बोकारो के संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग के पास चालक की सूझबूझ से टला बालासोर जैसा बड़ा रेल हादसा

बोकारो : झारखंड के बोकारो में मंगलवार की शाम संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि क्रॉसिंग के पास एक ट्रैक्टर रेलवे फाटक से उस समय टकरा गया जब वहां से नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22812) गुजर रही थी।

राहत की बात यह रही कि ट्रेन चालक ने समय रहते ब्रेक लगा दिया जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। हादसा भोजूडीह रेलवे स्टेशन के पास संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग पर हुआ। हादसे में ट्रैक्टर रेलवे पटरी और फाटक के बीच फंस गया था। 

दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा मंडल रेल प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि बोकारो जिले के भोजूडीह रेलवे स्टेशन के संथालडीह रेलवे क्रासिंग पर एक ट्रैक्टर रेलवे फाटक से टकरा गया। गनीमत रही कि ट्रेन के चालक ने समय रहते ब्रेक लगा दिया जिससे ट्रेन रुक गई और एक बड़ा हादसा टल गया।

 वहीं सीबीआई की एक टीम ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी मामले की तह तक जाने के लिए रेल सुरक्षा विशेषज्ञों की राय ले सकती है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई जल्द बाहानगा स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ करेगी।

गौरतलब है कि अधिकारियों को प्रारंभिक जांच में 'इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम' के साथ छेड़छाड़ का संकेत मिलने और हादसे के पीछे 'तोड़फोड़' की आशंका जताए जाने के बाद CBI को जांच सौंपी गई है। 

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी को मामले की तह तक जाने के लिए रेल सुरक्षा और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद की जरूरत हो सकती है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई सभी गवाहों से पूछताछ करेगी, घटनास्थल का दौरा करेगी और फॉरेंसिक एवं रेलवे सुरक्षा विशेषज्ञों की राय की मदद से सही निष्कर्ष पर पहुंचेगी।

मालूम हो कि बीते शुक्रवार को बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शाम करीब सात बजे तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हो गई थीं। इस दुर्घटना में 278 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 1100 से अधिक घायल हो गए थे। प्राथमिकी में कहा गया है कि कई मौतें टक्कर और रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरने वाले तारों के टूटने से करंट लगने के कारण हुईं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों यात्री ट्रेन तेज रफ्तार में थीं। इस कारण से भी दुर्घटना में इतने ज्यादा लोग हताहत हुए। अधिकारियों का कहना है कि सीबीआई सभी पहलुओं की जांच करेगी और रेलवे इसमें पूरा सहयोग करेगा।

पॉजिटिव खबर: बोकारो के प्रसेनजीत ने प्राकृतिक मिठास के फायदे देख शुरू किया स्टार्टअप, नाम दिया 'जीवन बोध एग्रोटेक


बोकारो : दांतु बोकारो के प्रसेनजीत कुमार खेती-किसानी के क्षेत्र में कुछ नया करना चाहते थे. जड़ी-बूटी में गहरी रुचि होने के कारण झारखंड राय यूनिवर्सिटी से बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की.

हालांकि, नौकरी से जुड़ने के बजाय प्रसेनजीत ने खुद के स्टार्टअप पर फोकस किया. 

पेड़-पौधों पर शोध के क्रम में स्टीविया (मीठी तुलसी) से परिचय हुआ. उन्होंने 150 रुपये में राजस्थान से इसके पत्ते मंगवाये. प्रसेनजीत कहते हैं कि स्टीविया का इस्तेमाल चीनी के विकल्प के रूप में किया जा सकता है. इसमें चीनी के मुकाबले कम कैलोरी होती है. इसके इस्तेमाल से वजन कम होता है, साथ ही ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखने में मदद मिलती है. 

शुरुआत में उन्होंने घर में इसका इस्तेमाल शुरू किया, जिससे परिवार के सदस्यों का मधुमेह भी संतुलित होता गया. 

स्टीविया के फायदे देख प्रसेनजीत ने अपना स्टार्टअप 'जीवन बोध एग्रोटेक' शुरू किया. 2019 में अपने घर पर पॉली हाउस तैयार कर स्टीविया के पौधे तैयार किये. 

पर झाखंड की मिट्टी में स्टीविया के जीन्स नहीं फल रहे थे. शोध के बाद मध्यप्रदेश में कॉन्ट्रैक्ट खेती के लिए एक एकड़ जमीन ली. तीन महीने में ही फसल तैयार हो गयी. खुद से पैकेजिंग कर डोर-टू-डोर कैंपेन कर स्टीविया को बेचना शुरू किया. समय के साथ स्टार्टअप को बिजनेस-टू-कस्टमर (बी-टू-सी) मॉडल पर लांच कर दिया. प्रसेनजीत कहते हैं कि एमपी में पहली दफा खेती कराने में 1.20 लाख रुपये की लागत आयी. फसल तैयार होने के बाद मुनाफा हुआ.

इसके बाद प्लांट कल्चर को बढ़ाते हुए 30 एकड़ में इसकी खेती करने लगे. स्टीविया के फसल एक वर्ष में चार बार तैयार होने से इसके व्यवसाय को बढ़ाना आसान हुआ. वर्तमान में जीवन बोध एग्रोटेक के स्टीविया देश के 10 बड़े राज्य- झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और बंगाल के बाजार में उपलब्ध कराये जा रहे हैं. इससे कंपनी अब मल्टी मिलियन के मुनाफे पर है.

परिवार के साथ जीवनबोध इंडस्ट्रीज की नींव रखी

समय के साथ स्टार्टअप को मिले बेहतर रिस्पांस से प्रसेनजीत ने व्यवसाय को बढ़ाने की ठानी. पिता विवेकानंद, भाई- प्रवीर व समीर कुमार और बहन अकांक्षा कुमारी को व्यवसाय से जोड़ा और जीवनबोध इंडस्ट्रीज की नींव रखी. प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमइजीपी) के तहत स्क्रबर मेन्युफैकचरिंग करना शुरू किया. आज वे सैकड़ों लोगों के रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं. वहीं, अपनी संस्था 'बनो किसान' के जरिये एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को खेती-किसानी का प्रशिक्षण दे रहे हैं.

नोनी और काली हल्दी पर कर रहे शोध

खेती-किसानी से जुड़े प्रसेनजीत अपने व्यवसाय को देखते हुए लगातार रिसर्च कर रहे है. कहा कि कोरोना काल में लोगों ने अपने इम्यूनिटी सिस्टम को बरकरार रखने में हजारों रुपये खर्च किये है. जबकि, प्राकृतिक फसल नोनी और काली हल्दी इस दिशा में रामबाण का काम करती है. इनके फायदों को देख प्रसेनजीत ने दांतु स्थित अपने आवास पर नोनी और काली हल्दी की खेती शुरू की है. ये उत्पाद भी अब राज्य के बाजार में कम कीमत में उपलब्ध होने लगे हैं.

फुसरो में पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय ने कहा - अगर केंद्रीय नेतृत्व गिरिडीह लोकसभा से टिकट देगी तो पूरे दमखम के साथ लड़ेंगे चुनाव

बोकारो : फुसरो नप के सुभाष नगर में आज भाजपा नगर महामंत्री दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. बैठक में पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय ने कार्यकर्ताओं से संगठन की मजबूती पर चर्चा करते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व अगर गिरिडीह लोकसभा से टिकट देगी तो पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेंगे. भाजपा के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ा है. मधुसूदन सिंह ने कहा कि रविंद्र कुमार पांडेय गिरिडीह लोकसभा का पांच बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.

उसके नेतृत्व में क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हुआ है. कार्यकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान सांसद सीपी चौधरी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी किया जा रही है जिससे कार्यकर्ताओं में निराशा है.मौके पर वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रमोद कुमार सिंह, शंकर सिन्हा, मनोज कुमार, नवल किशोर, नंदकिशोर , प्रदीप रवानी, रवींद्र कुमार सिंह, रामलाल गोस्वामी, सुभाष वर्णवाल, अशोक , संतोषी , रामू, अभिषेक सिंह, प्रशांत सिंह, नरेंद्र भारती, नीलकंठ, दीनबंधु आदि मौजूद थे.

ब्रेकिंग: बोकारो पिछले दिन बोकारो सेक्टर 4 में फायरिंग कर दशहत फैलाने वाला आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बोकारो एसपी द्वारा गठित एसआईटी की टीम ने 15 अप्रैल की रात सेक्टर चार स्थित कौजी स्वीट्स में 9 राउंड फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले अपराधियों को देसी कार्बाइन, देसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. 

पुलिस ने हत्याकांड में फरार चल रहे कौशल बिहारी उसके सहयोगी गौरव तिवारी, अमित महली और जमीन कारोबारी आशुतोष गौतम उर्फ बबलू किलो को गिरफ्तार किया है. बोकारो एसपी चंदन झा की माने तो जमीन कारोबारी आशुतोष गौतम कारोबार में वर्चस्व कायम करने के लिए फरार अभियुक्त कौशल बिहारी के साथ मिलकर बोकारो में अपराधियों का नया गैंग बनाना चाह रहा था.

बोकारो: गोमिया प्रखंड के चुगनू गांव में मंडा पर्व धूमधाम से से मनाया गया

बोकारो: गोमिया प्रखंड के चुगनू गांव में मंडा पर्व धूमधाम से बुधवार को मनाया गया. इस पर्व को मनाने के लिए गांव के लोग पांच दिन से तैयारी में लगे हुए थे.

मंगलवार की रात में परंपरागत छउ नृत्य का आयोजन किया गया. बंगाल पुरुलिया से आये छउ नृत्य कलाकारों ने अपनी कला प्रदर्शन किया. कलाकारों ने एक से बढ़कर एक पुरानी कहानियों को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया. जिसे श्रद्धालुओं ने खूब पसंद किया.

सुबह में भक्त आग की लहलहाती आग के अंगारों में खाली पैर चला. इसके बाद बनस मेला का आयोजन हुआ. इसमें भक्तों ने शरीर में लोहे की कील लगाकर बनास मेला झुला.

बोकारो : चोर इन दिनों मंदिरों को बना रहे निशाना, एक मंदिर में दान पेटी का ताला तोड़कर की चोरी

बोकारो में इन दिनों चोर मंदिरों को निशाना बना रहे हैं. आज लगातार तीसरा दिन है और बोकारो जिले के माराफारी थाना क्षेत्र में फिर से एक मंदिर का ताला तोड़कर दान पेटी और अन्य सामानों की चोरी कर ली गई है. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है. पुलिस चोरों की पहचान करने में पुलिस जुट गई है.

“बांग्ला” नव वर्ष पर प्रभात फेरी, नाचते गाते महिलाएं पहुंची दुर्गा मंदिर

धनबाद : धनबाद में शनिवार की सुबह दुर्गा मंदिर रिलिजियस चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा बांग्ला नववर्ष 1430 के शुभ अवसर पर प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इसमें संस्था की महिलाएं, बच्चे एवं पुरुषों ने हिस्सा लिया।

प्रभात फेरी में बांग्ला नववर्ष की गानों पर महिलाएं एवं बच्चे नृत्य करते हुए दुर्गा मंदिर, जिला परिषद, जे सी मलिक रोड होते हुए दुर्गा मंदिर परिसर पहुंची। 

बांग्ला नववर्ष के प्रभात फेरी को सफल बनाने के लिए कंसारी मंडल, डॉक्टर प्रियदर्शी गुप्ता, कालू दे, सैकत सरकार, श्यामल राय, अजय नंदी, हरु दे, पॉबिर, अला पाल, राजा, बिल्ला, अमिताभ दासगुप्ता, कल्याण भट्टाचार्य, सोमनाथ सरकर, बरनाली गुप्ता, संपा मुखर्जी, शुक्ला, स्रोतोंस्विनी, स्वाति सरकार, पम्पा पाल, सौमिली, दितिप्रिया, सृजीनी, अनन्या आदि शामिल थे।

विश्वास : रामायण काल से जुड़ा है बोकारो का इतिहास, वनवास के दौरान यहां रूके थे प्रभु राम, अब भी हैं पैरों के निशान


बोकारो : मृगखोह में थोड़ी दूरी पर प्रभु श्रीराम के दोनों पैर के निशान हैं. दाएं पैर के निशान वाली जगह पर मंदिर बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है. दूर-दूर से लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं.

जिले के कसमार प्रखंड अंतर्गत मृगखोह में प्रभु श्रीराम के पद चिह्न मौजूद हैं. दूर-दूर से लोग इनके दर्शन और पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं. यह स्थान पहाड़ी पर हरी भरी वादियों के बीच बसा है. प्रकृति का मनोरम दृश्य है. यहां आने वाले लोगों का पूजा अर्चना के साथ-साथ घूमना फिरना भी हो जाता है.

मृगखोह में थोड़ी दूसरी परप्रभु श्रीराम के दोनों पैर के निशान हैं. दाएं पैर के निशान वाली जगह पर मंदिर बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है. वहीं, बाएं पैर वाली जगह पर भी मंदिर बनाया जाएगा. इसके अलावा यहां पर हनुमान जी और प्रभु राम और माता सिता का मंदिर है. मंदिर के पास एक जल कुंड है. जिससे 24 घंटे ठंडा पानी बहता रहता है.

लोक मान्यता के अनुसार भगवान श्री राम अपने वनवास के दौरान कुछ समय यहां बिताए थे. उसी दौरान के उनके पैरों के निशान अब भी मौजूद हैं. जिले देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. लोगों को यह भी मानना है कि मंदिर के पास जहां से झरना बहता है, उस जगह पर शिकार के दौरान प्रभु राम की तीर लगी थी. जिसके बाद यहां से झरना बहने लगा.

सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरीइस देवस्थल पर के संरक्षक मंगरू महतो ने बताया कि वह बीते 20 साल से इस देवस्थान की देखभाल व पूजा अर्चना कर रहे हैं. 

उनसे पहले उनके पिता इस काम से जुड़े थे. उन्होंने बताया कि यहां दूर दराज से लोग पूजा के आते हैं. लोगों की यहां काफी आस्था है. सच्चे मन से मांगे गए सभी मनोकामनाएं यहां पूर्ण होती हैं.

स्थानीय अमित, गोपान और मोहन ने बताया कि यहां मूलभूत सुविधा जैसे पानी, बिजली और शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से आने वाले लोगों को परेशानी होती है. यदि सरकार इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करे तो यह जगह और लोकप्रिय हो जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां मंदिर के साथ-साथ प्रकृति का सुंदर नजारा है. जिसे देखने सैलानी आएंगे, लोगों की गतिविधि बढ़ेगी तो स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी मिलेगा.

बोकारो के माराफारी थाना क्षेत्र में असमाजिक तत्वों ने की मंदिर में तोड़ फोड़

बोकारो के माराफारी थाना अंतर्गत काशियाटांड़ में असमाजिक तत्वों के द्वारा शिवजी और हनुमान मंदिर को बीती रात छतिग्रस्त कर दिया है. सुबह में जब स्थानीय युवक मंदिर के पास फील्ड में दौड़ने और घूमने आए तो देखा की मंदिर टूटा हुआ है. 

हनुमान जी और शिवजी की मूर्ति को छतबिछत कर फील्ड में फेका हुआ है. जिसके बाद बोकारो पुलिस को सूचना दी गई. सूचना पाकर बोकारो सिटी डीएसपी, मुख्यालय डीएसपी, ट्रैफिक डीएसपी व कई थानों के प्रभारी और पुलिस बल मौके पर तैनात है. टेक्निल और डॉग स्क्वायड टीम भी मौके पर मौजूद है. 

आसपास के जंगलों में खोजबीन भी की जा रही है. काफी संख्या में आसपास के ग्रामीण महिला और पुरुष मौजूद हैं.

ब्रेकिंग: बोकारो में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना, जीजा-साले की मौत

बोकारो के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत फोरलेन पर सड़क दुर्घटना हो गई. इस हादसे में बाइक सवार 2 लोगों की ट्रक की ब्रेकिंग: बोकारो में हुई दर्दनाक सड़क दुर्घटना, जीजा-साले की मौतचपेट में आने से मौत हो गई. बाइक सवार दोनों रिश्ते में जीजा-साले थे.

 रविवार देर रात वे लोग बाइक से अपने घर आदर्श कॉलोनी से आईटीआई मोड़ गए थे. जिसके बाद वहां से लौटने के क्रम में तेलीडीह गंगाधर मोड़ के नजदीक वे ट्रक की चपेट में आ गए. मृतक के परिजनों ने पुलिस की पेट्रोलिंग टीम पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया है.