छठ महापर्व को लेकर सरकार ने जारी किया है 25 करोड़ 51 लाख रुपए, सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को किया गया है तैयार

डेस्क : छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राज्यभर के सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को तैयार किया जा रहा है। 465 घाट खतरनाक श्रेणी में रखे गए हैं। यहां खासतौर से बैरेकेडिंग की गई है। खतरे के निशान के लिए लाल कपड़ा एवं साइनेज का प्रयोग किया गया है। 

सभी घाटों तक आने वाली छठ व्रतियों के लिए लाइट, घाट तक पहुंचने के लिए समुचित रास्ता, पार्किंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, वाटर टैंकर समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। 

सभी नगर निकायों के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 25 करोड़ 51 लाख रुपए जारी किये हैं। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए हैं। पिछले वर्ष 2022 में छठ महापर्व की तैयारी के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। 

गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 4 नवंबर को की थी। फिर 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री ने पटना के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया व सुविधाओं का जायजा लिया।

नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द मिल सकता है राज्यकर्मी का दर्जा

डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द मिलने की उम्मीद है। 

इसके लिए नियमावली को शिक्षा विभाग ने अंतिम रूप दे दिया है। जिस पर राज्य सरकार से मंजूरी लेने की तैयारी है। शीघ्र ही इस पर मुहर लगने के आसार हैं।

सरकार की मंजूरी के बाद नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेकर उत्तीर्ण होने वालों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल शिक्षकों के समतुल्य वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मालूम हो कि विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 का प्रारूप 11 अक्टूबर को जारी किया था। इस पर सुझाव और आपत्ति की मांग की गई थी। एक लाख से अधिक के सुझाव विभाग को ई-मेल के द्वारा प्राप्त हुए। इन सुझावों पर विचार करने के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा नहीं लिये जाने वाले सुझाव को नहीं माना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इन शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम तीन मौके दिये जाएंगे। प्रारूप में साफ किया गया था कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

आज नहाय-खाय के साथ हुई महापर्व छठ की शुरुआत : व्रतियों ने गंगा में लगाई डूबकी, कद्दू-भात का बनेगा प्रसाद

मुजफ्फरपुर : आज से नहाय-खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है। कल 18 नवंबर को खरना होगा। 19 तारीख को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं 20 को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 4 दिन का महापर्व का समापन होगा।

आज के दिन छठ व्रती सुबह-सुबह स्नान कर नए कपड़े पहनते हैं। इसके बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित कर सात्विक भोजन प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। छठ पर्व मुख्य रूप से भगवान भास्कर की उपासना का पर्व है। 

ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा बताते हैं कि छठ पर्व की शुरुआत रवि योग में हो रही है और समापन ध्रुव योग में होगा।

नहाय-खाय में लहसुन-प्याज का नहीं होता इस्तेमाल

छठ महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय है। नहाय-खाय के दिन भोजन में लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं होता है। इस दिन लौकी की सब्जी, अरवा चावल, चने की दाल, आंवला की चटनी, पापड़, तिलौरी, आदि बनते हैं, जिसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।

नहाय-खाय के दिन बनाया गया खाना सबसे पहले व्रत रखने वाली महिलाओं और पुरुषों को परोसा जाता है। इसके बाद ही परिवार के अन्य लोग भोजन ग्रहण करते हैं। इस प्रसाद के सेवन का भी खास महत्व है।

कद्दू भात खाने का क्या महत्व है?

नहाय खाय के दिन छठ व्रत करने वाली महिलाएं सबसे पहले सुबह स्नान कर नए वस्त्र पहनती हैं। कद्दू यानी लौकी और भात यानी चावल का प्रसाद बनाती हैं। इस प्रसाद को खाने के बाद ही छठ व्रत की शुरुआत हो जाती है।

ऐसा माना जाता है कि मन, वचन, पेट और आत्मा की शुद्धि के लिए छठ व्रतियों का पूरे परिवार के साथ कद्दू-भात खाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। 

धार्मिक मान्यताओं के अलावा कद्दू खाने के और भी बहुत सारे फायदे हैं। जैसे कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है। जिससे इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग होता है।

36 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं व्रती

छठ व्रत को काफी कठिन माना जाता है, क्योंकि व्रती महिलाएं और पुरुष करीब 36 घंटे तक निर्जला उपवास करते हैं। वैदिक मान्यताओं के अनुसार नहाय-खाय से छठ व्रतियों पर षष्ठी माता की कृपा बरसती है, जो श्रद्धा पूर्वक व्रत-उपासना करते हैं। इस पर्व को करने से संतान की प्राप्ति होती है। वहीं वैज्ञानिक मान्यता है कि गर्भाशय मजबूत होता है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अलग अंदाज में दिखे पीएम मोदी, बच्चों के साथ मस्ती करते आए नजर

#pm_modi_showed_magic_to_children

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एकदम अलग अंदाज में दिख रहे हैं। पीएम मोदी का ऐसा अंदाज शायद ही आपने पहले कभी देखा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है। जिमसें वह बच्चों के साथ खेल खेलते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में पीएम मोदी कभी बच्चों का सिर लड़ाते हैं तो कभी अपने माथे पर सिक्का चिपकाते दिखाई देते हैं। पीएम मोदी ने अपने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, "मेरे युवा दोस्तों के साथ कुछ यादगार पल!

वीडियो की शुरुआत में नरेंद्र मोदी दो बच्चों के कान पकड़े दिख रहे हैं। वे दोनों का सिर एक-दूसरे से टकराते हैं। इसके बाद वह सिक्का की मदद से उन्हें जादू दिखाते हैं। पीएम सिक्का अपने माथे पर रखते हैं और चिपका लेते हैं। इसके बाद हाथ से अपने सिर के पिछले हिस्से को हल्के से ठोकते हैं, जिससे सिक्का उनके दूसरे हाथ में गिरता है। इसके बाद पीएम मोदी वही जादू बच्चों के साथ करते हैं। पीएम पहले छोटी बच्ची के माथे पर सिक्का रखते हैं और हल्का दबाते हैं मानों चिपकाने की कोशिश कर रहे हों। इसी दौरान वह सिक्के को हाथ में छिपा लेते हैं। वह बच्ची को कहते हैं कि सिर के पिछले हिस्से को हाथ से ठोको। बच्ची ऐसा करती है, लेकिन सिक्का नहीं गिरता। इसी तरह वह छोटे बच्चे के साथ भी करते हैं। बाद में वह सिक्का बच्चे को दे देते हैं।

सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के इस वीडियो को लोग जमकर लाइक कर रहे हैं। इस वीडियो को इंस्टाग्राम में शेयर करने के बाद इसे एक घंटे में 8 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं।

यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ वक्त बिताया हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर बच्चों के साथ मस्ती करते दिखाई दे चुके हैं। इसी साल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तीन साल पूरे होने के अवसर पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम के उद्घाटन कार्यक्रम में भी पीएम मोदी ने बच्चों से मुलाकात की थी। तब पीएम मोदी ने बच्चों के साथ तस्वीर को एक्स पर साझा करते हुए लिखा था, "मासूम बच्चों के साथ आनंद के कुछ पल! इनकी ऊर्जा और उत्साह से मन उमंग से भर जाता है।

पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम

मुजफ्फरपुर : हाल ही में "विश्वकर्मा जयंती" पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने "पीएम विश्वकर्मा योजना" की घोषणा की। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय की संयुक्त भूमिका वाली इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने आगामी पांच वित्तीय वर्षों के लिए 13000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।

इसको लेकर गुरुवार को जिला भाजपा की एकदिवसीय कार्यशाला स्थानीय मिठनपुरा स्थित एक होटल के सभागार में संपन्न हुई। 

कार्यशाला में भाजपा के जिला पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष, सभी संगठनात्मक मंडलो के अध्यक्ष सहित जिला एवं विधानसभा स्तरीय प्रमुख कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र के लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यशाला में हर बूथ पर पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को जोड़ने एवं अंतिम पंक्ति तक योजना का लाभ मिले की रणनीति के तहत विधानसभा स्तर पर संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त किए गए। 

 कार्यशाला को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। 

उन्होंने कहा कि देश के हस्तशिल्प देश के अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है। हस्तशिल्प कारीगर परिवारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना आशा की किरण बनकर आई है। हर शहर, गांव, गली, मौहल्ले, मजरों में कारीगर परिवार है जो पीढ़ी दर पीढ़ी मिट्टी के बर्तन बनाने, बाल काटने, गलीचे और दरियां बनाने, खिलोने बनाने, मालाएं गूथने जैसे पारम्परिक व्यवसाय से जुडे़ हुए हैं। देश का यह वर्ग ना सिर्फ परम्परागत उद्योगों को जीवित रखे हुए है बल्कि देश की परम्पराओं का संवाहक भी है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की विरासत को संजो रहे हैं। लकड़ी का कार्य, नाव बनाने का कार्य, लोहे के बर्तन बनाने वाले, मूर्तिकार, मिट्टी के बर्तन, चमड़े का कार्य, कपड़े की सिलाई, भवन निर्माण जैसे 18 तरह के परम्परागत कार्यों को करने वाले लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य पीएम विश्वकर्मा योजना से संभव होगा।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि

योजना के तहत विश्वकर्मा बन्धुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा आधुनिक टूलकिट के लिए भी 15 हजार रुपये की मदद की जाएगी। इसके साथ ही उत्पादों की ब्रांडिग, पैकेजिंग तथा मार्केटिंग में भी सरकार सहायता करेगी तथा बहुत कम ब्याज दर पर "3 लाख रुपए तक का ऋण" भी योजना के तहत दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी लोकल को वोकल और वोकल को ग्लोबल बनाने के संकल्प के साथ काम कर रहे है। हम सभी को अधिक से अधिक विश्वकर्मा बन्धुओं को योजना से जोड़ने में सहायक बनकर काम करना है। योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए, कारीगर और शिल्पकार 18002677777 पर कॉल कर सकते हैं या पर ईमेल कर सकते है।

साथ ही जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है। इन योजनाओं के प्रति जागरूकता के लिए जन - भागीदारी के द्वारा भारत सरकार देशव्यापी "विकसित भारत संकल्प यात्रा" प्रारंभ कर रही है। यह यात्रा सभी जिलों के सभी ग्राम पंचायत और शहरी निकायों में जाएगी। इस यात्रा के साथ विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित होगी और ऑन स्पॉट केंद्र सरकार की योजनाओं से अभी तक वंचित लोगों को लाभ मिलेगा। इस यात्रा का शुभारंभ मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा "जनजातीय गौरव दिवस" (15 नवंबर) के अवसर पर झारखंड के रांची से देश भर के जनजातीय बाहुल्य जिलों में जाएगा। शेष सभी जिलों में यह यात्रा नवंबर माह के तृतीय सप्ताह से प्रारंभ होकर 26 जनवरी 2024 तक चलेगी।

मौके पर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की इस योजना का वह अपने कांटी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के साथ जुड़ कर ऐसे सभी विश्वकर्मा मित्रों से सम्पर्क करके उन्हें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से जोड़ने का काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पीएम विश्वकर्मा योजना के द्वारा देश के विश्वकर्मा बन्धुओं को आधुनिक युग से जोड़ने का प्रयास है।उन्होंने कहा कि जब देश के शिल्पी आर्थिक रूप से मजबूत होंगे तो देश भी मजबूत होगा।

 मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक अरुण कुमार ने कहा की यह योजना लोहार, सुनार, मिट्टी के बर्तन (कुम्हार), बढ़ईगीरी और मूर्तिकला जैसे विभिन्न व्यवसायों में लगे पारंपरिक कारीगरों तथा शिल्पकारों के उत्थान के लिये बनाई गई है, जिसमें सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था व वैश्विक मूल्य शृंखला में एकीकृत करने पर ध्यान दिया गया है।

कार्यशाला में पूर्व प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक बेबी कुमारी,पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, पूर्व विधायक सुरेश चंचल,जिला प्रभारी रमेश श्रीवास्तव, लोकसभा प्रभारी हरेंद्र सिंह, महामंत्री धर्मेंद्र साहू, सहित पूर्व प्रत्याशी अर्जुन राम ने भी कार्यशाला संबोधित किया।

संचालन जिला महामंत्री प्रभु कुशवाहा एवं धन्यवाद ज्ञापन पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष विकास गुप्ता ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद शंभु, रागनी रानी, अंकज कुमार, जिला महामंत्री सचिन कुमार, मंत्री धनंजय झा, नंदकिशोर पासवान, रामश्रेष्ट्र सहनी, जिला मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, आशीष श्रीवास्तव, मोर्चा प्रभारी रविरंजन शुक्ला, मोर्चा अध्यक्ष भारत रत्न यादव, फेकू राम, विजय पाण्डेय, मो० नफज़ सहित अमित राठौर, शांतनु शेखर, कुमारी ममता,संजय गुप्ता, विशाल कुमार, आकाश पटेल, पंकज सोनी, अभिषेक कुमार, संतोष कुमार, विक्की प्रजापति, राजाराम कुमार गुप्ता, संदीप सोनी एवं सभी मंडल अध्यक्ष उपस्थित रहे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

चंद्रयान-3 के लॉन्‍चर व्हीकल का एक हिस्सा अनियंत्रित होकर पृथ्वी के वातावरण में वापस लौटा, पैसिफिक ओशन में हो सकता है क्रैश

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इस साल 23 अगस्त की तारीख को भारत ने चांद के दक्षिणी हिस्से में चंद्रयान-3 की लैंडिंग करवा कर इतिहास रच दिया था। चंद्रयान के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर सौरमंडल निर्माण के रहस्य, पानी और कई चीजों पर रिसर्च किया था।इस बीच खबर आ रही है कि चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षा में ले जाने वाले लॉन्च व्हीकल एलवीएम3एम4 के ऊपरी क्रायोजनिक हिस्से ने बुधवार को धरती के वातावरण में अनियंत्रित वापसी की है। इसकी जानकारी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) ने दी।

प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश

इसरो ने बताया है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित करने वाले एलवीएम3 एम4 प्रक्षेपण यान का ‘क्रायोजेनिक’ ऊपरी हिस्सा बुधवार को पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से फिर से प्रवेश कर गया है। इसरो की ओर से जानकारी दी गई है कि रॉकेट बॉडी जो कि चंद्रयान-3 यान का हिस्सा था, वह पृथ्वी के वायुमंडल में वापस से प्रवेश कर गया है रॉकेट का यह हिस्सा धरती के वायुमंडल में 15 नवंबर की दोपहर करीब 2.42 बजे दाखिल हुआ। बता दें कि रॉकेट बॉडी के फिर से पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश इसके प्रक्षेपण के 124 दिनों के भीतर हुई है।

धरती पर कहां होगा रॉकेट के हिस्से का इम्‍पैक्‍ट

इसरो के मुताबिक, इसका इम्पैक्ट पॉइंट उत्तरी प्रशांत महासागर के ऊपर लगाया गया है। फाइनल ग्राउंड ट्रैक भारत के ऊपर से नहीं गुजरा। इसरो ने कहा कि उसने दुर्घटनावश होने वाले किसी भी संभावित विस्फोट के जोखिम को कम करने के लिए सभी अवशिष्ट प्रणोदक और ऊर्जा स्रोतों को हटाने की प्रक्रिया के तहत यान के इस ऊपरी चरण को निष्क्रिय कर दिया था। ऐसा अंतरिक्ष मलबा निस्तारण के लिए तय संयुक्त राष्ट्र और आईएडीसी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। इसरो ने कहा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए रॉकेट बॉडी को निष्क्रिय करना और मिशन के बाद उसका निपटान फिर बाहरी अंतरिक्ष गतिविधियों की दीर्घकालिक स्थिरता को संरक्षित करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

बता दें कि लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर ने अपने मिशन को सफलता से अंजाम देकर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कई रिसर्च की थी। काम समाप्त होने और चंद्रमा में अंधेरे का समय आने के बाद इसरो ने दोनों उपकरणों को स्लीप मोड में डाल दिया था। हालांकि, विक्रम लैंडर के रिसीवर को ऑन ही रखा गया था ताकि इससे धरती से दोबारा संपर्क स्थापित किया जा सके।

बापू सभागार मे आयोजित समारोह मे 4 हजार से अधिक लाभुकों को सीएम नीतीश ने दिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की पहली किस्त,

फिर उठाई राज्य को विशेष दर्जा के मांग की बात


पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बापू सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत एक दिवसीय उन्मुखीकरण,और प्रथम किस्त वितरण समारोह में शिरकत कर 4 हजार से अधिक लाभुको किस्त की राशि सौंपे. 

इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने यही सभी तपके के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री उद्यमी योजना की शुरूआत की है. इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार करें ताकि लोग लाभ ले सकें. 

उन्होंने लगे हाथ अपने बड़े भाई लालू व राबड़ी राज पर भी सवाल खड़े कर दिए . कहा कि पहले कुछ यहां काम होता था. हम जब यहां आए तो सभी क्षेत्रों में काम शुरू कराया. 

नीतीश कुमार ने राजद कोटे के उद्योग मंत्री समीर महासेठ को सलाह देते हुए कहा कि हमारी बात को सुनिए,तभी काम हो पायेगा. पहले यहां क्या था...हम जब 2005 में यहां आये तब जाकर इस तरह की योजनाओं को लाए हैं. 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से ऐलान किया है वे विशेष राज्य के दर्ज की मांग को लेकर अभियान शुरू करने वाले हैं. गांव-गांव जाकर यह डिमांड किया जाएगा कि विशेष राज्य का दर्जा दो. अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल गया तो तेजी से विकास होगा. 

कहा कि केंद्र सरकार कोई काम नहीं कर रही, कोई मदद नहीं मिल रहा. अगर स्पेशल स्टेटस मिल गया तो बिहार के पिछड़े लोगों का दो सालों में ही विकास होंगे. 

वहीं मीडिया कौ आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मीडिया वाला हमारा छापता नहीं है. केंद्र ने मीडिया पर कब्जा कर लिया है.

पटना से मनीष प्रसाद

राजस्थान में बीजेपी ने जारी किया घोषणा पत्र, छात्राओं को मिलेगी स्कूटी, 450 में गैस सिलेंडर, जानें पिटारे में और क्या?

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राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया। इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में हैं।बीजेपी अपने घोषणापत्र को संकल्प पत्र कहती है। राजस्थान के लिए इसका नाम 'आपणो अग्रणी राजस्थान संकल्प पत्र’ रखा गया है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणापत्र जारी करते हुए कांग्रेस पार्टी के पिछले पांच साल के कार्यकाल की आलोचना की। उन्होंने केंद्रीय योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि योजनाओं के जरिए किसानों को बीजेपी ने आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए नियुक्ति पत्रों का जिक्र किया और कहा कि सात महीने में छह लाख सरकारी नौकरी युवाओं को दिए हैं।

संकल्प पत्र में जनता से कई वादे

राजस्थान के लिए बीजेपी ने इस संकल्प पत्र में जनता से कई वादे किए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हर जिले में महिला थाना खुलेगा। हर जिले में एंटी रोमियो स्क्वायड बनाया जाएगा। बच्ची के पैदा होने पर उसे सेविंग बॉन्ड दिया जाएगा। बीजेपी सरकार बनने पर सीएम फ्री स्कूटी और लखपति योजना लाएंगे। इसी तरह गरीब महिलाओं को गैस सिलेंडर 450 रुपये में दिया जाएगा। इसके अलावा भ्रष्टाचार को लेकर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई जाएगी। 5 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार बनने पर पांच साल में ढाई लाख सरकारी नौकरी देंगे।

बीजेपी के घोषणापत्र के तीन पिलर

जेपी नड्डा ने बताया कि बीजेपी के घोषणापत्र के तीन पिलर हैं। इनमें विकास के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास का मंत्र; दूसरा, गांव-गरीब, वंचित, पीड़ित, अनुसूचित जाति, जनजाति, महिलाओं को सशक्त करना और तीसरा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोड़ देना शामिल है।

घोषणा पत्र बीजेपी के लिए रोडमैप-नड्डा

जेपी नड्डा ने कहा, अन्य पार्टियों के लिए घोषणा पत्र महज औपचारिकता है, लेकिन बीजेपी के लिए यह विकास का रोड मैप है। हम इसमें लिखे शब्दों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हैं। हमारा इतिहास है, हमने जो कहा है वो किया है। जो नहीं कहा है, वो भी किया है।

दो भाइयों में विवाद के बाद सरकारी अस्पताल के पुरानी भवन को कब्जाया, जांच के दौरान चौंके अधिकारी

मुजफ्फरपुर : दो भाइयों के बीच विवाद हुए तो एक भाई ने सकरी मन अस्पताल के जर्जर भवन को हीं आशियाना बना लिया।

वहीं परिसर में कोई जलावन रख रहा है तो कोई मवेशियों को बांध रहा है। यह अजीबोगरीब मामला जिले के बन्दरा प्रखण्ड के सकरी सकरीमन एपीएचसी से जुड़ा है।जांच के दौरान यह मामला सामने आया है। 

दरअसल बुधवार को यहां औचक निरीक्षण करने पहुंचे प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नौशाद अहमद को एपीएचसी के गार्ड ने यह जानकारी दी।

निरीक्षण के क्रम में अस्पताल के पुरानी भवन में ग्रामीणों के रहने,साग-सब्जी-जलावन-मवेशियों के बंधे दिखने पर उन्होंने नाराजगी जताई तो कि गार्ड ने बेबाक लहजे में यह जानकारी दी।

वहीं चिकित्सक अपनी बेवशी जताने लगे कि वे अस्पताल कक्ष में टहलते स्थानीय लोगों के मुर्गियों को भगाते-भगाते तंग रहते हैं। बाहर में जुआरियों का अड्डेबाजी चलते रहता है।रोकने-टोकने पर लोग अश्लीलता एवं अभद्रता से पेश आने लगते हैं।धमकियां दी जाती हैं।  

निरीक्षण के बाद चिकित्सा प्रभारी डॉ. नौशाद ने बताया कि कई महीने से इस तरह की गतिविधियां रहने के बावजूद यहां प्रतिनियुक्त चिकित्सक के द्वारा उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई। यह उनकी लापरवाही को दर्शाता है। 

निरीक्षण के दौरान चिकित्सा प्रभारी ने भवन एवं परिसर को खाली करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि भवन एवं परिसर में स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा निजी प्रयोग की सामानें रखी गई है जो कतई उचित नहीं है। सभी को अविलंब हटाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा नहीं करने पर संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाई कराई जाएगी। 

मामले की रिपोर्ट वरीय अधिकारी को भी दी जाएगी, वहीं यहां प्रतिनियुक्त चिकित्सक से भी मामले में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

सेमीफाइनल मे शानदार जीत हासिल कर विश्व कप के फाइनल मे पहुंचने पर सीएम नीतीश ने टीम इंडिया को दी बधाई

डेस्क: भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 70 रनों से मात देकर 2019 के सेमीफाइनल की हार का बदला ले लिया। 

इधर भारत के इस शानदार जीत पर बिहार के सीएम नीतीश ने दी बधाई दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है भारतीय टीम की शानदार जीत और फाइनल में पहुंचने पर टीम इंडिया को हार्दिक बधाई। साथ ही फाइनल मैच के लिए शुभकामनाएं।

गौरतलब है कि यह मैच विराट कोहली के लिए खास रहा, जिसमें उन्होंने वनडे में शतकों का अर्धशतक पूरा करके सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा। वहीं, मोहम्मद शमी ने सात विकेट लेकर गेंदबाजी में फिर से कमाल दिखाया।

चौथी बार फाइनल में पहले खेलते हुए भारत ने ताबड़तोड़ शुरुआत की। विराट कोहली (117) और श्रेयस अय्यर (105) के धुआंधार शतकों की बदौलत भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 398 रन का लक्ष्य रखा था। लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड की पूरी टीम 48.5 ओवर में 327 रन बनाकर आउट हो गई। डेरिल मिचेल ने शानदार 134 रन बनाए। भारत ने चौथी बार वनडे विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई।