सुर्यनगरी देव में खरना के साथ महापर्व छठ पूजा की हुई शुरूआत

औरंगाबाद: आज लोक आस्था के महापर्व छठ का दुसरा दिन है, और सभी व्रती खरना का प्रसाद बनाने की तैयारियों में जुटे हैं । सुर्यनगरी देव में भी छठव्रतियों द्वारा खरना किया जा रहा है । जगह जगह पर मिट्टी के चुल्हे पर आम की लकड़ी की आग से पीतल के पात्र में गुड़ और दुध से मिश्रित खीर बनता दिखाई पड़ रहा है । इसी प्रसाद को ग्रहण कर व्रती तीन दिनो का निर्जला उपवास रखेगी ।

 गौरतलब है कि औरंगाबाद के सुर्यनगरी देव में खरना का विशेष महत्व है तभी 10 लाख से भी ज्यादा श्रद्वालु यहां पहुंचते हैं और भगवान सुर्य की उपासना करते हैं ।

नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था का महान पर्व छठ पूजा की शुरुआत

औरंगाबाद के देव नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था का महान पर्व छठ पूजा की शुरुआत हो गई है हर तरफ छठ पूजा के गीतों से पूरा इलाका गुंजायमान हो चुका है।  

दरअसल मिट्टी के चूल्हे और कुआं का पानी का प्रयोग खरना का प्रसाद बनाने में जुट गए हैं इस दिन छठी मैया के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है और प्रसाद में शुद्धता का विशेष ध्यान भी रखा जाता है। खरना में चना का दाल बासमती चावल का भात गुड़ पिट्ठा से बने प्रसाद का भोग लगाया जाता है। कुछ जगह पर छठ वर्ती खीर भी बनाकर छठी मैया का भोग लगाती हैं। 

खास बात यह है कि छठी मैया का पूरा प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर ही तैयार किया जाता है। छठ वर्ती भोग लगाने के बाद इसी प्रसाद को ग्रहण करती है उसके बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। शास्त्रों में खरना का मतलब शुद्धिकरण माना जाता है। 

ऐसी मान्यता है कि जो लोग छठ माता का व्रत करते हैं और छठ के नियमों का पालन करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं छठ माता पूरी करती हैं। परिवार की सुख शांति और समृद्धि के लिए छठवर्ती छठ पूजा करती हैं।

भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर की बढ़ी मुश्किलें, ईओडब्लू ने पत्नी सहित किया तलब,जानें क्या है पूरा मामला

भारतपे के को-फाउंडर और टेलीविजन शो शॉर्ट टैंक इंडिया के पूर्व जज अश्‍नीर ग्रोवर की मुश्किलें बढ़ गई है। पहले से उनकी पत्नी के खिलाफ लगे धोखाधड़ी के आरोपों पर जांच जारी है। इस बीच अश्नीर ग्रोवर पर भी करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा है।जिसको लेकर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भारतपे के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर को समन जारी किया है।इससे पहले इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को इमीग्रेशन डिपार्टमेंट ने रोक लिया था।

दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) ने फिनटेक यूनिकॉर्न में 81 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी मामले में ग्रोवर को तलब किया है। जानकारी के अनुसार, दंपती को 21 नवंबर को ईओडब्लू के मंदिर मार्ग कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। ईओडब्लू ने साथ में उनकी पत्नी माधुरी जैन को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। ईओडब्लू ने अश्वीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर के खिलाफ मई 2023 में एफआईआर दर्ज की थी। 

पुलिस के मुताबिक, दंपत्ति पर आरोप है कि नकली इनवॉइस बनाकर कंपनी के खाते से 81 करोड़ रुपए अपने जानकारों और रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। दिल्ली पुलिस की इकॉनोमिक ऑफेंस विंग अश्नीर ग्रोवर और उनकी पत्‍नी माधुरी जैन के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर रही है। जिनमें यह सामने आया है कि परिवार के सदस्यों से जुड़ी कंपनियों ने फिनटेक यूनिकॉर्न के लिए किए गए करोड़ों रुपये के पिछले तारीख के चालानों का इस्तेमाल किया गया।अभी भी जांच करने वाली एजेंसी को ऐसी कई फर्म का पता नहीं चल पाया है, जिन्हें भारत पे की तरफ से भुगतान किये गए थे। माधुरी जैन ग्रोवर भारतपे की ज्वॉइंट डायरेक्टर एचआर थीं, तब उन पर ये नकली इनवॉइस बनाकर पैसे निकालने का आरोप लगा।

इससे पहले शुक्रवार को इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को इमीग्रेशन डिपार्टमेंट ने रोक लिया था। वे न्यूयॉर्क के लिए यात्रा करने जा रहे थे। उन्हें बताया गया कि उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है और वो विदेश नही जा सकते हैं। पुलिस आयुक्त (ईओडब्ल्यू) सिंधु पिल्लई का कहना है कि दंपति न्यूयॉर्क की यात्रा कर रहे थे। उन्हें सुरक्षा जांच से पहले हिरासत में लिया गया। उन्हें अपने दिल्ली आवास पर लौटने और अगले सप्ताह मंदिर मार्ग स्थित ईओडब्ल्यू कार्यालय में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। पिल्लई का कहना है कि एलओसी केवल दंपत्ति को विदेश यात्रा करने से रोकने के लिए है. उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

महापर्व छठ का दूसरा दिन आज, खरना के साथ शुरू हुआ निर्जला व्रत

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बिहार, झारखंड और यूपी सहित अन्य राज्यों में लोक अस्था के पर्व छठ पूजा की शुरूआत हो चुकी है। आज छठ पूजा का दूसरा दिन है। आज महिलाएं खरना के साथ निर्जला व्रत की शुरूआत करती हैं। 

खरना कार्तिक शुक्ल की पंचमी को मनाया जाता है। खरना में दिन शाम को गुड़ और चावल की खीर बनाकर भोग लगाया जाता है। खरना का प्रसाद गुड़ की खीर बनाने के लिए आम की लकड़ी और मिट्टी के चूल्हे का प्रयोग किया जाता है।

खरना का मतलब होता है शुद्धिकरण। इसे लोहंडा भी कहा जाता है। इस दिन व्रती शुद्ध मन से सूर्य देव और छठ मां की पूजा करके गुड़ की खीर का भोग लगाती हैं। खरना का प्रसाद काफी शुद्ध तरीके से बनाया जाता है। खरना के दिन व्रती महिलाएं सिर्फ एक ही समय भोजन करती हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर से लेकर मन तक शुद्ध हो जाता है।

व्रतियों द्वारा नहाय-खाय के साथ ही खरना के व्रत की भी तैयारी शुरू कर दी गई है। गेहूं को सूखाकर उसे जाता या मील में पिसवाया जा रहा है। इस दौरान महिलाएं छठ मइया के गीत भी गाती सुनी जा रही हैं। महिलाएं शनिवार को घाट पर जाएंगी। वहां सरोवरों में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना करने के बाद घर लौटकर शुद्ध घी में चुपड़ी रोटी व नया गुड़ तथा नया चावल की खीर तैयार करेंगी। सूर्यदेव को भोग लकाकर ग्रहण करेंगे।

छठ पूजा के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे करेगा और स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, जानिए पूरा डिटेल

हाजीपुर : यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर रेलवे द्वारा अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।

1. 05522 दरभंगा-अहमदाबाद स्पेशल दिनांक 21.11.2023 को दरभंगा से 18.15 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 17.00 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी । यह ट्रेन सीतामढ़ी, रक्सौल, नरकटियागंज, गोरखपुर के रास्ते जाएगी।

2. 05575 सहरसा-अंबाला एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दिनांक 22.11.2023 को सहरसा से 19.10 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 23.15 बजे अंबाला पहुंचेगी। इस ट्रेन का परिचालन सिमरी बख्तियारपुर, मानसी, खगड़िया, समस्तीपुर, दरभंगा, कमतौल, जनकपुर रोड, सीतामढ़ी, बैरगनिया, रक्सौल, नरकटियागंज के रास्ते की जाएगी। 

3. 05571 जयनगर-आनंद विहार टर्मिनस एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन दिनांक 23.11.2023 को जयनगर से 06.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 05.00 बजे आनंद विहार टर्मिनस पहुंचेगी । यह ट्रेन मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर के रास्ते आनंद विहार टर्मिनस जाएगी ।

4. 03045 हावड़ा-रक्सौल स्पेशल ट्रेन दिनांक 20.11.2023 एवं 23.11.2023 को हावड़ा से 23.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 14.15 बजे रक्सौल पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, समस्तीपुर, दरभंगा के रास्ते जाएगी ।

5. 03046 रक्सौल-हावड़ा स्पेशल ट्रेन दिनांक 21.11.2023 एवं 24.11.2023 को रक्सौल से 16.55 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 08.50 बजे हावड़ा पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, समस्तीपुर, दरभंगा के रास्ते जाएगी।

6. 03133 कोलकाता-पटना स्पेशल ट्रेन दिनांक 21.11.2023 एवं 23.11.2023 को कोलकाता से 23.55 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 10.30 बजे पटना पहुंचेगी । यह स्पेशल जसीडीह, झाझा, किउल के रास्ते जाएगी।

7. 03134 पटना-कोलकाता स्पेशल ट्रेन दिनांक 22.11.2023 एवं 24.11.2023 को पटना से 14.30 बजे प्रस्थान कर अगली तिथि को 00.25 बजे पटना पहुंचेगी। यह स्पेशल जसीडीह, झाझा, किउल के रास्ते जाएगी।

8. 02261 दरभंगा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन दिनांक 18.11.2023 को दरभंगा से 22.00 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 18.15 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । यह स्पेशल समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते जाएगी।

9. 02263 सहरसा-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन दिनांक 18.11.2023 को सहरसा से 23.45 बजे प्रस्थान कर अगले दिन 21.45 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । यह स्पेशल मानसी, बेगूसराय, मोकामा, पटना दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते जाएगी ।

हाजीपुर से संतोष तिवारी

सूर्य नगरी देव में लोक आस्था के महापर्व का जिले के प्रभारी मंत्री आलोक मेहता ने किया शुभारंभ

औरंगाबाद :पौराणिक,धार्मिक,आध्यात्मिक भगवान भास्कर की नगरी देवार्क नाम से विख्यात सूर्य नगरी देव में लोक आस्था,लोक उपासना के महापर्व की शुरुआत जिले के प्रभारी मंत्री आलोक मेहता के द्वारा की गई।

इस मौके पर सदर विधायक आनंद शंकर, जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री, एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम के साथ साथ कई जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने छठ पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला और देव के विकास के लिए महागठबंधन सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों से आम जनता को अवगत कराया।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि पिछले कई वर्षों से देववासियों की यह मांग थी कि देव मेला को राजकीय मेला का दर्जा प्राप्त हो।इसकी घोषणा इसी वर्ष सर्व महोत्सव के दौरान उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने की थी और सात माह के अंदर देव मेला को राजकीय मेला घोषित कर महागठबंधन सरकार ने जो वादे देव की जनता के साथ किया था उसे पूरा किया।

देव मेला के विकास के लिए सरकार ने न सिर्फ कई अभूतपूर्व कार्य किया है।बल्कि 55 लाख रुपए भी जारी कर दिए है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

देश मे प्रसिद्ध देव छठ मेला को राजकीय दर्जा देने के लिए जदयू जिलाध्यक्ष ने सीएम और डिप्टी सीएम का जताया आभार

औरंगाबाद: जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने प्रेस बयान जारी कर संपूर्ण भारत वर्ष में प्रसिद्ध देव छठ मेला

को राजकीय दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के प्रति आभार प्रकट किया है।

कहा है कि राजकीय दर्जा का मांग चीर परिक्षित था जिसे विकास पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में पूरा किया। इससे देव के और मंदिर के विकास को गति मिलेगी।

वहीं जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ कुमार उर्फ रिंकू सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के कथनी और करनी में कभी अंतर नहीं रहा। जो उन्होंने वादा किया उसे पूरा भी किया है। उसी का देन है कि आज देव छठ मेला को राजकीय दर्जा प्राप्त हुआ है।

कहा कि यह एक ऐतिहासिक पहल है जिसे हमेशा याद किया जाएगा।

बधाई देने वाले नेताओं में सतेन्द्र सिंह चंद्रवंशी, ओंकारनाथ सिंह, जितेंद्र चंद्रवंशी, मुनेश कुमार सिंह, मंजरी सिंह,नंदिता सिंह, प्रमोद कुमार सिंह,महावीर कुशवाहा, मुज्जफर इकबाल कादरी, जहीर अहसन आजाद, राकेश कुमार सिंह,ब्रजेश कुमार सिंह,अर्जुन दास,विजय दास, मुकेश पटेल, प्रभाकर सिंह, रितेश सिंह,कुंजन सिंह,बिनोद कुमार सिंह,गोपाल पटेल, अखिलेश मेहता वगैरह शामिल हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

छठ महापर्व को लेकर सरकार ने जारी किया है 25 करोड़ 51 लाख रुपए, सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को किया गया है तैयार

डेस्क : छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राज्यभर के सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को तैयार किया जा रहा है। 465 घाट खतरनाक श्रेणी में रखे गए हैं। यहां खासतौर से बैरेकेडिंग की गई है। खतरे के निशान के लिए लाल कपड़ा एवं साइनेज का प्रयोग किया गया है। 

सभी घाटों तक आने वाली छठ व्रतियों के लिए लाइट, घाट तक पहुंचने के लिए समुचित रास्ता, पार्किंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, वाटर टैंकर समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। 

सभी नगर निकायों के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 25 करोड़ 51 लाख रुपए जारी किये हैं। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए हैं। पिछले वर्ष 2022 में छठ महापर्व की तैयारी के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। 

गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 4 नवंबर को की थी। फिर 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री ने पटना के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया व सुविधाओं का जायजा लिया।

नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द मिल सकता है राज्यकर्मी का दर्जा

डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द मिलने की उम्मीद है। 

इसके लिए नियमावली को शिक्षा विभाग ने अंतिम रूप दे दिया है। जिस पर राज्य सरकार से मंजूरी लेने की तैयारी है। शीघ्र ही इस पर मुहर लगने के आसार हैं।

सरकार की मंजूरी के बाद नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेकर उत्तीर्ण होने वालों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल शिक्षकों के समतुल्य वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मालूम हो कि विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 का प्रारूप 11 अक्टूबर को जारी किया था। इस पर सुझाव और आपत्ति की मांग की गई थी। एक लाख से अधिक के सुझाव विभाग को ई-मेल के द्वारा प्राप्त हुए। इन सुझावों पर विचार करने के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा नहीं लिये जाने वाले सुझाव को नहीं माना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इन शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम तीन मौके दिये जाएंगे। प्रारूप में साफ किया गया था कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

नहाय खाय के साथ आज से शुरू हुआ छठ का महापर्व, शनिवार से व्रती रखेंगी 36 घंटे का निर्जला उपवास

औरंगाबाद : लोक आस्था और सूर्योपासना का महापर्व छठ 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा। पहले दिन खरना का प्रसाद बनेगा। जबकि इसके अगले दो दिनों तक भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। आखिरी दिन व्रती पारण करेंगे। इसके साथ ही छठ का महापर्व समाप्त हो जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व की अपनी एक अलग महानता है।

हर दिन का अपना महत्व

व्रत के सभी अलग-अलग दिनों का महत्व काफी खास है। कद्दू भात ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। छठ व्रतियां निर्जला उपवास कर पूजा-अर्चना करेंगी। पंडित बताते हैं कि छठ व्रत के दौरान सभी दिनों का अपना एक अलग महत्व होता है। छठ का व्रत अलग-अलग रूप में और कठिन होता चला जाता है। गुरुवार को अर्घ्य देने के लिए सूप व सामग्री रखने के लिए दउरा-दउरी लोग खरीदे।

पहला दिन

छठ व्रत की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होता है। कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को छठ पर्व के पहले दिन नहाय खाय किया जाता है। छठ व्रतियां किसी भी नदी, तालाब या अन्य किसी भी जलाशय में स्नान कर इसकी शुरुआत करती हैं। इसके पहले घर की साफ सफाई कर ली जाती है। नहाय-खाय के दिन अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का प्रसाद बनाया जाता है। सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रसाद लोगों के बीच वितरित भी किया जाता है और यही से छठ पर्व की शुरुआत होती है।

दूसरा दिन

छठ पर्व के दूसरे दिन को खरना के रूप में जाना जाता है। हालांकि इसी दिन से छठ व्रती का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है। पहले सुबह से ही व्रती अन्न जल त्याग कर भगवान भास्कर की आराधना करने लगते हैं। शाम के वक्त अरवा चावल, दूध, गुड़, खीर इत्यादि का प्रसाद बनता है तथा भगवान भास्कर को चढ़ाने के बाद व्रती अल्प प्रसाद ग्रहण करती हैं। इस दिन निर्जला उपवास की शुरुआत हो जाती है।

तीसरा दिन

छठ पर्व का तीसरा दिन सबसे कठिन होता है। इस दिन छठ व्रतियों के निर्जला उपवास का दूसरा दिन प्रारंभ हो जाता है और इसी दिन छठ व्रती के द्वारा पूजा के दौरान इस्तेमाल में लाया जाने वाला ठेकुआ सहित अन्य प्रसाद भी बनाया जाता है। इसी दिन शाम के वक्त लोग छठ घाट जाते हैं और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं।

चौथा दिन

छठ पर्व का चौथा दिन कार्तिक मास शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि को होता है। इस दिन अहले सुबह भगवान भास्कर के उदीयमान स्वरूप को अर्घ्य दिया जाता है। सुबह के वक्त भी लोग छठ घाट पहुंचते हैं और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। इसके बाद छठ व्रतियों के द्वारा पारण किया जाता है तथा छठ का व्रत खोल दिया जाता है। इसी के साथ छठ पर्व का समापन भी हो जाता है।

कद्दू खाने का ये है महत्व

जानकार बताते हैं कि नहाय खाय के दिन कद्दू खाने के पीछे धार्मिक मान्यताओं के साथ विज्ञानी महत्व भी है। इस दिन प्रसाद के रुप में कद्दू भात ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। कद्दू इम्युनिटी बूस्टर है जो व्रतियों को 36 घंटे के उपवास में मदद करता है। कद्दू खाने से शरीर में अनेक प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें पानी की भी अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है जो कि निर्जला उपवास में काफी मददगार होती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र