आज का मौसम, 27 सितंबर 2023: जानिए सम्पूर्ण भारत में आज क्या है मौसम का पूर्वानुमान

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आज दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अक्षांश 28.3N और देशांतर 72 डिग्री पर है । पूर्व, नोखरा, जोधपुर, बाड़मेर और अक्षांश 25.7 उत्तर और 70.3 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है।दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण से पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए पश्चिम असम तक फैली हुई है।

एक और ट्रफ रेखा दक्षिणपूर्व उत्तर प्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए तेलंगाना तक फैली हुई है, यह समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैली हुई है।

29 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम में बढ़ने की उम्मीद है दिशा और धीरे-धीरे तीव्र हो सकती है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की या मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई।

ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, कर्नाटक, पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

जम्मू कश्मीर, हरियाणा के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, तटीय ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई।

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान, महाराष्ट्र, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण गुजरात और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और रायलसीमा में हल्की बारिश हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले एस जयशंकर-गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर हम विश्व मित्र बने, कनाडा का नाम लिए बिना दे डाली नसीहत

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केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत की ओर से नमस्ते! इसके बाद उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद दुनिया के सामने बड़ी चुनौतियां हैं। विकासशील देशों पर सबसे अधिक दबाव है। विश्वास के पुनर्निर्माण और वैश्विक एकजुटता को फिर से जगाने के इस यूएनजीए के विषय को हमारा पूरा समर्थन है। यह हमारी आकांक्षाओं को साझा करते हुए हमारी उपलब्धियों और चुनौतियों का जायजा लेने का एक अवसर और लक्ष्य है।

एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने जी20 का सफल आयोजन किया और ग्लोबल साउथ की आवाज बना। उन्होंने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ करते हुए कहा- हमारी पहल से अफ्रीकन यूनियन संगठन का हिस्सा बना है। जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किये जाने से संयुक्त राष्ट्र को भी सुरक्षा परिषद को समसामयिक बनाने की प्रेरणा मिलनी चाहिए।

UNGA में विदेश मंत्री में एस जयशंकर ने कहा कि भारत अलग-अलग साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। गुट निरपेक्ष के युग से निकलकर अब हमने विश्व मित्र की अवधारणा विकसित की है। यह विभिन्न देशों के साथ जुड़ने और जहां आवश्यक हो, हितों में सामंजस्य स्थापित करने की हमारी क्षमता और इच्छा को दिखाता है।एस जयशंकर ने कहा कि जब हम लीडिंग पावर बनने की आकांक्षा रखते हैं, यह आत्म-प्रशंसा के लिए नहीं बल्कि बड़ी जिम्मेदारी लेने, योगदान देने के लिए है।

इतना ही नहीं जयशंकर ने कनाडा का बिना नाम लिए कहा कि राजनीतिक सुविधा से आतंकवाद पर कार्रवाई सही नहीं है। संप्रभुता का ख्याल रखा जाना चाहिए। जयशंकर ने कहा कि राजनीतिक सुविधा के हिसाब से आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा पर एक्शन नहीं लेना चाहिए। क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं हो सकता है।

इसके अलावा अपने भाषण में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलावों की भारत की मांग को दुनिया के सामने दोहराया। विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, विश्व की वित्तीय संस्थाओं में बदलाव होना चाहिए। यूएनएसी में बदलाव होना चाहिए। उन्होंने कहा समय बदल रहा है, अब दूसरे देशों की बात सुननी होगी और कुछ देशों का एजेंडा दुनिया पर नहीं थोपा जा सकता है। वे दिन खत्म हो गए जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे और उम्मीद करते थे कि दूसरे भी उनके साथ आ जाएंगे।

खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या से जुड़ा एक वीडियो आया सामने, दो गाड़ियों में सवार दो लोगों ने बरसायी थी 50 गोलियां

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कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी वीडियो सामने आया है।बता दें कि इस साल 18 जून को निज्जर की कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे इलाके में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में बंदूकधारियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी।निज्जर भारत से अलग एक खालिस्तानी देश की मांग करता आ रहा था। जुलाई 2020 में भारत ने उसे 'आतंकवादी' घोषित किया था।

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अमेरिकी अखबार द वॉशिंगटन पोस्ट ने वीडियो फुटेज के हवाले से जो रिपोर्ट जारी की है।वाशिंगटन पोस्ट की ओर से जारी एक रिपोर्ट में घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत को साझा किया गया है। सीसीटीवी वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों से बात के अनुसार निज्जर की हत्या में कम से कम छह हमलावर दो वाहनों से आए थे। अमेरिकी अखबार ने कहा कि उसकी ओर से समीक्षा की गई 90 सेकंड की वीडियो रिकॉर्डिंग में निज्जर के ग्रे पिकअप ट्रक और एक सफेद सेडान को गुरुद्वारे की पार्किंग में एक साथ चलते हुए देखा गया है।

निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल

अखबार के मुताबिक कैमरे के वीडियो से पता चलता है कि एक सेडान ने कनाडा में रहने वाले सिख हरदीप सिंह निज्जर के ट्रक को रोका था। इसके बाद दो बंदूकधारियों ने निज्‍जर को मार डाला। अखबार के मुताबिक इससे पता लगता है कि निज्जर को मारने के लिए कनाडा के अधिकारियों की तरफ से जो कुछ भी बताया गया है कि उससे भी ज्‍यादा जटिल ऑपरेशन का खुलासा हुआ है। अखबार ने कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से लिखा है कि निज्‍जर की हत्या में कम से कम छह लोग शामिल थे।वीडियो में नजर आ रहा है कि निज्जर का ग्रे रंग का ट्रक गुरुद्वारे की पार्किंग से निकल रहा है। एक सफेद सेडान स्क्रीन पर नजर आती है और वह भी ट्रक की स्‍पीड से आगे बढ़ती है। इसके बाद वह ट्रक को ओवरटेक करती है और फिर सेडान ट्रक के साथ-साथ चलती है। जैसे ही वे बाहर निकलने के करीब आते हैं, सेडान फिर निज्जर के ट्रक से आगे निकल जाती है। कार गेट पर रुकती है और ट्रक फंस जाता है। इस बीच हुड वाली स्वेटशर्ट पहने दो आदमी आगे बढ़ते हैं और सेडान के दूर हटते ही ड्राइवर की सीट पर बंदूक तान देते हैं। इसी दौरान सामने खड़ी सेडान पार्किंग से बाहर निकल जाती है और कैमरे की नजर से दूर हो जाती है। इसके बाद गोलीबारी करने वाले दोनों लोग भी एक ही दिशा में भागते देखे गए।

हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं, निज्जर को 34 गोलियां लगी

कनाडा के स्थानीय सिख समुदाय के सदस्यों का कहना है कि जांचकर्ताओं ने उन्हें बताया है कि हमलावरों ने लगभग 50 गोलियां चलाईं थी, जिनमें से निज्जर को 34 गोलियां लगी थी। हर जगह खून और टूटा हुआ शीशा जमीन पर पड़ा था। जमीन गोलियों से छलनी थी। उसी दौरान गुरुमीत सिंह तूर नाम के एक अन्य गुरुद्वारा नेता अपने पिकअप ट्रक में आते हैं और निज्जर को गाड़ी में बिठाकर बंदूकधारियों का पीछा करने के लिए निकल पड़ते हैं।

सिख वेश-भूषा में थे हमलावर

रिपोर्ट में गुरुद्वारे के एक स्वयंसेवक भूपिंदरजीत सिंह का भी हवाला दिया गया है। वे निज्जर के ट्रक तक पहुंचने वाले पहले गवाह थे। सिंह ने ड्राइवर साइड का दरवाजा खोला और निज्जर के कंधों को पकड़ लिया। सिंह के हवाले से कहा गया, ऐसा लग रहा था कि निज्जर की सांसें नहीं चल रही थी। गुरुद्वारा समिति के एक अन्य सदस्य मलकीत सिंह ने बताया कि उन्होंने दो लोगों को पड़ोस के कौगर क्रीक पार्क की ओर भागते देखा। उसने उनका पीछा किया। उन्होंने दावा किया कि हमलावरों ने 'सिख गेट-अप' पहन रखा था, उनके सिर पर छोटे पघों पर हुडी खींची हुई थी और उनके 'दाढ़ी वाले चेहरे' पर मास्क लगा हुआ था।

26/11 आतंकी हमला, 175 लोगों की हुई थी मौत, 400 पन्नों में आरोपी तहव्वुर राणा के गुनाहों का किया गया जिक्र, चार्जशीट दाखिल, डिटेल में पढ़िए खबर


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मुंबई पुलिस ने नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी तहव्वुर राणा के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया है। राणा, जो इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में हिरासत में है, मुंबई हमलों में अपनी भूमिका के लिए कई आरोपों का सामना कर रहा है और उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा हुआ माना जाता है, जो 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 400 पन्नों से अधिक का आरोपपत्र, जो इस मामले में अब तक का चौथा है, मुंबई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा सोमवार को अदालत की रजिस्ट्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। एक सरकारी वकील ने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दस्तावेज़ मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष आने की संभावना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, उन्होंने मामले में राणा के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) धारा 39 ए (आतंकवादी संगठन को समर्थन देने से संबंधित अपराध) जोड़ा है।

अधिकारी ने कहा कि, ''हमें बयानों और दस्तावेजों के रूप में राणा के खिलाफ कुछ नए सबूत मिले हैं।'' उन्होंने बताया कि यह मामले में चौथा आरोपपत्र है। देश के अधिकारियों के लिए एक बड़ी जीत में, एक अमेरिकी अदालत ने इस साल मई में 62 वर्षीय राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। हालाँकि, अगस्त में, 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के लिए भारत में मुकदमे का सामना करने के लिए व्यवसायी के प्रत्यर्पण पर रोक का आदेश दिया गया था।

बता दें कि, 26 नवंबर, 2008 को जब पाकिस्तान से 10 आतंकवादी समुद्री मार्ग से आए और मुंबई में 60 घंटे से अधिक समय तक मौत का तांडव मचाया था, इस आतंकी हमले में कुल 175 लोग मारे गए थे। इस दौरान आतंकियों ने शहर के स्थलों, एक अस्पताल, एक यहूदी केंद्र और अन्य स्थानों को निशाना बनाया था। 10 आतंकवादियों में अजमल कसाब भी शामिल था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था और बाद में उस पर मुकदमा चलाया गया और एक विशेष अदालत ने मौत की सजा सुनाई। अदालत द्वारा मामले में दोषी ठहराए जाने के दो साल बाद नवंबर 2012 में उन्हें पुणे की यरवदा केंद्रीय जेल में फांसी दे दी गई थी।

अजमल कसाब की गिरफ्तारी से खुली थी पाकिस्तान की पोल

बता दें कि, पाकिस्तान की चाल थी कि, इस आतंकी हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर आए, इसलिए उसने आतंकियों के हाथ में 'कलावा' बांध दिया था और उनकी जेबों में हिन्दू नाम वाले ID कार्ड रख दिए थे। सभी आतंकियों को अधिक से अधिक लोगों को मारने के बाद खुद भी हमले में मर जाने का आदेश था, लेकिन कसाब को जिन्दा पकड़ लिया गया। हालाँकि, जांच होती, सच्चाई सामने आती, उससे पहले ही कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा 'हिन्दू आतंकवाद' शब्द उछाल दिया गया। यहाँ तक कि, कांग्रेस के दिग्गज नेता और रणनीतिकार दिग्विजय सिंह ने फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ मिलकर 26/11 हमला- RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी।

हिन्दुओं पर आतंकी हमले का दोष डालने का पाकिस्तानी प्लान सफल हो चुका था। लेकिन, जिन्दा पकड़े गए कसाब ने पूछताछ में कबूल लिया कि, 'उसे पाकिस्तान ने हूरों की लालच देकर भारत में जिहाद करने भेजा था।' कसाब के कबूलनामे का वीडियो आज भी यूट्यूब पर उपलब्ध है। उसके कबूलनामे के बाद पाकिस्तान का पूरा प्लान फेल हो गया और दिग्विजय द्वारा लॉन्च की गई किताब भी। हालाँकि, हिन्दू आतंकवाद शब्द उछालने और झूठी किताब लॉन्च करने के लिए कांग्रेस ने कभी माफ़ी नहीं मांगी।

इस खालिस्तानी आतंकी के खिलाफ इंटरपोल ने जारी किया रेड कॉर्नर नोटिस, करणवीर सिंह ने पाकिस्तान में ली है पनाह

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भारत के खिलाफ विदेशों में रह कर साजिश करने वाले खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ अब कार्रवाई तेज हो गई है। इसी क्रम में इंटरपोल ने पाकिस्तान में पनाह लेकर छिपे खालिस्तानी आतंकवादी करनवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। इंटरपोल ने पाकिस्तान में पनाह लेकर बैठे खालिस्तानी आतंकवादी करनवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। वह बब्बर खालसा इंटरनैशनल (बीकेआई) का सदस्य है। जून महीने में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हुई हत्या से भारत-कनाडा के रिश्तों में आई खटास के बीच इंटरपोल ने यह कदम उठाया है।

करनवीर सिंह पर ये हैं आरोप

भारत विरोधी गतिविधियों में उसकी भूमिका कई बार सामने आ चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, करनवीर सिंह खालिस्तानियों का अहम हैंडलर है। इंटरपोल की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक, करनवीर सिंह मूलरूप से पंजाब के कपूरथला का रहने वाला है। उसके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने, हत्या, आतंकी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाने, आर्म्स एक्ट और आतंकी संगठन का सदस्य होना समेत कई गंभीर आरोप हैं।

खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल

इससे पहले बुधवार को एनआई ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच आतंकियों के सर पर इनाम घोषित किया था। इस संगठन को पाकिस्तान के लाहौर से चलाया जाता है। आतंकी वाधवा सिंह इस संगठन का सरगना है। संगठन को 1970 में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद तैयार किया गया था। सबसे पुराने खालिस्तान समर्थक संगठनों में से एक, बीकेआई की स्थापना पंजाब के सुखदेव सिंह बब्बर और तलविंदर सिंह परमार ने की थी। यह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का कठपुतली संगठन है। यहां तक कि बीकेआई का मुख्यालय पाकिस्तान के लाहौर में है। संगठन को भारत, ब्रिटेन, कनाडा, ईयू, जापान, मलेशिया और अमेरिका में बैन किया गया है।

लंदन पहुंचे उत्तराखंड के सीएम धामी, रोपवे निर्माण के लिए फ्रांसीसी कंपनी पोमा संग 2000 करोड़ का एमओयू साइन

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वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए लंदन में पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोड शो आज मंगलवार को होगा। इससे पहले सीएम धामी ने रोपवे निर्माण में दुनिया की अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी पोमा के साथ उत्तराखंड में रोप वे-केबल कार निर्माण के लिए 2000 करोड़ का एमओयू साइन किया। अब रोड के जरिए प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण और शिक्षा क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करेगी।

इस मौके पर उत्तराखंड के प्रवासियों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ सीएम का भव्य स्वागत किया। दिसंबर में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रदेश सरकार ने 2.50 लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य रखा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोड शो में प्रदेश सरकार निवेशकों को औद्योगिक नीतियों में दी जाने वाली वित्तीय सुविधा और निवेश संभावनाओं पर प्रोत्साहित करेगी।

आज मुख्यमंत्री धामी लंदन में निवेशकों से संवाद करेंगे। जबकि 27 सितंबर को बर्मिंघम में रोड शो होगा। सीएम के साथ सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा लंदन गए हैं। बता दें कि लंदन के बाद अक्तूबर माह में सिंगापुर, ताइवान, दुबई में अंतरराष्ट्रीय रोड शो होंगे।

क्या बारिश कर सकती है इंटरनेशनल सीरीज के तीसरे वनडे मैच का मजा किरकिरा? यहां जानें राजकोट में कैसा रहेगा मौसम का हाल

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सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर चुकी टीम इंडिया तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। टीम इंडिया की निगाहें कंगारू टीम का सूपड़ा साफ करने पर होगी। विराट कोहली, रोहित शर्मा समेत सीनियर प्लेयर्स पहले दो वनडे में आराम करने के बाद टीम में लौटेंगे। वहीं, शुभमन गिल और शार्दुल ठाकुर को आराम दे दिया गया है।

कैसे रहेगा राजकोट में मौसम

राजकोट में तीसरे वनडे मुकाबले के दिन मौसम ज्यादातर साफ रहने की उम्मीद है। यानी क्रिकेट फैन्स को पूरे मैच का लुत्फ उठाने का मौका होगा। बारिश होने की संभावना महज 20 प्रतिशत है। यानी इंद्र देव के कम से कम राजकोट में बरसने के चांस बेहद कम हैं। इंदौर में खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भी बारिश ने बीच-बीच में खलल डाली थी, जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुईस नियम के तहत टारगेट देना पड़ा था।

कैसी है राजकोट की पिच

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का तीसरा मैच राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैदान पर वैलेंटाइन-चक्कों की मूर्तियां हैं। गेंद के आकार पर काफी अच्छे तरीके से काम होता है और इस ग्राउंड पर डाउनलोड करना भी काफी आसान होता है। राजकोट में रेलवे पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

राजकोट के इस मैदान पर अब तक कुल तीन वनडे मैच खेले गए हैं, जिसमें से तीनों ही मैचों में जीत पहले बैटिंग करने वाली टीम के हाथ लगी है। यानी टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला यहां पर फायदे का सौदा रहा है। चेज करते हुए अब तक कोई भी टीम इस ग्राउंड पर एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकी है। पहले पारी में एवरेज स्कोर 311 का रहा है, जबकि दूसरी इनिंग में औसतन स्कोर 290 का रहा है।

मनमोहन सिंह के 91वां जन्मदिन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तारीफ करते हुए दी बधाई, कहा- हम सभी को मिलती है प्रेरणा


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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज जन्मदिन है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी। इसके साथ ही उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। वहीं, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उनकी प्रशंसा करते हुए जन्मदिन की बधाई दी।

हम सभी को मिलती है प्रेरणा

सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बधाई देते हुए उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारे देश, संविधान और लोकतंत्र के प्रति आपका अटूट समर्पण और प्रतिबद्धता हम सभी को प्रेरित करती रहती है। आपके अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और लंबे जीवन की कामना करता हूं।’

पीएम मोदी ने की लंबी उम्र की कामना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जन्मदिन पर बधाई दी। मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं। हम उनकी लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।

सादगी और गरिमा का उदाहरण

मनमोहन सिंह को जन्मदिन की बधाई देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि वह एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने राजनीति में सादगी और गरिमा का उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह एक सच्चे राजनेता प्रधानमंत्री हैं, जिनके काम शब्दों से ज्यादा बोलते थे। हम उनके योगदान के लिए हमेशा आभारी रहेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘उनके अच्छे स्वास्थ्य, खुशहाली और उनके लंबे जीवन की कामना करता हूं।’

अरविंद केजरीवाल के मुरीद हुए योग गुरु बाबा रामदेव, गीता के श्लोक के साथ कहा कि पुरुषार्थ और पराक्रम करने वाले ही सफलता के शिखर चढ़ते, तीन विजय प्

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अक्सर केजरीवाल की आलोचना करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव भी अब उनके मुरीद बन गए हैं। हाल ही में वह दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संजोयक अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते नजर आए। एक टीवी शो के दौरान उन्होंने कहा कि केजरीवाल आने वाले समय में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। उन्होंने गीता के श्लोक के साथ कहा कि पुरुषार्थ और पराक्रम करने वाले सफलता के शिखर चढ़ते है। तीन विजय इन्होने प्राप्त कर ली। खोने के लिए कुछ भी नहीं था अरविंद केजरीवाल जी के पास।

बाबा रामदेव ने आगे कहा कि योग दिल्ली विजय कर लिया इन्होने पंजाब विजय कर लिया। फिर एमसीडी, जिसे दिल्ली का दूसरा डोर है सत्ता का वो भी विजय कर लिया। अब इस बार गुजरात में थोड़ी सीटें आईं लेकिन अगली बार इतनी बड़ी चुनौती बनके उभरेगा अरविंद केजरीवाल बीजेपी के लिए कि वह आने वाले समय में बीजेपी को नाको चने चबवा देगा।'

बता दें कि बाबा रामदेव बीजेपी और नरेंद्र मोदी के समर्थक माने जाते हैं। साथ ही वह अक्सर अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते रहे हैं। हालांकि जब 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' का आंदोलन चल रहा था तब दोनों एक ही मंच पर नजर आते थे और एक-दूसरे का समर्थन और तारीफ भी करते थे। लेकिन अरविंद केजरीवाल जब अपनी पार्टी बनाकर बीजेपी के लिए ही चुनौती बन गए तो रामदेव ने उनकी आलोचना शुरू कर दी।

जब आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई तो उन्होंने अरविंद केजरीवाल की तीखी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि अगर अरविंद केजरीवाल सच में देश में वीवीआईपी कल्चर खत्म करना चाहते और देश के हित में राजनीति करना चाहते हैं तो उन्हें जनता को बताना चाहिए कि वह कांग्रेस के साथ क्यों हैं, नरेंद्र मोदी के साथ क्यों नहीं हैं।'

राजस्थान में मिड डे मील घोटाला मामले में सीएम अशोक गहलोत के मंत्री राजेंद्र यादव के 10 ठिकानों पर ED की रेड, कांग्रेस नेता ने कहा, राजनैतिक फंडि

 आर्थिक अपराधों की जांच करने वाली केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज मंगलवार (26 सितंबर) को कथित मिड-डे मील घोटाले में गृह और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र यादव से जुड़े राजस्थान के दस स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों ने दावा किया कि ED के अधिकारी कोटपूतली, बहरोड़, विराटनगर और कांग्रेस नेता के अन्य ठिकानों पर छापेमारी करने के लिए दिल्ली से राजस्थान पहुंचे हैं।

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हालांकि, ED अधिकारियों ने मंत्री पर मारे गए छापों के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह आरोप लगाया गया है कि सीएम अशोक गहलोत के मंत्री यादव एक कारखाने के निदेशक के रूप में कार्य करते हैं, जहां मध्याह्न आपूर्ति के लिए पोषण आहार का निर्माण किया जाता है। बता दें कि, पिछले साल 7 सितंबर को आयकर विभाग ने यादव से जुड़े परिसरों की तलाशी ली थी। मौजूदा मामले में अधिकारियों ने बताया है कि कथित मिड-डे मील घोटाले में चार राज्यों- दिल्ली, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और राजस्थान में यादव की संपत्तियों पर एक साथ छापेमारी की गई है। हालाँकि, छापेमारी की पुष्टि करते हुए यादव ने कहा कि उनका मध्याह्न भोजन से कोई लेना-देना नहीं है। 

आयकर विभाग ने मंत्री और उनके रिश्तेदारों के 50 से अधिक ठिकानों पर व्यापक तलाशी ली थी। ऑपरेशन में आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ CRPF कर्मियों की एक महत्वपूर्ण टुकड़ी की उपस्थिति देखी गई थी। अब ED की जांच टीम सुबह करीब साढ़े पांच बजे मंत्री की जयपुर और कोटपूतली स्थित संपत्तियों पर पहुंची। कांग्रेस नेता राजेंद्र यादव ने कहा कि, ''हम खाद बनाते हैं, जिसमें कई तरह की प्लास्टिक की थैलियां बनती हैं। वहीं, उत्तराखंड में खाद्य पदार्थ से जुड़े कारोबार भी हैं। यह जल्द ही साफ हो जाएगा कि मिड डे मील में राजनीतिक फंडिंग से हमारा कोई लेना-देना नहीं है।"