गया में हिट वेब से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत 2 मरीज की मौत, DM हीट वेब वार्ड का किए निरीक्षण और मृतक के परिजन से किए मुलाकात
गया: बिहार के गया में हिट वेब से मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती इलाजरत दो मरीज की मौत हो गई है। मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वार्ड में हिट वेब के 16 मरीज भर्ती हैं। जिन्हें समुचित इलाज किया जा रहा है।
इसकी जानकारी गया के जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम को मिलते ही मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे जहां हीट वेब वार्ड में जाकर निरीक्षण किए और हिट वेब से मौत हुए मरीज के परिजन से मुलाकात किए। निरीक्षण के क्रम में बाहर बैठे मरीजो के परिजन से जानकारी लिया कि कैसे-कैसे मरीज बीमार हुए और उनके क्या सिम्टम्स पाई गई। डीएम ने मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिया कि परिजन को बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था का इंतजाम करें ताकि इन्हें भी लू की चपेट से बचाया जा सके।
जिलाधिकारी में वार्ड में भर्ती विभिन्न मरीजों से जाकर उनसे स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लिया और निर्देश दिया कि वार्ड बॉय की संख्या को और बढ़ावे।
अगले 3 दिनों तक वार्ड अटेंडेंट, चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ की पूरी मुस्तैदी रखें। तीन शिफ्ट में रोस्टर बनाकर नर्स डॉक्टर तथा अन्य संबंधित को तैनात रखें। आइस पैक की कोई कमी ना हो इसे सुनिश्चित कराएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि हीटवेव वार्ड का आज पदाधिकारियों तथा मगध मेडिकल के अधीक्षक, प्रिंसिपल तथा अन्य चिकित्सकों के साथ निरीक्षण किया गया है। आज की तिथि में उक्त वार्ड में कुल 16 मरीज इलाजरत हैं।
जिलाधिकारी ने गया जिला वासियों से अपील किया है कि अगले दो-तीन दिनों तक हीटवेव का पूर्वानुमान है। लोग पूरी तरह अपने सेहद का ध्यान रखें। लोगों तक हीट वेब से संबंधित सभी जानकारियां सोशल मीडिया के माध्यम के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
ज़िले के सभी कस्बा/गांव-गांव में हीट वेब से कैसे बचा जा सके, हीट वेब होने पर कैसे त्वरित उपचार हो, क्या करे क्या ना करे आदि संबंधित व्यापक माइकिंग भी करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले कीच दिनों तक यथा संभव सुबह 10 से शाम 04 बजे तक घर से बाहर न निकले।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी अलर्ट मोड में रखा गया है। हीटवेव से आने वाले मरीजों के लिए बेड को आरक्षित रखा गया है। पर्याप्त दावा, आइस पैक, वाटर कूलर इत्यादि सभी व्यवस्था को रखा गया है ताकि इलाज में कोई कमी ना हो। सभी तमाम स्वास्थ्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने मुख्यालय में लगातार बने रहें ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके।
सभी एंबुलेंस में भी आइस पैक ओआरएस पेरासिटामोल इत्यादि दवा रखी गई है। हर पंचायत में दो-दो अलग से एंबुलेंस भी चिन्हित रखा गया है ताकि किसी टोले में किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत खराब होने पर उसे तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा सके।
उन्होंने तमाम पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त रखें। कहीं से भी कोई हीटवेव के मरीज आने पर उसे तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए इलाज करें। आने वाला 7 से 10 दिन चुनौतीपूर्ण भरा रहेगा।
सभी स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी/ कर्मी पूरी मुस्तैदी से अलर्ट मोड में रहकर कार्य करें। जिलाधिकारी ने हीट वेब से पीड़ित मरीजों को कैसे उपचार किया जाता है मरीज को पहले कहां लाया जाएगा तथा क्या-क्या एस० ओ० पी० पालन कराया जाएगा, इसका पूरी जानकारी लिया।
Jun 18 2023, 00:04