भाजपा के परिवारवाद पर मुख्यमंत्री बघेल का पलटवार, कही यह बात
रायपुर- रायपुर ग्रामीण से पंकज शर्मा को टिकट दिए जाने पर भाजपा द्वारा परिवारवाद का आरोप लगाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि रमन सिंह उनके भांजे विक्रांत और अब भांजी को टिकट मिल गया. अग़ल-बग़ल की सीट मिल गई है. सबकी नाव डूबने वाली है.
बस्तर दौरे के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा में कांग्रेस की तीसरी सूची और बाकी बचे 7 सीटो को लेकर कहा कि जल्दी वो भी हो जाएगा. नवरात्रि के कारण रुके थे. तैयारी तो हमारी पहले से हो गई थी. आगे चौंकाने वाला नाम आएगा कि नहीं मुझे पता नहीं.
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सामने महंत रामसुंदर दास को टिकट मिलने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महंत जी पहले भी दो बार विधायक रह चुके हैं. इस बार जहां निवास करते हैं, वहां से उनको टिकट दिया गया है. भाजपा में तो बौखलाहट है. एक तरफ़ अरुण साव और रमन सिंह घिरे है, और अब बृजमोहन अग्रवाल बुरी तरह से घिर गए हैं.
‘बीजेपी की सूची में रमन सिंह की चली है तो कांग्रेस की सूची में किसकी चली है’ के सवाल पर मुख्यंत्री बघेल ने कहा कि कांग्रेस की सूची में आलाकमान चली है. वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के बयान पर कहा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवीर दास तो राज्यपाल बन गये, लेकिन उन्होंने जेपी नड्डा के प्रति आभार जताया है. राष्ट्रपति के प्रति आभार नहीं जताया.
अमित शाह के दौरे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शाह आने वाले हैं. कुछ दिन पहले सबसे बड़े घोटालेबाज के नामांकन में गए थे, वहां उल्टा लटकाने की बात किए. कल असम के सीएम हिमन्ता विश्वा सरमा आये थे, ये वही व्यक्ति हैं, जिनके ख़िलाफ़ भाजपा के नेता खूब बोला करते थे. पानी पी पीकर कोसते थे. लेकिन जब से भाजपा में गये उनकी जाँच बंद हो गई है.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि किसान संपदा योजना के तहत असम सीएम की पत्नी के नाम से कंपनी को पैसा दिया गया. क्या उन्होंने एप्लाई किया या भारत सरकार ने दिया. हर पंद्रह दिन में गोधन का पैसा लोगो को मिल रहा है. यहां सरकार ने वितरण किया है. असम के मुख्यमंत्री तो विधायक ख़रीदने में माहिर हैं, वो अमित शाह के ख़ास हैं, वो तो सीधा बैंक हैं, विधायकों को ख़रीदते हैं.
बीजेपी नेताओं के भाषणों में उपयोग हो रहे शब्दों को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के नेता लगातार असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. भड़काऊ बयानबाज़ी कर रहे हैं. एक विशेष वर्ग कहां से आया केंद्र सरकार को बताना चाहिए. सूची वो दे दें, हम कार्रवाई करेंगे. कितना भी ये कर लें, लेकिन सफलता नहीं मिलेगी. सांप्रदायिकता के अलावा इनको आता क्या है.
उन्होंने कहा कि हमने तो तीन बड़ी घोषणा कर दी, लेकिन अभी तक ये गाली-गलौज और भड़काने के अलावा कुछ बोले नहीं हैं. कवर्धा के मामले में खूब हल्ला हुआ. इस बीच कुछ जगह निगम के चुनाव हुए, जिसमें सरकार को सफलता मिली. छत्तीसगढ़ की जनता इन बातों को पसंद नहीं करती.
Oct 19 2023, 20:49