सर्द-गर्म मौसम में 200 बच्चे पहुंचे जिला अस्पताल, रखें ख्याल
भदोही। जिले की हवाएं सर्द होती जा रही हैं। इसके चलते तापमान में निरंतर गिरावट हो रही है। इसका असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। जिले के अस्पतालों में मौसमी बीमारी ग्रस्त बच्चों की संख्या बढ़ गई है। इनमें ज्यादातर बच्चे खांसी, जुखाम, बुखार से पीड़ित है।
महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल की ओपीडी में 700 मरीज पहुंचे। इनमें 200 से अधिक बच्चे शामिल रहे। डॉक्टरों के मुताबिक सर्दी की दस्तक से वातारण में मौजूद वायरस सक्रिय हो गए हैं। जो लोगों को बीमारी के कारण बन रहे हैं।
डॉक्टरों ने बच्चों को विशेष ध्यान रखने को कहा है।देश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी एवं बारिश के चलते जिले का मौसम करवट ले लिया। न्यूनतम तापमान लगातार लुढ़क रहा है। करीब 10 दिन पूर्व जहां जिले का तापमान 19 से 20 डिग्री था वहीं अब 14 तक पहुंच गया है।
प्रतिदिन बदलते मौसम से बड़े से लेकर बच्चे और बुुजुर्ग की सेहत प्रभावित हो रही है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में काफी संख्या में सर्दी-खांसी के मरीज पहुंचे। इसमें बच्चों की संख्या भी अच्छी खासी रही।
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक 614 ऑफलाइन और करीब 80 मरीजों की ऑनलाइन ओपीडी की गई। इसमें 200 बच्चों की ओपीडी की गई। आमतौर पर जिला अस्पताल में सौ बच्चे पहुंचते थे। मौसम बदलने से बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है। डॉक्टरों ने बच्चों का ध्यान रखने की सलाह दी है।
चार माह से नहीं आ रहे बाल रोग विशेषज्ञ मौसम बदलने के कारण सर्दी-जुकाम और निमोनिया से पीड़ित सैकड़ों बच्चे महाराजा चेतसिंह अस्पताल पहुंच रहे हैं। यहां तैनात बाल रोग विशेषज्ञ चार महीने से छुट्टी पर है।
फिजिशयन ही बच्चों को दवाएं दे रहे हैं। महीनों से अस्पताल न आने वाले विशेषज्ञ को लेकर विभागीय स्तर से भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
बच्चों को गुनगुना पानी ही पिलाएं
जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पदीप यादव ने कहा कि मौसम बदलाव के समय बच्चों के सेहत की चिता अभिभावकों को सताने लगती है। ऐसे समय विशेष सतर्कता की जरूरत है।
सर्दी-जुकाम व अन्य संक्रामक बीमारियों से छोटे बच्चे अक्सर पीड़ित हो जाते हैं। उन्होंने बच्चों को सर्द-गर्म मौसम बचाने की सलाह दी है। कहा कि बचाव के लिए गुनगुना पानी का सेवन सबसे अचूक उपचार है। इसके साथ ही बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और शरीर को ढंककर रखें।
Nov 30 2023, 16:18