जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों में घटे 1947 मतदाता

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भारत निर्वाचन आयोग मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के लिए गंभीर है। वहीं जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में वोटरों की संख्या करीब दो हजार तक घट गई है। जनवरी 2023 में मतदाताओं की संख्या 12 लाख 1668 थी। वहीं अक्तूबर मे प्रकाशित अनंतिम मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या 11 लाख 99 हजार 715 पहुंच गई।

 प्रशासन का दावा है कि अमान्य वोटरों की छंटनी की गई है। इसलिए वोटराें की संख्या में कमी हुई है। आम चुनाव से पहले प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या बढ़ेगी।

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आयोग की तरफ से एक जनवरी 2024 तक 18 साल की उम्र पूर्ण करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। सभी बूथों पर जिला निर्वाचन अधिकारी गौरांग राठी की निगरानी में नाम जोड़ने, काटने और संशोधन के लिए फाॅर्म भरवाए जा रहे हैं। इसके बावजूद संख्या बढ़ने के बजाय घट गई है।

 निर्वाचन विभाग के मुताबिक जनवरी 2023 में भदोही विधानसभा क्षेत्र में चार लाख 31 हजार 476 मतदाता थे जबकि अक्तूबर में मतदाओं की संख्या घटकर चार लाख 30 हजार 777 पहुंच गई। ज्ञानपुर में तीन लाख 91 हजार 491 से तीन लाख 91 हजार 516 और औराई में तीन लाख 78 हजार 701 से तीन लाख 66 हजार 458 मतदाता रह गए हैं। 

तीनों विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 12 लाख 1668 से घटकर 11 लाख 99 हजार 751 हो गई। करीब 1975 मतदाता घट गए हैं। आयोग के मुताबिक तीनों विधानसभा क्षेत्र में 720 मतदाता केंद्रो में 1253 बूथ बनाए गए हैं।

एक महीने में आए 17 हजारज्ञ

नए मतदाताओं को जोड़ने के लिए पिछले एक महीने से चल रहे विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान कुल 17 हजार आवेदन निर्वाचन आयोग को मिले। इसमें नाम जोड़ने के लिए फाॅर्म नंबर छह के कुल नौ हजार 895, फाॅर्म नंबर सात नाम काटने के लिए छह हजार 109 और संशोधन के लिए फार्म आठ के एक हजार 58 आवेदन शामिल हैं। आयोग के मुताबिक मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए सबसे अधिक आवेदन ज्ञानपुर विधानसभा क्षेत्र से आया है। क्षेत्र के 3912 लोगों ने फाॅर्म नंबर छह भरा है।

 मतदाता पुनरीक्षण अभियान में फर्जी मतदाताओं का नाम भी तेजी से घटा है। प्रशासन का दावा है कि गलत तरीके से मतदाता बने लोगों का नाम कटने से भी संख्या में कमी आई है।

18 साल की उम्र पूर्ण करने वाले युवाओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा रहा है। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान में काफी संख्या में आवेदन आए हैं। आम चुनाव से पहले अनंतिम प्रकाशन में संख्या में बढोत्तरी होगी।-

कुंवर वीरेंद्र मौर्य, एडीएम

जिले की मिट्टी बीमार, चेते किसान

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले की मिट्टी में लगातार पोषक तत्वों की मात्रा कम हो रही है। इसका असर फसलों के उत्पादन और लोगाें की सेहत पर पड़ रहा है। चिंतित करने वाली रिपोर्ट घरांव स्थित मृदा प्रयोगशाला से आई है। यहां वैज्ञानिकों ने मिट्टी के नमूनों के परीक्षण दौरान मिट्टी में जीवांश कार्बन के साथ सल्फर सहित कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की मात्रा कम पाई।

वैज्ञानिक के मुताबिक समय रहते किसान बीमार मिट्टी की नहीं चेते तो खेत को बंजर होने में समय नहीं लगेगा।जिले में कृषि योग्य भूमि एक लाख 10 हजार हेक्टेयर है।

यहां के किसान रबी सीजन में गेहूं, जौ, मटर, खरीफ में मक्का, बाजरा और जायद में खरबूजा, ककड़ी, खीरा, करेला आदि की खेती करते हैं। मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी के चलते फसलों की पैदावार के साथ उसकी गुणवत्ता भी घट रही है।

मृदा प्रयोगशाला के मुताबिक जिले की मिट्टी में जीवाश्म कार्बन की कमी हैै। मिट्टी में महज 0.2 पीपीएम ही जीवाश्म कार्बन है। मिट्टी में जीवाश्म कार्बन की कमी के चलते नाइट्रोजन, पोटैशियम, सल्फर, बोरान समेत 16 पोषक तत्व कम होने लगते हैं।

विशेषज्ञों ने बताया कि मिट्टी में जीवाश्म कार्बन 0.8 पीपीएम से अधिक होना चाहिए। बताया कि जीवाश्म कार्बन के अलावा फॉस्फेट, सल्फर एवं जिंक की मात्रा भी कम है। लोहा, मैगनीज और बोरान भी मानक से कम पाया गया। वहीं पोटाश की मात्रा अधिक है। इसके लिए किसानों की बेपरवाही जिम्मेदार है।

जिले में अधिकत्तर किसान पुरानी पद्धति से ही खेती करते हैं। बीमार मिट्टी का समुचित उपचार नहीं पर हालात भयावह हो सकता है। कृषि विभाग की ओर से एक लाख 87 हजार मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया जा चुका है।

किसान फसल चक्र अपनाएं तो बने बात उप निदेेशक कृषि डॉ.अश्वनी सिंह का कहना है कि किसान फसल चक्र अपनाएं। लगातार परंपरागत ढंग से गेहूं-धान की खेती करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती जाती है, यदि खेतों में मूंग, उड़द की फसल पलट दी जाए तो जीवाश्म कार्बन की उपलब्धता भरपूर हो जाएगी, लेकिन, ऐसा नहीं किया जा रहा है।

फसल चक्र के अभाव में नाइट्रोजन की उपलब्धता पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। किसान सनई, ढैंचा की खेती भी नहीं कर रहे हैं। अब सरकार मोटे अनाज की खेती पर जोर दे रही है। इससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी।

मृदा परीक्षण के पैरामीटर इस प्रकार से हैं पैरामीटर, निर्धारित मानक, जनपद में स्थिति, प्रभाव

कॉपर, 0.21 से 0.40, कम है, रोगों से लड़ने की क्षमता प्रभावित

ऑयरन, 41 से 80, कम है, रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है

जिक, 0.61 से 1.02, कम है, फसल के विकास पर असर

सल्फर, 10 से 15, कम है, फफूंदी रोग लगता है

पीएच, 6.5 से 8.5, ज्यादा है, जमीन ऊसर होने लगती है

घुलनशील लवण ईसी, 1 से 2 तक, असामान्य है, बीज के अंकुरण पर असर

जैविक कार्बन ओसी, 0.50 से 0.80, कम है, पौधों की वृद्धि रुकती है।

7.39 मिनट में पहुंच रही पीआरवी, 21वें माह भी अव्वल

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए भदोही पुलिस अब पहले से ज्यादा तेजी से पहुंच रही है। पुलिस का रिस्पांस टाइम यानी सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने का औसत समय अब 7.39 मिनट तक पहुंच गया है। इसके साथ ही बेहतर रिस्पांस टाइम की वजह से भदोही पीआरवी जोन में लगातार 21वें महीने भी अव्वल है।

किस जिले की पुलिस कितनी तेज है, इसका अंदाजा उसके रिस्पांस टाइम से लगाया जाता है। इसका आधार है पीआरवी यानी पुलिस रिस्पांस व्हीकल। आपात कालीन नंबर डायल 112 से जुड़ी पीआरवी को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर जाने के लिए कहा जाता है। मौके पर पहुंचने के समय को ही रिस्पांस टाइम कहा जाता है।

साल 2022 में रिस्पांस टाइम बहुत ही खराब रहा। 2023 में लगातार स्थिति सुधर रही है। एक साल पहले जहां रिस्पांस टाइम आठ मिनट 38 सेकेंड था। वहीं अब करीब एक मिनट तक घट चुका है।

पुलिस अधीक्षक डाॅ. मीनाक्षी कात्यायन के प्रयास से लगातार रिस्पांस टाइम में सुधार आने लगा। उन्होंने बताया कि नवंबर में यूपी 112 की रिस्पांस टाईम के जोन स्तर पर की गई रैंकिंग में भदोही पीआरवी को प्रथम स्थान और प्रदेश स्तर पर की रैंकिंग में पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है।

पिछले 21 महीने से पीआरवी के रिस्पांस टाइम की रैंकिंग में लगातार टॉप पर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रिस्पांस टाइम और भी बेहतर किया जाएगा।

कायाकल्प टीम नें जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं को परखा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मिशन कायाकल्प लखनऊ की टीम ने जिला चिकित्सालय में पहुंची टीम ने अस्पताल के कामकाज की बिंदुवार समीक्षा की। चिकित्सालय में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों से उसमें सुधार लाने को कहा जिला चिकित्सालय में पहुंची मिशन कायाकल्प की टीम ने ओपीडी, इमरजेंसी, रजिस्टर,लेबर रुम और लैब में पहुंचकर बिंदुवार सुविधाओं की जानकारी ली और उसकी रिपोर्ट तैयार की।

टीम ने व्यवस्थाओं मरीजों तक उपचार पहुंचाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही हर्बल गार्डन, नवग्रह वाटिका,एम‌एनसीयू वार्ड व साफ- सफाई व्यवस्था की प्रशंसा की। टीम ने अस्पताल में संसाधन व सुविधाओं के साथ उपचार सुविधा की गुणवत्ता परखी।

टीम में कौशांबी, कानपुर, चित्रकूट के चिकित्सक शामिल रहे। जिसमें डॉ अमित कुमार सिंह, डॉ हसनैन सिद्दीकी, डॉ आरिफ बेग मौजूद रहे। इस मौके पर सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार, डॉ पीके सिंह, एचके त्रिपाठी, सौम्या मिश्रा, व अंबुज दूबे आदि उपस्थित रहे।

सर्दी में सांस लेना दूभर, हड्डियां भी दे रही तकलीफ,मौसम की मार से अस्पतालों में लगी कतार,जिला चिकित्सालय की ओपीडी में 912 मरीज पहुंचे

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ठंड में सांस के रोगियों की तकलीफ बढ़ गई है। हड्डी भी दर्द करने लगी है। जिला अस्पताल की ओपीडी में मंगलवार को मरीजों की कतार लगी रही। 912 बीमार ओपीडी में पहुंचे। इसमें लगभग 40 फीसदी मरीज सांस और हड्डी की तकलीफ लेकर पहुंचे थे। ठंड रंग दिखाने लगी है। चार - पांच दिनों से तापमान में गिरावट आ रही है। सुबह और शाम तो अच्छी ठंड पड़ रही है। मौसम का असर लोगों की सेहत पर देखा जा रहा है। खासकर सांस और हड्डी के मरीजों की तकलीफ ज्यादा ही बढ़ गई है।

रात और दिन के तापमान में 10 डिग्री से ज्यादा का अंतर रह रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे में जरा सी असावधानी घातक हो सकती है। जिला अस्पताल में मंगलवार को हर दिन की अपेक्षा जिला चिकित्सालय में अधिक भीड़भाड़ देखी गई। दोपहर 2 बजे तक 912 मरीजों की ओपीडी हुई। इसमें लगभग 40 फीसदी मरीज हड्डी और सांस की समस्या से जुड़े रहे। जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने लोगों ठंड के मौसम सतर्क की सलाह दी है। इसके अलावा सर्दी-जुकाम , बुखार और डायरिया के मरीज भी अस्पताल में पहुंच रहे हैं।

बढ़ जाती है हड्डियों की संवेदनशीलता

जिला चिकित्सालय के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि ठंड के मौसम में तापमान गिरने से हड्डियों में संवेदनशीलता बढ़ जाती है। सर्दियों के दौरान दर्द रिसेस्टर्स अधिक संवेदनशील हो जाते हैं। लंबे समय तक ठंडे तापमान के संपर्क में रहने से हड्डियों की ताकत प्रभावित होती है और जोड़ों में दर्द होता है। इसके अलावा शारीरिक मेहनत भी कम होता है। जिससे जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है बताया कि ऐसे समय में नियमित तेल मालिश संतुलित आहार और हड्डियों का व्यायाम करने के साथ ही रोजाना टहलने की आदत डालनी चाहिए। वहीं अगर धूम्रपान करते हैं तो इसे भी छोड़ दे।

चलती जाइलो में अचानक लगी आग मची अफरा तफरी, घंटो प्रयास के बाद बुझाया गया आग

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोइरौना थाना क्षेत्र के कोइरौना बाजार में उस समय अफरा तफरी मच गई जब एक चलती जाइलो कर में आग लग गया। घटना को देख चालक तत्काल प्रभाव से गाड़ी रोक कर बाहर निकल गया और आग बुझाने में जुट गया। गाड़ी में आग लगा देख स्थानीय लोग भी भीड़ लगा लिए और आग बुझाने में जुड़ गए ।

 घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस के अथक प्रयास के बाद गाड़ी में लगे आग को बुझाया गया और लोगों ने राहत की सांस ली।बता दें कि कोइरौना थाना क्षेत्र के कोइरौना बाजार स्थित स्टेट बैंक के पास एक जाइलो कर में अचानक आग लग गई आग लगने की घटना को देख बाजार में अफरा तफरी माहौल बन गया था ।

 डीघ गांव के निवासी राय सिंह की जायलो गाड़ी यूपी 66-के-8889 किसी काम से भदोही जा रही थी कि अचानक सायं साढ़े पांच बजे गाड़ी के बोनट से धुआं और आग निकलने लगी। ड्राइवर घबरा कर गाड़ी रोक दिया तब तक स्थानीय लोग आग बुझाने का प्रयास शुरू किया लेकिन आग की लपटें बढ़ने लगी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कोइरौना पुलिस चौकी का एक सिपाही आग बुझाने में सफल रहा।

 गान घंटो बाद जब आग बुझाया गया तब जाकर बाजार वासियों ने राहत की सांस लिया।

छह दिसंबर को लेकर अलर्ट

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। छह दिसंबर को लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है‌। इसी कड़ी में पुलिस अधीक्षक ने मातहतों को जरुरी दिशा-निर्देश दिए। उनके आदेश के बाद खुफिया विभाग ने विरोध व प्रदर्शन करना वालों को सूचीबद्ध करना शुरू कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने जवानों को रात्रि गश्त तेज करने का आदेश दिया है। इससे चोरी की घटनाओं में कमी के साथ ही अराजक तत्वों में खौफ का असर रहेगा।

साथ ही होने वाले विरोध- प्रदर्शन पर पैनी नजर रखें। बिना मजिस्ट्रेट के अनुमति के अगर कोई धरना प्रदर्शन करता है तो मामले से आला अधिकारियों को अवगत कराएं , ताकि समय रहते उन पर सख्त कार्रवाई कराई जा सके। हर्ष व काला दिन मनाने वालों पर उन्होंने खासतौर पर निगाह रखने की बात कही।

दीक्षांत समारोह: 26 मेधावियों को मिलेंगे पदक

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 11 दिसंबर को होने वाले 45वें दीक्षांत समारोह में काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के 26 मेधावियों को पदक मिलेंगे। इसमें दो छात्राओं को स्वर्ण पदक मिलेगा।

कॉलेज प्रशासन की तरफ से सूची को तैयार की जा चुकी है। राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिलने की खबर से छात्र-छात्राएं काफी उत्साहित हैं। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की ओर से जारी रिजल्ट में महाविद्यालय के 26 छात्र-छात्राओं ने टापटेन में अपना स्थान बनाया है। इससे महाविद्यालय की फैकल्टी में खुशी की लहर है।

संस्कृत की छात्रा ट्विंकल पाठक और चित्रकला विभाग की सरिता ने अपने-अपने विषयों में विश्वविद्यालय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इससे दोनों को राष्ट्रपति के हाथों स्वर्ण पदक मिलेगा। संस्कृत से दो अन्य छात्राएं मीनाक्षी एवं वास्तवी मिश्रा ने मेरिट सूची में चौथा और आठवां स्थान प्राप्त किया है। चित्रकला विभाग के टापटेन सूची में सृष्टि शुक्ला, ममता आर्य, रंजना, नैन्सी केसरवानी, सोनी जायसवाल, निधि शर्मा, शिवानी सिंह, अरशिया बानो एवं पुष्पा सरोज शामिल हैं।

दर्शनशास्त्र से मीरा विश्वकर्मा, सोनाली, नेहा, दर्शन यादव, मनोविज्ञान ,प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास, गणित व भौतिकी से क्रमशः श्रेया गुप्ता, पूजा सिंह, ऐश्वर्या पांडेय, आंचल मौर्या, मीनू दूबे को सम्मानित किया जाएगा। रसायन विज्ञान से आयुषी मौर्य, शिवानी श्रीवास्तव और श्वेता मौर्य भी मेरिट सूची मे क्रमशः पांचवें, आठवें और दसवें स्थान पर हैं।

कॉलेज के मीडिया संयोजक डॉ. महेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि सूची फाइनल होने के बाद से ही छात्र-छात्राओं संग प्राध्यापकों में खुशी है। प्राचार्य प्रो. रमेश चंद्र यादव ने कहा कि यह कॉलेज के लिए गौरव का क्षण है।

चोरी का आभूषण बेचने आई महिला पकड़ी गई

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। औराई के घोसिया नगर के एक आभूषण की दुकान पर गहने बेचने आई ठगी की आरोपी महिला को पकड़ लिया गया। लोगों ने पूछताछ के बाद उसे पुलिस को सौंपा गया।

पुलिस ने महिला से गिरोह की अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ली। उम्मीद जताई कि जल्द ही उनको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मूलापुर गांव निवासी कंचन देवी तीन माह पूर्व उस समय ठगी की शिकार हो गईं जब परिवार को लोग बाहर गए थे। तीन महिलाएं आभूषण को चमकाने के बहाने उसका सोने का मांगटीका, मंगलसूत्र, पायल सहित अन्य आभूषण लेकर चंपत हो गई। कंचन गांव की महिलाओं के साथ घोसिया स्थित एक आभूषण के दुकान पर कुछ सामान लेने आई।

उसी दुकान पर ठगी करने वाली महिलाएं भी आभूषण बेचने के लिए आई थीं। उस दौरान कंचन ने महिलाओं को पहचान लिया। सुगबुगाहट होने पर दो महिलाएं भाग गईं लेकिन एक महिला को पकड़ कर अपने गांव मूलापुर ले आई।पूछताछ करने पर बताया कि वह गिरोह बनाकर महिलाओं को झांसा देकर ठग लेती हैं।

परिजनों की सूचना पर गांव पहुंची पीआरवी के जवानों ने महिला को थाने लेकर आई। कोतवाली प्रभारी मदन लाल ने बताया कि महिला से जानकारी ली जा रही है।

अस्पताल का हर्बल गार्डेन तैयार, आनंद उठा रहे तीमारदार

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में आने पर अब आपको तरह-तरह के फूलों की खूशबू मिलेगी। जी हां यहां पर अस्पताल प्रशासन की तरफ से मरीजों और तीमारदारों के लिए हर्बल गार्डेन, नौ ग्रह वाटिका स्थापित की गई है।

31 प्रजातियों के पौधों से गार्डेन हरा-भरा हो गया है। जिसकी खुशबू से अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों संग तीमारदारों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है।बदलती जीवन शैली विभिन्न बीमारियों का सबसे बड़ा कारण बनती जा रही है। चिकित्सालय में हर रोज तकरीबन दो हजार व्यक्ति पहुंचते हैं।

भीड़भाड़ और शोर शराबे के बीच कहीं भी सकून वाला स्थान नहीं दिखता, लेकन अब अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्था की है। परिसर में करीब सात माह पूर्व से बनने वाला हर्बल गार्डेन अब तैयार हो चुका है। पूरे परिसर में गमला रखा गया। जिसका मुख्य उ्देश्य है कि जिससे मरीजों को शुद्ध वातारण मिलेगा, विभिन्न प्रजातियों के पौधों से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

चिकित्सालय को पिछले साल 2022 में मिशन कायाकल्प में जनपद में पहला स्थान मिला था। यहा भले ही संसाधनों की कमी है, चिकित्सको का लेटलतीफ आना आदत सी है। लेकिन व्यवस्थाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। रविवार को ओपीडी कक्ष से लेकर दवा काउंटर, लेबर रुम, सीएमएस ऑफिस, लैब,ब्लड बैंक, इमरजेंसी सहित विभिन्न स्थानों पर गमला फूल रखा गया है। शाम के वक्त चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी गार्डेन में जाकर सकुन भरा पल गुजारते हैं। दोपहर में गार्डेन मरीजों के लिए भी खोला जाता है। हर्बल गार्डेन मानसिक मरीजों के लिए बहुत ही कारगर होगा। अस्पताल प्रशासन की माने तो गार्डेन में अभी घास बिछाई जाएगी, विभिन्न प्रकार की लाइटिंग लगाई लगाई जाएगी।

हर्बल गार्डेन में लगाए गए 31 प्रजातियो के पौधे

जिला अस्पताल के हर्बल गार्डेन में आंवला, सफेद गुड़हल, अजवायन, नींबू, कंचवार, मनी प्लांट, अमरुद लाल, तुलसी, बासमीत, आम, मनोकामिनी, बेल, नीम, भांग, पपीता, हर श्रृंगार, अमरुद सफेद, ग्रीन टी, घृत कामिनी, लौंग, लाल कनेर, क्रोटन, तेज पत्ता, केला, मेंहदी, करीपत्ता, बड़ी इलायची, पीला कनेर, लाल गुडहल, गुलाब, रुद्राक्ष, अशोक, पाषाण भेद, बालम खीरा आदि पौधे लगाए है। इन पौधों की हर दिन सिंचाई देख रेख करने की जिम्मेदारी गार्डेन केयर टेकर प्रदीप यादव की है।

अस्पताल में नौ ग्रह वाटिका, हर्बल गार्डन बनाया गया है। गार्डन में हर व्यक्ति, स्वास्थ्यकर्मी, मरीज बैठ कर समय बीता सकते हैं। अभी कुछ कार्य बाकी है, जिसे एक महीने में पूर्ण कर लिया जाएगा।- डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएमएस