बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा बयान : बिहार की राजनीति में जदयू अब कोई फैक्टर नहीं

डेस्क : विपक्षी दलों की बेंगलुरु में हो रही बैठक पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने तंज कसा है। उन्होंने जहां जदयू को पूरी तरह से खत्म बताते हुए कहा है कि बिहार की राजनीति में जदयू अब कोई फैक्टर नहीं है। 

प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित सहयोग कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में सम्राट ने दावा किया कि बिहार की राजनीति में जदयू अब कोई फैक्टर नहीं है। लालू प्रसाद का प्रभाव है लेकिन हम राजद से चुनाव में जीत हासिल कर लेंगे।

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद गारंटर हैं और इनके बिना जदयू नेता का कोई योगदान नहीं है। जदयू के पास कोई वोट नहीं बचा है। दावा किया कि बिहार की जनता तय कर चुकी है कि 2024 और 2025 में कमल खिलेगा। 

एक सवाल के जवाब में उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी को अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना है और लालू प्रसाद को अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने की चिंता है। यह भी आरोप लगाया कि बेंगलुरु की बैठक में सभी भ्रष्टाचारी मिल रहे हैं।

बिहार के बेऊर जेल में बवाल, बाहुबली नेता अनंत सिंह की मौजूदगी में भिड़े समर्थक

डेस्क: बेउर जेल में बाहुबली नेता और राजद के पूर्व विधायक अनंत सिंह की मौजूदगी में उनके समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। किसी बात को लेकर अनंत सिंह के समर्थक आपस में ही भिड़ गए थे। मारपीट को रोकने के लिए कक्षपाल बीच-बचाव करने पहुंचे, तो अनंत समर्थकों ने कक्षपाल की भी पिटाई कर दी। हालात ऐसे हो गए कि जेल की घंटी बजानी पड़ी। 

हालात को काबू में किया गया

इसके बाद आनन-फानन में जेलर, उप-जेलर और अन्य जेल कर्मी पहुंचे। जेल के अंदर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। कई वरीय अधिकारी बेउर जेल पहुंचकर स्थिति को संभालने में जुटे। सभी कैदियों को उनके बैरक में जाने की सूचना दी गई। फिलहाल हालात को काबू में कर लिया गया है। घटना रविवार सुबह की है।

किसी बात को लेकर हुई थी मारपीट

यह घटना किस बात को लेकर हुई है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि पहले किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी, जिसके बाद मामला शांत हो गया था। हालांकि, आज रविवार सुबह एक बार फिर अनंत सिंह के समर्थकों के बीच मारपीट शुरू हो गई।

मामले पर जेल प्रशासन ने क्या कहा?

इसे लेकर जेल प्रशासन अभी कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। मामले को लेकर पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी विक्रम सिहाग ने बताया कि फिलहाल उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। वह इस पर जेल के अधिकारियों और बेउर थाने बातचीत कर रहे हैं।

झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास के संयोजकत्व में आई टीम ने लाठी चार्ज में घायल बीजेपी नेताओं से की मुलाकात, मामले की न्यायिक जांच की मांग की

डेस्क : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर लाठीचार्ज मामले की जांच करने शनिवार को पटना पहुंची भाजपा की चार सदस्यीय टीम ने 13 जुलाई को विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की राज्य सरकार से न्यायिक आयोग से जांच कराने की मांग की है। 

बीते शनिवार को झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास के संयोजकत्व में आई टीम ने पीएमसीएच, आईजीआईएमएस व राजवंशीनगर अस्पताल में इलाजरत भाजपा नेताओं से बातचीत की। आईजीआईएमएस में भर्ती सांसद जनार्दन सिग्रीवाल से मुलाकात की। मार्च स्थल डाकबंगला इलाके का दौरा किया और प्रदेश भाजपा कार्यालय में 300 से अधिक पार्टी नेताओं से भी बात की। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी व नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत की। 

प्रदेश भाजपा कार्यालय में झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण मार्च के दौरान लाठीचार्ज राज्य प्रायोजित हिंसा थी। जान-बूझकर एसपी वर्मा रोड के बदले संकरे रास्ते से मार्च को डाकबंगला लाया गया और लाठीचार्ज किया गया। नीतीश सरकार को मामले की जांच न्यायिक आयोग से करानी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाएं। ऐसी घटनाओं से भाजपा डरने वाली नहीं है। बंगाल व केरल में नहीं डरी तो बिहार में क्या डरेगी। 

जांच टीम के सदस्य सांसद बीडी राम ने कहा कि राजनीतिक मार्च के दौरान पुलिस का कम से कम प्रयोग किया जाना चाहिए था, लेकिन प्रशासन ने एक नेता पर कई जवान लगाए। अपराधियों से भी बदतर तरीके से नेताओं की पिटाई की गई। कमर से नीचे के बजाए ऊपर चोट किया गया। सिर पर चोट लगी। 

टीम की सदस्य सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। घटना जालियांवाला बाग की याद दिलाती है। टीम के सदस्य सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि मार्च में शामिल लोगों को अस्पताल में भी पीटा गया।

मौसम अलर्ट : पटना समेत प्रदेश के 26 जिलों में वज्रपात से साथ हो सकती है हल्की बारिश


डेस्क : मौसम विभाग ने पटना समेत प्रदेश के 26 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के उत्तर बिहार के कई जिलों में जबकि दक्षिण बिहार के कुछ जिलों में वर्षा की गतिविधियां बनी हुई हैं। वहीं आज रविवार को भी अधिकतर शहरों में आंशिक बारिश होगी। 

पटना समेत 26 जिलों में हल्की वर्षा व वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है। अगले तीन से चार दिनों तक मेघ गर्जन, वज्रपात व वर्षा की आंशिक गतिविधियां बनी रहेंगी। 

मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून ट्रफ रेखा गंगानगर, हिसार, अलीगढ़, सिद्धि, डालटेनगंज होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर से गुजर रही है।

बीते शनिवार को पटना सहित सहित अन्य जिलों में दिन में उमस और गर्मी बढ़ने के कारण लोग परेशान रहे लेकिन शाम पांच बजे के बाद पटना, वैशाली व आसपास झमाझम बारिश से राहत मिली। भागलपुर, जीरादेई, सीवान, अररिया में हल्की वर्षा दर्ज की गई। पटना में लगभग 20 मिमी बारिश हुई।

इससे पहले दिन में तेज धूप से अधिकतर शहरों में अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

बिहार में लागू नहीं होगी समान नागरिक संहिता : नीतीश कुमार

डेस्क : बिहार में समान नागरिक संहिता लागू नहीं होगी। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, दिल्ली के प्रतिनिधिमंडल से कही। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस मुद्दे पर ज्ञापन भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल शख्सियतों ने मुख्यमंत्री से समान नागरिक संहिता को लागू नहीं करने की पुरजोर अपील की।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर उनका स्टैंड पुराना है। आज भी वे अपने उस स्टैंड पर कायम हैं। उन्होंने वर्ष 2017 में ही केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर कह दिया था कि इसे लागू नहीं किया जाए। 

प्रतिनिधिमंडल में हजरत मौलाना ओबैदुल्लाह असादी सब शेखुल, हदीस जामिया अरबिया हथोरा बांदा, यूपी और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना अतीकुर्रहमान बस्तवी, उस्ताद हदीस दारुल उलूम नदवतुल उलेमा लखनऊ और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना बद्र अहमद, खानकाह मोजिबिया फुलवारीशरीफ और सदर जमीतुल उलेमा बिहार और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना अनीसुर रहमान कासमी, सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ शामिल थे।

गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार ने जनवरी, 2017 में अपने एक बयान में समान नागरिक संहिता को लेकर जल्दबाजी नहीं करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि समान नागरिक संहिता एक गंभीर मसला है और इस पर सदन से लेकर सड़क तक चर्चा होनी चाहिए। चर्चा की शुरुआत संसद से होनी चाहिए। विधि आयोग ने जिस तरीके से समान नागरिक संहिता पर राज्य सरकार से 16 सूत्री सवाल पूछे थे, वह आपत्तिजनक है।

शिक्षक नियुक्ति के लिए बढ़ी आवेदन की तिथि, अब विलंब शुल्क के साथ इस तिथि तक भर सकते है फार्म

डेस्क : शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। आवेदन की अंतिम तिथि एकबार फिर से बढ़ा दी गई है। पहले शिक्षक नियुक्ति के लिए आवेदन की तिथि 12 जुलाई थी जिसे बढ़ाकर 15 जुलाई की गई थी। जिसे बढ़ाकर अब 22 जुलाई तक कर दिया गया है। बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से इस बाबत सूचना वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। 

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का सर्वर डाउन होने और आवेदन भरने में हो रही परेशानी को देखते हुए शिक्षक नियुक्ति के लिए शनिवार को आवेदन की तिथि बढ़ा दी गई। अभ्यर्थी अब 19 जुलाई तक फॉर्म भर सकते हैं। विलंब शुल्क के साथ 20 से 22 जुलाई तक आवेदन भरने का मौका दिया गया है।

आयोग के सचिव रवि भूषण ने बताया कि अभी तक सात लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीयन करा लिया है। छह लाख से अधिक छात्रों का आवेदन फाइनल हो गया है। उम्मीद जतायी जा रही है कि आठ लाख के आसपास अभ्यर्थी आवेदन करेंगे। 

उन्होंने बताया कि परीक्षा की तिथि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि 24 अगस्त से लगातार चार दिन 27 अगस्त तक होगी। जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा आवेदन पहली से पांचवी कक्षा के लिए प्राप्त हुए हैं। इनकी संख्या पांच लाख से अधिक है।

पुलिसिया लाठीचार्ज और भाजपा नेता की मौत को लेकर राज्यपाल से मिले एनडीए के नेता, ज्ञापन सौंप पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की

डेस्क : बीते गुरुवार को राजधानी पटना में भाजपा नेताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज एनडीए के नेताओं ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेंकर को ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से प्रिंस राज शामिल थे। 

ज्ञापन के माध्यम से नेताओं ने कहा है की हम आपका ध्यान दिनांक 13.07.2023 को भाजपा द्वारा बिहार विधानसभा मार्च के दौरान शांतिपूर्ण जुलूस पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की ओर आकृष्ट करना चाहते है, जिसमें भाजपा के जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय कुमार सिंह की मृत्यु भी हो गई।

कहा गया है की गाँधी मैदान से निकले बिहार विधानसभा मार्च जुलूस में भाजपा के सांसद, विधायक, विधान पार्षद सहित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष भी शामिल थे। ये सभी हजारों कार्यकर्ताओं के साथ शांतिपूर्ण ढंग से मार्च कर रहे थे। डाकबंगला चौराहा पहुंचने से पहले पुलिस ने एकाएक शांतिपूर्ण जुलूस पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया। इसके फलस्वरूप सैकड़ों कार्यकर्ताओं, सांसदों एवं विधायकों को गंभीर चोट आई और वे पटना के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है। इसी क्रम भाजपा के जहानाबाद जिला के महामंत्री विजय कुमार सिंह की मृत्यु भी हो गई। कई कार्यकर्ताओं की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

भारतीय जनता पार्टी ने चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का इस्तीफा, सरकार के द्वारा 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा और शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने हेतु कई दिन पूर्व विधान सभा मार्च का निर्णय लिया था। इसी क्रम में 13.07.2023 को जुलूस निकाला गया था। सरकार ने शांतिपूर्ण जुलूस पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज कराकर लोकतंत्र की हत्या की है और संविधान का अपमान किया है।

ज्ञापन में कहा गया है की आप अवगत है कि राज्य में प्रशासनिक अराजकता चरम पर है। हत्या लूट, अपहरण की घटनायें रोज हो रही है। सरकार के संरक्षण में शराबबंदी के बावजूद शराब खुलेआम बेचा जा रहा है। अवैध बालू का खनन कर सत्ता पक्ष अपना चुनावी धन इकटठा कर रहा है। सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार से आम जन परेशान है। सरकार की सभी नितियाँ असफल हो गई है। 

बिहार के मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी है। उनके गठबंधन के साथी उपमुख्यमंत्री चार्जशीटेड हैं, उन्हीं को हटाने के लिए मार्च आयोजित था । इन्हीं दोनों के इशारे पर पुलिस एवं प्रशासन द्वारा बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बेहद निराशाजनक एवं दुखद है। हमारी मांग है कि पुलिस की बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज एवं विजय कुमार सिंह की हत्या की जिम्मेदारी तय करने के बजाय राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन इस हत्याकांड की लीपापोती करने में लगी है। अतः इस काण्ड की जांच पटना उच्च न्यायालय के सीटिंग जज या सी०बी०आई० द्वारा करवाने का आदेश देने की कृपा की जाय।

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, महागठबंधन सरकार अपने वायदे पर कायम, दस लाख नौकरी देने और इतने को ही मिलेगा रोजगार

बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन सरकार अपने वायदे पर कायम है और दस लाख नौकरी देने और इतने को ही रोजगार देने पर काम चल रहा है। तीन लाख पदों पर नौकरी का विज्ञापन निकला हुआ है। पब्लिक हेल्थ कार्ड हमलोग ला रहे हैं, जिससे और भी नौकरी मिलेगी।

तेजस्वी यादव गुरुवार को विधानसभा में नगर विकास विभाग की अनुदान मांग पर हुए वाद-विवाद के बाद वर सरकार को उत्तर रख रहे थे। विभाग के 5959 करोड़ की अतिरिक्त राशि दी गई। उन्होंने कहा कि 48 हजार बेघरों को मकान बनाकर राज्य सरकार देगी। इसके लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। इनके मकान बनाने की व्यवस्था हुई है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने कई काम किये हैं और आगे कई कार्य होने हैं।

 डिप्टी सीएम ने कहा कि सैदपुर नाला साढ़े पांच किमी लंबा है। पटना का सर्वाधिक जल निकासी इसी नाले से होता है। नाले का सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है। नाला निर्माण का विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। वहीं, मंदिरी नाला निर्माण कार्य 90 करोड़ की लागत से कराया जा रहा है। निविदा आमंत्रित कर ली गई है। कार्य को एक वर्ष के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। बाकरगंज नाला का निर्माण बुडको के द्वारा कराया जा रहा है। बाकरगंज नाले को वेंडिंग जोन में विकसित किया जाएगा, जिसपर 22 करोड़ की लागत आएगी। योजना को इसी वित्तीय वर्ष में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई में पटना का रैंक सुधरा है। आगे और भी कई प्रमुख काम विभाग के होने हैं।

बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज अंतिम दिन सदन में भारी हंगामा, कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

डेस्क : बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज अंतिम दिन है। आज विधान सभा की कार्यवाही विपक्ष के भारी हंगामे के साथ शुरु हुई। सदन का कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुरूवार को पटना में आंदोलन के दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ बीजेपी विधायकों ने सदन में आवाज उठाई। 

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि लाठीचार्ज से हमारे एक नेता की मौत हुई है।।यह मौत नहीं बल्कि सरकार ने हत्या कराई है। विस अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने जब विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया तो भाजपा सदस्य वेल में पहुंच कर हंगामा करने लगे।

स्पीकर ने हंगामा कर रहे भाजपा सदस्यों को चेताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करिए। सरकारी संपत्ति का नुकसान न करें। ऐसा करेंगे तो विधि सम्मत कार्रवाई होगी। इसके बाद भी हंगामा कर रहे भाजपा सदस्य शांत नहीं हुए। हंगामा इतना बढ़ गया कि भाजपा सदस्य में वेल में रिपोर्टर कुर्सी को उठा लिए। 

भारी हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 2 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दिया।

बिहार में आकाशीय बिजली का कहर, वज्रपात की चपेट में आने से 11 की गई जान

डेस्क : बिहार में इनदिनों आकाश से मौत बरश रही है। पिछले कई दिनों से वज्रपात की चपेट में आने से लोगों की जाने जा रही है। बीते गुरुवार को राज्य के छह जिलों में वज्रपात से 11 लोगों की मौत हो गई। इनमें 10 की मौत गुरुवार दोपहर बाद हुई बारिश के दौरान ठनका गिरने से, जबकि एक की मौत बुधवार रात हुई। मृतकों में मधेपुरा के चार लोग, सहरसा की युवती, पूर्णिया का अधेड़ के अलावा जमुई के तीन व कैमूर व अररिया के एक-एक शामिल है।

मधेपुरा के मुरलीगंज थाने की रामपुर पंचायत निवासी गीता देवी (35), जयमाला देवी समेत अन्य महिलाएं धान की रोपनी करने गई थी। इसी दौरान ठनका गिराने से इन दोनों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं डर से बेहोश हो गईं। 

उधर, परमानपुर ओपी क्षेत्र की बरदाहा पंचायत में खखर तांती की पत्नी मीणा देवी (40) की वज्रपात से जान चली गई। सहरसा की बरियाही पंचायत निवासी खुशबु कुमारी अचानक हुए वज्रपात से मौत हो गई, जबकि उसकी मां गंभीर रूप से झुलस गई। पूर्णिया के अमौर प्रखंड में हबेबुल (56) की वज्रपात से मौत हो गयी। 

जमुई के चकाई के बरमोरिया गांव में मनोराम मरांडी के पुत्र अमित मरांडी (14)की जान चली गई। उधर, बुधवार की रात कैमूर के बेलांव से मुर्गा दुकान बंद कर ने गांव लौटने के दौरान ठनका से मोइनुद्दनी शेख की मौत हो गई। वह भोरेयां गांव का निवासी था।