*महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में व्याख्यानमाला का चौथा दिन*
गोरखपुर, 25 अगस्त। उत्तर प्रदेश संग्रहालय के पूर्व निदेशक डॉ. एके सिंह ने कहा कि समूचा उत्तर प्रदेश मूर्त व अमूर्त ऐतिहासिक धरोहरों से समृद्ध है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के धरोहर इसमें बेहद खास हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में महात्मा बुद्ध और गुरु गोरखनाथ से जुड़े धरोहर इस धरा की समृद्धि के प्रमाण हैं।
डॉ. सिंह महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित सप्तदिवसीय व्याख्यानमाला के चौथे दिन शुक्रवार को बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मूर्त-अमूर्त विरासत विषय पर डॉ. सिंह ने कहा कि धरोहर या विरासत हमें अपनी संस्कृति का आभास कराते हैं। इनके संरक्षण के लिए सरकार तो प्रयास कर ही रही है, जिम्मेदारी सामूहिक होनी चाहिए।
उन्होंने मिर्जापुर तथा चंदौली की चित्र शैली, सम्राट अशोक के अभिलेख की विशेषताओं, सारनाथ संग्रहालय की ऐतिहासिक वस्तुओं के महत्व, धर्म चक्र प्रवर्तन, स्कंद गुप्त के अभिलेख की महत्ता, गौतम बुद्ध का पूर्वी उत्तर प्रदेश से ऐतिहासिक जुड़ाव तथा नाथ संप्रदाय के गौरवपूर्ण योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
व्याख्यान की अध्यक्षता कर रहे महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की चिकित्सा विरासत से अवगत कराया तथा उसकी महत्ता बताई। स्वागत संबोधन प्रो.अमित कुमार दूबे तथा आभार ज्ञापन एलाइड हेल्थ साइंस के डीन डॉ. सुनील कुमार ने किया।
इस अवसर पर ब्लू हाउस, ग्रीन हाउस, येलो हाउस, ब्राउन हाउस तथा रेड हाउस के विद्यार्थियों के बीच क्लासिकल डांसिंग (सोलो), हिन्दी, इंग्लिश कविता लेखन तथा मेंहदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
Aug 25 2023, 18:31