*लोगो को जलभराव और गन्दगी से मिलेगी निजात,कैबिनेट मंत्री ने बांके बिहारी धाम से किया विकास कार्यो का शिलान्यास*


लखनऊ। मुख्यमंत्री त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत मारुती स्टेट चौराहा स्थित बांके बिहारी धाम कॉलोनी, आगरा से सीसी सड़क एवं नाली के निर्माण कार्यो का शिलान्यास कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने किया।

कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि सभी विधायकों को अपनी विधानसभा में विकास कार्यो के लिए विधायक निधि के अतिरिक्त तीन-तीन करोड़ रुपए के काम स्वीकृत किये गये हैं, जिसमे आगरा की दक्षिण विधानसभा में बांके बिहारी धाम में साठ लाख रुपए की 3.75 मीटर पर सड़क के बाद नाली और शेष जगह पर टाइल की इंटरलॉकिंग होगी। इसी तरह से अगला निर्माण कार्य सैनिक नगर में 85 लाख का होना है और बालाजी पुरम के ए, बी व डी ब्लॉक में डेढ़ करोड़ का काम होगा।

शिलान्यास कार्यक्रम में अलौकिक उपाध्याय ने बताया कि बांके बिहारी धाम कॉलोनी के लोगो की शिकायत थी ख़राब सड़क होने के कारण जलभराव और गन्दगी रहती है, इसको दूर करने के लिए आज कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कॉलोनी के रोड के निर्माण कार्य का नारियल फोड़ कर श्रीगणेश किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वासुदेव ज्ञामलानी ने कहा कि दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री से लगातार समन्वय और संवाद बनाकर विकास की योजनाओ को मंजूर कराया जा रहा है और इस के लिए कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय निरंतर सक्रिय हैं। वर्षो से जर्जर पड़े मार्गो और नालियों की दुर्दशा को प्राथमिकता पर दूर किया जा रहा है।

कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत जितेंद्र त्रिलोकानी और भारत त्रिलोकानी ने किया। संचालन ओम प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर महंत निर्मल गिरी, पार्षद रेनू गुप्ता, मीनाक्षी वर्मा, गुड्डू मैनन, के. लाल त्रिलोकानी, रितेश शुक्ला, प्रदीप उप्रेती, हीरालाल त्रिलोकानी, तरुण सचदेवा, संतोष गुरनानी, सुबोध कुकरेजा, धीरज कोहली, पुष्पेंद्र त्रिवेदी, शिव कुमार शर्मा, जय कुमार आदि मौजूद रहे।

*प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वालम्बन बनाने हेतु सरकार कटिबद्ध*


लखनऊ। लखनऊ जनपद के उप निदेशक कृषि ने बताया कि मण्डलायुक्त/जिलाधिकारी के निर्देशन में पशुपालन, वानिकी, दुग्ध, पशु चिकित्सा, मुर्गी पालन आदि किसानों को स्वावलम्बी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार भी किसानों को सशक्त बनाने के लिए कटिबद्ध है।

प्रदेश सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक किसानों को प्रशिक्षित कर उन्हें व्यवसाय से जोड़ते हुए आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।

इस उद्देश्य से जनपद लखनऊ में प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत वर्ष 2023-24 में 22 एग्री जंक्शन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इस योजनान्तर्गत उत्तर प्रदेश में निवास करने वाले कृषि स्नातक/कृषि व्यवसाय प्रबन्धन स्नातक/स्नातक जो कृषि एवं सहबद्ध विषयों यथा-उद्यान, पशुपालन, वानिकी, दुग्ध, पशुचिकित्सा, मुर्गी पालन एवं इसी तरह की गतिविधियां जो किसी राज्य/केन्द्रीय विश्वविद्यालय या किसी अन्य विश्वविद्यालयों जो आईसीएआर/यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त हो पात्र होंगे।

इसके अतिरिक्त अनुभव प्राप्त डिप्लोमाधारी/कृषि विषय में इण्टरमीडिएट योग्य प्रार्थी पर विचार किया जायेगा।

आयु 40 से अनधिक, अनुसूचित जाति/जनजाति/महिलाओं को 05 वर्ष की अधिकतम छूट है। पात्र अभ्यर्थियों में जिनकी जन्मतिथि पहले है, उन्हें वरीयता दी जायेगी। प्राप्त आवेदनों में विकास खण्डवार वरीयता सूची बनेगी एवं उसी आधार पर चयन समिति द्वारा अभ्यार्थियों का चयन किया जायेगा ।

कृषि विषय में योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी अपना आवेदन समस्त अभिलेखों के साथ दिनांक 15 जून 2023 को सायं 5 बजे तक डाक के माध्यम से उप कृषि निदेशक, लखनऊ कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते है, आवेदन मात्र डाक के माध्यम से स्वीकार किया जायेगा। 15 जून 2023 को सायं 5 बजे के बाद किसी भी माध्यम से प्राप्त होने वाले आवेदन पर विचार करना सम्भव नहीं होगा। अधिक जानकारी हेतु कार्यदिवस में उप कृषि निदेशक, लखनऊ कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।

*राज्य सरकार पर्यटन इकाइयों के लिये भूमि उपलब्ध करायेगीः जयवीर सिंह*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिये नयी पर्यटन नीति 2022 के तहत पर्यटन इकाइयों को भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।

पर्यटन मंत्री ने यह जानकारी आज यहां दी। उन्होने बताया कि पर्यटन इकाइयों की स्थापना के लिये चिन्हित की गयी उपयुक्त भूमि को पृथक से पर्यटन विभाग के लिये आरक्षित रखा जायेगा।

ऐसे भूमि बैंक की जानकारी संबधित स्थानीय निकाय, जिला प्रशासन, राजस्व विभाग तथा पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध करायी जायेगी।

जयवीर सिंह ने बताया कि ऐसी भूमि का आवंटन विहित प्रक्रियानुसार संबधित क्षेत्र में तत्समय प्रभावी जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय समिति द्वारा निर्धारित ब्याज दरों पर किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि इस नीति के तहत उपलब्ध करायी गयी भूमि का उपयोग कम से कम 30 वर्षों के लिये आवंटन प्रयोजन से इतर किसी अन्य उद्देश्य के लिये नहीं किया जायेगा। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार वर्तमान प्रक्रिया के अनुसार सभी प्रकार की पर्यटन इकाइयों की स्थापना और विकास के लिये भूमि उपलब्ध कराने में सहायता भी प्रदान करेगी।

*महानिदेशक अभिलेखागार ने छह दिवसीय अभिलेख प्रबंधन एवं संरक्षण विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारम्भ*


लखनऊ। राजकीय अभिलेखागार लखनऊ में आयोजित 6 दिवसीय अभिलेख प्रबंधन एवं संरक्षण विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज महानिदेशक राष्ट्रीय अभिलेखागार नई दिल्ली, भारत सरकार अरूण सिंघल ने विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विभिन्न जनपदों से आने वाले अधिकारियों- कर्मचारियों को 6 दिन तक लगातार विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा रिकार्ड्स के बेहतर रख रखाव के बारे में जानकारी दी जायेगी।

इसके साथ ही बदलते परिवेश में आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करके किस तरह से लम्बे समय तक प्राचीन रिकार्ड एवं अन्य दुर्लभ अभिलेखों को सुरक्षित रखा जा सकता है।इसके बारे में भी प्रशिक्षकों द्वारा जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि यहां से प्रशिक्षित होकर अधिकारी अपने जनपदों में अभिलेखों को नई तकनीकी के अनुसार संरक्षित करने का प्रयास करेंगे।

श्री सिंघल ने कहा कि 25 वर्ष से अधिक संरक्षित पुराने ऐतिहासिक महत्व के अभिलेखों को स्थानान्तरित करने के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार लखनऊ को अनिवार्य रूप से सूचित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख समिति के 63वें सत्र से सम्बंधित पुस्तक का विमोचन भी किया। इसके उपरान्त उत्तर प्रदेश की संरचना विषयक अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आगरा, मैनपुरी, मथुरा, बलरामपुर, सहारनपुर, श्रावस्ती, झांसी, जालौन, ललितपुर, गोरखपुर, गाजीपुर, चंदौली, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, कौशाम्बी, बिजनौर, वाराणसी, हरदोई, देवरिया, मुरादाबाद, फतेहपुर, सीतापुर जनपद के जिलाधिकारी कार्यालयों के रिकार्ड रूम में कार्य करने वाले नायब तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर, प्रभारी अधिकारी, उप जिलाधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, एआरकेपीपी, राजस्व अभिलेखपाल, प्रबंध लिपिक, नायब राजस्व, मोहर्रिर, वीडर, अरेंजर सहित लगभग 125 अधिकारियों/कर्मचारियों ने पंजीकरण कराया है।

निदेशक अभिलेखागार उमा द्विवेदी ने बताया कि इन अधिकारियों व कर्मचारियों को 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अभिलेखों के रख-रखाव से सम्बंधित विभिन्न विषयों के सम्बंध में प्रशिक्षित किया जायेगा जो भविष्य में इनकी कार्य प्रणाली को और बेहतर बनाने में सहायक होगा। इसके साथ ही सभी प्राचीन रिकार्ड विधिवत संरक्षित हो सकेंगे।

उन्होंने कहा कि अभिलेख कक्ष का प्रबंधन एवं संरक्षण, इलेक्ट्रानिक अभिलेखों का परिरक्षण, अभिलेखों की माइक्रोफिल्मिंग, अभिलेखों के रख रखाव की आधुनिक विधियों (ताम्र पत्र, भोज पत्र, पेंटिंग आदि के सम्बंध में), अभिलेखागार एवं संदर्भ पुस्तकालय आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके अलावा प्रशिक्षणार्थी संरक्षण की आधुनिक विभिन्न तकनीकों से लाभान्वित होंगे, जो उनके जनपद अभिलेखागार में अभिलेखों के रख रखाव में उपयोगी सिद्ध होगा।

इस अवसर पर महानिदेशक अरूण सिंघल का अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा स्वागत किया गया। प्रशिक्षण के शुभारम्भ के अवसर पर अभिलेखागार के अधिकारी एवं अन्य कर्मी मौजूद थे।

*कठौता झील व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का मंडलायुक्त ने किया निरीक्षण*

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने सोमवार को चिनहट स्थित भरवारा झील, कठौता झील और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह तथा संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि झील सिल्ट की साफ-सफाई तेजी से कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मेन पावर/मशीनों की संख्या की बढ़ोतरी करा ली जाए। जिससे कार्यो को तेजी से कराते हुए ससमय झीलों में जलभराव कराया जा सके। उक्त के पश्चात उन्होंने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (पंपिंग स्टेशन) का भी जायजा लिया।

मंडलायुक्त को सबंधित अधिकारीयो द्वारा अवगत कराया गया कि भरवारा झील की 365 एमएलडी पानी स्टोरेज की क्षमता है, कठौता झील 845 एमएलडी पानी स्टोरेज की क्षमता है। जलकल विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि झील की साफ-सफाई के लिए एस्टीमेट बना लिया गया है। झील की साफ-सफाई कार्य प्रारंभ करते हुए तत्काल जलभराव कराया जाएगा।

निरीक्षण के दौरान वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (विनम्र खंड गोमती नगर) के सामने की सड़क टूटी-फूटी मिलने पर मंडलायुक्त ने तत्काल लखनऊ विकास प्राधिकरण के संबंधित अधिकारी को दूरभाष से वार्ता कर के निर्देश दिया कि तत्काल संबंधित सड़क की मरम्मत करा ली जाए।

*काशी की स्प्रिट भारत को टाइमलेस काम करने के लिए ऊर्जा देती है : प्रधानमंत्री मोदी*


लखनऊ । काशी सदियों से ज्ञान, चर्चा, संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र रही है। काशी की स्प्रिट भारत को टाइमलेस काम करने के लिए ऊर्जा देती है। इसमें भारत की विविध विरासत का सार है। यह देश के सभी हिस्सों के लोगों के लिए रूपांतरण बिंदु के रूप में काम करती है। मैं काशी का सांसद हूं, इसलिए ऐसा नहीं कह रहा हूं। काशी की गंगा आरती, सारनाथ आपको प्रेरित करती है।विकास को बनाए रखना सामूहिक जिम्मेदारी है। दुनिया के विकास में भारत हरसंभव मदद को तैयार है। भारत अपने अनुभव बांटने को तैयार है। दुनिया को बचाने के लिए पर्यावरण पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। हम नदियों, पेड़ों का सम्मान करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कई देशों से आए मेहमानों का किया स्वागत

उक्त बातें उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जी-20 सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संबोधन के दौरान कहीं। उन्होंने कई देशों से आए मेहमानों का स्वागत किया। पीएम ने भारत के विजन के बारे में बताया। साथ ही, काशी का ऊर्जा का जिक्र किया। पीएम ने कहा- मुझे खुशी है कि जी-20 के विकास एजेंडा काशी तक भी पहुंच गया।पीएम ने कहा कि दुनिया में दक्षिण के देशों के लिए विकास एक प्रमुख मुद्दा है। यह देश कोविड से गंभीर रूप से प्रभावित थे। भू-राजनीतिक तनाव के कारण खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट ने एक और झटका दिया है। ऐसी परिस्थितियों में आप जो निर्णय लेते हैं उसका बहुत महत्व होता है।

जी-20 में दो सौ से ज्यादा डेलीगेट्स बैठक में शामिल

सोमवार को विदेशी डेलीगेट्स के साथ पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल में डेवलपमेंट मिनिस्टर्स के बीच बहुपक्षीय और द्विपक्षीय वार्ता होगी। जी-20 सम्मलेन में आज 20 देशों के 200 से ज्यादा डेलीगेट्स आने वाले 100 साल के विकास की दिशा-दशा पर मंथन करेंगे। इस सम्मेलन में लिए गए फैसले को सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के सस्टनेबल डेवलपमेंट गोल शिखर सम्मेलन में रखा जाएगा।बैठक में फाइनेंशियल क्राइसिस, डेब्ट क्राइसिस, क्लाइमेट चेंज, बढ़ती गरीबी और असमानता, फूड सिक्योरिटी एंड एनर्जी कंजर्वेशन, महामारी, आतंकवाद, जीवन यापन, ग्लोबल सप्लाई चेन में बाधा, जियो पॉलिटिकल डिस्प्यूट और युद्ध जैसे मुद्दों पर फोकस किया जाएगा।

*सांसद मनोज तिवारी पहुंचे लखनऊ, सुबह मार्निंग वॉक के दौरान लोगों से मिलकर मोदी सरकार की बताई उपलब्धियां*


लखनऊ । आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। यही वजह है कि बीजेपी के नेता व मंत्री शहर व गांव में जाकर अभी से ही मोदी सरकार की उपलब्धियाें का बखान करना शुरू दिया है। ताकि मोदी को जनता का भरपूर समर्थन मिल सके। इसी क्रम में सोमवार को लखनऊ पहुंचे सांसद मनोज तिवारी ने लोगों से मिलकर मोदी सरकार के कार्यों को गिनाया।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और लखनऊ कलेक्टर के प्रभारी मनोज तिवारी बॉटनिकल गार्डन में मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों से मिलने पहुंचे। मनोज तिवारी ने लोगों से मोदी सरकार की उपलब्धियों पर बात की। इसके साथ ही बुजुर्गों महिलाओं को मोदी सरकार की उपलब्धियां बताई। देश में एक बार फिर क्यों मोदी सरकार जरूरी है इस पर जनता से बात की।

*रहीमाबाद थाना भ्रष्ट है कहकर छात्र ने लगा ली फांसी*


लखनऊ । राजधानी में इन दिनों पुलिस नये-नये कारनामे कर रही है। यही वजह है कि लोग पुलिस से परेशान होकर गलत कदम उठा ले रहे है। ऐसा ही कुछ रहीमाबाद के रहने वाले प्रतियोगी छात्र के साथ हुआ। पुलिस की फर्जी कार्रवाई से परेशान आकर छात्र ने फांसी लगाकर जान दे दी। छात्र में फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। जिसमें कहा कि रहीमाबाद थाना भ्रष्ट है। मुझपर झूठा केस दर्ज किया। जिससे परेशान होकर खुदकुशी करने जा रहे है। जिसका जिम्मेदार रहीमाबाद थाना है। यह सुसाइड नोट मिलने के बाद कमिश्नरेट पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में देर रात तीनों पुलिसकर्मियों समेत पांच के खिलाफ आत्महत्या का मुकदमा दर्ज करने केबाद उन्हें लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही पूरे मामले की जांच एसीपी मलिहाबाद वीरेंद्र विक्रम सिंह को सौंपी गई है। जांच के बाद इनपर कार्रवाई की जाएगी।

मृतक छात्र के कमरे से मिला दो पन्ने का सुसाइड नोट

बता दें कि रविवार की दोपहर थानाक्षेत्र के गहदों निवासी मयंक रावत ने पुलिस को सूचना दिया कि उसके भाई आशीष कुमार उम्र 22 वर्ष ने फांसी लगाकर जान दे दी है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे कमरे से एक सुसाइड नोट दो पन्ने का मिला। जिसमें दो दरोगा व एक सिपाही पर गंभीर आरोप लगाया गया था। वहीं, आशीष की मां सुशीला ने थाने में तहरीर देकर दरोगा राजमणि पाल व लल्लन प्रसाद पाल और सिपाही मोहित शर्मा के साथ ही बकतौरीपुर निवासी नंदू विश्वकर्मा व श्यामलाल के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की। भाई मयंक ने बताया कि आशीष सिविल सर्विसेज के लिए तैयारी कर रहा था। इसमें उसने लिखा कि हमने इनसे ( दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल व सिपाही मोहित शर्मा) कहा कि हमारे घर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। उनको चेक कर लो। धोखे से हम सब भाइयों को थाने पर बुलाकर सादे कागज व आधार कार्ड पर दस्तखत करा लिए...। मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं। रहीमाबाद थाना पूरा भ्रष्ट है...।

पचास हजार रुपये दे दो तो मुकदमा खत्म कर दूंगा, परिजन का आरोप

परिजनों का आरोप है कि दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल व सिपाही मोहित शर्मा ने आशीष व मयंक पर दर्ज केस में अंतिम रिपोर्ट लगाने की बात कही। इसके लिए तीनों ने 50 हजार रुपये की मांग की। कहा कि, रुपये दे दो मुकदमे को खत्म कर दूंगा। रुपये देने से इनकार करने पर धमकी देने लगे। इसके बाद दूसरे पक्ष से मिलकर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। परिजनों के मुताबिक केस में चार्जशीट लगने के बाद आशीष डिप्रेशन में चला गया। उसे हर वक्त यही चिंता सताती रहती कि इसकी वजह से उसे सरकारी नौकरी मिलने में दिक्कत होगी। वह अक्सर कमरे में गुमसुम बैठा रहता या रोता रहता था। चूंकि वह सिविल सेवा में जाना चाहता था।

यह था पूरा मामला, जिसकी वजह से आशीष ने दी जान

सुशीला के मुताबिक 8 दिसंबर 2018 को आशीष पिता महादेव के साथ नंदू विश्वकर्मा की दुकान पर ट्राॅली खरीदने गया था। वहां पर किसी बात पर नंदू से कहासुनी हो गई। इसपर नंदू के मजदूरों ने आशीष के सिर पर सरिया से वार कर घायल कर दिया था। पिता महादेव ने नंदू व उसके मजदूरों पर माल थाने में केस दर्ज कराया था। इस मुकदमे में समझौते के लिए नंदू लगातार आशीष व उसके पिता महादेव पर दबाव बना रहा था।

सुशीला का आरोप है कि समझौता नहीं करने पर नंदू ने शिवपुरी निवासी अपने मित्र श्यामलाल से रहीमाबाद थाने में 28 सितंबर 2022 को एक तहरीर दिलवाई। इसमें श्यामलाल ने बताया कि वह महादेव के घर में स्थित मौरंग व गिट्टी की दुकान में सामान खरीदने गया था। वहां खरीदारी के दौरान आशीष व उसके भाई मयंक ने मारपीट की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। तब दरोगा राजमणि पाल ने दुकान व घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद मामले को रफादफा करने की बात कही थी।

*कृतियों के लोकार्पण संग अनेक विभूतियां सम्मान*

लखनऊ। युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच उ.प्र. एवं तुलसी शोध संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में प्रख्यात प्रवासी हिन्दी साहित्यकार रामदेव धुरंधर मारीशस के जन्म दिवस के अवसर पर आज तुलसी सभागार ऐशबाग रामलीला लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय साहित्य समारोह 2023 में कृतियों के लोकार्पण संग अनेक विभूतियां सम्मानित हुईं।

कार्यक्रम में क्षय मुक्त भारत की संकल्पना पर आधारित राजेश कुमार सिंह "श्रेयस" कृत उपन्यास तुमसे क्या छुपाना की समीक्षा सहित रामदेव धुरंधर की दो कृतियां प्रवासी नाटक संग्रह प्रवर्तन एवं कहानी संग्रह अपने अपने जन्म तथा धुरंधर जी के ऐतिहासिक उपन्यास पथरीला सोना पर आधारित अमित कुमार गुप्त एवं बिना चिक बड़ाईक द्वारा संपादित कृति रामदेव धुरंधर कृत : पथरीला सोना में भारतीय मजदूरों एवं उनकी सन्तानो का यथार्थ चित्रण का लोकार्पण किया गया ।

इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में जयपुर के साहित्यकार प्रदीप मिश्र "दानिस" कृत दोहासंग्रह मै तो केवल शून्य हूँ का लोकार्पण तथा प्रख्यात व्यंग्यकार अनूप श्रीवास्तव एवं श्रेष्ठ साहित्यकार रामकिशोर उपाध्याय द्वारा सम्पादित लोकप्रिय हास्य व्यंग पत्रिका अट्टहास का रामदेव धुरंधर पर आधारित विशेषानांक भी प्रकाशित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के क्षेत्रीय क्षय नियंत्रण प्रबंधन अधिकारी डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने कहा की भारत को वर्ष 2025 तक क्षय मुक्त किये जाने के इस महाअभियान एवं जनजागरुकता फैलाने में साहित्यकार वर्ग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकतें है।

राजेश कुमार सिंह "श्रेयस" कृत क्षय मुक्त भारत की संकल्पना पर आधारित उपन्यास तुमसे क्या छुपाना इसका एक बड़ा उदाहरण है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि प्रवासी साहित्य पर आयोजित यह कार्यक्रम स्वयं में अनूठा, सारगर्भित एवं विशेष रहा।

*पंडित रामप्रसाद बिस्मिल विचार मंच ने उठाई जीपीओ पर प्रतिमा लगाने की मांग*


लखनऊ। आम जन की मांग जीपीओ का नाम पं राम प्रसाद बिस्मिल के नाम पर रखा जाये :126वीं जन्म जयन्ती पर याद किये गये काकोरी क्रान्ति के प्रमुख पं राम प्रसाद बिस्मिलपण्डित रामप्रसाद बिस्मिल विचार मंच के तत्वावधान में आज जीपीओ स्थित काकोरी स्मृति शिलालेख पर पं राम प्रसाद बिस्मिल की 126वीं जन्म जयन्ती पर दीपदान एवं ऑनलाइन संगोष्ठी कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। विचार मंच द्वारा आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा में उप्र सरकार और मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से माँग की गई कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में और पं राम प्रसाद बिस्मिल के 126वीं जन्म जयन्ती वर्ष में जीपीओ का नाम पं राम प्रसाद बिस्मिल के नाम पर रख दिया जाये और जीपीओ में पं राम प्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा लगाई जाये।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता ऑल इण्डिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने पं राम प्रसाद बिस्मिल के यशस्वी क्रांतिकारी जीवन की कई घटनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि ब्रिटिश हुकूमत पं राम प्रसाद बिस्मिल से इतना खौफ खाती थी कि उनके ऊपर कत्ल का कोई इल्जाम न होते हुए भी उन्हें फाँसी की सजा दी गई। अंग्रेज जज हेमिल्टन ने अपने फाँसी के आदेश में कहा कि यह कोई साधारण ट्रेन डकैती नहीं, अपितु ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंकने की एक सोची समझी साजिश है। हालाँकि इनमें से कोई भी अभियुक्त अपने व्यक्तिगत लाभ के लिये इस योजना में शामिल नहीं हुआ परन्तु चूँकि किसी ने भी न तो अपने किये पर कोई पश्चाताप किया है और न ही भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों से स्वयं को अलग रखने का वचन दिया है अतः जो भी सजा दी गयी है सोच समझ कर दी गयी है और इस हालत में उसमें किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जा सकती।

उन्होंने कहा कि पं राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेन्द्र लाहिड़ी और ठाकुर रोशन सिंह को फाँसी की सजा इसी जीपीओ में सुनाई गई थी जिसका नाम रिंग थीएटर था और इसे अस्थायी कोर्ट बनाया गया था। पं राम प्रसाद बिस्मिल और अन्य क्रांतिकारियों को लखनऊ जिला जेल में रखा गया था और मुकदमे की सुनवाई के लिये उन्हें पुरानी जेल से केकेसी के सामने से होते हुए जीपीओ लाया जाता था। पुरानी जेल रोड का नाम भी पं राम प्रसाद बिस्मिल के नाम पर रखा जाए ।अतः आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में जीपीओ का नाम पं राम प्रसाद बिस्मिल के नाम पर किये जाने और जीपीओ में उनकी प्रतिमा स्थापित किये जाने की माँग सर्वथा उचित है।

ऑनलाइन परिचर्चा और दीप दान कार्यक्रम का संचालन पंडित रामप्रसाद बिस्मिल विचार मंच की महामंत्री रीना त्रिपाठी ने किया। उन्होने कहा युवा पीढ़ी को महान क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के व्यक्तित्व से अनुशासन का पाठ जरूर सीखना चाहिए।पं राम प्रसाद बिस्मिल के क्रांतिकारी जीवन पर प्रमोद शुक्ल, सूर्यकांत पवार,विजेंदर सिंह लांबा, राघवेन्द्र पांडे, शिव प्रकाश दीक्षित,निशा सिंह, विजय त्रिपाठी, सरोजबाला सोनी, शिविता गोयल, गीता वर्मा, अर्चना सिंह, मृदुला शर्मा, सुमन दुबे, रेनू त्रिपाठी, अमिता सचान, एम के मजूमदार, अनिल सिंह करुणा शंकर दीक्षित, धनंजय द्विवेदी, प्रथमेश दीक्षित , अशोक कुमार राय और कई अन्य लोगों ने विचार रखे।इस अवसर पर बड़ी संख्या में कर्मचारी, अधिकारी, बुद्धिजीवी और आम लोग उपस्थित थे।