीच में लगी है। सिर के पिछले हिस्से में गोली के निशान के आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि सामने से मारी गई तीन गोलियां में एक आरपार हो गई है। एक गोली बाईं आंख में मारी गई है। वहीं एक गोली कंधे में मारी गई है। पोस्टमार्टम के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।

नज़दीक सटा कर गोल मारी गयी

शव देखने वाले अपने अनुभव के आधार पर कह रहे हैं कि सभी 10 गोलियां अमन सिंह के शरीर में सटा कर मारी गई है। पेट पर लगी पांचों गोलियां बिल्कुल आसपास है। इनके बीच एक इंच से भी कम का फासला है। इतना करीब गोली शरीर में सटाए बिना नहीं मारी जा सकती। सिर में लगी दो गोली भी बिल्कुल पास-पास है। सिर के बीच में में लगी एक गोली और आंख व कंधे में मारी गई गोली भी शरीर के काफी नजदीक से मारी गई है।

उसे जमीन पर गिरने के बाद उसके आंख और सिर पर गोली मारी गयी।

यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी ऑटोमेटिक हथियार से सबसे पहले पेट में सटाकर दनादन गोली मारी गई। इससे अमन सिंह अचेत हो गया और गिर गया। इसके बाद एक के बाद एक उसके सिर और आंख में तीन गोली मारी गई। सिर में गोली लगन से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसके कंधे और आंख में गोली मारी गई है।

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अमन सिंह के परिजन का आरोप,उसकी हत्या एक सुनियोजत साजिश,जेल के अंदर कैसे गया पिस्तौल

धनबाद (डेस्क ) : कल धनबाद जेल के अंदर नीरज सिंह हत्याकांड में बंद शूटर की गोली मारकर कर दी गयी हत्या को लेकर जहां प्रशासन सकते में है।

वहीं जेल के अंदर उसकी हत्या को लेकर कई सवाल भी उठ रहे है । इस बीच अमन सिंह का शव

एस एन एमसीएच के मर्चरी में रखा गया है। उसके शव को लेने के लिए आज उसके परिजन धनबाद पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि यह सुनियोजित हत्या है। इसके पहले भी जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी।

 परिजनो ने बताया कि कई बार अमन सिंह ने इस बात का संकेत दिया कि यहां उसके जान को खतरा है। इसी लिए वह सतर्क रहता था।इसके वावजूद जेल के अंदर पिस्तौल चला जाना , जेल के अंदर उसकी हत्या कर देना।

इसके पीछे बड़ी साजिश है।

जेल गेट पर स्कैनर, अंदर सीसीटीवी फुटेज और हर तरह के चाक चौकस के बाद यह हत्या कैसे हुई।हालांकि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।

प्रथम राष्ट्रपति डां राजेन्द्र प्रसाद की जयंती हाउसिंग कॉलोनी में मनाई गई


धनबाद :- जिला कांग्रेसकि कमिटी के तत्वाधान जिला कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डां राजेन्द्र प्रसाद की जयंती हाउसिंग कॉलोनी में मनाई गई.मौके पर उपस्थित सभी काग्रेसजनों ने उनके तैल-चित्र पर माल्यार्पण अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी.

      

मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी ने कहा कि देश के प्रथम राष्ट्रपति, महान स्वतंत्रता सेनानी, भारतरत्न डां राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान स्वतंत्रता सेनानी थे.मौके पर योगेन्द्र सिंह योगी, राजेश्वर सिंह यादव, कैयूम खान, दिनेश यादव, पप्पु कुमार तिवारी, सत्यानंद पांडे, गोपाल चौधरी, सन्नी सिंह, मोहित कुमार, राहुल राज, जयप्रकाश सिंह, प्रिया गुप्ता, सुन्दर कुमार, रौशन कुमार, संदीप कुमार, सुरज,नौशाद, रवि पासवान सहित दर्जनों कांग्रेसजन उपस्थित थे.

अवैध कोयला लदे 7 व अवैध बालू लदे 6 वाहन जब्त, वाहनों से लगभग 100 टन व अवैध रुप से स्टॉक किया 200 टन कोयला जब्त

एफआइआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी

Dhanbad :- उपायुक्त वरुण रंजन के निर्देश पर कोयला व बालू के अवैध खनन, भंडारण व परिवहन के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए बीती रात जिला खनन टास्क फोर्स ने राजगंज, बाघमारा, पूर्वी टुंडी, गोविंदपुर, पुटकी में सघन अभियान चलाकर अवैध कोयला और अवैध बालू लदे वाहनों के साथ-साथ स्टॉक किया हुआ अवैध कोयला जब्त किया.बीती रात अनुमंडल पदाधिकारी श्री उदय रजक एवं जिला खनन पदाधिकारी श्री मिहिर सालकर ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर राजगंज से अवैध कोयला लदे चार ट्रक और बैंक मोड़ थाना क्षेत्र से अवैध कोयला लदे एक ट्रक को जब्त किया.

साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी बाघमारा ने बरोरा एरिया में भारत कोकिंग कॉल लिमिटेड के पुराने माइंस के पास से स्टॉक किया हुआ लगभग 200 टन अवैध कोयला जब्त किया। जब्त कोयला को बीसीसीएल एवं सीआइएसएफ द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया जारी है.इसके अलावा अंचल अधिकारी बाघमारा ने अवैध कोयला लदे एक ट्रक, अंचल अधिकारी पुटकी ने अवैध कोयला लदे एक टाटा मैजिक, अंचल अधिकारी गोविंदपुर ने अवैध बालू लदे 5 वाहन व अंचल अधिकारी पूर्वी टुंडी ने अवैध बालू लदे एक ट्रैक्टर को जब्त किया है.

जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि इसमें सम्मिलित लोगों के विरुद्ध एमएमडीआर एक्ट 1957 की धारा 21 एवं द झारखंड मिनिरल्स प्रिवेंशन ऑफ़ इलीगल माइनिंग ट्रांसपोर्टेशन एंड स्टोरेज रूल्स, 2017 के नियम 13 एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत प्राथमिक दर्ज करने के लिए संबंधित थाना को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है.