साकेत महाविद्यालय विधि विभागाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार राय को किया गया सम्मानित

अयोध्या- का.सु.साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अयोध्या के विधि विभागाध्यक्ष प्रो.अशोक कुमार राय को हिंदी माध्यम के उत्कृष्ट विधि पुस्तक लेखन के लिए विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ ,गांधीनगर ,भागलपुर , बिहार द्वारा विद्या वाचस्पति के सारस्वत सम्मान से नवाजा गया है। यह सारस्वत सम्मान उनकी सुदीर्घ सेवा ,सारस्वत साधना, शैक्षिक प्रदेयो ,शोध कार्य तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर इस विद्यापीठ की अकादमिक परिषद की अनुशंसा पर प्रदान किया गया है। 

प्रो.राय को हाल ही में भारत सरकार के विधि एवं न्याय मंत्रालय द्वारा डॉ.राजेंद्र प्रसाद विधि राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की गई है। प्रो. राय को इसके पूर्व दो राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदान किए जा चुके हैं। प्रो.राय को समसामयिक उत्कृष्ट पुस्तक लेखन के लिए माननीय प्रधानमंत्री एवं कुलाधिपति उत्तर प्रदेश द्वारा प्रशंसा पत्र भी प्राप्त हो चुके हैं । प्रो. राय वर्तमान में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के विधि-संकाय के संकायाध्यक्ष के रूप में अपने दायित्वों का निर्वाह कर रहे हैं।

पवित्र आदि कैलाश का जल पंहुचा रामादल मुख्यालय

अयोध्या- स्वर्ण निर्मित शिवलिंग स्थापना हेतु पवित्र आदिकैलाश का पवित्र जल पहुंचा रामादल मुख्यालय, जनकारी देते हुए रामादल अध्यक्ष पण्डित कल्कि राम ने बताया कि- वर्ष 2012से निरन्तर धार्मिक पदयात्रा कर रहे मेरठ निवासी नवीन शर्मा ने हिमालय से पदयात्रा करते हुए सोमवार को प्रातः रामादल परिसर स्थित सिद्ध यज्ञशाला पर पहुंचकर ताम्रपत्र के कलश में लाया गया पवित्र आदिकैलाश का जल समर्पित करते हुए बताया कि भगवती स्वप्नेश्वरी देवी की प्रेरणा से प्रेरित होकर महादेवजी के दिव्य स्वर्ण निर्मित शिवलिंग की निर्विघ्न स्थापना की कामना से यह पुनीत कार्य सम्पादित किया है।

सबसे बड़ा आश्चर्य यह हुआ की इस सम्बन्ध में ऐसा कोई प्रयास रामादल परिवार की ओर किया ही नहीं गया था। भाद्रपद की गणेश चतुर्थी तिथि पर धर्म नगरी में स्वर्ण निर्मित शिवलिंग की स्थापना का संकल्प लेने के पश्चात से ही मन बहुत व्यथित था किन्तु सोमवार मौन व्रत में अचानक बिना किसी प्रयास के आदिकैलाश का पवित्र जल पहुंचने के बाद से अंतःकरण में एक दिव्य शक्ति के संचार की अनुभूति हो रही है विदित हो कि 14जनवरी 2014से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान में प्रत्येक सोमवार को मौन रहकर किया जाता है महादेवजी का विशिष्ट जप अभिषेक पूजन कर्म, दैवीय प्रेरणा से पहुंचे आदिकैलाश के पवित्र जल को ग्रहण करते हुए पांच दिवसीय कलश पूजन सम्पन्न कर आज शरद पूर्णिमा के अभिजित मुहूर्त में पौराणिक महत्त्व के सिद्ध श्रीटेढ़ीयतिश्वर नाथ महादेवजी का वैदिक ब्राह्मणों के सानिध्य में रुद्राभिषेक कर आदिकैलाश से पहुंचे पवित्र कलश को स्थापित कर वर्ष 2024 लोकसभा चुनावों में नरेन्दर दामोदर दास मोदीजी के नेतृत्व में प्रचण्ड विजयश्री प्रदान करने की प्रार्थना करते हुए 151 दिवसीय गुप्त बगला ब्रह्मास्त्र महायज्ञ का श्रीगणेश किया गया।

तीन मई 2022 शुभ दिन मंगलवार अक्षय तृतीया के अभिजित मुहूर्त से उपवास रखकर नित्य अखिल ब्रह्माण्ड नायक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम लला सरकार के सम्मुख उपस्थित होकर मोदीजी के विजयश्री हेतु विशिष्ट जप अनुष्ठान भी चल रहा है।उल्लेखनीय है की एक ओर जहां बीते नौ वर्षों से प्रधानमंत्री मोदीजी के निर्मित धार्मिक आयोजन संचालित है तो वहीं दूसरी ओर 2022 चैत्र नवरात्रि महापर्व की चतुर्थी तिथि से उत्तर प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी के लिए भी 1100दिवसीय जप अनुष्ठान शुरू है जिसकी पूर्णाहुति 2025 में चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी तिथि को सम्पन्न होगी। राष्ट्रहित में चल रहे धार्मिक आयोजन के लिए किसी से कोई सहयोग नहीं लिया गया है समस्त कार्यक्रम स्वयं के पूजा पाठ कर्मकांड से अर्जित होने वाली आय से ही सम्पादित किया जा रहा है।

अयोध्या में समाजवादी पार्टी नेताओ ने मनाई महर्षि बाल्मिकी जी की जयंती

अयोध्या- समाजवादी पार्टी कार्यालय गुलाबबाड़ी पर महर्षी वाल्मिकी जी की जयंती मनायी गई। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव व महानगर महासचिव हामिद जाफर मीसम ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। आज समाजवादी पार्टी कार्यालय गुलाबबाड़ी पर महर्षी वाल्मिकी जी की जयंती मनायी गई । इस अवसर पर जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव व महानगर महासचिव हामिद जाफर मीसम ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।

जिला अध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि वाल्मीकि जी को श्रेष्ठ गुरु माना जाता है । उन्होंने भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित रामायण लिखी. महर्षि वाल्मीकि जी का जीवन बहुत ही संघर्षों से भरा रहा है। महानगर महासचिव हामिद जाफर मीसम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी को श्रेष्ठ गुरु माना जाता है, वैसे तो शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा होती है लेकिन इस दिन महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती का भी विशेष महत्व होता है।

महानगर प्रवक्ता राकेश यादव एडवोकेट ने बताया कि इस मौके पर जिला अध्यक्ष पारसनाथ नाथ यादव, महानगर महासचिव हामिद जाफर मीसम, जिला उपाध्यक्ष जय प्रकाश यादव, जिला सचिव अंसार अहमद बब्बन, जिला अध्यक्ष शिक्षक सभा दान बहादुर सिंह, जिला अध्यक्ष महिला सभा सरोज यादव, सुनील तिवारी, जगन्नाथ यादव, वीरेन्द्र गौतम, इत्यादि लोग मौजूद थे।

अयोध्या आए केशव प्रसाद मौर्य नारी शक्ति वंदन सम्मेलन में हुए शामिल, नारी शक्ति से एक बार फिर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने की अपील

अयोध्या- नारी शक्ति वंदन सम्मेलन में अयोध्या आए उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि देवबंद के मौलाना महमूद मदनी के बयान कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला गलत है। इस बात पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो इस प्रकार के बयान वीर लोग हैं जब अपनी बयान वीरता दिखाए तो मीडिया से निवेदन है उसको न फैलाए।

उन्होंने कहा कि उनके बयान का कोई महत्व नहीं है, सर्वोच्च अदालत का फैसला आ गया है, राम लला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है 22 जनवरी को राम लला अपने जन्म स्थान पर विराजमान होने जा रहे हैं। उन्होने बताया कि इस प्रकार के बयान बाजी केवल प्रचार पाने का बहुत घटिया तरीका है। मौलाना महमूद मदनी के बयान कि प्रधानमंत्री इबादतगाहो से खुद को दूर रखें। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने अयोध्या में कहा कि महमूद मदनी राम भक्तों की भावना नहीं समझते हैं, मैं राम भक्त हूं,मैं श्री राम जन्मभूमि आंदोलन का सिपाही हूं, श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में जिसने भूमिका अदा की हर उस व्यक्ति को राम मंदिर के पुनर्निर्माण के समय जब प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित है तो उसमें आने का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री को आमंत्रण दिया है और प्रधानमंत्री जी का उत्तर प्रदेश में स्वागत है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि के उसी स्थान पर 500 साल बाद एक बार फिर भगवान राम लला विराजमान होंगे, जहां से उनको हटाना नहीं चाहिए था लेकिन राम मंदिर आंदोलन ने इसे राष्ट्रीय आंदोलन बनाया, राष्ट्रीय आंदोलन के आधार पर राम मंदिर राष्ट्र मंदिर है।गोकुल पैलेस में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम में नारी शक्ति से अपील किया कि एक बार फिर नरेंद्र मोदी को बनाए प्रधानमंत्री।

इस अवसर पर नारी शक्ति वंदन सम्मेलन में नारी शक्ति की हुंकार, एक सुर में बोली महिलाएं, 2024 के चुनाव में फिर नरेंद्र मोदी बनेंगे प्रधानमंत्री, नारी शक्ति ने पीएम मोदी और सीएम योगी किया जमकर तारीफ, कहा महिलाओं के लिए कोई भी सरकार इतना नहीं किया जितना कर रही भाजपा सरकार, भाजपा सरकार ने महिलाओं को दिया आरक्षण, महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए दिया अवसर, महिलाएं लगातार जुड़ रही भाजपा से, शत प्रतिशत महिलाओं का वोट जाएगा भाजपा को नरेंद्र मोदी जी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे।

अशफाक उल्ला के फोटो का होगा वितरण

अयोध्या- अशफाक उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान अपने रजत जयंती समारोह के अंतर्गत रविवार 29 अक्टूबर को शहर में विभिन्न वार्डों में अमर शहीद अशफाक उल्ला खां का फोटो वितरित करेगा।

संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने बताया कि पूर्वाह्न 11 बजे से संस्थान के पदाधिकारी एवं सदस्यों द्वारा फोटो वितरण प्रारंभ किया जाएगा। प्रथम चरण में एक सौ एक फोटो वितरित किया जाएगा।नयी पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी आंदोलन से अवगत कराने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है।

वरिष्ठ अधिवक्ता और समाजवादी पार्टी विचारक के निधन पर शोक

अयोध्य- वरिष्ठ अधिवक्ता समाजवादी विचारक रामनाथ वर्मा के निधन पर बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। बहुजन समाज पार्टी के जिला प्रभारी पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिलीप कुमार विमल ने कहा कि श्री वर्मा छात्र जीवन से लेकर जिंदगी के अंतिम छणों तक दलितों पिछड़ों मजदूरों के लिए समय-समय पर संघर्ष करते रहे आरक्षण समर्थक आंदोलन में उनका बड़ा योगदान रहा है। उनके निधन से समाज की भारी क्षति हुई है, जिसकी भरपाई हो पाना संभव नहीं है।

बहुजन समाज पार्टी के प्रभारी महेंद्र प्रताप आनंद रवि प्रकाश मौर्य प्रदीप भारती जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार पासी जुनैद अहमद गया शंकर कश्यप एडवोकेट श्रीनाथ निषाद विजय वर्मा वीरेंद्र गौतम राम भारत वर्मा लल्लन पासवान राममिलन रविंद्र भारती अमरनाथ शर्मा हिम्मत सिंह सरोज सूरज कुमार कोरी मुस्तफा अली मुन्नालाल कोरी हरिश्चंद्र निषाद झारखंड गौतम ओम प्रकाश गौतम वीरेंद्र कुमार पिंटू विश्वनाथ कुमार सभाजीत गौतम रमेश कुमार आनंद सहित अन्य बसपा कार्यकर्ताओं ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त किया है

क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड के बिना दीपोत्सव में वालंटियर्स का प्रवेश वर्जित

अयोध्या- डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रान्तीयकृत दीपोत्सव मेले को लेकर तैयारियां जोरो पर है। उत्तर प्रदेश शासन के दिशा-निर्देशन में विश्वविद्यालय द्वारा दीपोत्सव के लिए नियुक्त वालंटियर्स को क्यूआर कोड से सुसज्जित आईकार्ड दिया जायेगा। इससे अनधिकृत लोगों का प्रवेश दीपोत्सव के दिन घाटों पर वर्जित रहेगा।

विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने वालंटियर्स के आई कार्ड को फूलपू्रफ बनाने के लिए कई फीचर्स शामिल किए है। 11 नवम्बर को दीपोत्सव के दिन 21 लाख दीपों को जलाने के लिए राम की पैड़ी व चैधरी चरण सिंह के 51 घाटों पर 24 लाख से अधिक दीपों को जलाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थाओं के 25 हजार से अधिक वालंटियर्स तैनात किए जायेंगे। इन वालंटियर्स के आईकार्ड में डुप्लीकेसी नहीं हो पायेगी। क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड में वालंटियर्स का नाम फोटों, मोबाइल नम्बर, घाट की तैनाती स्थल, एवं क्रमांक अंकित रहेगा। इसके अतिरिक्त आईकार्ड में जिला प्रशासन के प्राधिकृत अधिकारी, दीपोत्सव नोडल अधिकारी के साथ प्राधिकृत संस्था या इकाई के हस्ताक्षर रहेंगे।

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 एसएस मिश्र ने बताया कि वालंटियर्स के आईकार्ड को फूलपू्रफ बनाया गया है। इसे स्केन करने पर छात्र का पूरा विवरण स्क्रीन पर आ जायेगा। इससे डुप्लीकेसी नही हो पायेगी। आपात परिस्थिति में आईकार्ड पर मोबाइल नम्बर भी दिए गए है।

*चंद्र ग्रहण आज, सूतक के चलते 4 बजे बंद हो जाएंगे मंदिरों के कपाट*

अयोध्या- अयोध्या में आज द्वितीय पाली में रामलला का दर्शन बन्द रहेगा। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर 4 बजे के बाद बंद कर दिए जाएंगे। राम मंदिर समेत सभी प्रमुख मठ मंदिरों के द्वार 4 बजे के बाद बंद कर दिए जाएंगे। दरअसल आज चंद्र ग्रहण लगने वाला है। ग्रहण रात्रि 1:04 पर लगेगा जो 01:44 तक रहेगा।

चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है।सूतक लगने से पहले मंदिरों में भगवान के विराजमान स्वरूप की आरती के पश्चात भोग लगाया जाएगा और पट बंद कर दिए जाएंगे। 29 अक्टूबर को फिर आम लोगों के लिए मठ मंदिरों के द्वार खुलेगा। गर्भवती महिलाओं समेत कुछ राशियों को ग्रहण काल में विशेष परहेज करने होंगे।

*अयोध्या में आज होगा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का आगमन*

अयोध्या- अयोध्या में आज उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का आगमन होगा। बताया जाता है कि आज सुबह करीब 11.25 पर पुलिस लाइन ग्राउंड उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का हेलीकॉप्टर उतरेगाष

श्री मौर्य 11.40 पर पहुंचेंगे सर्किट हाउस और विभागीय अधिकारियो के साथ बैठक करेंगे।बैठक के बाद विकासशील एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य दोपहर 1.20 पर देवकाली के गोकुल होटल में नारी शक्ति वंदन महिला सम्मेलन में भाग लेंगे। उसके बाद अपराह्न 2:30 पर हेलीकॉप्टर से लखनऊ के लिए रवाना होंगे।

अयोध्या मंडल के उप सूचना निदेशक डा मुरलीधर सिंह ने लिखा शरद पूर्णिमा के और वाल्मीकि जी की जयंती पर विशेष लेख

अयोध्या।अयोध्या मंडल के उप सूचना निदेशक डॉ मुरलीधर सिंह ने लिखा बहुत सराहनीय और सुंदर लेख । डा श्री सिंह ने अपने स्थानीय लेख में लिखा कि कि परम पिता ब्रहमा जी के तीसरी पीढ़ी में महर्षि प्रचेता के पुत्र के रूप में जन्म हुआ था और महर्षि बाल्मीकि जी स्वयं बृहस्पति जी के अवतार थे । 

महर्षि बाल्मीकि जी ने भगवान राम के जन्म के अनेकों वर्ष पहले ब्रहमा जी के एवं नारद जी के प्रेरणा से रामायण की रचना की थी इसमें कुल 24 हजार श्लोक है महर्षि बाल्मीकि जी को आदि कवि भी कहा जाता है। यह संस्कृति में कविता के रूप में वेद मंत्रों की रचना की थी, मार्ग को निर्धारित किया था ।

 अयोध्या मंडल और अयोध्या धाम के उप सूचना निदेशक होने के साथ ही साथ डा0 मुरली धर शास्त्री प्रभारी मीडिया सेन्टर, लोक भवन लखनऊ

मो0-7080510637/9453005405,ईमेल-ेंदजउनतसपकींत/हउंपस.बवउ का भी कार्य बखूबी निभाते है और महामहिम राष्ट्रपति जी , महामहिम राज्यपाल जी समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी समेत उत्तर प्रदेश, केंद्र सरकार के मंत्रियों और देश के अन्य प्रांतों के महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों मंत्रियों आदि का अयोध्या धाम जब भी आगमन होता है तो उपसुचना निदेशक डॉ मुरलीधर सिंह जी बखूबी अपने दायित्वों का बहुत ही सुंदर निर्वहन करके इन विशिष्ठ जनो और देश प्रदेश और अयोध्या मंडल के चाहे प्रिंट मीडिया हो चाहे सोशल मीडिया हो चाहे इलेक्ट्रानिक मीडिया हो सभी के चहेते अधिकारी में इनकी गिनती होती है ।

 यह सौभाग्य किसी बिरले व्यक्ति को ही मिलता है । उपसूचना निदेशक डॉ मुरलीधर सिंह का व्यवहार बहुत ही अच्छा है इसी का नतीजा है कि चाहे प्रदेश सरकार की नीतियां हो चाहे केंद्र सरकार की नीतियां हो उनका बहुत सुंदर तरीके से प्रचार प्रसार करके सरकार की छबि को चार चांद लगाने में डा मुरलीधर सिंह कभी भी कोई कोर कसर नहीं रखते है ।

 अपने इस लेख के माध्यम से भी उप सूचना निदेशक डॉ मुरलीधर सिंह ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि का नाम रत्नाकर था और उनका पालन जंगल में रहने वाली भील जाति में हुआ था, जिस कारण उन्होंने भीलों की परंपरा को अपनाया और आजीविका के लिए डाकू बन गए। वाल्मीकि एक डाकू थे और भील जाति में उनका पालन पोषण हुआ, लेकिन वे भील जाति के नहीं थे, वास्तव में वाल्मीकि जी प्रचेता के पुत्र थे। 

पुराणों के अनुसार प्रचेता ब्रह्मा जी के पुत्र थे। बचपन में एक भीलनी ने वाल्मीकि को चुरा लिया था, जिस कारण उनका पालन पोषण भील समाज में हुआ और वे डाकू बने।

अपने परिवार के पालन पोषण के लिए वे राहगीरों को लुटते थे, एवं जरुरत होने पर मार भी देते थे। इस प्रकार वे दिन प्रतिदिन अपने पापो का घड़ा भर रहे थे।

एक दिन उनके जंगल से नारद मुनि निकल रहे थे, उन्हें देख रत्नाकर ने उन्हें बंधी बना लिया। नारद मुनि ने उनसे सवाल किया कि तुम ऐसे पाप क्यूँ कर रहे हो ? रत्नाकर ने जवाब दिया अपने एवं परिवार के जीवन व्यापन के लिए. तब नारद मुनि ने पूछा जिस परिवार के लिए तुम ये पाप कर रहे हो, क्या वह परिवार तुम्हारे पापो के फल का भी वहन करेगा ? इस पर रत्नाकर ने जोश के साथ कहा हाँ बिलकुल करेगा. मेरा परिवार सदैव मेरे साथ खड़ा रहेगा।

 नारद मुनि ने कहा एक बार उनसे पूछ लो, अगर वे हाँ कहेंगे तो मैं तुम्हे अपना सारा धन दे दूंगा। रत्नाकर ने अपने सभी परिवार जनों एवम मित्र जनों से पूछा, लेकिन किसी ने भी इस बात की हामी नहीं भरी। इस बात का रत्नाकर पर गहरा आधात पहुँचा और उन्होंने दुराचारी के उस मार्ग को छोड़ तप का मार्ग चुना एवम कई वर्षो तक ध्यान एवम तपस्या की, जिसके फलस्वरूप उन्हें महर्षि वाल्मीकि नाम एवं ज्ञान की प्राप्ति हुई और उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण महा ग्रन्थ की रचना की। 

इस प्रकार जीवन की एक घटना से डाकू रत्नाकर एक महान रचयिता महर्षि वाल्मीकि बने। रामायण में माता राजा दशरथ की दूसरी पत्नी रानी कैकई ने राम चन्द्र जी को वनवास भेजा था। इसके पीछे भी एक अद्भुत कहानी है।

जब रत्नाकर को अपने पापो का आभास हुआ, तब उन्होंने उस जीवन को त्याग कर नया पथ अपनाना, लेकिन इस नए पथ के बारे में उन्हें कोई ज्ञान नहीं था। नारद जी से ही उन्होंने मार्ग पूछा, तब नारद जी ने उन्हें राम नाम का जप करने की सलाह दी

रत्नाकर ने बहुत लम्बे समय तक राम नाम जपा पर अज्ञानता के कारण भूलवश वह राम राम का जप मरा मरा में बदल गया, जिसके कारण इनका शरीर दुर्बल हो गया, उस पर चीटियां लग गई।

 शायद यही उनके पापो का भोग था। इसी के कारण इनका नाम वाल्मीकि पड़ा। पर कठिन साधना से उन्होंने ब्रह्म देव को प्रसन्न किया, जिसके फलस्वरूप ब्रम्हदेव ने इन्हें ज्ञान दिया और रामायण लिखने का सामर्थ्य दिया, जिसके बाद वाल्मीकि महर्षि ने रामायण को रचा, इन्हें रामायण का पूर्व ज्ञान था।

एक बार तपस्या के लिए गंगा नदी के तट पर गये, वही पास में पक्षी का नर नारी का जोड़ा प्रेम में था उसी वक्त एक शिकारी ने तीर मार कर नर पक्षी की हत्या कर दी, उस दृश्य को देख इनके मुख से स्वतः ही श्लोक निकल पड़ा जो इस प्रकार था।

मां निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शाश्वतीः समाः। यत्क्रौंचमिथुनादेकम् अवधीः काममोहितम।अर्थात जिस दुष्ट ने भी यह घृणित कार्य किया, उसे जीवन में कभी सुख नहीं मिलेगा, उस दुष्ट ने प्रेम में लिप्त पक्षी का वध किया हैं. इसके बाद महाकवि ने रामायण की रचना की।वाल्मीकि महा कवि ने संस्कृत में महाकाव्य रामायण की रचना की थी, जिसकी प्रेरणा उन्हें ब्रह्मा जी ने दी थी।

 रामायण में भगवान विष्णु के अवतार राम चन्द्र जी के चरित्र का विवरण दिया हैं. इसमें 24 हजार श्लोक लिखे गए हैं। इनकी अंतिम साथ किताबों में वाल्मीकि महर्षि के जीवन का विवरण है। वाल्मीकि महर्षि ने राम के चरित्र का चित्रण किया, उन्होंने माता सीता को अपने आश्रम में रख उन्हें रक्षा दी, बाद में, राम एवं सीता के पुत्र लव कुश को ज्ञान दिया।लेखक-उत्तर प्रदेश सरकार के प्रथम श्रेणी के अधिकारी के साथ-साथ इस्कॉन में पैट्रन तथा वर्तमान में अयोध्या धाम, अवध धाम एवं कभी कभी वृन्दावन धाम में भी जाते है तथा आम लोगों के लिए धार्मिक, सांस्कृतिक एवं विधिक विषयों पर लेखन करते है तथा वर्तमान सरकार जो योगी जी के नेतृत्व में चल रही है उसके योजनाओं का एवं अयोध्या का विशेष प्रचार प्रसार करते है।