*सीएचसी पर डाक्टरों को साठ मरीजों की ओपीडी करना जरूरी, एएनएम का कार्य दोषपूर्ण होने पर कराये सुधार : डीएम*
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जहां-जहां आशाओं एवं एएनएम की कमी है, को पूरा करते हुये वहां इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी की जाए।
जिन एएनएम की कार्यप्रणाली दोषपूर्ण हो, उसमें सुधार कराये जाने हेतु संबंधित को निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि ऐसे टीकाकरण जिसको लगाने के बाद बच्चों को बुखार आता है तो वहां पैरासीटामाल सीरप व बुखार संबंधी दवाएं बच्चों को अवश्य ही दी जायें ताकि दूसरा डोज लगवाने हेतु भी बच्चा आये।
टीकाकरण के समय आवश्यक दवाओं की मात्रा पर्याप्त मात्रा में रखी जाये। टीकाकरण के दो दिन पहले बच्चें के अभिभावकों को याद दिला दिया जाये कि इस दिन टीकाकरण हेतु आना है ताकि टीकाकरण से कोई भी बच्चा छूटने न पाये एवं बुलावा पत्र के माध्यम से भी बच्चों को टीकाकरण के लिये बुला गैपिंग को टाला जा सकता है। सभी सब सेंटर्स पर लिंक होना चाहिये ताकि यह पता चल सके कि किसी कार्मिक के छुट्टी पर जाने पर उसके स्थान पर कार्य की जिम्मेदारी किसकी है। उन्होंने जहां-जहां टीकाकरण की स्थिति खराब है वहां पर असंतोष व्यक्त करते हुये उसमें सुधार के निर्देश संबंधित को दिये।
उन्होंने बताया कि आशा के रजिस्टर में तो टीकाकरण होने वाले बच्चों का अंकन होता है किन्तु एएनएम के रजिस्टर में इसका सही ढंग से अंकन न हो पाने के कारण ड्यू लिस्ट सही ढंग से नही बन पा रही है, इसे हेतु संबंधित को सुधार के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी एएनएम व एमओआईसी की एक ट्रेनिंग करायी जाये, जिसमें सीएचओ को भी जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देशित करते हुये कहा कि सभी सेंटर्स पर सुपरवीजन का कार्य निरन्तर होना चाहिये। उन्होंने पीएचसी किशोरगंज में डाक्टर की अनुपलब्धता पर असंतोष व्यक्त करते हुये संबंधित को कार्यवाही के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने सीएचओ की डिजिटल उपस्थिति की जानकारी करते हुये शतप्रतिशत उपस्थिति के निर्देश देते हुये कहा कि मेडिकल सर्विस में कोई यूनियन नही बन सकता, आवश्यक सेवाओं का कोई यूनियन नही होता।
जिलाधिकारी ने अन्त्योदय कार्ड की जानकारी करते हुये कहा कि जिन लाभार्थियों के अब तक कार्ड नही बन पाये हैं उसको नियमानुसार शीघ्र बनाये जाने हेतु संबंधित को निर्देश प्रदान किये। जिनके कार्य की प्रगति काफी खराब है, में सुधार कर प्रगति में वृद्धि के निर्देश प्रदान किये। वीएचएनडी में जहां-जहां कार्य की प्रगति धीमी है वहां सुधार के निर्देश संबंधित को दिये। जहां-जहां सेन्टर्स पर एएनएम के पास बच्चों की वजन मशीन एवं आवश्यक दवाओं आदि की उपलब्धता कम है, पर असंतोष व्यक्त कर इसकी पर्याप्त मात्रा मे आपूर्ति कराये जाने हेतु संबंधित को निर्देश दिये।
पैरासीटामाल सीरप की उपलब्धता सेंटर्स पर शतप्रतिशत होनी चाहिये। लाभार्थियों की बेनीफिशनेयरी डिटेल की जानकारी करते हुये निर्देशित किया कि जिन लाभार्थियों को भुगतान नही हो पाया है, को नियमानुसार भुगतान की कार्यवाही पूर्ण करते हुये सात दिन के अन्दर भुगतान किया जाये। साथ ही इससे जुड़ी सभी लम्बित कार्यवाही एक सप्ताह में पूर्ण की जाये। जिनके खाते नही खुले हैं उनके खाते भी खुलवाये जाये। उन्होंने कहा कि सेन्टर्स पर सीएचओ की उपलब्धता मालूम करने हेतु प्रधान से जानकारी कर शतप्रतिशत इनकी उपस्थिति सुनिश्चित करायें। उन्होंने मंत्रा एप के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों की जानकारी करते हुये नए जन्में बच्चों को जल्द से जल्द जन्म प्रमाण-पत्र जारी करने के निर्देश संबंधित को दिये। उन्होंने सीएचसी, पीएचसी व जिला अस्पताल में डाक्टरों द्वारा की जा रही ओपीडी की जानकारी करते हुये कहा कि सीएचसी पर डाक्टरों को प्रतिदिन कम से कम 50 से 60 मरीजों की ओपीडी करना आवश्यक है। एमओसी के पास ओपीडी, आईपीडी का बिल्कुल सही-सही डाटा होना चाहिये तथा इसका रजिस्टर पर भी विवरण अंकन होना चाहिये। उन्होंने एमओआईसी से भी पूरे महीनें की ओपीडी की जानकारी की। उन्होंने कहा कि कम से कम प्रतिदिन ओपीडी का लक्ष्य सौ निर्धारित होना चाहिए।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 मधु गैरोला, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डा0 सुषमा कर्णवाल, जिला पंचायत राज अधिकारी मनोज कुमार सहित सभी एमओआईसी व संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
Jun 09 2023, 15:49