*मानक पूरे किए बिना दौड़ निजी एंबुलेंस,जिले में 160 निजी अस्पताल ,केवल 20 के पास अपनी एंबुलेंस*
भदोही। जिले की संकड़ों पर तमाम एंबुलेंस बिना मानक के ही दौड़ रही है। इसमें कोई भी सुविधा नहीं है। सरकारी को छोड़ दें तो निजी एंबुलेंस भी मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं।
बिना मानक पूरा किए ही यह रोगियों को ले जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं की है। जिले में सरकारी एंबुलेंसों की संख्या लगभग 41 है। वहीं लगभग 60 से 70 के करीब प्राइवेट एंबुलेंसों का संचालन हो रहा है। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं।
खासकर निजी चिकित्सालयों में अक्सर मानकों की अनदेखी के मामले सामने आते रहते हैं। वहीं सरकारी अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का कोई विशेष ध्यान नहीं रखा जा रहा है। हालांकि एंबुलेंसों के संचालकों पर गौर करें तो जिले में सरकारी एंबुलेंस तो दुरुस्त है, लेकिन प्राइवेट एंबुलेंसों में मानकों की अनदेखी के मामले सामने आते रहे हैं। हालांकि कुछ सरकारी एंबुलेंस भी मानकों की पूरा नहीं करती, लेकर अधिकतर एंबुलेंसों में पर्याप्त सुविधाएं हैं।
सीएमओ कार्यालय में तकरीबन 160 निजी अस्पतालों का पंजीकरण है। मजे की बात यह कि 20 बड़े अस्पताल को छोड़कर 140 अस्पताल के संचालकों के पास खुद का एंबुलेंस भी नहीं है। ऐसे अस्पताल संचालक जब मरीज की जान पर बनती है तो भाड़े के एंबुलेंस के लिए फोन करते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में कितनी निजी एंबुलेंस दौड़ रही है, इसका वास्तविक आंकड़ा नहीं है।
एंबुलेंस का कोई किराया निर्धारित नहीं है। निजी एंबुलेंस संचालन मरीज व परिजनों की स्थिति को भांपते हुए किराया निर्धारित करते हैं।
Nov 27 2023, 13:52