*विवाहिता की मौत के मामले में प्रशासन ने संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस निलंबित करते हुए ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवा पर लगाया प्रतिबंध*

अमेठी। मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर में बेहोश हुई विवाहिता की मौत के मामले में प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। प्रशासन ने संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस निलंबित करते हुए ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। अस्पताल में पूर्व में भर्ती सिर्फ 20 मरीज का ठीक होने तक उपचार चलेगा। बता दें कि अस्पताल परिसर में 450 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं। अस्पताल बंद होने के बाद साढे चार सौ कर्मचारियों और अधिकारियों के रोजी-रोटी पर संकट अच्छा जाएगा। ऐसे में सभी को बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा।

कोतवाली क्षेत्र मुसाफिरखाना के गांव पांडेय का पुरवा मजरे रामशाहपुर निवासी अनुज शुक्ल की पत्नी दिव्या शुक्ला 14 सितंबर को मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में पथरी का ऑपरेशन करने आई थी। ऑपरेशन थिएटर के अंदर बेहोशी का डोज देने के बाद दिव्या कोमा में चली गई, उसके बाद मेदांता में इलाज के दौरान मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद अस्पताल के सीईओ व तीन चिकित्सकों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ।

सीएमओ की ओर से गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया। शासन के निर्देश पर अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर नए भर्ती मरीजों को भारती नहीं करने का निर्देश दिया गया था। सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गई है। सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह ने बताया कि संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करते हुए इमरजेंसी और ओपीडी सेवा पर प्रतिबंध लगाकर अस्पताल प्रबंधन को नोटिस दी गई है। पहले ही मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी गई थी।

विवाहिता की मौत के मामले में शासन के निर्देश पर संजय गांधी अस्पताल प्रबंधन को नए मरीजों को भर्ती न करने का नोटिस जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद नए मरीज तो नहीं भर्ती हुए लेकिन, सोमवार को दिनभर इमरजेंसी और ओपीडी सेवाएं चलीं। ओपीडी सेवा में मरीजों की संख्या सामान्य दिनों की तरह रही तो वही इमरजेंसी में मरीज दिखाई पड़े। सीएमओ के निर्देश के क्रम में सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. पीके उपाध्याय ने अस्पताल पहुंचकर अभिलेख की जांच की। इसके साथ ही नए भर्ती मरीजों के संबंध में वार्डों को भी देखा। अस्पताल में पहले से भर्ती 20 मरीज मिले। जिनका इलाज चल रहा है।

सीएमओ डॉक्टर अंशुमान सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से संजय गांधी का अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी कर ओपीडी और इमरजेंसी सेवा बंद करने का निर्देश दिया गया है। अस्पताल में पहले से भारती सिर्फ 20 मरीज के ठीक होने तक उनका इलाज चलेगा। सीएमओ ने बताया कि अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है। संजय गांधी अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी। सोमवार को हम लोग जवाब बना रहे थे। फिर दोबारा लाइसेंस निलंबित कर ओपीडी वालों इमरजेंसी सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया। बताया कि हायर अथॉरिटी को मामले से अवगत कराया गया है। उनके निर्देश के क्रम में कार्य किया जाएगा।

संजय गांधी अस्पताल के मैनेजर एडमिन सुरेश सिंह राजपूत ने कहा कि राजनीतिक विदेश भावना के तहत कार्यवाही की गई है। अस्पताल और चिकित्सकों की कोई कमी नहीं है। कुछ ऐसे मरीजों में इस तरह की समस्या आती है, जिसकी जांच अस्पताल प्रबंधन की ओर से कराई जा रही थी। मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में वेंटीलेटर, ब्लड बैंक सुविधा, डायलिसिस, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ब्लड जांच सहित अन्य सुविधाएं हैं। अस्पताल परिसर में प्रतिदिन करीब 550 से 600 मरीजों की ओपीडी होती थी। वही प्रतिदिन 200 से अधिक मरीजों की इमरजेंसी भी होती थी। अस्पताल परिसर में 1000 से अधिक मरीजों की विभिन्न जांचें होती थी। इमरजेंसी और ओपीडी सेवा बंद होने के बाद अब मरीजों को भटकना पड़ेगा।

*नवनिर्मित राजकीय यूनानी अस्पताल बदइंतजामी का शिकार, तीन फुट गहरे पानी से गुजकर जाना पड़ता है मरीजों को अस्पताल*

अमेठी । केंद्रीयमंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के मुसाफिरखाना कस्बा स्थित नवनिर्मित राजकीय यूनानी अस्पताल बदइंतजामी का शिकार हो रहा है।हालत यह है कि अस्पताल आने जाने वाले मरीजों व तिमारदारो को तीन तीन फुट गहरे पानी में हलकर जाना पड़ता है।और वही डाक्टर व स्टाफ को अस्पताल परिसर के पीछे बाउंड्री वॉल पर सीढी लगाकर अंदर आना जाना पड़ रहा है।

अस्पताल तक मरीजों के पहुंचने के लिए अस्पताल की दरकार

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र वीवीआइपी क्षेत्रों में शुमार होता है। बीते वर्षों में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने अति महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत मुसाफिरखाना कस्बे में रेलवे स्टेशन के उत्तर दिशा में राजकीय यूनानी अस्पताल का निर्माण कराया है।15 बेड वाले अस्पताल में विभागीय स्तर पर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं।चिकित्सा अधिकारी डॉ मधुवन किशोर शासन की मंशा के अनुरूप हॉस्पिटल में प्रतिदिन मरीजों का बेहतर इलाज करते रहते हैं।इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज हॉस्पिटल पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।किंतु हॉस्पिटल पहुंचने के लिए एक अदद सड़क की दरकार अभी भी कायम है।

अधिकारियों से शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

बारिश की शुरुवात के साथ ही अस्पताल पहुंचने के लिए कोई मार्ग नहीं है।मुख्य गेट के सामने अतिक्रमण के साथ ही जलभराव लगातार बना हुआ है।विकल्प के तौर पर लोगों को अस्पताल आने जाने के लिए तीन फुट गहरे पानी से गुजर कर जाना पड रहा है।और वही डाक्टर सहित स्टाफ परिसर की पीछे बनी बाउंड्री वॉल को सीढ़ी के सहारे फांदकर आने जाने को मजबूर हैं ।चिकित्साधिकारी डाक्टर मधुवन किशोर बताते हैं कि पिछले कुछ महीनों से मुख्य रास्ते से आवागमन बंद है। उच्च अधिकारियों से शिकायत क बाद भी कोई हल नहीं निकला। वही क्षेत्रीय लोग मरीज व तीमारदारों ने भी शासन प्रशासन से सड़क बनवाने की मांग की है।

अस्पताल तक पहुंचने के लिए रोड बहुत जरूरी

यूनानी आयुर्वेद अधिकारी अनिता गुप्ता का कहना कि इसके संदर्भ में मैंने वहां के चिकित्सक प्रभारी से वार्ता किया है उन्होंने बताया कि मैंने कई बार उच्च अधिकारियों के संज्ञान में डाला है और वहां पर मरीजों की संख्या भी जादा है ।बरसात होने के चलते लोगों को अस्पताल पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है हम भी यही चाहते हैं कि रोड बन जाय जिससे लोगों की दिक्कतें खत्म हो जाय।

आवारा पशुओं की समस्या से ग्रामीण परेशान,सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का किया घेराव

अमेठी। जिले में आवारा पशुओं की समस्या से ग्रामीणों को काफी समस्या हो रही सासंद स्मृति ईरानी के पत्र के बाद भी प्रशासन मामले को गंभीरता से नही ले रहा आज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया ग्रामीणों ने आवारा पशुओं की समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

दरासल पूरा मामला भेटुवां विकासखंड के हीरापुर गांव का है जहां के ग्रामीणों ने आज सैकड़ों की संख्या में एकत्र होकर जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहां की आवारा पशुओं की समस्या कई महीनों से है फसल बर्बाद करने के साथ सड़क पर आवारा पशुओं, से हादसे हो रहे हम सब शिकायत करते करते थक गए हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

ग्रामीण अर्पित तिवारी ने बताया की आवारा पशुओं की समस्या हमारे यहाँ 3 वर्षो से है 3 वर्षों से ही नहीं जब से सरकार ने गोवंशों पर एक्शन लिया है तब से यह समस्या बनी है । हमारी फसल बर्बाद हो रही है शिकायत के बाद समाधान नहीं हो रहा है। अधिकारी गलत आख्या लगा देते हैं और हम सबको काफी समस्याएं हैं हम सबकी या मांग है कि आवारा पशुओं की समस्या को जल्द से जल्द खत्म किया जाए।

प्रेम प्रसंग के चलते किशोरी ने नहर में लगाई छलांग, पुलिस किशोरी की तलाश में जुटी


अमेठी । जिले में प्रेम प्रसंग के चलते एक किशोरी ने गांव के बाहर से गुजर रहे नहर में चलांग लगा दी।किशोरी के नहर में कूदने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या ग्रामीण मौके पर पहुंचे और नहर में कूद कर किशोरी तलाश शुरू कर दे लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल सका।

ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस ग्रामीणों की मदद से नहर में उतरकर किशोरी की तलाश में जुटी हुई है।फिलहाल 2 घंटे बाद भी अभी तक किशोरी का कोई सुराग नहीं लग सका है।

दरअसल ये पूरा मामला गौरीगंज थाना क्षेत्र के भोये गांव का है जहाँ आज दोपहर करीब एक बजे 15 वर्षीय किशोरी पहुँची और गांव के बाहर से जा रहे नहर में छलांग लगा दी।

किशोरी के नहर में छलांग लगाते ही ग्रामीणों ने तत्काल इसकी जानकारी परिजनों को दी।सूचना मिलते ही परिजन बदहवास मौके पर पहुँचे जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण नदी में कूदकर किशोरी की तलाश में जुट गए लेकिन बहाव अधिक होने के कारण किशोरी का कही पता न चल सका।काफी देर बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी जामो पुलिस को दी। 

जिसके बाद जामो थाने से के सेकेंड अफसर अनंजय कुमार टीम के साथ मौके पर पहुँचे और ग्रामीणों की मदद से किशोरी की तलाश शुरू कर दी लेकिन उन्हें भी कामयाबी नही मिली।घटना के दो घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी किशोरी के कही पता न चल सका।बताता जा रहा है कि किशोरी के किसी के साथ अफेयर चल रहा था जिसे लेकर परिजनों ने आज उसे डाँटा था।डांट से नाराज होकर किशोरी नहर के पास पहुँची और छलांग लगा दी।

एसएचओ ने कहा

वही पूरे मामले पर एसएचओ विवेक सिंह ने कहा कि नदी में किशोरी के छलांग लगाने की सूचना मिली थी जिसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से किशोरी को तलाश किया जा रहा है।

*भगवान विश्वकर्मा की धूमधाम से हुई पूजा*

शाहगढ़/अमेठी। सृष्टि के निर्माता भगवान विश्वकर्मा की धूमधाम से पूजा धूमधाम से की गई।

राहगीरों और ग्रामीणों को प्रसाद वितरित किया गया। गौरतलब हो कि विश्वकर्मा इंटरप्राइजेज पर दिनेश विश्वकर्मा ने भगवान विश्वकर्मा की धूमधाम से पूजा की, और राहगीरों तथा ग्रामीणों को प्रसाद वितरित किया।

इस अवसर पर क्षेत्र के सभी बड़े कारोबारी के संस्थान बंद रहे। और सभी ने पूजा अर्चना कर कारोबार में बढ़ोत्तरी की मंगल कामना किये।

*गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ का 60वां चरण संपन्न*

अमेठी । युगतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में रविवार को गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का साठवाँ चरण सम्पन्न हुआ। इस चरण में सहजीपुर व तारापुर के 12 घरों में हवन व देव स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |

घर-घर गायत्री महाविद्या का तत्वदर्शन पहुँचाना, देव स्थापना एवं नियमित उपासना के माध्यम से देव परिवार निर्माण, यज्ञ द्वारा घर की शुद्धि, नकारात्मक ऊर्जा का शमन, भारतीय संस्कृति और संस्कारों की प्रेरणा देने के उद्देश्य से चलाये जा रहे इस अभियान में अब तक हज़ारों घरों में यज्ञ संपन्न हो चुका है ।

इस अवसर पर गायत्री परिवार ने यज्ञ करने वाले सभी श्रद्धालुओं को एक बुराई का त्याग करने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प कराया ।कार्यक्रम को सफल बनाने में लाल अशोक सिंह, राघवेंद्र सिंह, राणा प्रताप सिंह का सराहनीय योगदान रहा ।

शिवरामपुर सहजीपुर के यजमान

सीताराम वर्मा, जय नारायण वर्मा, राम नारायण वर्मा, मोती लाल वर्मा, कन्हैया लाल वर्मा, श्री कृष्णा वर्मा

पूरे बैशन, तारापुर के यजमान

विजय बहादुर सिंह, नरेंद्र प्रताप सिंह, बजरंग बहादुर सिंह, अर्जुन सिंह, सूर्य बख्श सिंह, भगवत सिंह

यज्ञाचार्य

इंद्रदेव शर्मा, सुशील शर्मा, राम यश, देवी प्रसाद, राम प्रकाश मिश्र, कविता, सविता, सरिता, डा राकेश कुमार मिश्र, कुलदीप कुमार, विष्णु प्रकाश द्विवेदीवाई।

*सांसद खेलकूद प्रतियोगिता का खेल मैदान कौहार में हुआ आगाज*

शाहगढ़/अमेठी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की पहल पर लोकसभा क्षेत्र में खेलकूद की प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा हैं। मुख्य अतिथि पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश मिश्र मटियारी ने झंडा दिखाकर कार्यक्रम की शुरुवात की, जिसमें न्याय पंचायत कौहार की ग्राम सभा के बालक बालिका वर्ग के सैकड़ों खिलाड़ियों ने दो सौ, चार सौ, और आठ सौ मीटर दौड़ में प्रतिभाग किया।

बालिका वर्ग की दो सौ मीटर की दौड़ में शशि शुक्ला, शिवानी पाण्डेय, सचिता शुक्ला, अंशिका पाण्डेय, अंजली पाल, श्रुति दुबे, कामिनी, प्रिया, सुरभि, वर्षा शर्मा तथा बालक वर्ग में कुलदीप, अभिषेक, विनोद कुमार, साहिल, सौरभ वर्मा, निहाल वर्मा, विवेक वर्मा, सार्थक शर्मा, अनुभव यादव व अपार यादव ने चार सौर आठ सौ मीटर की दौड़ में सफलता हासिल की, जिन्हें ब्लाक स्तरीय होने वाले खेल में चयन किया। कार्यक्रम में युवा कल्याण अधिकारी रितेश वर्मा, नोडल अधिकारी संदीप कुमार, उमा शंकर शुक्ला, सर्वेश शर्मा, शिव पाल सिंह, अवधेश सिंह, राम उजागिर मिश्र, राघवेंद्र सिंह, घिसन मिश्र, राज बहादुर मिश्र, मोनू सिंह, धनाराम पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

*अमेठी: इलाज में लापरवाही के दौरान महिला की मौत,शव को रखकर किया प्रदर्शन*

अमेठी । जिले से बड़ी खबर, इलाज के दौरान महिला की मौत का मामला, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन व डाक्टरों पर लगाया लापरवाही का बड़ी आरोप, महिला का पथरी का होना था आपरेशन, आपरेशन थियेटर में जाने के बाद डाक्टरों ने लगाया बिहोशी का इंजेक्शन, इंजेक्शन लगने के बाद महिला की बिगड़ी तबीयत, आनन-फानन में डाक्टरों ने महिला को बेन्टीलेटर पर लिटाया, महिला को होश न आने पर डाक्टरों ने महिला को किया लखनऊ रेफर,जहां पर पहुंचने के बाद डॉक्टरो ने महिला को किया मृत घोषित,शव वापस पहुंचने पर परिजनों ने संजय गांधी अस्पताल के गेट के सामने शव को रखकर 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन।

जिले के मुंशीगंज थाना क्षेत्र के रामशाहपुर गांव के रहने वाले अनुज शुक्ल की पत्नी को पित्त की थैली में पथरी थी। शुक्रवार को परिजनों ने उसे मुंशीगंज के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर शनिवार को डॉक्टर ऑपरेशन के लिए ओटी में लेकर गए। ऑपरेशन के पहले महिला को एनेस्थीसिया का डोज दिया गया, जिसके बाद वो कोमा में चली गई। देर रात करीब दो बजे अस्पताल प्रसाशन ने महिला को लखनऊ रेफर कर दिया। महिला को लेकर परिजन वेदान्ता हॉस्पिटल लखनऊ पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर शाम पीएम के बाद शाम शव घर पहुचा।

मृतका के पति अनुज शुक्ल ने कहा कि पथरी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में तैनात डॉ रजा को दिखाया गया था। जहां काफी जांच के बाद ऑपरेशन करने की बात बताई गई। ऑपरेशन के पहले उसकी पत्नी को एनेस्थीसिया का ओवरडोज दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। पीएम के बाद देर शाम परिवारीजनों ने दिव्या का शव लेकर रामशाहपुर गाव में पहुचे। जिसके बाद बड़ी संख्या में परिजन मुंशीगंज स्थित अस्पताल के गेट पर शव रखकर परिवारीजनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। वही अस्पताल के ट्रस्टी व प्रसाशन के सामने परिवारीजनों ने पांच मागे रखी। परिवारीजनों ने मांग पत्र सीओ गौरीगंज मयंक द्विवेदी को दिया। देर रात्रि तक परिवारीजन अस्पताल गेट पर शव रखकर बैठे रहे। इस दौरान कई थानों की पुलिस व पीएसी बल अस्पताल गेट पर तैनात रही।

अनुज कुमार शुक्ला ने बताया हम 14 तारीख को आए थे अपने पेशेंट को एडमिट करने हम लोगों ने सबसे पहले डॉक्टर रजा को दिखाया था और सारी जांच भी करवा रखी थी डॉक्टर ने कहा अभी आप चलिए 11:00 बजे ऑपरेशन होगा एडमिट करने के 1 घंटे बाद हमें पता चला कि मरीज की हालत बहुत सीरियस है ऑपरेशन भी नहीं हो पाया था इतनी सीरियस थी कि हम लोग बात नहीं सकते कुछ देर बाद हमारा मरीज वेंटिलेटर पर आ गया डॉक्टर बोले 24 घंटे में इसे हम सरवाइव करेंगे हम लोग बोले चलो ठीक है देखते हैं 24 घंटे से 40 घंटे हो गया यह लोग कुछ नहीं किया बस आते थे जाते थे कुछ किया नहीं पैसा हम लोगों से पूरी रात चूसते रहे हर 10 मिनट पर जांच करवाते रहे 5000 से लेकर 10000 तक की दवा करते रहे लेकिन कोई रिजल्ट नहीं आया बाद में जब बॉडी डेड हो गई तो यह हमारे ऊपर दबाव बनाने लगे कि आप इनको कहीं दूसरे अस्पताल में ले जाओ वहां जांच करवानी पड़ेगी ।

हम लोगों ने कहा इसमें हमारी क्या जिम्मेदारी है आपको यह सब पहले बताना था बोले नहीं इनको आप लेकर जाइए इन्होंने हमें एक पर्चा बना कर दिया कि मरीज के इलाज का जितना खर्चा होगा अस्पताल भुगतेगा और इन्होंने एक एंबुलेंस भी हमें दी इनका एक स्टाफ साथ में गया था जैसे इन लोगों ने भेजा था वैसे ही हम लोग इन्हें मेदांता अस्पताल ले गए वहां अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया की इसकी मौत हो गई है अभी हमारी मांग है जो मृतका है उनके 10 माह का बच्चा है जिसका जीवन इन लोगों ने बिगाड़ दिया हम लोग बच्चे के भरण पोषण शिक्षा मेडिकल और एक करोड रुपए की मांग कर रहे हैं प्रशासन की तरफ से अभी कोई रिस्पांस नहीं मिला जब हम लोग लखनऊ से निकले थे जैसे ही हम लोग लखनऊ से अमेठी के बॉर्डर पहुंचे हमारे आगे पीछे पुलिस लग गई हमारे घर में हम लोगों को जबरन घुसेड़ा जा रहा था जैसे हम लोग कोई अपराधी हो ऐसा बर्ताव हमारे साथ किया गया जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हम लोग प्रदर्शन करते रहेंगे हम पीछे हटने वाले नहीं हैं अस्पताल प्रशासन पूरा हत्यारा हैं

वही ग्रामीण अंशु पांडे ने बताया कि हमारी मांगे की गई हैं अभी सीओ साहब आए थे उनसे हमारी बात हुई हम लोग तहरीर भी तैयार कर रहे हैं लेकिन तहरीर हम लोग एसपी और डीएम के आने के बाद ही देंगे हम लोग ऐसे ही इंतजार करते रहेंगे हम लोग दिन रात यहीं बैठे रहेंगे जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हम पूरे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं हम चाहते हैं दोषियों पर 302 का मुकदमा लिखा जाए और हमारी मांगे पूरी हो अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है प्रशासन मदद करने की बजाय रास्ते से ही हमारे गाड़ियों के पीछे अपनी गाड़ी लग रहा है हम लोगों के साथ जैसे अपराधी हैं आतंकवादी हैं ऐसा बर्ताव किया जा रहा है

आपको बता दें कि मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल के मुख्य ट्रस्टी कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी है।इसके पूर्व 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी संजय गांधी अस्पताल चर्चा में आया था।उस समय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये थे।

*पति ने पीट-पीट कर की पत्नी की हत्या, पुलिस जांच में जुटी*

अमेठी- जिले के इन्हौना थाना क्षेत्र में ग्राम चौधराना मजरे इन्हौना में पति कसाई बन गया। जिसने मामूली कहासुनी में अपनी पत्नी की पीट पीट कर हत्या कर दी।

हत्या थानाध्यक्ष कंचन सिह ने मामले की जांच पड़ताल कर मुकदमा दर्ज किया। तेरह साल पहले आरोपी पति मेराज ने नेरथुवा महराजगंज रायबरेली की नसरीन से शादी की थी। थाना प्रभारी कंचन ने बताया कि मृतका नसरीन के परिवार में 1लडका और तीन लड़कियां हैं।

*संजय गांधी अस्पताल की लापरवाहीःएनेस्थीसिया के ओवरडोज की वजह से कोमा में गई महिला*

अमेठी- मुंशीगंज स्थित संजय गांधी अस्पताल में देर रात तक चली गहमा गहमी के बीच अस्प्ताल प्रसाशन ने महिला को लखनऊ रेफर कर दिया।परिजन महिला को लेकर वेदांता अस्पताल पहुँचे जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। आज पोस्टमार्टम के बाद महिला का शव उसके ससुराल रामशाहपुर पहुँचेगा। वही किसी भी असामान्य स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुला किया गया है।

दरअसल, रामशाहपुर गांव के रहने वाले अनुज शुक्ला की पत्नी को पित्त की थैली में पथरी थी। 14 सितंबर को परिजनो ने उसे मुंशीगंज के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ 15 सितम्बर को डॉक्टर ऑपरेशन के लिए ओटी में लेकर गए। ऑपरेशन के पहले महिला को एनेस्थीसिया का डोज दिया गया जिसके बाद वो कोमा में चली गई।परिजनो को जानकारी होने के बाद अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुँच गए।तनाव को देखते हुए मुंशीगंज और पीपरपुर पुलिस के अलावा पीएसी को तैनात कर दिया गया खुद गौरीगंज सीओ मयंक द्विवेदी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर डटे रहे। देर रात करीब 2 बजे अस्पताल प्रसाशन ने महिला को लखनऊ रिफर कर दिया।महिला को लेकर परिजन वेदान्ता हॉस्पिटल लखनऊ पहुँचे जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।पोस्टमार्टम के बाद महिला का शव आज उसके घर पहुँचेगा।मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंशीगज थाने पर कई थानों की फोर्स और पीएसी को बुला लिया गया है।आशंका जताई जा रही है कि शव मुंशीगंज पहुँचने पर परिजन विरोध प्रदर्शन कर सकते है।

पीड़ित ने कहा

मृतका के पति अनुज शुक्ल ने कहा कि पथरी के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में तैनात डॉ रजा को दिखाया गया था जहां काफी जांच के बाद ऑपरेशन करने की बात बताई गई।ऑपरेशन के पहले उसकी पत्नी को एनेस्थीसिया का ओवरडोज दिया गया जिससे वो कोमा में चली गई।